मंगलवार, 26 जून 2012

अज्ञात बीमारी से एक पखवाड़े में बीस मोरों की मौत!

अज्ञात बीमारी से एक पखवाड़े में बीस मोरों की मौत!
बालोतरा। जसोल-तिलवाड़ा मार्ग पर मालाजाल इलाके में बीते एक पखवाड़े में अज्ञात बीमारी से करीब बीस मोरों की मौत हो गई है। इसको लेकर श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान जसोल ने बीमारी का पता करवाने के लिए जसोल के पशु चिकित्सक डॉ. थानेश्वर सैनी को अवगत करवाया है।

जसोल-तिलवाड़ा मार्ग स्थित मालाजाल इलाके के गोचर-ओरण क्षेत्र मे बड़ी संख्या में मोर संरक्षित है। पिछले करीब एक पखवाड़े से मोरों में अज्ञात बीमारी का प्रकोप बताया जा रहा है। एक पखवाड़े में करीब बीस मोरों की मौत हो चुकी है। बीमार मोर में अकड़न व कम्पन के बाद पक्षी की मौत हो जाती है। सोमवार को बीमारी के चलते एक मोरनी की मौत हो गई।

स्मैक की लत ने छीनी खुशियां

स्मैक की लत ने छीनी खुशियां
बालोतरा। शहर के एक निजी विद्यालय की कक्षा ग्यारहवी में पढ़ने वाला रवि (परिवर्तित नाम) बीते कुछ माह तक परिवार व पड़ौस की नजर में काफी सभ्य व संजीदा लड़का गिना जाता था। पिता सरकारी नौकर, इकलौता पुत्र और घर परिवार में हर बात की फजल।

पिता ने अपने इकलौते पुत्र के रहन-सहन, पढ़ाई व सुविधाओं को हर लिहाज से तवज्जों दी। सपना यही था कि रवि अपना कॅरियर बना ले, घर का नाम रोशन करें और उनके बुढ़ापे की लाठी बनें। चंद महीनों पहले माता-पिता सहित परिजनों के पांवों तले की जमीन उस समय खिसक गई जब यह असलियत सामने आई कि उनका लाडला स्मैक के नशे का आदी बन चुका है। सारे सपने चंद ही पलों मे चूर-चूर हो गए। जो उम्मीदें उन्होंने अपने कलेजे के टुकड़े से पाल रखी थी, उन पर जैसे घड़ों पानी फिर गया।

लगातार स्मैक के नशे के चलते लाल सुर्ख रहने वाला रवि का चेहरा अब पीला पड़ चुका है। शरीर में कम्पन व मलीनता के साथ ही उसकी याददाश्त कमजोर हो गई है। जानलेवा लत उसे धीरे-धीरे अपने आगोश में निगल रही है। यह हालत देख गम के मारे अंदर ही अंदर घुल रहे माता-पिता अब सदमे में है। रवि की फिक्र के साथ ही उन्हे इज्जत का भी डर है। आस पड़ौस व समाज बिरादरी में अगर यह हकीकत सामने आ गई तो दिक्कत हो जाएगी। परिवार की खुशियों को जैसे ग्रहण लग गया है। यह दास्तां सिर्फ एक परिवार की ही नहीं है, जो इस स्थिति से रूबरू है। शहर में ऎसे युवाओं की संख्या लगभग सौ से ज्यादा है जो स्मैक की लत के शिकार है।

महंगा शौक-मौत को बुलावा
स्मैक का महंगा शौक मौत को बुलावे से कम नहीं है। जानकारों की माने तो इस लत के शिकार युवा को अपनी तलब मिटाने के लिए हर दिन 600-1200 रूपए खर्च करने पड़ते हंै। यह खर्च डोज के लिहाज से है। आधा ग्राम स्मैक की पुडिया की कीमत 600 रूपए तथा एक ग्राम की कीमत इससे दुगुनी है। जेब खर्ची से तलब का चुकता नहीं होने पर युवा अपराध की राह बढ़ रहे हैं।

जानलेवा है लत
यह जानलेवा नशा है। इस लत का शिकार नशेड़ी दिनभर मदहोश सा रहता है। शारीरिक दुर्बलता के साथ ही उसका स्नायु तंत्र भी धीरे-धीरे कमजोर हो जाता है। याददाश्त भी धीरे-धीरे कम हो जाती है। एक स्थिति ऎसी आती है जब नशेड़ी बिल्कुल पंगु सा हो जाता है।-डॉ. आर.आर. सुथार, खण्ड मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बालोतरा

करेंगे पड़ताल
स्मैक का नशा युवा पीढ़ी के लिए घातक है। फिलवक्त ऎसा कोई मामला जानकारी में नहीं आया है। पुलिस की ओर से संसाधनों के साथ पूरी निगरानी रखी जा रही है। पड़ताल की जाएगी। अगर ऎसा कोई मामला पकड़ा गया तो एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही करेंगे।
-रामेश्वरलाल मेघवाल, पुलिस उप अधीक्षक

फिल्म के लिए एक्ट्रेस ने दे दी अस्मत

फिल्म के लिए एक्ट्रेस ने दे दी अस्मत

मुंबई। भोजपुरी फिल्मों की "कैटरीना कैफ"ट्यूलिप सिंह उर्फ पूनम सिंह कथित रूप से कास्टिंग काउच का शिकार हुई है। पूनम सिंह ने एक समाचार पत्र से बातचीत में यह खुलासा किया है। पूनम ने बताया कि गुजरात के एक बिजनेस मैन से उसके शारीरिक संबंध थे। उसका दो बार गर्भपात भी हो चुका है। पूनम के मुताबिक जिस बिजनेसमैन के साथ उसके शारीरिक संबंध थे उसने दो फिल्मों में पैसा लगाया था।

पूनम के मुताबिक बिजनेस मैन ने जब यूनिट की अन्य लड़कियां लाने को कहा तो उसने मना कर दिया। इसके बाद बिजनेसमैन ने फिल्म में पैसा लगाने से मना कर दिया। अब वह उसे झूठे केस में फंसा रहा है। पूनम सिंह और उसके लिव इन पार्टनर रमन नायर पर अहमदाबाद के केके ज्वैलर्स के मालिक को 2.5 करोड़ का चूना लगाने का आरोप है। दोनों के खिलाफ पिछले महीने केस दर्ज किया गया था। दोनों ने ज्वैलर से 2.5 करोड़ का सोना और डायमंड खरीदे थे लेकिन पैसे नहीं चुकाए। दोनों ने ज्वैलर को फर्जी चेक पकाड़ाया था। गुजरात पुलिस पूनम को काफी समय से तलाश कर रही है। वह फिलहाल फरार है।

मुंबई के ओशिवारा इलाके में रहने वाली पूनम ने बताया कि अहमदाबाद के व्यापारी ने उसके और उसके लिव इन पार्टनर के खिलाफ झूठा केस दर्ज कराया है। पूनम को डर है कि व्यापारी उसकी हत्या करवा सकता है। पूनम ने आरोप लगाया कि व्यापारी उससे कंपनी का ब्लैंक चेक देने का दबाव बना रहा है। पूनम ने कहा कि वह अग्रिम जमानत याचिका दाखिल करना चाहती है।

पति रात को घर में घुसा,किया बीवी से रेप

पति रात को घर में घुसा,किया बीवी से रेप

इंदौर। इंदौर में एक पति को पत्नी से रेप के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पत्नी ने पति के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इंदौर का यह पहला मामला है जब पत्नी ने पति के खिलाफ बलात्कार की शिकायत दर्ज कराई और पति को गिरफ्तार कर लिया। परदेशीपुरा के सीएसपी देवेन्द्र पीएस राजपूत ने बताया कि 30 साल की रेशमा(बदला हुआ नाम) के साथ उसके पति ने शुक्रवार और शनिवार को बिना मर्जी के सेक्स किया।

पीडिता नंद नगर में अपनी बेटी के साथ रहती है। बकौल रेशमा उसका पति रमेश यादव रात को 1.30 बजे घर में घुसा और जबरन शारीरिक संबंध बनाए। पीडिता परेदेशीपुरा पुलिस स्टेशन पहुंची और शिकायत दर्ज कराई। रेशमा की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आईपीएसी की धारा 377 के तहत पति को गिरफ्तार कर लिया। सीएसपी ने बताया कि रमेश यादव की दूसरी पत्नी भी है। पांच साल पहले रमेश और रेशमा की शादी हुई थी।

पांच साल के बाद दोनों अलग हो गए। रमेश अपनी दूसरी पत्नी के साथ रहता है। जांच के दौरान पता चला कि रेशमा ने रेप के वक्त इसलिए शोर नहीं मचाया क्योंकि उसे बेटी के जागने का डर था। अगर बेटी जाग जाती तो उस पर गलत असर पड़ता। साइक्रेटिस्ट पाली रस्तोगी ने कहा कि यह समझना कठिन है क्योंकि रमेश अपनी दूसरी बीवी के साथ रह रहा था। अगर उसने जबरन सेक्स संबंध बनाए हैं तो यह रेप की श्रेणी में आता है।

कलेक्टर पुलिस अधीक्षक ने शहरी क्षेत्र की व्यवस्थाये देखी



--   अधिकारियो को व्यवस्थाये सुधारने के निर्देश दिए 

जैसलमेर जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने आज विभिन्न विभाग के अधिकारियो के साथ शहर का भ्रमण कर व्यवस्थाए देखी .उन्होंने शहर का पैदल भ्रमण कर गदिसर चौराहे से किले तक सफाई और अतिक्रमण का जायजा लिया साथ ही शहर में चल रहे विकास कार्यो को भी देखा .मंगलवार को जिला कलेक्टर सूचि त्यागी .पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई .नगर परिषद् आयुक्त राम किशोर माहेश्वरी सहित जिले के विभिन्न विभागों आर यु डी पी के अधिकारी भी भ्रमण में शामिल थे .इन्होने सबसे पहले गर्ल्स स्कूल के पास चल रहे सड़क निर्माण कार्य को देखा तथा कार्य गति को बढाने के निर्देश समबन्धित अधिकारियो को दिए इसके बाद गदिसर चौराहे से आसानी रोड गोपा चौक तक की व्यव्ष्ठाओ कप देखा साथ ही यातायात व्यवस्था को भी देखा.इस दौरान इस दल ने किले तक पैदल मार्च कर व्यस्थाओ को परखा .

सोमवार, 25 जून 2012

श्रीनगर में 'कर्फ्यू' का विरोध करने पर पब्लिक और पुलिस में भिड़ंत

श्रीनगर. श्रीनगर की ऐतिहासिक दो सौ बरस पुरानी पीर दस्तगीर साहिब दरगाह में सोमवार को जबर्दस्त आग लग गई। आग से दरगाह को काफी नुकसान पहुंचा है लेकिन 11वीं शताब्दी के मुस्लिम संत दस्तगीर साहिब के अवशेष पूरी तरह से सुरक्षित हैं। आग में कोई हताहत नहीं हुआ। लेकिन आग के बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया।PHOTOS : श्रीनगर में 'कर्फ्यू' का विरोध करने पर पब्लिक और पुलिस में भिड़ंत 

श्रीनगर के खानयार इलाके के लोगों ने यह आरोप लगाया है कि आग लगने के बाद फायर ब्रिगेड की टीम देर से पहुंची। हालांकि, फायर ब्रिगेड विभाग का कहना है कि लोगों ने ही उनके कर्मचारियों को काम करने से रोक दिया और उनकी गाड़ियां वगैरह तोड़ दीं।


दरगाह में आग लगने से नाराज लोगों ने आसपास से गुजर रहे वाहनों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। हालात को बेकाबू होता देख पुलिस ने सीआरपीएफ की मदद से लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी। लेकिन इससे हालात सुधरने की बजाय और बिगड़ गए और कर्फ्यू जैसे हालात से नाराज लोग सुरक्षा बलों से ही भिड़ गए। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठियां बरसाईं। इस दौरान 24 से ज़्यादा लोग ज़ख़्मी हो गए। प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। राज्‍य सरकार ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।

जम्‍मू व कश्‍मीर के कुछ अलगाववादी संगठनों ने विरोध जताते हुए मंगलवार को बंद का ऐलान कर दिया है। दूसरी ओर, राज्‍य के मुख्‍यमंत्री उमर अब्‍दुल्‍लाह ने भी पीर दस्तगीर साहिब दरगाह के खाक होने पर दुख जताते हुए कहा कि वक्‍फ बोर्ड दरगाह का जल्‍दी से जल्‍दी निर्माण करवाएगा।

कराची के कंट्रोल रूम में बैठकर भारत में फैला रहा था तबाही!

नई दिल्ली. दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पुलिस के हत्थे चढ़े मुंबई हमले के आरोपी सैयद जबीउद्दीन उर्फ अबु जुंदल ने पूछताछ में माना है कि है उसकी 26/11 के हमले में अहम भूमिका थी। पुलिस से पूछताछ में उसने माना है कि मुंबई हमले के मास्टर माइंड जकीउर रहमान लखवी के साथ उसने काम किया था। सैयद जबीउद्दीन उर्फ अबु जुंदल ने यह भी माना है कि मुंबई हमले के समय वह कराची में लश्कर के कंट्रोल रूम में मौजूद था और हमले को अंजाम दे रहे आतंकियों को निर्देश दे रहा था। कोर्ट ने जबीउद्दीन को पांच जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
 
महाराष्ट्र के बीड के रहने वाले इस आतंकी का पूरा नाम सईद जबीउद्दीन उर्फ जबी अंसारी है। यह मुंबई के 26/11 आतंकी हमले का आरोपी है। इस पर कसाब को हिन्दी सिखाने का भी आरोप है। इसे हथियारों का सौदागर भी बताया जाता है। इसके हथियार पूरे देश में सप्‍लाई किए जाते थे। जब पुलिस इसके पीछे पड़ी तो यह बांग्लादेश भाग गया था।

इस पर भारतीय लोगों को पाकिस्तान आतंकी ट्रेनिंग के लिए भेजने का आरोप भी है। जानकारी के मुताबिक, इसके खिलाफ इंटरपोल ने रेड कार्नर नोटिस जारी किया था।
बताते चलें कि मुंबई हमले के दौरान वह पाकिस्तान में था। उस समय वह मुंबई में मौजूद कसाब और उनके साथियों को निर्देश दे रहा था। उसने पाकिस्तान में बैठकर ही मुंबई हमलेकी पूरी तैयारी की थी।

गौरतलब है कि 26/11 के अलावा इसकी कई और आतंकवादी वारदातों में तलाश थी। फरवरी 2010 में पुणे की जर्मन बेकरी में हुए ब्लास्ट में भी वह आरोपी है। इस धमाके में 11 लोग मारे गए थे और 59 लोग घायल हुए थे। सितंबर 2010 में दिल्ली की जामा मस्जिद के पास बम प्लांट करने के मामले में भी उसका नाम आया था।

मई 2006 में महाराष्ट्र के औरंगाबाद में 10 एके 47 राइफलें बरामद हुईं थी, हमजा का नाम इस मामले में भी आया था। 2002 के गुजरात दंगों के बाद प्रतिबंधित सिमी ने उसका ब्रेन वाश कर दिया और यह वर्ष 2005 से लश्कर ए तैयबा का चहेता बन गया।

इसने बीड में आईटीआई से प्रशिक्षण लिया था। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने जबीउद्दीन के मामले का अध्ययन करने के लिए बहुत से गिरफ्तार आतंकवादियों से पूछताछ की थी जिसमें पता चला कि वह पाकिस्तान के कराची और पाक अधिकृत कश्मीर के आतंकी शिविरों में है तथा वह महाराष्ट्र में हमले करने की आतंकी समूह की योजना का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

बच्ची से बलात्कार का प्रयास करने के आरोपी को 7 साल की सजा

मां-बाप खेत में गए थे पीछे आरोपी ने घर में घुस कर 8 वर्षीय बालिका के साथ जबरदस्ती करने का प्रयास किया 
जोधपुर।
डिस्ट्रिक कोर्ट में एक मासूम के साथ ज्यादती का प्रयास करने के आरोपी को 7 वर्ष के कठोर कारावास तथा 1 हजार के जुर्माना की सजा सुनाई है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश जोधपुर जिला सुश्री अनुराधा शर्मा ने यह सजा सुनाई है। मामले के अनुसार बिलाड़ा तहसील के तहत हर्ष गांव निवासी मनोहरी देवी ने एक रिपोर्ट दर्ज कराई कि 21 अक्टूबर 2011 को पति पत्नी दोनों खेत गए हुए थे। उसकी 8 वर्षीय बेटी घर में अकेली थी। दोपहर में आरोपी सुमेर उर्फ सूर्यप्रकाश उसके घर में घुस गया व आरोपी ने बच्ची के साथ जबरदस्ती करने का प्रयास किया तो बच्ची चिल्लाई तब बच्ची के चाचा दौड़ कर घर में आए तथा आरोपी को घर से भगाया। इस पर पुलिस ने आरोपी को पकड़ कर उस पर मुकदमा चलाया।

बिशनाराम को कड़ी सुरक्षा के बीच पेश किया
भंवरी मामले के प्रमुख आरोपी बिशनाराम विश्नोई को महामंदिर पुलिस थाने से संबंधित एक जमीन के मामले में सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच निचली अदालत में पेश किया गया। इस दौरान जहां मिर्धा सर्किल की ओर से यातायात बंद कर दिया गया वहीं एसबीआई की तरफ भी बेरिकेट्स लगा दिए गए। गौरतलब है कि 14 जून को जिला अदालत में पेशी के दौरान उसकी गैंग के साथियों ने कोर्ट में फायरिंग कर उसके साथ आए कैलाश जाखड़ को छुड़ा लिया था। बिशनाराम के खिलाफ 40 से अधिक मामले लंबित हैं।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का आह्वान , काली पट्टी से हुआ विरोध


इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का आह्वान , काली पट्टी से हुआ विरोध 


डॉक्टर
बाड़मेर देश भर के डाक्टर सोमवार को एक बार फिर विरोध के तेवरों के साथ काम करते नजर आये वजह रही सरकार द्वारा क्लीनिकल प्रतिष्ठानों के लिए आने वाला विधेयक देश और राजस्थान में पारित नहीं किया जाये , संसद और विधानसभा में इस बात का जनप्रतिनिधियों के मार्फत समर्थन हासिल करना और भारतीय चिकित्सा परिषद की लोकतांत्रिक संगठन की बहाली.इन तीन मांगो को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर देश भर में निजी चिकत्सा कर्मियों ने जहा अपने अस्पतालों में ओ पी डी में होने वाले अपने काम को दिन भर बंद रखा वही दूसरी तरफ सरकारी अस्पतालों में राजकीय सेवा के कार्यरत चिकित्सको ने काली पट्टी बांध कर अपना विरोध दर्ज किया . साथ ही राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ ने भी इस विरोध का समर्थन किया .
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की बाड़मेर इकाई के अध्यक्ष डाक्टर आर के महेश्वरी ने बताया कि एक तरफ जहा चिकित्सको द्वारा देश भर में अपने काम को अत्यधिक सेवा भाव से अंजाम दिया जा रहा है जबकि सरकार द्वारा इस पेशे से जुड़े लोगो की भावनाओ से कुठाराघात किया जा रहा है . डाक्टर आर के महेश्वरी ने बताया कि विश्व भर में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन सबसे बड़ा पेशेवर संगठन है जिसके 32 राज्यों में स्थानीय शाखाओं के माध्यम से 2.2 लाख से अधिक सक्रिय सदस्य है . साथ ही इंडियन मेडिकल एसोसिएशन सरकार के साथ कई स्वास्थ्य से संबंधित परियोजनाओं में भी शामिल है. भारत और विभिन्न राज्य सरकारों और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों के अलावा देश के स्वास्थ्य के लिए बरसो से काम कर रहा है . बावजूद इसके सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मानव संसाधन परिषद विधेयक 2011 , चिकित्सा संस्थापन अधिनियम , भारतीय चिकित्सा परिषद और गवर्नर्स नियुक्त बोर्ड के लिए के तीसरे विस्तार का मामला भारतीय चिकित्सा के लिए बेहद घातक साबित होने वाला रहेगा इसे में देश भर में सोमवार के दिन सभी डाक्टरों ने इस बिल का विरोध अपने अपने तरीके से किया . इस विरोध में देश भर के डाक्टरों ने अपना जबर्दस्त समर्थन दिया . इसी कड़ी में बाड़मेर राजकीय चिकित्सालय के डाक्टरों ने काली पट्टी बदम्ह कर विरोध दर्ज करवाया . साथ ही बाड़मेर के निजी अस्पतालों और चिकित्सालयों शिवम , सागर , डी एच टी , आस्था , खत्री , नवजीवन और बालाजी चिकित्सालय ने ओ पी डी कार्यो का पूर्ण बहिस्कार किया . इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बाड़मेर इकाई इस विरोध के द्वारा सरकार से आग्रह करती है कि हमरी मांगो पर ना केवल गंभीरता से बल्कि सहानुभूति से विचार किया जाये .....

अवेध शराब के साथ एक जना गिरफ्तार

अवेध शराब के साथ एक जना गिरफ्तार
बाड़मेर पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट,जिला बाड़मेर के निर्देशानुसार जिले में अवेध शराब की रोकथाम बाबत चलाये जा रहे अभियान के तहत श्री मजीदखां हैड कानि. मय पुलिस पार्टी थाना गिराब द्वारा मुखबीर की ईत्तला पर राणासर फांटा पर मुलजिम लूणसिंह पुत्र जोगराजसिंह राजपूत निवासी मगरा के कब्जा से अवेध व बिना लाईसेन्स की 36 बोतल बीयर शराब बरामद कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना गिराब पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज करने में सफलता हासिल की।
मारपीट के मामले दर्ज
बाड़मेर जगमाल पुत्र भुराराम जटिया नि. धोरीमना ने मुलजिम धेवर पुत्र भंवरलाल नि. धोरीमना वगेरा सात के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम मुस्तगीस के घर में प्रवेश कर मारपीट करना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना धोरीमना पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। इसी तरह
विजय पुत्र मुलाराम मेगवाल नि. चितलवाना ने मुलजिम जगमाल पुत्र भुराराम जटिया नि. धोरीमना वगेरा 8 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्तगीस के रिश्तेदार के घर में प्रवेश कर मारपीट करना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना धोरीमना पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

सड़क हादसे में दो की मौत


सड़क हादसे में दो की मौत 

बाड़मेर बाबूसिंह पुत्र हजारीसिंह राणा राजपूत नि. मोखण्डी ने मुलजिम अज्ञात के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम अज्ञात ट्रेक्टर चालक द्वारा मुस्तगीस के पुत्र गोपालसिंह व मुस्तगीस के भाई जितेन्द्रसिंह को मोटर साईकल पर जाते हुए के टक्कर मारना जिससे गोपालसिंह की मृत्यु होना व जितेन्द्रसिंह के चोटे आना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना समदड़ी पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा हैइसी तरह । मुबारक पुत्र आदम मुसलमान नि. बुकड़ ने मुलजिम शेतानसिंह पुत्र प्रभुसिंह राणा राजपूत नि. नोपाटिया के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा वाहन नम्बर आरजे 04 पीए 1718 को तेजगति व लापरवाही से चलाकर सड़क किनारे चल रहे मुस्तगीस के लड़के के टक्कर मारने से मृत्यु होना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना रामसर पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

मोक्ड्रिल से फैली अफरातफरी

मोक्ड्रिल से फैली अफरातफरी 

बाड़मेर सरहद्फी जिले बाड़मेर में सोमवार दोपहर को रेलवे स्टेशन पर आंतकवादी घुसाने और उनके पास विस्फोटक पदार्थ होने की सूचना से अफरातफरी फेल गयी .वास्तव में आंतककारी घटनाओ से निपटने के लिए जिला पुलिस सेना और प्रशासन काअभ्यास का एक हिस्सा था . बाड़मेर के रेलवे स्टेशन पर सोमवार दोपहर बाद सेना और पुलिस की सयुंक्त मोक्ड्रिल अभ्यास से बाड़मेर शहर में सनसनी फ़ैल गई दरअसल इस दौरान बाड़मेर के रेलवे स्टेशन पर दो आतंक वादी छुपे होने और उनके पास भारी मात्रा में आर डी एक्स होने की अफवाह फैलाई गई ! इस ख़बर के कुछ ही पलों बाद बाड़मेर पुलिस के सारे अधिकारी , सेना का बम निरोधक दस्ता और अन्य हथियार बंद दस्ते वहां पहुंच गये ! करीब एक घंटा तक शहर का मुख्य बाज़ार पूरी तरह से शांत रहा मानो कर्फ्यू लग गया हो और शहर में अफवाहों का बाज़ार भी गर्म रहा ! लेकिन एक घंटे बाद पुलिस ने इसे मात्र एक आंतरिक सुरक्षा का अभ्यास बताया तब लोगो की साँस में साँस आई ! पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट के अनुसार आंतकवादी घटनाओ से निपटने के लिए यह संयुक्त अभ्यास था जिससे यह सन्देश दिया गया की किसी भी घटना से निपटने के लिए हम तयार हें

26/11 का हैंडलर गिरफ्तार

26/11 हमले में अहम रोल निभाने के आरोपी आतंकवादी अबू हमजा उर्फ रियासत अली को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया है। सेल ने उसे आईजीआई एयरपोर्ट से गिरफ्तार दिखाया है। अबू के इंडियन मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैबा से संबंध बताए जाते हैं।abu-new.jpg 
सूत्रों का कहना है कि कई एजेंसियां अबू की सरगर्मी से तलाश कर रही थीं। स्पेशल सेल ने 2 जून 2012 को उसके नाम गैर-जमानती वॉरंट जारी कराए थे। पुलिस को सूचना मिली थी कि अबू आईजीआई एयरपोर्ट पर आने वाला है। इस सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने एयरपोर्ट के आसपास अपना जाल बिछाकर एक संदिग्ध शख्स को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पकड़े गए शख्स की पहचान अबू हमजा उर्फ रियासत अली के रूप में हुई। सूत्रों का कहना है कि उसके कब्जे से पाकिस्तानी पासपोर्ट के अलावा अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं।

गिरफ्तारी के बाद स्पेशल सेल ने अबू हमजा को तीस हजारी कोर्ट में चीफ मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट विनोद यादव की अदालत में पेश किया। जांच अधिकारी ने अदालत को बताया कि आरोपी को बिहार, हैदराबाद, कर्नाटक और मुंबई सहित अन्य स्थानों पर लेकर जाना है, इसके लिए रिमांड की जरूरत है। जज ने पकड़े गए आतंकवादी को 5 जुलाई तक रिमांड के तहत स्पेशल सेल के हवाले कर दिया।

26 नाम हैं इस आतंकवादी के
पकड़ा गया आतंकवादी अपने नाम बदलता रहता है। आरोपी के अबू हमजा, रियासत अली और जेबुद्दीन सहित 26 नाम हैं। सूत्रों ने बताया कि वह मूल रूप से महाराष्ट्र का ही रहने वाला है, इसलिए उसे महाराष्ट्र की अच्छी-खासी जानकारी थी। वह पाकिस्तान में अपने आकाओं के साथ टीवी पर पूरे ऑपरेशन को देखकर बीच-बीच में कसाब और उसके साथियों को हिंदी में निर्देश दे रहा था। बताया गया है कि इसी ने कसाब सहित अन्य आतंकवादियों को हिंदी सिखाई थी।

26/11 में रोल
अबू हमजा की 26/11 को मुंबई में हुए आतंकवादी हमले में अहम भूमिका बताई गई है। वह उन 6 हैंडलरों में एक बताया गया है, जो पाकिस्तान के कराची में बैठकर मुंबई हमले को अंजाम देने वाले कसाब सहित 10 आतंकवादियों को सैटलाइट फोन से निर्देश दे रहे थे। हैंडलरों में हमजा के अलावा 4 पाकिस्तानियों के साथ आईएसआई का एक अधिकारी भी था।

इन मामलों में भी आया था नाम

13 फरवरी 2010
पुणे की जर्मन बेकरी में ब्लास्ट। 11 मौतें , 59 घायल।

19 सितंबर 2010
राजधानी में जामा मस्जिद के पास बम प्लांट किया गया था। बम फट न सका।

9 मई 2006
औरंगाबाद ( महाराष्ट्र )
10 एके -47 राइफलें बरामद हुई थीं।

यूपी के इन जगहों पर लगती है 'देहमंडी',


सभ्यता और संस्कृति के विकास के साथ वेश्यावृत्ति का भी पूरी दुनिया में चरम उभार हो चुका है। पोस्ट मॉडर्न सोसाइटी में वेश्यावृत्ति के अलग-अलग रूप भी सामने आए हैं। रेड लाइट इलाकों से निकल कर वेश्यावृत्ति अब मसाज पार्लरों एवं एस्कार्ट सर्विस के रूम में भी फल-फूल रही है।



देह का धंधा कमाई का चोखा जरिया बन चुका है। यहां तक की गरीब और विकासशील देशों जैसे कि भारत, थाइलैंड, श्रीलंका, बांग्लादेश आदि में सेक्स पर्यटन का चलन शुरू हो चुका है।

 

यूपी के इन जगहों पर लगती है 'देहमंडी', देखिए तस्वीरें... 

जिस्मफरोशी दुनिया के पुराने धंधों में से एक है। बेबीलोन के मंदिरों से लेकर भारत के मंदिरों में देवदासी प्रथा वेश्यावृत्ति का आदिम रूप है। गुलाम व्यवस्था में उनके मालिक वेश्याएं पालते थे। अनेक गुलाम मालिकों ने वेश्यालय भी खोले। तब वेश्याएं संपदा और शक्ति की प्रतीक मानी जाती थीं।



मुगलों के हरम में सैकड़ों औरतें रहती थीं। जब अंग्रेजों ने भारत पर अधिकार किया तो इस धंधे का स्वरूप बदलने लगा। राजाओं ने अंग्रेजों को खुश करने के लिए तवायफों को तोहफे के रूप में पेश किया था।

1- कबाड़ी बाजार, मेरठ: यूपी के मेरठ में स्थित कबाड़ी बाजार बहुत ही पुराना रेड लाइट एरिया है। यहां अंग्रेजों के जमाने से देहव्यापार किया जाता है। इन दिनों यहां पर देहव्यापार का परंपरागत धंधा अब गलत हथकंडे अपनाकर चलाया जा रहा है। हाल ही में यहां पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापा मारा तो दंग रह गई। एक मकान में नेपाली लड़कियों को जानवरों की तरह बंद करके रखा गया था। यहां आलमारी में कपड़ों की तरह ठूस कर लड़कियों को रखा गया था। बताते चलें कि वूमेन एंड चाइल्ड डेवलेपमेंट मिनिस्ट्री ने 2007 में एक रिपोर्ट दिया, इसके मुताबिक, 30 लाख औरतें जिस्मफरोशी का धंधा करती हैं। इममें 36 फीसदी तो नाबालिग हैं।

2- वाराणसी का दाल मंडी-यूपी की धार्मिक नगरी वाराणसी को पुराने समय में काशी के नाम से जाना जाता था। यहां के दालमंडी में जिस्म का कारोबार सैकड़ों सालों से बदस्तूर जारी है। बताते चलें कि भारत में जिस्मफरोशी का धंधा लगातार बढ रहा है। 1956 में पीटा कानून के तहत वेश्यावृत्ति को कानूनी वैद्यता दी गई, पर 1986 में इसमें संशोधन करके कई शर्तें जोड़ी गई। इसके तहत सार्वजनिक सेक्स को अपराध माना गया। इसमें सजा का भी प्रावधान है।

3- नाथपुरा, हरदोई-हरदोई के नाथपुरा में जिस्म का ब्यापार का आधार परंपरा को बताते हैं। यहां मजह 11 से 12 साल की उम्र में ही लड़कियां धंधे पर बैठा दी जाती हैं। यहां के किसी लड़की की शादी नहीं हो पाती है। लड़के शादी करके अपनी दुल्हन के साथ कहीं बाहर बस जाते हैं। लेकिन लड़कियां अपने बच्चों के साथ उसी दलदल में रहती हैं। इनका बुढ़ापा काफी गरीबी में गुजरता है।




4- नक्कासा बाजार, सहारनपुर यूपी के पश्चिमी क्षेत्र में मेरठ के अलावा सहारनपुर में भी परंपरागत देह व्यापार का धंधा किया जाता है। शहर के नक्कासा बाजार में रोज शाम जिस्म की मंडी परवान पर रहती है। बताते चलें कि वूमेन एंड चाइल्ड डेवलेपमेंट मिनिस्ट्री ने 2007 में एक रिपोर्ट दिया, इसके मुताबिक, 30 लाख औरतें जिस्मफरोशी का धंधा करती हैं। इममें 36 फीसदी तो नाबालिग हैं।




5- किनारी बाजार, आगरा आगरा पर्यटन क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर जाना जाता है। यहां ताजमहल देखने के लिए लाखों की संख्या में विदेशी पर्यटक आते हैं। इन्हीं को ध्यान में रखकर आगरा में सेक्स उद्योग तेजी से फल-फूल रहा है। यहां के किनारी बाजार में बड़े पैमाने पर देशी-विदेशी ग्राहक नजर आते हैं।

जयराम का सुझाव- टॉयलेट का नाम रखा जाए 'बापू'

 

धमरा (ओडीशा)। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने कहा है कि देश के लिए टॉयलेट अग्नि मिसाइल छोड़ने से ज्यादा जरूरी हैं। देश में साफ-सफाई की समस्या दूर नहीं की जाती तो अग्नि मिसाइल दागते रहने का कोई अर्थ नहीं है।


रमेश ने भद्रक जिले के धमरा में रविवार को मिसाइल परीक्षण स्थल व्हीलर आईलैंड के पास रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के पर्यावरण हितैषी शौचालय लॉन्च करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार के सामने सभी लोगों को टॉयलेट मुहैया कराना एक बड़ी समस्या है। आज भी देश की एक बड़ी आबादी के लिए हम आज तक टॉयलेट की व्यवस्था नहीं कर पाए हैं। देश में स्वच्छता के लिए महात्मा गांधी के अभियान का जिक्र करते हुए जयराम रमेश ने पर्यावरण मित्र टॉयलेट का नाम ‘बापू’ रखे जाने का सुझाव भी दिया। उन्होंने रक्षा बजट के बराबर राशि जन कल्याण कार्यक्रमों के लिए रखने को कहा।


डीआरडीओ के बायो टॉयलेट
- डीआरडीओ के टॉयलेट बायो डाइजेस्टर टेक्नोलॉजी पर आधारित है। यह संगठन की ग्वालियर और तेजपुर यूनिटों ने विकसित किए हैं।
- बायो डाइजेस्टर टेक्नोलॉजी सियाचिन और लद्दाख जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में तैनात सैनिकों के जैविक कचरे के निपटारे में इस्तेमाल की जाती है।
- डीआरडीओ के मुख्य नियंत्रक डॉ. डब्ल्यू सेल्वामूर्ति ने बताया कि देश भर में इन बॉयो टायलेट के निर्माण के लिए निजी कंपनियों को लाइसेंस दिए जा रहे हैं।
- ई-लू नाम के इन शौचालयों के निर्माण के लिए 49 फर्मो को लाइसेंस दिए जा चुके हैं।
- घरों के लिए ऐसे बॉयो टॉयलेट बनाने पर 15 हजार रुपए की लागत आने का अनुमान है।
- इन शौचालयों में जैविक कचरे के निपटारे से गैस बनती है जिसे ईंधन के तौर पर खाना बनाने में इस्तेमाल किया जा सकता है। पानी को सिंचाई के काम लाया जा सकता है।