अज्ञात बीमारी से एक पखवाड़े में बीस मोरों की मौत!
बालोतरा। जसोल-तिलवाड़ा मार्ग पर मालाजाल इलाके में बीते एक पखवाड़े में अज्ञात बीमारी से करीब बीस मोरों की मौत हो गई है। इसको लेकर श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान जसोल ने बीमारी का पता करवाने के लिए जसोल के पशु चिकित्सक डॉ. थानेश्वर सैनी को अवगत करवाया है।
जसोल-तिलवाड़ा मार्ग स्थित मालाजाल इलाके के गोचर-ओरण क्षेत्र मे बड़ी संख्या में मोर संरक्षित है। पिछले करीब एक पखवाड़े से मोरों में अज्ञात बीमारी का प्रकोप बताया जा रहा है। एक पखवाड़े में करीब बीस मोरों की मौत हो चुकी है। बीमार मोर में अकड़न व कम्पन के बाद पक्षी की मौत हो जाती है। सोमवार को बीमारी के चलते एक मोरनी की मौत हो गई।
बालोतरा। जसोल-तिलवाड़ा मार्ग पर मालाजाल इलाके में बीते एक पखवाड़े में अज्ञात बीमारी से करीब बीस मोरों की मौत हो गई है। इसको लेकर श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान जसोल ने बीमारी का पता करवाने के लिए जसोल के पशु चिकित्सक डॉ. थानेश्वर सैनी को अवगत करवाया है।
जसोल-तिलवाड़ा मार्ग स्थित मालाजाल इलाके के गोचर-ओरण क्षेत्र मे बड़ी संख्या में मोर संरक्षित है। पिछले करीब एक पखवाड़े से मोरों में अज्ञात बीमारी का प्रकोप बताया जा रहा है। एक पखवाड़े में करीब बीस मोरों की मौत हो चुकी है। बीमार मोर में अकड़न व कम्पन के बाद पक्षी की मौत हो जाती है। सोमवार को बीमारी के चलते एक मोरनी की मौत हो गई।