नई दिल्ली. दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पुलिस के हत्थे चढ़े मुंबई हमले के आरोपी सैयद जबीउद्दीन उर्फ अबु जुंदल ने पूछताछ में माना है कि है उसकी 26/11 के हमले में अहम भूमिका थी। पुलिस से पूछताछ में उसने माना है कि मुंबई हमले के मास्टर माइंड जकीउर रहमान लखवी के साथ उसने काम किया था। सैयद जबीउद्दीन उर्फ अबु जुंदल ने यह भी माना है कि मुंबई हमले के समय वह कराची में लश्कर के कंट्रोल रूम में मौजूद था और हमले को अंजाम दे रहे आतंकियों को निर्देश दे रहा था। कोर्ट ने जबीउद्दीन को पांच जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
महाराष्ट्र के बीड के रहने वाले इस आतंकी का पूरा नाम सईद जबीउद्दीन उर्फ जबी अंसारी है। यह मुंबई के 26/11 आतंकी हमले का आरोपी है। इस पर कसाब को हिन्दी सिखाने का भी आरोप है। इसे हथियारों का सौदागर भी बताया जाता है। इसके हथियार पूरे देश में सप्लाई किए जाते थे। जब पुलिस इसके पीछे पड़ी तो यह बांग्लादेश भाग गया था।
इस पर भारतीय लोगों को पाकिस्तान आतंकी ट्रेनिंग के लिए भेजने का आरोप भी है। जानकारी के मुताबिक, इसके खिलाफ इंटरपोल ने रेड कार्नर नोटिस जारी किया था।
बताते चलें कि मुंबई हमले के दौरान वह पाकिस्तान में था। उस समय वह मुंबई में मौजूद कसाब और उनके साथियों को निर्देश दे रहा था। उसने पाकिस्तान में बैठकर ही मुंबई हमलेकी पूरी तैयारी की थी।
गौरतलब है कि 26/11 के अलावा इसकी कई और आतंकवादी वारदातों में तलाश थी। फरवरी 2010 में पुणे की जर्मन बेकरी में हुए ब्लास्ट में भी वह आरोपी है। इस धमाके में 11 लोग मारे गए थे और 59 लोग घायल हुए थे। सितंबर 2010 में दिल्ली की जामा मस्जिद के पास बम प्लांट करने के मामले में भी उसका नाम आया था।
मई 2006 में महाराष्ट्र के औरंगाबाद में 10 एके 47 राइफलें बरामद हुईं थी, हमजा का नाम इस मामले में भी आया था। 2002 के गुजरात दंगों के बाद प्रतिबंधित सिमी ने उसका ब्रेन वाश कर दिया और यह वर्ष 2005 से लश्कर ए तैयबा का चहेता बन गया।
इसने बीड में आईटीआई से प्रशिक्षण लिया था। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने जबीउद्दीन के मामले का अध्ययन करने के लिए बहुत से गिरफ्तार आतंकवादियों से पूछताछ की थी जिसमें पता चला कि वह पाकिस्तान के कराची और पाक अधिकृत कश्मीर के आतंकी शिविरों में है तथा वह महाराष्ट्र में हमले करने की आतंकी समूह की योजना का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
महाराष्ट्र के बीड के रहने वाले इस आतंकी का पूरा नाम सईद जबीउद्दीन उर्फ जबी अंसारी है। यह मुंबई के 26/11 आतंकी हमले का आरोपी है। इस पर कसाब को हिन्दी सिखाने का भी आरोप है। इसे हथियारों का सौदागर भी बताया जाता है। इसके हथियार पूरे देश में सप्लाई किए जाते थे। जब पुलिस इसके पीछे पड़ी तो यह बांग्लादेश भाग गया था।
इस पर भारतीय लोगों को पाकिस्तान आतंकी ट्रेनिंग के लिए भेजने का आरोप भी है। जानकारी के मुताबिक, इसके खिलाफ इंटरपोल ने रेड कार्नर नोटिस जारी किया था।
बताते चलें कि मुंबई हमले के दौरान वह पाकिस्तान में था। उस समय वह मुंबई में मौजूद कसाब और उनके साथियों को निर्देश दे रहा था। उसने पाकिस्तान में बैठकर ही मुंबई हमलेकी पूरी तैयारी की थी।
गौरतलब है कि 26/11 के अलावा इसकी कई और आतंकवादी वारदातों में तलाश थी। फरवरी 2010 में पुणे की जर्मन बेकरी में हुए ब्लास्ट में भी वह आरोपी है। इस धमाके में 11 लोग मारे गए थे और 59 लोग घायल हुए थे। सितंबर 2010 में दिल्ली की जामा मस्जिद के पास बम प्लांट करने के मामले में भी उसका नाम आया था।
मई 2006 में महाराष्ट्र के औरंगाबाद में 10 एके 47 राइफलें बरामद हुईं थी, हमजा का नाम इस मामले में भी आया था। 2002 के गुजरात दंगों के बाद प्रतिबंधित सिमी ने उसका ब्रेन वाश कर दिया और यह वर्ष 2005 से लश्कर ए तैयबा का चहेता बन गया।
इसने बीड में आईटीआई से प्रशिक्षण लिया था। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने जबीउद्दीन के मामले का अध्ययन करने के लिए बहुत से गिरफ्तार आतंकवादियों से पूछताछ की थी जिसमें पता चला कि वह पाकिस्तान के कराची और पाक अधिकृत कश्मीर के आतंकी शिविरों में है तथा वह महाराष्ट्र में हमले करने की आतंकी समूह की योजना का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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