अफगानिस्तान के उत्तर-पूर्वी इलाके में तखर प्रांत के एक स्कूल की लगभग चालीस लड़कियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आशंका है कि उन्हें जहर देकर मारने की कोशिश की गई है.
बीते एक महीने में इस तरह की ये तीसरी घटना है. चंद रोज पहले इसी स्कूल की सौ से ज्यादा लड़कियों को बिल्कुल इसी हालत में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था.पुलिस को संदेह है कि स्कूल के कमरों में किसी ने जहरीला रसायन छिड़का होगा.
शक की सुई तालिबान की ओर घूम रही है लेकिन तालिबान ने इस घटना में हाथ होने से इनकार किया है.
तालिबान का इनकार
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तखर प्रांत के गवर्नर मुस्तफा रसूली ने अफगान इस्लामिक प्रेस को बताया कि बीबी हाजरा गर्ल्स स्कूल की की 40 लड़कियों को किसी ने जहर दिया है.
जहर के असर से लड़कियां लगभग बेहोशी की हालत में थीं और उन्हें इसी स्थिति में अस्पताल ले जाया गया है.
तालिबान का कहना है कि लड़कियों को जहर देने की इस घटना के पीछे उसका हाथ कतई नहीं है.
तालिबान का कहना है कि ये जरूर किसी खुफिया तंत्र की हरकत है.एक बयान में तालिबान ने कहा है, ''इस तरह की हरकतें या इससे मिलती-जुलती हरकतें कुछ खुफिया एजेंसियां करती हैं. काबुल स्थित राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय इसमें शामिल है. हम ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं हैं. जिन्होंने ये हरकत की है, उन्हें इस्लामी कानूनों के हिसाब से सजा दी जाएगी.''
तालिबान का ये भी कहना है कि अफगान और नेटो सुरक्षाबल, देश के लोगों और पूरी दुनिया का ध्यान अपनी बर्बर हरकतों से बंटाने के लिए इससे मिलती-जुलती घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.
तालिबान ने मीडिया की भी निंदा करते हुए कहा है कि मीडिया उससे बात किए बिना, उसका पक्ष जाने बिना एकतरफा खबरें दे रहा है.