गुरुवार, 3 मई 2012

तस्वीरों में, सैन्य युद्धाभ्यास शूरवीर के रणक्षेत्र में थल सेनाध्यक्ष

हनुमानगढ़। थल सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह ने गुरुवार को राजस्थान के मरुस्थल में जाकर सैन्य युद्धाभ्यास शूरवीर का अवलोकन किया। यहां लेफ्टिनेंट जनरल ज्ञान भूषण (कमांडर इन चीफ, सप्तशक्ति कमांड) ने सेनाध्यक्ष की अगवानी की।
तस्वीरों में, सैन्य युद्धाभ्यास शूरवीर के रणक्षेत्र में थल सेनाध्यक्ष

जनरल वीके सिंह ने युद्धाभ्यास में सम्मिलित मैकेनाइज्ड प्रिडोमिनेन्ट बैटल मैन्योवर्स के अन्तर्गत टी-90 टैंक, इन्फैन्ट्री युद्धक वाहन, लम्बी दूरी की मारक क्षमता वाली आर्टिलरी गन, वायु रक्षा अस्त्र-शस्त्र प्रणाली, इलेक्ट्रानिक युद्ध नीति प्रणाली और चौकसी उपस्कर का जायजा लिया।
तस्वीरों में, सैन्य युद्धाभ्यास शूरवीर के रणक्षेत्र में थल सेनाध्यक्ष  तस्वीरों में, सैन्य युद्धाभ्यास शूरवीर के रणक्षेत्र में थल सेनाध्यक्ष 
इसके अलावा सेनाध्यक्ष ने वायु सेना के फाइटर एयरक्राफ्ट सुखोई 30, जगुआर, मिग्स के साथ-साथ आक्रामक हैलीकॉप्टर एमआई 25, एमआई 17 और मानवरहित वायु वाहनों का भी जायजा लिया।
थलसेनाध्यक्ष जनरल सिंह ने सप्त शक्ति कमाण्ड, दक्षिण पश्चिमी कमान द्वारा नई युद्ध पद्धतियों के क्रियान्वयन का अवलोकन किया और फार्मेशन द्वारा युद्ध नीति में दक्षता हासिल करने के प्रयासों की सराहना की।
युद्धाभ्यास क्षेत्र में लेफ्टिनेंट जनरल अशोक सिंह (जनरल अफसर कमांडिंग 1 कोर) ने थलसेनाध्यक्ष को 01 मार्च 2012 से चलाए जा रहे शूरवीर युद्धाभ्यास के आयोजन और विभिन्न गतिविधियों से अवगत कराया।

बीसीसीआई चीफ श्रीनिवासन का बेटा गिरफ्तार



मुंबई।। बीसीसीआई अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन के बेटे अश्विन और उनके दोस्त को सोमवार को कथित रूप से बांद्रा में रेस्तरां के स्टाफ और बाद में पुलिसकर्मी को पीटने के लिए गिरफ्तार किया गया।

पुलिस ने गुरुवार को कहा कि रेस्तरां के स्टाफ ने उन्हें बिल का भुगतान कर बार छोड़ने के लिए कहा जिसके बाद यह घटना हुई। अश्विन (40) और उनके दोस्त अवि कृष्णामूर्ति (35) ने रात बांद्रा पुलिस स्टेशन की जेल में बिताई। जिसके बाद उन्हें स्थानीय कोर्ट मे पेश किया गया। मंगलवार को उन्हें जमानत मिल गई।

पुलिस के अनुसार अश्विन सोमवार की रात को एस्कोबार गए थे और वहां ड्रिंक्स ले रहे थे। अश्विन ने स्टाफ से और शराब लाने को कहा जिससे उन्होंने मना कर दिया क्योंकि बार का टाइम खत्म हो गया था। गुस्से में अश्विन और उनके दोस्त ने बैरे से लड़ना शुरू कर दिया और ऑर्डर नहीं मिलने तक बिल भुगतान करने से इनकार कर दिया जो करीब 30,000 रुपये के करीब था।

शराब के नशे में 65 साल की सास के साथ किया रेप


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नागपुर।। नागपुर में एक शर्मनाक घटना सामने आई है। आरोप के मुताबिक, यहां पर शराब के नशे में एक शख्स ने अपनी 65 साल की सास का रेप कर दिया। घटना के बाद से ही आरोपी रमेश गव्हाणे फरार है। रेप की शिकार महिला की बेटी ने कोराडी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस गव्हाणे की तलाश में जुट गई है।

पुलिस का कहना है कि सोमवार की रात गव्हाणे की पत्नी अपनी बेटी को उसके ससुराल काटोल पहुंचाने गई थी। उसी रात 11 बजे गव्हाणे शराब के नशे में घर लौटा। पहले उसने अपने बेटे को पीटा और उसे घर से बाहर निकलने को कहा। उस समय उसकी सास सो रही थीं। गव्हाणे ने उन पर हमला बोल दिया और फिर उनके साथ रेप किया। गव्हाणे 3 बच्चों का बाप है।

पुलिस सब इंस्पेक्टर पी.वी. फाडे ने बताया, 'पड़ोस में रहने वाली एक औरत अगले दिन जब गव्हाणे की सास से मिलने आई तो उनकी साड़ी पर लगे खून के धब्बे से उसको शक हुआ कि कुछ गलत हुआ है। जब उसने इस बाबत पूछा तो पीड़िता रोने लगीं और उन्होंने पूरी घटना के बारे में उसको बताया। पड़ोसन ने तुरंत कोराडी पुलिस को खबर दी और रमेश की बीवी को भी इसकी सूचना दी।'

फाडे ने आगे बताया कि गव्हाणे पहले भी कई औरतों के साथ बदसलूकी कर चुका है, पर उसकी पत्नी के अच्छे व्यवहार के चलते किसी भी महिला ने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं कराई थी। पीड़िता को इंदिरा गांधी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है और उन्हें वहां पर 15 दिनों तक रखा जाएगा। पुलिस का कहना है कि पीड़िता के पास हॉस्पिटल का खर्च उठाने के लिए पैसे भी नहीं हैं।

रिहा होते ही कलेक्टर बोले- घर जाना चाहता हूं

रायपुर. अगवा होने के 12 दिनों बाद छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के जिलाधिकारी एलेक्स पॉल मेनन रिहा हो गए हैं।
एलेक्स पॉल मेनन ने कहा कि वो पूरी तरह से स्वस्थ हैं। मेनन ने राज्य सरकार और अपने साथियों का शुक्रिया अदा किया। मेनन ने कहा कि वो थके हुए हैं और जल्द से जल्द अपने घर पहुंचना चाहते हैं।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने मेनन की रिहाई के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। चिंतलनार पहुंचने के बाद मेनन का मेडिकल टेस्ट किया जाएगा। सरकार ने सुकमा, दंतेवाड़ा, जगदलपुर के अलावा रायपुर के स्वास्थ्य अधिकारियों को तैयार रहने को कहा है। चूंकि, मेनन दमा के मरीज हैं, इसलिए चिंतलनार में एक एंबुलेंस को तैनात किया गया है।

रिहा होते ही कलेक्टर बोले- घर जाना चाहता हूं 
मेनन को लेने के लिए दोनों मध्यस्थ डॉ. ब्रह्मदेव शर्मा और प्रो. हरगोपाल गुरुवार सुबह आठ बजे हेलीकॉप्टर से रायपुर से चिंतलनार के पुलिस कैंप पहुंचे। कुछ देर रुकने के बाद मध्यस्थ जीप से ताड़मेटला रवाना हो गए। ताड़मेटला के जंगल के पास पूरे काफिले को नक्सलियों ने रोक लिया। नक्सलियों के साथ दोनों मध्यस्थ पैदल ही अंदर रवाना हुए थे। नक्सलियों ने मध्यस्थों के साथ जंगल के भीतर घुसने की कोशिश कर रहे मीडिया कर्मियों को ताड़मेटला से चिंतलनार वापस भेज दिया और उनसे कलेक्टर की रिहाई का इंतजार करने कहा था।

गौरतलब है कि नक्सलियों ने डीएम को रिहा करने के लिए शर्मा और हरगोपाल के नाम छत्तीसगढ़ सरकार को सुझाए थे। नक्सलियों और सरकार के बीच मेनन की सुरक्षित वापसी के लिए समझौता 30 अप्रैल को चौथे दौर की बातचीत में हुआ था। समझौते के तहत सरकार मेनन की रिहाई के बाद एक घंटे के भीतर निर्मला बुच की अध्यक्षता में उच्च अधिकार प्राप्त समिति का गठन करेगी, जो छत्तीसगढ़ की विभिन्न जेलों में बंद कैदियों के मामलों की समीक्षा करेगी। इसमें वे मामले भी शामिल होंगे जिनकी मांग नक्सलियों ने की है। नक्सलियों और सरकार के बीच मेनन की रिहाई के लिए बीडी शर्मा, प्रोफेसर जी हरगोपाल, मनीष और निर्मला बुच ने मध्यस्थता की थी। एलेक्स पॉल मेनन को 21 अप्रैल को हथियारबंद नक्सलियों ने तब अगवा कर लिया था जब वे सुकमा जिले के एक गांव के दौरे पर थे।

प्रेस समाज की विचारधारा को प्रभावित करती है बारहट


अन्तर्राष्ट्रीय प्रेस स्वतंत्रता दिवस का आयोजन 


प्रेस समाज की विचारधारा को प्रभावित करती है बारहट 


बाड़मेर। थार प्रेस क्लब बाड़मेर के तत्वाधान में अन्तर्राष्ट्रीय प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के के सभा कक्ष में पुलिस अधीक्षक राहुल मनहर्दन बारहठ के मुख्य आतिथ्य, अति मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जितेन्द्रसिंह की अध्यक्षता तथा थार प्रेस क्लब के अध्यक्ष धर्मसिंह भाटी के विशष्ट आतिथ्य में अभिव्यक्ति की आजादी को दशार्ती स्वतंत्र मीडिया विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। 
सेमिनार को सम्बोधित करते हुए मुख्य वक्ता पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने कहा कि आजादी की लड़ाई में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका रही। मीडिया की स्वतंत्रता के कारण ही आज हम आजाद है। उन्होने कहा कि मीडिया आज सशक्त माध्यम है समय वो नई विचार धारा देने का। राहुल ने कहा कि मीडिया बहुत संवेदनशील होती है अपनी कर्तव्यनिष्ठा और जिम्मेदारी को बखूबी जानती है। प्रेस की आजादी के कई मायने है। उन्होने कहा कि मीडिया इंसान के रोल को नही किन्तु उसकी सोच को जरूर बदलती है। समझ को नई सोच देने के साथ अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करती है। उन्होने कहा कि सभ्य समाज में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है बाड़मेर सरहदी जिला है। यहां की मीडिया राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर ना केवल संवेदनशील है बल्कि पूर्ण जिम्मेदारी के साथ अपना कर्तव्य निभाते है। उन्होने कहा कि मीडिया को चौथा स्तम्भ कहा जाता है जिसका वह हकदार है उन्होने कहा कि मीडिया समाज में घट रही सकारात्मक और नकारात्मक दोनो ही प्रकार की घटनाओं को बिना किसी पक्षपात के जनता के सामने रखती है। इस अवसर पर अति मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जितेन्द्रसिंह ने कहा कि प्रेस और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता मीडिया के मौलिक अधिकारों में सुमार है मीडिया के सकारात्मक रूख के साथसाथ उनके सुझावात्मक नजरिए का स्वागत करना चाहिए। उन्होने कहा कि कई देशों मसलन चीन जापान, पाकिस्तान में मीडिया पर सरकार का सीधा नियंत्रण है मगर हमारे देश में आज भी मीडिया को स्वतंत्र अभिव्यक्ति का अधिकार है। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार निखिल व्यास ने कहा कि निश्चित रूप से प्रेस पर किसी भी प्रकार का अकुंश या उस पर सरकारी नियत्रंण जनता को गुमराह करता है। पत्रकार अपनी जान जोखिम भी डालकर अपना दायित्व निभाता है। उन्होने कहा कि मीडिया की अपने समाचारों तथा विचारों की अभिव्यक्ति की पूरी आजादी होनी चाहिए। सेमीनार को सम्बोधित करते हुए अशोक राजपुरोहित ने कहा कि भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अन्तर्गत प्रेस की आजादी की भी व्याख्यायित किया गया है। प्रेस की स्वतंत्रता सविधान के अन्तर्गत दी गई वाक एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में अन्तनिहित है जिसके अनुसार व्यक्ति न केवल अपने विचारों को प्रचारित करने के लिए पूर्ण स्वतंत्र है इसके अलावा वह इन्हे लिखित रूप से प्रकाशित प्रसारित तथा परिचालित करने का अधिकार भी रखता है। सेमीनार को सम्बोधित करते हुए चन्दनसिंह भाटी ने कहा कि आज हर कोई अपनी बात प्रशासन या सरकार के समक्ष जल्द से जल्द रखना चाहता है उसके लिए मीडिया श्रेष्ठ जरिया है। उन्होने कहा कि प्रशासन को भी मीडिया की नकारात्मक समाचारों को नुकता चीनी करने की बजाए उसे सुझाव के तौर पर लेकर व्यवस्था में सुधार करने का प्रयास किया जाना चाहिए। उन्होने कहा कि मीडिया को वह तवज्जो नही मिलती जिसकी वो हकदार है। मीडिया सरकारी भौंपू बनने की बजाए आम जनता को आवाज बनती है जो प्रशासन को गवाए नही होती है। ऐसे में मीडिया के स्वतंत्र अभिव्यक्ति व अधिकारों की बात सामने आती है। सेमीनार को सम्बोधित करते हुए थार प्रेस क्लब के अध्यक्ष धर्मसिंह भाटी ने कहा कि आमजन मानस को आसपास घटित होने वाली गतिविधियों की तह तक पहुचाना और घटनाओं के प्रत्येक पक्ष को ईमानदारी से प्रदिशर्त करने के लिए प्रेस की स्वतंत्रता बेहद जरूरी है। उन्होने कहा कि प्रेस की आजादी से ही देश में अभिव्यक्ति की आजादी जैसे महत्वपूर्ण अधिकारों का प्रमाण मिलता है। उन्होने कहा कि मीडिया समाज में सकरात्मक सोच के साथ बदलाव का हामी है। मीडिया का प्रयास है कि समाज को विचारों के माध्यम से सकारात्मक बदलावा लाए जाए समाज को विकास के मार्ग पर लाया जाए। इससे पूर्व सेमीनार के मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट अति मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जितेन्द्रसिह व थार प्रेस क्लब के अध्यक्ष धर्मसिह भाटी का वरिष्ठ पत्रकार पवन जोशी, शिवप्रकाश सोनी, निखिल व्यास, मुकेश मथराणी, कन्हैयालाल डलोरा ने माल्यार्पण कर स्वगात किया। इस अवसर पर पत्रकार दिनेश बोहरा, सुरेश जाटव, विजय कुमार, प्रहलाद प्रजापत, प्रेमदान चारण, भूपेश आचार्य दुर्ग सिंह राजपुरोहित सहित समस्त पत्रकार उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन चन्दनसिंह भाटी ने किया। 

जैसलमेर आज की अपराध की खबरे

जैसलमेर आज की अपराध की खबरे 

सार्वजनिक स्थान जुआ खेलते हुए एक गिरफतार



जैसलमेर पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने बताया की पुलिस थाना पोकरण के हल्खा क्षैत्र में पुलिस चौकी रामदेवरा में पुलिस चौकी प्रभारी नवलसिंह सउनि मय हैड कानि0 खेतसिंह एवं कानि0 जगमालसिंह के द्वारा कस्बा रामदेवरा में सार्वजनिक स्थान पर एक को लाभ दूसरे को हानि के उदेश्य से जुआ खेलते हुए रमेश पुत्र रामदेव ब्राहमण नि0 पोकरण को गिरफतार किया गया।

अवैध रूप से धारदार हथियार रखने वाला पुलिस के हत्थे चडा

जैसलमेर पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने बताया की पुलिस थाना सांकडा के हल्खा क्षैत्र में दौराने गस्त पुलिस थाना सांकडा के थानाधिकारी गंगाराम उनि मय खुशालचंद द्वारा गॉव भैसडा में सवाईसिंह पुत्र कानसिंह जाति राजपुत निवासी भैसडा को अपने कब्जा में धारदार हथियार तलवार रखने पर गिरफतार किया गया।


जान से मारने की नियत से हमला करने वाला हमलावर गिरफतार

जैसलमेर पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने बताया की सजनदान पुत्र लालदान जाति चारण निवासी भाखराणी पुलिस थाना सांगड़ जिला जैसलमेर ने उपस्थित थाना होकर एक लिखित रिपोर्ट पेश की कि दिन के करीब 1.00 बजे हमारे खेत के पास एनरफोन कम्पनी के पंखो एवं लोकेशन का रोड़ का काम चल रहा था । तब मैं दुर्गदान,मालदान, हुकमदान रोड़ को देखने गए खेत मे रोड़ नही निकल रही थी। इस रोड़ का ठेका प्रभूदान के पास था। हम ज्योही रोड़ के पास पहूचे तो पहले से खड़े भाखराणी गॉव के करीबन 1012 निवासियों ने मिलकर षडयंत्र रचकर जान से खत्म करने की नीति से कुल्हाड़ी, लाठियां, सरियां लेकर गाड़ीया के पास भंवरदान के खेत मे बैठे थे। जैसे ही हम खेत मे गये हम पर हमला किया। जिससे हमारे साथ के लोगो को काफी चोटे आई तथा घायलो को पीएचसी देवीकोट पहुॅचाया, डाक्टर साहब ने प्र्राथमिक उपचार कर बाद मे सरकारी अस्पताल जैसलमेर रेफर किया। वगैरा पर उक्त प्रकरण पुलिस थाना सांगड़ जिला जैसलमेर मे दर्ज होकर तफ्तीश श्री गिरधरसिह स.उ.नि. प्रभारी चौकी देवीकोट द्घारा शुरू की गई। उक्त हमलावरों में देशलदान पुत्र भानदान जाति चारण उम्र 30 साल नि0 भाखरानी शामिल था, जिस पर जुर्म साबित होने पर पुलिस थाना सांगड के थानाधिकारी ओमप्रकाश गोदरा निपु मय सउनि गिरधरसिंह एवं जाब्ता द्वारा कल दिनांक 02.05.2012 को वक्त 7 पीएम पर देशलदान को गिरफतार किया गया। शेष हमलावरो की तलाश जारी है। --

सभी पत्रकार बंधुओ को हार्दिक बधाई शुभकामनाए दुनियाभर में मनाया जा रहा प्रेस स्वतंत्रता दिवस


सभी पत्रकार बंधुओ को हार्दिक बधाई शुभकामनाए 

दुनियाभर में मनाया जा रहा प्रेस स्वतंत्रता दिवस



प्रेस की स्वतंत्रता के बिना हमारा लोकतांत्रिक समाज लोकतंत्र के उस स्तर को प्राप्त नहीं कर सकता जिसकी कल्पना हमने की है। प्रेस की स्वतंत्रता के लिए आलोचना की स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सबसे महत्वपूर्ण है।

हर साल 3 मई को दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। प्रेस की स्वतंत्रता लोकतंत्र का महत्वपूर्ण स्तंभ है। प्रेस पर अंकुश और सरकारी नियंत्रण जनता को गुमराह करता है और इसी से बचने के लिए हर साल आज के दिन को अंतरराष्ट्रीय प्रेस स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है।

संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 1993 में विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की घोषणा की थी। संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार, इस दिन प्रेस की स्वतंत्रता के सिद्धांत, प्रेस की स्वतंत्रता का मूल्यांकन, प्रेस की स्वतंत्रता पर बाहरी तत्वों के हमले से बचाव और प्रेस की सेवा करते हुए दिवंगत हुए संवाददाताओं को श्रद्धांजलि देने का दिन है।

दुनिया भर के लोकतांत्रिक देशों में प्रेस को चौथा खंभा माना जाता है, कार्यपालिका, न्यायपालिका और विधायिका को जनता से जोड़ने वाला खंभा।

आज हम एक ऐसी दुनिया में जीते हैं जहां अपनी दुनिया से बाहर निकल कर आसपास घटित होने वाली घटनाओं के बारे में जानने ज ज्यादा वक्त नहीं होता। ऐसे में प्रेस और मीडिया हमारे लिए एक खबर वाहक का काम करती हैं जो हर सवेरे हमारी टेबल पर गरमा गर्म खबरें परोसती हैं। यही खबरें हमें दुनिया से जोड़े रखती हैं। आज प्रेस दुनिया में खबरें पहुंचाने का सबसे बेहतरीन माध्यम है। समाचार को लाने का सबसे पुराना और विश्वस्त तरीका भी है। प्रेस की आजादी से किसी भी देश में अभिव्यक्ति की आजादी का पता चलता है। प्रेस समाज का आइना होता है जो समाज में घट रही हच् अच्छी बुरी चीज को जनता के सामने लाता है।

भारत में प्रेस का आजादी है। भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अंतर्गत इस आजादी को व्याख्यायित किया गया है। प्रेस की स्वतंत्रता संविधान केच्अनुच्छेद 19[1][क] के अंतर्गत दी गई वाक एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में अंतर्निहित है कि एक व्यक्ति न केवल अपने विचारों के प्रचार का अधिकार रखता है, बल्कि वह चाहे मौखिक रूप से या लिखित रूप से उनको प्रकाशित, प्रसारित तथा परिचालित करने का अधिकार भी रखता है, लेकिन साथ ही यह भी कहा गया है कि प्रेस की स्वतंत्रता निरंकुश नहीं है। बल्कि उस पर हर प्रकार से उचित प्रतिबंध लगाया जा सकता है। इमरजेंसी जैसे हालातों में भारत में भी प्रेस पर अंकुश लगाया गया था।

हालांकि प्रेस जहां एक तरफ जनता का आइना होता है वहीं दूसरी ओर प्रेस जनता को गुमराह करने में भी सक्षम होता है इसीलिए प्रेस पर नियंत्रण रखने के लिए हर देश में अपने कुछ नियम और संगठन होते हैं जो प्रेस को एक दायरे में रहकर काम करते रहने की याद दिलाते हैं।

मरीज ने लेडी डाक्‍टर का किया यौन शोषण, वीडियो बना कर रुपये ऐंठे

नयी दिल्‍ली . रोहिणी इलाके की एक नामी लेडी डेंटिस्ट का अश्लील वीडियो बना ब्लैकमेल कर लाखों रुपए की वसूली करने व उसका यौन शोषण करने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। लेडी डॉक्टर का आरोप है कि उनके साथ यह हरकत करने वाला कोई और नहीं, बल्कि उनका एक पुराना मरीज है। उसने नशीली चॉकलेट खिलाकर उनकी आपत्तिजनक वीडियो बना ली। इसके बाद उसने वीडियो को सोशल नेटवर्किंग साइट पर सार्वजनिक करने की धमकी दी। यह सिलसिला पिछले डेढ़ वर्षों से चलता रहा और इस बीच पीडि़ता आरोपी को दो लाख रुपए से ज्यादा की रकम भी दे चुकी है। आखिरकार, हार कर उसने पुलिस की मदद ली। फिलहाल, पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है तथा आरोपी की तलाश कर रही है। 

जानकारी के अनुसार रोहिणी सेक्टर नौ में रहने वाला एक डेंटिस्ट दंपती रोहिणी सेक्टर आठ में डेंटल क्लीनिक चलाता है। पति-पत्नी अलग-अलग शिफ्ट में मरीज देखते हैं। पीडि़त लेडी डॉक्टर रिचा (बदला हुआ नाम) ने रोहिणी नॉर्थ थाना पुलिस को शिकायत दी कि उनके क्लीनिक पर नितिन शर्मा नामक एक मरीज आ रहा था। डेढ़ महीने के दौरान वह करीब 3-4 बार क्लीनिक आया। वह इलाज के साथ-साथ अक्सर अपनी पारिवारिक समस्याएं भी उसे बताता रहता था। धीरे-धीरे उसकी नितिन से अच्छी दोस्ती हो गई। रिचा का कहना है कि दोस्ती का फायदा उठाकर नितिन ने उसे चॉकलेट में मिलाकर नशीला पदार्थ खिला दिया, जिससे वह बेसुध हो गई। होश में आने के बाद रिचा को नितिन के असली रूप के बारे में पता चला।

उसके मुताबिक नितिन ने उसे बताया कि उसके पास उसकी आपत्तिजनक अवस्था की फोटो है। जब रिचा ने उसे फोटो देने को कहा तो वह सोशल नेटवर्किंग के माध्यम से फोटो सार्वजनिक करने की बात कहकर उसे ब्लैकमेल करने लगा। अपनी शिकायत में रिचा ने बताया कि समाज मे बदनामी के डर से वह काफी भयभीत हो गईं। इसका फायदा उठाते हुए नितिन ने उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताडि़त करना शुरू कर दिया। यही नहीं, फोटो व वीडियो की सीडी वापस लेने के लिए शुरुआत में रिचा ने नितिन को एक लाख रुपए दिए, लेकिन रुपए लेने के बावजूद भी उसने आपत्तिजनक सामग्री वापस नहीं लौटाई। इस तरह धीरे-धीरे नितिन ने महिला डॉक्टर से दो लाख रुपए से भी अधिक की रकम एठ ली।

नितिन ने कुछ समय बाद उनके क्लीनिक के पास ही एक वेब डिजाइनर की दुकान खोल ली और आसपास के लोगों में उसे बदनाम करने लगा। रिचा के मुताबिक इसी वर्ष 10 मार्च को नितिन ने उसे अपने घर सीडी वापस लौटाने के लिए बुलाया, लेकिन घर में पहले से मौजूद उसके कुछ रिश्तेदारों ने सीडी लौटाने के बजाए उसकी जमकर पिटाई की। शोरगुल के बीच किसी ने पुलिस को मामले की सूचना दी तो मामला थाने तक पहुंचा।

रिचा का कहना है कि मामला थाने तक पहुंचने पर उन्हें समाज में बदनामी का डर सताने लगा। वहीं, दूसरी ओर नितिन ने पुलिस को मामले की जानकारी देने पर बुरे परिणाम भुगतने की धमकी भी दी। लिहाजा, वह चुप रही। रिचा का कहना है कि नितिन से पीछा छुड़ाने के लिए आरोपी के जीजा से भी संपर्क किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद, रिचा ने जब अपनी आपबीती एक परिचित को सुनाई तो उसने पुलिस की शरण में जाने की बात कही। अंतत: रोहिणी नार्थ थाना पुलिस ने इस बाबत मुकदमा दर्ज कर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है।

एक की मृत्यु,दो गंभीर घायल

एक की मृत्यु,दो गंभीर घायल
बालोतरा। क्षेत्र के खेड़ तिलवाड़ा मार्ग पर बुधवार शाम दो मोटर साइकिलो में हुई भिड़ंत से एक युवक की मृत्यु हो गई। वहीं दो जने गंभीर घायल हो गए। इन्हें प्राथमिक उपचार के बाद उपचार के लिए जोधपुर रैफर किया गया। क्षेत्र के खेड़ तिलवाड़ा सड़क मार्ग पर बुधवार शाम दो मोटर साइकिलों में भिडंत होने से इन पर सवार युवक उछलकर सड़क पर गिर पड़े।

घटना की जानकारी पर 108 एम्बुलैंस के पायलट महेन्द्र माली व ईएमटी दिनेश एवं इस मार्ग से गुजर रहे जिला परिषद सदस्य मूसे खां खालत,सेशन जज के निजी सहायक मोहम्मद आमीन ने एम्बुलैंस व अपने निजी वाहन से घायलों को तत्काल राजकीय नाहटा चिकित्सालय पहुंचाया। यहां चिकित्सकों ने मालाराम पुत्र फूसाराम निवासी निवासी सणतरा को मृत घोषित किया। अन्य घायल मदन पुत्र धनाराम निवासी जागसा व सुरेश पुत्र पारस निवासी धारणा का प्राथमिक उपचार कर उपचार के लिए जोधपुर रैफर किया।

टांके में गिरने से एक की मौत

हीरा की ढाणी   गिड़ा थाना क्षेत्र के दानपुरा में बुधवार को टांके पर पानी भरने गए एक युवक की पैर फिसलने के साथ टांके में डूबने से मौत हो गई। गिड़ा थानाधिकारी मनोज मूढ़ ने बताया कि जेठाराम जाट ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसका पुत्र भोमाराम (30) टांके पर सुबह पानी भरने गया। उस दौरान उसका पैर फिसलने से वह टांके में गिर गया जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मौके पर पहुंच शव बाहर निकालने के बाद पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया।

बाड़मेर-बालोतरा में मंदी की मार

बाड़मेर-बालोतरा में मंदी की मार

बाड़मेर। सीमावर्ती जिले में अकस्मात भूमि अवाप्ति व उद्योग लगने की वजह से बढ़े आर्थिक संसाधनों ने जमीन के दाम आसमान पर पहुंचा दिए थे और बाड़मेर शहर में मकानों का किराया हजारों रूपए पहुंच गया था,लेकिन विगत दिनों से चल रही मंदी ने जमीन के और किराया दोनों के दाम घटा दिए है। शहर में बढ़ती महंगाई के दौर में आम आदमी के लिए यह अच्छी खबर है।

जिले में 2003 के बाद निजी कंपिनयों द्वारा ओद्यौगिक प्रयोजनार्थ जमीन अवाप्ति और तेल उत्खनन के कार्य के चलते कई निजी कंपनियों के यहां आने से जमीनों के दाम यकायक बढ़ गए। हजारों रूपए बीघा की जमीनें लाखों के दाम में पहुंच गई और बाड़मेर में जयपुर-मुम्बई की कीमत में जमीनें मिलना मुश्किल हो गया। इस दौर में कई लोग रातों रात मालामाल हो गए। जमीनों के दलालों की पौ बारह हो गई और कृषि जमीन वाले किसान भी लाखों करोड़ोे में जमीन बेचने लगे। यह दौर काफी चला, लेकिन इन दिनोें जमीन खरीद फरोख्त में स्थिरता आ गई है। शहर के आसपास बनी कॉलोनियों, कृçष्ा जमीन और शहर में ही भूखण्डों की खरीद में आई मंदी के चलते दाम बढ़ने की बजाय घटने की नौबत आ गई है। ऎसे में जमीनों का कारोबार करने वाले इन दिनों मंदी की मार झेल रहे हैं।

किराया घटा
बाड़मेर शहर में बाहरी कंपनियों के आने के बाद किराया यकायक बढ़ गया। एक लाख से डेढ़ लाख रूपए मासिक किराया मिलने से लोगों ने अपने मकान किराए पर देकर खुद किराए के मकान में रहना शुरू कर दिया था, लेकिन अब कई कंपनियां लौट गई है। वहीं कइयों ने अपने आवास का प्रबंध कर दिया है। ऎसे में मकान छोड़ दिए है। लिहाजा चार पांच हजार रूपए में मकान किराए पर मिलने की स्थिति फिर से आ गई है। वहीं कई मकान मालिक को अब किराएदारों के लिए तरस रहे हैं।

बालोतरा में भी यही हाल
इधर बाड़मेर में किराए और जमीन के दामों में गिरावट आई है तो उधर बालोतरा में भी कारखानें बंद होने के बाद मंदी छा गई है। भूखण्ड और जमीन खरीदने के लिए लोगों की उतावल खत्म हो चुकी है और अब कॉलोनी काटकर कारोबार करने वाले ग्राहकों को तरस गए है। कारखानें बंद होने के बाद व्यवसायी अन्यत्र पलायन करने लगे हैं। श्रमिकों ने भी अब दूसरे शहर में रोजी रोटी ढूंढ ली है,लिहाजा यहां मंदी ने घेर लिया है।

आम आदमी को राहत
इस दौर में आम आदमी को राहत मिली है। बढ़ते दामों और किराए में आम आदमी के लिए भूखण्ड खरीदना मुश्किल हो रहा था।

अप्रेल में भारी कमी
पिछले समय से रजिस्ट्री को लेकर कमी आई है। विभाग को अप्रेल माह में एक करोड़ पच्चीस लाख रूपए के लक्ष्य के मुकाबले मात्र पांच लाख रूपए की आय हुई है।
बद्री नारायण विश्नोई सब रजिस्ट्रार

ये दुबले-पतले लोगों को हेल्दी बना देंगे

स्वस्थ और संतुलित शरीर हम सभी चाहते हैं। इसी कारण जिन लोगों का वजन ज्यादा होता है, वो हमेशा वजन कम करने में लगे रहते हैं और जो लोग दुबले-पतले होते हैं वे मोटे होने की कोशिश में रहते हैं। सही पोषण और अच्‍छी डाइट न होने की वजह से अक्सर कमजोरी आ जाती है। ऐसे में अगर आप भी दुबले-पतले शरीर से परेशान हैं तो नीचे लिखे उपायों को अपनाएं.... 
- हाइप्रोटिन फूड रेग्युलर डाइट में शामिल करें।

- हाई कैलोरी का खाना खाएं। उन खाद्य पदार्थों का सेवन ज्यादा करें जिनमें कैलोरी की मात्रा अधिक हो।

- सुबह हेवी नाश्ता करें।

- च्यवनप्राश वजन बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक औषधी है।

- शतावरी कल्पा लेने से न सिर्फ आंखें और मसल्स अच्छी रहती है बल्कि इससे वजन भी बढ़ता है।

- वसंतकुसुमकर रस वजन को जल्दी बढ़ाने में भी लाभकारी है।

- अश्वगंधा वलेहा को पानी और दूध से लेने से जल्दी असर करता है।

- 50 ग्राम किशमिश को साफ पानी में भिगो दें। इसका सुबह-सुबह तीन महीनों तक सेवन करें। वजन जल्दी ही बढऩे लगेगा।

- नाश्ते के समय बादाम का दूध या मक्खन, घी इत्यादि का सेवन करने से आप स्वस्थ रहेंगे और अपना वजन भी बढ़ा पाएंगे।

स्वर्णनगरी के बहुआयामी विकास का संकल्प

स्वर्णनगरी के बहुआयामी विकास का संकल्प

जैसलमेर। जैसलमेर नगर विकास न्यास की अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर की अध्यक्षता में बुधवार को यहां डीआरडीए सभागार में आयोजित बैठक में यूआईटी का वर्ष 2012-13 के लिए 9 करोड़ 8 9 लाख का वार्षिक बजट पारित कर स्वीकृति के लिए राज्य सरकार को भिजवाया गया। बैठक में जैसलमेर के बहुआयामी विकास में नगर विकास न्यास जैसलमेर की ज्यादा से ज्यादा भूमिका एवं भागीदारी सुनिश्चित करने और स्वर्ण नगरी के सौन्दर्य निखार तथा पर्यटन विकास के लिए सार्थक प्रयासों में जुटने का संकल्प लिया गया।

बैठक में नगर विकास न्यास के सचिव रमेशचन्द्र जैन्थ ने बैठक का संचालन करते हुए यूआईटी की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। बैठक में लोक निर्माण विभाग व जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता, जोधपुर विद्युत वितरण नि. लि. के अधिशासी अभियन्ता, सहायक नगर नियोजक अनिल बैरवा सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

जैसलमेर के पर्यटन विकास में भागीदारी
अध्यक्षीय उद्बोधन में नगर विकास न्यास अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर ने बताया कि पर्यटन नगरी के रूप में जगविख्यात जैसलमेर के बुनियादी समग्र विकास, रचनात्मक गतिविधियों तथा कला-संस्कृति एवं पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर कार्यकलापों के साथ यूआईटी अपनी सशक्त भागीदारी निभाएगा।

सोनार संरक्षण के लिए होगा प्रयास
तंवर ने कहा कि जैसलमेर के सोनार दुर्ग तथा स्थानीय धरोहरों के संरक्षण की गतिविधियों में भागीदारी निभाने के लिए सार्थक प्रयास किए जाएंगे वहीं जैसलमेर में विजय स्तंभ से हनुमान चौराहा तक की सड़क के डिवाईडर्स पर सौन्दर्यीकरण की दृष्टि से पौधारोपण किया जाएगा।

पानी का प्रबन्ध होगा
इसी प्रकार शहर के अंबेडकर पार्क को विकसित करने, भीषण गर्मी को देखते हुए मनुष्यों व मवेशियों तथा पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था करने प्याऊ, खेड़ी एवं परिंडों की व्यवस्था भामाशाहों के माध्यम से कराने के प्रयास किए जाएंगे। इसमें बैंकों, निजी प्रतिष्ठानों और स्वयंसेवी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाएगा। यूआईटी अध्यक्ष तंवर ने पानी-बिजली एवं बुनियादी लोक सुविधाओं से संबंधित अधिकारियों से कहा कि वे मातहतों पर अच्छी पकड़ रखें और क्षेत्र में अधिक से अधिक भ्रमण करते हुए जनता की समस्याओं का समय पर निराकरण करें।

अभिनव पुरस्कार योजना
यूआईटी की बैठक में अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर ने बताया कि स्थानीय प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए यूआईटी अभिनव योजना का सूत्रपात करने जा रही है। इसमें कला, साहित्य, संगीत एवं अन्य विधाओं में विशेष हुनर का दिग्दर्शन कराने वाले स्थानीय निवासियों को 25 हजार रूपए का वार्षिक पुरस्कार दिया जाएगा। यह पुरस्कार यूआईटी के स्थापना दिवस पर प्रदान किया जाएगा। बैठक में वर्ष 2010, 11 एवं 2012 के पुरस्कारों के लिए 75 हजार रूपए की धनराशि का प्रावधान किया गया।

आवासीय कॉलोनी का सवें होगा
बैठक में जानकारी दी गई कि यूआईटी की रामगढ़ मार्ग स्थित आवासीय योजना में कॉलोनी निर्माण के लिए सर्वे कार्य जल्द ही आरंभ किया जाएगा। बैठक में आरयूआईडीपी से संबंधित गतिविधियों व योजनाओं की समीक्षा की गई। बैठक में 20 जनवरी की बैठक में लिए गए निर्णयों की पुष्टि की गई। बैठक में यूआईटी भवन बनाने, संसाधनों के प्रबन्ध, बजट, अनुमानित आय एवं संशोधित आय, मदवार भावी गतिविधियों, शहर विकास के मुद्दों, सौन्दर्यीकरण आदि पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने यूआईटी की गतिविधियों में बेहतरी लाने और भागीदारी बढ़ाने से संबंधित महत्वपूर्ण सुझाव दिए।

बुधवार, 2 मई 2012

बहू को मायके नहीं भेजा तो मां का सिर उड़ा दिया एसआई के बेटे ने



बहादुरगढ़। हरियाणा के बहादुरगढ़ से सोलह किलोमीटर दूर खेड़ी आसरा गांव में दिल्ली पुलिस में सब इंस्पेक्टर के बेटे ने अपनी मां को गोली से भून दिया है। मां मौके पर ही ढेर हो गई है। मां का कत्ल करने के बाद सुनील उर्फ बिटटू मौके से फरार हो गया है।

जानकारी के मुताबिक दोपहर को बिटटू और उसकी मां शंकुतला के बीच बहू को मायके भेजने के मसले पर कहासुनी हो गई। तैश में आए सुनील ने लाइसेंसी रिवाल्वर निकाला और पचपन वर्षीय अपनी मां के सिर पर गोली चला दी। सुनील का पिता राय सिंह दिल्ली पुलिस की चौथी बटालियन में सब इंस्पेक्टर है।

घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और लाश को कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने सुनील पर कत्ल का मामला दर्ज कर दिया है लेकिन पुलिस उसे गिरफ्तार करने में नाकाम रही है।

जानकारी के मुताबिक सुनील का अपनी मां के साथ पिछले कई दिनों से इस बात को लेकर विवाद होती था कि उसकी पत्नी को नजफगढ़ मायके भेज दे। लेकिन मां का कहना था कि वो अभी रुक जाए व कुछ दिनों बाद मायके चली जाए। इस बात को लेकर आज सुबह भी मां बेटे में तकरार हो गई और सुनील ने मां के सिर में गोली मार दी।

थाना सदर बहादुरगढ़ के एसएचओ विजय कुमार ने कहा कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और कातिल बेटे को जल्द पकड़ लिया जाएगा

मॉडल को प्रेग्नेंट कर अभिनेता ने बनाया पत्नी, बच्चा गिरवा कर मुकर गया!

चंडीगढ़. चंडीगढ़ में एक मॉडल ने एक अभिनेता पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। मॉडल का आरोप है कि प्रदीप नाम के अभिनेता ने उससे प्यार किया, प्रेग्नेंट होने के बाद शादी की और फिर उसका बच्चा गिरवाने के बाद अब शादी से ही मुकर रहा है।   
श्वेता नाम की इस मॉडल का आरोप है कि वो प्रदीप के साथ लिव इन रिलेशनशिप में भी रही। बाद में दोनों ने शादी कर ली। शादी की तस्वीरें भी हैं लेकिन अब प्रदीप इस तरह के किसी भी रिश्ते से मुकर रहा है।
जहां श्वेता का कहना है कि प्रदीप ने उसका अबार्शन भी कराया वहीं अजब प्रेम की गजब कहानी जैसी कई फिल्मों में काम कर चुका प्रदीप सभी तरह के आरोपों से मुकर रहा है। फिलहाल मॉडल और अभिनेता की इस प्रेम कहानी, शादी और धोखे के आरोपों की चंडीगढ़ पुलिस जांच कर रही है।
श्वेता का आरोप है कि प्रदीप ने पहले तो उससे शादी कर ली लेकिन बाद में उससे कहा कि तुम कम से कम ढाई लाख रुपए महीना कमाओ तब ही मैं तुम्हें अपने साथ रखूंगा। जब श्वेता इतना पैसा नहीं कमा पाई तो प्रदीप ने उसे घर से निकाल दिया।

108 एम्बुलेंस की चक्का जाम हड़ताल



108 एम्बुलेंस की चक्का जाम हड़ताल

गाडि़यों की खराब हालत एवं वेतन नहीं मिलने पर उठाया कदम

कार्मिको ने सीएमएचओ कार्यालय में खड़ी की 108 एम्बुलेंस गाडि़या

सीएमएचओ के मनमाने रवैये से परेशान 108 कंपनी के नुमाईंदे

4 महिने से रोक कर रखा हैं करीब 12 लाख का भुगतान

बाड़मेर।

आपातकालीन हालात में मरीजो को सुरक्षित अस्पताल तक पहुंचाने के दावे करने वाली एम्बुलेस 108 ही इन दिनों बीमार चल रही हैं। कोई अपंग हो चुकी हैं तो किसी में आॅक्सीजन भी नहीं हैं। वहीं इन्हें चलाने वाले कार्मिक बिना भुगतान के दो माह से गुजारा चला रहे हैं। इन सब समस्याओं को लेकर बुधवार को 108 एम्बुलेस संचालको ने चक्का जाम हड़ताल करते हुए सभी गाडि़या मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्यालय में खड़ी कर दी। कार्मिको के इस कदम से चिकित्सा महकमे के हाथ-पांव फुल गए और उन्होंने 108 एम्बुलेस कार्मिको से समझाईश कर काम पर लौटने की अपील की।

जानकारी के मुताबिक पिछले दो माह से 108 एम्बुलेस कार्मिको का भुगतान नहीं होने एवं गाडि़यों की खटारा हालत को लेकर कंपनी एवं सीएमएचओ से बार-बार मांग करने के बाद भी कार्यवाही नहीं होने से खफा कार्मिको ने बुधवार को शाम करीब 6 बजे जिले की करीब पांच-छः गाडि़या सीएमएचओ कार्यालय में लाकर खड़ी कर दी जबकि बाड़मेर शहर की गाड़ी खराब टायर के कारण लक्ष्मी सिनेमा के आगे टायर फटने से वहीं जाम हो गई। जबकि कुछ तो गाड़ी खराब होने के कारण पहले से ही खटारा हालात में ग्रामीण ईलाकों में पड़ी हैं। कार्मिको की मांग हैं कि खराब हालत में पड़ी गाडि़यों को तुरंत दुरूस्त कराया जाए और उनके वेतन का भुगतान शीघ्र जारी किया जाए। अन्यथा इस हड़ताल को आगे भी जारी रखा जाएगा।

जोखम भरा एम्बुलेस 108 का सफरः

दुर्घटनाओं एवं आपात स्थिति में मरीज की जान बचाने के लिए संचालित की जा रही एम्बुलेस 108 में सफर मरीजो के लिए जोखम भरा साबित हो सकता हैं। यह सब स्थिति गाडि़यों की बद से बदतर हालात के कारण पैदा हुई हैं। जानकारी के मुताबिक जिले में संचालित 14 एम्बुलेस 108 में से 9 गाडि़या खराब हालत हैं जिसमें से कईयों के टायर खराब हो चुके हैं तो कईयों में आॅक्सीजन ही नहीं हैं। कईयों की स्थिति धक्का गाड़ी की तरह हो गई हैं जो बिना धक्के शुरू नहीं हो सकती। ऐसे मंे इन गाडि़यो मंे सफर से मरीजों के साथ साथ एम्बुलेस 108 के कार्मिको को राहत तो मिले या ना मिले मगर जान जोखिम में जरूर रहती हैं।

12 लाख का भुगतान अटका

इस संबंध में एम्बुलेस 108 के प्रभारी सी.पी.व्यास से बात करने पर उन्होंने कहा कि सांझा रूप से चल रही इस एम्बुलेस 108 योजना में 80 फीसदी भुगतान कंपनी की ओर से किया जाता हैं जबकि शेष 20 प्रतिशत राशि जिला स्वास्थ्य कमेटी की ओर से दी जाती हैं। यह राशि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा जारी की जानी होती हैं लेकिन गत चार माह से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बिना वजह भुगतान रोककर कर बैठे हैें। व्यास के मुताबिक कंपनी की ओर से दी जाने वाली राशि अधिकांश तेल पर खर्च हो जाती हैं जबकि जो 20 प्रतिशत राशि होती हैं उससे कार्मिको के वेतन का भुगतान एवं गाडि़यों का मेनटेंस किया जाता है। लेकिन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा पिछले 4 माह से भुगतान नहीं करने के कारण यह स्थिति पैदा हो रही हैं।

हमारा कोई लेना-देना नहींःहुसैन

इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. अजमल हुसैन से पूरे मामले में बात करने पर उन्होंने बताया कि यह मामला कंपनी एवं उनके कार्मिको के बीच का हैं इसमें सीएमएचओ का कोई लेना देना नहीं हैं। वह अभी जयपुर में हैं और इस बारे मंे कुछ नहीं कह सकते हैं। जहां तक भुगतान की बात हैं वह सिर्फ कंपनी करती हैं।

व्यवस्था कर रहे हैंः चैहान

इस संबंध में एम्बुलेस 108 के संभाग प्रभारी रमेशसिंह चैहान से बात करने पर उन्होंने कहा कि कार्मिको का मुख्य मुद्दा उनके वेतन का भुगतान नहीं होना हैं। यह समस्या पूरे संभाग में आ रही हैं और इस राशि का भुगतान पिछले 4 माह से जिला स्वास्थ्य कमेटी द्वारा रोक रखा हैं। इसी के कारण यह समस्या पैदा हो रही हैं। हम कार्मिको से समझाईश कर रहे हैं कि वह काम पर लौट आए और कुछ राशि भी कार्मिको के लिए जारी कर दी गई हैं।