बुधवार, 14 मार्च 2012

घड़े भर पानी के लिए मीलों सफर

घड़े भर पानी के लिए मीलों सफर

बालोतरा। दुरूह रेतीले मार्ग और घड़ा भर पानी के लिए मीलों सफर की पीड़ा आज भी पचपदरा साल्ट के लवणीय क्षेत्र में श्रमिकों व नमक उत्पादकों के लिए नियति बनी हुई हैं। कहने को तो यहां सदियों से चलने वाला लवण उत्पादन का कार्य उद्योग की श्रेणी में शुमार है, लेकिन इसे विडंबना से कम नहीं कहा जाएगा कि दशकों बाद भी औद्योगिक विकास तो दूर की बात बुनियादी सुविधाएं भी जुट नहीं पाई है। न बिजली है, न पानी। सड़क का नामोनिशान नहीं है।

करीबन 32.34 वर्ग मील के रेतीले व दुरूह इलाके में जहां तक निगाह दौड़ाई जाए वहां बबूल की कंटीली झाडियां, रेतीली पगडंडिया और वीरानापन ही नजर आता है। मारवाड़ के सबसे पुराने उद्योगों में शुमार पचपदरा साल्ट के परंपरागत लवण उद्योग में दुश्वारियों की भरमार है।

मलाल इस बात का है कि विकास के नाम पर यहां आज तक सरकार ने नया धेला तक खर्च नहीं किया है। नतीजा यह है कि लवण क्षेत्र में पहुंचने वाले हजारों श्रमिकों व नमक उत्पादकों को आज भी बुनियादी समस्याएं मुंह बाएं खड़ी मिलती है। सरकार की उपेक्षित नीति, बर्बादी के मुहाने पर पहुंचे उद्योग तथा अनगिनत समस्याओं के बाद भी लवण उत्पादक अपने हौंसले के बूते पर इस उद्योग को जीवित बनाए हुए हैं।

पेयजल के लिए नहीं है पुख्ता बंदोबस्त
लवणीय क्षेत्र के चारों सेक्टर में कहीं भी पेयजल का पुख्ता बंदोबस्त नहीं है। आज तक यह इलाका जलप्रदाय योजना से नहीं जुड़ पाया है। लवण उत्पादन की सीजन के दौरान श्रमिकों व नमक उत्पादकों को इस रेतीले व दुर्गम इलाके में घड़े भर पानी के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ती है। हर खान पर एक श्रमिक सिर्फ पानी लाने के जुगाड़ में ही जुटा रहता है। दिन भर में कई बार उसे रेतीली पगडंडियों से चार से पांच किमी का पैदल फासला तय कर कंधों पर मटका ढोकर लाना पड़ता है।

गर्मी के दौरान पेयजल के इस बंदोबस्त में श्रमिकों व नमक उत्पादकों की हालत खस्ता हो जाती है। खासकर मई जून के दौरान पानी की यह पीड़ा आफत से कम साबित नहीं होती। गौरतलब रहे कि लवणीय क्षेत्र में गर्मी व लू का प्रकोप भी अत्यधिक रहता है। दोपहर में आग उगलते सूरज के प्रकोप से बचाव के लिए इस इलाके में छांव भरा दरख्त तक नसीब नहीं होता।

सड़कों का अभाव
तकरीबन 32.34 वर्ग मील के इलाके में पसरा लवण उद्योग आज तक सड़कों से अछूता है। रेतीले मार्गो से लवण का परिवहन मुश्किल मसौदा है। अव्वल तो ट्रक चालक लवण क्षेत्र में प्रवेश से ही कतराते हैं। उस पर अगर कोई तैयार भी हो गया तो नमक से लदे वाहन को सड़क तक पहुंचाना भारी पड़ जाता है। बरसात के दौरान नमक निकासी का कार्य पूरी तरह से ठप हो जाता है, क्योंकि क्षारीय इलाके में दलदल व धंसन के कारण भारी वाहन तो दूर राहगीरों का खान तक पहुंचना भी मुश्किल रहता है। इस स्थिति के कारण नमक परिवहन महंगा साबित हो रहा है।

बिजली का अभाव
किसी भी उद्योग के विकास के लिए बिजली प्राण वायु से कम नहीं है। अफसोस यह है कि इन बुनियादी अभावों के कारण पचपदरा का लवण उद्योग पिछड़ेपन से बाहर ही कदम नहीं रख पाया। बिजली से जुड़ाव दशकों बाद भी दूर की कौड़ी बना हुआ है। लवण उत्पादक उद्योग में नवीनतम तकनीक अपनाने के इच्छुक भी है। लेकिन बिजली सहित बुनियादी सुविधाओं का अभाव इसमें आडे आ रहा है।

मिला तो सिर्फ भरोसा
उद्योग के विकास तथा समस्याओं के निराकरण के लिए ऎसा भी नहीं है कि कोशिशें नहीं हुई। बीते दशकों में लवण उत्पादक समाज के लोगों द्वारा इस उद्योग के विकास के लिए हर स्तर पर पुरजोर मांग की गई। समस्याओं व पिछड़ेपन की पीड़ा का हवाला भी दिया गया। जन प्रतिनिधियों व अधिकारियों ने झांसे खूब दिए। लेकिन नतीजे के नाम पर हाथ कुछ भी नहीं लगा।

विकास की राह में रोड़ा
बुनियादी सुविधाओं का अभाव विकास की राह में रोड़ा बन गया है। बिजली, पानी व सड़क के लिए अनगिनत बार सरकार से मांग की गई है। लेकिन सुनवाई एक बार भी नहीं हुई।
गोविंदराम खारवाल पूर्व सरपंच

नहीं ली सुध
प्रतिकूल हालातों के बाद भी लवण उद्योग अगर चल रहा है तो वह सिर्फ नमक उत्पादकों के हौंसले के बूते। सरकार ने आज तक सुध लेने की जहमत नहीं उठाई है। लवण क्षेत्र में जो हालात है, वे लवण उत्पादकों व श्रमिको के लिए पीड़ा का सबब है।
सौरभसिंह चौहान नमक उत्पादक

मेंस पार्लर में चल रहा था जिस्म का धंधा, पहुंच गयी पुलिस



जमशेदपुर. जिला पुलिस की विशेष टीम ने मंगलवार को शहर के विभिन्न क्षेत्रों में चल रहे मेंस पार्लर में छापामारी की। पुलिस ने मेंस ब्यूटी पार्लरों से छह युवती और तीन युवकों को गिरफ्तार किया है।
 
अनेक पार्लरों से छापामारी के दौरान युवतियां फरार हो गईं। पार्लर से आपत्तिजनक सामान भी बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार युवक-युवतियों से पूछताछ की जा रही है।
कौन-कौन पकड़ाए
ऋषभ पाल (डिमना रोड), हिमांशु महतो (धालभूमगढ़), अली हुसैन अंसारी (मानगो गुरुद्वारा रोड)।
पूर्व में भी जेल जा चुकी है एक युवती
मानगो मेन रोड स्थित टच प्वाइंट से गिरफ्तार टिनप्लेट की युवती पूर्व में भी जेल जा चुकी है। पुलिस के अनुसार वह पूर्व में साकची संजय मार्केट में मेंस पार्लर में काम करते गिरफ्तार की गई थी। जेल से छूटने के बाद दो माह से वह टच प्वाइंट में काम कर रही थी।
पहले भी हुई है मेंस पार्लरों में छापामारी

जिला पुलिस बीच-बीच में अभियान चला कर मेंस पार्लरों में छापामारी करती है। वहां से गिरफ्तार युवक-युवतियों को जेल भेज देती है।

रेल बजट 2012: राजस्थान को मिली 20 नई ट्रेनें



दिल्ली-जोधपुर वाया जयपुरहाईस्पीड कॉरिडोर के सर्वे की घोषणा

जयपुर.राजस्थान के लिए इस बार रेल बजट खास रहा है। राज्य में 20 नई ट्रेनें चलाने की घोषणा की गई है। इसमें से 15 एक्सप्रेस और 5 पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं। इसके अलावा बुलेट ट्रेन चलाने के लिए दिल्ली जोधपुर वाया जयपुर हाई स्पीड कॉरिडोर के सर्वे की घोषणा की गई है। हालांकि विद्युतीकरण की आस लगाए बैठे लोगों को निराशा हाथ लगी है।
 


यह एक्सप्रेस ट्रेनें मिली राजस्थान को





कोयंबटूर-बीकानेर एसी एक्सप्रेस, अहमदाबाद-अजमेर इंटरसिटी, अजमेर-हरिद्वार एक्सप्रेस, बीकानेर-पुरी एक्सप्रेस वाया जयपुर, फिरोजपुर-श्री गंगानगर एक्सप्रेस, ओखा-जयपुर एक्सप्रेस, बलसाड़-जोधपुर एक्सप्रेस, बांद्रा-दिल्ली सराय रोहिल्ला वाया फुलेरा, जयपुर-सिकंदराबाद एक्सप्रेस, बीकानेर-बांद्रा एक्सप्रेस, कोटा-हनुमानगढ़ एक्सप्रेस वाया जयपुर, दरभंगा अजमेर एक्सप्रेस, हैदराबाद-अजमेर एक्सप्रेस, सतर गाछी-अजमेर एक्सप्रेस और अहमदाबाद-गोरखपुर वाया जयपुर एक्सप्रेस ट्रेने शामिल है।





यह मिली पैसेंजर ट्रेनें श्रीगंगानगर-सूरतगढ़ पैसेंजर, अजमेर-पुष्कर, कोटा-झालावाड़, जोधपुर-बिलाड़ा, फुलेरा-रेवाड़ी पैसेंजर ट्रेन







मीटर गेज से ब्रॉड गेज में परिवर्तन को पूरा करने का लक्ष्य नए रेल बजट में रतनगढ़-सरदारशहर, हनुमानगढ़-श्रीगंगानगर, सीकर-लोहारू लाइनों को मीटर गेज से ब्रॉड गेज में परिवर्तित करने का लक्ष्य रखा गया है।


बेटी ने भेजी फ्रेंड रिक्वेस्ट तो पापा ने भेज दीं अश्लील तस्वीरें!

सूरत।दो बेटियों के साथ पति से अलग रह रही एक विवाहिता ने यहां अपने पति के खिलाफ बेटी को अश्लील फोटो भेजने का आरोप लगाया है। यह मामला अब अदालत तक पहुंच चुका है। विवाहिता के अनुसार पति ने अपनी ही सगी बेटी को फेसबुक पर अश्लील तस्वीरें भेजीं। अदालत ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।

 

पत्नी नीलाबेन द्वारा दर्ज शिकायत के अनुसार, राजकोट में वाणिज्यिक विभाग में कार्यरत अपने पति संजय गांधी से विवाद के चलते वह अपनी दो बेटियों के साथ अलग रहती है। हालांकि इनके तलाक का मामला भी अदालत में विचाराधीन है। नीलाबेन बेटियों के साथ अडाजण इलाके में रहती हैं।



नीलाबेन की नाबालिग बेटी ने गत 12 नवंबर को अपने कंप्यूटर से पापा को फ्रैंड रिक्वेस्ट भेजी थी। इस रिक्वेस्ट के जवाब में पिता ने उसे लगभग 14 अश्लील फोटो भेज दिए। बेटी ने इसकी जानकारी नीलाबेन को दी। नीलाबेन ने पति की इस घिनौनी हरकत के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवा दी और अब यह मामला अदालत तक पहुंच चुका है। अदालत ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।

दोनों तरफ से ज़बरदस्त फायरिंग और 45 मिनट में ही घुसपैठिए ढेर!

महाजन फील्ड फायरिंग रेंज से.सिद्धासर गांव में मुनादी हुई। ‘सेना आई है, मदद करो। यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति गांव में है तो उसकी सूचना दो।’ कुछ ही देर में वायरलैस पर मैसेज आया। सुल्तान के घर को घेरो। भारत और अमेरिकी सैनिकों की टुकड़ियां पूरे गांव को घेर कर आगे बढ़ती हैं। कुछ सैनिक सुल्तान के घर की घेराबंदी करते हैं। इसी दौरान बम का धमाका हुआ।
 
एक अमेरिकी सैनिक जख्मी हो गया। डॉग स्क्वायड और रिमोट चलित वाहन से बमों का पता लगाते हुए सैनिक आगे बढ़ते हैं। घर में छिपे एक घुसपैठिए को ढेर करते हैं। इसी तरह किशोरी देवी के दो मंजिला मकान को घुसपैठियों से मुक्त करवाया जाता है। स्पेशल फोर्स के कमांडो हैलीकॉप्टर से उतरते हैं। दोनों तरफ से घमासान फायरिंग।

मात्र 45 मिनट में बिना किसी ग्रामीण को नुकसान पहुंचाए 60-70 घरों की आबादी वाले सिद्धासर गांव को घुसपैठियों से मुक्त करा लिया। भारत-अमेरिकी संयुक्त युद्धाभ्यास के दौरान मंगलवार को संदिग्ध घुसपैठियों को निष्प्रभावी करने, संयुक्त घेराबंदी और खोजक अभ्यास किया। इसे ‘डेजर्ट लार्क कोड’ नाम दिया। युद्धाभ्यास पांच मार्च से महाजन फील्ड फायरिंग रेंज और भटिंडा में शुरू हुआ था।

इसमें थ्री डायमेंशन का उपयोग भी किया गया। इस युद्धाभ्यास का सातवां संस्करण दक्षिण-पश्चिम कमान के तत्वावधान में पांच मार्च से पाक सीमा से करीब 50 किमी दूर महाजन फील्ड फायरिंग रेंज और भटिंडा में शुरू हुआ था।

युद्धाभ्यास के दौरान सेना की दक्षिण-पश्चिम कमान के लेफ्टिनेंट जनरल ज्ञान भूषण तथा यूएस आर्मी पेसिफिक के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल फ्रांसिस ‘फ्रैंक’ विरसिनिस्की और ईएसजी के सह अध्यक्ष सहित सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। इस अवसर उन्होंने महाजन और भटिंडा में युद्धाभ्यास पर सैनिकों से विचार विमर्श भी किया।

मंगलवार, 13 मार्च 2012

लावारिश लाश की शिनाख्त, व्यक्ति गॉव देवा पुलिस थाना मोहनग का निवासी

लावारिश लाश की शिनाख्त, व्यक्ति गॉव देवा पुलिस थाना मोहनग का निवासी 


पुलिस ने हत्यारे की तलाश हेतु टीमो का किया गठन 


पुलिस थाना सांगड के हल्खा क्षैत्र में कल दिनांक 12.03.2012 को अज्ञात मृतक व्यक्ति की लाश मिली जिसकी शिनाख्त हेतु जिले के सभी थाना/अन्य जिले एवं राज्यों में पुलिस द्वारा वितन्तु संदेश दिये गये तथा लाश की हालात को देखते हुऐ पुलिस थाना सांगड में हत्या का मामला दर्ज किया गया। मामले की तफतीश के बीच आज दिनांक 13.03.2012 को मृतक के भाई चंदनसिंह निवासी देवा द्वारा शिनाख्त कि तथा बताया कि उसको भाई दिनांक 11.03.2012 को घर से निकला था। उक्त मामले को पुलिस द्वारा गम्भीरता से लेते हुए, पुलिस अधीक्षक ममता बिश्नोई के निर्देशानुसार अलगअलग टीमो का गठन किया गया जिसमें गणपतलाल अति0 पुलिस अधीक्षक, सुनिल कुमार प्रोबे आपीएस, ओमप्रकाश गोदारा थानाधिकारी पुलिस थाना सांगड, चिमनाराम उनि, शोभसिंह सउनि मय पुलिस जाब्ता द्वारा पुलिस के पास उपलब्ध साधनो से एवं बहुत ही जोरशोर से मुलजिमो को गिरफतार करने के लिए हरसम्भव प्रयास कर रही। मन पुलिस अधीक्षक जिलेवासियों को विश्वास दिलाती है कि हत्यारो को जल्द से जल्द गिरफतार कर सलाखो के पिछे लाकर खडा करेगे तथा जनता से अपील है वह इस हत्या के मामले को सुलझाने में पुरा सहयोग करे तथा ऐसा कोई भी कार्य न करे जिससे हत्यारो को भागने का मौका मिले। पुलिस अपनी सारी ताकत इस मामले में लगा रही है तथा इस मामले के आरोपियो को गिरफतार करेगी। पुलिस की टीमे रात दिन हत्या करने वाले हल्यारो के पिछे लगी हुई है तथा उन्हे गिरफतार करके रहेगी। 

प्रेमी ने किया अनदेखा तो प्रेमिका ने दी दर्दनाक सजा!

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक अनोखे लेकिन दिल दहला देने वाली घटनाक्रम में एक युवती ने अपने पूर्व प्रेमी पर तेजाब फेंक दिया जिससे वह बुरी तरह झुलस गया।



स्थानीय अखबार 'डान' ने जख्मी युवक मोहसिन (21)के हवाले से बताया कि वह एक बस स्टाप के पास खड़ा था तभी नबीला (20) नामक युवती ने उस पर तेजाब फेंक दिया जिससे वह बुरी तरह झुलस गया। उसने बताया कि वह पहले युवती से प्रेम करता था लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह उसे अनदेखा कर रहा था।



पुलिस सूत्रों का अनुमान है कि युवती ने मोहसिन के रवैये से नाराज होकर यह कदम उठाया था। नबीला को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह घटना फैसलाबाद के नजदीक एक गांव की है।



पाकिस्तान में महिलाओं पर तेजाब फेंकने की घटनाएं आम हैं। यहां तक कि कई ऐसी महिलाएं भी हैं जिन पर उनके ही पति अथवा परिजनों ने तेजाब फेंक दिया। इससे न सिर्फ महिलाओं का चेहरा विकृत हो जाता है और वे जीवन भर के लिए अपना आत्मविश्वास खो देती हैं बल्कि कई बार उन्हें अपनी जान भी गंवानी पड़ती है।



गौरतलब है कि जिस देश की महिलाएं तेजाब फेंके जाने की घटनाओं से खौफजदा हों, वहां किसी युवती द्वारा अपनी नारजगी जाहिर करने के लिए एक युवक पर तेजाब फेंक देना एक हैरतअंगेज घटना से कम नहीं।















बगावत के बीच बहुगुणा ने ली शपथ

बगावत के बीच बहुगुणा ने ली शपथ

नई दिल्ली/ देहरादून। विजय बहुगुणा ने आखिरकार मंगलवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली। देहरादून के परेड ग्राउंड मे हुए शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल मारग्रेट अल्वा ने उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। वहीं हरीश रावत के बागी तेवर अब भी बरकरार हैं। पहले खबर आई थी कि मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज रावत के तेवरों को देखते हुए शपथ ग्रहण टाल दिया गया है। हालांकि इस बगावत का असर शपथ ग्रहण समारोह पर दिखा और आधे से भी कम विधायक ही इसमें नजर आए।

करीब 16 विधायक व प्रदीप टमटा सहित कुछ सांसद रावत के देहरादून स्थित निवास पर रणनीति बनाने में जुटे। टमटा ने कहा, हम रावत के साथ हैं। वे हमारे नेता हैं। पार्टी ने उनके साथ घोर अन्याय किया है। विजय बहुगुणा हमें मुख्यमंत्री के तौर पर स्वीकार्य नहीं हैं।


मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज रावत ने कांग्रेस पर दबाव बनाने के लिए मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। रावत के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में हड़कंप मच गया। आनन फानन में कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक हुई। बैठक में फैसला हुआ कि रावत के आगे नहीं झुका जाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष ने जो फैसला लिया है वही अंतिम है। विजय बहुगुणा ही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। कांग्रेस प्रवक्ता जर्नादन द्विवेदी ने यह जानकारी दी।

2.80 लाख की कैंसर दवा 8,880 रू. में

2.80 लाख की कैंसर दवा 8,880 रू. में

नई दिल्ली। कैंसर से जूझ रहे मरीजों के लिए राहत भरी खबर आई है। हैदराबाद की दवा बनाने वाली कंपनी नेटको फार्मा को कैंसर दवा नेक्सावर बनाने व मौजूदा कीमत से 30 प्रतीशत कम में बेचने की इजाजत प्रदान की है। उल्लेखनीयह है कि इस दवा का पेटेंट बेअर कॉरपोरेशन के पास है। सरकार ने ऎसा कदम संभवतया पहली बार उठाया है।

इससे किडनी व लीवर कैंसर के मरीजों को काफी लाभ मिलेगा। यह आदेश विश्व व्यापार संगठन के टीआरआईपीएस समझौते की अनुपालना में इंडिया पेटेंट्स ऑफिस ने अनिवार्य लाइसेंस के तौर पर इंडिया पेटेंट्स एक्ट की धारा 84 के तहत जारी किया है।

कंट्रोलर ऑफ पेटेंट्स पीएच कुरियन ने अपने आदेश में कहा है कि भारत में 2008 में पेटेंट मिलने के बावजूद बेअर ने इस दवा की बिक्री को बढाने के लिए अधिक कुछ नहीं किया है। बेअर ने 2008 में यह दवा आयात नहीं की वहीं 2009 व 2010 में थोड़ी मात्रा में ही आयात की।

नेटको को यह दवा 120 टेबलेट्स के पत्ते को 8,880 रूपए में बेचने की इजाजत दी गई है। एक मरीज को अमूमन एक माह में 120 टेबलेट की जरूरत पड़ती है। वहीं बेअर अभी इतनी ही दवा करीब 2.80 लाख रूपए में बेच रहा है।

विश्व व्यापार संगठन के अनुसार अनिवार्य लाइसेंस किसी के द्वारा बनाई जा रही पेटेंट दवा को बिना उसकी इजाजत के दूसरी कंपनी को बनाने के लिए राष्ट्रीय सरकार द्वारा जारी किया जा सकता है।

सरकार के इस कदम से आम आदमी भी इस जीवन रक्षक दवा को खरीद सकेगा।

गेर में झलकी ग्रामीण संस्कृति



गेर महोत्सव के चौथे दिन कल्याणपुर गेर मंडल और गरासिया गेर मंडल के कलाकारों ने दी प्रस्तुति

 जालोर

हाथों में लाठी लिए, चंग की थाप पर वीर रस के फाल्गुनी गीतों पर झुमते गेरिए। नजारा था गेर महोत्सव के चौथे दिन सोमवार को कल्याणपुर गेर मंडल की धोका गेर का। कल्याणपुर के गेरियों ने चंग की थाप पर एक साथ जमीन पर बैठना और एक साथ उठकर लाठी को आसमान में घुमाने के बिरले अंदाज में नृत्य पेश कर अपनी कला को प्रदर्शित किया।

इस दौरान गेरियों ने नृत्य करते हुए 'जोधाणा रे किला माथे हलदी कांच फड़के रे...', 'नीला घोड़ा रा असवार बाबा रामसा पीर...' व 'तेल और 'सिंदूर चढ़े हनुमानजी रे आए मंगलवार...' वीर रस से ओतप्रोत फाल्गुनी गीत प्रस्तुत किया। इस गेर मंडल में कल्यापुर सरपंच दौलाराम कुंआ के नेतृत्व में रामाराम, छतराराम, सांवलाराम, रुपाराम, धन्नाराम, अचलाराम व मादाराम समेत २५ जनों ने नृत्य पेश कर सांस्कृतिक छटा बिखेरी। इससे पूर्व जालोर की पोलजी वरदाजी और विभिन्न समाजों के गेरियों ने धोती कुर्ता पहने सिर पर लाल पगड़ी और पैरों में घुंघरू बांधकर नृत्य पेश किया। गेर महोत्सव के चौथे दिन पूरा पांडाल पुरुषों व महिलाओं से भरा रहा। शेषत्नपेज १५

गेर महोत्सव में दूसरी गेर उपरलागढ़ (माउंट आबू) की गरासीया गेर मंडल ने अद्भुत कला पेश की। इस मौके भक्त प्रहलाद समिति के नैनाराम माली, मगसा मेवाड़ा, मिश्रीमल, सार्दुलाराम, लालराम घांची, तुलछाराम, सांवलाराम, खसाराम, मोहनलाल, छोगालाल व जयंतीलाल लुहार समेत कई जने मौजूद थे।

भाद्राजून. कस्बे समेत क्षेत्र के भोरडा, घाणा, बाला गांव में होली महोत्सव की धूम मची हुई है। चंग की थाप और ढोल-ढमाकों की धुन पर पैरों में घुंघरु बांधे गेरिए नृत्य करते हंै। इस दौरान कई स्थानों पर विभिन्न देवी-देवताओं के स्वांग रचकर गेरिए द्वारा रोचक प्रस्तुति दी जा रही है। गेर महोत्सव में क्षेत्र ग्रामीण आनंद ले रहे हंै।

खरल. ओटवाला गांव में ग्रामवासियों की ओर से शुरू किए सात दिवसीय गेर महोत्सव के चौथे दिन गेरियों ने शानदार नृत्य पेश किया। पारंपरिक वेश धारण किए गेरियों ने राजस्थानी संस्कृति की मिशाल पेश की। गेर महोत्सव में खरल, उम्मेदाबाद व सायला के गेरियों ने नृत्य प्रस्तुत किया। इसी प्रकार आलासन गांव के चामुंडा माता मंदिर में गेरियों ने प्रस्तुति दी। इस मौके कस्बे समेत आस पास गांवों के कई ग्रामीण मौजूद थे।

पारंपरिक वाद्ययंत्रों पर दी गेर की प्रस्तुति : गेर महोत्सव में दूसरी गेर उपरला गढ़ (माउंट आबू) की गरासिया गेर के कलाकारों ने पारंपरिक वाद्ययंत्र ढोलक, कुड़ी, झालर व बांसूरी की मधुर धुन के साथ नृत्य पेश किया। गरासिया गेर के कलाकारों ने 'लिला मोरिया...', आबू गढ़ में देवी मरको बाजे...' व 'भुलू घांबल लिलो वाली वल्ली...' गीत के साथ मुंह से निकलने वाले आवाज लोगों को अपनी ओर बरबस ही खींच रही थी। महोत्सव के दौरान यह कला काफी आकर्षण का केंद्र रही। नृत्य के अंत में पूरा पांडाल तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंजायमान रहा। इस गेर मंडल में दौलाराम, मावाराम, लाजाराम, धीराराम, रणछाराम, मंताकाई, ऐमीया, केली देवी, जोमी देवी, मनुरी देवी व काली देवी समेत २२ जनों ने नृत्य पेश किया।



रामीण मुंगड़ा के गेरिए आज देंगे प्रस्तुति

भक्त प्रहलाद समिति के अध्यक्ष बंशीलाल सोनी ने बताया कि गेर महोत्सव के पांचवें दिन रामीण मुंगड़ा के गेरियों द्वारा रोचक प्रस्तुति दी जाएगी। वाघा पहने और सिर पर पगड़ी बांधे गेरिए अपनी कला प्रस्तुत करेंगे। इसके साथ ही वरदाजी पोलजी गेर मंडल और भक्त प्रहलाद गेर मंडल द्वारा भी गेर की प्रस्तुति दी जाएगी।

देवी देवताओं को मनाने के लिए होती थी गरासिया गेर

उपरला गढ़ (माउंट आबू) की गरासिया गेर के मंशाराम ने बताया कि गरासिया गेर देवी देवताओं को मनाने के लिए खेली जाती थी। इस गेर में मुख्यत: गरासिया समुदाय के देव भाकर बाबा को समर्पित है। यह गेर होली के तीसरे दिन गांव के मुख्य चौराहे पर जोड़े के रूप खेली जाती है। गेर के बाद बाबा की पूजा अर्चना होती है। साथ ही समुदाय के लोगों द्वारा परिवार की खुशहाली की कामना की जाती है।

जालोर. गे महोत्सव के तहत पारंपरिक वेशभूषा में गेर खेलती महिलाएं।

जालोर. गेर महोत्सव के तहत पारंपरिक वेशभूषा में गेर खेलते कलाकार।

गेर में झलकी ग्रामीण संस्कृति







तस्वीरों में देखें, थार के रण में भारतीय और अमेरिकी सेना का सैन्य युद्धाभ्यास








तस्वीरों में देखें, थार के रण में भारतीय और अमेरिकी सेना का सैन्य युद्धाभ्यास

थार महोत्सव मेजबान उदासीन मेहमानों का टोटा

मेजबान उदासीन मेहमानों का टोटा

बाड़मेर। पिछले एक माह से थार महोत्सव का इंतजार कर रहे थारवासियों को इसके आगाज से ही निराशा हाथ लगी। प्रतियोगिताओं को लेकर आमजन की भागीदारी कम रही। स्थिति यह थी कि थार सुंदरी को लेकर तो लग रहा था मानो कोई प्रतिभागी आएगा ही नहीं। वहीं दम्पती दौड़, दादा-पोता दौड़ में भी कम लोगों की भागीदारी रही।

स्वतंत्रता दिवस व गणतंत्र दिवस पर जिस स्टेडियम में लोगों का हुजूम दिखता है, उस स्टेडियम की अधिकांश दर्शक दीर्घाएं खाली थी। कार्यक्रम मे प्रशासनिक कार्मिक व उनके परिजन भी कम ही शामिल हुए। थार सुंदरी प्रतियोगिता को इस महोत्सव की मुख्य प्रतियोगिता मानी जाती है जिसमें मात्र दो प्रतिभागी शामिल हुई। दादा-पोता और दम्पती दौड़ में गिनने लायक चार जोड़ों ने ही भागीदारी दिखाई। अन्य प्रतियोगिता में भी उम्मीद से कम प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।

घोड़ी नृत्य आकर्षण का केन्द्र
पूरी प्रतियोगिता में घोड़ी नृत्य आकर्षण का केन्द्र रहा। छह-सात घोडियों ने उनके मालिकों के साथ ढोल की थाप पर ठूमके लगाए तो दर्शकों ने ताली बजा कर अभिनंदन किया।

आकर्षक रही हस्तकला की स्टाल
आदर्श स्टेडियम में बाड़मेर हस्तकला को लेकर विभिन्न स्टाले लगाई गई थी। यहां पर बाड़मेर प्रिंट की चद्दरे, कपड़ों पर बनी कलाकृतियां और लकड़ी की नक्काशी की सामग्री रखी हुई थी। जिला कलक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने इसको लेकर विशेष रूचि दिखाई।

विदेशी मेहमान, मेजबान उदासीन
महोत्सव को लेकर मेजबान शहर के वाशिंदों ने भी उदासीनता दिखाई। बाड़मेर के आसपास थल सेना और वायु सेना के स्टेशन होने व वहां बड़ी तादाद अधिकारियों व सैनिकों के परिवार समेत रहने के बावजूद इनकी भागीदारी कम दिखाई दी। विदेशी मेहमानों के नाम पर दो पर्यटक ही दिखे। गैस,तेल, लिग्नाइट पॉवर प्रोजेक्ट में भी काफी तादाद में विदेशी लगे हुए है,लेकिन इनकी भागीदारी भी कम रही।

जैसलमेर के किले को भूकंप से खतरा!

जैसलमेर के किले को भूकंप से खतरा!

जयपुर। राजस्थान का थार क्षेत्र भूकंप की जद में है। विशेष्ाज्ञों की मानें तो भूकंप के कुछ झटके थार क्षेत्र को हिला सकते हैं, जिससे बड़े और पुराने भवनों को नुकसान संभव है। गौरतलब है कि ऎतिहासिक और विश्वविख्यात जैसलमेर का किला भी इसी इलाके में आता है। इसके अलावा सांभर लेक लाइन के नीचे की ओर वॉयब्रेशन होने के कारण भूकंप के मामूली झटके भी नुकसान कर सकते हैं।

थार के इलाके में बढ़ी सक्रियता

राजस्थान विश्वविद्यालय के जूलॉजी विभाग के प्रोफसर एमके पंडित की मानें, तो राजस्थान से होकर गुजरने वाली अरावली पर्वत श्रृंखला में लाखों साल पहले धरती से कुछ दूरी पर जमी प्लेट्सों में काफी हलचत हुआ करती थी। यही कारण था कि उन दिनों अरावली पर्वत के आसपास के इलाकों को इसका खामियाजा ठीक उसी तरह भुगतना होता था जिस तरह आज जापान के हालात हैं।

जापान की धरती के नीचे प्रशांत महासागर के अति सक्रिय होने के कारण वहां भूकंप की स्थिति बनी रहती है लेकिन अब अरावली पर्वत के नीचे मामूली सा वॉयबे्रशन ही है। लेकिन इसके कारण कई बार दिल्ली और गुजरात इलाकों की धरती डोल जाती है। राजस्थान की बात की जाए, तो राजस्थान के थार इलाके के जैसलमेर, सिरोही, पाली, जैसे कुछ जिलों और इनके आसपास के स्थानों से होकर गुजरने वाली अरावली पर्वत माला में हल्का वायब्रेशन होने के कारण धरती डोल सकती है और पुराने और बड़े भवनों को कुछ नुकसान संभव है।

अच्छे हैं छोटे भूकंप

प्रोफेसरों की मानें तो छोटे-छोटे भूकंप अच्छे ही हैं,क्योंकि पृथ्वी की सतह के नीचे मामूली सी उथल-पुथल होते ही ऊपर की धरती हिलने लगती है। अगर ये उथल-पुथल ऊपर तक नहीं आए और नीचे ही दबी रह जाए, तो ऎसा होते रहने से किसी न किसी दिन बड़े भूकंप के खतरे सामने आ सकते हैं, जिसकी विनाशक क्षमता रिक्टर पैमान पर पांच से आठ तक संभव हो सकती है।

जैसलमेर युवक की हत्या कर शव झाडिय़ों में फेंका


युवक की हत्या कर शव झाडिय़ों में फेंका
देवीकोट व छोड़ के बीच मिले शव के हाथ पांव बंधे हुए थे

जैसलमेर/फतेहगढ़ उपखंड की ग्राम पंचायत देवीकोट व छोड़ की सरहद के बीच रविवार रात पुलिस को एक युवक का अज्ञात शव मिला। मृतक के हाथ व पांव रस्सी से बंधे हुए थे और मुंह खून से सना था। आशंका जताई जा रही है कि यह हत्या का मामला भी हो सकता है। किसी ने इस युवक की हत्या कर लाश को सुनसान इलाके में फैंक दिया। मृतक की शिनाख्त अभी तक नहीं हो पाई है।

देवीकोट चौकी प्रभारी गिरधरसिंह ने बताया कि रविवार रात्रि में क्षेत्र की गश्त करते समय देवीकोट व छोड़ की सरहद के बीच झाडिय़ों के नजदीक एक युवक की लाश मिली। उन्होंने बताया कि संभवतया किसी गाड़ी का ड्राइवर या खलासी हो सकता है। उसे देखने पर ऐसा लग रहा था कि किसी ने युवक के हाथ पांव बांधकर उसकी हत्या कर शव को इस इलाके में फैंक दिया है। मृतक की उम्र 28 वर्ष है। तलाशी लेने पर उसके कपड़ों से कुछ नहीं मिला।

घटना की जानकारी मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गणपतलाल व सांगड़ थानाधिकारी ओमप्रकाश गोदारा मय जाब्ता मौके पर पहुंचे। गोदारा ने बताया कि शव को मुर्दाघर में पहचान के लिए रखवा दिया गया है। बुधवार को शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा। पुलिस ने धारा 302 व 201 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।



आपसी रंजिश के चलते दुकान में आग लगाई

जैसलमेरआपसी रंजिश के चलते बडोड़ा गांव के एक व्यापारी की दुकान में दो लोगों ने आग लगा दी। आगजनी में लाखों रुपए का सामान जल कर खाक हो गया। अनोपसिंह पुत्र तेजसिंह निवासी बडोड़ा गांव ने पुलिस थाना जैसलमेर में रिर्पोट पेश कर बताया कि 10 मार्च को दुकान व आटा चक्की बंद करने के बाद जब वह घर गया तो अचानक ही शोर शराबे की आवाजें आई। जिस पर वह बाहर आया तो देखा कि चतुरसिंह पुत्र आसूसिंह का मकान जल रहा था। तभी अचानक जालम सिंह व नेपालसिंह पुत्र पदमसिंह दौड़ते हुए आए तथा सरियों से चक्की का दरवाजा तोड़ कर अंदर घुस गए तथा उसमें आग लगाकर वहां से भाग गए। हमने आग पर काबू पाने का प्रयास किया तथा जिला मुख्यालय पर फायरब्रिगेड को भी सूचित किया । लेकिन जब तक आग पर काबू पाते उतनी देर में डीजल चक्की, बिजली से चलने वाली चक्की, डीजल से भरा टीन, लगभग पांच क्विंटल अनाज सहित अन्य सामान जल कर खाक हो गया। पुलिस ने धारा 436, 427 के तहत मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ की।

मारपीट कर बंधक बनाया

मोहनगढ़पुलिस थाना मोहनगढ़ में सोमवार को तुलसाराम ने रिर्पोट पेश कर बताया कि रविवार रात्रि ओमप्रकाश बिश्नोई के साथ तीन व्यक्तियों ने उससे मारपीट की तथा उसे सात घंटे तक बंधक बनाए रखा। रिर्पोट में बताया कि लाखा गांव के पास खेती करने वाला ओमप्रकाश बिश्नोई रविवार शाम करीब 4 बजे अपने चचेरे भाई के पुत्र की सगाई में जाने के लिए मंडाऊ जाने वाली बस में चढ़ रहा था। तभी किशन सिंह, उम्मेदसिंह व एक अन्य व्यक्ति ने उसके साथ मारपीट की तथा उसपर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की। मारपीट करने के बाद उसे ट्रैक्टर में डालकर अपने घर ले गए। जहां उसे बंधक बना कर रखा। रविवार रात्रि करीब 3 बजे ओमप्रकाश के रिश्तेदार जगमाल उसे छुड़ा कर लाए तथा सोमवार सुबह उसे मोहनगढ़ स्थित स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया। ओमप्रकाश के सिर में गंभीर चोटें आई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ की।

थार महोत्सव थाप से हुआ थार महोत्सव का आगाज










थार महोत्सव  


थाप से हुआ थार महोत्सव का आगाज


बाड़मेरविविध रंगों व कला को लेकर थार का कण-कण कुछ अलग ही बंया करता है। सोमवार को सुबह निकली शोभायात्रा में जहां कालबेलिया नृत्यांगनाएं अपनी कला से हर एक को नाचने पर मजबूर कर रही थी तो रणबांकुरों के वेष में सजे युवा मारवाड़ के गौरवशाली इतिहास की याद दिला रहे थे। ऊंट गाड़ी पर बैठे लोक कलाकारों की स्वर लहरियों फिजा में पधारो म्हारै देश की तान के साथ कानों में रस घोल रही थी।

चौहटन में डेजर्ट सिम्फनी

महोत्सव के दूसरे दिन चौहटन में वैर का माता मंदिर में आकर्षक कार्यक्रम होंगे जिसमें मालानी फूड फेस्टीवल एवं डेजर्ट सिम्फनी आकर्षण का केंद्र होगा।यहां पर शाम को आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। लोक कलाकार थार की कला एवं संस्कृति की छटा बिखेरेंगे। यहां हाल ही में पदम श्री से सम्मानित शाकर खां एवं बिस्मिल्ला खां पुरस्कार से सम्मानित फकीरा खां, लोक प्रिय अलगोजा वादक धोधे खां अपनी उत्कृष्ट प्रस्तुति देंगे। इस मौके एडीएम अरुण पुरोहित सहित विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।

फोटो व लेख प्रतियोगिता

इससे पूर्व थार महोत्सव के बारे में आमंत्रित आलेख एवं फोटो प्रतियोगिता के परिणाम भी इस मौके घोषित किए गए। आलेख प्रतियोगिता में कवर राव सिंह प्रथम, सोनम माहेश्वरी द्वितीय एवं दिनेश कड़वासरा तीसरे स्थान पर रहे। वहीं फोटो प्रतियोगिता में सुनिल राखेचा प्रथम, ठाकराराम मेघवाल द्वितीय एवं अमरलाल तीसरे स्थान पर रहे। आलेख एवं फोटो प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाने वाले को 2100 रुपए, द्वितीय स्थान पाने वालों को 1500 रुपए तथा तीसरे स्थान पाने वाले को 1100 रुपए का नकद पुरस्कार दिया गया।
थाने घणा उड़ीक्या, बताओ अबै थाणी काईं करा मनुआर

बाड़मेर रेत से उपजी और रजवाड़ों में पली मांड गायकी, जब अल्लाह जिलाई बाई के कंठ से निकली तो पद्मश्री से नवाजी गई। इस राग में मनुहार की मिठास इतनी कि पधारो म्हारै देस का आलाप कंठ से निकलते ही मेहमान बरबस सात समंदर पार से खींचा चला आता है। कुछ ऐसा ही हुआ थार महोत्सव के आगाज के वक्त। सोमवार से शुरू हुए उत्सव के पहले दिन थार के जर्रे जर्रे में यहां की कला, संस्कृति और मनुहार भरी अपणायत का रंग मेहमानों के सिर चढ़ कर बोला।

पग -पग पर बाजे घुंघरू

गांधी चौक से लेकर आदर्श स्टेडियम तक लोक कलाकारों के पैरों में बंधे घुंघरुओं की खनक कानों में तराने घोलते रहे। हर ताल के साथ थिरकते कदमों ने कलेक्टर से लेकर आमजन तक को नाचने पर आमादा कर दिया। मीडिया वालों के कैमरों से इतने पलकें पड़े कि मानो दिन में ही तारे टिमटिमा रहे हो। हर ताल, हर चाल को मानो कैमरे में कैद करने ही होड़ मची हो।

विनर ऑफ थार
बाड़मे थार महोत्सव में सोमवार को थार श्री एवं थार सुंदरी प्रतियोगिता के प्रति दर्शकों का काफी उत्साह रहा। इस वर्ष का थार सुंदरी का खिताब ललिता शर्मा के नाम रहा जबकि संतोष कुमार थार श्री चुने गए। थार श्री एवं थार सुंदरी को जिला प्रशासन की ओर से 5100-5100 रुपए की नकद राशि का पुरस्कार दिया गया।
दीवाने हो गए लोग तेरी दीवानी पर

तेरे नाम से जी लूं तेरे नाम से मर जाऊं...तेरी दीवानी गीत की पंक्तियां जब महाबार के टिब्बों पर कैलाश खेर ने गुनगुनाया तो पूरा थार मानो दीवाना हो गया। उसके बाद एक से बढ़कर एक सूफी संगीत ने लोगों को सुरों की दुनिया से सरोबार कर दिया। महाबार के टिब्बों पर दोपहर से ही लोगों का आना शुरू हो गया। शाम होते होते तो महाबार के रेतीलें धोरें लोगों की भीड़ में छुप गए। इस बार रेत के ऊंचे टिब्बों को आकर्षित करने के लिए विशेष रोशनी का इंतजाम किया गया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे जफर खान सिंधी ने सूफी शायरी व उर्दू के शेरों से खूब दाद लूटी।