बुधवार, 14 मार्च 2012

दोनों तरफ से ज़बरदस्त फायरिंग और 45 मिनट में ही घुसपैठिए ढेर!

महाजन फील्ड फायरिंग रेंज से.सिद्धासर गांव में मुनादी हुई। ‘सेना आई है, मदद करो। यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति गांव में है तो उसकी सूचना दो।’ कुछ ही देर में वायरलैस पर मैसेज आया। सुल्तान के घर को घेरो। भारत और अमेरिकी सैनिकों की टुकड़ियां पूरे गांव को घेर कर आगे बढ़ती हैं। कुछ सैनिक सुल्तान के घर की घेराबंदी करते हैं। इसी दौरान बम का धमाका हुआ।
 
एक अमेरिकी सैनिक जख्मी हो गया। डॉग स्क्वायड और रिमोट चलित वाहन से बमों का पता लगाते हुए सैनिक आगे बढ़ते हैं। घर में छिपे एक घुसपैठिए को ढेर करते हैं। इसी तरह किशोरी देवी के दो मंजिला मकान को घुसपैठियों से मुक्त करवाया जाता है। स्पेशल फोर्स के कमांडो हैलीकॉप्टर से उतरते हैं। दोनों तरफ से घमासान फायरिंग।

मात्र 45 मिनट में बिना किसी ग्रामीण को नुकसान पहुंचाए 60-70 घरों की आबादी वाले सिद्धासर गांव को घुसपैठियों से मुक्त करा लिया। भारत-अमेरिकी संयुक्त युद्धाभ्यास के दौरान मंगलवार को संदिग्ध घुसपैठियों को निष्प्रभावी करने, संयुक्त घेराबंदी और खोजक अभ्यास किया। इसे ‘डेजर्ट लार्क कोड’ नाम दिया। युद्धाभ्यास पांच मार्च से महाजन फील्ड फायरिंग रेंज और भटिंडा में शुरू हुआ था।

इसमें थ्री डायमेंशन का उपयोग भी किया गया। इस युद्धाभ्यास का सातवां संस्करण दक्षिण-पश्चिम कमान के तत्वावधान में पांच मार्च से पाक सीमा से करीब 50 किमी दूर महाजन फील्ड फायरिंग रेंज और भटिंडा में शुरू हुआ था।

युद्धाभ्यास के दौरान सेना की दक्षिण-पश्चिम कमान के लेफ्टिनेंट जनरल ज्ञान भूषण तथा यूएस आर्मी पेसिफिक के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल फ्रांसिस ‘फ्रैंक’ विरसिनिस्की और ईएसजी के सह अध्यक्ष सहित सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। इस अवसर उन्होंने महाजन और भटिंडा में युद्धाभ्यास पर सैनिकों से विचार विमर्श भी किया।

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