शनिवार, 3 मार्च 2012

गिरफ्तार कुशवाहा ने घोटाले में मायावती को घसीटा

 

नई दिल्ली.एनएचआरएम घोटाले उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक जांच अधिकारियों ने बाबू सिंह कुशवाहा को बता दिया है कि उन्हें कानूनी तौर पर हिरासत में ले लिया गया है। अब बाबू सिंह कुशवाहा को गाजियाबाद की सीबीआई अदालत में पेश किया गया। बसपा विधायक रामप्रसाद जायसवाल को भी सीबीआई ने कुशवाहा के साथ गिरफ्तार किया है।

अदालत में कुशवाहा ने कहा कि एनएचआरएम घोटाले से संबंधित फंड इस्तेमाल करने का फैसला स्वास्थ्य कमेटी ने लिया था। यूपी की मुख्यमंत्री मायावती उस कमेटी की अध्यक्ष थी जबकि मैं उपाध्यक्ष था। कुशवाहा ने अपनी सफाई में कहा कि मेरे कार्यकाल से पहले ही विभाग में घोटाले जारी थे लेकिन सारा दोष मेरे मत्थे मढ़ दिया गया है, मैं पूरी तरह निर्दोष हूं।
उत्तर प्रदेश में हुए एनएचआरएम घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने आज कुशवाहा पूछताछ के लिए बुलाया था। कुशवाहा सुबह से ही सीबीआई के दफ्तर में मौजूद हैं। सीबीआई एक निजी कंपनी को ठेका दिए जाने के मामले में पूछताछ कर रही है, सूत्रों के मुताबिक बाबू सिंह कुशवाहा सीबीआई के सवाबों का संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहे थे।
गौरतलब है कि कुशवाहा उत्तर प्रदेश की बसपा सरकार में परिवार कल्याण मंत्री थे। भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद मायावती ने उन्हें मंत्रीपद से हटाकर पार्टी से निकाल दिया था। इसके बाद कुशवाहा भाजपा में शामिल हो गए थे लेकिन राजनीतिक दवाब के चलते कुशवाहा की बीजेपी सदस्यता भी रद्द कर दी गई थी।
भाजपा नेता रवि शंकर प्रसाद ने कुशवाहा की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सवाल यह है कि कुशवाहा को इतनी देर से क्यों गिरफ्तार किया गया। कुशवाहा ने खुद कहा था कि बीजेपी को परेशानी न हो इसलिए मेरी सदस्यता रद्द कर दी जाए। वो सिर्फ पिछड़ों के हक के लिए हमारे साथ थे। हम स्वीकार करते हैं कि पिछड़े और अति पिछड़े वोट मुस्लिम आरक्षण के विरोध के मुद्दे पर हमारे साथ जुड़े। कुशवाहा के कारण निश्चित तौर पर बीजेपी को चुनावों में फायदा हुआ है।
ठीक चुनाव समाप्त होते ही कुशवाहा की गिरफ्तारी बताती है कि सीबीआई का किस तरह से दुरुपयोग किया जा रहा है। कुशवाहा अगर गुनाहगार हैं तो फिर उन्हें सजा दी जाए लेकिन सिर्फ उन्हें ही निशाना बनाया जाए यह गलत है।




एक प्रण परिवर्तन का', अभियान हुआ आगाज 
सेकड़ो बच्चों ऩे लिया परिवर्तन का प्रण 
होली तक विभिन्न आधारों से होगी समझाईस 
बाड़मेर 
होली बरसो से हर किसी के लिए जहा खास पर्व है । इस दिन जहा हर कोई सारे गिले शिकवे मिटा कर अपनाईयत के रंग में रंग जाता है लेकिन इस दिन रंगों के साथ होने वाले पानी के अपव्यय पर सोचना आज की सबसे बड़ी जरूरत है इस बात को आधार बना कर सीसीडीयू राजस्थान राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन की ओर से शनिवार से एक प्रण परिवर्तन का अभियान शुरु किया । आगामी होली तक कई आधारों को लेकर जारी रहने वाले इस अभियान का आगाज स्थानीय सरस्वती विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक विधालय से हुआ । सीसीडीयू के आईईसी कंसलटेंट अशोक सिंह राजपुरोहित ने बताया कि एक प्रण परिवर्तन का से अभियान के तहत आज के दोर में बदलाव का सबसे बड़ा आधार बनने वाले स्कूली विद्यार्थियों को इस बार होली पर पानी बचाने के पर्व के रूप में मनाने का प्रण दिलाने के मानस को धरातल पर उतरा गया । शनिवार को स्थानीय सरस्वती विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक विधालय में सेकड़ो बच्चों को इस बात का प्रण दिलाया गया कि होली पर न तो केमिकल रंगो का उपयोग करेंगे और न ही पानी की फिजूलखर्ची करेगे । सीसीडीयू राजस्थान राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन दवारा तैयार किये गए प्रण पत्र का वाचन तथा उस पर हर बच्चे को प्रण दिलाया गया। इस मोके पर सरस्वती विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक विधालय की प्रधान पुष्प कंवर शेखावत ऩे बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि होली का यह सतरंगी त्योंहार रंगपंचमी तक हमें चाहेअनचाहे न सिर्फ रसायन व केमिकल मिश्रीत घातक रंगों के बल्कि उत्साह के चरमोत्कर्ष के समय धूल, मिट्टी व कीचड का भी रंगों की जगह प्रयोग करने वाले उत्पातियों के सम्पर्क में रखेगा । एक ओर इन केमिकल मिश्रीत रंगों के सम्पर्क में आने से जहाँ त्वचा में जलन व खुजली जैसी समस्याओं के साथ ही स्कीन एलर्जी व मुंहासों की समस्या का जनसामान्य को बहुतायद से सामना करना पडता है वहीं इनके आंखों में चले जाने से नजरों से जुडी समस्याएँ अंधत्व की सीमा तक प्रभावित व्यक्ति को हानि पहुँचा सकती हैं । इनसे बचने के लिये प्राकृतिक रंगों के प्रयोग की यदि बात की जावे तो संभव है कि आप तो इन प्राकृतिक रंगों का प्रयोग कर रहे हों । इन स्थितियों में इसके घातक प्रभावों से स्वयं को यथासम्भव बचाते हुए ही इस त्यौंहार को मनाना सर्वश्रेष्ठ विकल्प हो सकता है । इस मोके पर विधालय के अर्जुनराम विश्नोई ऩे बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि होली बेशक रंगों का त्योहार है लेकिन इसमें रासायनिक रंगों के इस्तेमाल से न सिर्फ पानी का अपव्यय होता है बल्कि स्किन और आंखों के लिए भी नुकसानदायक है। इसलिए बेहतर है हम अबीरगुलाल के साथ सूखे रंगों से होली खेलें, ताकि त्योहार की उमंग भी बरकरार रहे और पानी बचाने में हम सहयोग भी दे सकें।गर्मी की शुरुआत हो चुकी है। आम दिनों में जहां एक व्यक्ति को प्रतिदिन 70 से 80 लीटर पानी बमुश्किल मिल पाता है वहीं गर्मी में डिमांड 90 से 100 लीटर तक पहुंच जाती है लेकिन मिलता उतना नहीं है। होली पर सबसे ज्यादा पानी बर्बादी की जाती है, खासकर रासायनिक रंगों के प्रयोग से अपव्यय और ब़ जाता है, क्योंकि ये रंग आसानी से छूटते नहीं हैं। इस होली पर यदि हम रासायनिक रंगों का इस्तेमाल न करें और पानी की बचत व त्वचा की रक्षा के लिए अबीरगुलाल के साथ सूखी होली खेलें तो 9 करोड़ 90 लाख लीटर पानी की बचत कर सकते हैं। इस मोके पर विधालय के अध्यापक जालम सिंह , जसवंत सिंह , मीना कोडेचा ऩे भी बच्चों को होली के पर्व को सादगी और अबीर गुलाल से मनाने की बात कही । आगामी दिनों में एक प्रण परिवर्तन का, अभियान के तहत विभिन्न मोहल्लों में जाकर परिवार के सभी सदस्यों के साथ साथ बच्चों को भी सीख दी जाएगी कि वे अपने आस पड़ौस के लोगों को भी होली के पर्व पर गुब्बारों, केमिकल रंगो और त्वचा पर हानिकारक प्रभाव डालने वाले रंगों का उपयोग करने से रोके। इस अभियान का मकसद ना केवल पानी का अपव्यय रोकना है बल्कि होली जैसे पावन पर्व का पारंपरिक स्वरूप लौटाना भी है साथ ही हर बाड़मेर वासी को इस बात को समझाना है कि होली पर रोज की खपत से तीन गुना ज्यादा पानी बर्बाद होता है। सूखी होली खेलें तो काफी पानी की बचत हो सकती है। हर्बल पावडर में नेचुरल डाई होती है। सिंथेटिक डाई के मॉलीक्यूल स्किन व कपड़े में अंदर की पोर के टैक्सचर में चले जाते हैं जो मुश्किल से निकलते हैं जबकि ऑर्गेनिक में ऐसा नहीं होता। पानी की बर्बादी रोकने के लिए गुलाल से होली खेलना ही समय की जरूरत है। । 

होली मनाने के लिए घर लौटने का सिलसिला शुरू


होली मनाने के लिए घर लौटने का सिलसिला शुरू



बाड़मेर होली को अब महज चार दिन बचे हैं। गांवों में फाल्गुन गीतों की गूंज देर रात तक सुनाई देने लगी है। परदेस गए कमाऊ पूत घर लौटने के साथ गांव-ढाणी में अपने दोस्तों से गले मिल पर्व को मनाने की तैयारी में जुटे है। पर्व को लेकर शुक्रवार को बाजारों में खरीदारी भी तेज होती दिखाई दी।

जिले में होली के पर्व को लेकर जबरदस्त उत्साह है। होली का पर्व नजदीक आने के साथ ही दूर -दूर तक छितराई ढाणियों में शाम ढलते ही फाल्गुनी गीत गूंजने शुरू हो गए हैं। मजदूरी के लिए परदेस गए कमाऊ सपूतों के घर लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है। पड़ोसी राज्यों से आने वाली बसों व ट्रेनों में सैकड़ों युवा घरों की ओर लौट रहे हैं। हालत यह है कि गुजरात से आने वाली बसों की छत पर भी कई युवा जैसे तैसे पर्व पर घर पहुंचने की जुगत में सफर करते नजर आए। गुजरात के कांडला से आए किशन सिंह सोढ़ा ने बताया कि चार माह तक मजदूरी करने के बाद होली के पर्व पर अपने भाइयों के साथ होली खेलूंगा। अहमदाबाद से आए हिम्मताराम ने बताया कि दो साल बाद वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ होली का पर्व मनाएगा।

गूंजने लगे फाल्गुनी गीत. चंग रौ धमिड़ो तो म्हैं मेहळा बैठी सुणियौ रे.., होली

आई रे बालमा.. सरीखे फाल्गुनी गीत, चंग की थाप पर ठुमके लगाते युवक ओर लूर पर नृत्य करती महिलाएं। यह नजारा हर गांव ढाणी में देखने को मिल रहा है।

ढूंढ की तैयारियां शुरू. होली के पर्व पर बच्चों को ढूंढने की परंपरा आज भी कायम है। महिलाओं ने बच्चों की ढूंढ के लिए सामग्री खरीदना शुरू कर दी है। ननिहाल पक्ष की ओर से बच्चों की ढूंढ़ लाने का रिवाज है। ऐसे में जिन बच्चों के जन्म के बाद पहली होली है, उन्हें ढूंढने की रस्म अदायगी की जाएगी।

कल्याणपुर मौज-मस्ती के त्यौहार होली में चार दिन बचे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के गली-मौहल्लों में फागण के गीत गूंज रहे हैं। वहीं परंपरागत होली के गीतों की कैसेट व सीडियों की भी बाजार में खूब बिक्री हो रही है। पिछले कुछ सालों से देसी गीतों पर डीजे हावी हो चुका है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी होली के गीतों का देशी पैटर्न ही पसंद किया जाता है। नाचण दे चंग पे उड़ती निंदड़ली, मामी गावे फाग न फागण आयो जी, मेहमान एडी रे ठुमके रसीलो फागण, रंग-रंगीली होली डीजे पर नाचू फागण व गाया चरावण कुण जासी सरीखे गीत लोगों की जुबान पर चढ़े हुए हैं।



कम सुनने को मिलती है चंग की आवाजें

होली के त्यौहार का मजा चंग की थाप के बिना अधूरा माना जाता है लेकिन वर्तमान में कैसेट व सीडी में बजने वाले होली गीतों की धुनों में चंग की थाप सुनाई नहीं दे रही है।

सुप्रीम कोर्ट में होगी सोनिया के विदेशी मूल पर सुनवाई


सुप्रीम कोर्ट में होगी सोनिया के विदेशी मूल पर सुनवाई 
उच्चतम न्यायालय ने एक याचिका को सुनवाई के लिए स्वीकार किया जिसमें सवाल किया गया है कि क्या विदेशी मूल का कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक पद पर आसीन हो सकता है। न्यायमूर्ति एच एल दत्तू और न्यायमूर्ति सी के प्रसाद ने इस मुद्दे की सुनवाई को तेजी से किये जाने का समर्थन किया जिसे एक सामाजिक राजनीतिक संगठन राष्ट्रीय मुक्ति मोर्चा ने उठाया है।

मोर्चा ने दिल्ली उच्च न्यायालय के एक फैसले के खिलाफ अपील दायर की थी जिसने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ दायर याचिका को खारिज कर दिया था। इसमें कहा गया था कि इटली मूल की होने के नाते वह किसी भी संवैधानिक पद को संभालने की हकदार नहीं हैं।

अपनी याचिका में आरएमएम ने इस बात पर आपत्ति जताई थी कि वर्ष 1999 में राजग सरकार द्वारा संसद में विश्वास मत खो देने के बाद तत्कालीन राष्ट्रपति ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को केंद्र में सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। शीर्ष न्यायालय ने इस मुद्दे पर अप्रैल 2007 में केंद्र और और चुनाव आयोग को नोटिस जारी किया था। इस बीच केंद्र ने अभी तक कोई शपथ पत्र दाखिल नहीं किया है और शीर्ष अदालत से इसको अंतिम सुनवाई के लिए रखने को कहा है। चुनाव आयोग ने कहा था कि जो केंद्र का दृष्टिकोण होगा वहीं उनका भी दृष्टिकोण होगा।

चार दिनों से बिना बिजली व पानी के रह रहे हैं बॉर्डर के डेढ़ दर्जन गांव

चार दिनों से बिना बिजली व पानी के रह रहे हैं बॉर्डर के डेढ़ दर्जन गांव

बाड़मेर
बॉर्डर के करीब अठारह गांव पिछले चार दिन से अंधेरे में डूबे हैं। गडरा स्थित 132 केवी जीएसएस से जुड़े करीब डेढ़ दर्जन गांवों में बिजली आपूर्ति ठप है। बिजली गुल रहने से रोजमर्रा के कामकाज बाधित रहने के साथ ही नियमित जलापूर्ति भी बाधित हो रही है। डिस्कॉम अधिकारियों ने गडरा स्थित जीएसएस में तकनीकी खराबी का हवाला देते हुए तुरंत ठीक करने का दावा किया है।

गडरा स्थित डिस्कॉम के 132 केवी जीएसएस से सुंदरा, पुंजराज का पार, बंधड़ा, बिकूसी, कुबडिय़ा, गिराब, चेतरोड़ी, खारची, गिराब, जुडिय़ा समेत डेढ़ दर्जन से अधिक गांव व ढ़ाणियां जुड़ी है। यहां पर पिछले चार दिन से बिजली आपूर्ति बंद पड़ी है। गडरा स्थित जीएसएस में तकनीकी खराबी आने के कारण यहां सप्लाई ठप है। सरहदी गांवों में शाम के समय अंधेरा पसर जाता है। साथ ही रोजमर्रा के कार्यों के साथ जरूरी कार्य भी बाधित है। इतना ही नहीं जलदाय विभाग की विभिन्न गांवों में नियमित जलापूर्ति भी लडखड़़ा चुकी है। ग्रामीणों ने बताया कि डिस्कॉम के गिराब स्थित कार्यालय के कार्मिकों से संपर्क करने पर वे गडरा स्थित फीडर में खराबी की बात कह रहे हैं। जबकि गडरा के कार्मिक गिराब फीडर में खराबी का हवाला दे रहे हैं।

॥सरहदी गांवों में पिछले चार दिन से बिजली आपूर्ति ठप है। इस संबंध में डिस्कॉम के स्थानीय अधिकारियों व कार्मिकों को अवगत करवाने के बावजूद बिजली सप्लाई शुरू नहीं की गई है। इसके चलते ग्रामीणों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।

गुलाबसिंह, अध्यक्ष ग्राम सेवा सहकारी समिति गिराब।

॥गडरा स्थित 132 केवी जीएसएस में खराबी आने से सरहदी गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई थी। शुक्रवार को तकनीकी खराबी दुरुस्त करने के बाद नियमित बिजली आपूर्ति शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

मांगीलाल जाट, अधिशाषी अभियंता डिस्कॉम बाड़मेर।

गडरारोड स्थित 132 केवी जीएसएस में तकनीकी खराबी से बिजली आपूर्ति ठप, बिजली आपूर्ति बंद होने से लडख़ड़़ाई जलापूर्ति

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सरहदो को जोड़ने के लिए सरकारी प्रयासो का इंतजार

पथरा गई आंखे
 
जैसलमेर। दो पड़ौसी मुल्को की सरहदो व दिलो के तारो को जोड़ने के लिए मुनाबाव-खोखरापार रेल सुविधा केंद्र सरकार ने भले ही शुरू कर दी हो, लेकिन सामरिक दृष्टि से देश के सीमान्त दो पड़ौसी जिलों जैसलमेर व बाड़मेर को रेल लाइन से जोड़ने के लिए सरकारी नजरें आज तक इनायत नहीं हो पाई हैं। आज भी दोनो जिलों के वाशिंदो की आंखे एक-दूसरे की सरहदो को जोड़ने के लिए सरकारी प्रयासो का इंतजार कर रही है।

आजादी के बाद 65 सालो मे जैसलमेर जिले के सौन्दर्यकरण के लिहाज से कई विकासात्मक परिवर्तन हुए, लेकिन यह दुर्भाग्य है कि जैसलमेर को उसके पड़ौसी जिले बाड़मेर से आपस मे रेल से जोड़ने के लिए आज तक कोई सरकारी कवायद नहीं हुई है। आवागमन के साधनो के विकास के साथ जैसलमेर में प्रदेश ही नहीं देश-विदेश से लोगो की आवक बढ़ी है, लेकिन बाड़मेर जिले के बाशिंदो को जैसलमेर आने व जैसलमेर से बाड़मेर जाने वाले लोगो को आज भी अपर्याप्त बसों व निजी वाहनो का सहारा लेना पड़ता है।

रिश्तो व व्यापार से जुड़े हैं तार
दोनो सरहदी जिलो जैसलमेर व बाड़मेर मे रहने वाले लोगो के बीच बेहद जुड़ाव है। दोनो जिलो मे रहने वाले बाशिंदे जहां रिश्तो की डोर से बंधे हैं, वहीं व्यापारिक लिहाज से भी दोनो जिलो के तार बंधे है। हर दिन सैकड़ो लोगो की आवाजाही एक-दूसरे जिलो मे होती रहती है। ऎसे मे रेल सेवा की सुविधा नहीं होना दोनो पड़ौसी जिलो के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। हालांकि दोनो जिलों से परस्पर रेल मार्ग से सरहदो को जोड़ने की मांगे पिछले कई सालों से उठ रही हैं, लेकिन न तो प्रशासनिक स्तर पर कोई सुनवाई हुई और न ही जनप्रतिनिधि आगे आए हैं। ऎसे मे वर्षो से दोनो जिलो की सरहदो के रेल मार्ग को आपस मे जुड़ने का इंतजार कर रहे लोगो की आंखे पथरा गई है।

यह है स्थिति
जैसलमेर रेलवे स्टेशन पर पांच जोड़े रेल गाडियो का संचालन हो रहा है। इनमे दो जोड़े जैसलमेर- बीकानेर मार्ग, दो जोड़े जैसलमेर-जोधपुर व एक जोड़ा जैसलमेर दिल्ली मार्ग पर संचालित हो रहे हैं। गौरतलब है कि जैसलमेर के एक और पड़ौसी जिले बीकानेर के बीच भी रेल सेवा करीब पांच साल पहले ही शुरू हुई है।

थार महोत्सव 2012


देश-दुनिया में गूजेंगे थार के तराने

थार महोत्सव 2012



बाड़मेर हर साल होने वाला थार महोत्सव इस बार कुछ खास होगा। थार में जो गीत गुनगुनाएं जाएंगे, उनकी आवाज देश के राष्ट्रीय चैनल दूरदर्शन के जरिये पूरे देश में सुने जाएंगे। पर्यटन विषय के जर्नलिस्ट व फोटोग्राफर थार उत्सव का कवरेज करेंगे। इतना ही नहीं आईटीडीसी की जनरल मैनेजर सुधा चंद्रा भी इसमें शिरकत करने बाड़मेर आएंगी। भारतीय पर्यटन विकास निगम नई दिल्ली के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ. ललित के पंवार नेखास बातचीत में बताया कि थार महोत्सव में पहली बार पर्यटन फोटोग्राफी के नामी फोटोग्राफर पॉल एफ गिलोटा थार उत्सव को कैमरे में कैद करने बाड़मेर आएंगे। इतना ही नहीं उनके साथ जाने माने पर्यटन लेखक भी आएंगे।

रण क्षेत्र को लेकर बनेगी योजना

थार से जुड़े रण कच्छ क्षेत्र में पर्यटन की संभावनाओं के मद्देनजर आईटीडीसी आगामी दिनों में नई योजना बनाने को लेकर काम करेगा। उम्मीद है कि रण में पर्यटन के लिहाज से पर्यटकों को आकर्षित करने को लेकर आईटीडीसी, आरटीडीसी और जिला प्रशासन के बीच वार्ता का दौर हो सकता है।

पाकिस्तान में ईसाई महिला का बाल मुंडवा कर सड़कों पर घुमाया

लाहौर.पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के एक गांव में एक ईसाई महिला को उसके कथित इस्लाम विरोधी विचारो के कारण एक भीड़ ने बेहरमी से यातनाएं दी और उसे गांव की सड़कों पर घुमाया।
 
स्थानीय निवासियों और पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को इस घटना की जानकारी दी।

लाहौर से 80 किलोमीटर दूर स्थित सियालकोट जिले के कोट मेरठ गांव के कोई 30 निवासियों ने सीमा बीबी नाम की इस महिला को 26 फरवरी को उसके घर से बाहर निकाल कर पहले उसके बाल मुंडवाए और फिर सड़कों पर उसकी परेड कराई। स्थानीय निवासियों के मुताबिक घटना के बाद अपनी जान बचाने के लिए सीमा बीबी और उसके परिवार ने गांव छोड़ दिया।

कोट मेरठ के एक निवासी असलम मसीह ने बताया "सीमा और उसका परिवार को उग्रवादी ग्रामीणों के एक समूह से धमकियां मिल रही थी। लिहाजा गांव छोड़ने के अलावा उनके पास कोई चारा नहीं बचा था।'


क्षेत्रीय पुलिस प्रमुख मोहम्मद अमीन ने बताया कि 26 लोगों को सीमा बीबी को यातनाएं देने के आरोप में गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। अमीन ने बताया कि पुलिस को सीमा और उसके परिवार वालो के बारे फिलाहाल कोई जानकारी नहीं है।


अमीन ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों ने सीमा बीबी के इस्लाम विरोधी विचारों के लिए उनपर हमला कर उन्हें यातनाएं दी। उन्होंने बताया कि गांव में मुसलमानों और ईसाइयों के बीच तनाव को देखते हुए पुलिस ने अपनी गश्त बढ़ा दी है।

रंजिश में ली तीन जनों की जान

रंजिश में ली तीन जनों की जान
बीकानेर। बज्जू क्षेत्र के देवड़ों की ढाणी में शुक्रवार शाम रंजिश के चलते जीवण सिंह राठौड़ (50) सांग सिंह (30) व करणी सिंह (30) की हत्या कर दी गई। इनमें से सांग सिंह को झोंपड़े में जिन्दा जला दिया गया। पुलिस महानिरीक्षक टी. गुईटे ने बताया कि बज्जू थाने से करीब 45 किलोमीटर दूर देवड़ों की ढाणी में लगभग ढाई साल पहले दो गुटों में झगड़ा हुआ था।


इस दौरान जीवण सिंह राठौड़ ने तेजमाल सिंह देवड़ा की हत्या कर दी थी। दो माह पहले जीवण सिंह जेल से बाहर आया था। शुक्रवार को गांव में दोनों पक्षों के बीच झगड़ा खत्म करने के लिए पंचायत बैठी थी। इस दौरान शाम साढ़े छह बजे दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए। एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया।

अज्ञात युवकों के नग्न अवस्था में शव मिले


अज्ञात युवकों के नग्न अवस्था में शव मिले 
़क्षैत्र में सनसनी फेैली 
बाडमेर बाडमेर जिले के बालोतरा कस्बें के नाहटा अस्पताल के बाहर दो युवकों के नग्न अवस्था मे शव मिलने से क्षैत्र में सनसनी फैल गइ।पुलिस सुत्रों के अनुसार बालोतरा थाना क्षैत्र के नाहटा चिकित्सालय के गेट नम्बर दो के बाहर शनिवार अलसुबह तीन बजे दो युवकों के नग्नावस्था में शव होने की सूचना मिलने पर पुलिस दल कोतवाल मनोज शर्मा के नेतृत्व में धटनास्थल पहुॅचा।ं धटनास्थल पर दो युवकों के नग्न अवस्था में शव पडे थे।प्रथम दृश्टया प्रेम प्रसंग में हत्या का मामला लग रहा हैं।दोनों युवकों के शरीर पर गम्भीर चोटों के निशान पाऐ गयें हैं।धटनास्थल पर पुलिस अधीक्षक संतोष चालके सहित पुलिस के आला अधिकारी मौके पर मामले की तफशीश में जुटे हैं।उन्होने दावा किया कि मामला शाम तक सुलझा दिया जाऐगा।धटनास्थल पर स्थानिय लोगों की भारी भीड ऐकत्रित हो गई।मृतकों की उम्र औसत बाइस साल हैं

शुक्रवार, 2 मार्च 2012

दिल्ली के गुरुद्वारे में भिड़े दो गुट, 8 लोग ज़ख़्मी।

नई दिल्ली. सराय काले खां इलाके में एक गुरुद्वारे से जुड़े अस्पताल की ज़मीन को 7 साल के लिए लीज पर देने की कोशिश से खड़े हुए विवाद ने हिंसा की शक्ल ले ली। सनलाइट कॉलोनी में गुरुद्वारा बालासाहिब से जुड़े गुरु हरिकिशन अस्पताल की जमीन बीएल कपूर को लीज पर देने की कोशिश लेकर शुक्रवार को दो गुट भिड़ गए। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर भीड़ को काबू में करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। मारपीट में दोनों पक्षों के 8 लोगों को गंभीर चोट लगी है। दिल्ली पुलिस के तीन जवानों को भी चोट लगी है। इन लोगों को अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
 
इस विवाद की जड़ में गुरुद्वारा बालासाहिब से जुड़ा गुरु हरिकिशन अस्पताल है। इस अस्पताल की जमीन दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने मणिपाल समूह को बेच दी। लेकिन शिरोमणि अकाली दल (बादल) के नेता कुलदीप सिंह ने इस सौदे का विरोध करते हुए अदालत में अपील कर दी। अदालत ने गुरु हरिकिशन अस्पताल को निजी समूह को बेचे जाने पर आपत्ति जाहिर करते हुए पुलिस को जांच करने का आदेश दिया।

सौदे के विवाद में आने के बाद मणिपाल समूह ने सरना से पैसे लौटाने और अस्पताल की जमीन का कब्जा वापस लेने की बात कही। सौदा रद्द होने के बाद कथित तौर पर सरना ने अस्पताल की ज़मीन को बीएल कपूर नाम के शख्स को लीज पर दे दी। शुक्रवार को बीएल कपूर गुरु हरिकिशन अस्पताल की जमीन पर भूमि पूजन कर रहे थे। परमजीत सिंह सरना के भाई हरविंदर सिंह सरना और रविंदर सिंह सरना कपूर को जमीन का कब्जा दिलाने के लिए मौके पर मौजूद थे। लेकिन सनलाइट कॉलोनी के लोगों ने हरिमोहन सिंह मारवाह के नेतृत्व में इसका विरोध किया। भीड़ ने कथित तौर पर हरविंदर और रविंदर की पिटाई कर दी। इसके बाद दोनों पक्ष भिड़ गए। इस दौरान धीर सिंह नाम के व्यक्ति की नाक में गंभीर चोट लगी है।

पापी प्यार की आंच पर सजा दी भाई की अर्थी!



सीकर.पाटन के हसामपुर में एक युवक रतिराम ने चार दिन पहले अपने चचेरे भाई की गला रेतकर हत्या कर दी। उसने यह सबकुछ खुद को मरा हुआ साबित करने के लिए किया। रतिराम के एक महिला से संबंध थे।
 


ऐसे में पत्नी व बच्चों से छुटकारा पाने के लिए उसने खुद को मरा हुआ बताने की योजना बनाई। योजना के मुताबिक वह किसी की हत्या करने व लाश को खुद के कपड़े पहनाने के बाद खोपड़ी काट कर ले जाना चाहता था। इसके लिए अपने भोलेभाले चचेरे भाई बजरंग को चुना और उसे मारकर फरार हो गया। पुलिस ने आरोपी को जयपुर से गिरफ्तार किया।



उल्लेखनीय है कि रविवार सुबह हसामपुर के पास बजरंग गुर्जर की लाश मिली थी। उसके साथ घर से निकला हुआ चचेरा भाई लापता था। घटना से आक्रोशित लोगों ने पांच घंटे तक इलाके में बवाल और पुलिस पर पथराव किया।



डीएसपी दिनेश अग्रवाल ने बताया कि बजरंग गुर्जर की हत्या के मामले में उसके लापता चचेरे भाई रतिराम पुत्र ख्यालीराम को गिरफ्तार कर लिया गया है। उससे पूछताछ में सामने आया कि उसके पाटन इलाके की ही किसी युवती के साथ अवैध संबंध थे। उसकी शादी भी हरियाणा में हो गई थी। करीब पांच महीने पहले भी वह युवती को भगाकर ले गया था।



तब परिवार के लोग उसे जयपुर से पकड़ कर वापस ले आए थे। उसके बाद समाज की पंचायत हुई और युवती को ससुराल भेज दिया गया लेकिन रतिराम किसी भी तरह उसके साथ रहना चाहता था। उधर युवती भी ससुराल छोड़ने के लिए तैयार थी।



रतिराम को समाज के लोगों का वापस ढूंढ निकालने का भय था। इसलिए वह पहले खुद को मरा हुआ साबित कर युवती के पास जाना चाहता था। उसने किसी की हत्या करने व शव को खुद के कपड़े पहना देने के बाद मोबाइल व डायरी वहां छोड़ने की योजना बनाई। जिससे सबूतों के आधार पर लोग ये समझें की रतिराम मर गया है। बजरंग को इसलिए चुना क्यों की बजरंग भोला भाला था और आसानी से उसे उपलब्ध हो रहा था।



प्लान के मुताबिक घटना के दिन वे शाम तक हसामपुर में ही घूमते रहे। रात होने पर उसने बजरंग को कपड़े गंदे होने का बहाना कर खुद की ड्रेस पहना दी। उसकी ड्रेस पहले से एक दर्जी की दुकान पर रखी हुई थी। बाद में दोनों ने साथ बैठकर शराब पी और नशा चढ़ने लगा तो उसने बजरंग की गला रेतकर हत्या कर दी लेकिन घबरा जाने के कारण गर्दन काटकर नहीं ले जा पाया और वहां से भाग निकला। जाते समय दूसरे खेत में बजरंग का शर्ट पटक गया। वहां से किसी डंपर में बैठकर पाटन आया और नीमकाथाना होते हुए भाग निकला। पुलिस ने गुरुवार को उसे जयपुर से गिरफ्तार किया।



कोटा तक पहुंच गया था आरोपी



बजरंग की हत्या के बाद आरोपी हसामपुर से डंपर में बैठकर पाटन आया। पाटन से बस में बैठकर नीमकाथाना और यहां से ट्रेन में बैठकर फुलेरा होते हुए कोटा पहुंच गया। वहां उसने कपड़े भी धोए और कोई जानकार नहीं होने के कारण वापस जयपुर पहुंच गया। जयपुर में आरोपी पहले भी अपनी प्रेमिका के साथ किराये पर कमरा लेकर रहा था। पिछले दो दिनों से आरोपी जयपुर में स्कूल वैन चलाने का काम ढूंढ रहा था। महिला के साथ जयपुर रहने के दौरान भी वह स्कूल वैन चलाता था।



यूं आया पुलिस की पकड़ में



पुलिस पहले दिन से ही बजरंग की हत्या में रतिराम का हाथ मान रही थी। बीच बीच में उसके मारे जाने के कयास भी लगते रहे लेकिन मोबाइल कॉल डिटेल व युवती के ससुराल जाकर पता किया तो ये बात साफ हो गई कि वह जिंदा है। पुलिस ने जयपुर में उसके पुराने ठिकानों पर तलाश किया और स्कूल में टैक्सी चलाने वालों से पूछताछ की। वहीं से पुलिस को उसको पकड़ने का रास्ता मिल गया।



एक साथ सिलवाए थे दो जोड़ी कपड़े



अपने प्लान के मुताबिक रतिराम ने कुछ दिन पहले दर्जी से दो जोड़ी कपड़े सिलवाए थे। जिनमें से एक घर ले गया और एक वहीं रखे रहे। कुछ दिन पहले शादी में जाने का बहाना कर पुराने कपड़े दर्जी की दुकान में रख गया और नए पहन गया। वहां रखे पुराने कपड़े बजरंग को पहनाए थे। रतिराम शादीशुदा है और उसके दो बच्चे भी हैं।

पाकिस्‍तान में हिंदू लड़की को जबरन बनाया मुसलमान

कराची. पाकिस्‍तान में हिंदुओं के खिलाफ अत्‍याचार की एक और घटना सामने आई है। घटना सिंध प्रांत के ग्रामीण इलाके की है जहां हिंदू समुदाय की एक नाबालिग लड़की की शादी जबरन एक मुसलमान युवक के साथ करा दी गई।

पाकिस्‍तान हिंदू काउंसिल के सदस्‍यों ने स्‍थानीय सरकार से मांग की है कि जबरन धर्मपरिवर्तन की घटनाएं रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं। काउंसिल की महिला इकाई की अध्‍यक्ष मंगला शर्मा ने कहा कि मीरपुर मथेलो की निवासी रिंकल कुमारी (17) का पिछले दिनों अपहरण किया गया था। लड़की का धर्म परिवर्तन कराकर उसे मुसलमान बनाया गया फिर 24 फरवरी को नावीद शाह नाम के एक मुस्लिम युवक से उसकी शादी करा दी गई।

शर्मा ने दावा किया कि लड़की को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया गया। उन्‍होंने कहा, ‘हम सरकार से मांग करते हैं कि लड़की की इच्‍छा के मुताबिक उसके माता-पिता को सौंप दिया जाए।’

कराची प्रेस क्‍लब में गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में शर्मा ने कहा कि हिंदू समुदाय ने हिंदू लड़कियों और मुस्लिम लड़कों की शादी से जुड़े अन्‍य मसलों में दखल नहीं दिया है क्‍योंकि वो अपनी मर्जी से शादी कर रहे थे। लेकिन इस मामले में नाइंसाफी हुई है। उन्‍होंने आरोप लगाया कि अदालत में सुनवाई के दौरान लड़की को अपना बयान बदलने के लिए दबाव डाला गया।

हर महीने 20 के साथ जुल्‍म

यह घटना पाकिस्‍तान खासकर सिंध प्रांत के लिए नई नहीं है। हालांकि स्‍थानीय प्रशासन की ढिलाई के चलते अधिकतर मामले सामने ही नहीं आ पाते। यहां 13 महीने पहले राधा नाम की एक लड़की को बहला फुसला कर अगवा कर लिया गया था। फिर उसका जबरन धर्म बदलकर 25 साल के अहमद सलीम नाम के शख्‍स से शादी कर दी गई। सात महीने पहले अमीना नाम की एक लड़की के साथ भी ऐसा हुआ। उसकी शादी दक्षिणी पंजाब के एक मुस्लिम परिवार में कर दी गई है।

स्‍थानीय वकील और कराची में हिंदू समुदाय के नेता अमरनाथ मोतुमल ने बताया कि अपहरण और जबरन धर्मपरिवर्तन की घटनाएं आम हैं। ऐसी घटनाओं में बीते चार-पांच सालों में बढ़ोतरी हुई है और हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। उन्‍होंने कहा कि कराची में ही हर महीने कम से कम 15 से 20 लड़कियों के साथ ऐसीघटनाएंहोती हैं।

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होली पर कानून व्यवस्था 
के लिए निशोधाज्ञा 
बाडमेर, 2 मार्च। जिला मजिस्ट्रेट डॉ. वीणा प्रधान ने होली व धुलण्डी के त्यौहार एवं जिले में महाविद्यालयों एवं विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रछात्राओं की परीक्षाओं के मद्दे नजर साम्प्रदायिक सद्भावना तथा कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए दण्ड प्रकि्रया संहिता की धारा 144 के अन्तर्गत प्रावधानों एवं प्रतिबन्धों को लागू किया है। 
आदोानुसार किसी भी सम्प्रदाय का कोई भी व्यक्ति ऐसे ऑडियो कैसेट्स आदि नहीं चलायेगा और न ही ऐसे नारे लगायेगा जिससे अन्य सम्प्रदाय या व्यक्ति की भावनाओं को ठेस पहुचती हो। कोई भी व्यक्ति रंग इस तरह से नहीं खलेंगे जिससे किसी दूसरे सम्प्रदाय की धार्मिक भावना को ठेस पहुचती हो एवं किसी धार्मिक स्थान, दुकान पर रंग, गुलाल, गुब्बारे आदि नहीं फेकेंगे और न ही किसी अन्य को ऐसा करने के लिए प्रेरित करेंगे। रंग भरे गुब्बारे, घातक रसायन, धूल, कीचड, ऑयल पेन्ट आदि का उपयोग नहीं करेंगे एवं रंग खेलने के लिए अनिच्छुक व्यक्ति को न तो रंग लगायेंगे एवं न ही उन पर रंग फेंकेगे। 
कोई भी व्यक्ति किसी प्रकार के आग्नेय भास्त्र जैसे रिवाल्वर, पिस्टल, राइफल, बन्दूक एवं एम.एन. गन आदि तथा तेज धारदार हथियार, लाठी, स्टीक इत्यादि साथ लेकर सार्वजनिक स्थानों पर नहीं घूमेगा एवं न ही सार्वजनिक स्थानों पर प्रदार्न करेगा। इसी तरह कोई भी व्यक्ति किसी भी सार्वजनिक स्थान पर मदिरा का सेवन नहीं करेगा न ही किसी को सेवन करवायेगा तथा अधिकृत विक्रेताओं को छोडकर कोई भी व्यक्ति निजी उपयोग के कारण छोडकर किसी अन्य उपयोग हेतु सार्वजनिक स्थलों मे से मदिरा आवागमन नहीं करेगा। 
उक्त आदो 10 मार्च को रात्रि 12 बजे तक प्रभारी रहेगा। यह आदो समस्त कार्यपालक मजिस्ट्रेट, पुलिस, सीमा सुरक्षा बल एवं अन्य एजेन्सियों के अधिकारियों/ कर्मचारियों पर जो कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने तथा अवांछनीय गतिविधियों की रोकथाम एवं व्यवस्था की डयूटी के लिए उक्त क्षेत्र में उक्त समय के लिये तैनाती पर नियुक्त किये गए है, पर प्रभावी नहीं होगा। 
क्षेत्रवार मजिस्ट्रेट नियुक्त 
जिला मजिस्ट्रेट डॉ. वीणा प्रधान ने एक आदेश जारी कर 7 मार्च को होलिका दहन, 8 को धुलण्डी, 14 को भाीतला सप्तमी तथा 24 मार्च को चेटीचण्ड के पर्वो के आयोजन के मध्यनजर कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए दण्ड प्रकि्रया संहिता की धारा 22 के तहत क्षेत्रवार मजिस्ट्रेट नियुक्त किये है। 
जिला मजिस्ट्रेट डॉ. प्रधान द्वारा जारी आदेशानुसार उपखण्ड मजिस्ट्रेट बाडमेर को पुलिस थाना कोतवाली क्षेत्र बाडमेर, उपखण्ड मजिस्ट्रेट बालोतरा को कस्बा बालोतरा, उपखण्ड मजिस्ट्रेट शिव को तहसील क्षेत्र शिव, उपखण्ड मजिस्ट्रेट सिवाना को तहसील क्षेत्र सिवाना, उपखण्ड मजिस्ट्रेट रामसर को तहसील क्षेत्र रामसर , उपखण्ड मजिस्ट्रेट चौहटन को तहसील चौहटन क्षेत्र तथा उपखण्ड मजिस्ट्रेट बायतु को तहसील क्षेत्र बायतु के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार तहसील क्षेत्र बाडमेर, पचपदरा, एवं गुडामालानी के लिए संबंधित तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेटों को मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। उक्त मजिस्ट्रेट्््स को निर्देश दिये गये है कि वे त्यौहारों के दौरान कानून व्यवस्था बनाये रखने की पालना सुनिश्चित करेंगे। संबंधित उपखण्ड मजिस्ट्रेट अपने उपखण्ड की शांति व्यवस्था एवं निगरानी की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। 
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अल्पसंख्यक मामलात मंत्री 
खान आज देताणी आएगें 
बाडमेर, 2 मार्च। अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ राज्यमंत्री अमीन खां भानिवार को देताणी आएगें। 
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अल्पसंख्यक मामलात राज्यमंत्री खान भानिवार को प्रातः 8.00 बजे जयपुर से प्रस्थान कर सायं 6.30 बजे देताणी पहुंचेगे तथा रात्रि विश्राम देताणी में करेंगे। वे रविवार को प्रातः 10.00 बजे देताणी से प्रस्थान कर प्रातः 11.00 बजे ताम्बलियार जाएगें। जहां वे ग्राम पंचायत मुख्यालय पर लोगों से जन सम्पर्क कर उनके अभाव अभियोग सुनेंगे। इसके पचात वे ताम्बलियार से दोपहर 12.30 बजे जयपुर के लिए प्रस्थान कर जाएगें। 
0- 
विला और कल्याणपुर में बनेगी नई बिल्डिंग 
दोनों सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए राज्य सरकार ने दी एक करोड़ की स्वीकृति 
बाडमेर। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजमल हुसैन के प्रयासों के चलते बाडमेर और बालोतरा खण्ड में जल्दी ही दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की नई बिल्डिंग बनेगी। राज्य सरकार ने इसके लिए प्रासनिक एवं वित्तिय स्वीकृति जारी कर दी है। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) के तहत बनने वाली इन बिल्डिंगों के लिए सरकार द्वारा एक करोड़ रूपए की स्वीकृति जारी की गई है। जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिश्नोई ने बताया कि उक्त राशि में से 40 लाख रूपए बालोतरा खण्ड की कल्याणपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और बाडमेर खण्ड की विशाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए 60 लाख रूपए स्वीकृत किए गए हैं। 
सीएमएचओ डॉ. हुसैन के मुताबिक विभाग द्वारा इन सीएचसी पर एक ओपीडी, एक ओटी, लेबर रूम, लैब, 30 बैड का वार्ड, टीकाकरण कक्ष, नर्सिंग स्टाफ रूम, स्टाफ रूम, कंप्यूटर रूम, टॉयलेट और एक्सरे रूम आदि बनाया जाना प्रस्तावित है। वहीं बिजली एवं पानी की भी सुचारू व्यवस्था की जाएगी। उल्लेखनीय है कि विशाला में फिलहाल पीएचसी की पुरानी बिल्डिंग में ही स्वास्थ्य गतिविधियां चलाई जा रही है, जिस कारण विभागीय कर्मियों सहित आमजन को परेशानी हो रही है। इन्हीं परेशानियों के मद्देजनर राज्य सरकार ने उक्त सीएचसी के लिए नई बिल्डिंग की स्वीकृति प्रदान की। वहीं कल्याणपुर में भी पुरानी बिल्डिंग के हालात सुधारे जाएंगे और नई बिल्डिंग भी तैयार की जाएगी। 




दूसरे दिन रही कार्रवाई जारी 
धोरीमन्ना में विभागीय कार्रवाई से मचा हड़कंप 
बाडमेर। होली के त्यौहार पर राज्य सरकार के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे अभियान की गतिविधियां दूसरे दिन भी जारी रही। विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों का अमला दूसरे दिन धोरीमन्ना पहुंचा और खाद्य सामग्री विक्रेता संस्थानों का निरीक्षण किया। इस दौरान आरसीएचओ डॉ. एमएल मौर्य, खाद्य सुरक्षा अधिकारी भूराराम गोदारा व स्वास्थ्य निरीक्षक देवीलाल और पुलिस अधिकारी मौजूद थे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजमल हुसैन ने बताया कि कार्रवाई की भनक लगते ही कई दुकाने बंद हो गई। हालांकि पुलिस के सहयोग से दो दुकानों से खाद्य सामग्री के नमूने लिए गए। उन्होंने बताया कि विभागीय टीम ने मै. विनायक किरायणा स्टोर और मै. रतन किरयाणा स्टोर से मिर्च एवं सोयाबीन तेल के नमूने लिए। नमूनों की जांच कर प्रयोगशाला में भिजवाया गया है तथा इनकी रिपोर्ट भी निदेशालय में भिजवा दी गई है। सीएमएचओ डॉ. हुसैन के मुताबिक एक दूध डेयरी पर भी विभागीय टीम पहुंची, लेकिन डेयरी संचालक डेयरी बंद कर भाग गया। टीम ने सनावड़ा एवं बाछड़ाउ गांव में भी दुकानों का निरीक्षण किया और दुकानदारों को लाइसेंस बनाने की नसीहत दी। सीएमएचओ डॉ. हुसैन ने व्यापारियों से अपील की है कि वे मिलावटी सामग्री का बेचान न करें और शीघ्रातिशीघ्र लाइसेंस बनवा लें ताकि अनावश्यक परेशानी का सामना न करना पड़े। इसी तरह उन्होंने आमजन से अपील की है कि यदि कहीं भी उन्हें मिलावटी या दूषित खाद्य सामग्री बिकती हुई मिलती है तो इसकी शिकायत विभाग को करें ताकि प्रभावी कार्रवाई की जा सके। 

गुरुवार, 1 मार्च 2012

दमकेंगे बाड़मेर-बालोतरा

दमकेंगे बाड़मेर-बालोतरा

बाड़मेर। बाड़मेर और बालोतरा नगरपालिका क्षेत्र के करीब पचास हजार बिजली उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी है। डेढ़ साल में उनकी बिजली की परेशानी आधी हो जाएगी। खंभों व तारों का जाल कई कॉलोनियों में नजर ही नहीं आएगा। लोड कम होने से बार बार कटौती का झंझट भी समाप्त होगा। ट्रांसफार्मर खराब होेने की समस्या से भी निजात मिलेगी और अधिक सहूलियत से बिजली मिलेगी। राज्य सरकार द्वारा बाड़मेर में चार और बालोतरा में दो नए " 33 केवीए" के स्टेशन स्वीकृत किए गए है। इस पर करीब तैंतीस करोड़ रूपए खर्च होंगे। तकनीकी एवं वित्तीय स्वीकृति हो चुकी है। नगरपालिकाओं द्वारा जमीन उपलब्ध करवाते ही इन पर कार्य प्रारंभ होगा और करीब डेढ़ साल में ये नए सब स्टेशन प्रारंभ हो जाएंगे।

बाड़मेर में पूर्व में चार सब विद्युत सब स्टेशन थे, इसकी जगह आठ हो जाएंगे। शहर में 33000 उपभोक्ता है जो अब आठ भागों में विभक्त होने से एक सब स्टेशन पर करीब चार हजार उपभोक्ता ही रहेंगे। तकरीबन यही स्थिति बालोतरा में भी रहेगी।

भूमिगत केबल बिछेगी
नए सब स्टेशन डिस्कॉम की रिस्ट्रक्चर्ड एक्सीलेटेड पॉवर डवलपमेण्ट रिफॉम्स प्रोग्राम के तहत बनेंगे। इसमें भूमिगत केबल बिछाई जाएगी। बाड़मेर में 49 किलोमीटर केबल बिछेगी। 250 केवीए के 6 नए ट्रांसफार्मर और 100 केवीए के 50 नए ट्रांसफार्मर लगेंगे।

जमीन की समस्या
बाड़मेर में गेहूं रोड़, महावीर नगर, अरिहंतनगर, ऊर्जानगर में कम से कम एक एक बीघा जमीन की दरकार है। डिस्कॉम ने इसके लिए दरख्वास्त कर दी है लेकिन जमीन को लेकर समस्या खड़ी हो सकती है। नगरपालिका अभी इसको बोर्ड की बैठक में लेगी इसके बाद ही जमीन को लेकर जवाब मिल पाएगा।

अच्छी योजना है
दोनों नगरपालिकाओं को इसकी जरूरत थी, यह अच्छी योजना है। डेढ़ साल में कार्य पूरा होने की संभावना है।
प्रेमजीत धोबी
अधीक्षण अभियंता

सुधर जाएंगे हाल
शहर में अभी लोड बढ़ने से कई परेशानियां आ रही है। चार नए सब स्टेशन स्वीकृत होने से काफी राहत मिलेगी।
अश्वनीकुमार
सहायक अभियंता बाड़मेर शहर