शुक्रवार, 2 मार्च 2012

पापी प्यार की आंच पर सजा दी भाई की अर्थी!



सीकर.पाटन के हसामपुर में एक युवक रतिराम ने चार दिन पहले अपने चचेरे भाई की गला रेतकर हत्या कर दी। उसने यह सबकुछ खुद को मरा हुआ साबित करने के लिए किया। रतिराम के एक महिला से संबंध थे।
 


ऐसे में पत्नी व बच्चों से छुटकारा पाने के लिए उसने खुद को मरा हुआ बताने की योजना बनाई। योजना के मुताबिक वह किसी की हत्या करने व लाश को खुद के कपड़े पहनाने के बाद खोपड़ी काट कर ले जाना चाहता था। इसके लिए अपने भोलेभाले चचेरे भाई बजरंग को चुना और उसे मारकर फरार हो गया। पुलिस ने आरोपी को जयपुर से गिरफ्तार किया।



उल्लेखनीय है कि रविवार सुबह हसामपुर के पास बजरंग गुर्जर की लाश मिली थी। उसके साथ घर से निकला हुआ चचेरा भाई लापता था। घटना से आक्रोशित लोगों ने पांच घंटे तक इलाके में बवाल और पुलिस पर पथराव किया।



डीएसपी दिनेश अग्रवाल ने बताया कि बजरंग गुर्जर की हत्या के मामले में उसके लापता चचेरे भाई रतिराम पुत्र ख्यालीराम को गिरफ्तार कर लिया गया है। उससे पूछताछ में सामने आया कि उसके पाटन इलाके की ही किसी युवती के साथ अवैध संबंध थे। उसकी शादी भी हरियाणा में हो गई थी। करीब पांच महीने पहले भी वह युवती को भगाकर ले गया था।



तब परिवार के लोग उसे जयपुर से पकड़ कर वापस ले आए थे। उसके बाद समाज की पंचायत हुई और युवती को ससुराल भेज दिया गया लेकिन रतिराम किसी भी तरह उसके साथ रहना चाहता था। उधर युवती भी ससुराल छोड़ने के लिए तैयार थी।



रतिराम को समाज के लोगों का वापस ढूंढ निकालने का भय था। इसलिए वह पहले खुद को मरा हुआ साबित कर युवती के पास जाना चाहता था। उसने किसी की हत्या करने व शव को खुद के कपड़े पहना देने के बाद मोबाइल व डायरी वहां छोड़ने की योजना बनाई। जिससे सबूतों के आधार पर लोग ये समझें की रतिराम मर गया है। बजरंग को इसलिए चुना क्यों की बजरंग भोला भाला था और आसानी से उसे उपलब्ध हो रहा था।



प्लान के मुताबिक घटना के दिन वे शाम तक हसामपुर में ही घूमते रहे। रात होने पर उसने बजरंग को कपड़े गंदे होने का बहाना कर खुद की ड्रेस पहना दी। उसकी ड्रेस पहले से एक दर्जी की दुकान पर रखी हुई थी। बाद में दोनों ने साथ बैठकर शराब पी और नशा चढ़ने लगा तो उसने बजरंग की गला रेतकर हत्या कर दी लेकिन घबरा जाने के कारण गर्दन काटकर नहीं ले जा पाया और वहां से भाग निकला। जाते समय दूसरे खेत में बजरंग का शर्ट पटक गया। वहां से किसी डंपर में बैठकर पाटन आया और नीमकाथाना होते हुए भाग निकला। पुलिस ने गुरुवार को उसे जयपुर से गिरफ्तार किया।



कोटा तक पहुंच गया था आरोपी



बजरंग की हत्या के बाद आरोपी हसामपुर से डंपर में बैठकर पाटन आया। पाटन से बस में बैठकर नीमकाथाना और यहां से ट्रेन में बैठकर फुलेरा होते हुए कोटा पहुंच गया। वहां उसने कपड़े भी धोए और कोई जानकार नहीं होने के कारण वापस जयपुर पहुंच गया। जयपुर में आरोपी पहले भी अपनी प्रेमिका के साथ किराये पर कमरा लेकर रहा था। पिछले दो दिनों से आरोपी जयपुर में स्कूल वैन चलाने का काम ढूंढ रहा था। महिला के साथ जयपुर रहने के दौरान भी वह स्कूल वैन चलाता था।



यूं आया पुलिस की पकड़ में



पुलिस पहले दिन से ही बजरंग की हत्या में रतिराम का हाथ मान रही थी। बीच बीच में उसके मारे जाने के कयास भी लगते रहे लेकिन मोबाइल कॉल डिटेल व युवती के ससुराल जाकर पता किया तो ये बात साफ हो गई कि वह जिंदा है। पुलिस ने जयपुर में उसके पुराने ठिकानों पर तलाश किया और स्कूल में टैक्सी चलाने वालों से पूछताछ की। वहीं से पुलिस को उसको पकड़ने का रास्ता मिल गया।



एक साथ सिलवाए थे दो जोड़ी कपड़े



अपने प्लान के मुताबिक रतिराम ने कुछ दिन पहले दर्जी से दो जोड़ी कपड़े सिलवाए थे। जिनमें से एक घर ले गया और एक वहीं रखे रहे। कुछ दिन पहले शादी में जाने का बहाना कर पुराने कपड़े दर्जी की दुकान में रख गया और नए पहन गया। वहां रखे पुराने कपड़े बजरंग को पहनाए थे। रतिराम शादीशुदा है और उसके दो बच्चे भी हैं।

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