मंगलवार, 7 फ़रवरी 2012
लीज़ा ने एक दिन में 919 पुरूषों के साथ किया था सेक्स
लीज़ा स्पार्क्स जानी-मानी अमेरिकन पोर्न अदाकारा हैं। 16 अक्टूबर 2004 को लीज़ा ने एक ही दिन में 919 पुरूषों के साथ सेक्स करके विश्व रिकॉर्ड बनाया था।
6 अक्टूबर 1977 को केंटुकी के बाउलिंग ग्रीन में पैदा हुई लीज़ा ने 'बिगेस्ट गैंगबैंग' का यह रिकॉर्ड वार्सा, पोलैंड में बनाया था। एडल्ट एंटरटेन्मेंट इंडस्ट्री में आने से पहले लीज़ा कॉलेज स्टूडेंट थी। बाद में लीज़ा ने यूनिवर्सिटी ऑफ केंटुकी से मल्टीमीडिया में मास्टर्स की डिग्री ली।
वर्ष 2010 में लीज़ा ने अपने नाम की स्पेलिंग बदलकर Lisa Sparxxx कर लिया।
वेलेंटाईन डे पर संक्रामक बिमारियां फैलने का खतरा
लॉयला यूनिवर्सिटी हेल्थ सिस्टम के मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर जोर्गे परादा के अनुसार फरवरी महीने में सर्दी, खांसी, फ्लू सहित अन्य कई संक्रामक बिमारियां ज्यादा फैलती हैं। ये बिमारियां एक आदमी से दूसरे आदमी तक फैलती हैं इसलिए वेलैंटाईन डे के अवसर पर किस करने से परहेज करना सही होगा।
उन्होंने कहा कि अक्सर मौसम परिवर्तन को इस तरह की बीमारी का कारण बताया जाता है। जबकि होता ये है कि मौसम परिवर्तन से शरीर में स्ट्रेस बढ़ता है जिसके कारण अंदरूनी सुरक्षा तंत्र कमजोर हो जाता है। जिसके चलते एक से दूसरे तक यह बिमारियां जल्दी फैलती हैं।
डॉक्टर जोर्गे का कहना है कि वेलैंटाईन डे पर लोग एक दूसरे को किस करते हैं और इस नजदीकी संपर्क से इन संक्रामक बिमारियों के फैलने का खतरा ज्यादा रहता है। इसलिए, बच के रहें।
उन्होंने कहा कि अक्सर मौसम परिवर्तन को इस तरह की बीमारी का कारण बताया जाता है। जबकि होता ये है कि मौसम परिवर्तन से शरीर में स्ट्रेस बढ़ता है जिसके कारण अंदरूनी सुरक्षा तंत्र कमजोर हो जाता है। जिसके चलते एक से दूसरे तक यह बिमारियां जल्दी फैलती हैं।
डॉक्टर जोर्गे का कहना है कि वेलैंटाईन डे पर लोग एक दूसरे को किस करते हैं और इस नजदीकी संपर्क से इन संक्रामक बिमारियों के फैलने का खतरा ज्यादा रहता है। इसलिए, बच के रहें।
बाड़मेर के हेड कॉन्स्टेबल पन्नराम को पदक, पदोन्नति
बाड़मेर पुलिस सुपरिंटेंडेंट संतोष चालके ने बहुचर्चित नर्स भंवरी देवी कांड के साथ कई अन्य मामलों में सूचना और प्रौद्योगिकी तकनीक का बेहतर इस्तेमाल करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले बाड़मेर पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल पन्नाराम को पदक प्रदान करने के साथ ही पदोन्नति की सिफारिश की है।
चालके ने बताया कि भंवरीदेवी अपहरण एवं हत्या मामले को सुलझाने के लिए बाड़मेर पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल पन्नाराम ने चार महीने तक जोधपुर मे रहकर इस मामले की जांच कर रही सीबीआई की मदद की।
उन्होंने कहा कि सूचना और प्रोद्योगिकी तकनीक का बेहतर इस्तेमाल करते हुए पन्नाराम की मदद से ही सीबीआई इस मामले के महत्वपूर्ण पहलुओं को सुलझा कर कई आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। उन्होंने बताया कि भंवरी कांड को सुलझाने में उल्लेखनीय सेवा देने के लिए सीबीआई निदेशक ने पन्नाराम की प्रशंसा करते हुए पच्चीस हजार रुपए नकद ओर मेडल देकर सम्मानित किया।
चालके ने बताया कि भंवरीदेवी कांड के साथ ही पन्नाराम ने राजस्थान के चर्चित वीरेन्द्र सिंह न्यांगली हत्याकांड की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिसके बाद पन्नाराम को पांच हजार रुपए और प्रशंसा पत्र से सम्मानित किया गया।
चालके ने बताया कि पन्ना लाल ने बाडमेर जिले के विस्फोटक पदार्थ मामले, बहुचर्चित दिनेश मांजू हत्याकांड, बालोतरा थाना क्षेत्र के पीरसिंह हत्याकांड कुछ बैकों से चोरी की वारदातों और वाहन चोरी के मामलों का पर्दाफाश किया। उन्होंने बताया कि पन्ना लाल ने मामलों को सुलझाने के अलावा खेलकूद क्षेत्र में भी बहेतरीन प्रदर्शन करते हुये वर्ष 2008 में केरल में आयोजित अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर राजस्थान पुलिस का नाम गौरवान्वित किया।
चालके ने बताया कि पन्नाराम की उल्लेखनीय सेवाओं को देखते हुए जोधपुर पुलिस के ग्रामीण एसपी नवज्योति गगोई ने भी उन्हें एएसआई पद पर पदोन्नत किये जाने की अनुशंसा की है। हेड कॉन्स्टेबल पन्नाराम ने बताया कि वह सदैव समर्पित भाव से अपने काम को पूरा करने की कोशिश करते हैं।
चालके ने बताया कि भंवरीदेवी अपहरण एवं हत्या मामले को सुलझाने के लिए बाड़मेर पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल पन्नाराम ने चार महीने तक जोधपुर मे रहकर इस मामले की जांच कर रही सीबीआई की मदद की।
उन्होंने कहा कि सूचना और प्रोद्योगिकी तकनीक का बेहतर इस्तेमाल करते हुए पन्नाराम की मदद से ही सीबीआई इस मामले के महत्वपूर्ण पहलुओं को सुलझा कर कई आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। उन्होंने बताया कि भंवरी कांड को सुलझाने में उल्लेखनीय सेवा देने के लिए सीबीआई निदेशक ने पन्नाराम की प्रशंसा करते हुए पच्चीस हजार रुपए नकद ओर मेडल देकर सम्मानित किया।
चालके ने बताया कि भंवरीदेवी कांड के साथ ही पन्नाराम ने राजस्थान के चर्चित वीरेन्द्र सिंह न्यांगली हत्याकांड की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिसके बाद पन्नाराम को पांच हजार रुपए और प्रशंसा पत्र से सम्मानित किया गया।
चालके ने बताया कि पन्ना लाल ने बाडमेर जिले के विस्फोटक पदार्थ मामले, बहुचर्चित दिनेश मांजू हत्याकांड, बालोतरा थाना क्षेत्र के पीरसिंह हत्याकांड कुछ बैकों से चोरी की वारदातों और वाहन चोरी के मामलों का पर्दाफाश किया। उन्होंने बताया कि पन्ना लाल ने मामलों को सुलझाने के अलावा खेलकूद क्षेत्र में भी बहेतरीन प्रदर्शन करते हुये वर्ष 2008 में केरल में आयोजित अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर राजस्थान पुलिस का नाम गौरवान्वित किया।
चालके ने बताया कि पन्नाराम की उल्लेखनीय सेवाओं को देखते हुए जोधपुर पुलिस के ग्रामीण एसपी नवज्योति गगोई ने भी उन्हें एएसआई पद पर पदोन्नत किये जाने की अनुशंसा की है। हेड कॉन्स्टेबल पन्नाराम ने बताया कि वह सदैव समर्पित भाव से अपने काम को पूरा करने की कोशिश करते हैं।
विधानसभा में पोर्न देख रहे हैं मंत्रीजी
बेंगलुरु. कर्नाटक सरकार के एक मंत्री विधानसभा कार्रवाही के दौरान सदन में ही सेक्स वीडियो देखते पकड़े गए। जिस वक्त मंत्रीजी अपने मोबाइल पर सेक्स वीडियो देख रहे थे उसी वक्त कार्रवाही रिकार्ड कर रहे कैमरे ने उन पर फोकस कर दिया।
पकड़े गए मंत्री लक्ष्मण सवदी हैं। ये कर्नाटक सरकार में कॉपरेटिव मंत्री हैं। विधानसभा में सेक्स वीडियो देखते पकड़ने जाने के बाद मंत्रीजी भारतीय जनता पार्टी के लिए शर्मिंदगी का कारण बन गए हैं। इस मुद्दे पर भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन होने की भी खबरें हैं।
एमडी डॉ. समित ने भेजी चॉकलेट
एमडी डॉ. समित ने भेजी चॉकलेट
नि:ाुल्क दवा योजना में बेहतरीन योगदान के लिए बायतु बीसीएमओ डॉ. बिश्ट की सराहना
बाडमेर। मुख्यमंत्री नि:ाुल्क दवा योजना में बेहतरीन योगदान देने वाले डॉक्टरों के लिए राजस्थान मेडिकल सर्विस कॉर्पोरोन के प्रबंध निदोक (एमडी) डॉ. समित भार्मा ने प्रत्येक जिले पर एकएक चॉकलेट भिजवाई है। साथ ही ऐसे डॉक्टरों की सराहना करते हुए अन्य सभी स्वास्थ्य कर्मियों व डॉक्टरों को उनसे प्रेरणा लेने के लिए कहा है। वहीं डॉक्टर भार्मा ने भाीघ्र ही सभी जिलों का दौरा कर मुख्यमंत्री नि:ाुल्क दवा योजना की समीक्षा करने का भी निर्णय लिया है। डॉ. भार्मा की ओर से भिजवाई गई चॉकलेट एवं प्रेरणा संदो को सोमवार दोपहर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजमल हुसैन ने बायतु बीसीएमओ डॉ. सुनील कुमार बिश्ट को भेंट किया।
सीएमएचओ डॉ. हुसैन ने बताया कि जयपुर में आयोजित जिला आईईसी समन्वयकों के तीन दिवसीय प्रिक्षण के दौरान आरएमएससी के एमडी डॉ. समित भार्मा ने सभी समन्वयकों की सराहना करते हुए उन्हें चॉकलेट भेंट की। उन्होंने इस दौरान कहा कि योजना की जानकारी जनजन पहुंचाने में आईईसी समन्वयकों की भूमिका खासी अहम रही है और यही वजह है कि आज प्रत्येक सरकारी संस्थान की ओपीडी एवं इन्डोर मरीजों की संख्या ब़ी है। साथ ही आमजन को इस सुविधा का पर्याप्त लाभ मिल रहा है। सीएमएचओ डॉ. हुसैन के मुताबिक इस दौरान एमडी डॉ. भार्मा ने प्रत्येक जिले में बेहतर कार्य करने वाले एक चिकित्सक को प्रेरणा संदो के साथ ही चॉकलेट भिजवाई है। उल्लेखनीय है कि डॉ. बिश्ट जिले में आरएमएससी के जिला समन्व्यक भी हैं और उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बायतु पर रहते हुए मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं। यही नहीं उन्होंने योजना को सफल बनाने में अपनी अहम भूमिका अदा भी की है।
नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार करने वाले वाला गिरफतार
नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार करने वाले वाला गिरफतार
जैसलमेर जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ थाना क्षेत्र मई पुलिस ने आज नाबालिग बालिका के साथ बलात्कार करने वाले युवक को गिरफ्तार किया पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने बताया की पुलिस थाना मोहनगढ पर प्रार्थी श्री राजूसिह उर्फ हजारीराम जाति बावरी निवासी चक 05 एस.बी.एस पुलिस थाना मोहनगढ ने थाना मोहनग पर उपस्थित होकर एक लिखित रिपोर्ट पेश की कि मै चक 05 एस.बी.एस. मे मुरबो पर परिवार सहित रहता हूॅ मै व मेरी पत्नि दिनॉक 02.02.12 को गॉव गये हुवे थे पीछे मेरे बच्चे अकेले थे दिनौ। 02.02.12 की रात्रि मे मेरा मुरब्बा का पड़ौसी काश्तकार सिदेरपालसिंह उर्फ इन्द्रपालसिंह पुत्र बलदेवसिंह जाति राय सिक्ष उम्र 22 साल निवासी कंदवाला पुलिस थाना अबोहर जिला फिरोजपुर पंजाब हाल चक 05 एस.बी.एस. मेरी झौपड़ी पर आया व मेरी पुत्री सुश्री राजकौर उम्र 15 साल को बहला फुसलाकर उठाकर दूर मुरब्बे मे ले गया व उसके साथ मे जबरदस्ती खोटा काम, बलात्कार किया दिनॉक 03.02.12 की रात्रि को मेरे वापस आने पर मुझे उक्त बात मेरी बच्ची ने बताई वगैरा रिपोर्ट पेश की जिस पर पुलिस थाना मोहनग में मुलजिम के विरूद्ध मुकदमा दर्ज किया जाकर अनुसंधान जारी किया गया, दौरान अनुसंधान दिनांक 06.02.12 को बलात्कारी अभियुक्त सिदेरपालसिंह को श्री बंशीलाल वृताधिकारी, वृत जैसलमेर मय श्री मुकेश चावडा निपु थानाधिकारी पुलिस थाना मोहनग, एवं जाब्ता द्वारा गिरफतार किया जाकर आज उसे न्यायालय में पेश कर कर न्यायिक अभिरक्षा मे भिजवाया गया है।
बाडमेर, आज की ताजा खबर. 7 फरवरी
लक्ष्य हासिल करो, नही ंतो मिलेगा नोटिस सीएमएचओ
बाडमेर। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजमल हुसैन ने मंगलवार को बालोतरा खण्ड की मासिक बैठक में स्वास्थ्य कर्मियों को निर्दोित करते हुए कहा कि लक्ष्यों को लेकर लापरवाही न बरतें, अन्यथा संबंधित के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। पचपदरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आयोजित इस बैठक में बीसीएमओ सहित अन्य डॉक्टर, एएनएम, एलएचवी व स्वास्थ्य कार्यकर्ता उपस्थित थे। इस दौरान विभिन्न योजनाओं की समीक्षा भी की गई और विस्तार से चर्चा की गई।
जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिनोई ने बताया कि सीएमएचओ डॉ. अजमल हुसैन ने बैठक के दौरान सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे लक्ष्यों को समय रहते हासिल कर लें, अन्यथा नोटिस के लिए तैयार रहें। हालांकि उन्होंने कई स्वास्थ्य कर्मियों को लक्ष्य से पिछड़े पर नोटिस देने के लिए संबंधित को निर्दोित किया। बैठक में मुख्यमंत्री नि:ाुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्री जननी िु सुरक्षा योजना, हेपेटाइटिस बी, मातृ एवं िु स्वास्थ्य सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई। वहीं टीकाकारण एवं परिवार कल्याण लक्ष्यों की समीक्षा के दौरान उन्होंने असंतोश प्रकट करते हुए कहा कि यदि भाीघ्र ही लक्ष्यों के प्रति गंभीरता नहीं दिखाई गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीएमएचओ डॉ. हुसैन ने राजस्थान लोक सेवा प्रदान गारंटी अधिनियम की विस्तार से जानकारी ली और सभी को निर्दोित किया कि अधिनियम से संबंधित हर कार्य को प्राथमिकता पर लेते हुए तुरंत प्रभाव से निपटारा करें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों पर आने वाले प्रत्येक मरीज को स्वास्थ्य सुविधा मिलनी चाहिए और अतिआवयक उपयोग में आने वाली नि:ाुल्क दवाएं भी तुरंत प्रभाव से स्वास्थ्य केंद्र पर ही मिलनी चाहिए। यदि मुख्यमंत्री नि:ाुल्क दवा योजना और मुख्यमंत्री जननी िु सुरक्षा के प्रति किसी ने लापरवाही बरती तो कार्रवाई के साथ ही उच्चाधिकारियों को भी अवगत करवाया जाएगा। बैठक में अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी चर्चा की जाएगी।
॔एचआईवी जांच के लिए प्रेरित करें हर व्यक्ति को’
जिला एड्स नियंत्रण एवं रोकथाम समिति की मासिक बैठक संपन्न
बाडमेर। एचआईवी जांच हर वर्ग, जाति, धर्म के व्यक्ति की होनी चाहिए और इसमें अमीरीगरीबी को भी नहीं देखा जाना चाहिए। क्योंकि वायरस जाति, धर्म या वर्ग देखकर नहीं आता, इसलिए जरूरी है कि आप जनता को जांच के लिए जागरूक करें। ये कहना है कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजमल हुसैन का, जो जिला स्वास्थ्य भवन में आयोजित जिला एड्ए नियंत्रण एवं रोकथाम समिति में उपस्थित काउंसलरों व टेक्नीाियनों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह कार्य बेहद कर्तव्य निश्ठता का है, इसलिए किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें और गंभीरता से कार्य करें। बैठक में जिला एड्स नियंत्रण एवं रोकथाम अधिकारी डॉ. बीएस गहलोत, जिला एड्स सुपरवाईजर सीताराम परिहार, जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिनोई, जिला आा समन्वयक राको भाटी, समिति के लेखाधिकारी नवरतन सोनी सहित जिले के सभी आईसीटीसी काउंसलर एवं लैब टेक्नीाियन मौजूद थे। बैठक में डॉ. गहलोत ने कहा कि सेंटर पर आने वाले हर व्यक्ति को जांच के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए एवं इससे जुड़ी भ्रांतियों को भी दूर करें। काउंसलरों को विोश रूप से हिदायत देते हुए उन्होंने कहा कि वे सभी को स्तरीय काउंसलिंग दें ताकि संबंधित की भ्रांति दूर हो सके।
वीडियोग्राफी का कार्यक्रम निर्धारित
बाडमेर, 7 फरवरी। फोटो पहचान पत्र से वंचित रहे मतदाताओं की वीडियोग्राफी हेतु विधानसभा वार वीडियोंग्राफी का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है।
जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. वीणा प्रधान ने बताया कि िव विधानसभा क्षेत्र के भोश रहे मतदाताओं की वीडियोग्राफी 8 व 9 फरवरी को उपखण्ड मुख्यालय िव में की जाएगी। इसी प्रकार बाडमेर विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं की वीडियोग्राफी 10 व 11 फरवरी को उपखण्ड मुख्यालय बाडमेर, बायतु विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं की वीडियोग्राफी 12 व 13 फरवरी को उपखण्ड मुख्यालय बायतु, पचपदरा विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं की वीडियोग्राफी 14 व 15 फरवरी को उपखण्ड मुख्यालय बालोतरा, सिवाना विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं की वीडियोग्राफी 16 व 17 फरवरी को उपखण्ड मुख्यालय सिवाना, गुडामालानी विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं की वीडियोग्राफी 18 व 19 फरवरी को तहसील कार्यालय गुडामालानी तथा चौहटन विधानसभा क्षेत्र के भोश रहे मतदाताओं की वीडियोग्राफी 20 व 21 फरवरी को उपखण्ड मुख्यालय चौहटन में की जाएगी।
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रोजगार सहायता िविर का आयोजन 14 को
बाडमेर, 7 फरवरी। राजस्थान आजीविका मिन के सौजन्य से जिला रोजगार कार्यालय द्वारा 14 फरवरी को आदार स्टेडियम में एक दिवसीय वृहद रोजगार सहायता िविर का आयोजन किया जाएगा।
जिला रोजगार अधिकारी महेन्द्र सिंह राठौड ने बताया कि उक्त िविर में उद्योगों द्वारा िविर स्थल पर रिक्त पदों पर योग्य आार्थियों का चयन करने के अलावा बीमा अभिकर्ताओं का चयन, विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, विवास योजना, अनुसूचित जाति व जन जाति वित्त एवं विकास निगम, अल्प संख्यक कल्याण विभाग, समाज कल्याण विभाग तथा उद्योग केन्द्र द्वारा संचालित स्वरोजगार योजनाओं के आवेदन पत्र भरवाए जाएगे। िविर में औद्योगिक प्रिक्षण संस्थान, आजीविका मिन, आरकेसीएल, रूटसेटी तथा रोजगार विभाग द्वारा संचालित अक्षत योजना की जानकारी प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि इच्छुक आार्थी अपने प्रमाण पत्रों के साथ िविर स्थल पर पहुंच कर िविर में उपलब्ध सुविधाओं का लाभ उठा सकते है।
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नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा 12 को
पर्यवेक्षक एवं सहायक पर्यवेक्षक नियुक्त
बाडमेर, 7 फरवरी। जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा 2012 जिले के आठो ब्लॉकों में 22 परीक्षा केन्द्रों पर 12 फरवरी को प्रातः 10.00 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक आयोजित की जाएगी।
जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने एक आदो जारी कर उक्त परीक्षा को पूर्ण पारदिर्ता एवं निश्पक्षता पूर्वक निश्पादित कराने के लिए प्रभारी पर्यवेक्षक एवं सहायक प्रभारी पर्यवेक्षक नियुक्त किए है। उन्होने अधिकारियों को परीक्षा संचालन संबंधी सम्पूर्ण गतिविधियों की जानकारी जिला कार्यालय एवं परीक्षा समन्वयक जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा को देने के निर्दो दिए है।
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बुनकर क्रेडिट कार्ड बनाने हेतु िविर 21 को
बाडमेर, 7 फरवरी। विकास आयुक्त हाथकरधा वस्त्र मंत्रालय नई दिल्ली से प्राप्त हाथकरधा विकास योजना के नये दि निर्दोानुसार हाथकरधा बुनकरों के बुनकर क्रेडिट कार्ड बनाने हेतु आवेदन पत्र तैयार करने के लिए 21 फरवरी को प्रातः 11.00 बजे राजकीय प्राथमिक विद्यालय ग्राम मिठीनाडी तहसील चौहटन में िविर का आयोजन किया जाएगा।
जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबन्धक ओ. पी. गोस्वामी ने बताया कि इस योजना का मुख्य उदृेय बुनकरों के क्रेडिट कार्ड बनाकर वितीय संस्थाओं से अधिक से अधिक बुनकरों को कार्याील पूंजी से लाभावित करना है।
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साख समिति की बैठक 17 को
बाडमेर, 7 फरवरी। जिला स्तरीय साख समिति/समीक्षा समिति की बैठक जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान की अध्यक्षता में 17 फरवरी को प्रातः 11.00 बजे आयोजित की जाएगी।
अग्रणी बैंक मुख्य प्रबन्धक ने बताया कि कलेक्ट्रेट कांफ्रेन्स हॉल में आयोजित होने वाली उक्त बैठक में मुख्य व्यवसायिक मानदण्ड, प्रमुख बैंकिंग आंकडो, वाशिर्क साख योजना की समीक्षा के अलावा सरकार द्वारा प्रायोजित विभिन्न योजनाओं की प्रगति, किसान क्रेडिट कार्ड, स्वयं सहायता समूह की प्र्रगति आदि पर चर्चा की जाएगी।
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अज्ञात व्यक्ति की ट्रेन से कट कर मौत
अज्ञात व्यक्ति की ट्रेन से कट कर मौत
बाड़मेर बाड़मेर जिला मुख्यालय पर मंगलवार दोपहर बाद एक अज्ञात व्यक्ति की ट्रेन से कट कर मौत हो गयी .रेलवे पुलिस सूत्रों ने बताया की मंगलवार दोपहर बाद रेल संटिंग के दौरान एक अज्ञात व्यक्ति रेल के आगे आ गया जिससे अज्ञात व्यक्ति की मौत हो गयी ,पुलिस को सूचना मिलाने पर घटना स्थल जाकर शव बरामद किया समाचार लिखे जाने तक मृतक की शिनाख्त नहीं हो पाई .
बाड़मेर बाड़मेर जिला मुख्यालय पर मंगलवार दोपहर बाद एक अज्ञात व्यक्ति की ट्रेन से कट कर मौत हो गयी .रेलवे पुलिस सूत्रों ने बताया की मंगलवार दोपहर बाद रेल संटिंग के दौरान एक अज्ञात व्यक्ति रेल के आगे आ गया जिससे अज्ञात व्यक्ति की मौत हो गयी ,पुलिस को सूचना मिलाने पर घटना स्थल जाकर शव बरामद किया समाचार लिखे जाने तक मृतक की शिनाख्त नहीं हो पाई .
राजस्व मंत्री के समर्थन में हजारो लोगो ने विरोध दर्ज कराया
राजस्व मंत्री के समर्थन में हजारो लोगो ने विरोध दर्ज कराया
बाड़मेर राजस्थान सरकार में राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी के खिलाफ एक राज्य स्तरीय समाचार पत्र में गलत तथ्यों के साथ प्रकाशित समाचार के विरोध में जिला मुख्यालय पर मंगलवार दोपहर बाद शाम चार बजे हजारो लोगो ने समाचार पत्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन सुपुर्द किया ,राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी के दस हज़ार से अधिक समर्थको ने जिला कलेक्टर को सोंपे ज्ञापन में लिखा हें की राज्य स्तरीय समाचार पत्र में मंत्री के चहेते पर अफसर मेहरबान नामक बेबुनियाद खबर प्रकाशित कर नेता के समर्थको की भावनाओ को ठेस पहुचाई हें उन्होंने लिखा की उक्त समाचार पत्र ने मनगढ़ंत तथ्यो पर आधारित समाचार प्रकाशित की .हे जिसकी आम जनता निंदा करती हें ज्ञापन में लिखा हें की ऐसी खबरों से पत्रकारिता की विश्वनीयता व् जवाब देहि पर संदेह होता हें उन्होंने लिखा की इस समाचार पत्यरा ने स्वच्छ छवि के नेक निर्भीक इमानदार नेता की छवि जानबूझकर बिगाड़ कर समर्थको की ब्व्हावानाओ के साथ खिलवाड़ किया हें .राजस्व मंत्री के समर्थको से बाड़मेर की सदके पूरी तरह अट गयी .
जैसलमेर मरु महोत्सव के दूसरे दिन....कुछ बोलती हुई तस्वीरे
जैसलमेर मरु महोत्सव के दूसरे दिन भी स्वर्णनगरी में प्रतियोगिताओं की धूम रही। दिन के कार्यक्रमों में देदानसर मैदान में रेगिस्तान के जहाज ऊंट प्रतियोगिताएं व पारंपरिक खेल हुए। सबसे रोचक प्रतियोगिता रस्साकसी की रही। इसमें इस बार भी विदेशी पुरुष व महिलाएं, भारतीयों पर हावी रहे। दोनों ही मुकाबलों में विदेशियों ने बाजी मारी।
पुरुष वर्ग में जहां विदेशियों ने 2-1 के अंतर से मात दी तो महिलाओं की प्रतियोगिता में भी यही हाल रहा। ऊंट श्रंगार व शान-ए-मरुधरा प्रतियोगिता ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। पहली बार खेले गए कबड्डी मैच में जैसलमेर की टीम ने गंगानगर की टीम को शिकस्त दी। इस दौरान देदानसर मैदान में हजारों की तादाद में देसी-विदेशी सैलानी मौजूद रहे। दूसरे दिन के कार्यक्रमों में कैमल पोलो मैच में सीमा सुरक्षा बल ने जीत दर्ज की।
सोमवार शाम पूनमसिंह स्टेडियम में सीमा सुरक्षा बल के ऊंटों ने रोमांचक करतब दिखाकर सैलानियों को अचंभित कर दिया। बीएसएफ के प्रशिक्षित ऊंटों पर बैठे जवानों ने विभिन्न करतब दिखाए। इस दौरान विश्व की एक मात्र कैमल माउंटेन बैंड की धुनों पर प्रशिक्षित ऊंटों के नृत्य ने तालियां बटोरी।
दूसरे दिन भी रोमांचित रहे दर्शक इस बार भी विदेशी महिलाओं व पुरुषों ने रस्साकसी की जंग जीती देदानसर मैदान में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित जैसलमेरमरु महोत्सव के दूसरे दिन देदानसर मैदान में रेगिस्तान के जहाज ऊंट से संबंधित अनूठी प्रतियोगिताओं के साथ- साथ पारंपरिक खेलों का भी आयोजन हुआ। मैदान में बैठे हजारों दर्शकों ने प्रतियोगिता का जमकर लुत्फ उठाया। कई प्रतियोगिताओं ने तो ऐसा रंग जमाया कि दर्शक उत्साहित होकर अपनी -अपनी जगहों से उठ खड़े हुए। ग्राउंड में 75 मेक बटालियन की बैंड ने संगीत की धुनों पर उपस्थित सैलानियों का मनोरंजन किया। ऊंट शृंगार, शान ए मरूधरा, कबड्डी, केमल पोलो, पणिहारी दौड़, रस्सा कस्सी प्रतियोगिता ने दर्शकों को जमाए रखा। सुबह सुबह ठंडी हवा के चलते दर्शकों की भीड़ कम रही और साढ़े दस बजे के बाद मैदान खचाखच दर्शकों से भर गया। शान-ए-मरूधरा का खिताब मानाराम को शान ए मरूधरा प्रतियोगिता भी अपने आप में अनूठी है। इस प्रतियोगिता में ऊंट चालक आवश्यक कपड़ों में अन्य साजो समान से कुछ दूरी पर खड़े रहते हैं। सबसे पहले वे धोती पहनते हैं और उसके बाद कुर्ता। कुछ ही दूरी पर पड़ी पगड़ी पहनने के बाद ऊंट का पलान व रस्सी उठाई जाती है और ऊंट को तैयार कर निर्धारित स्थान तक पहुंचना पड़ता है। इस प्रतियोगिता में मानाराम ने पहला, मगनाराम ने दूसरा और शरीफ खां ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। ऊंटों ने दिखाए रोमांचक करतब मरु महोत्सव में सोमवार को शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में सीमा सुरक्षा बल के प्रशिक्षित ऊंटों ने कैमल टैटू शो में रोमांचक करतबों से दर्शकों को आश्चर्यचकित कर दिया। विश्व के एक मात्र केमल माउंटेन बैंड की धुन पर उप समादेष्टा अमोल सिंह राठौड़ के निर्देशन में सीमा सुरक्षा बल के प्रहरियों ने राजस्थानी गीतों की सुमधुर धुनों पर विभिन्न रोमांचकारी करतब प्रस्तुत कर देशी-विदेशी सैलानियों को अचंभित कर दिया।इस अवसर पर बैंड के डंके की धुन पर ऊंट सवारों की 6-6 की आमने-सामने की क्रॉसिंग प्रस्तुत की गई। इसी प्रकार 2-2 ऊंटों की तिरछी क्रॉसिंग, 12 -12 ऊंटों की आमने-सामने की क्रॉसिंग ने दर्शकों को भाव विभोर कर दिया।इसी प्रकार मुख्य आरक्षक पूनमाराम एवं आरक्षक राजेन्द्र सिंह ने दौड़ते हुए ऊंट पर साइड में आड़ लेकर सीमाओं पर दुश्मनों की नजर से बचने का प्रदर्शन प्रस्तुत किया। आरक्षक हींगोलसिंह ने दौड़ते हुए ऊंट पर पणिहारी का रूप धारण कर दर्शकों का मनोरंजन किया। आरक्षक भवनेश सिंह एवं हरिराम ने दौड़ते हुए ऊंट की गर्दन पर सवारी की तथा गणेशराम ने जोकर का पार्ट अदा किया। आरक्षक चैनसिंह एवं गोरधनराम ने ऊंटों को घुटनों के बल चला कर मूक पशु को दिए गए प्रशिक्षण का प्रदर्शन प्रस्तुत किया। आरक्षक भगवानाराम ने दो ऊंटों पर एक साथ सवारी का शारीरिक संतुलन बनाए रखने का शानदार प्रदर्शन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर ऊंटों से घायल सिपाहियों को ले जाने, ऊंट पर लॉन्ग आर्म पोजीशन तथा लद्दू ऊंट का प्रदर्शन भी दर्शकों द्वारा बहुत सराहा गया। मुख्य आरक्षक तनसिंह सोढ़ा के ऊंट द्वारा प्रस्तुत किए गए नृत्य ने दर्शकों की खूब तालियां बटोरी। भारतीय महिलाएं भी कमाल नहीं दिखा सकी: भारतीय महिलाओं को रस्सा कस्सी में आज तक खिताब नही मिला है। सोमवार को आयोजित प्रतियोगिता में भी उन्हें मुंह की खानी पड़ी। यहां भी पहला राउंड रोमांचक रहा और कसमकस बनी रही लेकिन विदेशी महिलाओं ने भारतीय महिलाओं को अपनी ओर खींच कर बढ़त बना ली। दूसरे राउंड में तो विदेशी महिलाओं के सामने भारतीय महिलाएं बिल्कुल ही नहीं टिक सकी। आल्हा ने घोला वीर रस मरु महोत्सव के दूसरे दिन सजी सांस्कृतिक संध्या जैसलमेर मरु महोत्सव के दूसरे दिन पूनमसिंह स्टेडियम में लोक कलाकारों ने राजस्थानी रंगों से सजी सांझ प्रस्तुत की। प्रदेश के विभिन्न इलाकों से आए कलाकारों ने शानदार प्रदर्शन कर दर्शकों की वाहवाही लूटी। इस अवसर पर इलाहाबाद सांस्कृतिक केन्द्र से आए कलाकारों ने भी विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम की शुरुआत जौनपुर के फौजदारसिंह ने आल्हा गायन से माहौल में वीर रस घोल दिया। इसके बाद रामप्रसाद एंड पार्टी ने अलगोजा नृत्य प्रस्तुत किया। लिटिल हार्ट स्कूल के बच्चों ने भी राजस्थानी नृत्य, एमपी के अरविंद यादव ने बधाई नृत्य, जैसलमेर के अनवर खां ने राजस्थानी नृत्य, जिंद के राजेश गांगुली ने घूमर नृत्य, अलवर के रामअवतार ने भी आकर्षक प्रस्तुति दी। सांस्कृतिक संध्या के दौरान तृप्ति द्विवेदी की फूलों की होली ने दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया। फूलों की होली के प्रदर्शन ने माहौल को रंगों से सराबोर कर दिया। दर्शक इस प्रस्तुति पर झूमने लगे। कार्यक्रम के समापन अवसर पर आतिशबाजी भी की गई। |
जन्हा मुस्लिम महिलाये सुहाग का प्रतिक चूडा पहनती हें
सांप्रदायिक सद्भावना की मिसाल
जन्हा मुस्लिम महिलाये सुहाग का प्रतिक चूडा पहनती हें
बाड़मेर भारत पकिस्तान की अन्तराष्ट्रीय सरहद पर बसा बाड़मेर जिला सांप्रदायिक सद्भावना की मिशाल कायम कर रहा हें ,पश्चिमी राजस्थान और पकिस्तान के सिंध प्रान्त के बीच रोटी ,बेटी का रिश्ता हें .बाड़मेर में सरहदी गाँवो में रह रहे सिन्धी मुस्लमान परिवारों में आज भी हिन्दू संस्कृति और परम्पराव का निर्वहन किया जा रहा हें ,विभाजन से पहले जन्हा हिन्दू मुस्लिम एक साथ रह हहे थे वही दोनों समुदायों की परम्पराव तथा संस्कृति में ज्यादा फर्क नहीं था ,विभाजन के बाद भारतीय सरहद में रह गए सिन्धी मुस्लिम परिवारों में कई रीती रिवाज हिन्दुओ की भांति हें तो कई परम्पराए भी ,मुस्लिम परिवारों का पहनावा भी हिन्दू महिलाओ की तरह ही हें सबसे बड़ी बात की जन्हा पुरे विश्व में मुस्लिम महोलाओ को श्रृंगार की वस्तुए पहनने की आज़ादी नहीं हें वंही बाड़मेर जिले में आज भी मुस्लिम महिलाये हिन्दू परिवारों की महिलाओ की भांति सुहाग का प्रतिक चूडा पहनती हें ,बाड़मेर ज्जिले के पाकिस्तानी सरहद के समीप बसे सेकड़ो मुस्लिम बाहुल्य परिवारों में आज भी महिलाये सुहाग का प्रतिक चूडा पहन के इठलाती हें .मुस्लिम परिवारों में शादी शुदा महिलाओ को सुहाग का प्रतिक चूडा पहना अनिवार्य हें शादी विवाह सगाई तीज त्योहारों पर मुस्लिम महिलाए हाथी दांत का बना चूडा पहनती हें ,सामान्यतः मुस्लिम परिवार की महिलाये प्लास्टिक का चूडा ही पहनती हें इन मुस्लिम परिवारों में चूड़े को लाल रंग से पहने से पहले रंगा जाता हें ,कई महिलाये बिना रंगे सफ़ेद चूडा भी पहनती हें ,विश्व भर में कंही भी मुस्लिम महिलाये चूडा नहीं पहनती मगर पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर ,जैसलमेर जिलो में बसे लाखो मुस्लिम परिवारों में महिलाये चूडा पहनती हें ,बांदासर गाँव निवासी श्रीमती इतिया ने संवाददाता को बताया की उनके परिवार में कई पीढियों से महिलाए चूडा पहनती आ रही हें चूड़े को सुहाग का प्रतिक मना जाता हें अपने पतियों को अजर अमर रखने के लिए तथा उन पर को जीवन संकट नहीं आ जाए इसीलिए चूडा पहनती हें .एक अन्य मुस्लिम महिला श्रीमती सक्खी ने बताया की शुरू से हम लोग हिन्दू परिवारों के बीच रहे हें सिंध में साउ {राजपूत }तथा मेघवाल परिवारों के बीच रहे आपस में भाई चारा था तीज त्योहारों पर या शादी विवाह जैसे समारोह में भी आना जाना था उस वक़्त हिन्दू मुस्लिम वाली कोई बात नहीं थी हां सभी अपनी मर्यादा में रहते थे ,हिन्दू मुस्लिम में कोई फर्क नहीं लगता आज भी हमने उसी परंपरा को अपना रखा हें खली चूडा ही क्यों हम लोगो का पहनावा भी हिन्दू परिवारों की तरह हें खान पान रीती रिवाज़ सब कुछ एक जैसा ,,बहरहाल पुरे दाश में जन्हा कट्टरपंथी सांप्रदायिक भावनाए भड़का कर हिन्दू मुस्लिमो के बीच खाई पैदा कर रहे हें वही सरहद पर अमन का इतना असर हें ,थार की थाली आज भी सद्भावना की अनूठी मिशाल कायम कर रही हें
बाड़मेर भारत पकिस्तान की अन्तराष्ट्रीय सरहद पर बसा बाड़मेर जिला सांप्रदायिक सद्भावना की मिशाल कायम कर रहा हें ,पश्चिमी राजस्थान और पकिस्तान के सिंध प्रान्त के बीच रोटी ,बेटी का रिश्ता हें .बाड़मेर में सरहदी गाँवो में रह रहे सिन्धी मुस्लमान परिवारों में आज भी हिन्दू संस्कृति और परम्पराव का निर्वहन किया जा रहा हें ,विभाजन से पहले जन्हा हिन्दू मुस्लिम एक साथ रह हहे थे वही दोनों समुदायों की परम्पराव तथा संस्कृति में ज्यादा फर्क नहीं था ,विभाजन के बाद भारतीय सरहद में रह गए सिन्धी मुस्लिम परिवारों में कई रीती रिवाज हिन्दुओ की भांति हें तो कई परम्पराए भी ,मुस्लिम परिवारों का पहनावा भी हिन्दू महिलाओ की तरह ही हें सबसे बड़ी बात की जन्हा पुरे विश्व में मुस्लिम महोलाओ को श्रृंगार की वस्तुए पहनने की आज़ादी नहीं हें वंही बाड़मेर जिले में आज भी मुस्लिम महिलाये हिन्दू परिवारों की महिलाओ की भांति सुहाग का प्रतिक चूडा पहनती हें ,बाड़मेर ज्जिले के पाकिस्तानी सरहद के समीप बसे सेकड़ो मुस्लिम बाहुल्य परिवारों में आज भी महिलाये सुहाग का प्रतिक चूडा पहन के इठलाती हें .मुस्लिम परिवारों में शादी शुदा महिलाओ को सुहाग का प्रतिक चूडा पहना अनिवार्य हें शादी विवाह सगाई तीज त्योहारों पर मुस्लिम महिलाए हाथी दांत का बना चूडा पहनती हें ,सामान्यतः मुस्लिम परिवार की महिलाये प्लास्टिक का चूडा ही पहनती हें इन मुस्लिम परिवारों में चूड़े को लाल रंग से पहने से पहले रंगा जाता हें ,कई महिलाये बिना रंगे सफ़ेद चूडा भी पहनती हें ,विश्व भर में कंही भी मुस्लिम महिलाये चूडा नहीं पहनती मगर पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर ,जैसलमेर जिलो में बसे लाखो मुस्लिम परिवारों में महिलाये चूडा पहनती हें ,बांदासर गाँव निवासी श्रीमती इतिया ने संवाददाता को बताया की उनके परिवार में कई पीढियों से महिलाए चूडा पहनती आ रही हें चूड़े को सुहाग का प्रतिक मना जाता हें अपने पतियों को अजर अमर रखने के लिए तथा उन पर को जीवन संकट नहीं आ जाए इसीलिए चूडा पहनती हें .एक अन्य मुस्लिम महिला श्रीमती सक्खी ने बताया की शुरू से हम लोग हिन्दू परिवारों के बीच रहे हें सिंध में साउ {राजपूत }तथा मेघवाल परिवारों के बीच रहे आपस में भाई चारा था तीज त्योहारों पर या शादी विवाह जैसे समारोह में भी आना जाना था उस वक़्त हिन्दू मुस्लिम वाली कोई बात नहीं थी हां सभी अपनी मर्यादा में रहते थे ,हिन्दू मुस्लिम में कोई फर्क नहीं लगता आज भी हमने उसी परंपरा को अपना रखा हें खली चूडा ही क्यों हम लोगो का पहनावा भी हिन्दू परिवारों की तरह हें खान पान रीती रिवाज़ सब कुछ एक जैसा ,,बहरहाल पुरे दाश में जन्हा कट्टरपंथी सांप्रदायिक भावनाए भड़का कर हिन्दू मुस्लिमो के बीच खाई पैदा कर रहे हें वही सरहद पर अमन का इतना असर हें ,थार की थाली आज भी सद्भावना की अनूठी मिशाल कायम कर रही हें
सोमवार, 6 फ़रवरी 2012
मरु संस्कृति का यशोगान करता है मरु महोत्सव ...देखें अनदेखी तस्वीरें
मरु संस्कृति का यशोगान करता है मरु महोत्सव
डॉ. दीपक आचार्य
दूरदूर तक पसरे रेतीले धोरों और रेगिस्तान की वजह से जितनी शुष्क है उससे कई गुना जीवन रस भरी सरस और समृद्ध है राजस्थान की मरु भूमि।
यहाँ के कणकण में कलासँस्कृति व सौंदर्य, शिल्प, स्थापत्य और प्राच्य परम्पराओं की सुगंध व्याप्त है। इस माटी में विलक्षण लोक परम्पराओं की धाराएँ सदियों से प्रवहमान रही हैं जिनका कोई मुकाबला नहीं। पश्चिमी राजस्थान का सीमांत जिला होने के बावजूद जैसलमेर का पुरा वैभव, पुरातन परम्पराएँ और बेजोड़ सुदर्शन शिल्प का आकर्षण ही हैं जिसकी वजह से यह पर्यटन के मामले में न सिर्फ राजस्थान बल्कि देश भर में हर मामले में इक्कीस ही ठहरता है।
सन 1979 में हुई थी शुरूआत
जैसलमेर की लोक संस्कृति के तमाम आयामों से रूबरू कराने के उद्देश्य से सन 1979 में मरु महोत्सव अर्थात ’डेजर्ट फेस्टिवल’ का सूत्रापात हुआ। इसके बाद मरु महोत्सव अपने बहुआयामी आकर्षण और रोचकरोमांचक कार्यक्रमों के समावेश से देशीविदेशी सैलानियों में इतना लोकप्रिय हो गया कि आज यह दुनिया के ख़ास महोत्सवों में गिना जाता है। माघ शुक्ल त्रायोदशी से पूर्णिमा तक के तीन दिन हर साल सरहद पर बहने वाले सुकून के दरिये में हजारों सैलानी गोते लगाकर नई ताजगी का अनुभव करते हैं व जैसाण की जयजयकार कर अपने वतन लौटते हैं।
मरु महोत्सव अब भारतीय पर्यटन का मुख्य आकर्षण हो चला है जहाँ तीन दिन के जैसलमेर प्रवास के दौरान मरु संस्कृति व इसकी मनोहारी परम्पराओं की झलक अच्छी तरह पायी जा सकती है।
इस बार आकर्षक कार्यक्रमों की भरमार
इस बार यह महोत्सव पाँच से सात फरवरी तक आयोजित हो रहा है। इस बार महोत्सव में जैसलमेरवासियों की अगाध श्रद्घा और आस्था के केन्द्र श्रीलक्ष्मीनाथजी मन्दिर में मंगला आरती, गड़सीसर से शोभायात्रा, शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में मरुश्री, मिस मूमल, मूँछ, मूमल महेन्द्रा, देशीविदेशी सैलानियों के बीच साफा बांध आदि की प्रतियोगिताएं, रात्रिकालीन साँस्कृतिक कार्यक्रम, डेडानसर मैदान में कैमल श्रृंगार, शानए-मरुधरा, देशीविदेशी पुरुषमहिलाओं की रस्साकशी, पणिहारी मटका दौड़, कैमल पोलो मैच, कबड्डी प्रतियोगिताएं, पूनम स्टेडियम में सीमा सुरक्षा बल द्वारा कैमल टेटू शो, आतिशबाजी, प्राचीन कुलधरा गाँव में ग्रामीण संस्कृति प्रदर्शन, सम के धोरों पर कैमल रेस, पतंग उड़ान प्रदर्शन, साँस्कृतिक समारोह आदि कई आकर्षक कार्यक्रम समा बाँधेंगे।
विश्व क्षितिज पर पीत प्रस्तरों पर विलक्षण कला सौन्दर्य दर्शाने वाले, स्वर्णिम आभा से मण्डित जैसलमेर को ॔गोल्डन सिटी’ के नाम से ख्याति मिली हुई है। दुनिया के विभिन्न हिस्सों में होने वाले कार्निवलों में डेजर्ट फेस्टिवल का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। अब यह महोत्सव जैसलमेरवासियों के दिल की धड़कन बन चुका हैं।
मरु संस्कृति का महाकुंभ है यह
पर्यटकों, देशीविदेशी सैलानियों, छायाकारों, डॉक्यूमेन्टरी फिल्म निर्माताओं, मीडिया कर्मियों के लिए मरु महोत्सव मरु संस्कृति का महाकुंभ ही है जहाँ इसकी बहुरंगी छटा से साक्षात कर धन्य होते हैं। इनमें स्थानीयों के साथ ही सेना से जुड़ी कंपनियाँ/बटालियनें भी अहम भागीदारी अदा करती हैं।
कलाकारों के लिए मरु महोत्सव वह प्रतिष्ठित मंच है जहाँ से अपने फन का जादू बिखेरना इनके जीवन का बड़ा सुखद स्वप्न होता है।
हर बार होते हैं नएनए आकर्षण
मरु महोत्सव या मरु मेले को आकर्षण का केन्द्र बनाने हर बार नवाचारों का प्रयोग होता रहा है। इस महोत्सव में ’मरुश्री’ ( मिस्टर डेजर्ट ), मूमल महेन्द्रा, मिस मूमल, भारतीय व विदेशी सैलानियों के लिए पगड़ी बाँधो प्रतियोगिता, कैमल रेस, ऊँट श्रृंगार, रस्साकशी, मटका दौड़, ऊँट के करतब, गड़सीसर सरोवर से निकलकर शहीद पूनमसिंह स्टेडियम तक पहुँचने वाली मनोहारी शोभायात्रा, सरोवर पर संध्याकालीन दीपदान, मूँछ प्रतियोगिता, विदेशी महिलाओं के लिए ’ब्राइड़शो ( राजस्थानी परिधान पहनने ), दशहरा चौक, अखेप्रोल, गांधी दर्शन, मरु शिल्पग्राम, देदानसर मैदान आदि में तीन दिन तक लोक कलाकारों की सुमधुर प्रस्तुतियाँ, विदेशी महिलाओं के लिए साड़ी बाँध प्रतियोगिता, देदानसर मैदान व सम के धोरों पर एयरफोर्स के जांबाजों द्वारा हजारों फीट ऊपर उड़ान भरते हवाई जहाज से पैरा ट्रूपिंग के रोमांच और देदानसर मैदान में पेराड्रिलिंग, होट एयर बैलून, पैरासेलिंग, कैमल पोलो व अन्य खेल कबड्डी, पतंगोत्सव, आदिवासी गैर नृत्य, टेटू शो, सम के धोरों पर रंगीन आतिशबाजी व डेजर्ट सिम्फनी जैसे अनूठे कार्यक्रमों का आकर्षण ही मरु महोत्सव की लोकप्रियता में अब तक चार चाँद लगाता रहा है।
मनोहारी शोभायात्रा
मरु महोत्सव की पारंपरिक शोभायात्रा में बी.एस.एफ. के सजेधजे ऊँट व इन पर सवार फौजी, बांकिया वादक, पणिहारिने, नृत्यांगनाएँ, कालबेलिया, कामड़, मांगणियार, लंगा,भाट, भोपाभोपी एवं कच्छी घोड़ी कलाकार, जैसलमेरी वेशभूषा में सुसज्जित बच्चे व शहरवासी, नरनारी, मिस्टर डेजर्ट, मिस मूमल, मूमलमहेन्द्रा की मनोहारी झांकियाँ जनाकर्षण का केन्द्र होती हैं।
जैसलमेर दर्शन है सोने में सुहागा
मरु महोत्सव के दौरान तीन दिन तक होने वाले ऐसे ही मंत्रा मुग्ध कर देने वाले आकर्षक व रोचक कार्यक्रमों के साथ ही देशीविदेशी सैलानियों के लिए सोनार दुर्ग, गड़सीसर, लौद्रवा, बड़ा बाग, पटवा हवेली, नथमल हवेली, सालमसिंह की हवेली, सोनार दुर्ग के विभिन्न देवालय, कुलधरा एवं खाभा, विभिन्न संग्रहालय, सम व खुहड़ी के धोरे, आकल वुड फोसिल्स पार्क, राष्ट्रीय मरु उद्यान, मूलसागर, अमरसागर भी ख़ासे आकर्षण का केन्द्र होते हैं। गड़सीसर तालाब पर सूर्योदय तथा व्यास छतरी पर सूर्यास्त बिन्दु का अपना अलग ही आकर्षण है। देशी सैलानी घंटियाली माता व तनोट माता के दर्शनों के साथ ही भारतपाक सीमा को अपनी आँखों से देखने का लोभ भी संवरण नहीं कर पाते हैं।
मरु महोत्सव की सतरंगी छटा ही ऐसी है कि देश के विभिन्न राज्यों के सैलानियों के साथ ही संसार के विभिन्न देशों से आने वाले विदेशी मेहमानों का कुम्भ यहाँ तीन दिन तक मरु संस्कृति के लोकरंगों और रसों का ज्वार उमड़ाता है। जैसाण के वाशिन्दे भी ’अतिथि देवो भव’ को साकार करते हुए इनकी आवभगत में रमे रहते हैं।
कलाकारों का जमघट
मरु महोत्सव कलाकारों के लिए अपना उत्सव है, जहाँ वे उन्मुक्त होकर अपना हुनर दर्शाते हैं। इनमें स्थानीय लोक कलाकारों के साथ ही देश के नामी कलाकारों की भागीदारी इस महोत्सव को ऊँचाइयाँ देती रही हैं। मांगणियार कलाकारों के समूह खड़ताल, कमायचा, सारंगी, अलगोजा आदि वाद्यों की संगत पर मरु संगीत की ऐसी वृष्टि करते हैं कि हर कोई आनंद के महासागर में गोते लगाने को विवश हो जाता है। मरु महोत्सव के सांस्कृतिक मंचों पर भावपूर्ण अदाकारी का ही कमाल है कि जैसलमेर के कई लोक कलाकार आज भारतवर्ष व अंतर्राष्ट्रीय मंचों की शोभा बने हुए हैं।
औद्योगिक व व्यवसायिक घरानों, कंपनियों एवं बैंकों आदि के विज्ञापन की दृष्टि से भी यह महोत्सव लाभकारी रहा है। इस वजह से ये प्रतिष्ठान मरु महोत्सव की गतिविधियों में प्रायोजक के रूप में भी अपनी भागीदारी निभाने लगे हैं।
मरु महोत्सव में सालदर साल नवीन आकर्षण जोड़ने के लिए जिला प्रशासन तथा पर्यटन विभाग निरंतर प्रयासरत रहे हैं व इस वजह से देशीविदेशी सैलानी व स्थानीय लोग हर साल कुछ नया देखने बहुत बड़ी संख्या में आकर लुत्फ उठाने लगे हैं। मरु महोत्सव व जैसलमेर अब एक दूसरे के पर्याय हो चले हैं।
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जैसलमेर ....पुलिस न्यूज़ इनबॉक्स ..
मरू महोत्सव 2012 के तीसरे दिन सम में पुलिस की पुख्ता सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था
सॉय 04.00 बजे से सम से जैसलमेर एवं रात्रि 8.00 बजे से जैसलमेर के लिए वनवे
मरू महोत्सव 2012 के तीसरे दिन ममता बिश्नोई, पुलिस अधीक्षक जिला के निर्देशन में मेला प्रभारी बंशीलाल वृताधिकारी, वृत जैसलमेर के नेतृत्व में कल दिनांक 07.02.2012 को पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के मजबूत बनाने के लिए पुख्ता इंतजाम किये हेै। जिसके तहत जैसलमेर से सम पुलिस जाब्ते की रूट लाईनिंग करवाकर लगवाया गया है। सम रोड पर आने वाले समस्त चौराहो पर एकएक पुलिस कर्मी को लगाया गया जो साईडो से आने वाली गाडिया एवं अन्य साधनो की व्यवस्था देखेगे। इसी तरह सम के धोरो पर भी पुलिस द्वारा समस्त मेला देखेने वालो के लिए अलगअलग व्यवस्था की गई।
यातायात व्यवस्था को किया गया दूरूस्त
मरू महोत्सव 2012 के तीसरे दिन पुलिस ने यातायात के पुख्ता इंतजाम किये है कार्यक्रम शुरू होने से पहले सॉय 4.00 बजे से वनवे रखा गया है, जिसके तहत सम से कोई भी वाहन नहीं आ पायेगा तथा रात्रि प्रोग्राम के बाद 8.00 बजे से वनवे रखा गया है। जिसके तहत जैसलमेर से कोई भी वाहन सम रोड पर नहीं जा सकेगा। इस प्रकार लालाराम उनि प्रभारी यायात शाखा के नेतृत्व में यातायात के 40 पुलिस कर्मी लगाकर पुलिस ने यातायात के पुख्ता इंतजाम किये है।
पुलिस अधीक्षक की तहफ से अपील
मरू महोत्सव 2012 सम में होने वाले प्रोग्राम को देखने जाने वाले लोगो से अपील है, कि वह अपना वाहन कम रफतार में चलाये, शराब पिकर वाहन नहीं चलाये तथा जल्दबाजी में ओवरटेक करने की कोशिश नही करे। जिससे किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न घटे।
सॉय 04.00 बजे से सम से जैसलमेर एवं रात्रि 8.00 बजे से जैसलमेर के लिए वनवे
मरू महोत्सव 2012 के तीसरे दिन ममता बिश्नोई, पुलिस अधीक्षक जिला के निर्देशन में मेला प्रभारी बंशीलाल वृताधिकारी, वृत जैसलमेर के नेतृत्व में कल दिनांक 07.02.2012 को पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के मजबूत बनाने के लिए पुख्ता इंतजाम किये हेै। जिसके तहत जैसलमेर से सम पुलिस जाब्ते की रूट लाईनिंग करवाकर लगवाया गया है। सम रोड पर आने वाले समस्त चौराहो पर एकएक पुलिस कर्मी को लगाया गया जो साईडो से आने वाली गाडिया एवं अन्य साधनो की व्यवस्था देखेगे। इसी तरह सम के धोरो पर भी पुलिस द्वारा समस्त मेला देखेने वालो के लिए अलगअलग व्यवस्था की गई।
यातायात व्यवस्था को किया गया दूरूस्त
मरू महोत्सव 2012 के तीसरे दिन पुलिस ने यातायात के पुख्ता इंतजाम किये है कार्यक्रम शुरू होने से पहले सॉय 4.00 बजे से वनवे रखा गया है, जिसके तहत सम से कोई भी वाहन नहीं आ पायेगा तथा रात्रि प्रोग्राम के बाद 8.00 बजे से वनवे रखा गया है। जिसके तहत जैसलमेर से कोई भी वाहन सम रोड पर नहीं जा सकेगा। इस प्रकार लालाराम उनि प्रभारी यायात शाखा के नेतृत्व में यातायात के 40 पुलिस कर्मी लगाकर पुलिस ने यातायात के पुख्ता इंतजाम किये है।
पुलिस अधीक्षक की तहफ से अपील
मरू महोत्सव 2012 सम में होने वाले प्रोग्राम को देखने जाने वाले लोगो से अपील है, कि वह अपना वाहन कम रफतार में चलाये, शराब पिकर वाहन नहीं चलाये तथा जल्दबाजी में ओवरटेक करने की कोशिश नही करे। जिससे किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न घटे।
बाडमेर, 6 फरवरी..आज की ताजा खबर.
लगेंगे बहुउदेृोीय िविर
ग्रामीणों की समस्याओं का हाथों हाथ होगा निस्तारण
बाडमेर, 6 फरवरी। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में आमजन को राहत पहुंचाने तथा 18 प्रमुख विभागों से जुड़ी समस्याओं को निपटाने तथा योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए जिले में प्रत्येक तहसील मुख्यालय एवं गिरदावर मुख्यालय पर बहुउद्दोीय िविरों का आयोजन किया जाएगा।
जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने बताया कि राज्य सरकार के निर्दोानुसार फरवरी माह में 10 फरवरी को गिरदावर मुख्यालय तथा 25 फरवरी को तहसील मुख्यालय पर बहुउद्दोीय िविर आयोजित किए जाएगें। इसी प्रकार मार्च से दिसम्बर माह में भी 10 तारीख को गिरदावर मुख्यालय तथा 25 तारीख को तहसील मुख्यालय पर उक्त बहुउद्दोीय िविर आयोजित होंगे।
डॉ. प्रधान ने बताया कि 10 फरवरी को गिरदावर मुख्यालय हाथीतला, खडीन, बाटाडू, भीयाड, धोरीमना, धनाऊ, समदडी व पाटोदी तथा 25 फरवरी को तहसील मुख्यालय बाडमेर, रामसर, बायतु, िव, गुडामालानी, चोहटन, सिवाना व पचपदरा में उक्त बहुउद्दोीय िविर आयोजित किए जाएगें।
जिला कलेक्टर ने बताया कि संबंधित उपखण्ड अधिकारी तहसील स्तरीय िविरों के प्रभारी होंगे। इसी प्रकार संबंधित तहसीलदार गिरदावर मुख्यालय पर आयोजित बहु उद्दोीय िविर के प्रभारी होंगे। उन्होने बताया कि इन िविरों में सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का दायित्व होगा कि वे आमजन की समस्याओं को सावधानीपूर्वक सुनकर उनके निस्तारण की दि में सकारात्मक कदम उठाएंगे।
उन्होने बताया कि तहसील मुख्यालय पर आयोजित िविरों में राजस्व विभाग के साथ साथ चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, आयुर्वेद, महिला एवं बाल विकास, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, िक्षा, विद्युत, उद्योग, समाज कल्याण, खादी, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिक, सार्वजनिक निर्माण, सहकारिता, श्रम कल्याण एवं रोजगार, भू जल विभाग, जल ग्रहण विकास एवं भू संरक्षण, वन, पाुपालन, डेयरी, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, कृशि एवं उद्यान विभाग आदि विभागों के जिला अधिकारियों द्वारा भाग लिया जाएगा तथा गिरदावर स्तर पर आयोजित िविरों में सभी 18 विभागों के ब्लॉक स्तरीय अधिकारी उपस्थित होंगे। उन्होने आम जन को इन िविरों की विस्तृत जानकारी प्रदान करने के लिए व्यापक प्रचार प्रसार के निर्दो दिए है।
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बीस सूत्री समीक्षा बैठक कल
बाडमेर, 6 फरवरी। बीस सूत्री आर्थिक कार्यक्रम वशर 201112 के लिये आवंटित लक्ष्यों के विरूद्ध माह जनवरी में अर्जित उपलब्धियों की मासिक समीक्षा हेतु 20 सूत्री कार्यक्रम के सन्दर्भ में गठित जिला द्वितीय स्तरीय बैठक जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान की अध्यक्षता में 8 फरवरी को प्रातः 10.30 बजे कलेक्ट्रेट कांफ्रेन्स हॉल में आयोजित की जाएगी।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी छगनलाल श्रीमाली ने संबंधित अधिकारियों को जनवरी माह तक की उपलब्धियों की सूची के साथ बैठक में उपस्थित होने के निर्दो दिए है।
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नगर पालिका के कार्यो की समीक्षा
ऑवर ब्रिज के निर्माण कार्य
में तेजी लाने के निर्दो
बाडमेर, 6 फरवरी। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने भाहर में ऑवर ब्रिज सहित विभिन्न निर्माणाधीन कार्यो में तेजी लाने के निर्दो दिए है ताकि लोगों को असुविधा का सामना लम्बे समय तक नहीं करना पडें। वह सोमवार को नगर पालिका की समीक्षा बैठक के दौरान पालिका के कार्यो की समीक्षा कर रही थी।
उन्होने भाहर में माकूल सफाई व्यवस्था सुनिचत करने के निर्दो दिए है। उन्होने कहा कि भाहर में खुले नालों पर लोहे की जालियां लगायी जाए ताकि पोलिथीन आदि के कारण नाले अवरूद्ध न हो सकें। साथ ही उन्होने अतिक्रमण हटाने के कार्य को गम्भीरता से लेने के निर्दो देते हुए कहा कि अतिक्रमण की जानकारी मिलते ही उसे तुरन्त प्रभाव से हटाया जाए। इस अवसर पर डॉ. प्रधान ने सफाई कर्मचारियों की भर्ती पर रोक लगाने के मामले में अर्द्ध भासकीय पत्र प्रेशित कर बाडमेर में सफाई कार्मिकों की कमी के चलते भर्ती प्रकि्रया पुनः आरम्भ करने की अनुमति दिलाने को कहा। उन्होने बाडमेर भाहर में निर्माणाधीन ऑवर ब्रिज, ऑवर हैड टैंक आदि कार्यो की प्रगति की समीक्षा की तथा निर्माणाधीन विभिन्न विकास कार्यो की गति बाकर उन्हें शीघ्र पूर्ण कराने के निर्दो दिए। उन्होने आवारा पाुओं की धडपकड के लिए विोश अभियान चलाने के निर्दो दिए तथा पकडे गये आवारा पाुओं को डीसा की गौाला में भेजने के निर्दो दिए।
बैठक में अतिक्रमण हटाने, नयी आवासीय योजनाओं तथा भगवान महावीर टाउन हॉल के आधुनिकीकरण पर चर्चा की गई। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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सार्वजनिक वितरण प्रणाली की समीक्षा
बाडमेर, 6 फरवरी। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने उपभोक्ता के हितों की रक्षा के लिए सुदृ सार्वजनिक वितरण प्रणाली के कि्रयान्वयन में जन भागीदारी को अति आवयक बताया है। वह सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में रसद विभाग की पीडीएस प्रणाली की सतर्कता समिति की समीक्षा कर रही थी।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली पर निगरानी रखने में सतर्कता समितियों के माध्यम से जन प्रतिनिधि महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है। उन्होने आम जन को लाभान्वित करने के लिए इस वितरण प्रणाली पर पैनी नजर रखने तथा इसमें सुधार लाने के निर्दो दिए है।
इस मौके पर जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर ने कहा कि उपभोक्ताओं के संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए जन प्रतिनिधियों की भागीदारी अति आवयक है। इसी संकल्प को दृश्टिगत रखते हुए राज्य सरकार ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली पर निगरानी रखने तथा उचित मूल्य की दुकानों के आवंटन में पारदिर्ता के लिए समितियों में गैर सरकारी सदस्यों का मनोनयन किया है। इससे पूर्व जिला रसद अधिकारी उम्मेदसिंह पूनिया ने सतर्कता समितियों में जन प्रतिनिधियों के मनोनयन तथा उनकी भूमिका के बारे में जानकारी दी।
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रामसर एवं चौहटन में जिला
कलेक्टर की जन सुनवाई 9 को
बाडमेर, 6 फरवरी। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान द्वारा तहसील रामसर एवं पंचायत समिति चौहटन में 9 फरवरी को जन सुनवाई की जाएगी। इसी प्रकार चौहटन तहसील के आलमसर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर 9 फरवरी को रात्रि चौपाल का आयोजन किया जाएगा।
उन्होने बताया कि पंचायत समिति बायतु एवं िव में पूर्व में 24 फरवरी को प्रस्तावित जन सुनवाई तथा िव तहसील की ग्राम पंचायत राजबेरा में पूर्व प्रस्तावित रात्रि चौपाल अब 15 फरवरी को उक्त स्थानों पर ही आयोजित की जाएगी।
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ऑन लाईन वेतन बिल मोडयूल के तहत
अधिकारियों की प्रिक्षण कार्याला 14 को
बाडमेर, 6 फरवरी। वित विभाग के निर्दोानुसार आईएफएमएस प्रणाली के तहत जिले के समस्त राज्य कर्मचारियों के वेतन बिल ऑन लाईन वेतन बिल मॉडयूल के तहत तैयार किए जाएगें।
कोशाधिकारी सवाईलाल गर्ग ने बताया कि उक्त प्रणाली फरवरी पेड इन मार्च से लागू की जाएगी। ऑन लाईन वेतन बिल माडयूल के लिए जिले के समस्त आहरण वितरण अधिकारियों, कार्यालयाध्यक्षों की एक दिवसीय प्रिक्षण कार्याला का आयोजन 14 फरवरी को भगवान महावीर टाउन हॉल बाडमेर में किया जाएगा। उन्होने बताया कि उक्त प्रिक्षण कार्याला में सभी आहरण वितरण अधिकारियों की उपस्थिति आवयक है। उन्होने बताया कि िक्षा विभाग के अलावा अन्य समस्त विभागों के आहरण वितरण अधिकारी 14 फरवरी को प्रातः 10 बजे तथा िक्षा विभाग (कालेज िक्षा, माध्यमिक िक्षा, प्राथमिक िक्षा, बीईईओ) के समस्त आहरण वितरण अधिकारी इसी दिन दोपहर 2.00 बजे उक्त प्रिक्षण कार्याला में उपस्थित होंगे ताकि कोशालय एवं उप कोशालयों के अन्तर्गत आने वाले समस्त आहरण वितरण अधिकारियों को ऑन लाईन वेतन बिल मोडयूल संबंधी प्रिक्षण दिया जा सकें।
गर्ग ने बताया कि समस्त आहरण वितरण अधिकारी उक्त प्रिक्षण कार्याला में आवयक रूप से उपस्थित होना सुनिचत करें तथा अपने एक कार्मिक जो वेतन बिलों को ऑन लाईन फिडिंग करने संबंधी जानकारी रखता हो, को साथ लावें ताकि ऑन लाईन वेतन बिल बनाने संबंधी प्रकि्रया समझ सकें।
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