शनिवार, 10 सितंबर 2011

भेदभाव के मुद्दे पर उलझे पार्षद

भेदभाव के मुद्दे पर उलझे पार्षद
बालोतरा शुक्रवार को नगरपालिका के सभागार में दोपहर 3 बजे चेयरमैन महेश बी चौहान की अध्यक्षता में साधारण बैठक का आयोजन किया गया। करीब ढाई घंटे तक चली बैठक में पक्ष व विपक्ष दोनों के पार्षदों ने पालिका की ओर से विकास कार्यों में बरते जा रहे भेदभाव पर जमकर विरोध जताया।

विकास कार्यों के संबंध में आयोजित बैठक के दौरान पार्षदों नैनाराम सुंदेशा व रावताराम माली ने गत बैठक का प्रतिवेदन पढऩे से पूर्व ही विरोध जताना प्रारंभ कर दिया। विकास कार्यों में पालिका की ओर से विकास कार्यों में किए जा रहे भेदभाव को लेकर ये पार्षद बैठक प्रारंभ होते ही अध्यक्ष की कुर्सी के सामने धरना देकर बैठ गए। अध्यक्ष चौहान की ओर से इन्हें आश्वासन देने के बाद ये पार्षद थोड़ा शांत हुए। इसके बाद अधिशासी अधिकारी ताराचंद चौहान की ओर से गत बैठक का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। प्रतिवेदन में विकास समिति की ओर से विकास कार्यों में भेदभाव को लेकर भाजपा के पार्षद व उपाध्यक्ष रामलाल पुरोहित, दुर्गा देवी सोनी, नैनाराम सुंदेशा, आशा अग्रवाल, रावताराम माली, प्रतिपक्ष नेता रतन खत्री ने अध्यक्ष व अधिशाषी अधिकारी के समक्ष विरोध जताया। इस दौरान पक्ष व विपक्ष के पार्षदों के बीच तीखी नोक-झोंक भी हुई। अन्य पार्षदों के बीच-बचाव व समझाइश करने पर मामला थोड़ा शांत हुआ। बैठक के दौरान वार्ड सं 3 व 4 को आचार्य तुलसी नगर घोषित करने के प्रस्ताव पर वार्ड सं 3 की पार्षद कमला खातून व वार्ड सं 4 की पार्षद आशा अग्रवाल ने अध्यक्ष चौहान को वार्डवासियों का हस्ताक्षरयुक्त विरोध पत्र सौंपा। करीब ढाई घंटे तक चली बैठक में अधिकांश समय तक विकास कार्यों में भेदभाव बरतने का ही मुद्दा छाया रहा। बैठक के अंत में सभी पार्षदों की ओर से सहवृत्त मनोनीत सदस्य शंकरलाल सलुंदिया का स्वागत किया गया।

पासपोर्ट शाखा इंचार्ज ने विदेशियों से बनाई काली कमाई

पासपोर्ट शाखा इंचार्ज ने विदेशियों से बनाई काली कमाई

बाड़मेर के प्रतिबंधित क्षेत्र में जाने की इजाजत देने व वीजा अवधि बढ़ाने के लिए वसूली मनमानी फीस

बाड़मेर में सीआईडी पासपोर्ट शाखा इंचार्ज के पद पर रहते हुए पिछले छह साल में प्रतिबंधित क्षेत्र में जाने की इजाजत देने और वीजा अवधि बढ़ाने के नाम पर विदेशी नागरिकों से मनमानी फीस वसूलने के आरोपी खेताराम के काली कमाई करने के पुख्ता सबूत मिले हैं। कुछ समय पूर्व इस मामले का खुलासा होने पर खेताराम को सस्पेंड कर भरतपुर भेज दिया गया था। उसके खिलाफ चल रही आरंभिक जांच में विदेशियों से अवैध रूप से लाखों रुपए वसूलने की पुष्टि हो गई है। सीआईडी डिप्टी ने विदेशियों से अवैध रूप से 20 से 30 हजार रुपए तक वसूलने की बड़ी तादाद में फर्जी रसीदें जब्त की हैं। जांच रिपोर्ट अगले सप्ताह तक सीआईडी मुख्यालय जयपुर भेजी जाएगी। उसके आधार पर खेताराम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। बाड़मेर में पिछले एक दशक से विदेशी पर्यटकों के अलावा तेल व गैस खोज, लिग्नाइट व पावर प्लांट आदि प्रोजेक्ट के लिए विदेशी विशेषज्ञों की बड़ी संख्या में आवाजाही रही है। बाड़मेर में रोजाना औसतन 50 से 60 विदेशी सीआईडी की पासपोर्ट शाखा में अपनी आमद करवाते हैं। बाड़मेर सीआईडी में वर्ष 1995 से कार्यरत खेताराम को वर्ष 2005 में हैंड कांस्टेबल के रूप में पदोन्नत कर पासपोर्ट शाखा का जिम्मा सौंपा गया था। जांच में सामने आया कि तब से उसने विदेशियों से आमद करवाने पर भी 15 से 25 हजार रुपए फीस लेना शुरू कर दिया, जबकि आमद पर कोई फीस नहीं है। यही नहीं, वीजा अवधि बढ़ाने की फीस दो हजार रुपए है तो खेताराम प्रति विदेशी नागरिक 24 से 30 हजार रुपए तक फीस वसूल करता था।

इसी तरह बाड़मेर के सीमावर्ती प्रतिबंधित एरिया में विदेशियों को कलेक्टर की अनुमति के बिना प्रवेश नहीं मिल सकता। कलेक्टर अनुमति देने से पूर्व सीआईडी से विदेशी के बारे में जांच करवाते हैं। खेताराम उस जांच के नाम पर भी विदेशियों से हजारों रुपए वसूल लेता था। वह वीजा अवधि खत्म होने पर उसे बढ़ाने से लेकर तमाम अन्य मामलों में भी विदेशियों से तय फीस से कई गुना राशि वसूल कर लेता था। रुपए लेकर वह वीजा की अवधि खत्म होने के बावजूद विदेशियों को रहने की इजाजत भी दे देता था।


अगले सप्ताह भेजेंगे रिपोर्ट

पासपोर्ट शाखा इंचार्ज के खिलाफ जांच में विदेशियों से अवैध रूप से रुपए वसूलने की पुष्टि हुई है। सबूत के तौर पर विदेशियों को दी अधिक राशि की रसीदें भी जब्त की है। रिपोर्ट अगले सप्ताह मुख्यालय भेज दी जाएगी।

-एस. परिमला, एसपी, सीआईडी जोन

banke bihari tere naina kajrare.......by govindjhi kota......

जालोर न्यूज़ बॉक्स ...आज की खबरे सांचौर में ५२ एमएम बारिश


सांचौर में ५२ एमएम बारिश

जालोर सहित जिलेभर में रिमझिम बारिश का दौर शुक्रवार को भी जारी रहा, सर्वाधिक बारिश सांचौर में, इसके अलावा बागोड़ा में 14 और रानीवाड़ा में 17 एमएम बारिश दर्ज
जालोर बादलों का छाए रहने के साथ ही रिमझिम बारिश का दौर जिले के कई स्थानों पर शुक्रवार को भी जारी रहा। इस दौरान पूरे दिन आसमान में बादल छाए रहे। सूर्यदेव के दर्शन भी कभी कभार ही हुए। आंकड़ों के अनुसार बीते चौबीस घंटों में जिले के सांचौर क्षेत्र में सर्वाधिक ५२ एमएम बारिश दर्ज की गई। वहीं जालोर में ०.४ एमएम, बागोड़ा में १४ एमएम व रानीवाड़ा में १७ एमएम बारिश दर्ज की गई। जिला मुख्यालय पर सवेरे से ही आसमान में बादल छाए रहे। आसमान में बादल छाए रहने से सूर्यदेव के दर्शन भी कभी कभार ही हुए। वहीं पूरे दिन मौसम काफी ठंडा रहा।

सांचौर& क्षेत्र में पिछले कई दिनों से जारी बारिश का दौर शुक्रवार को भी नहीं थमा। क्षेत्र में गुरुवार शाम 7 बजे बारिश शुरू हुई जो शुक्रवार दोपहर तक रुक-रुक कर जारी रही। लगातार हो रही बारिश से नगर के निचले इलाकों में पानी भर गया। ऐसे में नगरवासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। शुक्रवार सवेरे तक क्षेत्र में 52 एमएम बारिश दर्ज की गई। इधर, गुरुवार रात हुई मूसलाधार बारिश से क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग सहित विभिन्न सड़क मार्गों पर गहरे गड्ढे हो गए। सड़कों के क्षतिग्रस्त हो जाने से वाहन चालकों व यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग के चार रास्ता से आगे थराद रोड पर सड़क के दोनों ओर बारिश का पानी जमा हो गया। इसके अलावा नगर के कई मोहल्लों व कच्ची बस्तियों मेें बरसाती पानी का भराव हो रखा है। जिससे राहगीर तो परेशान हो ही रहे हैं, साथ ही साथ मच्छरों की तादाद भी बढ़ गई है।

हाड़ेचा& कस्बे समेत आस-पास के इलाकों मेंं पिछले कई दिनों से जारी बारिश का दौर शुक्रवार को भी जारी रहा। कस्बे में गुरूवार दोपहर से शुरू हुई बारिश शुक्रवार को भी जारी रही। क्षेत्र के काछेला, जानवी, गलीफा, केसुरी, सूंथड़ी, सुराचंद, बेडिय़ा, टांपी, दूठवा, सरवाना व बिछावाड़ी सहित नेहड़ क्षेत्र के कई गांवों में जमकर बादल बरसे। बारिश के बाद कस्बे के निचले इलाकों व कच्ची बस्तियों में पानी का भराव हो गया। जिससे राहगीरों व वाहनचालकों को परेशानी हो रही है। साथ ही जगह जगह पानी भर जाने से इन मच्छरों का प्रकोप भी फैल रहा है। इधर, पिछले कई दिनों से जारी बारिश से किसानों को फसलों में खराबे की चिंता खाए जा रही है। ऐसे में क्षेत्र के किसान मायूस नजर आ रहे हैं।

चितलवाना& कस्बे समेत आस पास के इलाकों में गुरुवार दोपहर को शुरू हुई बारिश पूरी रात रुक रुक कर जारी रही। रिमझिम बारिश का दौर शुक्रवार सवेरे 11 बजे थमा। इसके बाद बूंदाबांदी होती रही। इधर, गुरुवार दोपहर शुरू हुई बारिश देखते ही देखते तेज हो गई। पूरी रात रुक-रुक कर हुई रिमझिम बारिश से मौसम में ठंडक आ गई। बारिश की वजह से शुक्रवार दोपहर १२ बजे तक बाजार भी बंद रहा। दोपहर में ठंडी हवाओं का दौर चला।

बालवाड़ा& कस्बे समेत आसपास के गांवों में कुछ दिनों से जारी बारिश का दौर शुक्रवार को भी जारी रहा। शुक्रवार को हल्की बूंदाबांदी व ठंडी बयार चली। वहीं पूरे दिन आसमान में बादलों की आवाजाही से मौसम सुहाना बना रहा। इधर, लगातार हो रही बारिश के कारण किसानों के चेहरे भी फीके दिखाई दिए

आहत हुई श्रद्धालुओं की आस्था पत्थरबाजी की घटना से सारणेश्वर मेले में नहीं आए सैकड़ों श्रद्धालु, कई बीच राह से लौटे

आहत हुई श्रद्धालुओं की आस्था

पत्थरबाजी की घटना से सारणेश्वर मेले में नहीं आए सैकड़ों श्रद्धालु, कई बीच राह से लौटे

सिरोही सारणेश्वर मेले के दूसरे दिन शुक्रवार को रेबारी समाज की ओर से मचाए गए हुड़दंग के कारण सैकड़ों श्रद्धालुओं की आस्था आहत हुई।मामूली बात को लेकर युवकों के साथ मारपीट व डिप्टी की गाड़ी पर पत्थरबाजी की घटना के बाद मेले का माहौल बिगड़ गया। स्थिति संभालने के लिए आरएसी के साथ अतिरिक्त जाब्ता लगाना पड़ा। माहौल बिगडऩे से कई लोग मेले से लौट आए और अधिकतर शहरवासी मेले में नहीं पहुंचे।

सारणेश्वर मेले में दोपहर 2.30 बजे प्रसादी की बात को लेकर विवाद उपज गया। विवाद बढ़ते-बढ़ते मारपीट तक पहुंच गया। इस मामले में रेबारियों ने चार युवकों के साथ मारपीट कर घायल कर दिया। गंभीर रूप से घायल युवक रूपाराम मेघवाल को उपचार के लिए अन्यत्र रेफर किया। मारपीट के बाद मेले में माहौल पूरी तरह से बिगड़ गया।

शांति व्यवस्था को देखते हुए मेले में आरएसी, सशस्त्र पुलिस बल सहित भारी जाब्ता तैनात किया गया। उपखंड अधिकारी प्रहलाद सहाय नागा भी मेले में पहुंचे और रेबारी समाज के पंचों से इस मामले में वार्ता की। दो दिवसीय सारणेश्वर मेले में पहला दिन केवल रेबारी समाज को समर्पित है, जबकि दूसरा दिन अन्य सभी समाजों के लिए है। दूसरे दिन श्रद्धालुओं की तादाद काफी ज्यादा होती है। ऐसे में दूसरे दिन मेले में हुई मारपीट की वारदात से सैकड़ों श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। मेले में मारपीट की घटना होने की सूचना शहर में आग की तरह फैल गई। जैसे ही घायलों को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया, अस्पताल में लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। हर कोई मामले की जानकारी व मेले में हालात को लेकर जानकारी जुटा रहा था। उधर, घायलों के परिजन भी अस्पताल पहुंचे।

घायल को ऑटो में डालना पड़ा महंगा

हुड़दंग के दौरान हुई मारपीट में गंभीर रूप से घायल युवक को अस्पताल पहुंचाने के लिए पुलिस ने वहां खड़े ऑटो में डाल दिया। इस पर हुड़दंगियों ने ऑटो पर भी धावा बोल दिया तथा ऑटो को तोडफ़ोड़ की। चालक के साथ भी धक्का-मुक्की व मारपीट हुई। ऑटो चालक जान बचाकर भाग गया। इस पर ऑटो चालकों ने मेले में सवारियों को ले जाने का बहिष्कार कर दिया तथा एसपी को इसकी शिकायत की। एसपी की ओर से ऑटो के हुए नुकसान की भरपाई का आश्वासन देने पर ऑटो चालकों ने पुन: अपनी सेवाएं बहाल की।

बाबा रामदेवमेले के बाद भी उमड़ रही है श्रद्धालुओं की भीड़





मेले के बाद भी उमड़ रही है श्रद्धालुओं की भीड़

पुलिस व्यवस्था के साथ-साथ दुकानदारों ने भी समेटे अपने सामान

रामदेवरा बाबा रामदेव मेले के प्रशासनिक स्तर पर समापन के बावजदू भी भद्रपद शुक्ला द्वादशी को स्थानीय ग्रामीणों सहित आस-पास के क्षेत्रों के लोगों की भारी भीड़ रही। शुक्रवार को समाधि के मुख्य प्रदेश द्वार खुलने से पूर्व ही हजारों दर्शनार्थियों की लंबी कतारें लग गई जो दिन चढऩे के साथ बढ़ती गई। सुबह एकादशी को विश्नोई समाज एवं स्थानीय ग्रामीणों की भीड़ सर्वाधिक थी। मेला समाप्ति की औपचारिकता के चलते पुलिस बल व अन्य विभागीय अधिकारियों को कार्यमुक्त करने के बाद दिन भर रही भीड़ स्वत: नियंत्रित हो कर दर्शन लाभ लेते देखी गई।

प्रशासन ने की जल्दबाजी : सरकारी तिथि अनुसार भाद्रपद शुक्ला द्वितीया से एकादशी तक मेला अवधि मान गुरुवार को बाहरी जिलों से आए श्रद्धालुओं व शुक्रवार को जिले की पुलिस को कार्यमुक्त कर विदाई दे दी गई। जबकि शुक्रवार को मेला समाप्ती के पहले दिन विगत कई दिनों की भीड़ से सर्वाधिक भीड़ देखी गई। अमूमन दर्शनार्थियों की आवक भाद्रसुदी पूर्णिमा तक रहती है ऐसे में प्रशास को व्यवस्थाए बनाए रखने के लिए पर्याप्त स्टाफ की तैनातगी सुनिश्चित रखती चाहिए।

कोई वैकल्पिक सुविधा नहीं: शुक्रवार को दर्शनार्थियों की कतारों को व्यवस्थित करने एवं सुगमता पूर्वक दर्शन व्यवस्था बनाए रखने की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं देखी गई। कस्बे में अलग स्थानों पर स्थापित सूचना केन्द्रों के अभाव में एक दूसरे से बिछुड़े परिजन आपस में ढूंढते बिलखते नजर आए। वहीं पर्याप्त स्वास्थ्य चौकियों के अभाव में बाहरी इलाकों से पैदल यात्रा कर पहुंचने वाले पदयात्रियों को प्राथमिक उपचार की कोई व्यवस्था नहीं देखी गई।

ठेकेदारों ने समेटा सामान: मेला व्यवस्थाओं के नाम पर आगामी 12 सितंबर तक ग्राम पंचायत को विद्युत, टेंट व अन्य आवश्यक सामग्री सप्लाई करने वाले ठेकेदारों ने गुरुवार की शाम को ही अपने डेरे समेटने शुरू कर दिए। कनातों के सहारे लगाई गई अस्थाई लाइटें हटाने से गुरूवार रात्रि कई इलाके अंधेरे में डूबे रहे।

शहीद पूनमसिंह हमारे लिए गर्व और गौरव है अमर शहीद पूनमसिंह भाटी के 46वें बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि समारोह आयोजित

शहीद पूनमसिंह हमारे लिए गर्व और गौरव है

अमर शहीद पूनमसिंह भाटी के 46वें बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि समारोह आयोजित


जैसलमेर देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए 9 सितम्बर 1965 को भारत पाक सीमा पर स्थित भुटोवाला चौकी पर पाक आक्रमणकारियों का सामना करते हुए मातृभूमि पर अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले अमर शहीद पूनम सिंह भाटी के 46 वें बलिदान दिवस पर शुक्रवार को शहीद पूनम सिंह स्टेडियम मे आयोजित श्रद्धांजलि समारोह के अवसर नगरवासियों ने अपने शूरवीर सपूत को श्रद्धासहित स्मरण किया। अमर शहीद पूनम सिंह स्मृति स्थान जैसलमेर के तत्वावधान में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह के अवसर पर जैसलमेर विधायक छोटू सिंह भाटी , पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई, नगर पालिका अध्यक्ष अशोक तंवर के साथ ही अन्य जनप्रतिनिधि तथा गणमान्य नागरिक भी अच्छी संख्या में उपस्थित थे। विधायक भाटी ने इस अवसर पर कहा की शहीद पूनम सिंह ने सीमाओं की रक्षा करते हुए जिस अदम्य साहस का परिचय दिया है वह पुलिस विभाग ही नही अपितु पूरे जिलेवासियों के लिए गर्व एवं गौरव का विषय है। उन्होंने कहा की सीमावर्ती जिला होने के कारण वर्तमान आंतकवाद के वातावरण में प्रत्येक जिलेवासी की जिम्मेदारी बढ़ जाती है । उन्होंने कहा की हमें देश की अखंडता एवं एकता बनाए रखने के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर करने के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए तथा अपने आस पास की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए। विधायक भाटी ने शहीद पूनम सिंह के नाम से नगर में आवासीय कॉलोनी की स्थापना करने की आवश्यकता प्रतिपादित की ।पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने कहा कि शहीद पूनमसिंह ने अद्भूत शौर्य एवं पराक्रम का परिचय देते हुए देश की सीमाओं की रक्षा के लिए प्राणोत्सर्ग कर सीमान्त जिले को गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि शहीद की शहादत को चिरस्मणीय बनाने के लिए वर्ष पर्यन्त कार्यक्रम आयोजित किए जाने की आवश्यकता है ताकि आने वाली पीढिय़ों को इस सम्बन्ध में प्रेरणा मिल सके।

नगरपालिका अध्यक्ष अशोक तंवर, पूर्व विधायक किसन सिंह भाटी एवं सांग सिंह भाटी, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष सुमार खां, रिटायर्ड अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंदन सिंह के साथ ही संस्थान के सचिव शैतान सिंह पूनमनगर ने भी इस अवसर पर शहीद की शहादत के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। पुलिस बैंड की धुनों के मध्य विधायक छोटू सिंह भाटी ने शहीद की प्रतिमा के समक्ष दीप पजवलित किया एवं पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने प्रतिमा के समक्ष पुष्पचक्र अर्पित किए एवं प्रतिमा के मस्तक पर अक्षत तिलक लगाकर श्रदासुमन अर्पित किए।

Shri Krishna Govind Hare Murari Hey Naath Narayana Vasudeva....flv

प्राणिमात्र की पीडा हरने वाले साई ....ॐ साईं नमो नमः || श्री साईं नमो नमः || जय जय साईं नमो नमः || सतगुरु साईं नमो नमः || ॐ श्री सतगुरु साईनाथ महाराज की जय ||



प्राणिमात्र की पीडा हरने वाले साई हरदमकहते, मैं मानवता की सेवा के लिए ही पैदा हुआ हूं। मेरा उद्देश्य शिरडीको ऐसा स्थल बनाना है, जहां न कोई गरीब होगा, न अमीर, न धनी और न ही निर्धन..। कोई खाई, कैसी भी दीवार..बाबा की कृपा पाने में बाधा नहीं बनती। बाबा कहते, मैं शिरडीमें रहता हूं, लेकिन हर श्रद्धालु के दिल में मुझे ढूंढ सकते हो। एक के और सबके। जो श्रद्धा रखता है, वह मुझे अपने पास पाता है।

साई ने कोई भारी-भरकम बात नहीं कही। वे भी वही बोले, जो हर संत ने कहा है, सबको प्यार करो, क्योंकि मैं सब में हूं। अगर तुम पशुओं और सभी मनुष्यों को प्रेम करोगे, तो मुझे पाने में कभी असफल नहीं होगे। यहां मैं का मतलब साई की स्थूल उपस्थिति से नहीं है। साई तो प्रभु के ही अवतार थे और गुरु भी, जो अंधकार से मुक्ति प्रदान करता है। ईश के प्रति भक्ति और साई गुरु के चरणों में श्रद्धा..यहीं से तो बनता है, इष्ट से सामीप्य का संयोग।

दैन्यताका नाश करने वाले साई ने स्पष्ट कहा था, एक बार शिरडीकी धरती छू लो, हर कष्ट छूट जाएगा। बाबा के चमत्कारों की चर्चा बहुत होती है, लेकिन स्वयं साई नश्वर संसार और देह को महत्व नहीं देते थे। भक्तों को उन्होंने सांत्वना दी थी, पार्थिव देह न होगी, तब भी तुम मुझे अपने पास पाओगे।

अहंकार से मुक्ति और संपूर्ण समर्पण के बिना साई नहीं मिलते। कृपापुंजबाबा कहते हैं, पहले मेरे पास आओ, खुद को समर्पित करो, फिर देखो..। वैसे भी, जब तक मैं का व्यर्थ भाव नष्ट नहीं होता, प्रभु की कृपा कहां प्राप्त होती है। साई ने भी चेतावनी दी थी, एक बार मेरी ओर देखो, निश्चित-मैं तुम्हारी तरफ देखूंगा।

1854में बाबा शिरडीआए और 1918में देह त्याग दी। चंद दशक में वे सांस्कृतिक-धार्मिक मूल्यों को नई पहचान दे गए। मुस्लिम शासकों के पतन और बर्तानियाहुकूमत की शुरुआत का यह समय सभ्यता के विचलन की वजह बन सकता था, लेकिन साई सांस्कृतिक दूत बनकर सामने आए। जन-जन की पीडा हरी और उन्हें जगाया, प्रेरित किया युद्ध के लिए। युद्ध किसी शासन से नहीं, कुरीतियों से, अंधकार से और हर तरह की गुलामी से भी! यह सब कुछ मानवमात्र में असीमित साहस का संचार करने के उपक्रम की तरह था। हिंदू, पारसी, मुस्लिम, ईसाई और सिख..हर धर्म और पंथ के लोगों ने साई को आदर्श बनाया और बेशक-उनकी राह पर चले।

दरअसल, साई प्रकाश पुंज थे, जिन्होंने धर्म व जाति की खाई में गिरने से लोगों को बचाया और एक छत तले इकट्ठा किया। घोर रूढिवादी समय में अलग-अलग जातियों और वर्गो को सामूहिक प्रार्थना करने और साथ बैठकर चिलम पीने के लिए प्रेरित कर साई ने सामाजिक जागरूकता का भी काम किया। वे दक्षिणा में नकद धनराशि मांगते, ताकि भक्त लोभमुक्तहो सकें। उन्हें चमत्कृत करते, जिससे लोगों की प्रभु के प्रति आस्था दृढ हो। आज साई की नश्वर देह भले न हो, लेकिन प्यार बांटने का उनका संदेश असंख्य भक्तों की शिराओंमें अब तक दौड रहा है।

शुक्रवार, 9 सितंबर 2011

दुल्हन को छोड़ भागे दहेज लोभी

दुल्हन को छोड़ भागे दहेज लोभी

झुंझुनूं। झुंझुनूं कस्बे में दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर निकाह के बाद दुल्हन को उसके ससुराल वालों के छोड़कर चले जाने का मामला सामने आया है। पुलिस के अनुसार मोहम्मद साबिर ने कोतवाली थाने में इस आशय की शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के अनुसार गत बुधवार को साबिर की पुत्री का सीकर निवासी आसिफ से निकाह हुआ था।

निकाह के बाद दुल्हे के पिता और मां ने मोटरसाइकिल, स्वर्णाभूषण तथा एक लाख रूपए दहेज में देने की मांग रख दी। इस पर दुल्हन के पिता के होश उड़ गए और वर पक्ष के लोगों से कहा कि उन्होंने अपनी हैसियत से अधिक दहेज दिया है। दोनों पक्षों में हुए विवाद के बाद समाज की पंचायत हुई लेकिन मामला नहीं सुलझ पाया। बाद में वे लोग निकाह के बाद दुल्हन को छोड़ कर लौट गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है।

जोधपुर जंतुआलय के एकमात्र नर टाइगर की मौत

जोधपुर। पिछले दस दिनों से खाना-पीना छोड़ चुके जोधपुर जंतुआलय के एकमात्र नर टाइगर रुद्र ने गुरुवार देर रात दम तोड़ दिया। वह दस दिनों से गंभीर बीमार चल रहा था और चार सितंबर के बाद तो रुद्र ने खाना-पीना बिल्कुल छोड़ दिया था। सात सितंबर को उसके ब्लड की जांच के लिए सैंपल आईवीआरआई बरेली भेजा गया था। एक-दो दिन में जांच रिपोर्ट आने की उम्मीद थी लेकिन इससे पहले ही गुरुवार देर रात रुद्र ने अंतिम सांस ले ली।


जंतुआलय प्रशासन गुरुवार को दिन भर डॉक्टरों की टीम के साथ उसके उपचार में जुटा रहा है लेकिन उसके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ। गुरुवार को ही विभागीय अधिकारियों ने पंजाब व मध्यप्रदेश से डॉक्टरों की स्पेशल टीम को बुलाने का निर्णय लिया था। लेकिन शुक्रवार सुबह जब जंतुआलय के कर्मचारी आए तो रुद्र को पिंजरे में मृत देखा। इसके बाद अधिकारी भी आए। बाद में कायलाना की पहाडिय़ां स्थित माचिया बायोलॉजीकल पार्क में दाह संस्कार किया गया।

नैसर्गिक सुंदरता कृत्रिम प्रसाधनों की मोहताज नहीं .... सुंदर फोटो गैलरी .























नैसर्गिक सुंदरता कृत्रिम प्रसाधनों की मोहताज नहीं


बाडमेर आधुनिक बनने की होड़ में शायद ही कोई ऐसा चेहरा बचा हो, जो सौंदर्य प्रसाधनों का उपयोग न करता हो. चेहरे को तमाम सौंदर्य प्रसाधनों के जरिए निखार कर आधुनिक बालाएं अल्प समय की सुंदरता पाकर निहाल हो उठती हैं और इसी अल्प समय की सुंदरता के बलबूते सौंदर्य प्रतियोगिताओं के ताज पहन रही हैं. मगर, के बाड़मेर जिले की अत्यन्त खूबसूरत ग्रामीण बालाओं की नैसर्गिक सुंदरता के आगे मेकअप के बूते हासिल किया गया उधार का हुस्न फीका लगता हैं राजस्थान.

ग्रामीण क्षेत्रों में नैसर्गिक सौंदर्य यहां की बालाओं की विशेष पहचान है. शादी - ब्याह के अवसरों पर 'वे' के बजाय कुदरती चीजों का इस्तेमाल करती हैं कॉस्मेटिक. मुल्तानी (मिट्टी स्थानीय भाषा में जिसे मेट कहा जाता हैं) व चूरी भाटे से ही मेकअप किया है जाता. सैंकडो प्रकार के - देसी विदेशी श्रृंगार प्रसाधनों से सजी - धजी शहरी बालाओं का सौंदर्य ग्रामीण परिवेश में पली - बढ़ी बालाओं के प्राकृतिक चीजों से किए गए सौंदर्य के आगे फीका लगता है. हस्तनिर्मित एवं फुटपाथ पर गौर बंजारनो से खरीद गए श्रृंगार प्रसाधनों के उपयोग से नुमाया हुई खूबसूरती का कोई साईड इफेक्ट नही है और न ही इसके उतर जाने पर सौंदर्य धुंधला पडता हैं.

बाड़मेर की विश्वप्रसिद्ध मुल्तानी मिट्टी एक बेहतरीन प्राकृतिक सौंदर्य प्रसाधन है. मुल्तानी मिट्टी का चूर अन्तरराष्ट्रीय बाजारों की - बडी बडी दुकानों में महंगी कॉस्मेटिक सामग्री के रूप में मिलता है. यह मिट्टी त्वचा को स्वच्छ व गोरी बनाने में चमत्कारी कार्य करती है. मुल्तानी मिट्टी 'की मेट' बाथ तेजी से लोकप्रिय हो रही है. बाड़मेर में निर्यात 'होकर' मुल्तानी मिट्टी शहरों में भड़कीले पैकेटों में पैक होकर खुशबूदार टेलकम पाउडर के रूप में बिकती है बेन्टोनाईट. मगर, आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में बिना चंदन, मोगरे, गुलाब की महक के 'मनपसंद मेटबाथ' व चूरी भाटे का प्रयोग कर श्रृंगार करने वाली महिलाएं बिजलियां गिराने का माद्दा रखती हैं.

बाडमेर जिले में लगभग 6 'खानें' बेन्टोनाईट की हैं. मगर, नीतियों में आई विसंगतियों के कारण खानों का संचालन जोखिमभरा हो गया है सरकारी. खान मालिक भरत दवे बताते हैं कि खनिज विभाग द्वारा सीमित गहराई तक ही बेंटोनाईट के खनन की स्वीकृति देने के कारण पूरा खनन नहीं हो पाता, बीच में ही खदान बन्द करनी पडती हैं, जिसके कारण खान संचालकों को घाटा उठाना पडता है. देश भर में बेंटोनाईट की जबरदस्त मांग के बावजूद पर्याप्त आपूर्ति नही हो पा रही है.

100 रुपए रिश्वत लेने पर 3 पुलिस कर्मी गिरफ्तार

अम्बाला. जीटी रोड पर गश्त कर रहे पीसीआर तीन के इंचार्ज सहित पूरे स्टाफ को रिश्वत लेते हुए एसपी शशांक आनंद ने मध्य रात्रि खुद पकड़ा।

जीटी रोड पर ट्राली चालक से पीसीआर में ड्यूटी दे रहे एएसआई व चालक सहित दो हैड कांस्टेबल के कारनामे को देख खुद एसपी दंग रह गए जिसके बाद उन्होंने पड़ाव थाना पुलिस को तीनों के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज करने के निर्देश दिए।

कार्रवाई करते हुए पड़ाव पुलिस ने भ्रष्टाचार के आरोप में तीनों मुलाजिमों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार को दिल्ली में बम धमाके के बाद अम्बाला में भी अलर्ट किया गया था और मध्य रात्रि एसपी खुद पुलिस जवानों की मुस्तैदी का जायजा सिविल ड्रेस पहनकर सड़कों पर ले रहे थे।

इस दौरान जब एसपी जीटी रोड पर स्थित जीआरपी एसपी आफिस के निकट से गुजरे तो पीसीआर नंबर तीन सड़क किनारे एक ट्राली को रोके हुए खड़ी थी।

एसपी ने खुद उतरकर पीसीआर स्टाफ से बात की, लेकिन इतने में ट्राली चालक मुज्जफरनगर निवासी मांगेराम ने बताया कि तीनों जवान उससे सौ रुपए रिश्वत ट्राली आगे ले जाने के लिए ले रहे थे।

ट्राली में गुड था जोकि मांगेराम पंजाब ले जा रहा था। उस समय पीसीआर तीन पर इंचार्ज एएसआई निर्मल जीत सिंह, हैड कांस्टेबल सुभाष और ड्राइवर हैड कांस्टेबल राजपाल ड्यूटी दे रहे थे। पूछताछ के बाद एसपी आनंद ने पड़ाव पुलिस को मौके पर बुलाकर तीनों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए।

पड़ाव पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पीसीआर तीन पर तैनात तीनों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया है। डीएसपी बलजिंद्र सिंह ने बताया कि रात को एसपी शशांक आनंद ने चेकिंग के दौरान पैसे लेने का यह मामला पकड़ा था। तीनों मुलाजिमों के खिलाफ केस दर्जकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।

भ्रष्ट अफसरों/कर्मियों पर रहेगी नजर

एसपी शशांक आनंद ने कहा कि काम के बदले लोगों से पैसे मांगने वाले अफसर व कर्मियों पर पूरी नजर रखी जाएगी। उन्होंने साफ कहा कि अगर किसी के खिलाफ घूसखोरी की शिकायत आएगी तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस सिलसिले में जनता को जागरूक करने के लिए एसपी आनंद ने कहा कि रिश्वत मांगने वाले की शिकायत लोग उनके मोबाइल नंबर या आफिस में भी कर सकते हैं।

उन्होंने स्पष्ट किया कि शिकायत निपटान के दौरान घूस मांगने वाले अफसर या फिर कर्मचारी के खिलाफ मामला दर्ज करने की भी कार्रवाई की जाएगी।

गुजरात में गैरकानूनी रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों की तलाश

वडोदरा। हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट के दरवाजे के पास आतंकवादियों द्वारा किए गए ब्लास्ट में में 11 लोगों की मौत हुई है। इस बॉम्ब ब्लास्ट की जिम्मेदारी आतंकवादी संस्था हूजी ने ली है। आतंकवादी हूजी का संचालन पड़ोसी देश बांग्लादेश से होता है। इसी मद्देनजर अब सुरक्षा एजेसियां भारत में गैर काूननी रूप से रह रहे बांग्लादेशियों की तलाश कर रही हैं।

यह कार्रवाई गुजरात में भी व्यापाक रूप से चल रही है। उल्लेखनीय है कि आतंकवादियों की हिट लिस्ट में गुजरात भी है। इसी मद्देनजर गुजरात पुलिस भी अभियान के तहत सघन खोजबीन में जुटी है। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार हूजी द्वारा भारत में गैर कानूनी रूप से रह रहे बांग्लादेशियों का उपयोग आतंकी प्रवृत्तियों के लिए करने की पूरी संभावना है। इससे भी गंभीर बात यह है कि आंकड़ें बताते हैं देश में बांग्लादेशी घुसपैठियों की तादाद चौंकाने वाली है।

दूसरी ओर अहमदाबाद और मुंबई जैसे शहरों में श्रेणीबद्ध बॉम्ब ब्लास्ट कर चुका आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन और हूजी के रिश्ते काफी अच्छे हैं। इसलिए ये दोनों आतंकी ग्रुप मिलकर बांग्लादेशियों का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं।

भीलवाड़ा: दीवार ढहने से मां-बेटे की मौत

जहाजपुर(भीलवाड़ा). गांगीथला गांव में शुक्रवार तड़के एक मकान में कच्ची दीवार ढह जाने से मां-बेटे की दर्दनाक मौत हो गई। जहाजपुर थानांतर्गत गांगीथला मेंं सुबह करीब पौने पांच बजे कैलाश सिंह राजपूत की पत्नी गोविंद कंवर(4६) व उसका पुत्र भवानी सिंह (15) शौच करने के लिए मकान से बाहर गए थे। वापस आने के बाद हाथ धोते हुए आपस बतिया रहे थे कि पोल की दीवार भरभरा कर ढह गई। दोनो ही उसके मलबे में दब गए।

दीवार गिरने की तेज आवाज सुनकर दूसरे कमरे में सो रहा कैलाश सिंह बाहर आया। उसके शोर मचाने पर काफी संख्या में ग्रामीण भी एकत्र हो गए। जहाजपुर पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों के सहयोग से मलबे में दबे मां-बेटे को निकाल अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। घटना से पूरा गांव शोक में डूब गया। गमगीन माहौल के बीच अंतिम संस्कार के लिए दोनों की अर्थियां एक साथ उठी।

अब अकेला रह गया कैलाश
इस घटना से कैलाश सिंह को गहरा आघात लगा। बीपीएल चयनित इस परिवार में पत्नी व इकलौते बेटे की मौत के बाद अब वह अकेला रह गया। बताया गया कि गत दिनों हुई लगातार बरसात के कारण मकान की यह दीवार कमजोर हो गई और आज उसने दो जनों की जान ले ली।