मंगलवार, 6 सितंबर 2011

नोट के बदले वोट कांड में अमर सिंह गिरफ्तार: नहीं चली बीमारी की दलील, 19 तक जेल


नई दिल्ली. 'नोट के बदले वोट' मामले में राज्यसभा सांसद और समाजवादी पार्टी के पूर्व महासचिव अमर सिंह पर शिकंजा कस गया है। दिल्‍ली की एक अदालत ने अमर सिंह की जमानत याचिका खारिज करते हुए उन्‍हें न्‍यायिक हिरासत में जेल भेजने का हुक्‍म दिया। इस मामले में अमर सिंह के साथ दो अन्‍य अभियुक्‍तों को भी न्‍यायिक हिरासत में लिया गया है। कोर्ट ने इन अभियुक्‍तों से 19 सितंबर को नियमित जमानत दाखिल करने के लिए कहा है। बीजेपी के पूर्व सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते और महावीर सिंह भगोरा की जमानत अर्जी भी कोर्ट ने खारिज करते हुए इन्‍हें न्‍यायिक हिरासत में भेजने का हुक्‍म दिया।

चूंकि अदालत ने 19 सितंबर को इन अभियुक्‍तों को बेल के लिए आवेदन करने को कहा है, ऐसे में अमर सिंह को 19 सितंबर तक तिहाड़ जेल में रहना पड़ सकता है। उनके वकील 19 सितंबर को ही जमानत अर्जी दायर कर सकते हैं। इस तरह ‘नोट के बदले वोट कांड’ में अब तक पांच गिरफ्तारियां हो गई हैं। पहली गिरफ्तारी संजीव सक्‍सेना की हुई थी जिस पर अमर सिंह के घर से एक करोड़ रुपये भाजपा के दो सांसदों के घर पहुंचाने का आरोप है। सक्‍सेना पर आरोप है कि उसने उस दिन अमर सिंह के घर पर कई बार फोन किया और इन पैसों को दोनों सांसदों तक पहुंचाने के लिए अमर सिंह की कार का इस्‍तेमाल किया। दूसरी गिरफ्तारी बिचौलिए सुहैल हिंदुस्‍तानी की थी।
इससे पहले अदालत के कड़े रुख के बाद अमर सिंह को कोर्ट में पेश होना पड़ा । तीस हजारी कोर्ट में पेश हुए अमर‍ सिंह ने कहा, ‘मैं कमजोर हूं, छिपने की कोशिश नहीं कर रहा था। टीवी पर मैंने जो कुछ देखा, उसे देखकर बेहद व्‍यथित हुआ। इसके बाद मैंने फैसला किया कि अब मुझे कोर्ट में पेश होना चाहिए। मुझे गंभीर इंफेक्‍शन है। मुझे इलाज के लिए हर तीन महीने पर विदेश जाना पड़ता है।’

इससे पहले अमर के वकील ने अपने मुवक्किल की तबियत का हवाला देकर कोर्ट में पेशी से छूट मांगी थी। हालांकि इस पर कोर्ट ने अमर सिंह से सभी मेडिकल रिकॉर्ड मांगे। कोर्ट ने दिल्‍ली पुलिस को भी फटकार लगाई है। अदालत ने पुलिस से पूछा कि अब तक अमर सिंह को इस मामले में गिरफ्तार क्‍यों नहीं किया गया। इससे पहले अमर सिंह के वकील असगर खान ने पत्रकारों को बताया कि उनके मुवक्किल की तबियत खराब है इसलिए वो कोर्ट में निजी तौर पर उपस्थित नहीं हो सके। कोर्ट ने इस मामले में अमर सिंह से मेडिकल रिपोर्ट मांगी।

विशेष न्यायाधीश संगीता ढींगरा सहगल ने आज मामले की सुनवाई करते हुए पहले इसे दोपहर तक के लिए टाल दिया। वहीं, लालकृष्ण आडवाणी के पूर्व सहयोगी सुधींद्र कुलकर्णी भी अदालत में पेश नहीं हुए। वे इनदिनों अमेरिका में हैं। कुलकर्णी ने भी कोर्ट में पेश होने से छूट मांगी है।

2008 में विश्वास मत के दौरान संसद में नोट की गड्डियां उछाली गई थीं। बीजेपी के सांसदों को आरोप था उन्हें घूस देकर यूपीए के पक्ष में वोट देने को कहा गया है। इस घटना के कारण संसद में भारी हंगामा हुआ था। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने आरोपपत्र दाखिल किया है। विशेष न्यायाधीश संगीता ढींगरा सहगल ने 25 अगस्त को अमर सिंह, बीजेपी के पूर्व सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते, महावीर भगोरा और सुधींद्र कुलकर्णी को समन जारी किया था। दिल्ली पुलिस की दलील को स्वीकार करते हुए न्यायाधीश ने आरोपियों को समन भेजकर छह सितम्बर को अदालत में पेश होने को कहा था।

मिग विमान क्रैश, पायलट सुरक्षित

मिग विमान क्रैश, पायलट सुरक्षित

चंडीगढ़। पंजाब के पटियाला में राजपुरा के पास मिग-21 बिसन के क्रैश होने खबर है। विमान में दो पायलट सवार थे। आईएएफ के प्रवक्ता ने बताया कि अंबाला से ट्रेनिंग के लिए उड़ान भरने वाला यह मिग करीब साढ़े दस बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

पटियाला पुलिस के वरिष्ठ अधीक्षक जी एस गिल ने बताया कि शंभू नामक जगह के खेतों में यह मिग गिरा है। एयरक्राफ्ट के पायलट को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। वायुसेना ने जांच के आदेश दे दिए है। उल्लेखनीय है कि इस साल यह सेना का आठवां लड़ाकू विमान है जो दुर्घटनाग्रस्त हुआ। वायुसेना सूत्रों के मुताबिक यह विमान आधुनिक तकनीक से बना हुआ था।

बाडमेर, आज की ताजा खबर. .... 06 सितंबर।


तीन पंचायत समितियांे के कार्यक्रम अधिकारियांे का वेतन रोका
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राज्य सरकार ने महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत लाखांे रूपए के समायोजन मंे लेटलतीफी एवं जारी मस्टररोलांे के अनुपात मंे वेज लिस्ट निर्धारित नहीं होने पर चौहटन,बालोतरा एवं धोरीमन्ना पंचायत समिति के कार्यक्रम अधिकारी का वेतन रोकने के निर्देश दिए। पूर्व मंे भी चार कार्यक्रम अधिकारियांे का वेतन आहरित नहीं करने के निर्देश दिए गए थे।
बाड़मेर, 06 सितंबर। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत वर्ष 2010-11 मंे खर्च की गई राशि के विरूद्व लाखांे रूपए का समायोजन नहीं होने एवं जारी मस्टररोलांे के अनुपात मंे श्रमिकांे की वेज लिस्ट तैयार नहीं होने को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार ने चौहटन, बालोतरा, धोरीमन्ना पंचायत समिति के कार्यक्रम अधिकारी का वेतन रोकने के निर्देश दिए है।
जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने बताया कि चौहटन पंचायत समिति मंे वर्ष 2010-11 मंे खर्च की गई राशि के विरूद्व 477 लाख रूपए का समायोजन बकाया है। यह न केवल गंभीर लापरवाही है बल्कि वित्तीय अनियमितता की श्रेणी मंे आता है। पंचायत समितियांे द्वारा अत्यधिक राशि समायोजित नहींे करवाने की वजह से केन्द्र सरकार से वर्ष 2011-12 की प्रथम किश्त की राशि भी रिलीज नहीं हो पाई है। इसी तरह एमआईएस मंे चौहटन पंचायत समिति मंे 13089 मस्टरोल प्रिटिंग होने के साथ 10826 मस्टररोल भरे गए। यहां 1624 मस्टररोलांे मंे वेज लिस्ट जनरेट होने के साथ 1894 मस्टररोल कवर्ड हो पाए। इसी तरह बालोतरा पंचायत समिति मंे वर्ष 2010-11 मंे खर्च की गई राशि के विरूद्व 1434 लाख रूपए की राशि का समायोजन नहीं हो पाया है। राज्य सरकार ने असमायोजित राशि वर्ष 2009-10 तक के लिए 20 लाख रूपए से कम एवं वर्ष 2010-11 के लिए एक करोड़ से कम नहीं हो जाती है तब तक इन पंचायत समितियांे के कार्यक्रम अधिकारियांे, सहायक अभियंता, लेखाकार, संबंधित लेखा सहायक, संबंधित कनिष्ठ अभियंता एवं तकनीकी सहायकांे का अगस्त माह का वेतन आहरित नहीं करने के निर्देश दिए है। इसी तरह एमआईएस मंे बालोतरा पंचायत समिति मंे 14719 मस्टरोल प्रिटिंग होने के साथ 12460 मस्टररोल भरे गए। यहां 734 मस्टररोलांे मंे वेज लिस्ट जनरेट होने के साथ 1290 मस्टररोल कवर्ड हो पाए।  
जिला कलेक्टर गोयल ने बताया कि धोरीमन्ना पंचायत समिति वर्ष 2010-11 मंे खर्च की गई राशि के विरूद्व 1147.44 लाख रूपए की राशि समायोजित नहीं हो पाई है। यहां एमआईएस मंे 11226 मस्टरोल प्रिटिंग होने के साथ 9076 मस्टररोल भरे गए। यहां 231 मस्टररोलांे मंे वेज लिस्ट जनरेट होने के साथ 395 मस्टररोल कवर्ड हो पाए। मस्टररोलांे के संबंध मंे 31 जुलाई 2011 तक जारी मस्टररोलांे को मस्टररोलांे मंे दर्ज श्रमिकांे की उपस्थिति के अनुरूप वेज लिस्ट निर्धारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए है। 
 जिला कार्यक्रम समन्वयक के मुताबिक इन अधिकारियांे को प्रत्येक ग्राम पंचायत के ग्रामसेवक को प्रत्येक माह के अंत मंे रोकड.बही एवं बैंक स्टेटमेंट के साथ बुलाने के साथ इसका परस्पर मिलान करने के निर्देश दिए गए है। प्रत्येक माह की रोकड़ पुस्तिका की एमआईएस मैनेजर की सहायता से एमआईएस फीडिंग करवाकर इसका प्रमाण पत्र रोकड़ पुस्तिका मंे लगाना होगा। यदि किसी माह मंे ग्राम पंचायत मंे सामग्री मद पर कोई व्यय नहीं हुआ है तो उसे भी रोकड़ बही मंे माह की अंतिम दिनांक को यह लेख किया जाए कि इस माह मंे ग्राम पंचायत ने कोई व्यय नहीं किया है। ताकि पीछे की तारीखांे मंे कोई व्यवहार नहीं किया जा सके।



मुख्यमंत्री बीपीएल आवास योजना से लाभांवित करवा सकेंगे टांका निर्माण
 
मुख्यमंत्री बीपीएल आवास योजना से लाभांवित परिवार वर्षा जल संग्रहण के लिए महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत टांका निर्माण करवा सकेंगे। राज्य सरकार के निर्देशानुसार मुख्यमंत्री बीपीएल आवास योजनान्तर्गत निर्माणाधीन अथवा इंदिरा आवास योजनान्तर्गत निर्माणाधीन आवास हेतु वर्षा जल संग्रहण स्ट्रक्चर अथवा टांका निर्माण कराया जा सकता है।
जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने बताया कि इस कार्य का तकमीना पृथक से बनाना होगा। कार्य के लिए लाभार्थी को लिखित मंे आवेदन करना होगा। इसके लिए श्रम सामग्री का 60 अनुपात 40 रखते हुए अधिकतम राशि 1.50 लाख का व्यय कर लाभांवित किया जा सकता है। इस राशि मंे अपना खेत अपना काम के अन्तर्गत कराये गये/कराये जाने वाले कार्य, अन्य कराये कार्य तथा आवास हेतु वर्षा जल संग्रहण स्ट्रक्चर/टांके पर होने वाला व्यय शामिल है। जिला कलेक्टर के मुताबिक व्यक्तिगत लाभार्थी को इस कार्य पर काम करना होगा। साथ यह कार्य उस स्थिति मंे कराये जाएंगे कि सामग्री मद पर 40 प्रतिशत से अधिक व्यय होने की स्थिति मंे यह व्यय लाभार्थी द्वारा स्वयं वहन किया जाएगा तथा कार्य पूर्ण करना आवश्यक होगा।

ग्राम सभाआंे मंे बनेगी महात्मा गांधी नरेगा की वार्षिक कार्य योजना  

महात्मा गांधी नरेगा योजना की वार्षिक कार्य योजना मंे अपना खेत-अपना काम,चारागाह विकास के कार्य भी शामिल होंगे।

बाड़मेर, 06 सितंबर। महात्मा गांधी नरेगा योजना की वर्ष 2012-13 की वार्षिक कार्य योजना निर्माण किया जाना है। इसके लिए ग्राम एवं ग्राम पंचायत स्तर के कार्याें का तकनीकी रूप से उपयोगी होने संबंधित तकनीकी अभियंताआंे से परीक्षण करवाकर वार्षिक कार्य योजना मंे शामिल करने के निर्देश दिए गए है। ग्रामीण परिवारांे को मांग के अनुसार रोजगार उपलब्ध कराने के लिए ग्रामवार सेल्स आफ प्रोजेक्ट तैयार करना होगा।
जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने बताया कि वार्षिक कार्य योजना में महात्मा गांधी नरेगा अधिनियम के अन्तर्गत अनुमत कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर सम्मिलित किया जाएगा। कार्य योजना तैयार करते समय निर्देश दिए गए है कि सर्व प्रथम वार्षिक कार्य योजना में भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र सहित पूर्व वर्षो के अधूरे कार्यो को प्राथमिकता से पूर्ण कराने हेतु सम्मिलित किया जाए। इसके बाद ऐसे कार्य जो कि पूर्व की अनुमोदित कार्य योजना में सम्मिलित है परन्तु कार्य प्रारम्भ नहीं किये जा सकें एवं कार्य कराये जाने आवश्यक समझे जावे, को वार्षिक कार्य योजना में सम्मिलित किये जावें। इसके पष्चात् ‘‘अपना खेत अपना काम’’ के अन्तर्गत कराये जाने वाले कार्यो को सम्मिलित किये जावें। 
जिला कार्यक्रम समन्वयक के मुताबिक मुख्यमंत्री बजट घोषणा अनुसार चारागाह विकास, हरित राजस्थान, मरूस्थलीय जिलों में कमजोर वर्गो के भूमिहीन परिवारों के आबादी क्षेत्र में स्थित रिहायशी मकानों में वर्षा जल संग्रहण हेतु टांका निर्माण सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान के साथ कन्वरजेन्स करते हुये शौचालय निर्माण एवं ग्राम पंचायत मुख्यालय पर श्रम सामग्री का 60ः40 अनुपात संधारित करते हुये आबादी क्षेत्र में कीचड़ भरे मार्ग में पत्थर या इन्टरलाकिंग खरंजा एवं जल निकास की नाली निर्माण जैसे कार्य भी षामिल किए जा सकते है। उनके मुताबिक सृजित परिसम्पत्तियों के रख-रखाव के कार्य योजनान्तर्गत कराये जा सकते हैं। साथ ही अन्य योजनाओं में कराये गये कार्य जो कि योजनान्तर्गत अनुमत कार्यों में शामिल हैं, के अन्तर्गत सृजित सम्पत्तियों के रख-रखाव के कार्य भी इस योजनान्तर्गत कराये जा सकते हैं। 
जिला कलेक्टर के अनुसार लाईन विभाग के प्रस्तावित कार्य संबंधित विभाग द्वारा तैयार एटलस/मास्टर प्लान में होने चाहिए यथा एनीकट निर्माण का कार्य सिंचाईं विभाग के मास्टर प्लान तथा सड़क निर्माण कार्य सार्वजनिक निर्माण विभाग के मास्टर प्लान में सम्मिलित हों। अन्य कार्यकारी विभागों को भी ग्राम सभा की तिथि से अवगत कराने के साथ निर्देषित किया गया है कि ऐसे कार्य जो कि केवल एक ग्राम पंचायत क्षेत्र के है उन्हें ग्राम सभा के माध्यम से वार्षिक कार्य योजना में सम्मिलित किया जाए। इसी प्रकार एक से अधिक ग्राम पंचायत क्षेत्र के परन्तु एक ही पंचायत समिति क्षेत्र के कार्य होने की स्थिति में पंचायत समिति स्तर पर तथा एक से अधिक पंचायत समिति क्षेत्र के कार्य होने पर जिला परिषद स्तर पर सम्मिलित कराए जायें।
कार्य तकनीकी दृष्टि से हो व्यवहारिकः प्रस्तावित कार्य तकनीकी दृष्टि से व्यवहारिक होना चाहिये। इसके लिये प्रत्येक ग्राम पंचायत के लिये एक टीम गठित की जाएगी। इस तकनीकी टीम में पंचायत समिति के सहायक/क0 अभियंता, सा.नि.वि. जल संसाधन, डीपीईपी/ एसएसए, वरिष्ठ/कनिष्ठ तकनीकी सहायक को शामिल कर टीम गठित करने हेतु कार्यक्रम अधिकारी/ विकास अधिकारी को अधिकृत किया गया है। इस टीम में वन विभाग से सम्बन्धित एक अधिकारी/ कर्मचारी को आवश्यक रूप से रखा जाएगा। वार्षिक कार्य योजना की बैठक से पूर्व 4 ग्राम पचंायत के हिसाब से कार्यक्रम निर्धारित किया जावे। कुल 12 कार्य दिवस में सभी ग्राम पंचायतें का निरीक्षण किया जा सकेगा। तकनीकी टीम प्रत्येक ग्राम में जाकर तकनीकी रूप से व्यवहारिक कार्यो का चिन्हीकरण कर इनकी अनुमानित लागत बताएगी। ताकि योजना के मार्गदर्षिका अनुसार वर्ष 2012-13 की कार्ययोजना बनाई जा सके। 
दो अक्टूबर तक होगा ग्राम सभाआंे का आयोजनः दिशा निर्देश 2008 के प्रावधानों के अनुसार सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा का आयोजन एक ही तिथि 2 अक्टूबर को किया जाना व्यावहारिक एवं उचित नहीं हैं। अतः ग्राम सभा का आयोजन इस प्रकार व्यवस्थित किया जाए कि 2 अक्टूबर, 2011 तक समस्त ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा का आयोजन पूर्ण हो जायें एवं पंचायत समिति क्षेत्र में प्रतिदिन 5 से अधिक ग्राम सभाओं का आयोजन नहीं हों। कार्यो का चयन करते समय इस बात का भी ध्यान रखा जावे कि प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर ही श्रम एवं सामग्री का अनुपात 60ः40 नियत किया जा सके। अनुमोदित सूची के आधार पर ग्राम पंचायत वार वार्षिक कार्य योजना वर्ष 2012-13, 15 अक्टूबर .2011 तक तैयार कर कार्यक्रम अधिकारी/ विकास अधिकारी कार्यालय में प्रस्तुत कर दी जावे। वार्षिक कार्य योजना 2012-13 को बनाते समय यह ध्यान रखा जावे कि वित्तीय वर्ष 2010-11 में हुए वास्तविक व्यय तथा 2011-12 के अनुमानित व्यय से दो गुणे से अधिक की लागत के कार्य योजनान्तर्गत प्रस्तावित नहीं किये जावें।  
ग्राम सभा की कार्यवाही होगी अपलोडः ग्राम सभा की संक्षिप्त कार्यवाही विवरण जिसमें यह स्पष्ट रूप से उल्लेखित हो कि वार्षिक कार्य योजना एवं श्रम बजट 2012-13 का अनुमोदन किया जाता है, को योजना की अधिकृत वेबसाईट दतमहंण्दपबण्पद पर अपलोड किया जाना आवष्यक है। साथ ही ग्राम पंचायतवार श्रम बजट को भी उक्त वेबसाईट पर आवष्यक रूप से अपलोड किया जाना हैं। इसी तरह यह निर्देष दिए गए है कि  जनप्रतिनिधियों एवं विभागों को यह स्पष्ट कर दिया जावे कि वार्षिक कार्य योजना अनुमोदन हो जाने के उपरान्त कोई भी नया कार्य वित्तीय वर्ष 2012-13 में जोड़ा जाना अथवा कराया जाना संभव नहीं होगा।
 
  
वार्षिक कार्य योजना समयबद्व प्रस्तावित कार्यक्रम
    1. ग्राम सभा द्वारा कार्याे का चयन                           2 अक्टुबर तक।
    2. ग्राम पंचायत द्वारा ग्राम सभा की सिफारिष के अनुसार सेल्फ 
      तैयार करना एंव कार्यक्रम अधिकारी को प्रस्तुत करना ।       15 अक्टुबर तक।
    3. कार्यक्रम अधिकारी द्वारा पंचायतों से प्राप्त सेल्फ का संकलन 
      कर ब्लॉक प्लान तैयार करना                             15 नवम्बर तक। 
    4. पंचायत समिति से ब्लॉक प्लान का अनुमोदन कराना एंव जिला
      कार्यक्रम समन्वयक को प्रस्तुत करनाा।                      30 नवम्बर तक ।
       5. जिला परिषद से वार्षिक कार्य योजना का अनुमोदन प्राप्त करना  31 दिसम्बर तक ।
    6. जिला कार्यक्रम समन्वयक द्वारा अनुमोदित श्रम बजट को तुरन्त राज्य सरकार को प्रेषित करना, ताकि राज्य सरकार द्वारा 31 जनवरी तक श्रम बजट केन्द्र सरकार को प्रेषित किया जा सकें। 

चीन को हिदायत,पीओके में बंद करें दखल

चीन को हिदायत,पीओके में बंद करें दखल

नई दिल्ली। भारत ने चीन को पाक अधिकृत कश्मीर में निर्माण कार्य को तुरंत बंद करने की हिदायत दी है। भारत ने चीन को पीओके में बुनियादी ढांचे के निर्माण पर तुरंत रोक लगाने को कहा है। रक्षा मंत्री एके एंटनी ने सोमवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि पीओके और तिब्बत के एयर फील्ड में चीन की ओर से किए जा रहे सामरिक रोड, रेलवे लाईन के निर्माण पर सरकार की नजर है। 18 सांसदों ने पीओके में चीन की ओर से किए जा रहे निर्माण कार्य को लेकर सवाल किए थे।

रक्षा मंत्री ने इनके जवाब में कहा कि पीओके में चीन की ओर से किए जा रहे निर्माण कार्यो के बारे में सरकार को जानकारी है। सरकार ने चीन को अपनी चिंता से अवगत करा दिया है। साथ ही उसे तुरंत निर्माण कार्य बंद करने को कहा है। रक्षा मंत्री का यह बयान सेना के कमाण्डरों की ओर से दी गई उस चेतावनी के बाद आया है जिसमें कहा गया था कि भारत को एलएसी पर चीन की फौज से खतरा है। एलएसी पर चीन-पाकिस्तान के संयुक्त सैन्य अभ्यास से भी खतरा है।

पुलिस की चुनौती, सरकार का सिरदर्द बनी एएनएम,तीन सीडी, तीन नेता


पुलिस की चुनौती, सरकार का सिरदर्द बनी एएनएम


लापता भंवरीदेवी 25 अगस्त से थी गैरहाजिर, पति पुलिस की निगरानी में, इनाम घोषित जोधपुर

राज्य के एक कैबिनेट मंत्री की कथित सीडी को लेकर चर्चा में आई एएनएम भंवरी देवी की तलाश में पुलिस के आला अफसर दिन-रात एक करने में लगे हैं। सीडी में मंत्री, विधायक समेत तीन नेताओं के नाम सामने आने के कारण रेंज आईजी और ग्रामीण एसपी रात तक बिलाड़ा थाने में डेरा जमा कर उसकी तलाश करवा रहे हैं और एएनएम से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति को थाने लाकर पूछताछ कर रहे हैं। पुलिस को एएनएम की हत्या या आत्महत्या की भी आशंका है, इसलिए जोधपुर-पाली के कुओं, बावडिय़ों में भी तलाश की जा रही है। हालांकि एएनएम के पति ने उसके एक सितंबर से लापता होने की रिपोर्ट दी थी, लेकिन चिकित्सा विभाग के मुताबिक वह 25 अगस्त से नौकरी पर नहीं आ रही थी। पुलिस इन सात दिनों में एएनएम से मिलने व फोन पर बात करने वालों की छानबीन कर रही है। सोमवार को पुलिस ने एएनएम का इश्तिहार जारी कर सूचना देने वाले को इनाम की घोषणा की है। साथ ही सुरक्षा के नाम पर उसके पति को भी पुलिस की निगरानी में रखा हुआ है। पुलिस ने पीएचईडी के उस कांट्रेक्टर को भी पकड़ रखा है जिससे पैसे लेने का कह कर एएनएम घर से निकली थी।
तीन सीडी, तीन नेता

भंवरी देवी को तलाश करना पुलिस के लिए चुनौती और सरकार का सिरदर्द बना हुआ है। सूत्रों के अनुसार भंवरी के पास तीन सीडी है। इन सीडी से संबद्ध व्यक्तियों में प्रदेश के एक कैबिनेट मंत्री, विधायक और पूर्व उप जिला प्रमुख भी शामिल हैं। इसलिए रेंज आईजी उमेश मिश्रा और ग्रामीण एसपी नवज्योति गोगोई एएनएम भंवरी की तलाश में पूरी ताकत झोंक रहे हैं और हर पल की जानकारी भी सरकार को भेज रहे हैं।
7 दिनों की गुत्थी में उलझी पुलिस


बोरुंदा में नियुक्तएएनएम भंवरी देवी के पति अमरचंद नट ने उसके एक सितंबर को लापता होना बताया है, जबकि जांच में पता चला है कि वह 24 अगस्त को अंतिम बार स्वास्थ्य केंद्र गई थी। उसके बाद वह बिना सूचना गैरहाजिर चल रही है। इन सात दिनों में वह कहां थी, इस संबंध में उसके पति से पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने इन सात दिनों में उसके मोबाइल की कॉल डिटेल भी निकाली है तथा जिन लोगों से उसकी बात हुई थी, उनसे भी पूछताछ की जा रही है।

पीएचईडी ठेकेदार से सुराग की उम्मीद

अमरचंद के मुताबिक उसकी पत्नी भंवरी एक सितंबर को खेजड़ला में तिलवासनी निवासी सोहनलाल विश्नोई से मिलने गई थी। अमरचंद का कहना है कि वह सोहनलाल से स्विफ्ट कार बेचने पर बकाया राशि लेने गई थी। पुलिस ने सोहनलाल को भी थाने में बैठा दिया है। सोहनलाल पीएचईडी का ठेकेदार है और काफी समय से भंवरी के संपर्क में था। पुलिस सोहन की बातों को तस्दीक कर रही है।

इनाम घोषित किया

जोधपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक उमेश मिश्रा ने बताया कि एएनएम भंवरी देवी की तलाश के लिए कई जगह टीमें भेजी गई हैं। कॉल डिटेल, पति और सोहनलाल से पूछताछ में सामने आए लोगों से भी पूछताछ कर रहे हैं। पुलिस ने एएनएम का फोटो व पेंफ्लेट जारी कर उसकी सूचना देने वाले को इनाम की घोषणा कर दी है। भंवरी का कद 5 फीट 6 इंच और रंग गोरा है। उसने कत्थई रंग की डिजाइनदार साड़ी पहन रखी है और उसके दाएं हाथ पर ‘बी’ लिखा हुआ है।

राजस्व रिकार्ड में नहीं है राष्ट्रीय मरू उद्यान


राजस्व रिकार्ड में नहीं है राष्ट्रीय मरू उद्यान

बाड़मेर। सरकारी कार्याें में लेटलतीफी, लालफीताशाही और आकंठ अंधेरगर्दी का आलम कहा जाएगा कि देश के गिने चुने और प्रदेश में जैव संरक्षण के सबसे बड़े राष्ट्रीय मरू उद्यान को उद्घोषणा के तीस साल बाद भी राजस्व रिकार्ड में दर्ज नहीं किया गया है। ऎसा नहीं होने से अब कई समस्याएं खड़ी हो गई है।

सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 1981 में राष्ट्रीय मरू उद्यान के लिए करीब सत्रह लाख हैक्टेयर जमीन बाड़मेर जैसलमेर जिले के सीमावर्ती 73 गावों में चिन्हित की गई। राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय मरू उद्यान तो उद्घोषित कर लिया गया, लेकिन इसका मानचित्र केवल वन विभाग के पास ही रहा। वन विभाग ने इसके अनुरूप जहां जहां जमीन है वहां पत्थर गाड़कर इनके नंबर अंकित कर दिए।

इसके बाद राजस्व विभाग और वन विभाग में एक बार भी तालमेल नहीं बैठा कि इस जमीन को राजस्व रिकार्ड में दर्ज किया जाए। राज्य सरकार द्वारा भी इसमें खास दिलचस्पी नहीं ली गई। वर्ष 2001 के बाद राज्य सरकार ने चार पांच बार निर्देश दिए कि इसको रिकार्ड में दर्ज करने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए लेकिन अब तक इस मामले में कोई खास प्रगति नहीं हुई है।

वनविभाग की सुस्त
जमीन के चिन्हिकरण के बाद वनविभाग की सुस्ती नहीं टूटी है। विभाग यह कहकर पल्ला झाड़ रहा है कि हमने अपने पत्थर लगा दिए है और इसकी जानकारी राजस्व महकमे को है। महकमा इस आधार पर राजस्व रिकार्ड में मरूउद्यान को दर्ज कर सकता है।

राजस्व विभाग के सामने समस्या
राजस्व विभाग के जानकारों का कहना है कि सरकारी जमीन के अलावा खातेदारी जमीन भी है। इन काश्तकारों की जमीन को अभी तक अवाप्त नहीं किया गया है। ऎसे में उनकी जमीन को वनविभाग के नाम करना मुमकिन नहीं है।

दर्ज नहीं है
मरू उद्यान राजस्व रिकार्ड में दर्ज नहीं है। अभी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।
- नखतदान बारहठ,
उपखण्ड अधिकारी, शिव

टेपू स्कूल में ताला लगाया

टेपू स्कूल में ताला लगाया

बाप.राजकीय माध्यमिक विद्यालय टेपू में सोमवार को ग्रामीणों ने ताला जड़ कर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक रिक्त पदों को नहीं भरा जाएगा तालाबंदी जारी रहेगी।

विद्यालय क्रमोन्नत के बाद से ही व्याख्याताओं के पद रिक्त पड़े हैं। इसके अलावा अन्य शिक्षकों के पद भी लंबे समय से रिक्त पड़े हैं। शिक्षकों की भारी कमी के कारण में शिक्षण व्यवस्था प्रभावित हो रही हैं। अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित अभिभावकों व ग्रामीणों ने सरपंच कंवर के नेतृत्व में सोमवार सुबह स्कूल के मुख्य गेट पर ताला जड़ प्रदर्शन किया।

ग्रामीणों ने प्रशासन व शिक्षा विभाग को दस दिन पूर्व ही ज्ञापन भेज सूचित कर दिया था, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होने पर ग्रामीणों ने आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर लिया। सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट प्रतापसिंह टेपू ने बताया कि रिमझिम बरसात के बावजूद ग्रामीण वहां दिनभर डटे रहे। ग्रामीणों से वार्ता के लिए काई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। इस पर ग्रामीणों ने गहरी नाराजगी जताई। नोडल अधिकारी नरपतराम विश्नोई ने फोन पर वार्ता कर ग्रामीणों से धरना उठाने की अपील की।

विश्नोई ने ग्रामीणों को विश्वास दिलाया कि शीघ्र रिक्त पद भर दिए जाएंगे। प्रदर्शन में सरपंच हवन कंवर, रणजीतसिंह, भंवरसिंह, दिलीपसिंह, राणीदान सिंह, हनुमानाराम विश्नोई, मालाराम विश्नोई, पाबूदान सिंह, पदमसिंह, तिलोक सिंह, अनोपाराम मेघवाल, फरसाराम विश्नोई, इंद्रसिंह, लक्ष्मण सिंह, मुल्तान सिंह, आनंद सिंह, रुघाराम, मूलसिंह, प्रतापसिंह भाटी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल थे।

भोपालगढ़ में दो इंच बारिश


भोपालगढ़ में दो इंच बारिश

बरसात से गल्ली मोहल्लों में भरा पानी, फलौदी में एक घंटे जम कर बरसे मेघ

भोपालगढ़ कस्बे सहित आसपास के गांवों में रविवार रात मेघ जमकर बरसे और सोमवार सुबह आठ बजे तक चौबीस घंटे में करीब दो इंच बारिश दर्ज की गई। इससे यहां के नाडी-तालाबों में भी पानी की भारी आवक हुई है। रविवार रात को करीब साढ़े बारह बजे शुरू हुई मूसलाधार बारिश लगातार दो-ढाई घंटे तक चलती रही। इस दौरान बिजली भी गुल हो गई, जो सोमवार दोपहर बहाल हो पाई। सोमवार को दिन में मौसम साफ रहा और धूप भी खिली, लेकिन शाम होते-होते एक बार फिर बादल थोड़ी देर के लिए जमकर बरसे और देखते ही देखते सड़कों पर पानी के रैले बहने लगे। शाम को हुई बारिश से उमस भी बढ़ गई।

फलौदी& सोमवार दोपहर बाद फलौदी शहर में एक घंटे तक जमकर हुई बारिश से चारों तरफ पानी ही पानी नजर आने लग गया। वही लगातार बारिश का दौर जारी रहने के बाद भी उमस का दौर बरकरार है वही दिन व रात में लगातार बादलों के छाए रहने से हल्की बूंदाबांदी का दौर तो चौबीसौ घंटों में बारह घंटे से ज्यादा समय तक जारी है खबर लिखने तक हल्की बारिश व बूंदाबांदी का दौर जारी था। वहीं सोमवार से फलौदी शहर से आसपास के गांवों में भी अच्छी बारिश के समाचार है। बारिश से शहर के नदी नालों के जाम होने का खतरा भी बना हुआ है। फलौदी के आसपास के क्षेत्रों में नमक उद्योग पर खतरा मंडरा रहा है। शहर में सुबह से ही रुक रुक कर बारिश व बूंदाबांदी का दौर जारी रहा।

लोहावट& सोमवार सुबह से ही रुक रुक कर भारी बारिश पूरे दिन होती रही। लोहावट एवं आसपास के सभी गांवों में पूरे दिन रुक रुक कर बरसात का दौर जारी रहा सभी तालाब पानी से भर गए। हरखोलाई नाडी लोहावट एवं चैनसागर पल्ली की विरमाली नाडी वर्षा से पूरी भर गई। जम्मेश्वर नगर, पल्ली, ढेलाणा, दैणोक, भजननगर, हसांदेश, घाटानगर, विष्णु नगर, मगरा जाटावास, फतेहसागर सहित सभी गांवों में अच्छी बरसात के समाचार आ रहे है तथा कृषि बाहुल्य गांव होने पर मूंगफली एवं बाजरी की अच्छी फासले हैं।

धुंधाड़ा& कस्बे में सोमवार शाम को आधे घंटे तक मध्यम दर्जे की बारिश होने से दिनभर की उमस एवं गर्मी से राहत मिली। सोमवार को सुबह नौ से दस बजे तक हल्की बूंदाबांदी हुई तथा बाद में पूरे दिन आसमान साफ रहा। कई बार धूप भी निकली। शाम करीब पौने छह बजे हल्की बारिश शुरू हुई, जो रुक-रुककर करीब आधा घंटा जक जारी रही। इसके बाद बूंदाबांदी का क्रम रात तक बना रहा। इसी प्रकार रविवार रात को दस बजे से एक बजे तक कई बार तेज व मध्यम दर्जे की रूक-रूककर बारिश हुई।

बाप& कस्बे में सोमवार को दिनभर बारिश की झड़ी लगी रही। दोपहर साढ़े तीन बजे एक बार तेज बारिश हुई। इसके बाद बूंदाबांदी का क्रम रात तक चलता रहा। लगातार कई दिनों से जारी बारिश का कहर कच्चे मकानों पर होने लगा है। मेघवालों के बास में भगवानाराम, माणकराम तथा सोनाराम के कच्चे मकान गिर गए। हालांकि ये मकान रहवासी नहीं थे, लेकिन इनमें स्टॉक कर रखा चारा तथा अन्य सामान खराब हो गया है। बारिश से सड़कों पर कीचड़ पसर गया और फिसलन बढऩे से लोगों को सावधानी पूर्वक चलना पड़ रहा है।

पोकरण पहुंचा 25 हजार जातरुओं का संघ बाबा के भजनों पर नाचते गाते पोकरण पहुंचे महिलाएं व पुरुष


पोकरण पहुंचा 25 हजार जातरुओं का संघ
बाबा के भजनों पर नाचते गाते पोकरण पहुंचे महिलाएं व पुरुष

लोक देवता बाबा रामदेव के 627 वें भादवा मेले की अष्टम के अवसर पर जोधपुर के करीब एक दर्र्जन पदयात्री संघों के पोकरण पहुंचने पर शहर में सोमवार को मेले सा माहौल हो गया। शहर के मुख्य मार्गों पर सुबह 8 बजे हाथों में बड़ी -बड़ी ध्वजाएं लिए बाबा के जयकारे लगाते हुए पहुंचे श्रद्धालुओं के कारण पूरा मार्ग जाम हो गया। वहीं शहर में उमड़े आस्था के इस ज्वार को देखने के लिए शहरवासियों की भीड़ उमड़ी। गत एक माह से चल रहे बाबा रामदेव के मेले में कुछ दिन पूर्व श्रद्धालुओं की संख्या में कर्मी आई थी। श्रद्धालुओं की संख्या में कमी के चलते प्रशासनिक अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली थी। लेकिन सोमवार को एक दर्जन संघ के साथ पोकरण पहुंचे 25 हजार श्रद्धालुओं के कारण पोकरण शहर में हर जगह रौनक छा गई है। प्रदेश के उतरी पश्चिमी राजस्थान को छोड़कर शेष सभी जिलों से आने वाले पदयात्री पोकरण कस्बे से होकर गुजरते हैं। कई संघ यहां पड़ाव डालकर विश्राम करते हैं जिसके चलते सोमवार क ो पोकरण के मुख्य चौराहे पर पदयात्रियों की भारी भीड उमड़ रही है।

लंबी ध्वजाओं को देखने उमडा जनसमूह: बाबा रामदेव की पदयात्रा के अंतर्गत जोधपुर के विभिन्न संघों के साथ आए लगभग 25 हजार पदयात्रियों के हाथों में बड़ी बड़ी बाबा की ध्वजाओं को देखने के लिए शहर के स्त्री पुरूष उमड़ पड़े। वहीं जोश व उत्साह के साथ बाबा के भजनों पर थिरकते श्रद्धालु शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए जयनारायण व्यास चौराहा पहुंचे। बाबा के दर्शनार्थ आएं इस संघ में महिलाएं व पुरुष सुधबुध खोकर बाबा के भजनों में लीन होकर उत्साह के साथ नृत्य करते हुए दिखाई दिए।

सरकारी कार्यालय बने मेला स्थल : शहर में मेलार्थियों की भारी भीड के चलते जोधपुर रोड से जैसलमेर रोड व जयनारायण व्यास सर्किल के आस पास स्थित सभी सरकारी कार्यालय परिसरों में पदयात्री संघों ने अपने डेरे जमा लिए हैं। जिसके चलते जोधपुर रोड स्थित बिजलीघर , वन विभाग ,राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, तहसील परिसर नगरपालिका सहित सभी कार्यालय परिसर के अन्दर व बाहर यात्रियों के पड़ाव डाले हुए हैं। इन संघों के साथ आए वाहनों में पानी की टंकियों सहित अन्य साजो सामान के कारण चौराहे व मुख्य सडक ों पर भारी भीड के चलते पांव रखनेे की भी जगह नहीं है।

भजनों की बही सरिता : इस अवसर पर जोधपुर से आए सैनिक क्षत्रिय माली समाज सेवा संस्थान सूरसागर संघ के अध्यक्ष रामचंद्र सोलंकी ने बताया कि लगभग 30 वर्षों से 36 कौम को साथ लेकर संघ सूरसागर से बाबा रामदेव के दर्शन के लिए आ रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में इस संघ में लगभग 6 हजार पदयात्री चल रहे हैं। जिसके लिए संस्थान द्वारा सभी व्यवस्थाएं निशुल्क की जा रही है। मंडोर, महामन्दिर, लालसागर क्षेत्र से आए पांच संघों तथा सांसी समाज भदासियां व पांच बती चौराहा क्षेत्र से आए दो विशाल संघों के साथ ही अन्य पदयात्री संघों ने रात्रि के समय अपने अपने पड़ाव स्थल पर बाबा की प्रतिमा के सामने भजन गाकर माहौल को भक्तिमय कर दिया।

एक युवती के साथ तीन जनों को ‘पीटा’ के तहत गिरफ्तार


जोधपुर। शहर पुलिस ने न्यू कैंपस के सामने निर्माणाधीन मॉल के भूतल से सोमवार शाम एक युवती के साथ तीन जनों को ‘पीटा’ के तहत गिरफ्तार किया है। पुलिस उपायुक्त राजेश मीणा ने बताया कि सोमवार शाम इस निर्माणाधीन इमारत में मुंबई से एक युवती को लाए जाने और अनैतिक काम की सूचना मिली थी।

इस पर एसीपी (पश्चिम) नारायण सिंह के साथ शास्त्री नगर थाने की टीम ने वहां दबिश दी। वहां भूतल में बने कच्चे छपरे में एक युगल संदिग्ध हालत में मिला। पुलिस टीम ने यहां के चौकीदार रसीद माणकलाव के साथ दलाल घनश्याम मीरचंदानी, आसोप निवासी नरेंद्र पुत्र धन्नाराम और मूलतया कोलकाता के स्यालदाह हाल नाला सोपारा मुंबई निवासी रूपा उर्फ रेहाना पुत्री असगर को गिरफ्तार कर लिया।

छह सौ रुपए में सौदा : पुलिस पूछताछ में सामने आया कि मुन्ना नामक एजेंट मुंबई से युवती को जोधपुर लाता है। यहां घनश्याम ग्राहक ढूंढने का काम करता है। एक ग्राहक से छह सौ रुपए लेकर इसे मुन्ना, घनश्याम और युवती बराबर हिस्से में बांटते हैं। घनश्याम निर्माणाधीन इमारत के चौकीदार रसीद को जगह मुहैया करवाने के बदले प्रतिदिन पांच सौ रुपए का भुगतान करता है

राधा अष्टमी पर भरा मेला

राधा अष्टमी पर भरा मेला

बालोतरा  शहर से सात किलोमीटर दूर स्थित रणछोडऱाय खेड़ तीर्थ पर राधाष्टमी पर आयोजित मेले में श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ा। अलसुबह मंगल आरती के साथ श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हुआ जो शाम तक जारी रहा। दूर दराज क्षेत्रों से आए हजारों श्रद्धालुओं ने धोक लगाकर मन्नतें मांगी। मेला स्थल पर लगे हाट बाजार में जमकर खरीदारी हुई। यहां पर श्रद्धालुओं की दिनभर रेलमपेल लगी रही।

रणछोडऱाय खेड़ तीर्थ स्थल पर राधाष्टमी महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। सोमवार को मेले का आयोजन किया गया। सुबह 11:30 बजे राधाजी की प्रतिमा को फूलों के झूले में विराजमान कर महाआरती उतारी गई। इस दौरान भगवान रणछोडऱाय की झांकियां निकाली गई। मंदिर में धोक लगाने के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गई। रणछोडऱाय के जयकारों के साथ श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना कर मन्नतें मांगी। आकाशवाणी कलाकार दलीचंद ने गणपति वंदना प्रस्तुत की। इसके बाद कृष्ण भक्ति व मीरा भक्ति भजन प्रस्तुत कर भाव विभोर कर दिया। पुष्पलता गोयल ने शानदार भजनों की प्रस्तुतियां देकर खूब तालिया बटोरी। मेला स्थल पर सांय आठ बजे तक श्रद्धालुओं की रेलमपेल लगी रही।

मंदिर की विशेष सजावट 

मेले को लेकर रणछोडऱाय भगवान के मंदिर की विशेष सजावट की गई। रंग बिरंगी रोशनी से मंदिर शाम को जगमगा रहा था। भगवान की प्रतिमा को पुष्पों से सुसज्जित किया गया। इस दौरान आरती के बाद श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया।
हाट बाजार में उमड़ी भीड़
मेला स्थल पर लगाए गए हाट बाजार में ग्राहकों का हुजूम उमड़ा। महिला, पुरुष व बच्चों ने दुकानों पर खरीदारी में उत्साह दिखाया। बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार के खिलौने आकर्षण के केन्द्र रहे। दिनभर ग्राहकों की भीड़ रही।
ये थे मौजूद . समदड़ी बगीची के महंत नृसिंहदास, भाजपा नगर अध्यक्ष रमेश गुप्ता, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष भंवरलाल भाटी, भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष आशा देवी, महेश्वरी समाज अध्यक्ष ताराचंद, नायब तहसीलदार दलपतसिंह, ट्रस्ट अध्यक्ष मदनलाल सिंहल, उपाध्यक्ष ताराचंद, मंत्री पुरुषोत्तम, भंवर वैष्णव समेत बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे।

पालिकाध्यक्ष के बेटे ने भरी जुर्माना राशि

पालिकाध्यक्ष के बेटे ने भरी जुर्माना राशि

बाड़मेर। विद्युत चोरी के मामले का खुलासा होने के बाद बाड़मेर नगरपालिका अध्यक्ष उषा जैन के पुत्र ने 4 लाख 2 हजार 644 रूपए का जुर्माना भरा है। नगरपालिका अध्यक्ष के ऋषभ रिसोर्ट में विद्युत चोरी होने का मामला डिस्कॉम की विजीलेंस टीम ने पकड़ा था। इसके बाद डिस्कॉम द्वारा जांच करवाई गई।

एमआरआई जांच के बाद अधिकतम विद्युत खर्च को आधार बनाते हुए 4 लाख 2 हजार 644 रूपए जुर्माना बनाया गया। यह जुर्माना राशि नगरपालिका अध्यक्ष के पुत्र ने जमा करवाई। डिस्कॉम के अधिशासी अभियंता प्रेमजीत धोबी ने बताया कि जुर्माना राशि बाड़मेर कनिष्ठ अभियंता के पास जमा करवाई गई है।

सुविधाओं को मोहताज समदड़ी

सुविधाओं को मोहताज समदड़ी

समदड़ी। जिले के अंतिम छोर पर बसे उपखंड सिवाना के दूसरे बड़े कस्बे समदड़ी में कई सरकारी विभागों व सुविधाओं का अभाव कस्बे सहित क्षेत्रवासियों के लिए परेशानी का बड़ा कारण बना हुआ है। करीब तीस हजार की आबादी वाला समदड़ी जिले के बड़े कस्बों में से एक है।

रेलवे जंक्शन होने के साथ इसके समीप जोधपुर होने से पिछले कुछ वर्षो में इसका विकास व विस्तार हुआ है।इसके बावजूद यहां कई महत्वपूर्ण सरकारी विभागों के नहीं होने के साथ सुविधाओं के अभाव के कारण क्षेत्रवासियों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती है।

उप तहसील कार्यालय का इंतजार
कस्बे में पिछले वर्षो में आबादी में हुई जबरदस्त बढ़ोतरी से यहां आमजन द्वारा उप तहसील कार्यालय की दरकार महसूस की जा रही है। गत कांग्रेस शासन काल में अकाल राहत कार्यो के निष्पादन को लेकर यहां उप तहसील कार्यालय खोला गया था, लेकिन राहत कार्यो के बंद होते ही इस कार्यालय को भी बंद कर लिया गया।

इसे आज तक फिर से प्रारंभ नहीं किया गया है। कृषि क्षेत्र होने से राजस्व संबंधी कार्यो का यहां अधिक दबाव रहता है। इसके अलावा जन्म मृत्यु, मूल निवास, जातिगत प्रमाण पत्र बनाने, स्टाम्प खरीदने आदि कार्यो के लिए बड़ी संख्या में लोगों को 35 किलोमीटर दूर तहसील सिवाना के चक्कर लगाने पड़ते हैं।

रोडवेज की दरकार
यह कस्बा पाली, जोधपुर, जालोर, सहित बाड़मेर जिले से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा यह समीपवर्ती बड़े औद्योगिक कस्बे बालोतरा से भी सीधा जुड़ा हुआ। हर दिन कस्बे सहित आस पास के गांवों के लोग सरकारी,पारिवारिक, चिकित्सा, रोजगार आदि कार्यो को लेकर इन बड़े शहरों व कस्बों में आना जाना करते है। लेकिन कस्बे को रोडवेज सुविधा से नहीं जोड़ा
गया है।

विद्युत कार्य के लिए भटकना मजबूरी
कस्बे सहित क्षेत्र के गांवों से हजारों लोग व किसान विद्युत सेवा से जुड़े हुए हैं।डिस्कॉम द्वारा आज दिन तक यहां सहायक अभियंता स्तर का कार्यालय नहीं खोला गया है। जबकि इसे खोलने को लेकर कई बार प्रस्ताव स् भिजपाए गए हैं। कार्यालय अभाव में डिमाण्ड राशि भरने, विद्युत सामग्री लेने,विद्युत बिल सुधारने आदि कार्यो के लिए उपभोक्ता को सिवाना कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं।

परेशानी उठानी पड़ती है

कस्बे में उप तहसील कार्यालय नहीं खुलने के साथ अन्य सुविधाओं के अभाव से बाहर से आने वालों को परेशानियां उठानी पड़ती है।
-श्याम सुंदर दवे, सहमंत्री, व्यापार संघ

सरकार से मांग की है

कस्बे में उप तहसील कार्यालय खोलने,रोडवेज बस सेवा शुरू करने,सहायक अभियंता खोलने आदि की मांग सरकार से की गई है।

सताने लगा जल काल का भय!



बाड़मेर। बाड़मेर सहित कई क्षेत्रों में सोमवार को भी बारिश का दौर जारी रहा। इस दौरान शहर में तीस मिलीमीटर बारिश हुई जबकि रामसर में बारह मिलीमीटर बारिश हुई। शेष जिले में बादल छाये रहे, लेकिन बारिश नहीं हुई। थार की धरा पर सोमवार को भी इन्द्रदेव की मेहरबानी रही। शहर में रविवार को दिन में शुरू हुआ दौर रात में भी जारी रहा।

आधी रात बाद बारिश बंद हुई,लेकिन सोमवार अलसुबह यह दौर फिर आरम्भ हुआ। सुबह नौ बजे से साढ़े दस बजे तक आधा घण्टा अच्छी बारिश होने से परनाले चली। इसके बाद करीब दो-तीन घण्टे तक बारिश रूकी रही। दोपहर तीन बजे से पांच बजे तक फिर बारिश का दौर चला। बारिश के चलते शहर में जगह-जगह पानी भर गया। कई घरों में पानी टपकने लगा। पांच बजे के बाद फिर बारिश बंद हो गई। इसके बाद लोेग घरों से निकले। शाम छह बजे बादल फिर बरसने लगे।

कार्यालयों में भी दिखी कमी
बारिश के चलते सरकारी कार्यालयों में भी आमजन की कमी नजर आई। विभिन्न कार्यालयों में कार्मिक नजर जरूर आए, लेकिन कहीं पर भी आमजन नजर नहीं आ रहे थे। कचहरी परिसर में भी न्यायालय परिसर के समक्ष लोग थे, लेकिन कलक्ट्रेट व तहसील परिसर में कम ही लोग नजर आ रहे थे।

खस्ता हाल सड़कें बनी परेशानी का सबब : शहर की खस्ता हाल सड़कें बारिश में आमजन के लिए परेशानी का सबब बन गई है। शहर के किसान छात्रावास से राजकीय चिकित्सालय तक की सड़क पर इसके चलते दिन में कई बार टै्रफिक जाम की स्थिति रही। वहीं हाई स्कूल रोड, राय कॉलोनी रोड सहित विभिन्न सड़कों पर बने गड्डे दुपहिया वाहन चालकों के लिए जान जोखिम में डालने का साधन बन गए।

बसों में सवारियां कम
बारिश के चलते निजी व रोडवेज की बसों में सवारियां कम दिखी। दिन भर रूक-रूक कर बारिश होने व गांवों में भी अच्छी बारिश होने का असर इस पर दिखा।

डिस्कॉम की राहत
बारिश के बावजूद डिस्कॉम ने विद्युत कटौती नहीं कर आमजन को राहत दी। एक-दो बार कुछ समय के लिए विद्युत कटौती हुई, लेकिन पूरे दिन विद्युत आपूर्ति सुचारू रही।

शिव. कस्बे सहित आसपास के सभी गांवों में रविवार रात्रि एवं सोमवार को पूरे दिन रूक-रूककर हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। क्षेत्र में भरपूर बारिश के बावजूद होने वाली इस बारिश ने किसानों को चिंता में डाल दिया है। खरीफ की फसलों को तेज गर्मी नहीं मिलने से नमी के कारण कीटों से इसको नुकसान होने की संभावना है। साथ ही बाजरा एवं ग्वार में फसल पकने की गति मंद है। क्षेत्र के समतली भागों में पानी जमा होने के साथ राजडाल, देवका, पूषड, बीस, बलाई एवं जोरानाडा गांवों में पानी जमा होने से मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ गया। सोमवार को शिव, फलसूंड मार्ग पर बीसू के पास सड़क पर पानी के बहाव के कारण क्षतिग्रस्त हो गया।

बालोतरा. बालोतरा व सिवाना क्षेत्र में सोमवार को भी कई स्थानों पर रिमझिम व मूसलाधार वर्षा हुई।

मोकलसर. मानसून की सक्रियता के चलते सोमवार सुबह कस्बे मोकलसर सहित रमणिया,काठाड़ी, राखी, खण्डप, सेवाली, भागवा, मायलावास, लुदराड़ा, वालू, मोतीसरा, मवड़ी, डाबली आदि गांवों में एक घंटे जमकर तेज बारिश हुई।

समदड़ी. कस्बे सहित आस पास गांवों में सोमवार शाम करीब आधे घंटे तक तेज बारिश हुई। गलियों व सड़कों में पानी के हुए भराव पर आवागमन को लेकर वाहन चालकों व पैदल राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ी।

सताने लगा जल काल का भय!
बाड़मेर। बरसात...बरसात...बरसात और कितनी बरसात, अब तो बस करो भगवान। अब बस नहीं करोगो तो बनी हुई बात भी बिगड़ जाएगी। किसानों के जेहन यही आवाज निकल रही है। उनका कहना है कि यदि बरसात का दौर ऎसे ही जारी रहा तो फसलें जल मार हो जाएगी और जल काल की स्थिति हो जाएगी।

पिछले चार दिन से बाड़मेर जिले में निरंतर बरसात हो रही है। खेतों में फसलें भी लहलहा रही है। गडरारोड व रामसर क्षेत्र को छोड़कर शेष्ा जिले में फसलों की स्थिति बहुत बढिया है। रामसर व गडरारोड क्षेत्र में फसलें अभी शैशवास्था में है, लेकिन शेष जिले में फसलें परवान चढ़ गई है। खासकर बाजरे की फसल के सिट्टा निकल आया है और अब इसमें दाना पड़ने वाला है। पिछले चार दिन से जो बरसात का दौर चल रहा है, उसने परवान चढ़ी फसलों को अपनी गिरफ्त में लेना शुरू कर दिया है।

खासकर कठोर जमीन में पानी का भराव हो गया है और पिछले तीन से फसलें पानी में ही है। रेतीली जमीन में खड़ी फसलें अभी भी पूर्णतया सुरक्षित स्थिति में है, लेकिन बरसाती पानी की अधिकता व झड़ रहने के कारण बाजरे की फसल के जड़ों के पास वाले पत्ते पीले पड़ने लगे हैं। किसानों का कहना है कि आगामी तीन-चार दिन तक मौसम का हाल यही रहा तो जलकाल से इनकार नहीं किया जा सकता। भारी मात्रा में खराबा हो जाएगा।

धूप खिले तो बात बने
पैंसठ वर्षीय किसान गेमरसिंह ने बताया कि अब बरसात की जरूरत नहीं है। अब तो तेज धूप की जरूरत है। मौसम यदि साफ हो जाए और धूप खिल जाए तो बाजरे की बम्पर पैदावार होगी, लेकिन यदि मौसम साफ नहीं हुआ और यही स्थिति बनी रही तो नुकसान हो जाएगा।

ग्वार को नुकसान नहीं
अभी जिस तरह का मौसम बना हुआ है, उससे बाजरे की फसल पर संकट के बादल घिरे हैं, लेकिन ग्वार की फसल को अभी कोई नुकसान नहीं होने वाला। किसान बताते हैं कि बारिश की अधिकता से ग्वार की फसल के अच्छे उत्पादन के आसार बढ़ जाएंगे।

पाकिस्तान के कराची शहर में पंचमुखी हनुमान



पाकिस्तान के कराची शहर में एक मंदिर है। जिसका रहस्य काफी पुराना और पाताल लोक से है। शास्त्रों के मुताबिक उस मंदिर में भगवान राम भी पहुंच चुके हैं। मंदिर का निर्माण 1882 में हुआ था।



मंदिर में डेढ़ हजार साल पुरानी एक पंचमुखी हनुमानजी की मूर्ति है। लेकिन मूर्ति की कहानी 17 लाख साल पुरानी है। क्योंकि उस मूर्ति का संबंध त्रेता युग से है।

मान्यता है कि सपने में कहे अनुसार पंचमुखी मूर्ति जमीन के अंदर से निकालने लगे। जिस जगह पर स्थित है उस जगह से ठीक 11 मुट्ठी मिट्टी हटाई गई थी और हनुमान जी मूर्ति प्रकट हुई।

शास्त्रों के मुताबिक पंचमुखी हनुमान समुद्र निवासी थे। लेकिन कुछ साल पहले उस जगह पर एक विचित्र घटना घटी थी। जब कोई मंदिर नहीं था। मंदिर के स्थान पर एक तपस्वी तपस्या किया करते थे। सालों तक तपस्या करने के बाद उन्हें एक दिन सपने में पंचमुखी हनुमान का दर्शन हुआ। सपने में हनुमान जी ने उनसे कहा कि मैं इस जगह के नीचे पाताल लोक में निवास कर रहा हूं। लेकिन तुम मुझे यहां स्थापित करो।



मंदिर के पुजारी के मुताबिक मंदिर में सिर्फ 11 या 21 परिक्रमा लगाने से सारी मनोकामना पूरी हो जाती है। अब तक लाखों लोग अपने दुखों से निजात पा चुके हैं।



कराची के उस मंदिर में हिंदू परंपरा के तमाम देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं। लेकिन उस मंदिर में हर समुदाय के लोग जाते हैं।