सुविधाओं को मोहताज समदड़ी
समदड़ी। जिले के अंतिम छोर पर बसे उपखंड सिवाना के दूसरे बड़े कस्बे समदड़ी में कई सरकारी विभागों व सुविधाओं का अभाव कस्बे सहित क्षेत्रवासियों के लिए परेशानी का बड़ा कारण बना हुआ है। करीब तीस हजार की आबादी वाला समदड़ी जिले के बड़े कस्बों में से एक है।
रेलवे जंक्शन होने के साथ इसके समीप जोधपुर होने से पिछले कुछ वर्षो में इसका विकास व विस्तार हुआ है।इसके बावजूद यहां कई महत्वपूर्ण सरकारी विभागों के नहीं होने के साथ सुविधाओं के अभाव के कारण क्षेत्रवासियों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती है।
उप तहसील कार्यालय का इंतजार
कस्बे में पिछले वर्षो में आबादी में हुई जबरदस्त बढ़ोतरी से यहां आमजन द्वारा उप तहसील कार्यालय की दरकार महसूस की जा रही है। गत कांग्रेस शासन काल में अकाल राहत कार्यो के निष्पादन को लेकर यहां उप तहसील कार्यालय खोला गया था, लेकिन राहत कार्यो के बंद होते ही इस कार्यालय को भी बंद कर लिया गया।
इसे आज तक फिर से प्रारंभ नहीं किया गया है। कृषि क्षेत्र होने से राजस्व संबंधी कार्यो का यहां अधिक दबाव रहता है। इसके अलावा जन्म मृत्यु, मूल निवास, जातिगत प्रमाण पत्र बनाने, स्टाम्प खरीदने आदि कार्यो के लिए बड़ी संख्या में लोगों को 35 किलोमीटर दूर तहसील सिवाना के चक्कर लगाने पड़ते हैं।
रोडवेज की दरकार
यह कस्बा पाली, जोधपुर, जालोर, सहित बाड़मेर जिले से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा यह समीपवर्ती बड़े औद्योगिक कस्बे बालोतरा से भी सीधा जुड़ा हुआ। हर दिन कस्बे सहित आस पास के गांवों के लोग सरकारी,पारिवारिक, चिकित्सा, रोजगार आदि कार्यो को लेकर इन बड़े शहरों व कस्बों में आना जाना करते है। लेकिन कस्बे को रोडवेज सुविधा से नहीं जोड़ा
गया है।
विद्युत कार्य के लिए भटकना मजबूरी
कस्बे सहित क्षेत्र के गांवों से हजारों लोग व किसान विद्युत सेवा से जुड़े हुए हैं।डिस्कॉम द्वारा आज दिन तक यहां सहायक अभियंता स्तर का कार्यालय नहीं खोला गया है। जबकि इसे खोलने को लेकर कई बार प्रस्ताव स् भिजपाए गए हैं। कार्यालय अभाव में डिमाण्ड राशि भरने, विद्युत सामग्री लेने,विद्युत बिल सुधारने आदि कार्यो के लिए उपभोक्ता को सिवाना कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं।
परेशानी उठानी पड़ती है
कस्बे में उप तहसील कार्यालय नहीं खुलने के साथ अन्य सुविधाओं के अभाव से बाहर से आने वालों को परेशानियां उठानी पड़ती है।
-श्याम सुंदर दवे, सहमंत्री, व्यापार संघ
सरकार से मांग की है
कस्बे में उप तहसील कार्यालय खोलने,रोडवेज बस सेवा शुरू करने,सहायक अभियंता खोलने आदि की मांग सरकार से की गई है।
समदड़ी। जिले के अंतिम छोर पर बसे उपखंड सिवाना के दूसरे बड़े कस्बे समदड़ी में कई सरकारी विभागों व सुविधाओं का अभाव कस्बे सहित क्षेत्रवासियों के लिए परेशानी का बड़ा कारण बना हुआ है। करीब तीस हजार की आबादी वाला समदड़ी जिले के बड़े कस्बों में से एक है।
रेलवे जंक्शन होने के साथ इसके समीप जोधपुर होने से पिछले कुछ वर्षो में इसका विकास व विस्तार हुआ है।इसके बावजूद यहां कई महत्वपूर्ण सरकारी विभागों के नहीं होने के साथ सुविधाओं के अभाव के कारण क्षेत्रवासियों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती है।
उप तहसील कार्यालय का इंतजार
कस्बे में पिछले वर्षो में आबादी में हुई जबरदस्त बढ़ोतरी से यहां आमजन द्वारा उप तहसील कार्यालय की दरकार महसूस की जा रही है। गत कांग्रेस शासन काल में अकाल राहत कार्यो के निष्पादन को लेकर यहां उप तहसील कार्यालय खोला गया था, लेकिन राहत कार्यो के बंद होते ही इस कार्यालय को भी बंद कर लिया गया।
इसे आज तक फिर से प्रारंभ नहीं किया गया है। कृषि क्षेत्र होने से राजस्व संबंधी कार्यो का यहां अधिक दबाव रहता है। इसके अलावा जन्म मृत्यु, मूल निवास, जातिगत प्रमाण पत्र बनाने, स्टाम्प खरीदने आदि कार्यो के लिए बड़ी संख्या में लोगों को 35 किलोमीटर दूर तहसील सिवाना के चक्कर लगाने पड़ते हैं।
रोडवेज की दरकार
यह कस्बा पाली, जोधपुर, जालोर, सहित बाड़मेर जिले से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा यह समीपवर्ती बड़े औद्योगिक कस्बे बालोतरा से भी सीधा जुड़ा हुआ। हर दिन कस्बे सहित आस पास के गांवों के लोग सरकारी,पारिवारिक, चिकित्सा, रोजगार आदि कार्यो को लेकर इन बड़े शहरों व कस्बों में आना जाना करते है। लेकिन कस्बे को रोडवेज सुविधा से नहीं जोड़ा
गया है।
विद्युत कार्य के लिए भटकना मजबूरी
कस्बे सहित क्षेत्र के गांवों से हजारों लोग व किसान विद्युत सेवा से जुड़े हुए हैं।डिस्कॉम द्वारा आज दिन तक यहां सहायक अभियंता स्तर का कार्यालय नहीं खोला गया है। जबकि इसे खोलने को लेकर कई बार प्रस्ताव स् भिजपाए गए हैं। कार्यालय अभाव में डिमाण्ड राशि भरने, विद्युत सामग्री लेने,विद्युत बिल सुधारने आदि कार्यो के लिए उपभोक्ता को सिवाना कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं।
परेशानी उठानी पड़ती है
कस्बे में उप तहसील कार्यालय नहीं खुलने के साथ अन्य सुविधाओं के अभाव से बाहर से आने वालों को परेशानियां उठानी पड़ती है।
-श्याम सुंदर दवे, सहमंत्री, व्यापार संघ
सरकार से मांग की है
कस्बे में उप तहसील कार्यालय खोलने,रोडवेज बस सेवा शुरू करने,सहायक अभियंता खोलने आदि की मांग सरकार से की गई है।
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