मंगलवार, 6 सितंबर 2011

पुलिस की चुनौती, सरकार का सिरदर्द बनी एएनएम,तीन सीडी, तीन नेता


पुलिस की चुनौती, सरकार का सिरदर्द बनी एएनएम


लापता भंवरीदेवी 25 अगस्त से थी गैरहाजिर, पति पुलिस की निगरानी में, इनाम घोषित जोधपुर

राज्य के एक कैबिनेट मंत्री की कथित सीडी को लेकर चर्चा में आई एएनएम भंवरी देवी की तलाश में पुलिस के आला अफसर दिन-रात एक करने में लगे हैं। सीडी में मंत्री, विधायक समेत तीन नेताओं के नाम सामने आने के कारण रेंज आईजी और ग्रामीण एसपी रात तक बिलाड़ा थाने में डेरा जमा कर उसकी तलाश करवा रहे हैं और एएनएम से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति को थाने लाकर पूछताछ कर रहे हैं। पुलिस को एएनएम की हत्या या आत्महत्या की भी आशंका है, इसलिए जोधपुर-पाली के कुओं, बावडिय़ों में भी तलाश की जा रही है। हालांकि एएनएम के पति ने उसके एक सितंबर से लापता होने की रिपोर्ट दी थी, लेकिन चिकित्सा विभाग के मुताबिक वह 25 अगस्त से नौकरी पर नहीं आ रही थी। पुलिस इन सात दिनों में एएनएम से मिलने व फोन पर बात करने वालों की छानबीन कर रही है। सोमवार को पुलिस ने एएनएम का इश्तिहार जारी कर सूचना देने वाले को इनाम की घोषणा की है। साथ ही सुरक्षा के नाम पर उसके पति को भी पुलिस की निगरानी में रखा हुआ है। पुलिस ने पीएचईडी के उस कांट्रेक्टर को भी पकड़ रखा है जिससे पैसे लेने का कह कर एएनएम घर से निकली थी।
तीन सीडी, तीन नेता

भंवरी देवी को तलाश करना पुलिस के लिए चुनौती और सरकार का सिरदर्द बना हुआ है। सूत्रों के अनुसार भंवरी के पास तीन सीडी है। इन सीडी से संबद्ध व्यक्तियों में प्रदेश के एक कैबिनेट मंत्री, विधायक और पूर्व उप जिला प्रमुख भी शामिल हैं। इसलिए रेंज आईजी उमेश मिश्रा और ग्रामीण एसपी नवज्योति गोगोई एएनएम भंवरी की तलाश में पूरी ताकत झोंक रहे हैं और हर पल की जानकारी भी सरकार को भेज रहे हैं।
7 दिनों की गुत्थी में उलझी पुलिस


बोरुंदा में नियुक्तएएनएम भंवरी देवी के पति अमरचंद नट ने उसके एक सितंबर को लापता होना बताया है, जबकि जांच में पता चला है कि वह 24 अगस्त को अंतिम बार स्वास्थ्य केंद्र गई थी। उसके बाद वह बिना सूचना गैरहाजिर चल रही है। इन सात दिनों में वह कहां थी, इस संबंध में उसके पति से पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने इन सात दिनों में उसके मोबाइल की कॉल डिटेल भी निकाली है तथा जिन लोगों से उसकी बात हुई थी, उनसे भी पूछताछ की जा रही है।

पीएचईडी ठेकेदार से सुराग की उम्मीद

अमरचंद के मुताबिक उसकी पत्नी भंवरी एक सितंबर को खेजड़ला में तिलवासनी निवासी सोहनलाल विश्नोई से मिलने गई थी। अमरचंद का कहना है कि वह सोहनलाल से स्विफ्ट कार बेचने पर बकाया राशि लेने गई थी। पुलिस ने सोहनलाल को भी थाने में बैठा दिया है। सोहनलाल पीएचईडी का ठेकेदार है और काफी समय से भंवरी के संपर्क में था। पुलिस सोहन की बातों को तस्दीक कर रही है।

इनाम घोषित किया

जोधपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक उमेश मिश्रा ने बताया कि एएनएम भंवरी देवी की तलाश के लिए कई जगह टीमें भेजी गई हैं। कॉल डिटेल, पति और सोहनलाल से पूछताछ में सामने आए लोगों से भी पूछताछ कर रहे हैं। पुलिस ने एएनएम का फोटो व पेंफ्लेट जारी कर उसकी सूचना देने वाले को इनाम की घोषणा कर दी है। भंवरी का कद 5 फीट 6 इंच और रंग गोरा है। उसने कत्थई रंग की डिजाइनदार साड़ी पहन रखी है और उसके दाएं हाथ पर ‘बी’ लिखा हुआ है।

राजस्व रिकार्ड में नहीं है राष्ट्रीय मरू उद्यान


राजस्व रिकार्ड में नहीं है राष्ट्रीय मरू उद्यान

बाड़मेर। सरकारी कार्याें में लेटलतीफी, लालफीताशाही और आकंठ अंधेरगर्दी का आलम कहा जाएगा कि देश के गिने चुने और प्रदेश में जैव संरक्षण के सबसे बड़े राष्ट्रीय मरू उद्यान को उद्घोषणा के तीस साल बाद भी राजस्व रिकार्ड में दर्ज नहीं किया गया है। ऎसा नहीं होने से अब कई समस्याएं खड़ी हो गई है।

सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 1981 में राष्ट्रीय मरू उद्यान के लिए करीब सत्रह लाख हैक्टेयर जमीन बाड़मेर जैसलमेर जिले के सीमावर्ती 73 गावों में चिन्हित की गई। राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय मरू उद्यान तो उद्घोषित कर लिया गया, लेकिन इसका मानचित्र केवल वन विभाग के पास ही रहा। वन विभाग ने इसके अनुरूप जहां जहां जमीन है वहां पत्थर गाड़कर इनके नंबर अंकित कर दिए।

इसके बाद राजस्व विभाग और वन विभाग में एक बार भी तालमेल नहीं बैठा कि इस जमीन को राजस्व रिकार्ड में दर्ज किया जाए। राज्य सरकार द्वारा भी इसमें खास दिलचस्पी नहीं ली गई। वर्ष 2001 के बाद राज्य सरकार ने चार पांच बार निर्देश दिए कि इसको रिकार्ड में दर्ज करने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए लेकिन अब तक इस मामले में कोई खास प्रगति नहीं हुई है।

वनविभाग की सुस्त
जमीन के चिन्हिकरण के बाद वनविभाग की सुस्ती नहीं टूटी है। विभाग यह कहकर पल्ला झाड़ रहा है कि हमने अपने पत्थर लगा दिए है और इसकी जानकारी राजस्व महकमे को है। महकमा इस आधार पर राजस्व रिकार्ड में मरूउद्यान को दर्ज कर सकता है।

राजस्व विभाग के सामने समस्या
राजस्व विभाग के जानकारों का कहना है कि सरकारी जमीन के अलावा खातेदारी जमीन भी है। इन काश्तकारों की जमीन को अभी तक अवाप्त नहीं किया गया है। ऎसे में उनकी जमीन को वनविभाग के नाम करना मुमकिन नहीं है।

दर्ज नहीं है
मरू उद्यान राजस्व रिकार्ड में दर्ज नहीं है। अभी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।
- नखतदान बारहठ,
उपखण्ड अधिकारी, शिव

टेपू स्कूल में ताला लगाया

टेपू स्कूल में ताला लगाया

बाप.राजकीय माध्यमिक विद्यालय टेपू में सोमवार को ग्रामीणों ने ताला जड़ कर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक रिक्त पदों को नहीं भरा जाएगा तालाबंदी जारी रहेगी।

विद्यालय क्रमोन्नत के बाद से ही व्याख्याताओं के पद रिक्त पड़े हैं। इसके अलावा अन्य शिक्षकों के पद भी लंबे समय से रिक्त पड़े हैं। शिक्षकों की भारी कमी के कारण में शिक्षण व्यवस्था प्रभावित हो रही हैं। अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित अभिभावकों व ग्रामीणों ने सरपंच कंवर के नेतृत्व में सोमवार सुबह स्कूल के मुख्य गेट पर ताला जड़ प्रदर्शन किया।

ग्रामीणों ने प्रशासन व शिक्षा विभाग को दस दिन पूर्व ही ज्ञापन भेज सूचित कर दिया था, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होने पर ग्रामीणों ने आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर लिया। सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट प्रतापसिंह टेपू ने बताया कि रिमझिम बरसात के बावजूद ग्रामीण वहां दिनभर डटे रहे। ग्रामीणों से वार्ता के लिए काई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। इस पर ग्रामीणों ने गहरी नाराजगी जताई। नोडल अधिकारी नरपतराम विश्नोई ने फोन पर वार्ता कर ग्रामीणों से धरना उठाने की अपील की।

विश्नोई ने ग्रामीणों को विश्वास दिलाया कि शीघ्र रिक्त पद भर दिए जाएंगे। प्रदर्शन में सरपंच हवन कंवर, रणजीतसिंह, भंवरसिंह, दिलीपसिंह, राणीदान सिंह, हनुमानाराम विश्नोई, मालाराम विश्नोई, पाबूदान सिंह, पदमसिंह, तिलोक सिंह, अनोपाराम मेघवाल, फरसाराम विश्नोई, इंद्रसिंह, लक्ष्मण सिंह, मुल्तान सिंह, आनंद सिंह, रुघाराम, मूलसिंह, प्रतापसिंह भाटी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल थे।

भोपालगढ़ में दो इंच बारिश


भोपालगढ़ में दो इंच बारिश

बरसात से गल्ली मोहल्लों में भरा पानी, फलौदी में एक घंटे जम कर बरसे मेघ

भोपालगढ़ कस्बे सहित आसपास के गांवों में रविवार रात मेघ जमकर बरसे और सोमवार सुबह आठ बजे तक चौबीस घंटे में करीब दो इंच बारिश दर्ज की गई। इससे यहां के नाडी-तालाबों में भी पानी की भारी आवक हुई है। रविवार रात को करीब साढ़े बारह बजे शुरू हुई मूसलाधार बारिश लगातार दो-ढाई घंटे तक चलती रही। इस दौरान बिजली भी गुल हो गई, जो सोमवार दोपहर बहाल हो पाई। सोमवार को दिन में मौसम साफ रहा और धूप भी खिली, लेकिन शाम होते-होते एक बार फिर बादल थोड़ी देर के लिए जमकर बरसे और देखते ही देखते सड़कों पर पानी के रैले बहने लगे। शाम को हुई बारिश से उमस भी बढ़ गई।

फलौदी& सोमवार दोपहर बाद फलौदी शहर में एक घंटे तक जमकर हुई बारिश से चारों तरफ पानी ही पानी नजर आने लग गया। वही लगातार बारिश का दौर जारी रहने के बाद भी उमस का दौर बरकरार है वही दिन व रात में लगातार बादलों के छाए रहने से हल्की बूंदाबांदी का दौर तो चौबीसौ घंटों में बारह घंटे से ज्यादा समय तक जारी है खबर लिखने तक हल्की बारिश व बूंदाबांदी का दौर जारी था। वहीं सोमवार से फलौदी शहर से आसपास के गांवों में भी अच्छी बारिश के समाचार है। बारिश से शहर के नदी नालों के जाम होने का खतरा भी बना हुआ है। फलौदी के आसपास के क्षेत्रों में नमक उद्योग पर खतरा मंडरा रहा है। शहर में सुबह से ही रुक रुक कर बारिश व बूंदाबांदी का दौर जारी रहा।

लोहावट& सोमवार सुबह से ही रुक रुक कर भारी बारिश पूरे दिन होती रही। लोहावट एवं आसपास के सभी गांवों में पूरे दिन रुक रुक कर बरसात का दौर जारी रहा सभी तालाब पानी से भर गए। हरखोलाई नाडी लोहावट एवं चैनसागर पल्ली की विरमाली नाडी वर्षा से पूरी भर गई। जम्मेश्वर नगर, पल्ली, ढेलाणा, दैणोक, भजननगर, हसांदेश, घाटानगर, विष्णु नगर, मगरा जाटावास, फतेहसागर सहित सभी गांवों में अच्छी बरसात के समाचार आ रहे है तथा कृषि बाहुल्य गांव होने पर मूंगफली एवं बाजरी की अच्छी फासले हैं।

धुंधाड़ा& कस्बे में सोमवार शाम को आधे घंटे तक मध्यम दर्जे की बारिश होने से दिनभर की उमस एवं गर्मी से राहत मिली। सोमवार को सुबह नौ से दस बजे तक हल्की बूंदाबांदी हुई तथा बाद में पूरे दिन आसमान साफ रहा। कई बार धूप भी निकली। शाम करीब पौने छह बजे हल्की बारिश शुरू हुई, जो रुक-रुककर करीब आधा घंटा जक जारी रही। इसके बाद बूंदाबांदी का क्रम रात तक बना रहा। इसी प्रकार रविवार रात को दस बजे से एक बजे तक कई बार तेज व मध्यम दर्जे की रूक-रूककर बारिश हुई।

बाप& कस्बे में सोमवार को दिनभर बारिश की झड़ी लगी रही। दोपहर साढ़े तीन बजे एक बार तेज बारिश हुई। इसके बाद बूंदाबांदी का क्रम रात तक चलता रहा। लगातार कई दिनों से जारी बारिश का कहर कच्चे मकानों पर होने लगा है। मेघवालों के बास में भगवानाराम, माणकराम तथा सोनाराम के कच्चे मकान गिर गए। हालांकि ये मकान रहवासी नहीं थे, लेकिन इनमें स्टॉक कर रखा चारा तथा अन्य सामान खराब हो गया है। बारिश से सड़कों पर कीचड़ पसर गया और फिसलन बढऩे से लोगों को सावधानी पूर्वक चलना पड़ रहा है।

पोकरण पहुंचा 25 हजार जातरुओं का संघ बाबा के भजनों पर नाचते गाते पोकरण पहुंचे महिलाएं व पुरुष


पोकरण पहुंचा 25 हजार जातरुओं का संघ
बाबा के भजनों पर नाचते गाते पोकरण पहुंचे महिलाएं व पुरुष

लोक देवता बाबा रामदेव के 627 वें भादवा मेले की अष्टम के अवसर पर जोधपुर के करीब एक दर्र्जन पदयात्री संघों के पोकरण पहुंचने पर शहर में सोमवार को मेले सा माहौल हो गया। शहर के मुख्य मार्गों पर सुबह 8 बजे हाथों में बड़ी -बड़ी ध्वजाएं लिए बाबा के जयकारे लगाते हुए पहुंचे श्रद्धालुओं के कारण पूरा मार्ग जाम हो गया। वहीं शहर में उमड़े आस्था के इस ज्वार को देखने के लिए शहरवासियों की भीड़ उमड़ी। गत एक माह से चल रहे बाबा रामदेव के मेले में कुछ दिन पूर्व श्रद्धालुओं की संख्या में कर्मी आई थी। श्रद्धालुओं की संख्या में कमी के चलते प्रशासनिक अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली थी। लेकिन सोमवार को एक दर्जन संघ के साथ पोकरण पहुंचे 25 हजार श्रद्धालुओं के कारण पोकरण शहर में हर जगह रौनक छा गई है। प्रदेश के उतरी पश्चिमी राजस्थान को छोड़कर शेष सभी जिलों से आने वाले पदयात्री पोकरण कस्बे से होकर गुजरते हैं। कई संघ यहां पड़ाव डालकर विश्राम करते हैं जिसके चलते सोमवार क ो पोकरण के मुख्य चौराहे पर पदयात्रियों की भारी भीड उमड़ रही है।

लंबी ध्वजाओं को देखने उमडा जनसमूह: बाबा रामदेव की पदयात्रा के अंतर्गत जोधपुर के विभिन्न संघों के साथ आए लगभग 25 हजार पदयात्रियों के हाथों में बड़ी बड़ी बाबा की ध्वजाओं को देखने के लिए शहर के स्त्री पुरूष उमड़ पड़े। वहीं जोश व उत्साह के साथ बाबा के भजनों पर थिरकते श्रद्धालु शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए जयनारायण व्यास चौराहा पहुंचे। बाबा के दर्शनार्थ आएं इस संघ में महिलाएं व पुरुष सुधबुध खोकर बाबा के भजनों में लीन होकर उत्साह के साथ नृत्य करते हुए दिखाई दिए।

सरकारी कार्यालय बने मेला स्थल : शहर में मेलार्थियों की भारी भीड के चलते जोधपुर रोड से जैसलमेर रोड व जयनारायण व्यास सर्किल के आस पास स्थित सभी सरकारी कार्यालय परिसरों में पदयात्री संघों ने अपने डेरे जमा लिए हैं। जिसके चलते जोधपुर रोड स्थित बिजलीघर , वन विभाग ,राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, तहसील परिसर नगरपालिका सहित सभी कार्यालय परिसर के अन्दर व बाहर यात्रियों के पड़ाव डाले हुए हैं। इन संघों के साथ आए वाहनों में पानी की टंकियों सहित अन्य साजो सामान के कारण चौराहे व मुख्य सडक ों पर भारी भीड के चलते पांव रखनेे की भी जगह नहीं है।

भजनों की बही सरिता : इस अवसर पर जोधपुर से आए सैनिक क्षत्रिय माली समाज सेवा संस्थान सूरसागर संघ के अध्यक्ष रामचंद्र सोलंकी ने बताया कि लगभग 30 वर्षों से 36 कौम को साथ लेकर संघ सूरसागर से बाबा रामदेव के दर्शन के लिए आ रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में इस संघ में लगभग 6 हजार पदयात्री चल रहे हैं। जिसके लिए संस्थान द्वारा सभी व्यवस्थाएं निशुल्क की जा रही है। मंडोर, महामन्दिर, लालसागर क्षेत्र से आए पांच संघों तथा सांसी समाज भदासियां व पांच बती चौराहा क्षेत्र से आए दो विशाल संघों के साथ ही अन्य पदयात्री संघों ने रात्रि के समय अपने अपने पड़ाव स्थल पर बाबा की प्रतिमा के सामने भजन गाकर माहौल को भक्तिमय कर दिया।

एक युवती के साथ तीन जनों को ‘पीटा’ के तहत गिरफ्तार


जोधपुर। शहर पुलिस ने न्यू कैंपस के सामने निर्माणाधीन मॉल के भूतल से सोमवार शाम एक युवती के साथ तीन जनों को ‘पीटा’ के तहत गिरफ्तार किया है। पुलिस उपायुक्त राजेश मीणा ने बताया कि सोमवार शाम इस निर्माणाधीन इमारत में मुंबई से एक युवती को लाए जाने और अनैतिक काम की सूचना मिली थी।

इस पर एसीपी (पश्चिम) नारायण सिंह के साथ शास्त्री नगर थाने की टीम ने वहां दबिश दी। वहां भूतल में बने कच्चे छपरे में एक युगल संदिग्ध हालत में मिला। पुलिस टीम ने यहां के चौकीदार रसीद माणकलाव के साथ दलाल घनश्याम मीरचंदानी, आसोप निवासी नरेंद्र पुत्र धन्नाराम और मूलतया कोलकाता के स्यालदाह हाल नाला सोपारा मुंबई निवासी रूपा उर्फ रेहाना पुत्री असगर को गिरफ्तार कर लिया।

छह सौ रुपए में सौदा : पुलिस पूछताछ में सामने आया कि मुन्ना नामक एजेंट मुंबई से युवती को जोधपुर लाता है। यहां घनश्याम ग्राहक ढूंढने का काम करता है। एक ग्राहक से छह सौ रुपए लेकर इसे मुन्ना, घनश्याम और युवती बराबर हिस्से में बांटते हैं। घनश्याम निर्माणाधीन इमारत के चौकीदार रसीद को जगह मुहैया करवाने के बदले प्रतिदिन पांच सौ रुपए का भुगतान करता है

राधा अष्टमी पर भरा मेला

राधा अष्टमी पर भरा मेला

बालोतरा  शहर से सात किलोमीटर दूर स्थित रणछोडऱाय खेड़ तीर्थ पर राधाष्टमी पर आयोजित मेले में श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ा। अलसुबह मंगल आरती के साथ श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हुआ जो शाम तक जारी रहा। दूर दराज क्षेत्रों से आए हजारों श्रद्धालुओं ने धोक लगाकर मन्नतें मांगी। मेला स्थल पर लगे हाट बाजार में जमकर खरीदारी हुई। यहां पर श्रद्धालुओं की दिनभर रेलमपेल लगी रही।

रणछोडऱाय खेड़ तीर्थ स्थल पर राधाष्टमी महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। सोमवार को मेले का आयोजन किया गया। सुबह 11:30 बजे राधाजी की प्रतिमा को फूलों के झूले में विराजमान कर महाआरती उतारी गई। इस दौरान भगवान रणछोडऱाय की झांकियां निकाली गई। मंदिर में धोक लगाने के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गई। रणछोडऱाय के जयकारों के साथ श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना कर मन्नतें मांगी। आकाशवाणी कलाकार दलीचंद ने गणपति वंदना प्रस्तुत की। इसके बाद कृष्ण भक्ति व मीरा भक्ति भजन प्रस्तुत कर भाव विभोर कर दिया। पुष्पलता गोयल ने शानदार भजनों की प्रस्तुतियां देकर खूब तालिया बटोरी। मेला स्थल पर सांय आठ बजे तक श्रद्धालुओं की रेलमपेल लगी रही।

मंदिर की विशेष सजावट 

मेले को लेकर रणछोडऱाय भगवान के मंदिर की विशेष सजावट की गई। रंग बिरंगी रोशनी से मंदिर शाम को जगमगा रहा था। भगवान की प्रतिमा को पुष्पों से सुसज्जित किया गया। इस दौरान आरती के बाद श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया।
हाट बाजार में उमड़ी भीड़
मेला स्थल पर लगाए गए हाट बाजार में ग्राहकों का हुजूम उमड़ा। महिला, पुरुष व बच्चों ने दुकानों पर खरीदारी में उत्साह दिखाया। बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार के खिलौने आकर्षण के केन्द्र रहे। दिनभर ग्राहकों की भीड़ रही।
ये थे मौजूद . समदड़ी बगीची के महंत नृसिंहदास, भाजपा नगर अध्यक्ष रमेश गुप्ता, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष भंवरलाल भाटी, भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष आशा देवी, महेश्वरी समाज अध्यक्ष ताराचंद, नायब तहसीलदार दलपतसिंह, ट्रस्ट अध्यक्ष मदनलाल सिंहल, उपाध्यक्ष ताराचंद, मंत्री पुरुषोत्तम, भंवर वैष्णव समेत बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे।

पालिकाध्यक्ष के बेटे ने भरी जुर्माना राशि

पालिकाध्यक्ष के बेटे ने भरी जुर्माना राशि

बाड़मेर। विद्युत चोरी के मामले का खुलासा होने के बाद बाड़मेर नगरपालिका अध्यक्ष उषा जैन के पुत्र ने 4 लाख 2 हजार 644 रूपए का जुर्माना भरा है। नगरपालिका अध्यक्ष के ऋषभ रिसोर्ट में विद्युत चोरी होने का मामला डिस्कॉम की विजीलेंस टीम ने पकड़ा था। इसके बाद डिस्कॉम द्वारा जांच करवाई गई।

एमआरआई जांच के बाद अधिकतम विद्युत खर्च को आधार बनाते हुए 4 लाख 2 हजार 644 रूपए जुर्माना बनाया गया। यह जुर्माना राशि नगरपालिका अध्यक्ष के पुत्र ने जमा करवाई। डिस्कॉम के अधिशासी अभियंता प्रेमजीत धोबी ने बताया कि जुर्माना राशि बाड़मेर कनिष्ठ अभियंता के पास जमा करवाई गई है।

सुविधाओं को मोहताज समदड़ी

सुविधाओं को मोहताज समदड़ी

समदड़ी। जिले के अंतिम छोर पर बसे उपखंड सिवाना के दूसरे बड़े कस्बे समदड़ी में कई सरकारी विभागों व सुविधाओं का अभाव कस्बे सहित क्षेत्रवासियों के लिए परेशानी का बड़ा कारण बना हुआ है। करीब तीस हजार की आबादी वाला समदड़ी जिले के बड़े कस्बों में से एक है।

रेलवे जंक्शन होने के साथ इसके समीप जोधपुर होने से पिछले कुछ वर्षो में इसका विकास व विस्तार हुआ है।इसके बावजूद यहां कई महत्वपूर्ण सरकारी विभागों के नहीं होने के साथ सुविधाओं के अभाव के कारण क्षेत्रवासियों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती है।

उप तहसील कार्यालय का इंतजार
कस्बे में पिछले वर्षो में आबादी में हुई जबरदस्त बढ़ोतरी से यहां आमजन द्वारा उप तहसील कार्यालय की दरकार महसूस की जा रही है। गत कांग्रेस शासन काल में अकाल राहत कार्यो के निष्पादन को लेकर यहां उप तहसील कार्यालय खोला गया था, लेकिन राहत कार्यो के बंद होते ही इस कार्यालय को भी बंद कर लिया गया।

इसे आज तक फिर से प्रारंभ नहीं किया गया है। कृषि क्षेत्र होने से राजस्व संबंधी कार्यो का यहां अधिक दबाव रहता है। इसके अलावा जन्म मृत्यु, मूल निवास, जातिगत प्रमाण पत्र बनाने, स्टाम्प खरीदने आदि कार्यो के लिए बड़ी संख्या में लोगों को 35 किलोमीटर दूर तहसील सिवाना के चक्कर लगाने पड़ते हैं।

रोडवेज की दरकार
यह कस्बा पाली, जोधपुर, जालोर, सहित बाड़मेर जिले से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा यह समीपवर्ती बड़े औद्योगिक कस्बे बालोतरा से भी सीधा जुड़ा हुआ। हर दिन कस्बे सहित आस पास के गांवों के लोग सरकारी,पारिवारिक, चिकित्सा, रोजगार आदि कार्यो को लेकर इन बड़े शहरों व कस्बों में आना जाना करते है। लेकिन कस्बे को रोडवेज सुविधा से नहीं जोड़ा
गया है।

विद्युत कार्य के लिए भटकना मजबूरी
कस्बे सहित क्षेत्र के गांवों से हजारों लोग व किसान विद्युत सेवा से जुड़े हुए हैं।डिस्कॉम द्वारा आज दिन तक यहां सहायक अभियंता स्तर का कार्यालय नहीं खोला गया है। जबकि इसे खोलने को लेकर कई बार प्रस्ताव स् भिजपाए गए हैं। कार्यालय अभाव में डिमाण्ड राशि भरने, विद्युत सामग्री लेने,विद्युत बिल सुधारने आदि कार्यो के लिए उपभोक्ता को सिवाना कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं।

परेशानी उठानी पड़ती है

कस्बे में उप तहसील कार्यालय नहीं खुलने के साथ अन्य सुविधाओं के अभाव से बाहर से आने वालों को परेशानियां उठानी पड़ती है।
-श्याम सुंदर दवे, सहमंत्री, व्यापार संघ

सरकार से मांग की है

कस्बे में उप तहसील कार्यालय खोलने,रोडवेज बस सेवा शुरू करने,सहायक अभियंता खोलने आदि की मांग सरकार से की गई है।

सताने लगा जल काल का भय!



बाड़मेर। बाड़मेर सहित कई क्षेत्रों में सोमवार को भी बारिश का दौर जारी रहा। इस दौरान शहर में तीस मिलीमीटर बारिश हुई जबकि रामसर में बारह मिलीमीटर बारिश हुई। शेष जिले में बादल छाये रहे, लेकिन बारिश नहीं हुई। थार की धरा पर सोमवार को भी इन्द्रदेव की मेहरबानी रही। शहर में रविवार को दिन में शुरू हुआ दौर रात में भी जारी रहा।

आधी रात बाद बारिश बंद हुई,लेकिन सोमवार अलसुबह यह दौर फिर आरम्भ हुआ। सुबह नौ बजे से साढ़े दस बजे तक आधा घण्टा अच्छी बारिश होने से परनाले चली। इसके बाद करीब दो-तीन घण्टे तक बारिश रूकी रही। दोपहर तीन बजे से पांच बजे तक फिर बारिश का दौर चला। बारिश के चलते शहर में जगह-जगह पानी भर गया। कई घरों में पानी टपकने लगा। पांच बजे के बाद फिर बारिश बंद हो गई। इसके बाद लोेग घरों से निकले। शाम छह बजे बादल फिर बरसने लगे।

कार्यालयों में भी दिखी कमी
बारिश के चलते सरकारी कार्यालयों में भी आमजन की कमी नजर आई। विभिन्न कार्यालयों में कार्मिक नजर जरूर आए, लेकिन कहीं पर भी आमजन नजर नहीं आ रहे थे। कचहरी परिसर में भी न्यायालय परिसर के समक्ष लोग थे, लेकिन कलक्ट्रेट व तहसील परिसर में कम ही लोग नजर आ रहे थे।

खस्ता हाल सड़कें बनी परेशानी का सबब : शहर की खस्ता हाल सड़कें बारिश में आमजन के लिए परेशानी का सबब बन गई है। शहर के किसान छात्रावास से राजकीय चिकित्सालय तक की सड़क पर इसके चलते दिन में कई बार टै्रफिक जाम की स्थिति रही। वहीं हाई स्कूल रोड, राय कॉलोनी रोड सहित विभिन्न सड़कों पर बने गड्डे दुपहिया वाहन चालकों के लिए जान जोखिम में डालने का साधन बन गए।

बसों में सवारियां कम
बारिश के चलते निजी व रोडवेज की बसों में सवारियां कम दिखी। दिन भर रूक-रूक कर बारिश होने व गांवों में भी अच्छी बारिश होने का असर इस पर दिखा।

डिस्कॉम की राहत
बारिश के बावजूद डिस्कॉम ने विद्युत कटौती नहीं कर आमजन को राहत दी। एक-दो बार कुछ समय के लिए विद्युत कटौती हुई, लेकिन पूरे दिन विद्युत आपूर्ति सुचारू रही।

शिव. कस्बे सहित आसपास के सभी गांवों में रविवार रात्रि एवं सोमवार को पूरे दिन रूक-रूककर हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। क्षेत्र में भरपूर बारिश के बावजूद होने वाली इस बारिश ने किसानों को चिंता में डाल दिया है। खरीफ की फसलों को तेज गर्मी नहीं मिलने से नमी के कारण कीटों से इसको नुकसान होने की संभावना है। साथ ही बाजरा एवं ग्वार में फसल पकने की गति मंद है। क्षेत्र के समतली भागों में पानी जमा होने के साथ राजडाल, देवका, पूषड, बीस, बलाई एवं जोरानाडा गांवों में पानी जमा होने से मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ गया। सोमवार को शिव, फलसूंड मार्ग पर बीसू के पास सड़क पर पानी के बहाव के कारण क्षतिग्रस्त हो गया।

बालोतरा. बालोतरा व सिवाना क्षेत्र में सोमवार को भी कई स्थानों पर रिमझिम व मूसलाधार वर्षा हुई।

मोकलसर. मानसून की सक्रियता के चलते सोमवार सुबह कस्बे मोकलसर सहित रमणिया,काठाड़ी, राखी, खण्डप, सेवाली, भागवा, मायलावास, लुदराड़ा, वालू, मोतीसरा, मवड़ी, डाबली आदि गांवों में एक घंटे जमकर तेज बारिश हुई।

समदड़ी. कस्बे सहित आस पास गांवों में सोमवार शाम करीब आधे घंटे तक तेज बारिश हुई। गलियों व सड़कों में पानी के हुए भराव पर आवागमन को लेकर वाहन चालकों व पैदल राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ी।

सताने लगा जल काल का भय!
बाड़मेर। बरसात...बरसात...बरसात और कितनी बरसात, अब तो बस करो भगवान। अब बस नहीं करोगो तो बनी हुई बात भी बिगड़ जाएगी। किसानों के जेहन यही आवाज निकल रही है। उनका कहना है कि यदि बरसात का दौर ऎसे ही जारी रहा तो फसलें जल मार हो जाएगी और जल काल की स्थिति हो जाएगी।

पिछले चार दिन से बाड़मेर जिले में निरंतर बरसात हो रही है। खेतों में फसलें भी लहलहा रही है। गडरारोड व रामसर क्षेत्र को छोड़कर शेष्ा जिले में फसलों की स्थिति बहुत बढिया है। रामसर व गडरारोड क्षेत्र में फसलें अभी शैशवास्था में है, लेकिन शेष जिले में फसलें परवान चढ़ गई है। खासकर बाजरे की फसल के सिट्टा निकल आया है और अब इसमें दाना पड़ने वाला है। पिछले चार दिन से जो बरसात का दौर चल रहा है, उसने परवान चढ़ी फसलों को अपनी गिरफ्त में लेना शुरू कर दिया है।

खासकर कठोर जमीन में पानी का भराव हो गया है और पिछले तीन से फसलें पानी में ही है। रेतीली जमीन में खड़ी फसलें अभी भी पूर्णतया सुरक्षित स्थिति में है, लेकिन बरसाती पानी की अधिकता व झड़ रहने के कारण बाजरे की फसल के जड़ों के पास वाले पत्ते पीले पड़ने लगे हैं। किसानों का कहना है कि आगामी तीन-चार दिन तक मौसम का हाल यही रहा तो जलकाल से इनकार नहीं किया जा सकता। भारी मात्रा में खराबा हो जाएगा।

धूप खिले तो बात बने
पैंसठ वर्षीय किसान गेमरसिंह ने बताया कि अब बरसात की जरूरत नहीं है। अब तो तेज धूप की जरूरत है। मौसम यदि साफ हो जाए और धूप खिल जाए तो बाजरे की बम्पर पैदावार होगी, लेकिन यदि मौसम साफ नहीं हुआ और यही स्थिति बनी रही तो नुकसान हो जाएगा।

ग्वार को नुकसान नहीं
अभी जिस तरह का मौसम बना हुआ है, उससे बाजरे की फसल पर संकट के बादल घिरे हैं, लेकिन ग्वार की फसल को अभी कोई नुकसान नहीं होने वाला। किसान बताते हैं कि बारिश की अधिकता से ग्वार की फसल के अच्छे उत्पादन के आसार बढ़ जाएंगे।

पाकिस्तान के कराची शहर में पंचमुखी हनुमान



पाकिस्तान के कराची शहर में एक मंदिर है। जिसका रहस्य काफी पुराना और पाताल लोक से है। शास्त्रों के मुताबिक उस मंदिर में भगवान राम भी पहुंच चुके हैं। मंदिर का निर्माण 1882 में हुआ था।



मंदिर में डेढ़ हजार साल पुरानी एक पंचमुखी हनुमानजी की मूर्ति है। लेकिन मूर्ति की कहानी 17 लाख साल पुरानी है। क्योंकि उस मूर्ति का संबंध त्रेता युग से है।

मान्यता है कि सपने में कहे अनुसार पंचमुखी मूर्ति जमीन के अंदर से निकालने लगे। जिस जगह पर स्थित है उस जगह से ठीक 11 मुट्ठी मिट्टी हटाई गई थी और हनुमान जी मूर्ति प्रकट हुई।

शास्त्रों के मुताबिक पंचमुखी हनुमान समुद्र निवासी थे। लेकिन कुछ साल पहले उस जगह पर एक विचित्र घटना घटी थी। जब कोई मंदिर नहीं था। मंदिर के स्थान पर एक तपस्वी तपस्या किया करते थे। सालों तक तपस्या करने के बाद उन्हें एक दिन सपने में पंचमुखी हनुमान का दर्शन हुआ। सपने में हनुमान जी ने उनसे कहा कि मैं इस जगह के नीचे पाताल लोक में निवास कर रहा हूं। लेकिन तुम मुझे यहां स्थापित करो।



मंदिर के पुजारी के मुताबिक मंदिर में सिर्फ 11 या 21 परिक्रमा लगाने से सारी मनोकामना पूरी हो जाती है। अब तक लाखों लोग अपने दुखों से निजात पा चुके हैं।



कराची के उस मंदिर में हिंदू परंपरा के तमाम देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं। लेकिन उस मंदिर में हर समुदाय के लोग जाते हैं।

सोमवार, 5 सितंबर 2011

भारत को चोट,सचिन वनडे सीरीज से बाहर

भारत को चोट,सचिन वनडे सीरीज से बाहर

लंदन। इंग्लैण्ड दौरे पर गई भारतीय टीम के खिलाड़ी एक के बाद एक चोटिल हो रहे हैं। वीरेन्द्र सहवाग, गौतम गंभीर और रोहित शर्मा के बाद मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर भी चोट के कारण वनडे सीरीज से बाहर हो गए हैं। उनकी जगह बद्रीनाथ खेलेंगे।

चोट के कारण सचिन ने वनडे सीरीज में भाग लेने से इनकार कर दिया है। सचिन को डॉक्टरों ने चार सप्ताह तक आराम करने की सलाह दी थी, जिसके बाद सचिन ने सीरीज नहीं खेलना का फैसला किया। सचिन के बाएं पैर के अंगुठे में लगी चोट फिर से उभर आई थी।

चोट की वजह से सचिन पहले वनडे में नहीं खेल पाए थे। सचिन की चोट काफी पुरानी है लेकिन शुक्रवार रात से अंगुठे का दर्द काफी बढ़ गया है। गौरतलब है कि अब तक सात खिलाड़ी चोट के कारण स्वदेश लौट आए हैं।

महिलाओं को नहीं पसंद जल्दी 'आई लव यू' बोलने वाले पुरूष

कहा जाता है कि अगर आप किसी से प्यार करते हैं तो जितनी जल्दी हो सके उसे अपने दिल की बात बता दीजिए। लेकिन इस शोध में सामने आई बात के बाद आप प्यार के इजहार के लिए सब्र करना सीख जाएगें।



मैसाचुसाट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओंद द्वारा 45 अमेरिकी महिलाओं से उनके संबंधों के बारे में प्रश्न पूछे गए। उसके जवाब में अधिकांश महिलाओं ने बताया कि उन्हें जल्दी प्रपोज करने वाले पुरूष पसंद नहीं।



महिलाओं के अनुसार जल्दी प्रपोज करने वाले पुरूषों का उद्देश्य किसी रिश्ते को गंभीरता से निभाना नहीं होता। बल्कि वो किसी महिला को जल्दी प्रपोज इसलिए करते हैं ताकि वे जल्दी ही सेक्स संबंध स्थापित कर सकें।



अधिकांश महिलाओं ने बताया कि पुरूषों के केवल सेक्स में जल्दबाजी के कारण प्रपोज करने की आदत से वे उनपर विश्वास नहीं कर पाती। इसलिए जो पुरूष देर में प्रपोज करते हैं, वो अधिक विश्वस्नीय होते हैं।

..तो मनमोहन मांसाहारी बनने का तैयार

...तो मनमोहन मांसाहारी बनने का तैयार
 
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह शाकाहारी हैं लेकिन बंगाली लोगों की पसंदीदा डिश हिल्सा मछली का रसास्वादन करने के लिए वह अपना शाकाहार का व्रत तोड़ने के लिए तैयार हैं।

बांग्लादेश की यात्रा पर मंगलवार को रवाना हो रहे डा. सिंह ने वहां की न्यूज एजेंसी बीएसएस को दिए गए एक साक्षात्कार में कहा कि वह शाकाहारी हैं लेकिन उन्होंने हिल्सा मछली की स्वादिष्ट डिश के बारे में सुना है।

हिल्सा मछली का रसास्वादन करने के लिए वह अपना शाकाहार व्रत तोड़ने के लिए तैयार हैं। न्यूज एजेंसी के पत्रकार ने डा. सिंह से एक व्यक्तिगत प्रश्न पूछते हुए कहा था कि बांग्लादेश के लोग उन्हें हिल्सा मछली की डिश की पेशकश करना चाहते हैं।

राजस्थान के लापता आईएएस नवीन घर पहुंचे

नरवाना/जींद. ‘जब मुझसे अपेक्षा की जाती है कि मैं अपना काम जिम्मेदारी से करूं और जनता के प्रति संवेदनशील रहूं तो सरकार का भी फर्ज है कि वह मेरे परिवार के प्रति संवदेना दिखाए। चूंकि राजस्थान सरकार ने मेरी बात सुन ली है, इसलिए अब मुझे सरकार से कोई शिकायत नहीं है।’

यह बात रात लगभग पौने दस बजे अपने घर नरवाना पहुंचे राजस्थान के आईएएस अधिकारी नवीन जैन ने कही। जैन छह दिन पहले राजस्थान के शाहजहांपुर के एक होटल में अपने परिवार को छोड़ कर लापता हो गए थे। उन्होंने जाते समय अपनी पत्नी को होटल के नेपकिन पेपर पर एक पत्र लिखा था, जिसमें अपनी पीड़ा बताते हुए पत्नी को नरवाना या दिल्ली चले जाने के लिए कहा था।

नवीन जैन ने कहा कि ‘राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सारी बात सुन ली है और मेरे परिवार को तुरंत संभाला है। उन्होंने मुझसे संपर्क किया। मैं सरकार के इस कदम से प्रभावित हूं। इसलिए अब मुझे कोई शिकायत नहीं है। कुछ दिन परिवार के साथ यहां नरवाना में आराम करूंगा, फिर ड्यूटी ज्वाइन कर लूंगा। मुख्यमंत्री से मैंने अपनी छुट्टी मंजूर करवा ली है। बस मेरा यही कहना है कि जिन हालात से मैं गुजरा हूं, ऐसे पल सब की जिंदगी में आते हैं। विस्तार से इन पर मैं बाद में बात कंरूगा।’

नहीं बताया, कहां रहे

परिवार को एक होटल में छोड़कर जाने के बाद कहां रहे, इस बारे में उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। उन्होंने बताया कि रविवार को चंडीगढ़ में कालेज के मित्रों सरदार सुखप्रीत सिंह और अमित के संपर्क में आए तो वे अपने घर लौट आए। उनके दोनों साथी गुड़गांव में निजी कंपनी में कार्यरत्त हैं।

रात में पहुंचे नरवान

नरवाना (जींद). नवीन जैन के यहां पहुंचते ही उनके परिवार वालों और रिश्तेदारों की आंखें भर आईं। उन्होंने जब अपने माता पिता के पैर छुए तो तीनों की आंखों से आंसू बहने लगे। उनके घर पर परिवार वालों और रिश्तेदारों के साथ बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी उनका इंतजार कर रहे थे। उनके चंडीगढ़ से नरवाना के लिए चलने की सूचना यहां पहले ही मिल चुकी थी। जैन के यहां पहुंचते ही लोगों ने उनका मालाओं से स्वागत किया।

मेरे बेटे से हो रहा भेदभाव

नवीन के पिता रायचंद जैन का कहना है कि उनके बेटे को राजस्थान सरकार की ओर से जयपुर में लगभग दो सप्ताह पहले एक मकान अलाट किया गया था। इसके तुरंत बाद भेदभाव करते हुए वह मकान नवीन के किसी जूनियर को अलाट कर दिया गया। उस पर प्रशासनिक अधिकारियों का दबाव भी काफी रहता है।

मैं दबंग अधिकारी हूं

भूमाफिया के दबाव बारे उनके पिता के बयान पर उन्होंने कहा कि पिताजी राजनीति कम समझते हैं। इसलिए, उन्होंने ऐसे ही कह दिया। जो सच्चाई है, वह सब के सामने आ जाएगी। मैं राजस्थान में एक दबंग और सक्षम अधिकारी जाना जाता हूं। मैंने गुर्जर और घड़साना आंदोलन में अपनी काबिलियत दिखाई है। बाढ़ राहत के दौरान मेरे कार्य के लिए मुझे सम्मानित भी किया गया था।


बाद में बताऊंगा डिटेल

नवीन से जब पूरे मामले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया कि मैं लंबा सफर करके आया हूं। सारे रिकार्ड और कागज जयपुर में देखे जा सकते हैं। यह पूछे जाने पर कि मकान पर कब्जे को लेकर उनका अधिकारियों से कोई विवाद था, तो उन्होंने कहा कि जयपुर के गांधीनगर मकान पर कब्जे की बात गलत है। मैंने कोई रजिस्टरी नहीं करवा ली है। वहां एक परिवार और रहता है।

दिल-दिमाग तो अलग होते हैं

जब उनसे पूछा गया कि आपने पत्नी और बेटे को बीच सफर में छोड़कर जाने का निर्णय क्यों लिया, तब उन्होंने कहा कि दिल और दिमाग अलग-अलग होते हैं। कई बार मन सोचता है कि काश मेरे साथ ऐसा होता, लेकिन हो नहीं पाता। उस स्थिति में आम आदमी की जो मनोस्थिति होती है, वह एक आईएएस व राजनेता की भी हो सकती है। तनाव के समय जो निर्णय लिया जाता है, वह तत्कालीन होता है।