शुक्रवार, 26 अगस्त 2011

18 बच्चों की मां है और 19वें की है तमन्ना

अमेरिका के टेनेसी स्टेट की लेक सिटी की रहने वाली 44 वर्षीय कैली बेट्स 18 बच्चों की मां हैं और उनकी तमन्ना दो और बेटों की मां बनने की है। गौरतलब बात ये है कि इतने सारे बच्चों में कोई भी जुड़वां नहीं है।



उनका ज्यादातर वयस्क जीवन गर्भावस्था में गुजरा है। अब उन्हें इसकी आदत पड़ गई है, सामान्य हालत में वे असहज महसूस करती हैं। उनके बच्चों की उम्र 22 साल से लेकर 11 महीने तक है। बावजूद इसके कैली का कोई हेल्थ इंश्योरेंस नहीं है।



कैली और उनके पति गिल बेट्स रूढ़िवादी क्रिश्चियन हैं, इसलिए बर्थ कंट्रोल को सही नहीं मानते। अब जब इतने बच्चे हो गए हैं, तो वे चाहते हैं दो और हो जाएं। लेक सिटी में उनका घर चार हजार वर्गफीट में बना है। घर में पांच बैडरूम हैं, जिन्हें बच्चे शेअर करते हैं।



घर में हर चीज़ एक से ज्यादा है। एक कमरा कपड़े की दुकान लगता है। कहीं जाने के लिए उन्हें एक से ज्यादा वाहनों की जरूरत पड़ती है। घर में टीवी और इंटरनेट की सख्त मनाही है। सभी बच्चे अलग-अलग म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स बजाने में माहिर हैं।

बाबा रामदेव की समाधि के दर्शनार्थश्रद्धालुओं की भीड़,एसपी ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा


रामदेवरा बाबा रामदेव की समाधि के दर्शनार्थ इन दिनों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। वहीं इन दिनों मेले के लिए चलने वाली मेला स्पेशल टे्रनों में भी यात्रियों की आवक खचाखच दिखाई दे रही है। रामदेवरा आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ के लिए ट्रेन में जगह नहीं होने पर कई यात्री रेल की छतों पर बैठकर अपनी यात्रा कर रहे हैं।
मेले से पूर्व शुरू हुई श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण जहां बसें श्रद्धालुओं से फुल है वहीं श्रद्धालुओं के चलते रामदेवरा आने वाली ट्रेनें भी यात्रियों से खचाखच भरी हुई दिखाई दे रही है। मेला शुरू होने में अभी भी चार दिन बाकी है लेकिन कस्बे में मेले की रौनक देखते ही बनती है। हर तरफ श्रद्धालु बाबा के जयकारे बोलते हुए समाधि स्थल तक पहुंच रहे हैं। वहीं बाबा के दर्शनार्थ दूरदराज से आने वाले लोगों के जाने के लिए गाडिय़ां भी शहर से लगभग दो किलोमीटर दूर लगने लगी है। जिसके चलते कस्बे के मुख्य सड़क पर हर समय यात्रियों की आवक दिखाई देती है। इन श्रद्धालुओं के लिए जहां रोड़वेज की अन्य बसें लगाई गई है वहीं कई श्रद्धालु पुन: जाने के लिए रेल यात्रा को ही सुरक्षित मान रहे हैं। जिसके कारण स्थानीय रेलवे स्टेशन पर हर समय श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा रहता है। ट्रेन के आते ही यात्रियों द्वारा सीट को पाने के लिए धक्का मुक्की शुरू हो जाती है। ऐसे में जिस श्रद्धालु को ट्रेन में जगह मिल गई वह वहीं बैठ जाता है। लेकिन बाकी बचे यात्री भी निराश नहीं होकर ट्रेन में जगह नहीं देखते हुए ट्रेन पर सवार हो जाते हैं। ऐसे में बाबा के दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धा के सैलाब का आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है। पुलिस कंट्रोल रूम का अवलोकन किया। इस अवसर पर पुलिस उपअधीक्षक कल्याणमल बंजारा, थानाधिकारी सुरेशकुमार, उपनिरीक्षक नवलसिंह आदि उपस्थित थे।


एसपी ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा

रामदेवरा। पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने बुधवार रात रामदेवरा पहुंचकर मेला क्षेत्र में व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने मंदिर परिसर के अंदर समाधि समिति की ओर से करवाई जाने वाली दर्शन व्यवस्था का जायजा लिया ओर यहां तैनात पुलिसकर्मियों को आवश्यक निर्देश दिए।

उन्होंने मेले के दौरान किसी प्रकार की अप्रिय वारदात नहीं हो, इसके लिए सभी दर्शनार्थियों को मेटल डिटेक्टर से गुजारने के निर्देश दिए।

एसपी ने मंदिर परिसर से करणी प्रवेश द्वार एवं उसके आगे तक लगने वाली लम्बी कतारों में खड़े दर्शनार्थियों को जल्द से जल्द दर्शन करवाने के लिए पुख्ता व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इसके अलावा मेला पुलिस थाना, पुलिस चौकी एवं पुलिस कंट्रोल रूम का अवलोकन किया। इस अवसर पर पुलिस उपअधीक्षक कल्याणमल बंजारा, थानाधिकारी सुरेशकुमार, उपनिरीक्षक नवलसिंह आदि उपस्थित थे।

जन लोकपाल के समर्थन में रैली

जन लोकपाल के समर्थन में रैली

जैसलमेर। महिला पतंजलि योग समिति की ओर से गुरूवार को जन लोकपाल के समर्थन में रैली निकाली गई। संयोजक जसोदा जसवानी व महामंत्री रेखा चौहान के नेतृत्व में निकाली गई रैली गड़ीसर प्रोल से रवाना होकर मुख्य मार्गो से होती हुई कलक्ट्रेट परिसर पहुंची। जहां रैली ने प्रदर्शन किया। रैली में प्रेमलता भाटिया, लीला टिलवानी, मीरा पालीवाल, सीमा बृजाणी, मीरा साधवानी, द्रौपदी बृजाणी, गुड्डी मूलचंदानी, हरिया देवी, कुलविन्द्र सिंह, छोटी बाई, मीना भाटी, प्रेमलता सोलंकी, गीता सोलंकी, शकुंतला सक्सेना, बबली गुप्ता, गोमती देवी, माला व सविता चौधरी शामिल थे।

उधर, शहर के युवा वर्ग की ओर से गुरूवार शाम सात बजे जागरूकता रैली निकाली गई। रैली सोनार किले से रवाना होकर गोपा चौक, सदर बाजार, जिंदानी चौकी, कचहरी रोेड व गांधी चौक होते हुए हनुमान चौराहा पहुंची। लक्ष्मीनाथ गु्रप की ओर से निकाली गई रैली मे जयशंकर, दीपक गोपा, आशीष गोपा, हरिशंकर, रोहित, मयंक व नितेश शामिल थे।

मोहनगढ़,. भ्रष्टाचार के विरोध में अन्ना हजारे की मुहिम के समर्थन में कस्बे में रैली निकाली गई। यह रैली मुख्य चौराहे से होकर उपनिवेशन तहसील मुख्य बाजार होते हुए पुलिस थाने पहुंची। यहां ग्रामीणों ने राष्ट्रपति के नाम थानाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। रैली के दौरान कस्बे में बाजार बंद रखे गए। इस दौरान शिक्षाविद कांताप्रसाद वासू ने रैली को संबोधित किया।

रैली में बुजुर्ग, युवा व बच्चे शामिल थे। थानाधिकारी को ज्ञापन सौंपने के बाद रैली का समापन किया गया। भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे के आंदोलन को मोहनगढ़ के युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों ने समर्थन दिया है। इस संबंध में हुई बैठक में ग्राम पंचायत मोहनगढ़ के अध्यक्ष हुकम चौधरी, उपाध्यक्ष अलफ खां, महासचिव छगनाराम सोलंकी, मुकेश कुमार पंवार व साहबान खां मंगलिया शामिल हुए।

होटल संचालक पर हमले से गर्माया माहौल

होटल संचालक पर हमले से गर्माया माहौल

बालोतरा। शहर में बुधवार देर रात मेगा स्टेट हाइवे पर एक होटल संचालक पर हमले की घटना से माहौल गर्मा गया। गुस्साए लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए एक आरोपी की मोटरसाइकिल की तोड़फोड़ की। देर रात तक स्थिति तनावपूर्ण रही। मेगा स्टेट हाइवे पर स्थित होटल पर मामूली तकरार के बाद कुछ बदमाशों ने होटल मालिक जेठाराम माली पर हमला कर दिया। इससे उसके सिर में गंभीर चोटें आई। इसके बाद आरोपी कार में बैठकर फरार हो गए।

घटना की सूचना मिलने पर देर रात बड़ी संख्या में माली समाज के लोग एकत्र हो गए। उन्होंने विरोध प्रदर्शन के साथ आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग की। इसी दौरान एक आरोपी की मोटरसाइकिल भीड़ के हत्थे चढ़ गई। आक्रोशित लोगों ने मोटरसाइकिल को निशाना बनाते हुए तोड़फोड़ कर दी। पुलिस की समझाइश के बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ।

पुलिस के अनुसार इस मामले को लेकर गोपाल पुत्र खीमाराम निवासी बालोतरा ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसका भाई जेठाराम मेगा स्टेट हाइ-वे पर स्थित होटल पर बैठा था। भंवरनाथ पुत्र तेजनाथ, हनी पुत्र नंदलाल, गोपालसिंह पुत्र विरधीसिंह, भैरूसिंह गोलिया वाला, हर्ष पुत्र चंद्रदान निवासी बालोतरा सहित चार पांच अन्य आरोपी एक लग्जरी कार में सवार होकर होटल पर पहुंचे। अनाधिकृत प्रवेश कर शराब के लिए पैसे मांगे। मना करने पर धारिए, हॉकी, तलवार से जानलेवा हमला कर जेठाराम को घायल कर दिया। सोने की चैन छीन ले गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया।

मणिहारी विक्रेता की नृशंस हत्या

मणिहारी विक्रेता की नृशंस हत्या

बालोतरा। सिवाना क्षेत्र के कुंडल के धरबला की ढाणी निवासी एक युवक की बालोतरा में बुधवार रात नृशंस हत्या कर दी गई। वारदात के बाद आरोपियों ने शव को जीप में डालकर पचपदरा खेड़ मार्ग पर एक सुनसान स्थान पर पटक दिया। पुलिस ने चुस्ती का परिचय देते हुए कुछ ही घंटों में वारदात का पर्दाफाश कर बालोतरा में एक होटल चलाने वाले आरोपी को दस्तियाब किया है।

गुरूवार सुबह पचपदरा थाने में यह सूचना मिली थी कि पचपदरा खेड़ मार्ग पर कसाइयो की नाडी की ओर जाने वाले सुनसान मार्ग पर एक युवक का शव पड़ा है। पुलिस उप अधीक्षक रामेश्वरलाल मेघवाल, पचपदरा थानाधिकारी उगमराज सोनी मय जाप्ता ने मौके पर पहुंचकर जायजा लिया। शव की शिनाख्त कुंडल के धरबला की ढाणी निवासी सुजानसिंह (32) पुत्र मिसरसिंह के रूप में की गई। मृतक के सिर पर घातक चोट का निशान था।

शरीर के विभिन्न अंगों पर पिटाई के चलते नीले रंग के निशान थे। प्रथम दृष्टया यह मामला संदेहास्पद व हत्या का प्रतीत होने पर पुलिस ने युवक के परिजनों को सूचना दी। एफएसएल की टीम ने भी बाड़मेर से यहां पहुंचकर पड़ताल प्रारंभ की। अलसुबह इस इलाके में हुई बारिश के कारण शव सहित मौके पर अलामात पानी के कारण नष्ट हो चुके थे। इसके बावजूद पुलिस ने अपनी कोशिश जारी रखी। पड़ताल के दौरान यह बात सामने आई कि मुंबई में फेरी लगाकर मणिहारी का कारोबार करने वाला यह युवक बालोतरा में पचपदरा मार्ग स्थित मेट्रो होटल में ठहरा हुआ था।

बालोतरा थानाधिकारी लूणसिंह भाटी मय जाप्ता ने इस होटल में पहुंचकर पूछताछ की। होटल संचालक ने बताया कि युवक सुजानसिंह कमरा नंबर 107 में रूका हुआ था। बुधवार रात अंतिम बार उसे राजपूताना होटल के मालिक मोहनसिंह पुत्र पहाड़सिंह के साथ बाहर जाते देखा गया था, उसके बाद वह वापिस नहीं लौटा। मृतक के भाई जालमसिंह ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि राजपूताना होटल के मालिक मोहनसिंह व उसके पुत्रों ने मिलकर उसके भाई सुजानसिंह की हत्या करने के बाद शव को सुनसान स्थल पर फेंक दिया।


रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मोहनसिंह को दस्तियाब कर नया बस स्टैंड इलाके में स्थित उसके होटल की तलाशी ली। यहां पर ताला लगा मिला। प्रारंभिक पूछताछ में मोहनसिंह ने कबूल किया कि सुजानसिंह बुधवार रात उसके साथ था। उन्होंने साथ में शराब पी थी। किसी बात को लेकर विवाद के बाद उसके पुत्र महेंद्रसिंह व जालमसिंह ने मणिहारी विक्रेता सुजानसिंह के साथ जेरला रोड पर मारपीट की थी। हत्या के बाद उन्होंने शव को जीप में डालकर पचपदरा खेड़ सरहद में कसाइयों की नाडी मार्ग पर एक सुनसान स्थल पर फेंक दिया था। बालोतरा पुलिस ने भादंसं की धारा 302, 201 के तहत प्रकरण दर्ज किया। वारदात के बाद फरार हुए मोहनसिंह के दोनों पुत्रों की सरगर्मी से तलाश शुरू की।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामसिंह मीणा ने भी बालोतरा पहुंचकर मामले की जानकारी ली। हत्या की वजह क्या रही, इसका खुलासा फिलहाल नहीं हो पाया है। पुलिस अनुसंधान में जुटी हुई है।

शव की शिनाख्त करवाने के लिए जब पुलिस ने कोशिश शुरू की तो मौके पर खड़े स्थानीय लोगों ने शव की पहचान पचपदरा निवासी एक युवक के रूप में की। उक्त युवक के सगे परिजनों को यहां बुलाया गया तो उन्होंने भी मृतक को अपना रिश्तेदार बताया। बाद में मृतक की जेब से निकले मोबाइल पर पुलिस ने घंटी की तो फोन किसी अन्य ने रिसीव किया। उसने बताया कि फिलवक्त वह अपनी पत्नी के साथ पचपदरा से बाहर है। मामले को देखकर पुलिस भी चकरा गई। बाद में यह खुलासा हुआ कि दरअसल मृतक व पचपदरा निवासी एक युवक हमशक्ल थे, जिसके कारण परिजन भी गफलत में रह गए। काठाड़ी धरबला की ढाणी से मृतक युवक के परिजनों के पहुंचने के बाद पुख्ता शिनाख्त हो पाई।

शातिर आरोपी
हत्या की वारदात में हत्थे चढ़ा नोनवेज होटल संचालक मोहनसिंह बालोतरा का शातिर आरोपी है। आस-पास के मौहल्लों के लिए वह आतंक बना हुआ था। इसके खिलाफ जानलेवा हमले सहित दर्जनों मामले दर्ज है। दबंग प्रवृत्ति का यह आरोपी पिछले कई वर्षो से सरकारी जमीन पर कब्जा जमाकर होटल चला रहा है। बीते वर्षो में बेदखली की कार्यवाही के दौरान पुलिस ने यहां से बड़ी मात्रा में धारदार हथियार बरामद किए थे।

गुरुवार, 25 अगस्त 2011

अन्ना की मांग पर कल संसद में बहस

अन्ना की मांग पर कल संसद में बहस

नई दिल्ली। केन्द्र सरकार अन्ना हजारे की तीन मांगों को कल से संसद में चर्चा के लिए रख सकती है। निजी चैनलों के हवाले से यह खबर आई है कि सरकार अन्ना की मांगे मान चुकी है। हालांकि सरकार की ओर से इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। अन्ना की मांग को लेकर सरकार कल संसद में बहस कराने को तैयार हो गई है।

लोकपाल के तीनों प्रारूपों पर होगी चर्चा

प्रणब के साथ बैठक से पहले संसदीय कार्यमंत्री पवन बंसल ने भी कहा कि शुक्रवार को संसद में लोकपाल विधेयक के सभी प्रारूपों पर चर्चा होगी जिसमें जन लोकपाल विधेयक का प्रारूप भी शामिल है। उन्होंने कहा कि संसद में चर्चा के लिए विपक्ष से सहमति बनाई जाएगी। तथा नियम 184 के तहत चर्चा हो सकती है। इसमें चर्चा के बाद वोटिंग का प्रावधान है। यह चर्चा अन्ना की तीन शर्तों पर होगी। हालांकि नियम 184 के तहत चर्चा के लिए स्पीकर की मंजूरी जरूरी है। बंसल ने आशा जताई की अन्ना का अनशन जल्द टूटेगा।

अन्ना ने मांगा लिखित आश्वासन

लोकसभा की अपील के बाद अन्ना हजारे ने तय समय में सिटीजन चार्टर लाने, सभी कर्मचारियों को लोकपाल के दायरे में लाने, और राज्यों में लोकायुक्तों की नियुक्तों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कल से संसद में चर्चा का लिखित आश्वासन मांगा था। अन्ना ने कहा था कि अगर उनकी यह मांग मान ली जाती है तो वह अपना अनशन तोड़ने के बारे में सोचेंगे।

अन्ना ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के जनलोकपाल बिल सहित तीन बिलों पर संसद में चर्चा कराने के प्रस्ताव के जवाब में उन्होंने प्रधानमंत्री को एक पत्र भेजा है। पत्र का जवाब आने के बाद ही अनशन खत्म करने या नहीं करने के बारे में फैसला होगा।

केन्द्रीय मंत्री विलासराव देशमुख ने अन्ना हजारे से मुलाकात की। उन्होंने अन्ना से अनशन खत्म करने की अपील की। देशमुख की मुलाकात के बाद सिविल सोसायटी की कोर कमेटी की बैठक हुई। बैठक के बाद अन्ना ने देशमुख को अपने जवाब के रूप में एक पत्र सौंपा।

देशमुख यह पत्र प्रधानमंत्री को दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने आवास पर एक बैठक बुलाई। इसमें प्रणव मुखर्जी, एंटनी, पवन बंसल, सलमान खुर्शीद और राजीव शुक्ला भी शामिल हुए हैं। हालांकि इस बैठक के बाद सरकार की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।

'सेक्स वर्करों के लिए बनें कारगर योजनाएं'


नई दिल्ली।। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को कहा कि ऐसे सेक्स वर्कर जिन्हें सेक्स रैकेट से छुड़ाया गया हो, सरकार उन्हें वोकेशनल ट्रेनिंग देने के लिए सुधार घरों में जबरन नहीं रख सकती।

कोर्ट ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार को उन लोगों के लिए योजनाएं बनानी चाहिए, जिन्होंने खुद से यह पेशा छोड़ा है।

जस्टिस काटजू और ज्ञान सुधा मिश्रा की बेंच ने नाराजगी जताते हुए कहा कि ऐसे कदम अभी तक नहीं उठाए गए हैं। ऐसी समस्या से लड़ने में केंद्र, राज्य और दिल्ली सरकार भी असफल रही है। पश्चिम बंगाल सरकार के रुख पर कोर्ट ने कहा कि वहां यह समस्या सबसे ज्यादा गंभीर है, फिर भी सख्त कदम नहीं लिए गए।

महिला और बाल विकास मंत्रालय की वित्त सलाहकार संगीता वर्मा के सुझाव को सही ठहराते हुए कोर्ट ने कहा कि सेक्स वर्करों के लिए किसी भी तरह की खास स्कीम की जरूरत नहीं है। बल्कि सभी योजनाओं को कुछ इस तरह बनाना चाहिए कि सेक्स रैकेट से निकलने के बाद वह इनका इस्तेमाल कर सकें।

'इस्लाम का फरमान है, भ्रष्टाचार हराम है

मुंबई॥ मौलाना बुखारी की अन्ना हजारे के आंदोलन को इस्लाम विरोधी बताने की नसीहत को मुंबई के मुस्लिम समाज ने बेवजह और नासमझी भरा बताया है।

बुधवार को हजारों की तादाद में मुसलमान आजाद मैदान में इकट्ठा हुए और अण्णा को हर हाल में समर्थन देने की घोषणा की। मुंबई अमन कमेटी सहित करीब आधा दर्जन मुस्लिम संगठनों ने कहा कि जब देश की बात हो तो संप्रदाय को अलग रख जाता है। यह लोग नारा लगा रहे थे 'इस्लाम का फरमान है, भ्रष्टाचार हराम है।' मुंबई अमन कमिटी के प्रेजिडेंट मोहम्मद फरीद शेख ने कहा कि रिश्वत लेना और देना दोनों कुरान के हिसाब से पाप है, और अन्ना फिलहाल हमें इससे बचाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने अण्णा की अच्छी सेहत की दुआ भी मांगी।

थर की थळी में विख्यात स्वादिष्ट हैं गडरा के लड्डू,


थर की थळी में विख्यात स्वादिष्ट हैं गडरा के लड्डू,



सीमावर्ती जिला बाड़मेर जिसकी 227 किमी लम्बी सीमा पाकिस्तान से सटी हैं। भारत विभाजन के बाद बाड़मेर जिले के कई गांव दो हिस्सों में बंट गए। एक ही परिवार के दो टुकडे हो गए। राम भारत में तो श्याम पाकिस्तान में।अल्लाह भारत में तो अकबर पाकिस्तान में। पाक सीमा से एक किमी पहले ही गडरारोड़ भारत में हैं। गडरा सीटी नाम का कस्बा था जो 1947 में विभाजित हो गया।

गडरारोड़ भारत में तथा गडरा सीटी पािकस्तान में रह गया। अविभाजित गडरा सीटी के तिजारा के लड्डू बड़े ही स्वादिष्ट होते थे। गडरा के लड्डू पूरे राजपूताना में प्रसिद्ध थे। बंटवारे के बाद भारतीय सीमा में गडरारोड़ हो गया।गडरा में ढाटी माहेश्वरीयों के काफी परिवार रहते थे जों हलवाई का काम करते थे।रेगिस्तानी इलाकें में ऐसी मिठाईयॉ ही बनती थी जो लम्बे समय तक खराब ना हो।ऐसी ही मिइाई गडरा के अमोलख माहेश्वरी बनाते थे जो पूरे थर की थळी में विख्यात थी।

गडरारोड़ में रह रहे माहेश्वरी परिवार लड्डू बनाने में माहिर थे। 1965 के युद्व के पश्चात् के गडरा सीटी से सैंकडो परिवार भारतीय सीमा में आकर बस गए। इनमें से ढाटी माहेश्वरी जाति के परिवार गडरारोड़ आकर बस गए। इन परिवारों में एक परिवार अमोलख भूतडा का भी था। जो पहले वहां लड्डुओं के निर्माता थे। गडरारोड़ आकर अपना पुश्तैनी कार्य लड्डू बनाना आरम्भ किया। गडरा के लड्डू मुख्य रूप से उडद की दाल से बनाये जाते हैं। पिसी हुई उड़द की दाल में गोंद, मावा शक्कर, देशी घी डालकर सेका जाता हैं। इस अत्यधिक स्वादिष्ट बनाने के लिए इसमें बादाम, काजू, दाख, काली मिर्च डाली जाती हैं। एक सौ पच्चास रूपये प्रति किलो के भाव से बिकने वाले लड्डुओ का लाजवाब स्वाद मुंह में पानी ले आता हैं।

गडरा के लड्डुओ का स्वाद लाजवाब होने के कारण सर्वप्रिय हैं। सीमा पर तैनात जवानों, स्थानीय नागरिकों में गडरा के लड्डू सर्वप्रिय हैं। इन लड्डुओ की प्रसिद्धी सीमार पार में भी बराबर हैं।

तारबन्दी से पूर्व आसानी से पाकिस्तान भेजे जाने वाले ये लड्डू अब थार एक्सपेस के माध्यम से पाक ले जाए जाते हैं। ये लड्डू एक महीने तक खराब नहीं होते। यहां के लड्डू साम्प्रदायिक सद्भावना के प्रतीक हैं।दोनो देशो की अवामों कें बीच गडरा के लडडू आज भी पारिवारिक सदभाव बनाऐ रखे हैं

बाड़मेर सांसद के जोधपुर आवास पर प्रदर्शन



अन्ना के समर्थन में रैली निकाली और बाड़मेर सांसद के घर पहुंचे प्रदर्शनकारी



जोधपुर। अन्ना हजारे के समर्थन में जोधपुर में लोगों का जुडऩा जारी है। गुरुवार को इंडिया अगेस्ट करप्शन के कार्यकर्ताओं ने मेडिकल कॉलेज से रैली निकाल कर पावटा स्थित बाड़मेर से कांग्रेस के सांसद हरीश चौधरी के घर के बाहर प्रदर्शन किया। हाथों में तिरंगा लिए प्रदर्शनकारी सांसद चौधरी के घर के सामने जाकर बैठ गए और जनलोकपाल विधेयक के समर्थन में नारे लगाए और फूल रख दिए।



इससे पहले मेडिकल कॉलेज से रवाना कार्यकर्ताओं की रैली के रास्ते में कई दूसरे संगठन भी शामिल हुए। इसके अलावा शहर में सुबह दस बजे पुस्तक एवं स्टेशनरी विक्रेता संघ की ओर से पावटा से वाहन रैली निकाली गई। मिनी डोर टेम्पो यूनियन (इंटक) की ओर से भी दोपहर में वाहन रैली निकाली गई। शाम को मेडिकल कॉलेज के बाहर अन्ना के स्वास्थ्य के लिए यज्ञ किया जाएगा। गौरतलब है कि जोधपुर में भी दिल्ली की तर्ज पर ही 16 अगस्त से प्रदर्शनों का दौर चल रहा है। पहले पांच दिन कुछ लोगों ने अनशन भी रखा था। अब यहां क्रमिक अनशन पर लोग बैठ रहे हैं।

चेकिंग के लिए रोका,तो हो गई न्यूड

चेकिंग के लिए रोका,तो हो गई न्यूड

लंदन। बरमूडा के एक एयरपोर्ट पर एक महिला ने उस वक्त सरेआम अपने कपड़े उतार दिए, जब कस्टम अधिकारियों ने चेकिंग के लिए उसे रोकने की कोशिश की। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 36 वर्षीय लोकाई फिलिप्स लंदन जा रही थी। फ्लाइट में बैठने से पहले कस्टम अधिकारियों ने जब एयरपोर्ट पर सामान्य लगेज चेक के दौरान चेकिंग के लिए महिला को रोका, तो बौखला उठी। फिलिप्स ने अधिकारियों पर झल्लाते हुए कहा कि "आप मुझे न्यूड देखना चाहते हैं, तो यहीं देख लीजिए।" इतना कहते हुए महिला ने सबके सामने अपने कपड़े उतार दिए।

डेली मेल में छपी खबर के मुताबिक यह घटना गत शनिवार की है। महिला के इस तरह सरेआम न्यूड हो जाने से एयरपोर्ट पर मौजूद दूसरे यात्री हक्के-बक्के रह गए। घटना के समय एयरपोर्ट पर मौजूद यात्रियों में कई बच्चे भी शामिल थे। बताया जा रहा है कि एयरपोर्ट पर न्यूड होने वाली महिला मूल रूप से बरमूडा की रहने वाली थी और फिलहाल लंदन में रह रही है। वो एक निजी वित्तीय मामले के सिलसिले में लंदन वापस जा रही थी।

इस घटना के सिलसिले में बीते मंगलवार को फिलिप्स को स्थानीय अदालत में पेश किया गया। पेशी के दौरान फिलिप्स ने अपना गुनाह कबूल करते हुए कहा कि "मैंने गुस्से में यह सब किया। एयरपोर्ट अधिकारियों द्वारा बार-बार हो रही चेकिंग से मैं उकता गई थी और गुस्से में आकर मैंने इस तरह का व्यवहार किया।" महिला ने अदालत को आश्वस्त किया, कि वो फिर कभी ऎसा नहीं करेगी, जिसके बाद अदालत ने उसे सशर्त रिहाई दे दी।

मनमोहन का आवास घेरने पहुंचे 50 अन्‍ना समर्थक हिरासत में, 4 मेट्रो स्‍टेशन बंद

नई दिल्ली. सरकार की ओर से नाउम्‍मीद टीम अन्‍ना के आह्वान पर गुरुवार को उनके समर्थक प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का आवास घेरने पहुंचे। इन्‍हें रोकने के लिए दिल्‍ली पुलिस ने चार मेट्रो स्‍टेशन बंद करवा दिए। इसके बावजूद अन्‍ना समर्थक पहुंचे। 50 प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। समर्थकों को हिरासत में लिए जाने के विरोध में महिला प्रदर्शनकारियों ने तुगलक रोड थाने में तैनात पुलिस अधिकारियों को चूडि़यां भेंट कीं।

टीम अन्‍ना ने सवेरे ही अपील की थी कि लोग शाम पांच बजे पीएम हाउस के बाहर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर उनसे जन लोकपाल बिल पारित कराने का निवेदन करें। इसके मद्देनजर दिल्‍ली पुलिस ने तीन बजे ही चार मेट्रो स्‍टेशन (जोरबाग, खान मार्केट, उद्योग भवन और रेस कोर्स) बंद करवा दिए। यही नहीं, प्रदर्शन शुरू होने के बाद पुलिस की ओर से टीम अन्‍ना को चिट्ठी भेज कर आगाह किया गया कि उनकी अपील सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्‍लंघन है। साथ ही, यह भी बताया गया कि प्रधानमंत्री निवास के बाहर धारा 144 लगी हुई है। लेकिन टीम अन्‍ना ने पुलिस की इस दलील को खारिज कर दिया।

रामलीला मैदान में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। रामलीला मैदान में पुलिस की संख्‍या बढ़ गई है। पुलिसकर्मियों को अन्‍ना के मंच के आसपास भी देखा जा रहा है। पुलिस की तैनाती रामलीला मैदान के बाहर भी बढ़ गई है। पुलिस ने शहर के अन्‍य स्‍थानों से रामलीला मैदान की ओर बढ़ रहे अन्‍ना समर्थकों को रोकने की कोशिश शुरू कर दी है। मैदान के मेन गेट पर भी दिल्ली पुलिस के जवान बड़ी तादाद में तैनात हैं। गुरुवार को मैदान में बम निरोधक दस्‍ता भी पहुंच गया और मंच के आसपास जांच की।

दिल्‍ली पुलिस ने अन्ना हजारे के अनशन के दसवें दिन हजारे और उनकी टीम पर शर्तें तोड़ने का आरोप लगाया है। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि अन्‍ना हजारे ने शर्तों का उल्‍लंघन किया है। दिल्ली पुलिस ने अन्ना और उनकी टीम पर पांच आरोप लगाए हैं। इसमें मंच से भड़काऊ भाषण देना, कार्यकर्ताओं पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप के अलावा रात दस बजे के बाद भी लाउडस्‍पीकर के इस्तेमाल का आरोप शामिल है।

दिल्ली पुलिस ने टीम अन्ना से यह भी शिकायत की है कि सरकारी डॉक्‍टर को अन्ना हजारे की जांच से रोका गया है। सड़क पर अन्‍ना समर्थकों द्वारा यातायात नियमों की अवहेलना करने के भी आरोप लगे हैं। हालांकि रामलीला मैदान के मंच से बार-बार अपील की जा रही है कि भड़काऊ भाषण नहीं दिया जाए और ना ही किसी नेता के खिलाफ व्‍यक्तिगत टिप्‍पणी की जाए।

दरअसल, बुधवार रात 9 बजे एम्‍स के तीन डॉक्‍टरों की टीम रामलीला मैदान पहुंची थी। लेकिन टीम अन्‍ना ने इनसे अन्‍ना हजारे की जांच कराने से मना कर दिया। टीम अन्‍ना का आरोप है कि इन डॉक्‍टरों के बहाने अन्‍ना हजारे को अस्‍पताल ले जाने की कोशिश की जा रही थी। एम्‍स के डॉक्‍टरों और डॉ. नरेश त्रेहन की टीमें रामलीला मैदान में डटी हुई हैं।

दिल्ली पुलिस के ज्वॉइंट कमिश्नर सुधीर यादव रामलीला मैदान पहुंचकर टीम अन्ना से बात की, जिसके बाद दिल्ली पुलिस का रुख सामने आया है। 16 अगस्त को अनशन के लिए जाने को तैयार अन्ना हजारे को गिरफ्तार करके तिहाड़ जेल भेज दिया गया था। जहां से रिहाई के आदेश आने के बाद भी अन्ना अड़ गए थे और कहा था कि उन्हें अनशन की इजाजत मिले। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने कुछ शर्तों के साथ अन्ना हजारे को शांतिपूर्ण अनशन की इजाजत दे दी थी।

अन्‍ना ने ठुकराई संसद की अपील, कहा-धोखेबाज है सरकार



नई दिल्‍ली. जनलोकपाल बिल के लिए 10 दिनों से अनशन पर बैठे अन्‍ना हजारे ने पीएम मनमोहन सिंह की ओर से अनशन तोड़ने की अपील ठुकरा दी है। उन्‍होंने रामलीला मैदान के मंच से समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि शुक्रवार से ही उनकी शर्तों पर संसद में चर्चा होगी तभी वह अनशन तोड़ेंगे। अन्‍ना की तीन शर्तें हैं- 1. सभी दफ्तरों को लोकपाल के दायरे में लाया जाए। 2. राज्‍यों में लोकायुक्‍तों की नियुक्ति की जाए। 3. सिटिजन चार्टर बनाया जाए।

सरकार को धोखेबाज करार देते हुए अन्‍ना ने कहा, ‘पीएम की प्रशंसा से झांसे में नहीं आने वाला हूं। कभी-कभी प्रशंसा में धोखा हो जाता है। यदि पीएम को मेरी सेहत की चिंता है तो उन्‍होंने 10 दिनों का वक्‍त क्‍यों लगाया। कल से ही संसद में जनलोकपाल पर चर्चा शुरू हो तभी मैं अनशन तोडूंगा। विपक्ष को भी अपना मौन तोड़ना होगा। तमाम राजनीतिक दल जनलोकपाल बिल से डरे हुए हैं।’

अन्‍ना हजारे ने साफ कर दिया कि यदि संसद में उनकी मांगों पर चर्चा शुरू हो गई तो केवल अनशन ही टूटेगा, लेकिन वह रामलीला मैदान में धरना जारी रखेंगे। उन्‍होंने कहा, ‘पुलिस ने हमें तीन सितंबर तक मैदान में धरना की अनुमति दी है लेकिन जब तक समस्‍या का हल नहीं होता है तब तक हमें रामलीला मैदान में बैठने की इजाजत दी जाए।’ अपने समर्थकों से जेल भरो आंदोलन का आह्वान करते हुए उन्‍होंने कहा, ‘समाज की भलाई के लिए जेल में जाना अच्‍छी बात है। बहुत सारे मुद्दे हैं जिन पर हमारा संघर्ष जारी है।’

अन्‍ना ने कहा कि केंद्रीय मंत्री विलासराव देशमुख उनके पास सरकार की ओर से संदेश लेकर आए थे जिसके जवाब में उन्‍होंने पीएम के पास अपनी तीन शर्तें भेज दी हैं। महाराष्‍ट्र के पूर्व सीएम देशमुख रामलीला मैदान में अन्‍ना हजारे से मुलाकात करने पहुंचे थे। गौरतलब है कि अनशन के 10वें दिन देशमुख के रुप में सरकार की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिनिधि अन्‍ना हजारे से मिलने पहुंचा। अन्‍ना हजारे से मिलने के बाद देशमुख के आवास पर कांग्रेस सांसदों संदीप दीक्षित, सचिन पायलट, मिलिंद देवड़ा की बैठक हुई। इसके बाद देशमुख पीएम के पास अन्‍ना का जवाब लेकर गए। अभी वित्‍त मंत्री प्रणब मुखर्जी की संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल से मीटिंग हो रही है। शाम छह बजे वित्‍त मंत्री पीएम आवास पर मनमोहन सिंह से मीटिंग करेंगे। इसके बाद सरकार की ओर से अन्‍ना की मांगों पर कोई बयान आने की उम्‍मीद है।

अन्‍ना की विपक्ष की ओर से स्थिति साफ किए जाने की मांग पर भाजपा अध्‍यक्ष नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार विपक्ष की अनुमति से लोकपाल बिल वापस ले। उन्‍होंने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘जनलोकपाल बिल को आधार बनाकर संसद में चर्चा शुरू की जानी चाहिए।

इससे पहले अहमदनगर के भाजपा सांसद दिलीप गांधी ने अन्‍ना हजारे से बातचीत करने का दावा किया है। उन्‍होंने कहा, 'अगर अन्‍ना हजारे का जनलोकपाल बिल संसद में रखा जाता है और उस पर चर्चा होती है तो वह अनशन तोड़ सकते हैं।'

स्वतन्त्राता सैनानी सोनी का राजकीय सम्मान के साथ अन्तिम संस्कार


स्वतन्त्राता सैनानी सोनी का राजकीय 
सम्मान के साथ अन्तिम संस्कार
बाडमेर, 25 अगस्त। स्वतन्त्राता सैनानी कानजीमल सोनी का गुरूवार को पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ स्थानीय मोक्षधाम शमशान घाट में अन्तिम संस्कार किया गया। सोनी का बुधवार रात्रि 9.00 बजे निधन हो गया था। वे 90 वर्ष के थे। 
गुरूवार दोपहर में रायकालोनी में तकीया नीम स्थित उनके निवास से सोनी की अन्तिम शव यात्रा पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ निकाली गई। उनका शव तिरंगे में लपेटा गया था। उनके निवास स्थान पर जाकर जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने पुष्पचक्र अर्पित किया तथा राज्य सरकार की ओर से श्रद्धांजलि दी। प्रातः से ही स्वतन्त्राता सैनानी को श्रद्धांजलि देने का सिलसिला प्रारम्भ हो गया। जिला पुलिस अधीक्षक सन्तोष चालके समेत कई लोगों तथा जन प्रतिनिधियों ने सोनी को श्रद्धांजलि दी। लोगों ने पुष्प अर्पित किए तथा स्वतन्त्राता सैनानी की आत्मा की शांति की प्रार्थना की। बाद में सोनी की शव यात्रा तनसिंह सर्किल होते हुए मोक्षधाम पहुंची। शव यात्रा में बडी संख्या में शहर के निवासियों, प्रबुद्ध नागरिकों ने भाग लिया। मोक्षधाम में सोनी को 21 बन्दुकों से गोली दागकर सलामी दी गई तथा स्वतन्त्राता सैनानी सोनी अमर रहे के नारे लगाए।
स्वतन्त्राता सैनानी सोनी का जन्म 12 जनवरी 1921 को पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त के न्यू छोर में हुआ था। उन्होने भारत की आजादी की लडाई में भाग लिया था तथा आजादी की लडाई में जेल भी गए। उन्होने महात्मा गांधी के सम्पर्क के पश्चात् विभिन्न आन्दोलनों में सक्रिय योगदान दिया था।  उन्हें आजादी के बाद भारत सरकार ने स्वतन्त्राता सैनानी घोषित किया तथा राजस्थान सरकार ने वर्ष 2001 में स्वतन्त्राता सैनानी का विधिवत सम्मान देते हुए ताम्रपत्रा भेट किया तथा  पेंशन प्रारम्भ की। 
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मुख्यमंत्राी की स्वतन्त्राता सेनानी 




 कानजीमल के निधन पर संवेदना
बाडमेर, 25 अगस्त। मुख्यमंत्राी अशोक गहलोत ने बाड़मेर के स्वतन्त्राता सेनानी  कानजीमल सोनी के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की है।
मुख्यमंत्राी ने अपने शोक सन्देश में कहा कि आजादी के आन्दोलन में स्वर्गीय कानजीमल सोनी के योगदान को सदैव याद किया जाएगा। गहलोत ने ईश्वर से दिवगंत की आत्मा की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को यह आघात सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
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जनलोकपाल बिल चर्चा के लिए संसद में रखने को तैयार: मनमोहन सिंह

 lokpal bill anna hazare hunger strike manmohan singhनई दिल्ली। लोकसभा में गुरूवार को प्रधानमंत्री ने अन्ना हजारे से सदन के माध्यम से एक बार फिर अनशन खत्म करने की अपील करते हुए कहा है कि वह अन्ना के मसौदे समेत जनलोकपाल बिल मसौदे चर्चा के लिए संसद में रखने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि जनलोकपाल बिल के साथ ही सरकार बिल, अरूणा रॉय और जयप्रकाश नारायण का बिल सदन में रखा जाए और इस पर गंभीर चर्चा की जाए ताकि एक सशक्त लोकपाल की स्थापना हो सके।