स्वतन्त्राता सैनानी सोनी का राजकीय
सम्मान के साथ अन्तिम संस्कार
बाडमेर, 25 अगस्त। स्वतन्त्राता सैनानी कानजीमल सोनी का गुरूवार को पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ स्थानीय मोक्षधाम शमशान घाट में अन्तिम संस्कार किया गया। सोनी का बुधवार रात्रि 9.00 बजे निधन हो गया था। वे 90 वर्ष के थे।
गुरूवार दोपहर में रायकालोनी में तकीया नीम स्थित उनके निवास से सोनी की अन्तिम शव यात्रा पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ निकाली गई। उनका शव तिरंगे में लपेटा गया था। उनके निवास स्थान पर जाकर जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने पुष्पचक्र अर्पित किया तथा राज्य सरकार की ओर से श्रद्धांजलि दी। प्रातः से ही स्वतन्त्राता सैनानी को श्रद्धांजलि देने का सिलसिला प्रारम्भ हो गया। जिला पुलिस अधीक्षक सन्तोष चालके समेत कई लोगों तथा जन प्रतिनिधियों ने सोनी को श्रद्धांजलि दी। लोगों ने पुष्प अर्पित किए तथा स्वतन्त्राता सैनानी की आत्मा की शांति की प्रार्थना की। बाद में सोनी की शव यात्रा तनसिंह सर्किल होते हुए मोक्षधाम पहुंची। शव यात्रा में बडी संख्या में शहर के निवासियों, प्रबुद्ध नागरिकों ने भाग लिया। मोक्षधाम में सोनी को 21 बन्दुकों से गोली दागकर सलामी दी गई तथा स्वतन्त्राता सैनानी सोनी अमर रहे के नारे लगाए।
स्वतन्त्राता सैनानी सोनी का जन्म 12 जनवरी 1921 को पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त के न्यू छोर में हुआ था। उन्होने भारत की आजादी की लडाई में भाग लिया था तथा आजादी की लडाई में जेल भी गए। उन्होने महात्मा गांधी के सम्पर्क के पश्चात् विभिन्न आन्दोलनों में सक्रिय योगदान दिया था। उन्हें आजादी के बाद भारत सरकार ने स्वतन्त्राता सैनानी घोषित किया तथा राजस्थान सरकार ने वर्ष 2001 में स्वतन्त्राता सैनानी का विधिवत सम्मान देते हुए ताम्रपत्रा भेट किया तथा पेंशन प्रारम्भ की।
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मुख्यमंत्राी की स्वतन्त्राता सेनानी
कानजीमल के निधन पर संवेदना
बाडमेर, 25 अगस्त। मुख्यमंत्राी अशोक गहलोत ने बाड़मेर के स्वतन्त्राता सेनानी कानजीमल सोनी के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की है।
मुख्यमंत्राी ने अपने शोक सन्देश में कहा कि आजादी के आन्दोलन में स्वर्गीय कानजीमल सोनी के योगदान को सदैव याद किया जाएगा। गहलोत ने ईश्वर से दिवगंत की आत्मा की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को यह आघात सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
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