शुक्रवार, 26 अगस्त 2011

मणिहारी विक्रेता की नृशंस हत्या

मणिहारी विक्रेता की नृशंस हत्या

बालोतरा। सिवाना क्षेत्र के कुंडल के धरबला की ढाणी निवासी एक युवक की बालोतरा में बुधवार रात नृशंस हत्या कर दी गई। वारदात के बाद आरोपियों ने शव को जीप में डालकर पचपदरा खेड़ मार्ग पर एक सुनसान स्थान पर पटक दिया। पुलिस ने चुस्ती का परिचय देते हुए कुछ ही घंटों में वारदात का पर्दाफाश कर बालोतरा में एक होटल चलाने वाले आरोपी को दस्तियाब किया है।

गुरूवार सुबह पचपदरा थाने में यह सूचना मिली थी कि पचपदरा खेड़ मार्ग पर कसाइयो की नाडी की ओर जाने वाले सुनसान मार्ग पर एक युवक का शव पड़ा है। पुलिस उप अधीक्षक रामेश्वरलाल मेघवाल, पचपदरा थानाधिकारी उगमराज सोनी मय जाप्ता ने मौके पर पहुंचकर जायजा लिया। शव की शिनाख्त कुंडल के धरबला की ढाणी निवासी सुजानसिंह (32) पुत्र मिसरसिंह के रूप में की गई। मृतक के सिर पर घातक चोट का निशान था।

शरीर के विभिन्न अंगों पर पिटाई के चलते नीले रंग के निशान थे। प्रथम दृष्टया यह मामला संदेहास्पद व हत्या का प्रतीत होने पर पुलिस ने युवक के परिजनों को सूचना दी। एफएसएल की टीम ने भी बाड़मेर से यहां पहुंचकर पड़ताल प्रारंभ की। अलसुबह इस इलाके में हुई बारिश के कारण शव सहित मौके पर अलामात पानी के कारण नष्ट हो चुके थे। इसके बावजूद पुलिस ने अपनी कोशिश जारी रखी। पड़ताल के दौरान यह बात सामने आई कि मुंबई में फेरी लगाकर मणिहारी का कारोबार करने वाला यह युवक बालोतरा में पचपदरा मार्ग स्थित मेट्रो होटल में ठहरा हुआ था।

बालोतरा थानाधिकारी लूणसिंह भाटी मय जाप्ता ने इस होटल में पहुंचकर पूछताछ की। होटल संचालक ने बताया कि युवक सुजानसिंह कमरा नंबर 107 में रूका हुआ था। बुधवार रात अंतिम बार उसे राजपूताना होटल के मालिक मोहनसिंह पुत्र पहाड़सिंह के साथ बाहर जाते देखा गया था, उसके बाद वह वापिस नहीं लौटा। मृतक के भाई जालमसिंह ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि राजपूताना होटल के मालिक मोहनसिंह व उसके पुत्रों ने मिलकर उसके भाई सुजानसिंह की हत्या करने के बाद शव को सुनसान स्थल पर फेंक दिया।


रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मोहनसिंह को दस्तियाब कर नया बस स्टैंड इलाके में स्थित उसके होटल की तलाशी ली। यहां पर ताला लगा मिला। प्रारंभिक पूछताछ में मोहनसिंह ने कबूल किया कि सुजानसिंह बुधवार रात उसके साथ था। उन्होंने साथ में शराब पी थी। किसी बात को लेकर विवाद के बाद उसके पुत्र महेंद्रसिंह व जालमसिंह ने मणिहारी विक्रेता सुजानसिंह के साथ जेरला रोड पर मारपीट की थी। हत्या के बाद उन्होंने शव को जीप में डालकर पचपदरा खेड़ सरहद में कसाइयों की नाडी मार्ग पर एक सुनसान स्थल पर फेंक दिया था। बालोतरा पुलिस ने भादंसं की धारा 302, 201 के तहत प्रकरण दर्ज किया। वारदात के बाद फरार हुए मोहनसिंह के दोनों पुत्रों की सरगर्मी से तलाश शुरू की।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामसिंह मीणा ने भी बालोतरा पहुंचकर मामले की जानकारी ली। हत्या की वजह क्या रही, इसका खुलासा फिलहाल नहीं हो पाया है। पुलिस अनुसंधान में जुटी हुई है।

शव की शिनाख्त करवाने के लिए जब पुलिस ने कोशिश शुरू की तो मौके पर खड़े स्थानीय लोगों ने शव की पहचान पचपदरा निवासी एक युवक के रूप में की। उक्त युवक के सगे परिजनों को यहां बुलाया गया तो उन्होंने भी मृतक को अपना रिश्तेदार बताया। बाद में मृतक की जेब से निकले मोबाइल पर पुलिस ने घंटी की तो फोन किसी अन्य ने रिसीव किया। उसने बताया कि फिलवक्त वह अपनी पत्नी के साथ पचपदरा से बाहर है। मामले को देखकर पुलिस भी चकरा गई। बाद में यह खुलासा हुआ कि दरअसल मृतक व पचपदरा निवासी एक युवक हमशक्ल थे, जिसके कारण परिजन भी गफलत में रह गए। काठाड़ी धरबला की ढाणी से मृतक युवक के परिजनों के पहुंचने के बाद पुख्ता शिनाख्त हो पाई।

शातिर आरोपी
हत्या की वारदात में हत्थे चढ़ा नोनवेज होटल संचालक मोहनसिंह बालोतरा का शातिर आरोपी है। आस-पास के मौहल्लों के लिए वह आतंक बना हुआ था। इसके खिलाफ जानलेवा हमले सहित दर्जनों मामले दर्ज है। दबंग प्रवृत्ति का यह आरोपी पिछले कई वर्षो से सरकारी जमीन पर कब्जा जमाकर होटल चला रहा है। बीते वर्षो में बेदखली की कार्यवाही के दौरान पुलिस ने यहां से बड़ी मात्रा में धारदार हथियार बरामद किए थे।

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