मंगलवार, 30 जुलाई 2013

जमीन खरीद- फरोख्त की जांच शुरू

रिफाइनरी की घोषणा के बाद पचपदरा एवं जसोल में 

जमीन खरीद- फरोख्त की जांच शुरू

बाड़मेर । बाड़मेर में रिफाइनरी लगाने की घोषणा के बाद संपत्तियों की खरीद -फरोख्त में हुए फर्जीवाड़े एवं रजिस्ट्री नियमों की अनदेखी के मामले में जांच प्रारंभ हो गई है। पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति ने जांच शुरू कर दी।

रिफाइनरी की घोषणा के बाद पचपदरा एवं जसोल में जमीन की खरीद -फरोख्त में जमकर फर्जीवाड़ा हुआ था। प्रभावशाली लोगों ने गरीब किसानों एवं अन्य लोगों के नाम से रिफाइनरी के आसपास की जमीन खरीद ली। संपत्तियों के दस्तावेजों की रजिस्ट्री में भी नियमों की अनदेखी की गई। राज्य में रजिस्ट्री एनीव्हेर की व्यवस्था नहीं होने के बावजूद पचपदरा एवं जसोल में उप पंजीयकों ने अपने क्षेत्राधिकार के बाहर जाकर अनेक संपत्तियों के दस्तावेजों की रजिस्ट्री कर दी।

दस्तावेजों की संख्या अधिक

विभाग द्वारा क्षेत्राधिकार के बाहर जाकर रजिस्ट्री प्रकरणों की जांच के लिए गठित समिति ने पिछले दिनों पचपदरा एवं जसोल जाकर दस्तावेजों को खंगाला। समिति में पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग जोधपुर के उप महानिरीक्षक भूराराम, अजमेर मुख्यालय में कार्यरत उपविधि परामर्शी सूर्यप्रकाश पुरोहित एवं वरिष्ठ लेखाधिकारी लक्ष्मण टिलवानी को शामिल किया गया है। तीनों अधिकारियों ने पचपदरा एवं जसोल में नियुक्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों से भी पूछताछ की। दस्तावेजों की अधिक संख्या के चलते समिति कुछ दिनों में एक बार फिर वहां जाकर जांच करेगी।

 राज्य सरकार ने पचपदरा एवं जसोल में संपत्तियों की रजिस्ट्री पर रोक लगा दी थी। अधिकारियों के अनुसार जांच पूरी होने से पहले दोनों क्षेत्रों में संपत्तियों की रजिस्ट्री से रोक हटाने की संभावना नहीं है। नियम विरूद्ध रजिस्ट्री एवं संबंधित अधिकारियों की भूमिका का पता लगाने के लिए विभाग ने 17 जुलाई को तीन सदस्यीय जांच समिति गठित कर दी थी।

इनका कहना है
समिति ने जांच प्रारंभ कर दी है। दस्तावेजों की संख्या काफी अधिक है। लिहाजा कुछ समय लगना स्वाभाविक है। रिपोर्ट के लिए कोई समय सीमा निर्घारित नहीं है, लेकिन उम्मीद है कि जांच शीघ्र पूरी हो जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी। रामखिलाड़ी मीणा, महानिरीक्षक, पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग राजस्थान।

ऐश्वर्या किसान संघर्ष समिति के किसानों का महापड़ाव


ऐश्वर्या किसान संघर्ष समिति के किसानों का महापड़ाव 

रात में तलवार लेकर पहुंचे दो जनों ने किया हंगामा

बाड़मेर केयर्न एनर्जी के ऐश्वर्या ऑयल फील्ड क्षेत्र के किसानों को कंपनी में प्राथमिकता व रोजगार नहीं देने को लेकर ऑयल फील्ड के समस्त किसानों ने सोमवार को केयर्न ऐश्वर्या कॉरिडोर जीरो पॉइंट एनएच-112 से एक किलोमीटर आगे रामस्नेही मंदिर परिसर में महापड़ाव दिया।

सुबह जब ऐश्वर्या किसान संघर्ष समिति के किसान महापड़ाव को लेकर टेंट लगा रहे थे। उस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस ने वहां से सबको हटा दिया। एनएच पर दिए महापड़ाव पर किसानों को संबोधित करते हुए कैलाश चौधरी कहा कि केयर्न कंपनी किसानों व युवा बेरोजगारों के साथ भेदभाव कर रही है। साथ ही बताया कि कंपनी बाहरी राज्य के लोगों को लगा रही है। मौके पर पहुंचे तहसीलदार रामचंद्र पंचार व ऐश्वर्या किसान संघर्ष समिति के सदस्य व केयर्न अधिकारियों के बीच वार्ता हुई जिसमें कंपनी ने उनकी कुछ मांगों को मान लिया है। इस दौरान नागाणा थानाधिकारी आनंद कुमार, गिड़ा थानाधिकारी मनोज मूढ़, कवास आरआई अमृतलाल आदि मौजूद रहे।

तलवार लेकर पहुंचे दो व्यक्ति गिरफ्तार : महापड़ाव पर रात १० बजे एक व्यक्ति तलवार लेकर पहुंचा और हंगामा मचा दिया। इस दौरान एक व्यक्ति की अंगुलियां कट गई।


पुलिस ने मौके पर पहुंच प्रेमाराम व पूनमाराम दोनों पुत्र तिलाराम निवासी माडपुरा बरवाला को बिना लाइसेंस की तलवार के साथ गिरफ्तार किया। इस संबंध में काऊ का खेड़ा निवासी दुर्गाराम पुत्र उम्मेदाराम ने मामला दर्ज करवाया।

धर्म गुरु गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट गुपचुप बंद, फिर खोलने की तैयारी

48 साल पुरानी हिस्ट्रीशीट, एक एसपी के तबादले और दूसरे के 

ज्वाइन करने के बीच एएसपी ने कर दी बंद

धर्म गुरु गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट गुपचुप बंद, फिर खोलने की 

तैयारी

गाजी की हिस्ट्रीशीट भी जांच के दायरे में 



जैसलमेर गाजी फकीर की 48 साल पुरानी हिस्ट्रीशीट एक बार फिर सीमावर्ती जैसलमेर-बाड़मेर जिले की चर्चा में है। जैसलमेर जिला प्रमुख अब्दुला फकीर और पोकरण विधायक सालेह मोहम्मद के पिता गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट दो साल पहले पुलिस अधीक्षक की गैरमौजूदगी में गुपचुप तरीके से बंद कर दी गई थी। अब सीआईडी सीबी के एडीजी कपिल गर्ग के नए आदेशों से यह हिस्ट्रीशीट दुबारा सामने आई है। गर्ग के आदेश में साफ कहा गया है कि हिस्ट्रीशीट बंद करना गलत है। इसलिए जैसलमेर एसपी पिछले कुछ सालों में बंद हुई सभी हिस्ट्रीशीटों की जांच करवा रहे हैं। इनमें गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट भी शामिल है। एसपी का कहना है कि जांच के बाद बंद हुई हिस्ट्रीशीट दुबारा खोली जाएगी अथवा व्यक्तिगत पत्रावलियां बना कर निगरानी रखी जाएगी।

उम्र और आचरण को बनाया आधार: गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट बंद करने का आधार उनकी उम्र और आचरण को बनाया गया है। उनकी उम्र 70 वर्ष से ज्यादा हो चुकी है और काफी समय से किसी आपराधिक गतिविधियों में उनकी भूमिका सामने नहीं आई है।

जबकि बंद करने का अधिकार सिर्फ एसपी को 

एएसपी का कारनामा 


गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट 31 जुलाई 1965 को खोली गई थी। तब से गाजी का नाम कोतवाली थाने के हिस्ट्रीशीटरों में दर्ज था। जैसलमेर के पूर्व एसपी अंशुमान भोमिया का तबादला 31 माई 11 को हुआ और ममता विश्नोई ने 18 मई 11 को कार्यभार ग्रहण किया। इस बीच पचास दिन तक जैसलमेर में एसपी का पद खाली रहा। तब एएसपी गणपतलाल ने ममता विश्नोई के ज्वाइन करने से पांच दिन पहले 12 मई 11 को गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट बंद कर दी जबकि आरपीआर नियम कहता है कि हिस्ट्रीशीट का फैसला सिर्फ एसपी ही कर सकता है।

पाक में भी दबदबा: तस्कर सीकिया की पाक में जमानत कराई

कुख्यात तस्कर सीकिया को 1990 में बीएसएफ ने पकड़ा तब ज्वाइंट इंटेरोगेशन हुआ था। इंटेरोगेशन में सीकिया ने इकबालिया बयान में बताया था कि गाजी फकीर उसके धर्मगुरु हैं और उनका दबदबा पाकिस्तान के सिंध में भी है। सीकिया ने यह भी बताया कि जब वह पाकिस्तान में पकड़ा गया था तब गाजी फकीर ने ही उसकी जमानत करवाई थी।

व्यक्ति जिंदा, हिस्ट्रीशीट जिंदा, बंद करना गलत

एडीजी के आदेश

सीआईडी सीबी के एडीजी कपिल गर्ग ने जून 13 में एक आदेश निकाला है। इसमें कहा गया कि कई मामलों में अफसर राजस्थान पुलिस नियम 4.13(4)के तहत हिस्ट्रीशीट बंद कर देते है जो गलत है। ...क्योंकि यह नियम व्यक्तिगत पंजिका के संबंध में लागू होता है। हिस्ट्रीशीट पर नियम 4.12 लागू होता है। इसके अनुसार हिस्ट्रीशीट मृत्युपरांत ही बंद की जा सकती है। यदि वह व्यक्ति आपराधिक गतिविधियों में नहीं हैं तो हिस्ट्रीशीट को व्यक्तिगत पंजिका में शामिल कर दें और व्यक्तिगत पंजिका भी मृत्युपरांत ही बंद की जा सकती है।

॥एडीजी के आदेशानुसार उन सभी हिस्ट्रीशीट पत्रावलियों को चैक कर रहे हैं और हिस्ट्रीशीट व व्यक्तिगत पंजिका खोलने की प्रक्रिया चल रही है। उनमें गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट भी शामिल है। गाजी फकीर की पिछले कुछ सालों की गतिविधियां चैक की जाएंगी। उनकी हिस्ट्रीशीट तत्कालीन एएसपी गणपतलाल ने बंद कर दी थी। 

- पंकज कुमार चौधरी, एसपी, जैसलमेर।

 

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सोमवार, 29 जुलाई 2013

आंध्र के मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी ने इस्तीफा दिया

सोनिया गाँधी को इस्तीफा भेजा
सोनिया गाँधी ने किरण रेड्डी को दिल्ली बुलाया
हैदराबाद ! आंध्र प्रदेश को विभाजित करके तेलंगाना राज्य बनाने की स्थिति में मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया । उन्होंने सोनिया गाँधी को इस्तीफा भेजा दिया है !
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि श्री रेड्डी ने दिल्ली मे पार्टी हाईकमान से इस बारे में बातचीत भी की और कहा कि यदि राज्य विभाजन हुआ तो वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। हालांकि हाईकमान ने कहा है कि उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार श्री रेड्डी ने इस मुद्दे पर पार्टी हाईकमान से कथितरुप से असंतोष भी जताया है। उन्होने कहा कि वह राय को बंटता हुआ नहीं देख सकते और यदि जरुरत पड़ी तो अपने पद से इस्तीफा भी दे देंगे। सूत्रों ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार 31 जुलाई से पहले इस मुद्दे पर कोई घोषणा नहीं करेगी। संप्रग समन्वय समिति की 31 जुलाई को इस मुद्दे पर बैठक होनी है तथा इस बैठक के बाद ही पार्टी इस विषय में कोई फैसला लेगी।
तेलंगाना पर संप्रग-कांग्रेस की चर्चा आज
आंध्र प्रदेश में पृथक तेलंगाना राय के मुद्दे पर संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) और कांग्रेस कार्य समिति की बैठक मंगलवार को होगी। सूत्रों के अनुसार, इस मुद्दे पर संप्रग की बैठक मंगलवार को शाम चार बजे होगी, जिसके बाद कांग्रेस कार्य समिति की बैठक होगी।
बताया जाता है कि इस मुद्दे पर कांग्रेस में विचार-विमर्श की प्रक्रिया पूरी हो गई है, जिसके बाद वह घटक दलों से विचार-विमर्श करने वाली है। इसके बाद कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। तेलंगाना पर निर्णय हालांकि कांग्रेस के लिए आसान नहीं होगा, क्योंकि इस मुद्दे पर कांग्रेस में ही दो तरह की सोच है। तेलंगाना क्षेत्र के कांग्रेस नेताओं का धड़ा जहां पृथक तेलंगाना का समर्थन कर रहा है, वहीं सीमांध्र के कांग्रेस नेता आंध्र प्रदेश को एकजुट बनाए रखने के लिए मुहिम छेड़े हुए हैं। सूत्रों के अनुसार, तेलंगाना के कांग्रेस नेताओं के अतिरिक्त पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व भी पृथक राय के पक्ष में है, लेकिन आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी सहित पार्टी के कई अन्य नेता व सांसद राय के किसी भी बंटवारे का विरोध कर रहे हैं।

मुस्लिम परिवार में हनुमानजी ने लिया अवतार?



नई दिल्ली ।। पंजाब के फतेहगढ़ जिले का नबीपुर गांव इन दिनों आसपास के पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोगों का कहना है कि यहां के एक मुस्लिम परिवार में हिंदू देवता महावीर हनुमान ने अवतार लिया है। लोग हनुमान के दर्शन करने दूर-दूर से यहां पहुंच रहे हैं।

यह 'चमत्कार' हुआ है इकबाल कुरेशी के घर। उनकी बेटी सलमा का बेटा है अरशद अली जिसके बारे में यह चर्चा फैल गई है। 12 साल के अरशद अली की पीठ के निचले भाग का एक हिस्सा बाहर की ओर निकला हुआ है जो देखने में पूंछ जैसा लगता है। डॉक्टरों के मुताबिक यह जन्मजात विकृति का नतीजा है, लेकिन स्थानीय निवासी इसे चमत्कार मान रहे हैं।

अब देश-विदेश के अखबार और वेबसाइट इस खबर को छाप रहे हैं। मगर, खुद अरशद इस विकृति से परेशान है। वह सहज जिंदगी नहीं बिता पा रहा। लेकिन आसपास के लोग इस परिवार को काफी अहमियत देने लगे हैं। वे चमत्कारी बच्चे को हनुमान का अवतार मान उसके दर्शन करते हैं और चढ़ावा भी चढ़ाते हैं।अरशद अली का जन्म 15 फरवरी 2001को हुआ था। उसके पिता राज मोहम्मद की चार साल पहले मौत हो गई। मां सलमा (33 साल) ने दूसरी शादी कर ली और अपने पति के साथ रहती हैं। अरशद अपने नाना इकबाल कुरेशी के घर, दो मामाओं और तीन मौसियों के साथ रहता है।
कुरेशी बताते हैं, भगवान हनुमान की तरह अली के शरीर पर भी 9 दिव्य निशान हैं। पूंछ के अलावा उसके पांव में पद्म का चिह्न बना है। उन्होंने कहा कि उसे ऊपर वाले ने खास शक्तियां दी हैं। वह लोगों को आशीर्वाद देता है और उनकी समस्याएं भी दूर करता है। कुरेशी ने बताया, 'हम किसी को चढ़ावा देने को नहीं कहते। वे अपनी खुशी से जो कुछ भी देते हैं हम स्वीकार कर लेते हैं।'

लेकिन अरशद अली के लिए पूंछ परेशानी की वजह बनी हुई है। वह एक सरकारी स्कूल में सातवीं में पढ़ता है। लेकिन, पूंछ की वजह से खेल-कूद नहीं पाता। चलने में भी उसे दिक्कत होती है।

नाना कुरेशी उसे पांच साल पहले चंडीगढ़ के सरकारी अस्पताल ले गए थे। 'डॉक्टरों ने यह कह कर हमें डरा दिया कि पूंछ काटने से उसकी जान को भी खतरा हो सकता है। उन्होंने अली की मां से एक फॉर्म पर दस्तखत करने को कहा, लेकिन उसने इनकार कर दिया।' अब कुरेशी चाहते हैं सरकार मदद करे ताकि अली की सर्जरी कराई जा सके।

पहले चाकू से 58 बार किया वार, फिर लाश के साथ सेक्‍स



ब्रिटेन में एक दरिंदे ने पहले 16 साल की नाबालिग लड़की से फेसबुक पर दोस्‍ती बढ़ाई और फिर नौकरी का लालच देकर उसे होटल बुलाया. जब लड़की मिलने पहुंची तो उसने उसके साथ रेप करने की कोशिश. लड़की के विरोध करने पर उसने 58 बार चाकुओं से वार कर उसकी हत्‍या कर दी.

उस हैवान की हैवानियत यहीं पर खत्‍म नहीं हुई. जब लड़की अपनी आखिरी सांसें ले रही थी तब उस हैवान ने उसके साथ सेक्‍स किया. यही नहीं उसके मरने के बाद भी वह उसके मृत शरीर को अपनी हवस का शिकारा बनाता रहा. इसके बाद उसने लड़की की लाश को जला दिया. मिंटो नाम के इस 23 वर्षीय दरिंदे को कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाई है.



जानकारी के मुताबिक डेविड मिंटो नाम के इस आरोपी ने 16 साल की साशा को फेसबुक पर अपना दोस्‍त बनाया. इसके बाद दोनों चैट करने लगे. एक रोज मिंटो ने साशा को यह कहर होटल में बुला लिया कि वह उसे क्‍लीनर की नौकरी दिलवा सकता है. जब लड़की मिंटो से मिलने होटल पहुंची तो उसने कहा कि वह उसके साथ सेक्‍स करना चाहता है. लड़की ने मना किया तो गुस्‍से में आकर मिंटो ने उसे चाकू से गोद डाला. यही नहीं उसके मरने के बाद वह उसकी लाश के साथ सेक्‍स करता रहा. फिर उसने उसे कालीन में लपेटकर उसे जला दिया.

घटना इस साल 31 जनवरी की है. साशा से उसकी दोस्ती सिर्फ कुछ ही दिन पहले 27 जनवरी को हुई थी. मिंटो को अब उसकी हत्‍या का दोषी ठहराया गया है और उसे उम्र कैद की सजा दी गई है.


 

राजनीति में फंसी रिफाइनरी

राजनीति में फंसी रिफाइनरी

राजस्थान के सरहदी जिले बाड़मेर में रिफाइनरी लगाने के सरकारी ऐलान के बाद राजनीति अपने चरम पर है. नेताओं के दौरे, बयान, इस्तीफे सबकुछ हो रहे हैं. कारण यह कि रिफाइनरी के नाम पर राजस्थान का यह सरहदी जिला दो भाग में बंट गया है. पहले जिस लीलाना में रिफाइनरी लगाई जानी थी, अब उस जगह से स्थान बदलकर पचपदरा कर दिया गया है. करीब 40 हजार करोड़ की इस परियोजना के हाथ से निकल जाने के बाद अब लीलानावासी चाहते हैं कि किसी भी कीमत पर रिफाइनरी वापस वहीं लगाई जाए. जबकि पचपदरा के नेता और किसान चाहते हैं कि अब परियोजना पचदरा से बाहर न जाए. लेकिन जिस तरह से रिफाइनरी पर रिफाइन्ड राजनीति हो रही है उसे देखते हुए लगता है कि अगले पचास साल तक राजस्थान में रिफायनरी नहीं लग पायेगी.

राजस्थान में रिफायनरी स्थापना के निर्णय ने राजस्थान में विकास की उम्मीदें जगाई थी. राजस्थान के बाड़मेर जिले के बायतु क्षेत्र के लीलाना में रिफायनरी लगाने की सुगबुगाहट तीन साल पहले शुरू हो गई थी. बाड़मेर के निवासी काफी खुश थे ज़ब मुख्यमंत्री ने चार माह पूर्व लीलाना में रिफायनरी लगाने की घोषणा की. सभी ने इसका स्वागत किया. मगर भूमि के मुआवजे का लालच किसानों के सिर चढ़कर बोलने लगा. एक तरफ सरकार लीलाना में रिफायनरी लगाने के सरकारी जतन शुरू किये. कंपनी एच पी सी एल के साथ एमओयू करने के साथ ही लीलाना में मृदा परीक्षण भी करवा दिया .फ़िजिबिलिटी रिपोर्ट भी तैयार करवा दी. मगर इसी बीच लीलना के किसानों ने जमीन नहीं देने के लिए आन्दोलन शुरू कर दिया.

क़िसनों ने एक स्वर में भूमि नहीं देने का अपना निर्णय जिला प्रशसन को बता दिया. ज़िला प्रशसन और स्थानीय जन प्रतिनिधियों की लाख समझाइस के बाद भी किसान टस से मस नहीं हुए. ज़िला प्रशासन ने सख्ती दिखाई तो एक बीघा जमीन के बदले एक करोड़ रुपये की मांग कर डाली. इस मांग से सरकार, जिला प्रशासन एवं जन प्रतिनिधियों के कान खड़े हो गए क़िसनो ने एक करोड़ रुपये प्रति बीघा के साथ एनी सुविधाओ की मांग राखी जिसे पूरा किया जाना संभव नहीं थी. इस आन्दोलन से सत्ता पक्ष के जन प्रतिनिधियों ने अपने आप को अलग कर रखा था. जिला प्रशासन के आग्रह पर सांसद और जिला प्रमुख किसानो से बात करने लीलाना पहुंचे मगर किसानों ने उनकी बात सुनने से भी इनकार दिया. चूंकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा आगामी विधानसभा चुनाव राजस्थान में विकास और रिफायनरी के मुद्दे पर लड़ने की थी, इसी रणनीति के तहत जुलाई के अंत तक लीलाना ने यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गाँधी को लाकर शिलान्यास करने की योजना थी, मगर किसानों के आन्दोलन ने इस रणनीति पर पानी फेर दिया.

इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लीलाना को छोड़ पचपदरा में रिफायनरी लगाने की संभावनाएं तलाशने के लिए अधिकारियोंको कहा. अधिकारियों ने कई दौरों के बाद पचपदरा को रिफायनरी के लिए उचित बताया तो गहलोत ने रिफायनरी का स्थान लीलाना से पचपदरा शिफ्ट करने की घोषणा कर एचपीसीएल के साथ पुनः पचपदरा के लिए एमओयू साइन कर लिया, तो बाड़मेर की राजनीति में आग लग गयी. स्थानीय जन प्रतिनिधियों को इस निर्णय से अपनी राजनीतिक जमीन खिसकने का डर सताने लगा. क़िसानों ने भी रिफायनरी बायतु में लगाने के लिए मोर्चा खोल दिया. बायतु विधायक कर्नल सोनाराम चौधरी की अगुवाई में हज़ारों किसानो और बाड़मेरवासियों ने धरना प्रदर्शन कर रिफायनरी लीलाना में लगाने का दम भर दिया.

इसका नतीजा यह हुआ कि बाड़मेर ज़िला रिफायनरी के मुद्दे पर दो भागों बायतु और पचपदरा में बंट गया. ज़िले के लोगों में अलगाव जैसी स्थिति हो गयी. दोनों क्षेत्रों के लोग रिफायनरी अपने अपने क्षेत्र में लगाने की जोर आजमाईश कर रहे हैं. जिस तरह बाड़मेर जिले का सौहार्द पूर्ण वातावरण ख़राब हुआ. लोगो में अविश्वास पैदा हुआ ,जन नेताओ पर आरोप लगे उससे स्पष्ट है कि रिफायनरी बाड़मेर में ऐसे अगले पचास साल नहीं लग पाएगी. कल तक जमीन नहीं देने वाले किसान आज ना केवल जमीन देने को तैयार हो गए बल्कि एक करोड़ मांगनेवाले पांच से सात लाख रूपये बीघे की दर से जमीन देने के लिए तैयार हो गये हैं.

लेकिन रिफाइनरी पर हो रही इस राजनीति में सिर्फ किसान ही दोषी नहीं है। किसानों के साथ साथ नेता भी दोषी हैं. अगर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने बायतु और पचपदरा की जमीनों की खरीद फरोख्त में मंत्रियों और बड़े लोगों का हाथ होने का आरोप लगाकर सनसनी फेला दी तो कर्नल सोनाराम चौधरी ने अशोक गहलोत द्वारा अपने पुत्र वैभव गहलोत को पचपदरा से चुनाव लड़ने की योजना का खुलासा कर सबको चौंका दिया. वर्तमान में बाड़मेर के सारे जन प्रतिनिधि मानते है कि रिफायनरी पचपदरा में लगाने की प्रक्रिया इतनी आगे बढ़ चुकी है कि उसे वापस बायतु लाना संभव नहीं है. इसी के चलते राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने इस्तीफा दे दिया. मगर बायतु विधायक कर्नल सोनाराम ने आस नहीं छोडी है. उन्होंने स्पष्ट कह दिया है कि रिफायनरी लगेगी तो लीलाना में ही लगेगी.

बहरहाल अभी तक एचपीसीएल की इस प्रस्तावित रिफाइनरी को केबिनेट की मंजूरी नहीं मिली है. सितम्बर से पहले मंजूरी मिलेगी इसमें शक हैं. तब तक प्रदेश में आसन्न चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता लग जाएगी, ऐसे में आपसी खींचतान और राजनीति में रिफायनरी उलझ कर ना रह जाये.

जैसलमेर जिला पुलिस की बड़ी कामयाबी ट्रेलर लूटेरो का पर्दाफाश

जैसलमेर जिला पुलिस की बड़ी कामयाबी
ट्रेलर लूटेरो का पर्दाफाश
लूटेरों की गैंग का एक सदस्य गिरफतार शेष की तलाश जारी


जैसलमेर हाल के दिनों जिला जैसलमेर में होने वाली चोरियोलूटों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर पंकज चौधरी द्वारा जिले के समस्त वृताधिकारियोंथानाधिकारियों को अपने-अपने हल्का क्षेत्र में गहन नाकाबंदी एवं गश्त करने के निर्देश दिये गये। उक्त निर्देशों की पालना में थानाधिकारी पुलिस थाना सांगड मुकेश चावंडा के नेतृत्व में थाना हल्का में गहन नाकाबंदी एवं गश्त करते हुए जिले की बडी लूट का पर्दाफाश किया तथा एक लूटेरे को गिरफतार किया गया।
 

पुलिस अधीक्षक पंकज चौधरी ने बताया कि  आमरसिंह सुरक्षा अधिकारी विंड वल्र्ड कम्पनी ने दिनांक 20.07.2013 को पुलिस थाना सांगड में पेश होकर रिपोर्ट पेश कि की दिनांक 19.07.2013 को कम्पनी का ट्रेलर कमीशनिंग कटेनियर क माल लेकर उण्डा यार्ड जा रहा था। सरहद सांगड में एच0एच0 15 पर अज्ञात बदमाशों ने बोलेरो केम्पर गाड़ी ट्रेलर के आगे लगाकर ट्रेलर चालक का अपहरण कर जबदस्ती केम्पर गाडी में बैठाकर ट्रेलर को सरहद देवीकोट में ले जाकर ताला तोडकर उसमें भरा सामान लूटकर ले गये । वगैरा पुलिस थाना सांगड में लूट का मुकदमा दर्ज कर। उच्चाधिकारियोें को सूचित किया गया। जिस पर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर पंकज चौधरी द्वारा उक्त मामले को गम्भीरता से लेते हुए, थानाधिकारी पुलिस थाना सांगड मुकेश चावंडा को मुकदमा में जल्द से जल्द कार्यवाही कर लूटरों को गिरफतार करने के निर्देश दिये। जिस थानाधिकारी के नेतृत्व में पुुलिस थाना सांगड से एक टीम हैड कानि0 मानाराम, कानि0 रामसिंह, रायमलराम, भवेन्द्र के गठीत की जाकर मुखबीर खास मामूर कर लूटरों की तलाश पुलिस थाना सांगड एवं जिले के अन्य थानों के हल्का में गहनता से तलाश की गर्इ। दौरान जरिये मुखबिर र्इतला मिली की यह वारदात बाबुसिंह व सवार्इसिंह की गैंग हैं। जोकि आले दर्जे के चोर व लूटेरे है। जिसके विरूद्ध थाना सांगड एवं अन्य थानों में प्रकरण जैर अनुसंधान है। जिस पर पुलिस टीम द्वारा लूटेरों की टीम में से एक लूटेरा अब्दलखा पुत्र कालूखा निवासी मेघा पुलिस थाना सांगड को देवीकोट से गिरफतार किया जाकर आज दिनांक 29.07.2013 को न्यायालय में पेश किया जाकर पुलिस रिमांड में लिया गया। मुलजिम से पुछताछ जारी हैं। शेष मुलजिम की तलाश व पतारसी जारी है।

आपरेशन वेलकम की टीम एक लपके को किया गिरफतार


आपरेशन वेलकम की टीम  एक लपके को किया गिरफतार

जैसलमेर में सीजन की दस्तक को देखते हुए, शैलानियों की सुरक्षा हेतु पुलिस अधीक्षक जैसलमेर पंकज चौधरी द्वारा ''आपरेशन वेलकम'' एवं स्पेशल टीम को सकि्रय कार्य करते हुए, लपको के विरूद्ध अधिक से अधिक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उक्त निर्देशों की पालना में अजर्ूनसिंह सउनि प्रभारी आपरेशन वेलकम एवं स्पेशल टीम मय टीम के सदस्यों द्वारा सकि्रयता दिखाते हुए, शहर जैसलमेर में लगातार सघन गश्त जारी रखी। टीम द्वारा गहन गश्त एवं मुस्तैदी रखने के फलस्वरूप आज दिनांक 29.07.2013 को आपरेशन वेलकम की टीम द्वारा ट्रेन में सवार होकर पर्यटको को अपनी होटल के ब्रोशर को दिखाकर प्रलोभन देने की कोशिश करने हुए रसूलखा पुत्र चांदनेखा निवासी मुंदडी पुलिस थाना सदर जैसलमेर हाल अपोलो होटल जैसलमेर को पर्यटक अधिनियम के तहत गिरफतार किया गया। लपका अपोलो होटल के ब्रोसर बताकर सैलानियों को लुभाने की कोशिश कर परेशान करता हुआ पाया गया।