सोनिया गाँधी को इस्तीफा भेजा
सोनिया गाँधी ने किरण रेड्डी को दिल्ली बुलाया
हैदराबाद ! आंध्र प्रदेश को विभाजित करके तेलंगाना राज्य बनाने की स्थिति में मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया । उन्होंने सोनिया गाँधी को इस्तीफा भेजा दिया है !
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि श्री रेड्डी ने दिल्ली मे पार्टी हाईकमान से इस बारे में बातचीत भी की और कहा कि यदि राज्य विभाजन हुआ तो वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। हालांकि हाईकमान ने कहा है कि उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार श्री रेड्डी ने इस मुद्दे पर पार्टी हाईकमान से कथितरुप से असंतोष भी जताया है। उन्होने कहा कि वह राय को बंटता हुआ नहीं देख सकते और यदि जरुरत पड़ी तो अपने पद से इस्तीफा भी दे देंगे। सूत्रों ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार 31 जुलाई से पहले इस मुद्दे पर कोई घोषणा नहीं करेगी। संप्रग समन्वय समिति की 31 जुलाई को इस मुद्दे पर बैठक होनी है तथा इस बैठक के बाद ही पार्टी इस विषय में कोई फैसला लेगी।
तेलंगाना पर संप्रग-कांग्रेस की चर्चा आज
आंध्र प्रदेश में पृथक तेलंगाना राय के मुद्दे पर संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) और कांग्रेस कार्य समिति की बैठक मंगलवार को होगी। सूत्रों के अनुसार, इस मुद्दे पर संप्रग की बैठक मंगलवार को शाम चार बजे होगी, जिसके बाद कांग्रेस कार्य समिति की बैठक होगी।
बताया जाता है कि इस मुद्दे पर कांग्रेस में विचार-विमर्श की प्रक्रिया पूरी हो गई है, जिसके बाद वह घटक दलों से विचार-विमर्श करने वाली है। इसके बाद कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। तेलंगाना पर निर्णय हालांकि कांग्रेस के लिए आसान नहीं होगा, क्योंकि इस मुद्दे पर कांग्रेस में ही दो तरह की सोच है। तेलंगाना क्षेत्र के कांग्रेस नेताओं का धड़ा जहां पृथक तेलंगाना का समर्थन कर रहा है, वहीं सीमांध्र के कांग्रेस नेता आंध्र प्रदेश को एकजुट बनाए रखने के लिए मुहिम छेड़े हुए हैं। सूत्रों के अनुसार, तेलंगाना के कांग्रेस नेताओं के अतिरिक्त पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व भी पृथक राय के पक्ष में है, लेकिन आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी सहित पार्टी के कई अन्य नेता व सांसद राय के किसी भी बंटवारे का विरोध कर रहे हैं।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि श्री रेड्डी ने दिल्ली मे पार्टी हाईकमान से इस बारे में बातचीत भी की और कहा कि यदि राज्य विभाजन हुआ तो वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। हालांकि हाईकमान ने कहा है कि उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार श्री रेड्डी ने इस मुद्दे पर पार्टी हाईकमान से कथितरुप से असंतोष भी जताया है। उन्होने कहा कि वह राय को बंटता हुआ नहीं देख सकते और यदि जरुरत पड़ी तो अपने पद से इस्तीफा भी दे देंगे। सूत्रों ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार 31 जुलाई से पहले इस मुद्दे पर कोई घोषणा नहीं करेगी। संप्रग समन्वय समिति की 31 जुलाई को इस मुद्दे पर बैठक होनी है तथा इस बैठक के बाद ही पार्टी इस विषय में कोई फैसला लेगी।
तेलंगाना पर संप्रग-कांग्रेस की चर्चा आज
आंध्र प्रदेश में पृथक तेलंगाना राय के मुद्दे पर संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) और कांग्रेस कार्य समिति की बैठक मंगलवार को होगी। सूत्रों के अनुसार, इस मुद्दे पर संप्रग की बैठक मंगलवार को शाम चार बजे होगी, जिसके बाद कांग्रेस कार्य समिति की बैठक होगी।
बताया जाता है कि इस मुद्दे पर कांग्रेस में विचार-विमर्श की प्रक्रिया पूरी हो गई है, जिसके बाद वह घटक दलों से विचार-विमर्श करने वाली है। इसके बाद कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। तेलंगाना पर निर्णय हालांकि कांग्रेस के लिए आसान नहीं होगा, क्योंकि इस मुद्दे पर कांग्रेस में ही दो तरह की सोच है। तेलंगाना क्षेत्र के कांग्रेस नेताओं का धड़ा जहां पृथक तेलंगाना का समर्थन कर रहा है, वहीं सीमांध्र के कांग्रेस नेता आंध्र प्रदेश को एकजुट बनाए रखने के लिए मुहिम छेड़े हुए हैं। सूत्रों के अनुसार, तेलंगाना के कांग्रेस नेताओं के अतिरिक्त पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व भी पृथक राय के पक्ष में है, लेकिन आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी सहित पार्टी के कई अन्य नेता व सांसद राय के किसी भी बंटवारे का विरोध कर रहे हैं।
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