रविवार, 26 नवंबर 2017

सूर्य देव अपने रथ पर रोज करते हैं इंक्यावन लाख योजन की यात्रा

सूर्य देव अपने रथ पर रोज करते हैं इंक्यावन लाख योजन की यात्रा


रोज प्रात सूर्य देव अपने सात घोड़ों वाले रथ पर बैठ कर यात्रा निकलते हैं और उनकी एक परिक्रमा से पूरा होता है एक दिन। जानें उनके रथ की विशेषतायें।
सूर्य देव अपने रथ पर रोज करते हैं इंक्यावन लाख योजन की यात्रा


ऐसा है सूर्य का रथ


जिस रथ के चलने से आप दिन और रात को पहचानते हैं सूर्य देव के उस रथ का विस्तार नौ हजार योजन है। इससे दुगुना इसका ईषा-दण्ड यानि जूआ और रथ के बीच का भाग है। रथ का धुरा डेढ़ करोड़ सात लाख योजन लम्बा है, जिसमें पहिया लगा हुआ है। इस रथ के पहियों के घूमने से पूर्वाह्न, मध्याह्न और अपराह्न होते है। इसमें जुते सात घोड़ों के नाम हैं गायत्री, वृहति, उष्णिक, जगती, त्रिष्टुप, अनुष्टुप और पंक्ति। इस रथ का दूसरा धुरा साढ़े पैंतालीस सहस्र योजन लम्बा है। इसके दोनों जुओं के परिमाण के बराबर ही इसके युगार्द्धों का परिमाण है। इनमें से छोटा धुरा रथ के जूए के सहित ध्रुव के आधार पर स्थित है और दूसरे धुरे का चक्र मानसोत्तर पर्वत पर स्थित है।
सूर्य के रथ से तय होती है ऋतुएं


सूर्य के रथ की चाल पन्द्रह घड़ी में सवा सौ करोड़ साढ़े बारह लाख योजन से कुछ अधिक ही है। इसी के साथ-साथ चन्द्रमा तथा अन्य नक्षत्र भी घूमते रहते हैं। सूर्य का रथ एक मुहूर्त मतलब दो घड़ी में चौंतीस लाख आठ सौ योजन चलता है। इस रथ का संवत्सर नाम का एक पहिया है जिसके बारह अरे ही बारह मास, छः नेम छः ऋतु और तीन चौमासे हैं। इस रथ की एक धुरी मानसोत्तर पर्वत पर तथा दूसरा सिरा मेरु पर्वत पर स्थित है। इस रथ में बैठने का स्थान छत्तीस लाख योजन लम्बा है। इस रथ का सारथ्‍य अरुण नाम के सारथी करते हैं। इस तरह भगवान भुवन भास्कर नौ करोड़ इंक्यावन लाख योजन लम्बी परिधि को एक क्षण में दो सहस्त्र योजन के हिसाब से तय करते हैं।
ये है सूर्य रथ का मार्ग


सूर्य की परिक्रमा का मार्ग मानसोत्तर पर्वत पर इंक्यावन लाख योजन है। मेरु पर्वत के पूर्व की ओर इन्द्रपुरी से होते हुए दक्षिण की ओर यमपुरी से गुजर कर पश्चिम की ओर वरुणपुरी और उत्तर की ओर चन्द्रपुरी तक, मेरु पर्वत के चारों ओर सूर्य की परिक्रमा पूरी होती है। इसी यात्रा के बाद में सभी जगह कभी दिन, कभी रात्रि, कभी मध्याह्न और कभी मध्यरात्रि होती है। सूर्य जिस पुरी में उदय होते हैं उसके ठीक सामने अस्त होते प्रतीत होते हैं। जिस पुरी में मध्याह्न होता है उसके ठीक सामने अर्ध रात्रि होती है।

26/11 मुंबई हमला: खून से लिखी गई तारीख की 9वीं बरसी आज

26/11 मुंबई हमला: खून से लिखी गई तारीख की 9वीं बरसी आज
26/11 मुंबई हमला: खून से लिखी गई तारीख की 9वीं बरसी आज

26 नवंबर, 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले को भला कौन भूल सकता है? मुंबई के इतिहास में खून से रंगी इस तारीख की आज 9वीं बरसी है। 10 हमलावरों ने मुंबई को खून से रंग दिया था, जिसके प्रमाण अभी भी मौजूद हैं।

26 नवंबर, 2008 की रात करीब 9.50 बजे शुरू हुए इस आतंकी हमले में कुल 166 लोग मारे गए थे एवं 300 से ज्यादा घायल हुए थे। मुंबई के प्रमुख रेलवे स्टेशन सीएसएमटी सहित, ताज होटल, होटल ट्राइडेंट, लियोपोल्ड कैफे एवं नरीमन हाउस सहित सड़क पर चलते कुछ वाहनों को भी निशाना बनाया गया था। चार दिन चले इस हमले के दौरान पुलिस मुठभेड़ में पाकिस्तान से समुद्र के रास्ते आए 10 में से नौ आतंकी मारे गए थे। साथ ही मुंबई पुलिस के तीन जांबाज अधिकारियों सहित कई जवान भी शहीद हुए।


क्या कहते हैं पीड़ित
हमले को याद करते हुए सीएसटी स्टेशन के बाहर चाय बेचने वाले मोहम्मद तौसीफ (छोटू) बताते हैं, 'जब भी मैं उस क्षण (26/11 हमला) के बारे में सोचता हूं तो मैं अभी भी कांप जाता हूं। मैंने कई घायल लोगों का बचाया था, हालात विकट थे। मैं उस दिन का इंतजार कर रहा हूं जब पाकिस्तान में बैठे इस हमले का मास्टरमाइंड पकड़ा जाएगा।'


26/11 के हमले की पीड़िता देविका के पिता बताते हैं, 'मेरी बेटी उस समय 9 साल की थी। उसे गोली मार दी गई थी जो बहुत ही दर्दनाक था। हां हम खुश हैं कि कसाब को फांसी दी गई थी, लेकिन जब तक पाकिस्तान में बैठे असली मास्टरमाइंड को दंडित नहीं किया जाता है, तब तक हम संतुष्ट नहीं होंगे।'इसी हमले में अपने 6 रिश्तेदारों को खोने वाले रहीम अंसारी बताते हैं, 'घटना के बाद मैं डिप्रैसन में चला गया था, मेरे रिश्तेदारों के पास बचने का कोई मौका नहीं था। खुशी है कि अपराधियों को या तो मार दिया गया या दंडित किया जा चुका है। हाफिज सईद पाकिस्तान में है, बेहतर होता यदि भारत सरकार उन्हें यहां लाती है और उन्हें सजा देती।'



आज 'मन की बात, चाय के साथ' के जरिए भाजपा का प्रचार

आज 'मन की बात, चाय के साथ' के जरिए भाजपा का प्रचार


प्रधानमंत्री को चायवाला बताकर उनका मजाक बनाने की कांग्रेस की पहले की गई कोशिश का भाजपा फायदा उठाना चाहती है। इसके लिए रविवार को चुनावी राज्य गुजरात में भाजपा नेता जनता के साथ चाय पीते हुए रेडियो पर मोदी के 'मन की बात' सुनेंगे। राज्य की 182 विधानसभा सीटों के 50 हजार 128 मतदान केंद्रों पर 'मन की बात-चाय के साथ' कार्यक्रम होगा।

आज 'मन की बात, चाय के साथ' के जरिए भाजपा का प्रचार


भाजपा अध्यक्ष अमित शाह अहमदाबाद के दरियापुर में, पीयूष गोयल पोरबंदर, धर्मेद्र प्रधान सूरत कि लिम्बायत सीट, स्मृति ईरानी जूनागढ़, वित्त मंत्री अरुण जेटली सूरत पश्चिम के अदाजन क्षेत्र में मन की बात सुनेंगे। इसके अलावा उमा भारती, ज्वेल ओरांव, पुरुषोत्तम रुपाला, राज्य भाजपा अध्यक्ष जीतू वाघाणी, मुख्यमंत्री विजय रुपानी और गुजरात के कई मंत्री और विधायक, सांसद विभिन्न क्षेत्रों में मौजूद रहकर मन की बात सुनेंगे।




प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम के बाद 27 से 29 नवंबर तक सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में आठ रैलियां करेंगे। यहां 9 दिसंबर को चुनाव होना है। युवक कांग्रेस ने मोदी को चायवाला बताकर ट्वीट किया था। इसी के जवाब में भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव ने 23 नवंबर को इस कार्यक्रम की घोषणा की। युवक कांग्रेस की मैगजीन 'युवा देश' के ट्विटर हैंडल से विवाद शुरू हुआ जिसमें मोदी के अतीत और अंग्रेजी ज्ञान को निशाना बनाकर मजाक बनाने की कोशिश की गई। हालांकि युवक कांग्रेस ने ट्वीट हटाते हुए माफी मांग ली है।




मुख्यमंत्री विजय रपानी ने ट्वीट को गरीब विरोधी और वर्ग विशेषष का बताया। 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा था कि मोदी चाय बेचते थे वे प्रधानमंत्री नहीं बन सकते। इस पर भाजपा ने चाय पर चर्चा कार्यक्रम शुरू किया था।

शुक्रवार, 24 नवंबर 2017

बाड़मेर तमिलनाडु डीजीपी सांगाराम जांगिड़ का किया अभिनन्दन, धीरन फ़िल्म पर जांगिड़ ने अपने अनुभव किये साझा

बाड़मेर तमिलनाडु डीजीपी सांगाराम जांगिड़ का किया अभिनन्दन, धीरन फ़िल्म पर जांगिड़ ने अपने अनुभव किये साझा

बाड़मेर
6 राज्यो में आंतक का पर्याय बन चुके ओमा बावरिया गैंग का खात्मा कर राष्ट्रपति गैलेंट्री एवार्ड से सम्मानित आईपीएस औऱ वर्तमान में तमिलनाडु के डारेक्टर जनरल ऑफ पुलिस सांगाराम जांगिड़ शुक्रवार की रोज शहर के प्रबुद्ध जनों ने उनके डीजीपी बनने और उनके जीवन पर साउथ में धीरन नामक
फ़िल्म बनने पर स्नेहमिलन समारोह आयोजित कर अभिनन्दन किया गया। स्थानीय युवा उधमी आजाद सिंह राठौड़ के कार्यालय परिषर में आयोजित अभिनन्दन कार्यक्रम में शिक्षाविद कमलसिंह महेचा, वरिष्ठ पत्रकार एवम लेखक शंकर गोली, पूर्व प्रधान उदाराम मेघवाल, युवा लेखक आजाद सिंह राठौड़ मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर चंदन सिंह भाटी ,संजय शर्मा ,हरीश धनदे ,महेश दादनी ,महेश पनपालिया ,आदिल भाई ,अमित बोहरा ,रमेश कड़वासरा ,छगन सिंह चौहान ,स्वरुप सिंह भाटी ,जय परमार ,भुवनेश शर्मा ,राजेंद्र लहुआ ,हुकमाराम सुथार ,ललित सौ ,हर्षद शारदा ,सहित कई मोजिज लोग उपस्थित थे ,आयोजन में स्वागत भाषण के जरिये डीजीपी जांगिड़ की जीवनी पर प्रकाश डाला। आयोजन में डीजीपी तमिलनाडु पुलिस ने ओमा बावरिया गैंग के खात्मे की पूरी घटना को तफशील से बताया। अपने ऑपरेशन के डेढ़ साल को रुपहले पर्दे पर देखना बहुत यादगार लगा श्री जांगिड़ को। बकौल जांगिड़ अद्भुत अनुभव था खुद के काम को 70 एम एम के पर्दे पर देखना।आंतक का पर्याय बन चुकी ओमा बावरिया की गैंग भरतपुर रूपावास से जुड़ी थी। इसके कारण फिल्म का फिल्मांकन भी भरतपुर, बाड़मेर व जैसलमेर में हुआ है। फ़िल्म में साउथ के ख्यातनाम अभिनेता कार्तिक सांगाराम जांगिड़ के किरदार को अदा कर रहे है और फ़िल्म को युवा डारेक्टर विनोथ ने निर्देशित किया है। सांगाराम जांगिड़ के मुताबित थिरन का स्पेशल प्रीमियर में उन्हें बतौर विशिष्ठ अतिथि बुलाया गया यह उनके लिए यादगार था। गौरतलब है कि आंतक का पर्याय बन चुके ओमा बावरिया गैंग को बिना किसी सुराग के खत्म करने वाले पुलिस अधिकारी और अब चैन्नई पुलिस डीजीपी सांगाराम जांगिड़ ने गैंग का सफाया किया था। सांगाराम बाड़मेर जिले के कवास गांव के निवासी है। साल 1995-2005 के बीच बावरिया गैंग ने 50 के करीब हत्याएं और हाईवे पर लूट की कई वारदातों को अंजमा दिया था। इस गैंग को खत्म करने का जिम्मा आईपीएस सांगााराम जांगिड़ को मिला था। जांगिड़ के नेतृत्व में हुई कार्रवाई में गैंग के 13 सदस्य गिरफ्तार किए गए थे और पुलिस ने दो एंकाउंटर भी किए। बावरिया गैंग खत्म करने के साहसिक कार्य के लिए सांगाराम को राष्ट्रपति गैलेंट्री अवार्ड प्रदान किया गया।डेढ़ साल तक राजस्थान , हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और महाराष्ट्र में केस को सुलझाने के लिए अपनी टीम के साथ प्रयास कर सफलता पाने वाले सांगाराम जांगिड़ अपनी टीम के साथ साथ डीजीपी ए एस गिल,आई जी ओपी ग्लोत्रा,भरतपुर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक एसपी राजीव शर्मा, धौलपुर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक हेमन्त प्रियदर्शी, इस्पेक्टर महावीर सिंह, सुखवीर सिंह के साथ का शुक्रिया अदा करना नही भूलते। उनके मुताबित बहुत मुश्किल था ऑपरेशन , लेकिन मेहनत रंग लाई।आयोजन में युवा फोटोग्राफर तरुण चौहान ने अपने द्वारा खेचे गए एक छायाचित्र को बतौर स्मृति जांगिड़ को भेंट किया।
आयोजन में नगरपरिषद के पार्षद नरेश देव सारण, बीरबल माली, हुकमाराम सुथार, रघुवीर सिंह तामलोर ने डीजीपी सांगाराम जांगिड़ का स्मृति चिन्ह देकर बहुमान किया। आयोजन का मंच संचालन मुकेश पचौरी ने किया।

दिनदहाड़े घर में महिला की गला घोंटकर हत्या, नकदी और जेवरात लेकर भागे लुटेरे

दिनदहाड़े घर में महिला की गला घोंटकर हत्या, नकदी और जेवरात लेकर भागे लुटेरे

मदनगंज-किशनगढ़.बुधवार को दिनदहाड़े घर में घुसकर अज्ञात लुटेरों ने महिला का गला घोंटकर हत्या कर दी। लुटेरों ने महिला की आंखों में मिर्ची डालकर और उसके बाद घसीटकर दूसरे कमरे में ले जाकर दुपट्‌टे से गला घोंट दिया। इसके बाद लुटेरे मकान की पहली मंजिल से नकदी, जेवरात लूटकर फरार हो गए। चौंकाने वाला तथ्य ये रहा कि पूरी घटना की भनक आसपास में किसी को नहीं चली। घटना का पता शाम 6.15 बजे के आसपास महिला के पति के घर आने पर चला। घटना से मौके पर हड़कंप मच गया और लोगों की भीड़ जमा हो गई।

दिनदहाड़े घर में महिला की गला घोंटकर हत्या, नकदी और जेवरात लेकर भागे लुटेरे


- जानकारी के अनुसार मित्र निवास कॉलोनी में एसएन पांडे (54) का मकान है। पांडे पेशे से आर्किटेक्चर है और घर में ही उनका ऑफिस है। बुधवार दोपहर 3 बजे पांडे अजमेर विजिट के लिए रवाना हो गए।

- घर में उनकी पत्नी उमा पांडे (52) अकेली थी। शाम 6.15 बजे के आसपास पति पांडे घर लौटे और पत्नी को आवाज लगाई। भीतर जाने वाले दरवाजे के पास जमीन पर लाल मिर्ची बिखरी हुई मिली।

- गैलरी के पास खून के निशान और घसीटने के निशान मिले। भीतर जाने पर पांडे को उनकी पत्नी का शव का कमरे में पड़ा मिला। शव के गले में दुपट्‌टे से फंदा लगा हुआ था। ये देख पति के होश उड़ गए।

- उन्होंने आसपास के लोगों और परिचितों को घटना की जानकारी दी। देखते ही देखते मोहल्लेवासियों की भीड़ जमा हो गई। घटना की सूचना पुलिस को दी गई।

- सूचना पर मदनगंज थाना प्रभारी जोगेंद्र सिंह, किशनगढ़ शहर थाना प्रभारी अनूप सिंह चौधरी मय जाप्ता मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने एफएसएल की टीम को बुलाया गया। टीम ने घटनास्थल से सैंपल लिए। पुलिस आसपास की गली मोहल्ले में लगे सीसीटीवी खंगालने में जुटी है।




महिला ने किया संघर्ष का प्रयास

- पुलिस के अनुसार लुटेरों ने महिला से जैसे-तैसे दरवाजा खुलवाया। महिला ने दरवाजा खोला होगा अौर इस दौरान लुटेरों ने महिला की आंखों में मिर्ची डाल दी। जमीन पर मिर्ची बिखरी हुई है। इसके बाद लुटेरे महिला को पकड़कर भीतर ले गए। वहां जमीन पर गिराकर महिला का सिर जमीन से पटका। जिससे उसके सिर से खून बहने लगा।

- इस दौरान महिला ने संघर्ष किया जिससे उसके हाथ की चूड़ियां टूटकर बिखर गई। लुटेरे महिला को घसीटकर कमरे में ले गए और दुपट्‌टे से गले में फंदा लगाकर लगाकर गला घोंट दिया। इसके बाद मकान की पहली मंजिल पर जाकर नकदी व जेवरात लूटकर ले गए।




किसी के लिए नहीं खोलती थी दरवाजा

- पुलिस सूत्रों के अनुसार महिला हमेशा घर में अकेली रहती थी। ज्यादातर उनके पति बाहर साइड विजिट पर जाते थे। कईं बार रात को भी नहीं आते थे। महिला कभी भी दरवाजा नहीं खोलती। कोई आता भी था तो पहली मंजिल की खिड़की से बात करती थी।

- शाम को दूध वाले से भी रस्सी के जरिये दूध पहली मंजिल पर ले लेती थी। आर्किटेक्चर ऑफिस में करीब चार लड़कियां काम करती है। चारों लड़कियों ने बताया कि उमा कभी दरवाजा नहीं खोलती थी। ऐसेे में लुटेरों के आने पर दरवाजा कैसे खोल लिया। घटना में किसी परिचित की संलिप्तता होने की शंका जताई जा रही है।




तीनों संतानेंं बाहर

पांडे की तीन संताने हैं। इनमें बड़ी बेटी पूनम, उससे छोटा बेटा मनीष और सबसे छोटा बेटा मयंक है। पूनम की शादी हो गई। वहीं मनीष बेंगलुरू में जाॅब करता है। मयंक दिल्ली में पढ़ाई कर रहा है। ऐसे में घर में सिर्फ एसएन पांडे और उनकी पत्नी उमा ही रहती थी। लुटेरों ने इसी मौके का फायदा उठाकर वारदात को अंजाम दिया।




एक युवक दस दिनों से आकर खड़ा रहता था गली में

क्षेत्र की महिलाओं ने बताया कि एक युवक पिछले दस बारह दिन से गली में आकर खड़ा रहता था। युवक मोबाइल पर बातें किया करता था। मोहल्लेवासी रोजाना उस अजनबी युवक को देखते थे। बुधवार को दिन युवक कहीं नजर नहीं आया। कही युवक या उसके साथियों ने रैकी तो नहीं की।

डीएसपी ने ली घटना की जानकारी

महिला की हत्या की घटना के बाद मौके पर डीएसपी ओमप्रकाश किलानिया ने घटना की जानकारी ली। डीएसपी ने पूरे मकान का निरीक्षण किया। बुधवार को ही किलानिया ने डीएसपी का पदभार ग्रहण किया था।

विद्यालयों में स्टार रैंकिग की पहल ‘स्टेट एजूकेशन रिसर्च ट्रेनिंग सेंटर’ की स्थापना की जाएगी



विद्यालयों में स्टार रैंकिग की पहल

‘स्टेट एजूकेशन रिसर्च ट्रेनिंग सेंटर’ की स्थापना की जाएगी

85 हजार करोड़ रूपये बजट व्यय कर प्रदेश को बनाया शिक्षा क्षेत्र में अग्रणी

राष्ट्रीय सर्वे में राजस्थान शिक्षा क्षेत्र में 18 वे ंसे आया चौथे स्थान पर

अजमेर, 24 नवम्बर। शिक्षा राज्य मंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने कहा है कि पिछले चार वर्षों में राज्य में आदर्श, उत्कृष्ट और स्वामी विवेकानंद विद्यालयों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया गया है। राज्य सरकार का प्रयास है कि इसी तर्ज पर प्रदेश के सभी विद्यालय ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेेंस’ के रूप में विकसित हों। इसीलिए प्रदेश के विद्यालयों में स्टार रैंकिग की हम पहल करने जा रहे हैं। इसके अंतर्गत गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में श्रेष्ठतम के आधार पर विद्यालयों को स्टार रैंकिंग प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्टाफ पैटर्न की हम समीक्षा कर रहे हैं, प्रयास किया जाएगा कि विद्यालय में छात्र अनुपात में सभी स्थानों पर समुचित शिक्षक पदस्थापित हों।

85 हजार करोड़ रूपये बजट व्यय कर बनाया राजस्थान को शिक्षा क्षेत्र में अग्रणी

उन्होंने कहा कि आगामी सत्र से प्रदेश में शैक्षिक गुणवत्ता के लिए ‘स्टेट एजूकेशन रिसर्च ट्रेनिंग सेंटर’ की स्थापना की जाएगी। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में स्टूडियो की स्थापना होगी ताकि विडियो कॉन्फ्रेन्स के तहत राज्यभर से इसका जुड़ाव रहे। शैक्षिक गुणवत्ता के लिए हमने कक्षा एक से 8 तक विद्यालयों में लर्निंग लेवल तय किए हैं। राजस्थान प्राथमिक शिक्षा परिषद् और रमसा को एकीकृत करके प्रदेश में शिक्षा का और अधिक प्रभावी विकास किया जाएगा। श्री देवनानी आज यहां शिक्षा संकुल में राज्य सरकार के चार वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित मीडिया से संवाद में संबोधित कर रहे थे।

18 वें से राजस्थान आया चौथे स्थान पर

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले चार वर्षाें में नवाचारों को अपनाते हुए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध रहते हुए 85 हजार करोड़ रूपये बजट व्यय कर प्रदेश को शिक्षा क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने की पहल की है। इसी से हाल के आए राष्ट्रीय सर्वे में कभी 18 वें स्थान पर रहने वाला राजस्थान आज शिक्षा क्षेत्र में चौथे स्थान पर आ गया है।

जिला शिक्षा अधिकारी के 142 पद भरे

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले चार वषोर्ंं में प्रदेश में स्कूलों के एकीकरण, प्रत्येक ग्राम पंचायत में 9 हजार 895 आदर्श एव 9500 उत्कृष्ट विद्यालयों की स्थापना की जहां पहल की वहीं एक लाख 9 हजार शिक्षकों की रिकॉर्ड पदोन्नतियॉं प्रदान की। इसके साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी के सभी पद भर दिए गए। आज 142 जिला शिक्षा अधिकारी पद भरे हुए हैं साथ ही प्रधनाचार्य के भी 95 प्रतिशत से अधिक पद भर दिए गए हैं।

1 लाख 50 हजार के करीब नवीन नियुक्तियॉं की पहल

उन्होंने कहा कि सरकार जब सत्ता में आई तब शिक्षा क्षेत्र में 52 प्रतिशत शिक्षकाें के पद रिक्त थे जो अब घट कर मात्र 15 प्रतिशत तक ही रह गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में एक लाख 50 हजार के करीब नवीन नियुक्तियॉं की पहल की गई है। इसमें सीधी भर्ती से 87 हजार 634 पदों पर शिक्षकों की जहां नई नियुक्तियां की है वहीं 16 हजार 669 पदों पर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रियाधीन है।

नामांकन में 22 लाख की वृद्धि

उन्होंने कहा कि आज 63 हजार विद्यालयों वाला शिक्षा प्रदेश का सबसे बड़ा विभाग है। उन्होंने कहा कि चार वर्ष पहले विद्यालयों में 60 लाख का नामांकन था। राज्य सरकार द्वारा राजकीय विद्यालयों के सुदृढ़ीकरण के लिए किए प्रयासों से सरकारी विद्यालयों के स्तर में वृद्धि हुई। इसी का परिणाम रहा कि आज सरकारी विद्यालयों में 82 लाख के करीब नामांकन हो गया है। यानी पिछले चार सालों में नामांकन में 22 लाख की वृद्धि हुई है।

1 लाख 46 हजार बालिकाओं को गार्गी पुरस्कार

शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि पिछले चार वर्ष शिक्षा में बेहतरीन विकास के रहे हैं। राष्ट्रीय सर्वेक्षण में और ‘असर‘ की रिर्पोट में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में राजस्थान जहां पहले नम्बर पर रहा है वहीं भारत सरकार द्वारा ‘स्वच्छ विद्यालय‘ योजना के अंतर्गत भी देशभर में राजस्थान आंध्रप्रदेश और तमिलनाडू के बाद तीसरे स्थान पर रहा। सरकारी विद्यालयों का परीक्षा परिणाम निजी विद्यालयों से आगे निकला। बालिका शिक्षा में राजस्थान अग्रणी हुआ और 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने पर मिलने वाले गार्गी पुरस्कार की संख्या में भी इन प्रयासों के कारण तीन गुना तक वृद्धि हुई। आज 1 लाख 46 हजार बालिकाओं को यह पुरस्कार दिया जा रहा है।

450 करोड़ के हुए विकास कार्य

श्री देवनानी ने कहा कि प्रदेश के विद्यालयों में आधारभुत सुविधाओं के विकास के अंतर्गत पहली बार विद्यालयों में 450 करोड़ के विकास कार्य करवाए गए हैं। हमने नाबार्ड से ऋण लेकर भी विद्यालयों के विकास के कार्य प्राथमिकता से करवाए हैं।

शिक्षा राज्य मंत्री ने विद्यालयों मे अपनाए गए नवाचारों की चर्चा करते हुए कहा कि पिछले चार वर्षोें में बीएड,एसटीसी इन्र्टनशिप के तहत विद्यालयों में प्रशिक्षणरत अभ्यर्थियों की सेवाएं पढ़ाने के लिए ली गई। निजी विद्यालयों की मान्यता की ऑनलाई प्रक्रिया प्रारंभ की गई। शाला दर्शन और शाला दर्पणक के अंतर्गत शिक्षा विभाग को संपूर्ण रूप में ऑनलाईन किया गया। ई-ज्ञान पोर्टल के जरिए विद्यार्थियों को पाठ्यपुस्तकें और तमाम शिक्षा सबंधित ज्ञानवद्र्धक जानकारियॉं ऑनलाईन उपलब्ध कराई गई। संस्कृत शिक्षा में पदों को बढ़ाया। पाठ्यक्रम में योग, सूर्य नमस्कार के साथ ही 200 से अधिक महापुरूषों, वीर-वीरांगनाओं के चरित्रों के प्रेरक पाठ सम्मिलित किए। उद्देश्य यही रहा है कि विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास हो सके।

सुदृढ मोनिटरिंग के लिए पंचायत एलिमेंट्री एजुकेशन ऑफिसर

श्री देवनानी ने कहा कि प्रारंभिक शिक्षा में पंचायत स्तर पर सुदृढ मोनिटरिंग के लिए पंचायत एलिमेंट्री एजुकेशन ऑफिसर लगाए गए हैं। देशभर में स्टार्फिंग पैटर्न की सराहना हुई है। चरणबद्ध तरीके से प्रदेश में प्री-प्राईमरी स्कूल की शुरूआत। इसके तहत 11500 आंगनबाड़ी केन्द्रों को स्कूलों से एकीकृत किया गया। विद्यालयों के विकास के लिए विद्यालय सलाहकार समितियों का गठन किया गया। मातृशक्ति से शैक्षिक उन्नयन के लिए पहली बार ‘मदर-टीचर्स‘ बैठकों का आयोजन किया गया।

5 वीं और 8 वीं की परीक्षाएं प्रारंभ कराने की पहल

उन्होंने कहा कि प्रदेश में 5 वीं और 8 वीं की परीक्षाएं प्रारंभ कराने की पहल की गई। व्यावसायिक शिक्षा की शुरूआत हमने की। बालिकाओं को 11.3 लाख साईकिलों का वितरण किया गया। 98 हजार लैपटॉप मेधावी छात्र-छात्राओं को दिए गए। इसके साथ 5 लाख बालिकाओं को आत्म सुरक्षा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। दृष्टिहीन विद्यार्थियों को एण्ड्रॉयड मोबाईल फोन वितरित किए। राज्य की 43 हजार 672 स्कूलों में अक्षय पेटिका रखवाई। विद्यालय विकास में सामाजिक भागीदारी सुविकसित करने के लिए अब तक इन पेटिकाओं में 4 करोड़ के लगभग राशि एकत्र हुई है।8बालिकाओं के शैक्षिक प्रोत्साहन के लिए शारदा बालिका छात्रावासों की स्थापना। की हमने पहल की। आज 186 बालिका छात्रावासों से 181 पूर्ण रूप से क्रियाशील हैं। इनमें इस समय 13 हजार 387 बालिकाए नामांकित है।

स्मार्ट वर्चुअल क्लासरूमों के जरिए मेडिकल-इंजीनियरिंग कोचिंग

श्री देवनानी ने कहा कि कक्षा 6 से 11 तक की बालिकाओं को ट्रांसपोर्ट वाउचर सुविधा प्रदान की जा रही है। क्लिक योजना के तहत विद्यार्थियों को कम्प्यूटर प्रशिक्षण। 716 स्कूलों के 63 हजार 219 विद्यार्थी इससे लाभान्वित हो रहे है। उन्होंने कहा कि 770 राजकीय विद्यालयों तथा 11 जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थाओं मे ंस्मार्ट वर्चुअल क्लासरूमों के माध्यम से राज्य के दूरदराज ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित विद्यालयों के विद्यार्थियों को मेडिकल एवं इंजीनियरिंग परीक्षाओं की गुणवत्तापूर्ण निःशुल्क कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराने के लिए ‘एलन’ इन्स्टीट्यूट से एमओयू किया गया। 186 पिछड़े क्षेत्रों में स्वामी विवेकानंद विद्यालयों के जरिए अंग्रेजी माध्यम से अध्यापन की पहल। 55 प्रतिशत सीट बालिकाओं के लिये हमने आरक्षित किए।

शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि विकास सतत प्रक्रिया है। इसी के तहत हम शिक्षा क्षेत्र में मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में निरंतर राजस्थान को शिक्षा क्षेत्र में अग्रणी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि राजस्थान आने वाले वर्षों में देश का प्रमुख शिक्षा राज्य बनकर अपनी विशिष्ट पहचान बनाए। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के शासन सचिव श्री नरेशपाल गंगवार, रमसा की आयुक्त श्रीमती आनन्दी, विशिष्ट शासन सचिव श्री अशफाक हुसैन, निदेशक माध्यमिक शिक्षा श्री नथमल डीडेल सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे।



जिला अग्रणी बैंक की विशेष टाउन हॉल बैठक आयोजित

आयकर दाता भी ले सकते अटल पेंशन योजना का लाभ


अजमेर, 24 नवम्बर। अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री कैलाश चंद शर्मा की अध्यक्षता में जिला अग्रणी बैंक की विशेष टाउन हॉल बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार को आयोजित हुई। इसमें अटल पेंशन योजना कैम्पियन पर चर्चा की गई।

श्री शर्मा ने बताया कि अटल पेंशन योजना सरकार द्वारा समस्त भारतीय नागरिकों को बीमा कवर उपलब्ध करवाने के लिए आरम्भ की गई है। इसके अन्तर्गत प्रत्येक नागरिक को गारण्टी के साथ पेंशन दिए जाने का प्रावधान है। इसमें 18 से 40 वर्ष के व्यक्ति आवेदन कर सकते है। आवेदन के लिए व्यक्ति को अपना बचत खाता संधारित करने वाली बैंक शाखा में सम्पर्क करना होगा। आवेदन करने के पश्चात एक निर्धारित राशि बैंक खाते से स्वतः हस्तांतरित हो जाएगी। वर्तमान में आयकरदाता भारतीय नागरिक भी इस योजना का लाभ ले सकते है। इसमें एक हजार से लेकर 5 हजार तक मासिक पेंशन 60 वर्ष की उम्र के पश्चात दिए जाने का प्रावधान है। आवेदक की मृत्यु पर वही पेंशन राशि जीवनसाथी को देने का प्रावधान है। साथ ही जीवनसाथी की भी मृत्यु होने पर कॉर्पस फण्ड नामित को दिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि 18 वर्ष की आयु के युवा द्वारा 60 वर्ष की आयु में एक हजार रूपए पेंशन प्राप्त करने के लिए 42 रूपए प्रतिमाह का अंशदान देना होगा। अंशदान की राशि उम्र एवं पेंशन विकल्प के आधार पर तय होगी। यही पेंशन 5000 हजार रूपए प्राप्त करने के लिए 210 रूपए का अंशदान खाते से काटा जाएगा। इस योजना का असंगठित-संगठित कार्मिक, सरकारी, अद्र्धसरकारी एवं निजी क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारी, पीएफ का लाभ प्राप्त करने वाले, आयकरदाता, फैक्ट्री मालिक और फैक्ट्री मजदूर लाभ ले सकते है। इसकी किश्त मासिक, त्रेमासिक अथवा छःमाही जमा करवा सकते है। आवेदक को 60 वर्ष की उम्र में निर्धारित पेंशन प्राप्त होने की गारण्टी सरकार द्वारा दी जाती है। इसमें बाजार में चल रही विभिन्न योजनाओं एवं बीमा से अधिक रिटर्न मिलता है। आवेदन के लिए बैंकों द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

सिडबी के श्री अजीत कुमार ने स्र्टाट अप इण्डिया/उदयमित्र की जानकारी सभी बैंक समन्वयकों को दी तथा जिले में पोर्टल पर प्रदर्शित आवेदनों के निस्तारण करने के लिए बैंकों को आग्रह किया।

इस अवसर पर बैंक ऑफ बड़ौदा के आरबीडीएम श्री अरूण शर्मा, नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक श्री बी.बी.खरबंदा, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक श्री आर.सी टेलर, ऑरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के श्री प्रेम कुमार मौर्य सहित समस्त बैंकों के जिला समन्वयक एनआरएलएम, एनयूएलएम, जीएमएवीएस, आरएसकेएस तथा दिशा के प्रतिनिधि उपस्थित थे।



यूरोलॉजी कैम्प के लिए बैठक 28 नवम्बर को
अजमेर, 24 नवम्बर। जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय के यूरोलॉजी विभाग द्वारा आयोजित होने वाले यूरोलॉजी कैम्प की व्यवस्थाओं के संबंध में 28 नवम्बर को दोपहर एक बजे सामूहिक चिकित्सालय संघ के अधीक्षक की अध्यक्षता में मेडिकल कॉलेज के सेमीनार कक्ष में बैठक आयोजित की जाएगी।



प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में बेहतरीन कार्य करने वाले हुए सम्मानित
अजमेर, 24 नवम्बर। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अन्तर्गत बेहतरीन कार्य करने वाले व्यक्तियों को सूचना केन्द्र में आयोजित जिला स्तरीय समारोह में शुक्रवार को सम्मानित किया गया।

जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी (आरसीएचओ) श्री रामलाल चौधरी ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के जिला स्तरीय पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया। समारोह की अध्यक्षता सयुक्त निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग जोन अजमेर डॉ. गजेन्द्र सिंह सिसोदिया द्वारा की गई। इसमें जिले में पीएमएसए अभियान के अन्तर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाले राजकीय चिकित्सा संस्थान - सैटेलाईट चिकित्सालय आदर्श नगर अजमेर, अमृतकौर चिकित्सालय ब्यावर, यज्ञ नारायण चिकित्सालय किशनगढ, सीएचसी बिजयनगर, पीएचसी जामोला, प्राईवेट चिकित्सक डॉ रमा गर्ग अजमेर, डॉ. सुधा चन्डक अजमेर, डॉ राजेश अग्रवाल बिजयनगर एवं जिला स्तर से श्री सुखपाल चौधरी जिला नोडल अधिकारी एनएचएम अजमेर ब्लॉक स्तर से श्री योगेश्वर सिंह बीपीएम एनएचएम ब्लॉक अराई को सम्मानित किया गया। पुरस्कार समारोह में जिला स्तरीय अधिकारी, समस्त पीएमओं, बीसीएमओं, बीपीएम, चिकित्सा संस्थानों के प्रभारी एवं सपोर्टिग स्टाफ एवं आशा सहयोगिनियां ने भाग लिया।

उन्होंने बताया कि पुरस्कार समारोह के पश्चात जनसंख्या पखवाडा 2017 के तहत पुरूष नसबन्दी हेतु समीक्षा की गई एवं पखवाडे के दौरान प्रचार प्रसार किया जाकर अधिक से अधिक पुरूष नसबन्दी दिनांक 28 नवम्बर 2017 से 4 दिसम्बर 2017 तक करवाने के लिए निर्देशित किया गया। इसकी प्रतिदिन रिपोर्ट जिला मुख्यालय पर भिजवानें हेतु निर्देशित किया गया। वर्तमान में 21 से 27 नवम्बर तक मोबिलाईजेशन सप्ताह मनाया जा रहा है। इस सप्ताह में लक्षित पुरूषों से सम्पर्क किया जा रहा है एवं उनकी सहमति प्राप्त की जा रही है।

उन्होंने बताया कि पुरस्कार समारोह के पश्चात विभाग में संचालित सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा की जाकर समस्त चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों को निर्देशित किया कि आगामी दिसम्बर माह में कार्य को गति प्रदान की जाकर लक्ष्य अर्जित करनें हेतु निर्देशित किया गया। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना की समीक्षा की गई अजमेर जिले में अब तक 77 हजार 273 पैकज 36 करोड 4 लाख बुक किये गये। कम पैकेज वाले चिकित्सा संस्थान अराई, पीसांगन, श्रीनगर को पैकेज में बढोतरी करनें के निर्देश दिये।



किरण माहेश्वरी का यात्रा कार्यक्रम
अजमेर, 24 नवम्बर। उच्च, तकनीकी एवं संस्कृत शिक्षा तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी रविवार 26 नवम्बर को प्रातः 11 बजे अजमेर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के स्थानीय कार्यक्रमों में भाग लेगी।

दो बच्चों की मां के साथ प्रेमी ने बनाया फिजिकल रिलेशन, फिर सामने आई ये कहानी

दो बच्चों की मां के साथ प्रेमी ने बनाया फिजिकल रिलेशन, फिर सामने आई ये कहानी
दो बच्चों की मां के साथ प्रेमी ने बनाया फिजिकल रिलेशन, फिर सामने आई ये कहानी

राजपुर।यहां एक सप्ताह से लापता महिला का शव मिलने के बाद इस मर्डर की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। आरोपी ने केवल हत्या की बात ही नहीं कबूली बल्कि उसने हत्या की दिन की पूरी कहानी और हत्या के पीछे की वजह भी बता दी। आरोपी ने बताया कि वो बहलाकर उस महिला को बाड़ी में ले गया और वहां फिजिकल होने के बाद जब वो उसके विश्वास में आ गई तो चुपके से गमछे से गला दबा दिया। जानिए पूरी कहानी...पुलिस ने बताया कि लाउ निवासी रामनारायण बड़ा का गांव की ही पतियारो उरांव के साथ 2007 से प्रेम संबंध चल रहा था।

- दोनों लिव इन में रहने लगे। इस दौरान बिना शादी के इनके दो बच्चे भी हुए। इधर दो साल से रामनारायण ने पतियारो से दूरी बना ली। पतियारों को पता चला कि उसका पति किसी और से शादी कर चुका है।

- इसके बाद उसने ने कोर्ट में भरण पोषण की मांग की थी। इससे रामनारायण रंजिश रखने लगा था। 11 अक्टूबर की शाम पतियारो से गांव में ही रामनारायण मिला और उसे अपने बाड़ी में ले गया।

बाड़मेर जननी की सुरक्षा करने वाले सिपाहियों का हुवा समान -डॉ चोधरी

बाड़मेर जननी की सुरक्षा करने वाले सिपाहियों का हुवा समान -डॉ चोधरी

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस जिला स्तरीय पुरस्कार समारोह का

आयोजन जांगिड पंचायत भवन बाडमेर में माननीय विधायक मेवाराम जैन कि

अध्यक्षता में आयोजित किया गया। विधायक जैन ने बताया कि प्रत्येक गर्भवती

महिला खास है और हर गर्भवती महिला को विषेष देखभाल मिलनी चाहिए किसी भी

गर्भवती महिला को बिना अग्रिम चेतावनी अथवा सुक्ष्म चेतावनी के साथ जीवन

में खतरा उत्पन्न हो सकता है इसलिए सभी गर्भवती महिलाओं कि गुणवता युक्त

प्रसव पूर्व जांच होनी चाहिए जिससे समय पर खतरों कि पहचान कर मातृ मृत्यु

को कम किया जा सके ।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. कमलेष चैधरी ने बताया कि

गर्भावस्था और प्रसव के दौरान जोखिम के कारणों को समय पर पता कर, रोके

जाने वाले कारणों से होने वाली मृत्युओं को काफी हद तक कम किया जा सकाता

है। यह तभी संभव है जब आवष्यक सेवाओं की सम्पूर्ण उपलब्धता गर्भवती महिला

को समय पर मिले।

सचिन भार्गव डीपीएम ने बताया कि प्रत्येक गर्भवती महिला को गुणवता युक्त

प्रसव पूर्व जांच सुविधाएं मिल सके इसी उदेष्य के साथ भारत सरकार द्वारा

सम्पूर्ण देष में माह के दौरान एक निष्चित दिन हर माह कि 9 तारीख को

अभियान के रूप में एएनसी सेवाए देने हेतु प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व

अभियान भारत सरकार के आदेषनुसार आरम्भ करने का निर्णय लिया है।

इनका हुआ सम्मान

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिषन में

सर्वोतम कार्य करने वाले खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी बाडमेर, षिव,

सीएचसी धोरीमना, पीएचसी मिठडाउ, असाडा, सनावडा, गिडा, परेउ, बाटाडु, जिला

स्तरीय अधिकारी सचिन भार्गव डीपीएम, राकेष भाटी जिला आषा समन्वयक, मुकेष

गर्ग, उमेदाराम, योगेष, जोगेष, खण्ड स्तरीय कार्मिक बीपीएम, बीएनओ,

एकाउन्टेन्ट, बीएचएस, उवं पीएचएस को समारोह में पुरस्कृत किया गया।

राकेष भाटी जिला आषा समन्वयक ने बताया कि कार्यक्रम में जिले के खण्ड

मुख्य चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी प्रभारी, धारा संस्थान, केर्यन

इण्डिया, वर्ड विजन इण्डिया एवं राजवेस्ट के प्रतिनिधी, खण्ड स्तरीय

कर्मचारी, शहरी आषा सहयोगिनी, जीएनएम नर्सिग स्टुडेंट आदि उपस्थित रहे।

जेल अधीक्षक ने लेडी कांस्टेबल से कहा, मर्दों से बहुत बात करती हो, धंधा करती हो क्या

जेल अधीक्षक ने लेडी कांस्टेबल से कहा, मर्दों से बहुत बात करती हो, धंधा करती हो क्या

जेल अधीक्षक ने लेडी कांस्टेबल से कहा, मर्दों से बहुत बात करती हो, धंधा करती हो क्याभोपाल। जिला जेल में पदस्थ महिला आरक्षक ने जेल अधीक्षक पर अभद्र और अश्लील भाषा में बातचीत करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने इसकी शिकायत डायल-181 सेवा पर दर्ज कराई है। महिला आरक्षक ने राज्य महिला आयोग में भी शिकायत की है। महिला आरक्षक ने कहा है कि जेल की सुरक्षा में 7 महिला कांस्टेबल हैं। सबके साथ अधीक्षक ऐसी ही हरकत करता है। कब तक चुप रहते। अगर हम नहीं आवाज उठाएंगे तो कौन उठाएगा।उन्होंने मेरे पास आकर अमर्यादित भाषा का उपयोग किया। महिला आरक्षक ने बताया कि जेल अधीक्षक सिंह ने कहा कि तुझे आदमी से बात करने में मजा आता है। इसी के साथ जेल अधीक्षक ने अन्य बुरे शब्दों का उपयोग भी किया। अधीक्षक यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि तुम धंधा भी करती हो। कभी हमारे घर भी आओ।

जिला जेल में पदस्थ महिला जेल प्रहरी ने बताया कि 17 नवंबर को जब वे रायफल ड्यूटी पर थीं तब करीब साढ़े तीन बजे एक व्यक्ति किसी कैदी से मिलने आया। मैंने समय खत्म होने के कारण उसको अगले दिन आने को कहा। जब मैं युवक को जवाब दे रही थी तभी पास में जेल अधीक्षक आरआर सिंह आकर खड़े हो गए थे।

लेडी कांस्टेबल को नाइट में होटल बुलाता था DSP, शादी का देता था झांसा

लेडी कांस्टेबल को नाइट में होटल बुलाता था DSP, शादी का देता था झांसा

लेडी कांस्टेबल को नाइट में होटल बुलाता था DSP, शादी का देता था झांसाभोपाल (मप्र).एक महिला कांस्टेबल की शिकायत पर इंदौर सीआईडी में पदस्थ एक डीएसपी के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। लेडी कांस्टेबल ने डीएसपी पर शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाने का आरोप लगाया था। डीएसपी के साथ ही उसके साले के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। क्या था मामला?

भोपाल के एक थाने में कार्यरत एक लेडी कांस्टेबल ने तत्कालीन थाना प्रभारी और अब इंदौर सीआईडी में पदस्थ पवन मिश्रा के खिलाफ शिकायत की थी। साउथ भोपाल के एसपी राहुल लोधा ने बताया कि महिला की शिकायत पर जांच की गई। जांच रिपोर्ट के आधार पर पवन मित्रा के साथ-साथ उनके साले अनुज पांडे के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। अनुज पर मारपीट करने का आरोप है। पुलिस ने फिलहाल दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की है।डीएसपी का कहना था, रिटायरमेंट के बाद तुमसे शादी कर लूंगा...

महिला ने 'भास्कर' से बातचीत में कहा, साल 2005 में मैं तत्कालीन हबीबगंज थाना प्रभारी पवन मिश्रा के संपर्क में आई। तब से हमारा मिलना-जुलना शुरू हुआ। ईश्वर को साक्षी मान उन्होंने मेरी मांग में सिंदूर भर के मुझे पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। कुछ समय बाद जब उनका ट्रांसफर इंदौर हो गया तो वो मुझे वहां मिलने के लिए बुलाने लगे। जब भी उनकी नाइट ड्यूटी होती थी तो वो मुझसे होटल में मिलते थे। मैं उन्हें शादी के लिए जोर देती रही मगर उनका कहना था रिटायरमेंट के बाद तुमसे शादी कर लूंगा। मार्च 2016 में उनकी पत्नी को हमारे संबंधों के बारे में पता चल गया। उसके बाद से मुझे और मेरे बच्चे को जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं। दिसंबर 2016 में वे अपने साले अनुज पांडे के साथ मेरे भोपाल स्थित घर आए और मेरे साथ मारपीट की। मुझे धमकाया कि अगर केस वापस नहीं लिया तो 10 झूठे केस में फंसवा दूंगा। जब मैंने महिला थाने में शिकायत की तो उन्होंने दोबारा संबंध मधुर बना लिए और शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाया।




हो सकती है 10 साल तक की सजा

शादी का झांसा देकर या पति होने का अहसास दिलाकर शारीरिक संबंध बनाने के मामले में दस साल तक की सजा और जुर्माने का प्रावधान है। पुलिस ने केस दर्ज किए जाने की जानकारी पुलिस मुख्यालय को दे दी है। मिश्रा के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी हो सकते हैं।

अपने ही दो बच्चों की कातिल है ये मां, पति से खुश नहीं थी इसलिए किया ऐसा

अपने ही दो बच्चों की कातिल है ये मां, पति से खुश नहीं थी इसलिए किया ऐसा

अपने ही दो बच्चों की कातिल है ये मां, पति से खुश नहीं थी इसलिए किया ऐसा
भिवाड़ी (अलवर)।भिवाड़ी में दो मासूम बच्चों की रहस्यमयी परिस्थितियों में मंगलवार को हुई मौत के मामले का पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा कर दिया। मासूमों की गला घोंटकर उनकी मां ने ही हत्या की थी। हत्या की साजिश आरोपी मां के प्रेमी ने रची थी। दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।जानिए कैसे बची बड़ी बच्ची की जान ...




- मंगलवार को यूआईटी फेज थर्ड थाना अंतर्गत ग्राम जोडिया मेव निवासी रसीद के चार साल के बेटे मोहम्मद सैफ और डेढ़ साल की बेटी हिबा को दोपहर में उनकी मां मुनफिदा ने नहलाकर सुलाया था। शाम को जब बच्चों को देखा तो दोनों मृत मिले। मंगलवार दोपहर के मामले की सूचना पुलिस को देर रात लग सकी थी। परिजनों ने मामले की पुलिस को सूचना देना ही मुनासिब नहीं समझा।




मां बयान बदलती रही और शक गहराता गया

- पुलिस ने घटना के वक्त घर में मौजूद मृतक बच्चों के पिता, मां व ताई से पूछताछ शुरू की। पुलिस शुरुआत से हत्या के एंगल से मामले की जांच कर रही थी। शुरुआती पूछताछ में बच्चों की मां अपने बयान बार-बार बदलती रही जिससे पुलिस का शक उस पर और गहरा गया।

आखिर टूट गई

- कड़ी पूछताछ के बाद मुनफिदा टूट गई और उसने बच्चों की गला घोंट कर हत्या करना स्वीकार कर लिया। हत्या की साजिश उसके प्रेमी समयदीन ने रची थी। उसे भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

- आरोपी मुनफीदा का पति रसीद स्वभाव से बेहद सीधासादा है। उससे मुनफिदा खुश नहीं थी। उसका अपने जीजा के भाई समयदीन से प्रेम प्रसंग चल रहा था और दोनों शादी करना चाहते थे। बीच में रोड़ा बन रहे दोनों बच्चों को रास्ते से हटाने के लिए मुनफिदा ने अपने प्रेमी समयदिन के साथ मिलकर बच्चों की ह्त्या की साजिश रची थी।

... और ले ली अपने ही बच्चों की जान, बची बड़ी बेटी की जान

- मुनफिदा ने मंगलवार को दोनों बच्चों को नहलाया और सुला दिया जिसके बाद वह खुद नहाकर आई और बेटी हिबा व बेटे सैफ को गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस ने बताया मुनफिदा घटना के बाद तुरंत अपने पीहर फरार हो गई। सीओ सिद्धांत शर्मा ने बताया की प्रेमी समयदिन ने ही मुनफिदा के लिए हत्या करने का तरीका बताया। समयदिन लगभग डेढ़ माह से उसके घर पर ही रह रहा था जिसको लेकर उसकी सास व पति को आपत्ति थी। वह अपने प्रेमी के साथ रहना चाहती थी, लेकिन प्रेमी उसके बच्चों को साथ नहीं रखना चाहता था। उसकी सबसे बड़ी बेटी अपने मामा के यहां चले जाने के कारण बच गई।

किले पर मिली लाश, लिखा- पद्मावती के विरोधियो! हम पुतले नहीं लटकाते

किले पर मिली लाश, लिखा- पद्मावती के विरोधियो! हम पुतले नहीं लटकाते

किले पर मिली लाश, लिखा- पद्मावती के विरोधियो! हम पुतले नहीं लटकाते
जयपुर. नाहरगढ़ फोर्ट पर शुक्रवार सुबह एक शख्स की लाश लटकी मिली। पास में ही पत्थरों पर लिखा मिला कि पद्मावती का विरोध करने वालों हम सिर्फ पुतले नहीं जलाते हैं। बता दें कि पद्मावती के विरोध के चलते फिल्ममेकर्स ने फिलहाल रिलीज टाल दी है। ये भी कहा कि भारत में रिलीज से पहले फिल्म विदेश में रिलीज नहीं होगी। पद्मावती को ब्रिटिश सेंसर बोर्ड ने बिना कट लगाए स्क्रीनिंग की मंजूरी दे दी है।




शव की हुई पहचान

- घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। कहा कि पद्मावती फिल्म से जुड़ी जो धमकियां पत्थर पर लिखी मिली हैं, वो इसी व्यक्ति से जुड़ी हैं या नहीं, ये कहना मुश्किल है।

- मृतक का नाम चेतन सैनी (40) बताया जा रहा है, जो शास्त्री नगर इलाके का रहने वाला है। लड़के के पास से मुंबई का एक टिकट भी मिला है।

- फिलहाल, पुलिस मामले को खुदकुशी और हत्या, दोनों एंगल से देख रही है। एक पत्थर पर चेतन तांत्रिक भी लिखा मिला है।

फिल्म पद्मावती को लेकर क्या आपत्ति है?

- राजस्थान में करणी सेना, बीजेपी लीडर्स और हिंदूवादी संगठनों ने इतिहास से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। राजपूत करणी सेना का मानना है कि ​इस फिल्म में पद्मिनी और खिलजी के बीच इंटीमेट सीन फिल्माए जाने से उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है। लिहाजा, फिल्म को रिलीज से पहले पार्टी के राजपूत प्रतिनिधियों को दिखाया जाना चाहिए।

अब तक क्या हुआ?

- विरोध मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक तक पहुंच गया है। राजस्थान, मध्य प्रदेश और यूपी में सरकार ने इसे रिलीज नहीं करने की बात कही।

- राजस्थान की राजपूत करणी सेना के अलावा राजघराने भी फिल्म के खिलाफ है। इनकी मांग है कि इसे रिलीज करने के पहले उन्हें दिखाई जाए।

- राजनाथ सिंह, उमा भारती, लालू प्रसाद यादव, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कई नेताओं ने बयान दिए कि लोगों की भावनाओं का ध्यान रखना चाहिए।

- गुरुवार को राजपूतों ने चित्तौड़गढ का किला बंद रखकर प्रदर्शन किया था।

- करणी सेना ने सूर्पणखा की तरह दीपिका पादुकोण की नाक काटने, हरियाणा के बीजेपी नेता ने दीपिका और भंसाली का सिर काटने पर 10 करोड़ के इनाम का एलान किया था।

औद्योगिक विकास की रफ्तार पर भीलवाड़ा



औद्योगिक विकास की रफ्तार पर भीलवाड़ा
- डॉ. दीपक आचार्य

सहायक निदेशक (सूचना एवं जनसम्पर्क)

भीलवाड़ा


भीलवाड़ा, 24 नवम्बर/औद्योगिक विकास और विस्तार की दृष्टि से राजस्थान का भीलवाड़ा जिला अग्रणी रहा है। जिले में बहुआयामी उद्योगों का समन्वयपूर्ण परिवेश जहाँ औद्योगिक गतिविधियों का दिग्दर्शन कराता है वहीं वस्त्र उद्योग के मामले में भीलवाड़ा देश-विदेश में प्रसिद्ध है।

भीलवाड़ा जिले में हाल के वर्षों में औद्योगिक विकास की रफ्तार ने उद्योेगों और इनसे संबंधित सभी क्षेत्रों में व्यापक उपलब्धियां हासिल की हैं और इससे अंचल भर में आर्थिक विकास के साथ ही समाज-जीवन के सभी क्षेत्रों में तरक्की का अहसास होने लगा है।

मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की औद्योगिक प्रगति की रफ्तार को तेज करते हुए प्रदेश को देश में औद्योगिक तरक्की में अग्रणी और अनुकरणीय पहचान दिलाने के प्रयास रंग ला रहे हैं।

भीलवाड़ा जिले में भी सरकार के बहुआयामी प्रयासों ने औद्योगिक विकास को उल्लेखनीय गति देते हुए बेहतर उपलब्धियों से साक्षात करवाया है।

भीलवाड़ा जिले के औद्योगिक विकास में विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं, उद्यमियों, प्रतिष्ठानों, कंपनियों और उद्योगपतियों तथा उद्योगों से जुड़े हुए लोगों के आत्मीय प्रयासों और सहभागिता ने औद्योगिक विकास का सुनहरा परिदृश्य दर्शाया है।

इस दिशा में जिला उद्योग केन्द्र की गतिविधियों ने प्रभावी भूमिका का निर्वाह किया है। वर्तमान राज्य सरकार के पिछले चार वर्ष के कार्यकाल में जिला उद्योग केन्द्र द्वारा विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों में खासी उपलब्धियां हासिल की गई हैं।

जिले में 11 हजार 637 नए उद्योगों का पंजीयन कर आधार जारी किए गए। जिले में महात्मा गांधी बुनकर योजना में 652, स्वास्थ्य बीमा योजना मेंं 207, मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना मेंं 383, भामाशाह रोजगार सृजन योजना में 745, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम में 157 को लाभान्वित किया गया। कुल 1 हजार 969 को आर्टिजन/शिल्पकार पहचान पत्र जारी किए गए।

गृह उद्योग योजना में 292 महिलाओं तथा उद्यमिता विकास प्रशिक्षण में 215 युवाआेंं को प्रशिक्षित किया गया जबकि एकीकृत कौशल विकास योजना में 6 हजार 020 को प्रशिक्षित किया गया। कुल 45 औद्योगिक प्रोत्साहन शिविर तथा 6 महिला औद्योगिक प्रोत्साहन शिविर आयोजित किए गए। जिले में अतिरिक्त रोजगार सृजन का आंकड़ा 60 हजार 263 रहा। जिले में 154 बाट व माप अभियोग बनाए गए और 113.30 लाख बाट व माप राजस्व अर्जित किया गया।

राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना-2014 के तहत स्टॉप ड्यूटी/कन्वर्जन चार्ज के 161 तथा विद्युत कर व ब्याज अनुदान के 52 प्रकरणों में पात्रता प्रमाण पत्र जारी किए गए।

रिसर्जेन्ट राजस्थान-2015 के अन्तर्गत भीलवाड़ा जिले के लिए कुल 18 इकाइयाें द्वारा एमओयू निष्पादित किए गए। इनमें से भीलवाड़ा की 16 तथा चित्तौड़गढ़ की 2 इकाइयां शामिल हैं। इनमें से 12 इकाइयां उत्पादनरत हैं, जिनमें भीलवाड़ा की 11 व चित्तौड़गढ़ की 1 इकाई शामिल है।

इन बारह इकाइयों में भीलवाड़ा जिले की मैसर्स इमिनिएन्ट डीलर्स, मैसर्स नितिन स्पीनर्स लि. की दो इकाइयां, मैं संगम इण्डिया लि. दो इकाइयां (आटूण व बिलियाकलां), मैसर्स सुपर गोल्ड सूटिंग्स प्रा.लि., मैसर्स कंचन इण्डिया लि., मै. सुदिवा स्पिनर्स प्रा.लि., मैसर्स आरएसडब्ल्यूएम और मैसर्स एम.आर. विविंग और चित्तौड़गढ़ की मैसर्स संगम इण्डिया लि. सोनियाणा शामिल हैं। ये सभी इकाइयां उत्पादनरत हैं, जबकि भीलवाड़ा में मैसर्स स्वागत सिन्थेटिक्स में सितम्बर-2017 से ट्रायल प्रोडक्शन प्रारंभ है।

भीलवाड़ा जिले में हाल के चार वर्ष में औद्योगिक विकास को सम्बल देने के लिए उद्योगों से संबंधित बुनियादी विकास पर भी पर्याप्त ध्यान केन्दि्रत किया गया है और इसका सकारात्मक और बेहतर असर सामने आ रहा है।

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जैसलमेर प्रभारी मंत्री ने की विभिन्न योजनाओं की विस्तारपूर्वक समीक्षा ओर लिया फीडबैक आमजन को बेहतरीन ढंग से राहत पहुंचाने में संवेदनषीलता दिखाये - श्री चैधरी



जैसलमेर प्रभारी मंत्री ने की विभिन्न योजनाओं की विस्तारपूर्वक समीक्षा ओर लिया फीडबैक

आमजन को बेहतरीन ढंग से राहत पहुंचाने में

संवेदनषीलता दिखाये - श्री चैधरी


जैसलमेर, 24 नवंबर। जिले के प्रभारी मंत्री तथा राजस्व, उपनिवेषन, पुर्नवास एवं देवस्थान राज्य मंत्री अमराराम चैधरी ने जिले में संचालित राज्य सरकार की फ्लेगषिप योजनाओं की शुक्रवार प्रातः कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा की। उन्होंनें जिले में समस्याग्रस्त गांवों में आधारभूत सेवाओ की अबाध आपूर्ति की हिदायत देते हुए इसमें लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दी। राजस्व मंत्री श्री चैधरी ने मरुस्थलीय जिले में मुख्यतया पेयजल एवं विद्युत व्यवस्था को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए विद्युत विभाग एवं जलप्रदाय विभाग के अभियंताओं को सख्त निर्देष दिए कि वे नगरीय एवं ग्रामीणांचलों में प्रभावित हुई पेयजल एवं विद्युत व्यवस्था को अविलम्ब बेहतरीन ढंग से सुव्यवस्थित एवं सुदृढ बनाने पर विषेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि आमजन को मूलभूत सुविधाओं को प्रदान करने में षिथिलता बरतने वाले अधिकारियें को कतई माफ नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले में जहां कहीं पर भी खराब पड़े ट्यूवेलों, जीएलआर, क्षतिग्रस्त पाईप लाईन ,असेवायोग्य विद्युत ट्रांसफोर्मरों की तत्काल मरम्मत करवा कर लोगों को सर्वोच्च प्रामिकता प्रदान कर उन्हें राहत पहंुचावें।

इस मौके पर प्रभारी मंत्री चैधरी ने कहा कि हमारी यषस्वी माननीया मुख्यमंत्री महोदया श्रीमती वसुन्धरा राजे सिंधिया के सार्थक प्रयासों से स्वर्ण नगरी जैसलमेर हवाईसेवा से जुड़ चुका है जिसके कारण पर्यटन गतिविधियों के विकास में नये पंख लगेगेें। यह हम सबके लिए गौरव एवं बड़े खुषी की बात हैै। इसके लिए उन्होंनें जिले के सभी निवासियों, जनप्रतिनिधियों तथा अधिकारियों को बधाई दी।

प्रभारी मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा दूर-दराज तथा सीमावर्ती इलाकों के विकास तथा बुनियादी सुविधाओं के लिए बडी राषि खर्च की जा रही है लेकिन इसका लाभ सुनिष्चित करने के लिए जनप्रतिनिधियों तथा सरकारी अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी अतिआवष्यक है। चैधरी ने कहा कि जैसलमेर जिला वृहत भू-भाग में फैला हुआ है तथा यहां छितरी हुई आबादी है एवं गर्मी की भी अत्यधिकता रहती है इसलिए पेयजल की आपूर्ति सुनिष्चित करना सबसे बडी चुनौती है इसलिए पेयजल विभाग युद्व स्तर पर कार्य कर जिला मुख्यालय व बडे कस्बों के अलावा दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में भी हर हाल में पेयजल की आपूर्ति करें। इस मौके पर जिले के प्रभारी मंत्री चैधरी ने जिले के सभी गांवों में पेयजल आपूर्ति को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देष देते हुए कहा कि हर हाल में लोगों को पीने का पानी मुहैया होना चाहिए तथा पषुधन पेयजल के अभाव में तडपना नहीं चाहिए।

चैधरी ने पेयजल स्त्रोतों पर अबाध बिजली आपूर्ति करने के लिए बिजली विभाग को पाबंद किया। साथ ही पेयजल विभाग को उनके पेयजल स्त्रोतों पर पृथक से डेडीकेटेट बिजली की लाइने लगवाने के लिए प्रस्ताव भेजने तथा इसे क्रियान्वित करने के निर्देष दिये ताकि इन लाइनों में नियमित तथा पूरे वोल्टेज के साथ बिजली की आपूर्ति हो सके। साथ ही जोधपुर विद्युत वितरण निगम को निर्देष कि वर्तमान में जो पीएचडी के डेडीकेटेड फीडर है उन पर किसी भी हालत में अन्य कनेक्षन नहीं होने चाहिए ताकि पेयजल आपूर्ति सतत् एवं नियमित होती रहें। चैधरी ने जिले में बिजली आपूर्ति की समीक्षा की। तथा विद्युत कटौती की सूचना पर्याप्त समय रहते प्रसारित करने के निर्देष दिये।

प्रभारी मंत्री ने मुख्यमंत्री सम्पर्क पार्टल पर दर्ज लम्बित प्रकरणों , मुख्यमंत्री बजट घौषणा , मुख्यमंत्री जल स्वालम्बन योजना , भामाषाह योजना , नरेगा कार्यो ,प्रधानमंत्री सड़क योजना ,सीमाक्षेत्र विकास योजना , सांसद और विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम बीएडीपी ,मिड -डे-मील , सामाजिक सुरक्षा पैंषन योजना , पालनहार योजना ,भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत हुए कार्यो के संबंध में अब तक हुई प्रगति के संबंध में फीडबैक लिया और एक-एक बिन्दु पर विस्तार से चर्चा की। ग्रामीण गौरव पथ, पोकरण-जैसलमेर राष्ट्रीय राजमार्ग का कार्य तीव्र गति से बेहतर ढंग से शीघ्र सुसम्पादित करने पर विषेष जोर दिया। प्रभारी मंत्री ने पोकरण-फलसूण्ड लिफ्ट परियोजना का कार्य युद्व स्तर पर चलवाकर निर्धारित समय पर पूर्ण करने के निर्देष दिये।

उन्हांेनंे राजस्थान सम्पर्क पोर्टल की प्रगति की जानकारी ली एवं निर्देष दिए कि इस पोर्टल मंे दर्ज सभी प्रकरणों को समय पर निस्तारित कर आमजन को राहत पंहुचावें। उन्होंनें कहा कि आमजन की समस्या के निदान करना भी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है इसलिए सभी अधिकारी आमजन की समस्या को संवेदनषीलता के साथ सुनकर उसका निदान करें वहीं प्रभावी ढंग से जनसुनवाई भी कर लोगों को राहत दें।

इस मौके पर जिले के प्रभारी सचिव तथा आपदा प्रबंधन शासन सचिव हेमन्त गेरा ने कहा कि राज्य सरकार की फ्लेगषिप योजनाओं में सर्वोच्च प्राथमिकता से कार्य किए जाए। उन्होंनंे कहा कि नरेगा में प्राथमिकता रोजगार मुहैया कराना होना चाहिए न कि केवल कार्य स्वीकृत कर इतिश्री कर ली जाए। बैठक में प्रभारी सचिव ने जलदाय व विद्युत विभाग के अधिकारियों को सांसद और विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत पिछले वर्षो 2014-15 तथा 2015-16 के अधूरे पड़े कार्यो को शीघ्रातीषीघ्र पूर्ण करवाने की हिदायत दी। प्रभारी सचिव श्री गैरा नेस्वच्छ भारत मिषन, मुख्यमंत्री शहरी जन कल्याण षिविर, राजस्व लोक अदालत अभियान के अलावा राज्य सरकार की विभिन्न फ्लेगषिप योजना की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की । उन्होेंने बैठक के दौरान हाल ही में जैसलमेर में आरंभ की गई हवाईसेवा के तहत यहां भ्रमण पर आने वाले सैलानियों की सुविधा के लिए एयरपोर्ट से शहर तक 5 कि.मी. के दोनों ओर क्षतिग्रस्त सड़क मार्ग की युआईटी से मरम्मत कराने को कहा तो नगर विकास न्यास के अध्यक्ष डाॅ. जितेन्द्रसिंह ने उन्हें यह कार्य शीघ्र करवाने का आष्वासन दिया। इसी प्रकार श्री गैरा ने आंगनवाड़ी केन्द्रों पर बच्चों को गरम पौषाहार का सर्वोच्च प्राथ्मिकता से वितरण करने के निर्देष प्रदान किये। श्रम कल्याण योजनान्तर्गत श्रमिकों का बकाया भुगतान समय पर करने के निर्देष दिए।

बैठक के दौरान जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी ,पोकरण विधायक शैतानसिंह राठौड़ तथा जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल ने विद्युत/जलप्रदाय विभाग अभियंताओं को उनकी उदासीनता के प्रति असंतौष व्यक्त करते इसे अत्यंत गंभीरता से लिय तथा प्रभारी मंत्री व प्रभारी सचिव के समक्ष जिले के कई ग्रामीणांचलों में प्रभावित हुई पेयजल एवं विद्युत समस्या के बारे में अवगत करवाते हुए कहा कि अघौषित विद्युत कटौती को बढ़ा कर 6 घंटे के स्थान पर 12 घंटे पर्याप्त बिजली आपूर्ति कराई जायें तथा पर्याप्त जलापूर्ति व्स्यवस्था की जायें। मंत्री महोदय ने जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत एवं पेयजल आपूर्ति व्यवस्था में उत्पन्न हुए व्यवधान को लेकर संबंधित लापरवाह अधिकारीगण को नोटिस जारी करने के निर्देष प्रदान किए।



प्रभारी मंत्री श्री चैधरी ने बैठक के अवसर पर जिला भामाषाह अधिकारी डाॅ. बी.एल.मीना को जिले में भामाषाह योजना के संबंध में विस्तार से जानकारी प्राप्त की तथा डाॅ.मीना को निर्देष दिये कि वे भामाषाह योजन्तर्गत सीडींग कार्य में पूर्ण रुप माॅनेटरिंग करें एवं संबंधित विकास अधिकारियों के साथ ही स्थानीय निकाय अधिकारियों को इस संबंध में सर्वोच्च प्राथमिकता से सीडींग कार्य निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत सुसम्पन्न करवाने पर विषेष जोर दिया ताकि राज्य में जिले की प्रगति उच्चतर श्रेणी तक पहुंच सकें।

इससे पूर्व जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना ने योजनाओं की प्रगति की विस्तृत जानकारी दी। बैठक में विधायक छोटूसिंह भाटी, शैतानसिंह राठौड, जिला प्रमुख अंजना मेघवाल, नगरपरिषद सभापति श्रीमती कविता खत्री, नगर विकास न्यास के अध्यक्ष डाॅ. जितेन्द्र सिंह भाटी अतिरिक्त जिला कलक्टर के.एल.स्वामी तथा जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनुराग भार्गव समेत अन्य विभागांें के कई जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।

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फोटो कैप्षन 1 राज्यमंत्री राजस्व ,उपनिवेषन एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री अमराराम चैधरी शुक्रवार को कलेक्टेªट में आयोजित बैठक में जिले में संचालित राज्य सरकार की फ्लेगषिप योजनाओं की विस्तार से समीक्षा करते हुए

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डीसीसी व डीएजी की संयुक्त बैठक सम्पन्न


जैसलमे , 24 नवम्बर। डाईट जैसलमेर में एसआईक्यूई कार्यक्रम के बेहतर संचालन के लिये जिला कोर कमेटी व जिला अकादमिक कमेटी की संयुक्त बैठक सम्पन्न हुई। इस बैठक की अध्यक्षता श्री मन्नाराम मीना, जिला षिक्षा अधिकारी माध्यमिक जैसलमेर तथा श्रीमती लक्ष्मीदेवी प्राचार्या डाईट जैसलमेर द्वारा की गई। इस बैठक में दोनो कमेटियों के सचिव श्री कमलकिषोर व्यास, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक रमसा जैसलमेर, श्री कानसिंह, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक, सर्व षिक्षा अभियान जैसलमेर, दलपतसिंह, ब्लाॅक प्रारंभिक षिक्षा अधिकारी पंचायत समिति सम, रसाल पुरोहित, नोडल प्रभारी, एसआईक्यूई डाईट, श्री उम्मेदाराम, कार्यक्रम अधिकारी, रमसा जैसलमेर, ओमप्रकाष सरगरा, जिला समर्थन अध्येता, एसआईक्यूई कार्यक्रम जैसलमेर, बोध षिक्षा समिति जयपुर, केआरपी चेतनाराम, राउमावि देवा, श्री नाथूराम गर्ग, ब्लाॅक रिसोर्स विद्यालय चांधन, हडवन्ताराम, ब्लाॅक रिसोर्स विद्यालय रामगढ़, हेडटीचर उदाराम, ब्लाॅक रिसोर्स विद्यालय लंवा, सन्दर्भ व्यक्ति नटवरलाल जोषी, सौरभ व्यास आदि ने भाग लिया।

इस बैठक में जिला षिक्षा अधिकारी माध्यमिक मन्नाराम मीना ने कहा कि डीसीसी व डीएजी के प्रत्येक सदस्य को दो-दो विद्यालय आवंटित किये जायेगें जिनकी सतत् माॅनिटरिंग किया जाना सुनिष्चित होगा। पूरे जिले में एसआईक्यूई कार्यक्रम के द्वारा गुणवत्तापूर्णं षिक्षण के लिए राज्य सरकार की इस महत्वूपर्णं पहल में हम सबकी भूमिका महत्वपूर्णं है।

इस अवसर पर श्रीमती लक्ष्मीदेवी, प्राचार्या डाईट जैसलमेर द्वारा प्रषस्ति और प्रमाणिकरण कार्यक्रम तथा लैब विद्यालयों की प्र्रगति पर जानकारी दी गई। बैठक में सहभागिता निभाने वाले सभी सदस्यगणों /अधिकारियों ने विद्यालय अवलोकनों के द्वारा जिले की उपलब्धियों, चुनौतियों पर सघन विचार-विमर्ष करते हुए आगामी योजना बनाई। बैठक का संचालन ओम प्रकाष सरगरा, डीएसएफ द्वारा पाॅवरपोइन्ट प्रजेन्टेषन द्वारा किया गया।





जैसलमेर जिले से चारा बाहर परिवहन करने पर आगामी 31 जुलाई तक लगाई गई रोक



जैसलमेर जिला अभावग्रस्त घोषित होने के फलस्वरुपन

जिले से चारा बाहर परिवहन करने पर आगामी 31 जुलाई तक लगाई गई रोक



जैसलमेर ,24 नवम्बर। खरीफ फसल 2017 संवत् 2074 की गिरदावरी रिपोर्ट के आधार पर राजस्थान एफेक्टेड एरियाज ( सस्पेंषन आॅफ प्रोसिडिंग्स ) एक्ट, 1952 (राजस्थान अधिनियम संख्या 21 सन् 1952) की धारा 3 व 4 द्वारा प्रदत्त शक्तियों के अनुसार शासन सचिव, आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग राजस्थान जयपुर के निर्देषानुसार जैसलमेर जिले में 645 ग्रामों को अभावग्रस्त घोषित किया गया है।

जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना ने इस संबंध में एक आदेष जारी कर बताया कि ऐसा ध्यान में आया हैं कि मरुस्थलीय जैसलमेर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से चारे का परिवहन कर इसे अन्यंत्र ले जा रहा है। इसलिए जिला अभावग्रस्त घोषित होने के फलस्वरुप निरंतर चारे की आवष्यकता रहती है।

आदेषानुसार समस्त प्रकार के पषुचारे ( सेवण, ग्वारटी , मूंगफली चारा, कड़ब आदि कृषि जन्य फसलों का चारा ) को इस जिले से परिवहन कर बाहर ले जाने पर राजस्थान राज्य लागू फेमिन कोड के प्रावधानों के तहत तत्काल प्रभाव से आगामी 31 जुलाई, 2017 तक की अवधि के लिए रोग लगाई गई है ताकि पषुधन बालुल्य क्षेत्र के पषुओं को पर्याप्त चारा उपलब्ध हो सकें।

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मेघा विधिक चेतना षिविर में जारी होंगे निःषक्तता प्रमाण-पत्र
जैसलमेर ,24 नवम्बर। जिले में 26 नवम्बर (रविवार) को मेघा विधिक चेतना षिविर का आयोजन स्थानीय शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में किया जायेगा। सहायक निदेषक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग जैसलमेर हिम्मत सिंह कविया ने बताया कि षिविर में जिन दिव्यांगों ने अब तक ईमित्र के माध्यम से आॅनलाईन पंजीयन करवाया है, ऐसे दिव्यांगों को षिविर में चिकित्सकीय जांच कर निःषक्तता प्रमाण पत्र जारी किये जायंेगे।

उन्होंने ने सभी विषेष योग्यजनों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में षिविर में आकर निःषक्तता प्रमाण पत्र प्राप्त करें। षिविर में पांच प्रकार की निःषक्तताओं यथा आॅटिज्म, अल्प दृष्टि, दृष्टि बाधित, चलन निषक्तता, श्रवण बाधित का ही चिकित्सकीय परीक्षण कर प्रमाण पत्र जारी किये जायेंगे।

उल्लेखनीय है कि शुक्रवार 24 नवम्बर को को स्थानीय श्रीजवाहिर चिकित्सालय में आयोजित हुए विषेषयोग्यजन षिविर में कुल 103 विषेषयोग्यजनों ने पंजीयन करवाया जिनमें से 32 विषेष योग्यजनों को षिविर के मौके पर ही प्रमाण पत्र जारी किये गये।

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जैसलमेर जिला मुख्यालय पर मेगा विधिक चेतना एवं

लोक कल्याणकारी षिविर रविवार को

षिविर के दौरान संबंधित पदाधिकारीगण को उपस्थित होने के लिए दिए गए निर्देष

जैसलमेर, 24 नवंबर। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देषानुसार जिले में समाज के कमजोर वर्गो के मध्य विधिक जागरूकता पैदा करने, उन्हें सरकारी जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देनें एवं पात्र व्यक्तियों को योजनाओं का तुरन्त लाभ पहुंचानें के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व जिला प्रषासन के संयुक्त तत्वावधान में पंचायत समिति सम व जैसलमेर के लिए मेगा विधिक चेतना एवं लोक कल्याणकारी षिविर का आयोजन रविवार, 26 नवंबर को प्रातः 10 बजे जिला मुख्यालय पर शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में होगा। जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना ने एक आदेष जारी कर मेगा विधिक चेतना एवं लोक कल्याणकारी षिविर के सफल आयोजन के संबंध में विभागीय अधिकारियों को दायित्व एवं कार्य सौंपे एवं उन्हंे निर्देषित किया कि वे सौंपे गए कार्यो का संपादन सुचारू ढंग से करावंे।

जिला कलक्टर के आदेष के अनुसार षिविर के सफल आयोजन एवं सभी आवष्यक व्यवस्थाएं सुनिष्चित करने के लिए उपखण्ड अधिकारी जैसलमेर को षिविर प्रभारी तथा तहसीलदार जैसलमेर को सहायक षिविर प्रभारी नियुक्त किया है। आदेष के अनुसार पुलिस, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद, उपखण्ड अधिकारी व तहसीलदार जैसलमेर, विकास अधिकारी पंचायत समिति सम एवं जैसलमेर, उप निदेषक महिला एवं बाल विकास, परियोजना समन्वय सर्व षिक्षा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व प्रमुख चिकित्सा अधिकारी श्रीजवाहिर चिकित्सालय, सहायक निदेषक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, श्रम कल्याण अधिकारी, रोजगार अधिकारी, आगार प्रबंधक रोडवेज जैसलमेर, परियोजना प्रबंधक अनुजा निगम, आयुक्त नगरपरिषद जैसलमेर, सहायक निदेषक सूचना एवं जनसम्पर्क, जिला षिक्षा अधिकारी माध्यमिक एवं प्रारम्भिक, उप निदेषक सांख्यिकी, उप निदेषक कृषि, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, सीओ स्काउट जैसलमेर, कोषाधिकारी जैसलमेर, प्रबंधक आरएसएलडीसी, आरसेटी, लीड बैंक अधिकारी, जलदाय, विद्युत विभाग, जिला समन्वयक चाइल्ड हेल्पलाईन को पत्र प्रेषित कर उन्हें मेगा विधिक चेतना एवं लोक कल्याणकारी षिविर में किए जाने वाले कार्य सौंपे एवं उनका समय पर सम्पादन करने के निर्देष दिये।

आदेष के अनुसार संबंधित विभाग के अधिकारी आवष्यक कार्यवाही करते हुए षिविर तिथि को समय पर उपस्थित होकर विभाग के काउण्टर स्थापित कर समाज के कमजोर वर्ग के व्यक्तियों को राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पंहुचानें में पूर्ण सहयोग प्रदान करेगें।

जिला कलक्टर ने इस सभी अधिकारियों को निर्देषित किया कि वे षिविर की समाप्ति के बाद उनके विभाग से संबंधित संपादित किए गए कार्यो की प्रगति रिपोर्ट निर्धारित प्रपत्र में षिविर प्रभारी एवं सहायक प्रभारी को आवष्यक रूप से देना सुनिष्चित करेगें। ---000---