बाड़मेर तमिलनाडु डीजीपी सांगाराम जांगिड़ का किया अभिनन्दन, धीरन फ़िल्म पर जांगिड़ ने अपने अनुभव किये साझा
बाड़मेर
6 राज्यो में आंतक का पर्याय बन चुके ओमा बावरिया गैंग का खात्मा कर राष्ट्रपति गैलेंट्री एवार्ड से सम्मानित आईपीएस औऱ वर्तमान में तमिलनाडु के डारेक्टर जनरल ऑफ पुलिस सांगाराम जांगिड़ शुक्रवार की रोज शहर के प्रबुद्ध जनों ने उनके डीजीपी बनने और उनके जीवन पर साउथ में धीरन नामक
फ़िल्म बनने पर स्नेहमिलन समारोह आयोजित कर अभिनन्दन किया गया। स्थानीय युवा उधमी आजाद सिंह राठौड़ के कार्यालय परिषर में आयोजित अभिनन्दन कार्यक्रम में शिक्षाविद कमलसिंह महेचा, वरिष्ठ पत्रकार एवम लेखक शंकर गोली, पूर्व प्रधान उदाराम मेघवाल, युवा लेखक आजाद सिंह राठौड़ मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर चंदन सिंह भाटी ,संजय शर्मा ,हरीश धनदे ,महेश दादनी ,महेश पनपालिया ,आदिल भाई ,अमित बोहरा ,रमेश कड़वासरा ,छगन सिंह चौहान ,स्वरुप सिंह भाटी ,जय परमार ,भुवनेश शर्मा ,राजेंद्र लहुआ ,हुकमाराम सुथार ,ललित सौ ,हर्षद शारदा ,सहित कई मोजिज लोग उपस्थित थे ,आयोजन में स्वागत भाषण के जरिये डीजीपी जांगिड़ की जीवनी पर प्रकाश डाला। आयोजन में डीजीपी तमिलनाडु पुलिस ने ओमा बावरिया गैंग के खात्मे की पूरी घटना को तफशील से बताया। अपने ऑपरेशन के डेढ़ साल को रुपहले पर्दे पर देखना बहुत यादगार लगा श्री जांगिड़ को। बकौल जांगिड़ अद्भुत अनुभव था खुद के काम को 70 एम एम के पर्दे पर देखना।आंतक का पर्याय बन चुकी ओमा बावरिया की गैंग भरतपुर रूपावास से जुड़ी थी। इसके कारण फिल्म का फिल्मांकन भी भरतपुर, बाड़मेर व जैसलमेर में हुआ है। फ़िल्म में साउथ के ख्यातनाम अभिनेता कार्तिक सांगाराम जांगिड़ के किरदार को अदा कर रहे है और फ़िल्म को युवा डारेक्टर विनोथ ने निर्देशित किया है। सांगाराम जांगिड़ के मुताबित थिरन का स्पेशल प्रीमियर में उन्हें बतौर विशिष्ठ अतिथि बुलाया गया यह उनके लिए यादगार था। गौरतलब है कि आंतक का पर्याय बन चुके ओमा बावरिया गैंग को बिना किसी सुराग के खत्म करने वाले पुलिस अधिकारी और अब चैन्नई पुलिस डीजीपी सांगाराम जांगिड़ ने गैंग का सफाया किया था। सांगाराम बाड़मेर जिले के कवास गांव के निवासी है। साल 1995-2005 के बीच बावरिया गैंग ने 50 के करीब हत्याएं और हाईवे पर लूट की कई वारदातों को अंजमा दिया था। इस गैंग को खत्म करने का जिम्मा आईपीएस सांगााराम जांगिड़ को मिला था। जांगिड़ के नेतृत्व में हुई कार्रवाई में गैंग के 13 सदस्य गिरफ्तार किए गए थे और पुलिस ने दो एंकाउंटर भी किए। बावरिया गैंग खत्म करने के साहसिक कार्य के लिए सांगाराम को राष्ट्रपति गैलेंट्री अवार्ड प्रदान किया गया।डेढ़ साल तक राजस्थान , हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और महाराष्ट्र में केस को सुलझाने के लिए अपनी टीम के साथ प्रयास कर सफलता पाने वाले सांगाराम जांगिड़ अपनी टीम के साथ साथ डीजीपी ए एस गिल,आई जी ओपी ग्लोत्रा,भरतपुर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक एसपी राजीव शर्मा, धौलपुर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक हेमन्त प्रियदर्शी, इस्पेक्टर महावीर सिंह, सुखवीर सिंह के साथ का शुक्रिया अदा करना नही भूलते। उनके मुताबित बहुत मुश्किल था ऑपरेशन , लेकिन मेहनत रंग लाई।आयोजन में युवा फोटोग्राफर तरुण चौहान ने अपने द्वारा खेचे गए एक छायाचित्र को बतौर स्मृति जांगिड़ को भेंट किया।
आयोजन में नगरपरिषद के पार्षद नरेश देव सारण, बीरबल माली, हुकमाराम सुथार, रघुवीर सिंह तामलोर ने डीजीपी सांगाराम जांगिड़ का स्मृति चिन्ह देकर बहुमान किया। आयोजन का मंच संचालन मुकेश पचौरी ने किया।
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6 राज्यो में आंतक का पर्याय बन चुके ओमा बावरिया गैंग का खात्मा कर राष्ट्रपति गैलेंट्री एवार्ड से सम्मानित आईपीएस औऱ वर्तमान में तमिलनाडु के डारेक्टर जनरल ऑफ पुलिस सांगाराम जांगिड़ शुक्रवार की रोज शहर के प्रबुद्ध जनों ने उनके डीजीपी बनने और उनके जीवन पर साउथ में धीरन नामक
फ़िल्म बनने पर स्नेहमिलन समारोह आयोजित कर अभिनन्दन किया गया। स्थानीय युवा उधमी आजाद सिंह राठौड़ के कार्यालय परिषर में आयोजित अभिनन्दन कार्यक्रम में शिक्षाविद कमलसिंह महेचा, वरिष्ठ पत्रकार एवम लेखक शंकर गोली, पूर्व प्रधान उदाराम मेघवाल, युवा लेखक आजाद सिंह राठौड़ मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर चंदन सिंह भाटी ,संजय शर्मा ,हरीश धनदे ,महेश दादनी ,महेश पनपालिया ,आदिल भाई ,अमित बोहरा ,रमेश कड़वासरा ,छगन सिंह चौहान ,स्वरुप सिंह भाटी ,जय परमार ,भुवनेश शर्मा ,राजेंद्र लहुआ ,हुकमाराम सुथार ,ललित सौ ,हर्षद शारदा ,सहित कई मोजिज लोग उपस्थित थे ,आयोजन में स्वागत भाषण के जरिये डीजीपी जांगिड़ की जीवनी पर प्रकाश डाला। आयोजन में डीजीपी तमिलनाडु पुलिस ने ओमा बावरिया गैंग के खात्मे की पूरी घटना को तफशील से बताया। अपने ऑपरेशन के डेढ़ साल को रुपहले पर्दे पर देखना बहुत यादगार लगा श्री जांगिड़ को। बकौल जांगिड़ अद्भुत अनुभव था खुद के काम को 70 एम एम के पर्दे पर देखना।आंतक का पर्याय बन चुकी ओमा बावरिया की गैंग भरतपुर रूपावास से जुड़ी थी। इसके कारण फिल्म का फिल्मांकन भी भरतपुर, बाड़मेर व जैसलमेर में हुआ है। फ़िल्म में साउथ के ख्यातनाम अभिनेता कार्तिक सांगाराम जांगिड़ के किरदार को अदा कर रहे है और फ़िल्म को युवा डारेक्टर विनोथ ने निर्देशित किया है। सांगाराम जांगिड़ के मुताबित थिरन का स्पेशल प्रीमियर में उन्हें बतौर विशिष्ठ अतिथि बुलाया गया यह उनके लिए यादगार था। गौरतलब है कि आंतक का पर्याय बन चुके ओमा बावरिया गैंग को बिना किसी सुराग के खत्म करने वाले पुलिस अधिकारी और अब चैन्नई पुलिस डीजीपी सांगाराम जांगिड़ ने गैंग का सफाया किया था। सांगाराम बाड़मेर जिले के कवास गांव के निवासी है। साल 1995-2005 के बीच बावरिया गैंग ने 50 के करीब हत्याएं और हाईवे पर लूट की कई वारदातों को अंजमा दिया था। इस गैंग को खत्म करने का जिम्मा आईपीएस सांगााराम जांगिड़ को मिला था। जांगिड़ के नेतृत्व में हुई कार्रवाई में गैंग के 13 सदस्य गिरफ्तार किए गए थे और पुलिस ने दो एंकाउंटर भी किए। बावरिया गैंग खत्म करने के साहसिक कार्य के लिए सांगाराम को राष्ट्रपति गैलेंट्री अवार्ड प्रदान किया गया।डेढ़ साल तक राजस्थान , हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और महाराष्ट्र में केस को सुलझाने के लिए अपनी टीम के साथ प्रयास कर सफलता पाने वाले सांगाराम जांगिड़ अपनी टीम के साथ साथ डीजीपी ए एस गिल,आई जी ओपी ग्लोत्रा,भरतपुर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक एसपी राजीव शर्मा, धौलपुर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक हेमन्त प्रियदर्शी, इस्पेक्टर महावीर सिंह, सुखवीर सिंह के साथ का शुक्रिया अदा करना नही भूलते। उनके मुताबित बहुत मुश्किल था ऑपरेशन , लेकिन मेहनत रंग लाई।आयोजन में युवा फोटोग्राफर तरुण चौहान ने अपने द्वारा खेचे गए एक छायाचित्र को बतौर स्मृति जांगिड़ को भेंट किया।
आयोजन में नगरपरिषद के पार्षद नरेश देव सारण, बीरबल माली, हुकमाराम सुथार, रघुवीर सिंह तामलोर ने डीजीपी सांगाराम जांगिड़ का स्मृति चिन्ह देकर बहुमान किया। आयोजन का मंच संचालन मुकेश पचौरी ने किया।
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