मंगलवार, 28 अप्रैल 2015

सुदर्शन के क्रोध से भस्म हुई थी काशी, ऐसे हुआ इस नगरी का पुनर्जन्म



काशी अत्यंत प्राचीन तथा आध्यात्मिक नगरी है। इस पुण्य नगरी ने भारत के इतिहास में कई दौर देखे हैं। अनेक ग्रंथों में इसका उल्लेख आता है। क्या आप जानते हैं कि एक बार भगवान कृष्ण ने सुदर्शन चक्र से काशी को भस्म भी कर दिया था? दरअसल ऐसा उन्हें एक घटना के बाद करना पड़ा।
story of kashi when sudarshan burn city
इस कथा का संबंध जरासंध से भी है। मगध का शासक जरासंध बहुत शक्तिशाली लेकिन क्रूर था। उसकी विशाल सेना पल भर में बड़े-बड़े साम्राज्यों को धराशायी कर सकती थी। इसलिए सभी राजा जरासंध से डरते थे और उससे मित्रता रखना चाहते थे।

जरासंध की दो बेटियां भी थीं। उनका नाम - अस्ति और प्रस्ति था। उन दोनों का विवाह कंस से हुआ जो मथुरा का राजा और कृष्ण का मामा था। कंस की प्रजा बहुत परेशान थी। उसी प्रकार जरासंध के आतंक से उसके राज्य में भी लोग दुखी थे।

श्रीकृष्ण ने कंस का वध कर दिया। यह खबर सुनकर जरासंध भी बहुत क्रोधित हुआ। वह कृष्ण को पराजित करना चाहता था, इसलिए अपनी सेना लेकर मथुरा की ओर चला। उसने कई बार मथुरा पर हमला किया लेकिन भगवान के सामने उसकी हर चाल विफल हुई। जरासंध की पराजय हुई। वह अनेक बार कृष्ण के हाथों से हारा और भगवान ने भी उसे जीवित छोड़ दिया।

परंतु जरासंध ने अपनी दुष्टता नहीं छोड़ी। उसने कलिंगराज पौंड्रक और काशीराज को साथ लेकर मथुरा पर फिर हमला किया। हमेशा की तरह इस बार भी जरासंध की हार हुई। किसी तरह जरासंध भागने में कामयाब हो गया। पौंड्रक और काशीराज का भगवान ने वध कर दिया।

काशीराज की मौत के बाद उसका बेटा काशीराज बना। उसने भगवान को पराजित करने की प्रतिज्ञा की। वह भगवान शिव की तपस्या करने लगा। तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान भोलेनाथ प्रकट हुए। उसने श्रीकृष्ण को समाप्त करने के लिए वरदान मांगा। शिव ने कहा, कोई और वर मांग लो, लेकिन काशीराज अपने हठ पर अडिग रहा।

आखिरकार भगवान शिव ने उसे एक अत्यंत भयंकर कृत्या वरदान में दी और बोले, इसका प्रहार किसी भी प्राणी का अंत कर सकता है लेकिन इसका प्रयोग कभी किसी ब्राह्मण भक्त पर मत करना।

इस दौरान कृष्ण द्वारिका आ गए थे। काशीराज अपने खोटे मंसूबे जल्द पूरे करना चाहता था। उसने कृत्या को आदेश दिया कि वह द्वारिका की ओर जाए तथा कृष्ण को लक्ष्य बनाए। कृत्या को आदेश का इंतजार था। वह चल पड़ी।

काशीराज ने कृत्या को भेज दिया लेकिन वह नहीं जानता था कि कृष्ण ब्राह्मण भक्त हैं। इसलिए कृत्या शिव के वरदान के अनुसार उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकी। उधर, कृष्ण ने द्वारिका की सुरक्षा के लिए सुदर्शन चक्र चला दिया। सुदर्शन काशी की ओर चल दिया।



सुदर्शन ने सबसे पहले कृत्या को भस्म किया। फिर उसने काशी को भस्म कर दिया। बाद में यह नगरी पुनः बसाई गई। वारा और असि नदियों के बीच होने के कारण इसका नाम वाराणसी हुआ। यह काशी का पुनर्जन्म माना जाता है।

जोधपुर/नागौर नागौर पुलिस की कार्यप्रणाली से हाईकोर्ट नाराज



जोधपुर/नागौर नागौर पुलिस की कार्यप्रणाली से हाईकोर्ट नाराज

 high court angry on nagaur police work procedure



राजस्थान उच्च न्यायालय ने आठ वर्ष पूर्व धोखाधड़ी से फर्जी दस्तावेज के आधार पर करोड़ों की भूमि हड़पने के मामले में सीआईडी (सीबी) द्वारा जानबूझकर विलम्ब करने पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए गबन सेल के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजकुमार गुप्ता को तलब किया है। न्यायाधीश विजय बिश्नोई ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि नागौर पुलिस न्यायालय के आदेश की प्रति तथा न्यायालय में खुद की रिपोर्ट पेश करने के बावजूद जानबूझकर आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं कर रही है।

उच्च न्यायालय ने कहा कि इस मामले में परिवादी की याचिका पर न्यायालय को आश्वस्त किया गया था कि मामले की सम्पूर्ण जांच पूरी कर ली गई है तथा तत्कालीन तहसीलदार जयहिंद चारण, भूअभिलेख निरीक्षक रमेश ओझा, तत्कालीन पटवारी रामनिवास चौधरी सहित 9 अभियुक्तों के विरुद्ध भारतीय दण्ड संहिता की धारा 467, 468, 420, 120-बी में चालान पेश किया जा रहा है। आरोपी विधायक हबीबुर्रहमान के विरुद्ध जांच पेंडिंग रखी है। फिर भी वर्षों से आरोपियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं करना पुलिस की आरोपियों से नरमी जाहिर कर रही है।

दूसरी तरफ भूअभिलेख अधिकारी रमेश ओझा की तरफ से याचिका दायर कर प्रथम सूचना रिपोर्ट को र² करने का अनुरोध किया गया। उच्च न्यायालय ने कहा कि 8 साल से जांच पूरी कर एक तरफ पुलिस बार-बार चालान पेश करने के लिए समय मांग रही है, दूसरी तरफ आरोपी न्यायालय में रिपोर्ट को ही र² कराने 8 वर्ष बाद पहुंच रहे हैं। उनका यह कहना कि उन्हें मामले की जानकारी अब तक नहीं थी। उच्च न्यायालय ने मामले को गंभीर मानते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीआईडी (सीबी) नागौर को मंगलवार को न्यायालय में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के आदेश दिए हैं।

यह था मामला

उल्लेखनीय है कि परिवादी मोहम्मद अयूब ने 11 नवम्बर 2007 को कोतवाली नागौर में एक प्रथम सूचना रिपोर्ट विधायक हबीबुर्रहमान व अन्य अभियुक्तों के विरुद्ध दायर कर आरोप लगाया था कि उनकी भागीदारी फर्म में घाटा होने के बाद आरोपी फर्म से अलग हो गए तथा अपने राजनीतिक दबाव से उनकी फर्म को आवंटित दो एकड़ भूमि को षडयंत्र कर अधिकारियों से मिलीभगत कर अपने परिवार के नाम परिवर्तित कराकर उनके साथ धोखाधड़ी की है। पुलिस ने जांच कर विधायक को छोड़कर सभी को आरोपी मानकर न्यायालय में चालान पेश करने का इंतजार कर रही है।

जोधपुर नायब तहसीलदार पर चलेगा एसीबी का मुकदमा



जोधपुर नायब तहसीलदार पर चलेगा एसीबी का मुकदमा
acb case run against naib tehsildar

राजस्थान उच्च न्यायालय ने कृषि भूमि की रजिस्ट्री करने के बदले पांच हजार रुपए की रिश्वत मांगने के मामले में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत दर्ज एफआईआर को र² करने से इनकार करते हुए नायब तहसीलदार मोहनलाल द्वारा दायर फौजदारी याचिका खारिज कर दी है।

न्यायाधीश विजय बिश्नोई ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि एसीबी द्वारा परिवादी नानूराम की लिखित शिकायत पर दर्ज रिपोर्ट तथा परिवादी व आरोपियों के बीच रिकॉर्ड की गई वार्ता से प्रथम दृष्टया भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा 7 व 8 तथा भारतीय दण्ड संहिता की धारा 120-बी का मामला बनना पाया जाता है। इसके साथ ही उच्च न्यायालय ने प्रार्थी को अनुसंधान अधिकारी को घटना के सम्बन्ध में प्रतिवेदन देने की छूट देते हुए कहा कि जांच अधिकारी उसकी निष्पक्ष जांच कर लेगा।



राज्य सरकार की ओर से राजकीय अधिवक्ता विक्रमसिंह राजपुरोहित ने कहा कि परिवादी नानूराम ने अपनी कृषि भूमि की रजिस्ट्री के लिए उप तहसील गच्छीपुरा में रजिस्ट्री पेश की थी। उप तहसील के अर्जी निवेश नरसीराम गोदारा ने जरिए नायब तहसीलदार व उसके रीडर ने कमिशन व खर्चे के आठ हजार रुपए मांगे। एसीबी ने सत्यापन के लिए जांच कराई तो पांच हजार रुपए की रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई, लेकिन ट्रेप प्रक्रिया से पूर्व ही परिवादी को बुलाकर चार हजार रुपए नायब तहसीलदार ने लेकर रजिस्ट्री दे दी।

सोमवार, 27 अप्रैल 2015

एटीएम लूटने वाले मास्टरमांइड दम्पति को जयपुर लेकर पहुंची सीबीआई

एटीएम लूटने वाले मास्टरमांइड दम्पति को जयपुर लेकर पहुंची सीबीआई


जयपुर। प्रतापनगर थाना इलाके में करीब सवा महीने पहले एटीएम लूट की वारदात के मास्टर माइंड दंपती को सीबीआई की जयपुर टीम लेकर आई है,सीबीआर्इ अधिकारियों ने आज इन दोनों आरोपियों से जयपुर लाकर पूछताछ की,सीबीआई अधिकारियों ने जयपुर से फरार हुए दंपती को पंजाब से गिरफ्तार किया है।

atm-plunder-mastermind-couple-in-cbi-custody-75698

इससे पहले पुलिस ने एक सीआरपीएफ के कांस्टेबल सहित अन्य दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था,सीबीआई गिरफ्त में आए दोनों आरोपी प्रताप नगर इलाके में एक्सिस बैंक के एटीएम को गैस कटर से काटकर एटीएम में रखे 16 लाख 13 हजार 800 रुपए लेकर फरार हो गए थे साथ ही सीबीआर्इ् टीम 2011 में अजमेर में हुए आरएमएस डिपार्टमेंट में डेढ़ करोड़ रुपए का गबन के मामले में आरोपी निमित चौधरी की तलाश कर रही थी।



सीबीआर्इ् को जांच में दोनों के पंजाब के जीरकपुर में होने की सूचना मिली इस पर सीबीआई टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया,फिलहाल सीबीआई इन दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेशकर रिमांड पर लेगी,देश की कई थानों की पुलिस भी इन दोनों आरोपियों से पूछताछ करना चाहती है,ऐसे में पुलिस भी प्रोडक्शन रिमांड पर लेने की तैयारियां कर रही है।

राज्य में शादी के नाम पर युवकों को लूटने वाली कई हसीनाओं के गिरोह सक्रिय

राज्य में शादी के नाम पर युवकों को लूटने वाली कई हसीनाओं के गिरोह सक्रिय
अजमेर। कुंवारे युवकों से शादी रचाकर जेवर और नकदी हड़प करने वाली कोटा की शातिर कई हसीनाओं का ग्ररोह सक्रिय होता जा रहा है। दरअसल दिल्ली की लड़की अजमेर के युवक को भी अपने चुंगल में फांसा चुकी हैं। पीड़ित युवक ने अजमेर के क्लार्क टॉवर थाने में शातिर नेहा और उसके भाई भाभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। पीड़ित का आरोप है कि नेहा ने उससे शादी के नाम पर 90 हजार हड़प लिए। पुलिस पड़ताल में सामने आया है कि नेहा करीब 15 युवकों को शादी के नाम पर उनसे करीब 40 लाख रूपए ठग चुकी है। कोटा के कई थानों में नेहा के खिलाफ कई मामले दर्ज है। कोटा पुलिस के लिए नेहा मोस्ट वांटेड बन गई है।

beauties-rob-ajmer-youth-gang-nabbed-ajmer-news-rajasthan-34304

राज्य में कई हसीनाओं की गैंग सक्रिय है। बताया जा रहा है कि नेहा कोटा के विज्ञान नगर में रहती है। लोगों से शादी कर अब तक 40 लाख रूपए हड़प चुकी है। शातिर नेहा के लिए शादी जैसे पवित्र बंधन की कोई अहमियत नहीं है। कोटा की मोस्ट वांटेड ने अब तक बहुत शादियां की हैं। शातिर नेहा के गिरोह के चुंगल में फंसे अजमेर के पाल बिसला निवासी 40 वर्षीय विनोद से हुई वारदात की करतूत सामने आई है। विनोद ने बताया कि जनवरी माह में उसने अखबार में शादी के लिए इश्तियार दिया था। 12 मार्च को उसके पास कोटा से युवती का फोन आया। उसने खुद को बोर खेड़ा निवासी नेहा बताया। नेहा ने फोन पर खुद को अनाथ बताया और विनोद से शादी करने की इच्छा जाहिर की। इसके बाद नेहा उससे बातचीत करती रही। नेहा ने विनोद को कोटा बुलाया और कहा कि उसका आज जन्मदिन है।


पीड़ित ने बताया कि नेहा के मीठी बातों में आकर वह पहले उसके साथ बोरखेड़ा गया और कोटा के करणी माता मंदिर में ले गई। जहां नेहा ने मांग में सिन्दूर लगाकर और पायजेब और मंगलसूत्र पहनकर शादी की औपचारिकता पूरी कर ली। शादी के बाद ही उसने ने विनोद से 25 हजार नगद और 10 हजार रूपए का एक मोबाइल ले लिया। इसके बाद वह उसके साथ अजमेर आ गई। विनोद ने बताया कि अजमेर आने के एक घंटे बाद ही यह कह कर वह चली गई कि उसके दूर के भाई की सड़क हादसे में मौत हो गई है। नेहा ने विनोद से 70 हजार रूपए और हड़प लिए और फरार हो गई।

ऑक्सीजन प्लांट में रिसाव से मचा हड़कंप

अजमेर| ऑक्सीजन प्लांट में रिसाव से मचा हड़कंप


अजमेर| अजमेर में संभाग के सबसे बड़े जेएलएन हॉस्पिटल में उस वक़्त हड़कंप मच गया जब अस्पताल परिसर में शिशु वार्ड के पीछे ऑक्सीजन प्लांट में भारी रिसाव होना शुरू हो गया। रिसाव की आवाज से शिशु वार्ड में दहशत का माहौल हो गया। लोग वार्ड से अपने बच्चों को लेकर बाहर आ गए।

oxigen-gas-leak-at-childrens-ward-jln-hospital-ajmer-36541

इस दौरान ही अस्पताल के एक वार्ड बॉय ने प्लांट से रिसाव को रोकने का प्रयास किया। मगर इस प्रयास में वह खुद ही झुलस गया। करीब 15 मिनट तक ऑक्सीजन का तीव्र रिसाव गति से होता रहा। घटना के 20 मिनट बाद दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे । दमकल कर्मियों ने प्लांट के तकनिकी के जानकार व्यक्ति की मदद से प्लांट के वॉल को बंद कर दिया।



अस्पताल प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो प्लांट में रिसाव धमाके के साथ हुआ। यही वजह थी कि वार्ड में मौजूद लोग में दहशत से वार्ड के बाहर आ गए। समय पर रिसाव पर काबू नहीं पाया जाता तो बड़ा हादसा भी हो सकता था। इधर रिसाव से झुलसे वार्ड बॉय को उपचार के लिए अस्पताल के आपात कालीन वार्ड में लाया गया। जहां उसकी हालात सामान्य बताई जा रही है|

लो फ्लोर व रोडवेज़ बस में टक्कर, 20 लोग घायल

लो फ्लोर व रोडवेज़ बस में टक्कर, 20 लोग घायल


जयपुर। आगरा रोड पर पालड़ी मीणा के पास सोमवार सुबह एक लो फ्लोर बस और रोडवेज बस के बीच टक्कर हो गई। टक्कर इतनी खतरनाक थी कि इसमें दोनों बसों के हिस्से खासे क्षतिग्रस्‍त हो गए। टक्कर में करीब 20 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

20-people-injured-after-low-floor-and-roadways-bus-collided-76320

सुबह लो फ्लोर बस जयपुर की ओर आ रही थी। रोडवेज और लो-फ्लोर बसें खचाखच भरी हुई थीं। दोनों के बीच टक्कर इतनी ज्यादा थी कि काफी देर तक बसों में फंसे लोगों को निकाला भी नहीं जा सका। मौके पर पहुंची पुलिस और आसपास के लोगों ने उन्हें एक-एक कर बाहर निकाला।



दाेनों बसों में मौजूद लगभग सभी यात्रियों के गंभीर चोटें आई हैंं, लेकिन करीब 20 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। इन घायलों को जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां डॉक्टरों की टीम इनके इलाज में जुटी है।​

बाड़मेर। उपखण्ड अधिकारियों को विकास ,योजनाओं की समीक्षा के निर्देश

बाड़मेर। उपखण्ड अधिकारियों को विकास ,योजनाओं की समीक्षा के निर्देश




बाडमेर, 27 अप्रेल। जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा द्वारा एक आदेश जारी कर समस्त उपखण्ड अधिकारियों को अपने अपने क्षेत्राधिकार में भारत सरकार एवं ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के माध्यम से चल रही समस्त विकास योजनाओं की पाक्षिक रूप से समीक्षा कर हर योजना के क्रियान्वयन के संबंध में उन्हें माह में दो बार अर्द्ध शासकीय पत्र के जरिये अवगत कराने के निर्देश दिए गए है।



जिला कलक्टर शर्मा ने बताया कि समीक्षा के दौरान न सिर्फ प्रगति के आंकडे बल्कि विकास योजनाओं के समयबद्ध क्रियान्वयन एवं धरातल पर कार्यो की भौतिक प्रगति एवं गुणवता भी निश्चित की जाएगी और इसके लिए समय समय पर निरीक्षण भी किए जाने अनिवार्य होंगे। इसके साथ ही पंचायत समितियों की मासिक बैठक में उपखण्ड अधिकारी पंचायत वार भी नियमित रूप से मासिक समीक्षा कर प्रगति का उल्लेख अर्द्ध शायकीय पत्र में करेंगे।

जिला कलक्टर ने बताया कि जिले में कार्यरत उपखण्ड अधिकारी अपने क्षेत्र में सामान्य प्रशासन के साथ साथ विकास की योजनाओं की क्रियान्विति के लिए भी जिम्मेदार है। उन्होने बताया कि विकास योजनाओं की समीक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही को गम्भीरता से लिया जाएगा तथा लापरवाही बरतने की स्थिति में नियमानुसार आवश्यक सख्त कार्यवाही की जाएगी।

बाडमेर,गर्मी के मद्दे नजर नियमित एवं सुचारू पेयजल आपूर्ति के निर्देश



बाडमेर,गर्मी के मद्दे नजर नियमित एवं सुचारू पेयजल आपूर्ति के निर्देश
बाडमेर, 27 अप्रेल। अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी. बिश्नोई ने गर्मीयों के मद्दे नजर जिले में नियमित तथा सुचारू पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। वह सोमवार को साप्ताहिक समीक्षा बैठक में जिले की पेयजल, विद्युत एवं चिकित्सा व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे।

इस अवसर पर बिश्नोई ने गर्मी के मौसम के मद्दे नजर जलदाय विभाग के अधिकारियों को विशेष सतर्कता बरतते हुए आवश्यकता वाले क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति के निर्देश दिए। उन्होने लिफ्ट केनाल में उपलब्ध पानी का भौतिक सत्यापन करवाकर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। साथ ही उम्मेद सागर -समदडी- खण्डप परियोजना से जुडे गांवों में आपात स्थिति में पेयजल से निपटने की कार्ययोजना 2 दिन में प्रस्तुत करने को कहा। उन्होने जनता जल योजना के कनेक्शन शीध्र जोडने तथा पेयजल योजनाओं के विद्युतिकरण का कार्य प्राथमिकता से पूर्ण करने के निर्देश दिए।

उन्होने परिवार कल्याण के मामलें में इस माह विशेष कार्ययोजना बनाकर उपलब्धियां अर्जित करने के निर्देश दिए। साथ ही जिले में मलेरिया की आशंका को समाप्त करने के लिए विस्तुत कार्ययोजना बनाकर रोकथाम के उपाय करने को कहा। उन्होने शहर तथा अन्य क्षेत्रों में गन्दे पानी के ठहराव के स्थानों पर जला हुआ तेल डालने तथा एन्टी लार्वा एक्टीविटी की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होने मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना की विस्तृत समीक्षा की तथा जिला चिकित्सालय सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्दों्र तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर पर्याप्त मात्रा में दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

बैठक में उन्होने शहर की सफाई व्यवस्था, आवारा पशुओं की रोकथाम, क्षतिग्रस्त सडकों कीे मरम्मत, अतिक्रमण हटाने, नालों के ओवरफ्लो संबंधी शिकायतों के त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होने संबंधित विभागों के अधिकारियों को उनके विभाग से संबंधित समाचार पत्रों के प्रकाशित समाचार के संबंध में कार्यवाही सुनिश्चित करते हुए तत्काल जवाब प्रस्तुत करने तथा राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज समस्याओं एवं शिकायतों का गम्भीरता पूर्वक निस्तारण करने एवं प्रभावी माॅनिटरिंग करने के निर्देश दिए।

बैठक में जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियन्ता नेमाराम परिहार, डिस्काम के अधिशाषी अभियन्ता एम.एल. जाट, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.के.एस. बिस्ट, प्रमुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. हेमन्त सिंघल सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

-0-

सोलंकिया प्रकरण जिला कलक्टर ने किया मौका मुआयना,कनिष्ट अभियन्ता निलम्बित

सोलंकिया प्रकरण जिला कलक्टर ने किया मौका मुआयना,कनिष्ट अभियन्ता निलम्बित


बाडमेर, 27अप्रेल। जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने सोमवार प्रातः गडरारोड तहसील के ग्राम सोलंकिया में पहुंचकर दुर्घटना स्थल का मौका मुआयता किया। वही इस प्रकरण में लापरवाही पाए जाने पर जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियन्ता को निलम्बित किया गया है।
जिला कलक्टर शर्मा ने बताया कि दिनांक 24 अप्रेल को ग्राम सोलंकिया तहसील गडरारोड जिला बाडमेर में हुई दुर्घटना जिसमें कि पानी की मारा-मारी को लेकर पहुंची महिलाएं एवं बालिकाएं टांके पर चढ गई, जिसके टूटने के कारण वे अन्दर गिर पडी और एक बालिका की तत्काल मृत्यु हो गई व कुछ गम्भीर घायल है तथा अन्य का भी इलाज चल रहा है। उक्त घटना के क्रम में प्रशासनिक जांच उपखण्ड अधिकारी शिव के माध्यम से की जा रही है परन्तु स्वयं जिला कलक्टर द्वारा सोमवार को मौके पर तहकीकात करने पर यह जानकारी मिली कि गांव सोलंकिया में लगभग 15-20 दिन से पानी की सप्लाई नहीं होने के कारण पानी को लेकर मारा-मारी मची जिसकी परिणिति इस दुर्घटना के रूप में हुई। गाम्र में जांच पडताल करने पर जाहिर हुआ कि ग्राम सोलंकिया के पम्प स्टेशन एवं अन्यं पानी के टांकों व जीएलआर की कोई सुध गडरारोड जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग में तैनात कनिष्ट अभियन्ता बृजेश गुप्ता द्वारा नहीं ली गई व मजमे आम में ग्रामीणों ने बताया कि उक्त अधिकारी को कभी भी मौके पर आकर पानी की समस्या के लिए कार्यवाही करते हुए नहीं देखा और घटना के दिन भी वह नदारद था।
प्रथम दृष्टया उक्त स्थिति से जाहिर होता है कि बृजेश गुप्ता कनिष्ट अभियन्ता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग गडरारोड अपनी डयूटी के प्रति पूर्णतया लापरवाह एवं पेयजल समस्या को लेकर संवेदनहीन रहा है, जिसके विरूद्ध जांच अपेक्षित है। अतः उक्त स्थिति के दृष्टिगत एवं इस प्रकार की परिस्थितियां जिसके कारण एक मासूम बालिका हादसे का शिकार हो गई है एवं कई अन्य जीवन- मृत्यु के बीच संघर्षरत है, के लिए पेयजल व्यवस्था पर ध्यान नहीं देने के कारण बृजेश गुप्ता कनिष्ट अभियन्ता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग गडरारोड कोे तुरन्त प्रभाव से निलम्बित किया जाकर इनका मुख्यालय अधिशाषी अभियन्ता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग नगर खण्ड बाडमेर के कार्यालय में रखा गया है।
-0-

केंद्र ने कहा अफवाहों पर ध्यान न दें, भूकंप की भविष्यवाणी संभव नहीं

केंद्र ने कहा अफवाहों पर ध्यान न दें, भूकंप की भविष्यवाणी संभव नहीं



भूकंप तबाही के बाद सोशल मीडिया पर अफवाहें फैल रही हैं। व्हाट्स ऐप और फेसबुक पर अफवाहों को देखते हुए केंद्र सरकार ने जनता से इन्हें रोकने की गुहार लगाई है। सरकार ने कहा है कि ऐसी सूचनाओं पर जनात ध्यान न दे। वहीं गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय की ओर से जताई जा रही संभावनाओं को गतल बताया है और साथ ही कहा है कि ये सब अफवाह हैं।

center-government-says-earthquake-fear-rumor-not-mind-45655

मंत्रालय का कहना है कि किसी भी संगठन की ओर से इस तरह का कोई भी पूर्वानुमान नहीं लगाया है। ये मैसेज़ जनता ही फैला रही है। इस बीच सरकार की ओर से की गई आशंकाओं को ही सही माना जाए। गृह, रक्षा, विदेश मंत्रालयों, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण या भारतीय मौसम विभाग के अधिकृत लोगों के बयानों पर ही ध्यान दिया जाए।

गौरलतब है कि नेपाल और उत्तर भारत में मची तबाही के बाद सोशल मीडिया पर लगातार भूकंप की घटनाओं और भूकंप आने की ख़बर चल रही है। जो लोगों में दहशत फैला रही हैं। ऐसा ही एक मैसेज़ नासा के नाम से जारी किया था, जिसमें लिखा था कि अगला भूकंप कब आएगा, कितनी तीव्रता से आएगा, की भविष्यवाणी की गई है। उत्तर भारत में 8:06 बजे अगला भूकंप आएगा। जिसकी तीव्रता 8.2 होगी, जबकि नासा का कहना है कि उसकी ओर से ऐसा कोई भी मैसेज़ जारी नहीं किया गया है।

भारत सरकार ने इस तरह के मैसेज़ों को न करने व आगे फॉवर्ड न करने की भी अपील की है। नासा की तरफ से कोई ऐसी भविष्यवाणी नहीं की जाएगी।

युवाओं के लिए अच्छी खबर, मुख्यमंत्री ने मंजूर किए 2199 पद

युवाओं के लिए अच्छी खबर, मुख्यमंत्री ने मंजूर किए 2199 पद



— नई पंचायतों और पंचायत समितियों के लिए 1569 पद
—एसडीआरएफ में 320 पदों की मंजूरी
— नई अदालतों के लिए 320 पद मंजूर
— अब इन नए पदों पर होंगी भर्तियां

rajasthan-chief-minister-sanctioned-2199-posts-for-youths-10287

जयपुर। प्रदेश के शिक्षित युवाओं के लिए अच्छी खबर है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अलग अलग विभागों के लिए 2199 नए पदों की मंजूरी दी है। 47 नई पंचायत समितियों और 723 नई ग्राम पंचायतों के लिए 1569 नए पद मंजूर किए हैं। स्टेट डिजास्टर रेस्पोंस फोर्स में 320 पदों, और 21 नई अदालतों के लिए 310 नए पदों को मंजूरी दी गई है। नई पंचायत पंचायत समितियों के लिए विकास अधिकारी, सहायक सचिव, प्रगति प्रसार अधिकारी, कार्यालय सहायक, सहायक लेखाधिकारी के 47-47 पद, कनिष्ठ अभियंता व वरिष्ठ लिपिक के 94-94 पद, कनिष्ठ लिपिक एवं सहायक कर्मचारियों के 188-188 पद मंजूर किए गए हैं। अब इन पदों पर नई भर्तियां की जाएंगी। ​

रेडियो ईरान का दावा, ISIS चीफ अल-बगदादी की मौत

आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ ईरान एंड सीरीया (ISIS) के मुखिया अबु बकर अल-बगदादी की मौत की खबर आ रही है। रेडियो ईरान ने दावा करते हुए बताया कि अल-बगदादी की मौत हो गई है।
इस बात की जानकारी ऑल इंडिया रेडियो न्यूज (एआईआर) ने रेडियो ईरान के हवाले से अपने टि्वटर अकाउंट पर दी।
Isis chief Abu Bakr al Baghdadi dead claims Radio Iran
गौरतलब है कि कुछ समय पहले एक अंग्रेजी अखबार ने दावा किया था कि अमरीका के हवाई हमले में बगदादी बुरी तरह से घायल हो गया था।
हवाई हमले में घायल हुआ था बगदादी
ब्रिटिश अखबार द गार्जियन के मुताबिक 18 मार्च को सीरिया सीमा पर स्थित इराक के निन्वेह जिले के अल बाज इलाके में कारों के एक काफिले पर हुए हवाई हमले में बगदादी घायल हुआ था।

अखबार ने आईएस में शामिल एक विश्वस्त सूत्र के हवाले से बताया था कि बगदादी गंभीर रूप से घायल है। हाल ही में उसने आईएस के बड़े आतंकियों को बुलाकर नए सरगना के नाम पर चर्चा भी की थी।
पहले भी उड़ीं खबरें
पिछले साल नवंबर-दिसंबर में दो बार ऐसी खबरें आईं थीं कि अमरीकी हमले में आईएस सरगना बगदादी मारा गया, पर वह जिंदा निकला। अमरीका ने उस पर 10 अरब डॉलर का इनाम रखा है।

बाड़मेर पत्नी की हत्या का आरोपी आरएएस अफसर 3 दिन की पुलिस रिमांड पर


ras officer pradeep balach on three days police remand
बाड़मेर पत्नी की हत्या का आरोपी आरएएस अफसर 3 दिन की पुलिस रिमांड पर


पत्नी की हत्या का आरोपी आरएएस अधिकारी व जिला आबकारी अधिकारी, जोधपुर प्रदीप बालाच को सोमवार को बाड़मेर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। कोर्ट में पेश किए जाने पर पुलिस ने पूछताछ के लिए बालाच को रिमांड पर लिए जाने की मांग की, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया।

गौरतलब है कि गत 19 अप्रेल की रात जैसिंधर के पास सोना सिधा गांव से पहले बालाच की पत्नी निर्मला की हत्या कर दी गई थी। जबकि आरएएस पति प्रदीप ने दुर्घटना का रूप देते हुए दावा किया था कि चलती बोलेरो का गेट खुलने से पत्नी के बाहर गिर गई थी, जिससे उसकी मौत हुई है।

उसके ससुर भीमाराम ने 22 अप्रेल को पुलिस अधीक्षक से मिलकर प्रदीप पर हत्या का आरोप लगाया था। उन्होंने प्रदीप पर विवाहेत्तर संबंध के कारण पत्नी की हत्या करने का आरोप लगाया था।

पुलिस ने 23 अप्रेल को हत्या का मामला दर्ज कर निर्मला का दफनाया शव बाहर निकाल मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया।

आरएएस बालाच ने तीन-चार दिन तक इनकार के बाद आखिरकार रविवार को पत्नी की हत्या करना स्वीकार किया।

पुलिस अधीक्षक (बाड़मेर) परिस देशमुख व चौहटन वृत्ताधिकारी नीरज पाठक द्वारा रातभर गहन पूछताछ के बाद बालाच टूट गया। उसने गत 19 अप्रेल की रात जैसिंधर रोड पर सोना सिंधा गांव से कुछ पहले पत्नी नेहा उर्फ निर्मला का गला दबा कर हत्या करना कबूला।

उसने अधिकारियों के समक्ष कहा कि पत्नी की हत्या कर उसने गलती कर दी है, लेकिन इस केस में उसके भाई तथा अन्य सदस्यों को बचा लिया जाए, जिससे उसका परिवार बच सके। इस पर पुलिस ने देर शाम उसे गिरफ्तार कर लिया था।

चित्तौडग़ढ़ के 'लाल' को मिला शौर्य चक्र

Cittudghdh 'red' found Shaurya Chakra

चित्तौडग़ढ़

शौर्य, भक्ति एवं शक्ति की नगरी कहे जाने वाले चित्तौडग़ढ़ के 'लालÓ की बहादुरी भरे कारनामे से यहां की धरा एक बार फिर गौरवान्तित हुई है। आतंककारियों को मार गिराने में साहस दिखाने वाले चित्तौडग़ढ़ निवासी हाल जयपुर में राष्ट्रीय राइफल्स की 13वीं बटालियन में तैनात मेजर विशालसिंह राघव को देश के महामहिम राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने 'शौर्य चक्रÓ से सम्मानित किया है।

देश के राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में रविवार को मेजर राघव को वीरता के लिए सम्मान मिला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उप राष्ट्रपति हामीद अंसारी, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर, थल सेनाध्यक्ष दलवीरसिंह सुहाग सहित वायु सेना एवं जल सेना अध्यक्ष की उपस्थिति में मेजर राघव को यहां सम्मानित किया गया। सूत्रों के अनुसार यहां पर दो कीर्ति चक्र एवं 12 जनों को शौर्य चक्र प्रदान किया। यह सम्मान इसलिए भी विशेष है क्योकि रविवार को यहां चित्तौड़ के स्थापना दिवस को लेकर चित्तौड़ी आठम पर्व मनाया गया था।

खुशी से छलके आंसू

राष्ट्रपति भवन में हुए समारोह में मेजर राघव की मां भाग्यवती राघव, पत्नी आशु, भाई विकास राघव तथा सास-श्वसुर को शामिल होने का अवसर मिला। इस दौरान खुशी के मारे परिजनों की आंखों से आंसू छलक पड़े। पुत्र की वीरता ने जहां मां का सिर फक्र से ऊंचा किया। वहीं रिश्तेदार भी मेजर राघव की इस उपलब्धि से फूले नहीं समाए।

मारे थे सात आंतककारी

गौरतलब है कि मेजर राघव ने 24 फरवरी 2014 को जम्मू-कश्मीर की लोलाब घाटी में दारदपुरा जंगल गश्त के दौरान कम नफरी के बाद भी सात आंतकियों को ढेर कर दिया था। इससे पहले आतंकियों ने सेना के दस्ते पर एकाएक नजदीक से हमला किया था। यहां प्राण को संकट में डालकर मेजर राघव ने साहस दिखाया था। आतंकवादी ऑपरेशन के दौरान विशालसिंह राघव राष्ट्रीय राइफल्स की 18वीं बटालिन में तैनात थे।