शुक्रवार, 2 मई 2014

मानवेन्द्र अभी भी भाजपा विधायक। नहीं हुई लिखित कार्यवाही

मानवेन्द्र अभी भी भाजपा विधायक। नहीं हुई लिखित कार्यवाही 


जयपुर। बाड़मेर से बागी होकर चुनाव लड़ रहे जसवंत सिंह के पुत्र विधायक मानवेन्द्र सिंह को भाजपा ने अपने पिता का प्रचार करते हुए पाए जाने पर निलम्बित तो कर दिया, लेकिन ना तो उन्हें अभी तक नोटिस मिला है और ना ही विधायक दल से हटाने के लिए अभिशंसा भेजी गई है।
how proceeding on manvendra singh
प्रदेश भाजपा ने मानवेन्द्र सिंह के खिलाफ पिता के पक्ष में प्रचार करने के ठोस सबूत जुटाकर आलाकमान को भेजे थे। इसे पार्टी ने अनुशासन भंग की श्रेणी में माना और 10 अप्रेल को उन्हें पार्टी से निलम्बित कर दिया था।

उसी दिन उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। हालांकि 21 दिन बीतने के बाद भी मानवेन्द्र सिंह को अब तक नोटिस नहीं मिला है। इसी प्रकार भाजपा ने उन्हें विधायक दल से हटाने के लिए विधानसभा में भी कोई चिटी नहीं भेजी है।

तब तक लागू रहेगा पार्टी का आदेश

मानवेन्द्र सिंह को भले ही पार्टी से निलम्बित किया गया हो, लेकिन वे अब भी सत्ताधारी भाजपा विधायक दल के आदेश से बंधे हुए हैं। जब तक उन्हें सत्ताधारी विधायक दल की सदस्यता से नहीं हटाया जाता, तब तक उन्हें भाजपा विधायक दल के हर आदेश को मानना होगा।

सूत्रों के मुताबिक पिछले समय में जितने भी विधायकों के निलम्बन भाजपा या कांग्रेस ने किए हैं, उनको विधायक दल से जल्दी नहीं हटाया गया था। इसके पीछे राजनीतिक दलों की यह रणनीति होती है कि यदि कहीं पार्टी को संख्या की जरूरत पड़े तो निलम्बित विधायक उनके खिलाफ नहीं जा सकता।

इनका कहना है

- मुझे कोई नोटिस नहीं मिला है- मानवेन्द्र सिंह, विधायक शिव
  

- पार्टी की ओर से कोई अभिशंसा अभी तक नहीं मिली है।- कालू लाल गुर्जर, मुख्य सचेतक, राजस्थान विधानसभा -

वाराणसी में मोदी के खिलाफ प्रचार करेंगे हिंदू धार्मिक गुरू -



वाराणसी। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को वाराणसी में अब दो शंकराचार्यो के विरोध का सामना करना पड़ेगा। पुरी के शंकराचार्य अधोक्षजानंद देवतीरथ और द्वारका के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद मोदी के खिलाफ लोगों को जागरूक करेंगे।
Two Hindu Religious Leaders to Campaign Against Narendra Modi in Varanasi
अधोक्षजानंद ने गुरूवार को कहा कि मोदी 2002 के दंगों का पापी है। वह न्यायप्रिय नेता नहीं है। शंकराचार्य ने कहा, "मैं वाराणसी जाऊंगा और उसका पर्दाफाश करूंगा। लोगों को बांटने वाले सत्तालोलुप का पर्दाफाश किया जाना चाहिए। न्यायप्रिय लोग उसका समर्थन नहीं कर सकते हैं। वाराणसी में मोदी के खिलाफ आप नेता अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के अजय राय मैदान में हैं लेकिन पुरी शंकराचार्य ने कहा कि वह किसी के पक्ष में प्रचार नहीं करेंगे, वे चाहेंगे कि धर्मनिरपेक्ष दल को जीत मिले। 2002 के दंगों के दौरान स्वयं गुजरात जाने की बात पर जोर देते हुए अधोक्षजानंद ने कहा कि संघ धर्म का इस्तेमाल लोगों को भ्रमित करने के लिए करता है।

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को वाराणसी भेजेंगे स्वामी स्वरूपानंद

द्वारका के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद स्वयं वाराणसी नहीं जाएंगे, बल्कि मोदी के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए अपने करीबी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को भेजेंगे। स्वामी स्वरूपानंद ने कहा कि खराब स्वास्थ्य के कारण वह खुद वाराणसी नहीं जा सकेंगे।

हाल ही में स्वामी स्वरूपानंद ने हर हर मोदी के नारे का विरोध किया था और इसे भावना को आहत करने वाला बताया था। उन्होंने कहा था कि व्यक्ति पूजा बंद करो, अन्यथा ईश्वर मोदी को समाप्त कर देगा। इसके बाद मोदी ने अपने समर्थकों से हर-हर मोदी का स्लोगन बंद करने की अपील की थी।

दक्षिण भारत से जुड़ा बाड़मेर, यशवंतपुरम को हरी झंडी


दक्षिण भारत से जुड़ा बाड़मेर, यशवंतपुरम को हरी झंडी

 बाड़मेर



करीब एक साल पूर्व रेल बजट में बाड़मेर से दक्षिण भारत के लिए यशवंतपुरम रेल सेवा की घोषणा की गई थी। सवा साल बाद गुरुवार रात एक बजे यशवंतपुरम रेल को हरी झंडी दिखा दी। अब बाड़मेर वासी दक्षिण भारत तक सफर के लिए बसों में धक्के खाने की बजाय एसी में सफर कर सकेंगे। 14 एसी कोच की ट्रेन प्रत्येक शुक्रवार की रात 1 बजे बाड़मेर से यशवंतपुरम के लिए रवाना होगी।
बाड़मेर से गुजरात के लिए फिलहाल कोई गाड़ी नहीं है। ऐसे में सीधे गुजरात व बैंगलोर के जुडऩे से यहां हजारों लोगों को रेल सेवा का फायदा मिलेगा। फिलहाल बाड़मेर से गुजरात के लिए केवल बस सेवा ही परिवहन का एक मात्र साधन थी, अब रेल सेवा के जुडऩे के बाद यहां की जनता की एयर कंडिशन ट्रेन से दक्षिण भारत तक सफर तय कर सकेगी। गुरुवार रात 1 बजे ट्रेन बाड़मेर रेलवे स्टेशन से रवाना की गई। इस दौरान रेलवे के कई बड़े अधिकारी मौजूद रहे।

दो घंटे खड़ी रही ट्रेन, जोधपुर से आया दूसरा इंजन 


यशवंतपुरम रेल बाड़मेर से रवाना होने के बाद उत्तरलाई, बायतु, बालोतरा, समदड़ी, भीलड़ी, अहमदाबाद होते हुए यशवंतपुरम तक पहुंचेगी। करीब 2255 किमी. की दूरी तय करेगी। 16 कोच की ट्रेन में 14 कोच एयर कंडिशनर है। जिसमें प्रथम श्रेणी एसी को एक कोच, थ्री एसी के 9 और टू एसी के दो कोच रहेंगे। इसके अलावा एक पेंट्री कार व डब्ल्यूएलएलआरएन के दो कोच है। 

16 डिब्बों की इस यशवंतपुरम एक्सप्रेस में सभी एसी कोच है। सामान्य व आरक्षित कोच नहीं होने से यात्रियों को काफी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ेगा। इसके लिए नागरिकों की ओर से सामान्य व आरक्षित कोच की भी मांग की जा रही है। 

बालोतरा. यशवंतपुर से चलकर बाड़मेर आने वाली यशवंतपुरम एक्सप्रेस का इंजन पहले ही दिन बालोतरा स्टेशन से बाड़मेर की ओर रवाना होते ही खराब हो गया। पॉवर इंजन में आई खराबी के चलते एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे बाड़मेर के यात्रियों को करीब दो घंटे तक बालोतरा स्टेशन पर परेशानियां झेलनी पड़ी। यही नहीं, यशवंतपुरम एक्सप्रेस निर्धारित समय के करीब आधा घंटा देरी से बालोतरा पहुंची। बालोतरा रेलवे स्टेशन मास्टर ओमप्रकाश चारण ने बताया कि यशवंतपुरम एक्सप्रेस सुबह करीब 6.25 बजे बालोतरा स्टेशन पहुंची। जहां स्टेशन पर ही पॉवर इंजन में खराबी आने के कारण करीब दो घंटे ट्रेन यहां खड़ी रही। यानि करीब 8.35 बजे जोधपुर से दूसरा इंजन आने पर एक्सप्रेस बाड़मेर के लिए रवाना हुई। इस दौरान दूरदराज बैंगलूर सहित अन्य जगहों से बाड़मेर के लिए यात्रा करने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। 






आखाबीज खीच खाकर मनाई आखाबीज. घर-घर में रखे पंचधान के खळे।



जैसलमेर लोक पर्व आखाबीज का दिन जैसलमेर में पूजा अर्चना एवं उत्साह व उमंग के साथ धूमधाम से मनाया गया। गुरुवार को आखाबीज के दिन महिलाओं ने सुबह जल्दी उठकर पीपल की व घर में खळों की पूजा अर्चना की और आखाबीज का प्रसिद्ध भोजन खीच बनाया। इस दिन खीच के साथ बड़ी व ग्वार फली की सब्जी भी बनाई गई। आखाबीज के दिन पुरुष व बच्चे भी सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कर पूजा अर्चना में लग गए और मंदिरों में भी सुबह-सुबह लोगों की टोलियां दिखाई दी। स्थानीय दुर्ग स्थित लक्ष्मीनाथ जी के मंदिर में सुबह से भीड़ का माहौल रहा। 

आखाबीज के अवसर पर लोगों ने अपने नाते रिश्तेदार व मित्रों के साथ एक-दूसरे के घर जाकर खीच का भोजन किया। शहर की गलियों में मित्रों के समूह एक-दूसरे के घर जाते हुए दिखाई दिए। 
अक्षय आकांक्षा के प्रतीक हैं खळे 




आखाबीज के दिन पारंपरिक रूप से हर घर में पंचधान के खळे बनाए जाते हैं। पूजा के स्थान अथवा अन्य किसी पवित्र एवं निरापद स्थान पर दैनिक जीवन में उपयोगी पंचधान की अलग-अलग ढेरियां बनाई जाती है। बीच की ढेरी के ऊपर तांबे के कलश में पवित्र एवं शुद्ध जल भरा जाता है। इस जल कलश के ऊपर मोली बंधा स्वरूप नारियल रखा जाता है। इस स्थल पर ही अनिवार्य रूप से एक दर्पण रखा जाता है और उपयुक्त पात्र में कुमकुम और चावल रखे जाते हैं। ये खळे घर की बुजुर्ग महिला द्वारा इस अक्षय आकांक्षा के साथ रखे जाते हैं कि जिस प्रकार आखाबीज और आखातीज का त्योहार सर्वदोष रहित त्योहार है और जीवन में अक्षयता की कल्पना को साकार करता है ठीक उसी प्रकार से इन खळों के रूप में रखा गया धान खेत खलिहानों में निरंतर उपजता रहे और घर परिवार की सुख शांति एवं समृद्धि में सहायक बने। 
रामगढ़ में भी मनाई आखी बीज 
रामगढ़. कस्बे में आखा बीज पर्व पारंपरिक रूप से मनाया गया। इस दिन शगुन के तौर पर घरों में धान के खळे बनाए गए। आखा बीज के मौके पर घरों में बाजरे का खींच और ग्वार फली व काचर की सब्जी बनाई गई। सभी समाज के लोगोंने अपने अपने मोहल्लों में एक स्थान पर बैठ कर खींच का आनंद लिया। छोटों ने बड़ो के पांव छूकर आशीर्वाद लिया। गांव ढाणियों में आखा बीज पर्व का खास महत्व है। 
अनिवार्य रूप से लगाते हैं तिलक 
आखाबीज एवं तीज के दिन खळों के स्थान पर रखे दर्पण एवं कुमकुम अक्षत से परिवार का प्रत्येक सदस्य अनिवार्य रूप से अपने भाल पर तिलक लगाता है। स्नान, ध्यान एवं पूजा पाठ के उपरांत प्रत्येक सदस्य वर्षपर्यंत व्यक्तिगत एवं पारिवारिक संपन्नता के निमित कुमकुम अक्षत का तिलक धारण करता है। 
बच्चों को चांदी के सिक्के पर खिलाया जाता है खीच 
लालन को उसकी दादी व ताई ने चांदी के सिक्के पर खीच रखकर खिलाया। यह परंपरा भी जैसलमेर में उत्साह के साथ मनाई जाती है। पिछले कुछ महीनों में जन्मे बच्चों को आखाबीज के दिन खीच खिलाने की परंपरा है। उत्साह के साथ घर घर में यह परंपरा निभाई गई। 


 खीच खाकर मनाई आखाबीज

आखाबीज के दिन पारंपरिक रूप से हर घर में पंचधान के खळे बनाए जाते हैं। पूजा के स्थान अथवा अन्य किसी पवित्र एवं निरापद स्थान पर दैनिक जीवन में उपयोगी पंचधान की अलग-अलग ढेरियां बनाई जाती है। बीच की ढेरी के ऊपर तांबे के कलश में पवित्र एवं शुद्ध जल भरा जाता है। इस जल कलश के ऊपर मोली बंधा स्वरूप नारियल रखा जाता है। इस स्थल पर ही अनिवार्य रूप से एक दर्पण रखा जाता है और उपयुक्त पात्र में कुमकुम और चावल रखे जाते हैं। ये खळे घर की बुजुर्ग महिला द्वारा इस अक्षय आकांक्षा के साथ रखे जाते हैं कि जिस प्रकार आखाबीज और आखातीज का त्योहार सर्वदोष रहित त्योहार है और जीवन में अक्षयता की कल्पना को साकार करता है ठीक उसी प्रकार से इन खळों के रूप में रखा गया धान खेत खलिहानों में निरंतर उपजता रहे और घर परिवार की सुख शांति एवं समृद्धि में सहायक बने।

रामगढ़ में भी मनाई आखी बीज
रामगढ़. कस्बे में आखा बीज पर्व पारंपरिक रूप से मनाया गया। इस दिन शगुन के तौर पर घरों में धान के खळे बनाए गए। आखा बीज के मौके पर घरों में बाजरे का खींच और ग्वार फली व काचर की सब्जी बनाई गई। सभी समाज के लोगों ने अपने अपने मोहल्लों में एक स्थान पर बैठ कर खींच का आनंद लिया। छोटों ने बड़ो के पांव छूकर आशीर्वाद लिया। गांव ढाणियों में आखा बीज पर्व का खास महत्व है।
अनिवार्य रूप से लगाते हैं तिलक
आखाबीज एवं तीज के दिन खळों के स्थान पर रखे दर्पण एवं कुमकुम अक्षत से परिवार का प्रत्येक सदस्य अनिवार्य रूप से अपने भाल पर तिलक लगाता है। स्नान, ध्यान एवं पूजा पाठ के उपरांत प्रत्येक सदस्य वर्षपर्यंत व्यक्तिगत एवं पारिवारिक संपन्नता के निमित कुमकुम अक्षत का तिलक धारण करता है।
बच्चों को चांदी के सिक्के पर खिलाया जाता है खीच
लालन को उसकी दादी व ताई ने चांदी के सिक्के पर खीच रखकर खिलाया। यह परंपरा भी जैसलमेर में उत्साह के साथ मनाई जाती है। पिछले कुछ महीनों में जन्मे बच्चों को आखाबीज के दिन खीच खिलाने की परंपरा है। उत्साह के साथ घर घर में यह परंपरा निभाई गई।





गुरुवार, 1 मई 2014

पहले प्रेमी विवाह, फिर काट डाला बीवी का गला

मुंबई। नागपुर में अवैध संबंधों के शक के चलते एक व्यक्ति ने अपनी बार डांसर पत्नी की गला काट कर हत्या कर दी।mumbai man murdered wife in nagpur
पुलिस सूत्रों के अनुसार इमामवाड़ा थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर में पुलिस ने एक घर से बुधवार को 19 वर्षीय पूजा यादव उर्फ अलसिया का शव बरामद किया। पुलिस ने जब इस घर से पूजा का शव बरामद किया तो वहां ताला बाहर से लगा था और अंदर कमरे में पंखा चल रहा था।

घटना की जानकारी सबसे पहले मकान मालिक को लगी। मकान मालिक को इस कमरे का दो दिन से ताला लगा होने और अंदर पंखा चलने पर शक हुआ। उसने कमरे में देखा तो पूजा का शव पड़ा हुआ था।

मकान मालिक की सूचना पर पुलिस ने वहां पहुंचकर पूजा का शव बरामद किया। शव का परीक्षण करने पर पाया गया कि उसकी हत्या किसी धारदार हथियार से गला काटकर की गई है।

हुआ था प्रेम विवाह
प्रारंभिक पूछताछ के बाद पुलिस ने मृतका के पति मुंबई निवासी आसिफ शेख के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश शरू कर दी है। पूछताछ में पता चला कि मृतका के माता पिता का देहांत हो चुका है और पिछले दो वर्ष से वह नागपुर के इंदिरा नगर में अपनी मौसी शोभा गायकवाड़ के पास रहती थी।

इसके पहले पूजा मुंबई में बार डांसर के रूप में काम करती थी। इसी दौरान बार में वेटर का काम करने वाले आसिफ उसकी पहचान होने के बाद दोनों में प्यार हो गया। लेकिन बाद मे पूजा नागपुर आ गई। करीब डेढ महीने पहले आसिफ भी नागपुर आ गया और उससे शादी कर ली थी।

आसिफ को मृतका के अन्य लोगों से अवैध संबंध होने का शक था।

"मायावती नहीं हैं कुंवारी, कराएं वर्जिनिटी टेस्ट"



लखनऊ। सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और बसपा प्रमुख मायावती के बीच हालही में छिड़ी जुबानी जंग खत्म नहीं हुई। इस जुबानी जंग में नया मोड़ तब आ गया जब मुलायम सिंह की सहोयगी लीलावीत कुशवाहा ने मायावती को कौमार्य परीक्षण कराने की नसीहत दी है। यूपी महिला कल्याण निगम के अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रही कुशवाहा ने कहा, "मायावती को अपना कौमार्य परीक्षण कराकर यह साबित करना चाहिए कि वे "श्रीमती" हैं या "कुंवारी"। मुलायम ने हालही में माया पर हमला करते हुए कहा था कि मुझे पता नहीं मैं मायावती को श्रीमती कहूं या कुमारी?
SP`s lilawati kushwaha controversial comment on mayawati
मुलायम की इस विवादित टिप्पणी के बाद बसपा प्रमुख मायावती ने इस विवादित बताते हुए महिला विरोधी कहा था। साथ ही उन्होंने कहा कि यह सबको पता है कि उन्होंने अपनी पहली पत्नी को कितनी समय और सम्मान दिया था।

लीलावती ने मुलायम सिंह के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने जो भी कहा, बिल्कुल ठीक कहा है। साथ ही कुशवाहा ने कहा कि पूरी दुनिया को पता है कि मायावती कुंवारी नहीं हैं। यदि उन्हें नेताजी का बयान इतना बुरा लगा है, तो अपना कौमार्य परीक्षण करवा के दुनिया को बता दें कि क्या सही है?

सपा को वोट नहीं देने वाले मुसलमानों का हो डीएनए टेस्ट : आजमी



संत कबीर नगर (उत्तर प्रदेश)। हमेशा अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) नेता अबु आसिम आजमी ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जो मुसलमान सपा को वोट नहीं देगा, वह सच्चा मुसलमान नहीं है।
DNA test of those Muslims should be done who don`t vote for SP : Azmi
उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले में सपा की रैली को बुधवार रात संबोधित करते हुए आजमी ने कहा कि सपा और उसके मुखिया मुलायम सिंह यादव ने सबसे ज्यादा काम और संघर्ष मुसलमानों के लिए किया।

उन्होंने कहा कि जो मुसलमान लोकसभा चुनाव में सपा को वोट नहीं देगा, वह सच्चा मुसलमान नहीं है।

आजमी ने कहा, जो मुसलमान मुलायम और सपा की मुखालफत कर दूसरे दलों को वोट करेगा, उनका डीएनए टेस्ट कराया जाना चाहिए कि वह सच्चा है या नहीं।

उन्होंने कहा कि मुसलमानों की हितैषी बनने के दावा करने वाली कांग्रेस हमेशा से मुसलमानों का शोषण करती आ रही है।

आजमी ने वादा किया कि सपा अगर इस चुनाव में केंद्र की सत्ता में आई तो वह सच्चर कमेटी की सिफारिशों को लागू करेगी।

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मोदी की जान को खतरा, सुरक्षा बढ़ाए जाने की मांग

नई दिल्ली। भाजपा ने बैंगलोर-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन में विस्फोट के मद्देनजर प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी तथा अन्य वरिष्ठ नेताओं की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। bjp demands to tighten modi security
भाजपा मोदी की जान को खतरा बताते हुए लोकसभा चुनाव से पहले से ही उनकी सुरक्षा बढ़ाने की मांग करती रही है।

पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता निर्मला सीतारमन ने कहा कि जिस जगह पर ट्रेन में दोहरे विस्फोट हुए हैं, वह जगह उस जगह से ज्यादा दूर नहीं है जहां मोदी की बुधवार को रैली हुई थी।

उन्होंने कहा कि पार्टी ने गृह मंत्रालय का ध्यान इस ओर आकृष्ट किया था कि भारत विरोधी कुछ शक्तियां षडयंत्र रच सकती हैं और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को इससे खतरा है।

उन्होंने कहा कि यह खतरा अभी जारी है और गृह मंत्रालय को इस ओर ध्यान देना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु में चेन्नई सेंट्रल स्टेशन पर खड़ी बैंगलोर-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन में आज सुबह हुए दोहरे बम धमाके में एक युवती की मौत हो गयी और 14 अन्य घायल हो गये।

पत्नी की चिता तो ठंडी होने देते दिग्विजयः उमा भारती


नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी की नेता उमा भारती ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के एक पत्रकार के साथ संबंधों पर ताना कसते हुए कहा है कि उन्होंने पत्नी की चिता ठंडे होने का इंतजार तो किया होता। उमा भारती ने कहा, 'चिता ठंडा होने तक तो इंतजार करते।'
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भारती ने कहा, 'उनकी मां, उनकी पत्नी मेरे प्रवचन सुनती थीं। मैं उनकी बहुत इज्जत करती थी... मैं दादा भाई से कहूंगी कि भारतीय संस्कृति की मान-मर्यादा तो होती है। आप कम से कम अपनी पत्नी की एक बरसी तो हो जाने देते। भारत की महिलाएं समझेंगी कि हमारे पति हमें प्यार नहीं करते... हम मरेंगी तो वे दूसरी शादी कर लेंगे। अब तो सब खुल्लम-खुल्ला हो ही गया है, लेकिन मेरी रिक्वेस्ट है कि वह कम से कम एक बरसी तो हो जाने दें।'

दिग्विजय सिंह ने एक दिन पहले ही स्वीकार किया था कि उनके राज्यसभा टीवी में काम कर रहीं ऐंकर अमृता राय के साथ संबंध हैं। अमृता ने भी इन संबंधों को कबूल करते हुए कहा था कि वह अपने पति के साथ तलाक की प्रक्रिया शुरू कर चुकी हैं और तलाक के बाद दिग्विजय सिंह से शादी करेंगी।


दिग्विजय सिंह की पत्नी का निधन पिछले साल हुआ था। उमा भारती ने इसी बात पर टिप्पणी की है कि उनकी पत्नी के निधन को अभी ज्यादा समय नहीं हुआ और उन्होंने नया संबंध बना लिया। दिग्विजय ने अपने इस संबंध पर कहा है कि वह मोदी की तरह कायर नहीं हैं। बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया जाता है कि उन्होंने अपनी शादी की बात छिपाकर रखी थी। दिग्विजय ने कहा, 'मैं अपने रिश्ते छिपाता नहीं हूं, जैसा कि नरेंद्र मोदी करते हैं। मेरे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। मैं कायर नहीं हूं जैसा कि दुर्भाग्य से नरेंद्र मोदी हैं...मुझमें और नरेंद्र मोदी में यही फर्क है।'

SPG का घेरा तोड़ लोगों के बीच पहुंचीं प्रियंका



अमेठी। अमेठी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी का प्रचार करने पहुंचीं प्रियंका वाड्रा पर एसपीजी सुरक्षा घेरे को तोड़ने का आरोप लगा है। आरोप है कि चुनाव प्रचार के दौरान प्रियंका ने एसपीजी को दूर रहने को कहा। इसके बाद उन्होंने एसपीजी की तीन गाड़ियों को छोड़ दिया और कम सुरक्षा के साथ ही लोगों के बीच पहुंच गईं। कम सुरक्षा दायरे में प्रियंका करीब 45 मिनट रहीं। उत्तर प्रदेश पुलिस ने मामले का गंभीरता से लिया है। इस पूरे मामले में यूपी पुलिस गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेजेगी।



प्रियंका को आज 10 बजे मुंशीगंज गेस्ट हाउस से निकलना था, लेकिन वह साढ़े 11 बजे के करीब निकलीं। बताया जा रहा है कि प्रियंका एसपीजी के अधिकारियों के जनता के प्रति व्यवहार से नाराज थीं। सूत्रों के मुताबिक संग्रामपुर में कांग्रेस के स्थानीय कार्यकर्ता पूर्व ब्लाक प्रमुख बंटी सिंह को प्रियंका की जनसभा के दौरान एसपीजी के दो जवानों ने हाथ पकड़कर बाहर कर दिया था।



प्रियंका से कुछ लोगों ने की शिकायत की थी कि उनके आसपास सुरक्षा घेरा इतना ज्यादा रहता है कि लोग उनसे आसानी से मिल नहीं पाते। और सुरक्षा में लगे जवान लोगों को उनसे मिलने नहीं देते। प्रियंका कल रात से ही इस बात को लेकर एसपीजी के अधिकारियों से नाराज थीं।

तिरुपति बालाजी के दरबार में मोदी, किए दर्शन



नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी गुरुवार को बालाजी के दर्शन के लिए तिरुपति पहुंचे। वहां उन्होंने भगवान बालाजी के दर्शन किए और पूजा अर्चना की।

गौरतलब है कि इस बात की अटकलें लगाई जा रही है कि नरेंद्र मोदी इसबार चुनाव जीतकर प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। कई सर्वेक्षणों में भी इस बात की भविष्यवाणी की गई है कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने की संभावना प्रबल है। उनकी रैलियों में उमड़ रहे अपार जनसमूह भी इस बात का इशारा करती है कि मोदी इस समय देश के सबसे लोकप्रिय नेता हैं। उधर, मोदी भी मंदिर-मंदिर जाकर भगवान से आर्शिवाद लेने का कोई मौका नहीं चूक रहे। नरेंद्र मोदी आज आंध्र में पांच रैलियों को संबोधित करेंगे।

 

टीवी शो पर पत्नी ने कबूली पति की हत्या

चेन्नई। निजी टीवी चैनल पर मंगलवार को प्रसारित हुए एक रियलिटी शो में एक महिला ने पति की हत्या करने की बात कबूल कर सनसनी फैला दी। बेबी कला ने कहा कि उसने 2010 में पुरूष मित्र गौरीशंकर के साथ साजिश रचकर पति को मार डाला था।woman arrested after confessing to murder on reality show in Chennai
बेबी कला ने टीवी चैनल में हत्या की स्वीकारोक्ति में कहा कि उसने यह अपराध इसलिए किया कि उसका प्रेमी दूसरी शादी करने की फिराक में था। कला के इकरारनामे के बाद पुलिस ने बेबी कला और गौरीशंकर को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस ने मामले के बारे में कहा कि विलीवाक्कम के सिडको नगर निवासी राधाकृष्णन की शादी 15 साल पहले कला से हुई। सालभर बाद ही दोनों झगड़ने लगे। फिर उसकी गौरीशंकर के साथ नजदीकियां बन गई।

उनके अनैतिक संबंधों में राधाकृष्णन रूकावट था। कला और शंकर ने तय किया कि वे उसे रास्ते से हटा देंगे। 17 जुलाई 2010 के दिन पॉलीथिन की थैली से राधाकृष्णन का दम घोंटकर हत्या कर दी गई। फिर अन्य लोगों को विश्वास दिलाया गया कि उसकी मौत का कारण दिल का दौरा पड़ना था।

चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर धमाका, एक महिला की मौत, 10 घायल -



चेन्नई। चेन्नई सेंट्रले रेलवे स्टेशन पर धमाके की खबर है। मिली जानकारी के अनुसार, धमाका प्लेटफॉर्म नंबर पर 9 पर हुआ। धमाके में एक महिला की मौत हो गई, जबकि 10 लोगों के घायल होने की खबर है।

धमाका सुबह 7.30 बजे के करीब हुआ। धमाका बेंगलूरू-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन के स्टेशन पहुंचने पर हुआ। धमाके से ट्रेन की एस 4, एस 5 बोगी क्षतिग्रस्त हो गई।

घायलों को राजीव गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। धमाके के कारणों की अभी जांच जारी है।

अपहरण की कहानी में "लव स्टोरी" का मोड़, पुलिस चकराई -

जयपुर। राजधानी जयपुर के कटेवा नगर से बुधवार दोपहर एक किशोरी ने मौसेरी बहन के सरेराह अपहरण का हल्ला मचाकर पुलिस को घनचक्कर बना दिया।Missing teenager, Museri sister raised a kidnapping racket
उसने कहा कि बाजार से चूडियां खरीदकर लौटते समय वैन सवार 3-4 युवक आए और बहन को उठा ले गए।

इस पर पुलिस कमिश्नर जंगा श्रीनिवास राव व अन्य अफसरों ने नाकाबंदी करवाई। वहीं, परिजनों ने जब किशोरी से पूछताछ की तो उसने मौसेरी बहन और रिश्तेदार युवक की प्लानिंग का खुलासा कर दिया।

पुलिस के मुताबिक बाबा रामदेव बस्ती निवासी मनीषा पुत्री हिम्मत ने परिजनों को मौसेरी बहन काजल (17) पुत्री गणेश मंगल मूलत: निवासी नवापुरा, बडौदा (गुजरात) के अपहरण की खबर दी।

घबराए परिजनों ने तत्काल पुलिस कंट्रोल रूम और श्यामनगर थाना पुलिस को सूचना दी। मनीषा ने बताया कि बुधवार दोपहर सवा बारह बजे काजल के साथ मानसरोवर बाजार से चूडियां खरीदकर लौट रही थी। कटेवा नगर में वैन सवार तीन-चार युवक आए और हाथ पकड़ कर काजल को गाड़ी में खींच लिया।

रिश्तेदार के साथ गई
थानाधिकारी चंद्रप्रकाश ने बताया कि मनीषा से मां ने पूछताछ की तो उसने बताया कि काजल हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, शास्त्री नगर में रहने वाले रिश्तेदार शंभू के साथ गई है। उसने काजल को एक सिम भी दिलाई है, जिसकी जानकारी परिजनों को नहीं है। काजल और शंभू फरार हैं। - 

गजब: पेशे से मजदूर, वेतन 1 लाख से ज्यादा


 


 बाड़मेर। यूं तो इनका काम अनाज की बोरियां ढोना है, लेकिन इनके वेतन-भत्ते पास करने वाले अधिकारी भी शरमा जाते हैं। बाड़मेर में भारतीय खाद्य निगम में 16 मजदूरों को वेतन से दोगुना ज्यादा तो इन्सेंटिव मिलता है।

इनका वेतन है 33,500 रूपए प्रतिमाह। इस पर हर माह इन्सेंटिव मिलता है करीब 80,000 रूपए। सालाना आय 13 लाख रूपए से ऊपर पहुंच जाती है। यह आय निगम के कई अधिकारियों से भी ज्यादा है। मार्च का ही उदाहरण लीजिए।

हर मजदूर को मासिक एक लाख रूपए मिले हैं। इस वित्त वर्ष में इन्होंने 3.60 लाख रूपए का आयकर भरा है। इनका रहन-सहन देख कोई कह नहीं सकता कि ये पेशे से मजदूर हैं।

ऎसा इसलिए
दरअसल, ये सभी सरकारी मजदूर हैं। 1991 में केंद्र सरकार ने एफसीआई गोदाम में काम करने वाले मजदूरों को विभागीय श्रमिक पद पर स्थायी कर दिया था। बाड़मेर में भी 24 मजदूर स्थायी हुए थे, जिसके बाद वेतनमान तय हुआ।

यह शर्त भी लगी कि वेतनमान के तहत प्रत्येक मजदूर का दिन में 105 बोरी का लादना ड्यूटी का हिस्सा रहेगा। इसके अतिरिक्त लदान पर उसे इन्सेंटिव मिलेगा। फिलहाल यहां 16 मजदूर कार्यरत हैं।

ऎसे बनता है इन्सेंटिव
एक मजदूर को 105 से 30 प्रतिशत बोरियां तक अधिक उठाने पर 8 प्रतिशत इंसेंटिव मिलता है। यह इन्सेंटिव अगली 30-30 प्रतिशत बोरियों पर बढ़कर 25, फिर 35 और फिर 50 प्रतिशत तक मिलता है।

50 प्रतिशत इन्सेंटिव के साथ एक दिन का वेतन भी मिलता है। इसीलिए महीने के वेतन-भत्ते बन जाते हैं। ये मजदूर महीनेभर में 50-50 किलो की करीब एक लाख बोरियां उठाते हैं।