शुक्रवार, 28 मार्च 2014

सनसनीखेज: ओबामा समलैंगिक और उनकी पत्नी एक मर्द!

न्यूयार्क। इंटरनेट पर इन दिनों एक सनसनीखेज स्टोरी वायरल हो रही है जिसने काफी सनसनी मचा रखी है। स्टोरी एक अमरीकन वेबसाइट पर दी गई है जिसमें अमरीका के वीवीआईपी लोगों की सेक्सूअलिटी पर ही प्रश्न उठाए गए हैं।
इनमें खुद अमरीका के प्रेसीडेंट बराक ओबामा और उनकी पत्नी मिशेल केअलावा टेनिस सनसनी सेरेना विलियम्स का नाम शामिल है।

रिपोर्ट बाकायदा मेडिकल साइंस के हवाले से इस बात का पुख्ता सबूत भी पेश करती दिखाई देती है कि असल में यह सब लोग वह नहीं जो दुनिया के सामने नजर आते हैं। मिशेल के बारे में तो रिपोर्ट ने पूरी जांच पड़ताल कर उसकी पूरी जानकारी हासिल कर पेश की है।

इस स्टोरी में बताया गया है कि अमरीका की फर्स्ट लेडी और अमरीकन प्रेसीडेंट बराक ओबामा की धर्मपत्नी मिशेल ओबामा महिला ने होकर असल में एक मर्द है।

क्या बराक ओबामा समलैंगिक हैं?
वॉनकेट डॉट कॉम वेबसाइट द्वारा जारी इस रिपोर्ट में बताया गया है कि बराक ओबामा को मिशेल की इस सच्चाई के विषय में पहले से ही पता था। स्टोरी के मुताबिक ओबामा दंपति की दोनों बेटियां भी गोद ली गई हैं। ओबामा के बारे में भी यह स्टोरी आगे बताती है इस खुलासे से तो ऎसा प्रतीत होता है कि वे असल में एक होमोसेक्सुअल हैं जो अपनी सच्चाई को छुपाकर रात में मिशेल नाम के इस पुरूष पार्टनर के साथ रंगरेलियां मनाते होंगे।

मिशेल असल में "माइकल" हैं!
मेडिकेल स्पेशलिस्ट के दावों के साथ यह रिपोर्ट कहती है कि मिशेल के चौड़े कंधे और नुकीले चेहरे की जॉ लाइन किसी पुरूष फुटबाल खिलाड़ी के ही हो सकते हैं। यहां तक कि रिपोर्ट तो मिशेल के प्राइवेट पार्ट के बारे में भी खुलासा कर कहती है कि असल में वह एक मर्द का ही है जो कि मिशेल अक्सर अपने कपड़ों की आड़ में छुपा जाती है।

बताया जा रहा है कि मिशेल ओबामा का असली नाम माइकल लावॉग रोबिंसन है जिसका जन्म 17 जनवरी 1964 को शिकागो में हुआ था।

माइकल के पिता फ्रेजर रोबिंसन एक कुख्यात कोकेन डीलर हुआ करते थे जो कि क्राइम की दुनिया के बेताज बादशाह रिचर्ड जे डेले के लिए काम करते थे। उसकी माता एक वेश्या थी जिसको 1998 में एचआईवी पॉजीटिव बताया गया था।

माइकल अपने स्कूल के जमाने में एक जाना माना एथलीट था जिसे 1982 में ऑरेगान स्टेट की ओर से खेलने के लिए स्कॉलरशिप भी मिली थी।

माइकल ने इस दौरान अपने लाजवाब खेल से खूब झंडे गाड़े लेकिन न जाने क्यों पर कुछ अज्ञात कारणों से माइकल अचानक ही इस स्कूल को छोड़कर कहीं चला गया।

उसके स्कूल के दोस्तों का कहना था कि माइकल अक्सर खुद को मर्द के शरीर में कैद एक औरत बताया करता था। इसके बाद खबर आई कि 13 जनवरी 1983 में माइकल ने जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में जाकर अपना सेक्स बदलवा लिया।

सेक्स बदलवाने के बाद उससे उपजी शर्म से बचने के लिए माइकल ने ऑरेगान स्टेट छोड़कर प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी ज्वॉइन कर ली जहां उसने अपना नया नाम मिशेल रॉबिंसन दर्ज करवाया।

सालों बाद मिशेल की मुलाकात केन्या के नागरिक बराक ओबामा से हुई और फिर दोनों ने शादी कर ली। इस बीच बराक ओबामा को मिशेल की हकीकत भी पता चल चुकी थी। दोनों ने इसके बाद दो बच्चों को गोद ले लिया।

सेरेना विलियम्स भी एक मर्द!
इसी तरह सेरेना विलियम्स के बारे में यह रिपोर्ट कहती है कि उनके गले की हड्डी यानि कि "आडाम्स एपल" और उन्नत गर्दन की मांसपेश्यिां भी साफ दिखाती हैं कि वे औरत न होकर असल में एक मर्द हैं। - 

आरएसएस भर रहा भाजपा में कूड़ा: जसवंत सिंह



जसवंत सिंह का ख़ास इन्टरव्यू बी बी सी से साभार 


“उम्र सारी कटी इश्क-ए-बुता में मोमिन, आख़िरी वक़्त में क्या ख़ाक मुसलमां होंगे” मोमिन की इसी शायरी को दोहरा दिया जसवंत सिंह ने जब हमने उनसे पूछा कि बीजेपी छोड़ने के बाद आपने कांग्रेस का दामन क्यो नहीं थामा.
हाल ही में बाड़मेर से टिकट न मिलने के बाद अपनी पार्टी के खिलाफ़ ही निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर खड़े होकर चर्चा में हैं भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नेता जसवंत सिंह. अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में जसवंत सिंह दो बार वित्त मंत्री रहे हैं और एक-एक बार रक्षा और विदेश मंत्री भी. लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में बाड़मेर सीट पर उनकी दावेदारी पर कांग्रेस से भाजपा में आए सोनाराम चौधरी को तवज्जो दिए जाने के बाद जसवंत उखड़ गए.



बीबीसी को दिए एक ख़ास साक्षात्कार में संघ का बीजेपी में भूमिका जैसे कई मुद्दों पर बोले साथ ही उन्होने ये भी बताया कि क्यों अभी तक वो नरेंद्र मोदी को लेकर चुप रहे.

वो न सिर्फ राजनाथ सिंह की राजनीतिक विवशता पर बोले बल्कि बीजेपी के प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया को भी आड़े हाथों लिया. प्रत्याशियों के चुनाव और सीट के वितरण पर संघ के प्रभाव पर जसवंत सिंह ने कहा कि "संघ इस चुनाव को अहमियत दे रहा है लेकिन इसकी कीमत, सड़क पर से सारा कूड़ा करकट बटोरकर वह उन्हें बीजेपी के उम्मीदवार बना रहा है."

बीबीसी संवादादाता सुशांत मोहन से बातचीत का विस्तृत ब्यौरा:

जसवंत जी स्वागत है आपका बीबीसी में

शुक्रिया जनाब, आजकल स्वागत का अकाल सा पड़ा हुआ है, इसलिए जहां से भी स्वागत मिल जाए बहुत अच्छा लगता है.

आपके अलावा और भी कई लोग हैं जो पार्टी के टिकट वितरण से परेशान हैं ?

हां परेशान ज़रूर हैं , लेकिन मेरी परेशानी बिलकुल अलग है. मैने बाड़मेर के अलावा चित्तौड़ या जोधपुर से टिकट की मांग की थी लेकिन मुझे टिकट नहीं दिया, कोई बात नहीं, लेकिन उस नेता (सोनाराम चौधरी) को टिकट दे दी जो इतने सालों से हमें गाली देते हुए आए हैं, हमारे ख़िलाफ़ रहे हैं और बीते विधानसभा चुनाव में बीजेपी से हारे हैं, आज उसी नेता को आपने (भाजपा) अपना कैंडिडेट बना लिया. ये तर्क समझ नहीं आया.

जसवंत जी, पार्टी के टिकट वितरण से तो आडवाणी जी भी नाराज़ थे, सुषमा स्वराज भी नाराज़ थीं लेकिन किसी ने पार्टी नहीं छोड़ी. आपने ऐसा कदम क्यों उठाया ?

क्लिक करें(क्यों निकले जसवंत बीजेपी से - पूरा किस्सा यहां पढ़ें)

क्योंकि मेरे पास और कोई उपाय नहीं है. ये चुनाव लड़ने के लिए मैंने बहुत प्रयत्न किया लेकिन मेरी आवाज़ सुनी नहीं और फ़िर एक प्रकार से ढोंग होता कि मैं पार्टी में भी हूं और पार्टी के ख़िलाफ़ चुनाव भी लड़ रहा हूं, ये तर्कसंगत बात नहीं आती.




तो आप कांग्रेस के साथ क्यों नहीं गए, जब कांग्रेस के नेता वहां से यहां आ सकते हैं तो आपने ये विकल्प क्यों नहीं चुना?

(हंसते हुए) ये तो आप अन्याय करेंगे ये प्रश्न पूछकर. कांग्रेस से मेरा क्या लेना-देना. इतने वर्षों में मैं भाजपा के अलावा किसी दल में नहीं गया और सोचा भी नहीं... अब क्या ख़ाक मुसलमां होंगे यहां आकर हम...

जसवंत जी, आप भारतीय जनता पार्टी के बारे में बोले, आप वसुंधरा राजे के बारे में बोले, आप राजनाथ सिंह के खिलाफ़ भी बोले लेकिन आप नरेंद्र मोदी पर अब तक चुप रहे ऐसा क्यों ?

भई उनका रोल क्या रहा है मुझे उसका ज्ञान नहीं और जो चयन हुआ है वो राजस्थान में हुआ है. वसुंधरा राजे, सोनाराम का नाम सेंट्रल कमेटी के सामने लाई और राजनाथ सिंह ने इस पर आखिरी फ़ैसला लिया.

भले ही वो इसे ‘राजनीतिक विवशता’ का नाम दे रहे हैं लेकिन ये विवशता क्या है इसे वो खुल कर नहीं बता सकते. ये उनका फ़ैसला है और अन्य किसी का इसमें हाथ नहीं है.

तो इसका मतलब आप नरेंद्र मोदी का समर्थन करते हैं, और अगर आप जीते तो भाजपा में वापस लौटेंगे, उन्हें समर्थन देंगे ?

ये बात बहुत दूर की बात है लेकिन मेरी भारतीय जनता पार्टी में लौटने की कोई इच्छा नहीं है.

आप नरेंद्र मोदी के बारे में नहीं बात कर रहे हैं, वो तो भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हैं. उनके बारे में क्या राय है आपकी ?

वो भाजपा का चुनाव हैं और पार्टी व्यक्ति विशेष की राजनीति में उलझ गई है. अच्छा होता कि वो इसमें नहीं उलझते.




पार्टी में आपकी न सुने जाने का कारण आपके संघ के साथ तनावपूर्ण संबंधों को भी बताया जा रहा है. क्या ये सही है कि रज्जू भैय्या पर की गई आपकी टिप्पणी का खामियाज़ा आप अब भुगत रहे हैं ?

 

मुझे याद नहीं कि मैंने कब रज्जू भैय्या के खिलाफ़ कुछ कहा. मेरे हमेशा उनसे पारिवारिक संबंध रहे और मेरे किसी पुराने बयान को ढूंढ कर पेश किया गया है जिसका मेरे चुनाव से कोई सरोकार नहीं है. मेरे बारे में फ़ैसला राजनाथ सिंह ने लिया है.

तो आप मानते हैं कि संघ की इस चुनाव में कोई भूमिका नही हैं ?

मैंने सुना है कि आरएसएस इस चुनाव को बहुत महत्ता दे रहा है लेकिन इसके लिए वो क्या कीमत चुका रहे हैं. वो सड़क से सारा कूड़ा करकट उठाकर भाजपा के प्रत्याशियों के रूप में आगे कर रहा है.

राम मंदिर का क्या होगा? क्या अब ये कोई मुद्दा नहीं है ?

मैंने तो आडवाणी जी से पहले ही कहा था कि एक राम मंदिर और बन जाने से या न बनने से भगवान राम की महत्ता बढ़ या घट नहीं जाएगी. ये मुद्दा है ही नहीं और विकास इससे बड़ा मुद्दा है.

क्या ये चुनाव आपके सम्मान का चुनाव है?

ये मेरे सम्मान से ज़्यादा मेरे अस्तित्व का चुनाव है और मेरे क्षेत्र के सम्मान का चुनाव है. मेरा सम्मान इस सबके आगे गौण है.



जसवंत सिंह ने इस पूरी बातचीत के दौरान नरेंद्र मोदी से किसी भी तरह की नाराज़गी से इनकार किया और साथ ही खुद को संघ से अलग जरूर माना लेकिन उनके ख़िलाफ़ नहीं माना.

दर्शन करने जा रहे श्रद्धालुओं की गाड़ी पलटी, तीन की मौत

जोधपुर। मध्यप्रदेश के रतलाम से दर्शनों के लिए राजस्थान आए एक परिवार के तीन लोगों की शुक्रवार को सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। वहीं चार अन्य घायल हो गए। घायलों को जोधपुर के मथुरादास अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से तीन की हालत गंभीर बनी हुई है। दर्शन करने जा रहे श्रद्धालुओं की गाड़ी पलटी, तीन की मौत
जानकारी के अनुसार रतलाम से 7 लोग स्कोर्पियो से जोधपुर जिले में ओसियां में स्थित सच्चियाय माता के दर्शनों के लिए आए थे। इसी दौरान किरमसरिया गांव के पास सड़क पर पड़े पत्थरों से गाड़ी टकरा कर पलट गई। इससे तीन यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में से दो महिलाएं हैं। वहीं चार अन्य घायल हो गए, इनमें से तीन की हालत नाजुक है। इन्हें एमडीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

दुर्घटनास्थल पर टोक नाके का निर्माण किया जा रहा है। इसी के चलते सड़क पर पत्थर रखे गए थे और दन पत्थरों की वजह से हादसा हो गया।

जसवंत सिंह के कार्यालय का उद्घाटन शनिवार को

जसवंत सिंह के कार्यालय का उद्घाटन शनिवार को


बाड़मेर बाड़मेर संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह के जिला कार्यालय का उद्घाटन शनिवार प्रातः ग्यारह बजे चित्रा सिंह द्वारा किया जायेगा ,

कार्यालय सरदार पूरा स्थित माहेश्वरी भवन में खोला जायेगा ,उद्घाटन में समस्त कार्यकर्ताओ को बड़ी तादाद में पहुँचाने का आह्वान किया हें

जसोल में वसुंधरा का हुआ जोरदार विरोध ,गंगाराम को दी शर्धांजलि

जसोल में वसुंधरा का हुआ जोरदार विरोध ,गंगाराम को दी शर्धांजलि 

बाड़मेर राज्य कि मुखिया वसुंधरा राजे अपने एक दिवसीय दौरे पर बाड़मेर पहुंची ,शुक्रवार प्रातः वसुंधरा राजे ने किसान नेता गंगाराम चौधरी के निवास स्थान जाकर उन्हें शरदांजलि दी। वसुंधरा राजे ने बताया कि राजस्थान कि राजनीती में गंगाराम चौधरी एक नायक थे ,उनके निधन से अपूरणीय क्षति हुई हें। बाड़मेर में कार्यकर्ताओ और पदाधिकारियो से मुलाकात कर वसुंधरा राजे जसोल माता रानी भटियाणी के दर्शन के लिए रवाना हो गयी ,वसुंधरा राजे के जसोल पहुंचते ही वसुन्धरे राजे के खिलाफ जोरदार नारे लग गए। भाजपा के बागी निर्दलीय उम्मीदवार जसवंत सिंह का जसोल गृह गाँव में ,जंहा वसुंधरा राजे का जोरदार विरोध यहाँ कि जनता ने दर्ज कराया। वसुंधरा राजे के खिलाफ लोगो ने वसुंधरा वापस जाओ ,वसुंधरा तेरी तानाशाही नहीं चलेगी ,जसवंत का अपमान नहीं सहेगा राजस्थान जैसे नारे लगे ,वसुंधरा राजे ने जसोल स्थित माता रानी भटियाणी के मंदिर जाकर दर्शन कर पूजा अर्चना कि। इसके बाद वो आसोतरा ब्रह्मधाम के दर्शन के लिए रवाना हुई।

जैसलमेर जसवंत सिंह को पलकों पर बिठाया लोगो ने



जैसलमेर जसवंत सिंह को पलकों पर बिठाया लोगो ने

लोगो ने उत्साह के साथ कहा अपने खर्चे से करेंगे प्रचार



बाड़मेर बाड़मेर जैसलमेर संसदीय निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह ने शुक्रवार को माता रानी भटियाणी जन्म स्थल जोगीदास धाम जाकर धोक लगाई ,तथा सफलता कि कामना कि। जसवंत सिंह का लोगो ने जबर्दस्त उत्साह के साथ स्वागत किया। लोगो में जसवंत के प्रति जोरदार उत्साह देखा गया। जोगीदास धाम में जसवंत सिंह ने विशाल आम सभा को भी सम्बोधित किया। सभा को सम्बोधित करते हुए जसवंत सिंह ने कहा कि भाजपा ने म,ऐरे साथ अन्याय किया इसीलिए चुनाव नहीं लड़ रहा ,भाजपा ने कार्यकर्ताओ कि भावनाओ को आहात किया। उन्होंने कहा कि मैं कार्यकर्ताओ का पार्टी में अपमान बर्दास्त नहीं कर पाया ,उन्होंने कहा कि मुझे सीधे सीधे टिकट न देने का कह कर भाजपा के किसी भी कार्यकर्ता को टिकट दी जाती तो यहस्थति नहीं बनती। जसवंत सिंह ने कहा कि पार्टी में रह कर पार्टी के सिद्धांतो के लिए लड़ाई लड़ना आसान काम नहीं हें। जसवंत सिंह ने राजनाथ सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मेरा दूसरी बार पार्टी में अपमान हुआ। उन्होंने कहा कि आपकी भावनाए और समर्थन ने मेरा उत्साह वर्धन किया हें।
सभा को सम्बोधित करते हुए आत्मा राम मेघवाल में कहा कि जसवंत सिंह देश का गौरव हें उनका अपमान असहनीय हें ,मालानी केर लोग जसवंत के साथ एक जुट हें ,यह सत्तरह तारिख को दिखा देंगे
सभा को सम्बोधित करते हुए तेजदान देथा ने कहा कि दुनिआ भर में जिस शख्शियत को सलाम किया जाता हें उसकी ही पार्टी में उनका अपमान कर ऐसे नेता को टिकट दी जो पिछले बीस सालो से भाजपा को गालिया दे रहा ,यह जसवंत का ही नहीं कार्यकर्ताओ का अपमान हें।
सभा को रतन सिंह कुंडा ,जालम सिंह हापा ,दलपत सिंह सत्तो ,जनक सिंह सत्तो ,चिंतामन दस ,राजूराम मेघवाल ,फोगे खान फ़क़ीर ,बहादुर खान ,आसु सिंह तेजमालता ,मानाराम दरजी ,वीर सिंह सरपंच ,राम सिंह कुंडा ,हाकम सिंह ,जुगत सिंह सोढा ,फूल सिंह सोढा ,अमरे खान पूर्व सरपंच सहित कई लोगो ने सम्बोधित कर जसवंत सिंह को भारी बहुमत से जितने कि अपील कि।

प्रेमी ने बनाया एमएमएस, दोस्त ने किया रेप

जयपुर। राजधानी के जयपुर के शास्त्री नगर थाना क्षेत्र में किशोरी को ब्लैकमेल कर देहशोषण करने का मामला सामने आया है। पीडिता के पिता ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
पुलिस ने बताया कि सिंधु नगर नाहरी का नाका निवासी 15 वर्षीय किशोरी से कुछ महीनों पहले आरोपी स्थानीय निवासी एक लड़के ने दोस्ती की। आरोपी ने बहला-फुसलाकर उसके साथ शारीरिक संबंध बना लिए।

बाद में आरोपी ने पीडिता को उसकी अश्लील क्लीपिंग बना लेने का डर दिखाया और देहशोषण करता रहा। पीडिता का कहना है कि आरोपी ने ब्लैकमेल करते हुए उसे अपने दोस्त के हवाले भी कर दिया। उसने भी उसके साथ दुष्कर्म किया। करीब पंद्रह दिन पहले पीडिता ने परिजनों को आपबीती बताई।

पहले पीडित परिवार ने आरोपी के परिवार को मामले की जानकारी दी, लेकिन आरोपी के परिवार ने पीडिता के परिवार को ही धमका दिया। मामले की जांच कर रहे एसीपी शास्त्री नगर द्वारका प्रसाद ने बताया कि आरोपियों को पकड़ लिया गया है।  

सीकर में एटीएस ने विस्फोटकों सहित दो दबोचे

सीकर। गुरूवार को हुई बड़ी कार्रवाई के बाद सीकर में शुक्रवार को फिर एटीएस और सीकर पुलिस ने दो संदिग्धों को विस्फोटक, हथियारों और जेहादी साहित्य सहित दबोचा है। कार्रवाई शुक्रवार तड़के की गई।
लगातार तीसरे दिन एटीएस और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए बड़े आतंकी नेटवर्क का खुलासा किया है। इससे पहले सीकर से बुधवार देर रात और गुरूवार तड़के कई घंटों तक की गई कार्रवाई के बाद पांच संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया था। इनकी निशानदेही से ही पुलिस ने इनके दो अन्य साथियों को भी आज सवेरे धरा है।

लोग सोते रहे, पुलिस कार्रवाई कर चल दी
मिली जानकारी के अनुसार सीकर पुलिस ने बुधवार देर रात भी कार्रवाई करते हुए सीकर के मोहल्ला कुरेशियान, मोहल्ला रोशनगंज और मोहल्ला जमींदारान से वाहिद गौरी, सज्जाद चौहान, आकिब भाटी, मोहम्मद वकार और मोहम्मद उमर को गिरफ्तार किया था।

इनसे पूछताछ के बाद ही पुलिस ने शुक्रवार तड़के फिर कार्रवाई करते हुए इन्हीं मोहल्लों से दो अन्य युवकों को हिरासत में लिया। फिलहाल दोनों को आज सवेरे जयपुर लाया गया, जिनसे पूछताछ जारी है। सीकर के आधा दर्जन से भी ज्यादा मोहल्लों में एक सौ पचास से भी ज्यादा पुलिसकर्मियों ने देर रात कार्रवाई को अंजाम दिया है। -  

वायुसेना का सुपर हरक्यूलिस ग्वालियर के पास क्रैश

ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर के पास शुक्रवार को मालवाहक विमान सुपर हरक्यूलिस सी-130 जे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसा ग्वालियर से 72 मील दूर पश्चिमी दिशा में हुआ। भारतीय वायुसेना ने अमरीका से इस तरह के 6 विमान खरीदे थे। वायुसेना का सुपर हरक्यूलिस ग्वालियर के पास क्रैश
जानकारी के अनुसार हादसा मध्यप्रदेश-राजस्थान सीमा के पास श्योपुर जिले में हुआ। विमान उत्तरप्रदेश के आगरा से उड़ा था। हालांकि अभी तक पायलट के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई थी। सेना ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं।

इस विमान को हाल ही में लापता मलेशियाई विमान एमएच-370 की खोज के दौरान भी काम में लिया गया था। साथ ही उत्तराखंड में केदारनाथ आपदा राहत के दौरान भी इसका उपयोग किया था।इसके बाद भारत-चीन सीमा के पास दौलत बेग ओल्डी क्षेत्र में 20 अगस्त 2013 को भारत ने इस उतारा था।

इस विमान की कीमत 500 करोड़ के लगभग है। वहीं इसे दुनिया के 15 देश काम में लेते हैं, इनमें अमरीका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, डेनमार्क और इटली शामिल हैं।

जसवंत को दिया सपा में आने का न्योता



लखनऊ। समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री मो. आजम खां ने बाड़मेर से भाजपा का टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर लोकसभा चुनाव लड़ रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह को सपा में आने का न्योता दिया है। आजम ने जसवन्त की तारीफ करते हुए कहा कि सही व्यक्ति गलत पार्टी में था अगर वह आना चाहें तो उनके लिये सपा के दरवाजे खुले हैं।
-वहीं हाल ही में रालोद में शामिल हुए सपा से निष्कासित अमर सिंह के भैंस के बयान पर आजम ने कहा कि अमर सिंह का स्तर ही नहीं कि उनका जवाब दिया जाए। उनकी शायरी भी ट्रक वाली होती है और वह भी वैसे ही हैं।
गौरतलब है कि अमर सिंह ने भैंसों की तारीफ कर कहा था कि उप्र में भैंस ज्यादा महत्वपूर्ण है। वहीं अब आजम ने कहा कि अमर साफ करें कि उन्हें कौन कौन से भैंस पसंद हैं।
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झंडारोहण से तिलवाड़ा पशु मेले का आगाज


झंडारोहण से तिलवाड़ा पशु मेले का आगाज
  बालोतरा



तिलवाड़ा में विश्व प्रसिद्ध श्री मल्लीनाथ चैत्री पशु मेला का गुरुवार को एसडीएम उदयभानू चारण ने झंडारोहण कर उद्घाटन किया। ढोल-थाली और श्री मल्लीनाथ बाबा के जयघोष के साथ पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चारण व पूजन के साथ मेले की शुरूआत हुई। 


पशुपालन विभाग बाड़मेर की ओर से आयोजित मेले में एसडीएम उदयभानू चारण ने कहा कि मेले में पशुपालकों व पशुओं के लिए चारा, पानी, भोजन व सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है। इस मेले की रौनक बनी रहे, इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर हर प्रयास किए गए हैं। झंडारोहण के बाद एसडीएम चारण ने मेले में विभिन्न विभाग की ओर से लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। डीएसपी अमृत जीनगर से मेले में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर वार्ता की और मेले में पशुपालकों के साथ कोई अप्रिय घटना नहीं हो, इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के निर्देश दिए। मेले में प्रसिद्ध नस्ल के पशु पहुंचे हैं। इनमें बैल, ऊंट व घोड़े-घोडिय़ां शामिल हैं। वहीं पशुओं के लिए श्रृंगार सहित अन्य उपयोगी सामग्री भी दुकानों पर उपलब्ध है। इस अवसर पर तहसीलदार हनुमानाराम चौधरी, विभिन्न विभागीय व प्रशासनिक अधिकारी, पशुपालक, सरपंच सुश्री अन्नपूर्णा, समाजसेवी चैनसिंह, रावल किशनसिंह, जबरसिंह, जेठूसिंह, नरेंद्रसिंह जसोल, भवानीसिंह टापरा, शोभसिंह, चंदनसिंह चांदेसरा सहित सैंकड़ों लोग उपस्थित थे।
हर वर्ष की भांति महावीर इंटरनेशनल चेरीटेबल ट्रस्ट की ओर से तिलवाड़ा पशु मेला में निशुल्क चिकित्सा शिविर लगाया गया है। शिविर का उद्घाटन जैदिया व तहसीलदार चौधरी ने किया।
बड़ी संख्या में दूर-दराज से खरीद-फरोख्त के लिए आए पशुपालक, पशुओं की आवक जारी, सांस्कृतिक 
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक एवं मेलाधिकारी डॉ. बीआर जैदिया ने बताया कि झंडारोहण तक मेले में 9,720 पशु पहुंच चुके हैं। इनमें 3800 बैल, 3820 ऊंट व 2050 घोड़े-घोडिय़ां शामिल हैं। पशुओं की आवक अभी जारी है। मेले में राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र बीकानेर के वैज्ञानिक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वहीं कृषि विभाग, पशुपालन विभाग व चिकित्सा विभाग की ओर से प्रदर्शनियां लगाई गई है। 

मेले में रोजाना कार्यक्रम आयोजित होंगे। मेलाधिकारी ने बताया कि 29 व 30 मार्च को पशु प्रतियोगिताएं रखी गई हैं। वहीं मेला झंडारोहण के साथ ही 31 मार्च तक रोजाना रात में सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। सफेद चि_ी 28 मार्च से शुरू होगी तथा पारितोषिक वितरण कार्यक्रम 31 मार्च को होगा। 

कार्यक्रम व प्रतियोगिताएं
:बालोतरा. मेले में उमड़े मेलार्थी।
अब तक 9,720 पशु
रोजाना कार्यक्रम

शहीद जयसिंह भाटी की स्मृति में बलिदान दिवस आयोजित, देश भक्तों को किया याद


राष्ट्रभाव की भावना से कुरीतियों का मुकाबला कर पाएंगे
जैसलमेर. बलिदान दिवस पर उमड़ा जनसमूह।
:जैसलमेर. बलिदान दिवस पर शहीद की वीरांगनाओं को सम्मानित करते हुए।
शहीद जयसिंह भाटी की स्मृति में बलिदान दिवस आयोजित, देश भक्तों को किया याद 


जैसलमेर



जिले के देवड़ा गांव निवासी शहीद जयसिंह भाटी के बलिदान दिवस पर गुरुवार को श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि क्षत्रिय युवक संघ के प्रमुख भगवानसिंह रोलसाहबसर ने कहा कि क्षत्रिय का कोई कोई धर्म या जाति नहीं होती, अन्याय का प्रतिकार करें और कमजोर की जो रक्षा करें, वही सही मायनों में क्षत्रिय है। श्रीमद् भागवत गीता के 18वें अध्याय का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आत्म बलिदान करने वाले मर कर भी अमर रहते हैं। रोलसाहबसर ने हनुमान चौराहा पर शहीद जयसिंह भाटी स्मृति संस्थान द्वारा आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में जिले के 21 शहीदों की वीरांगनाओं का भी सम्मान किया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित सीमाजन कल्याण समिति के प्रदेश संगठन मंत्री नीम्बसिंह ने कहा कि जैसलमेर की वीर प्रसूता भूमि पर शहादत की श्रेष्ठ परंपरा रही है। जो हमें राष्ट्रवाद की प्रेरणा देती है। उन्होंने उपस्थित जन समुदाय से कहा कि हमारा जिला सीमावर्ती है, आतंकवाद की काली छाया हम तक भी पहुंच सकती है इसलिए सीमावर्ती नागरिक सतर्क रहें। सीमाजन कल्याण समिति सीमा और आंतरिक सुरक्षा को लेकर जन जागरण के कार्य में जुटी है। पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह ने स्मृति संस्थान के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि मौजूदा हालात में व्यक्ति को नहीं बल्कि उसके बलिदान और चरित्र को याद करने की जरूरत है। शहीद जयसिंह शहादत की चुनौती को स्वीकारते हुए मरकर भी जीवन की परीक्षा में उत्तीर्ण हुए थे। मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत सहबौद्धिक प्रमुख गंगाविशन ने कहा कि सैनिक और संत की कोई जाति नहीं होती है। दलगत राजनीति और जातिगत विद्रूपता से स्वदेश की भावना आहत हो रही है। राष्ट्रवाद की भावना से ही हम कुरीतियों का मुकाबला कर जाएंगे। उन्होंने कहा कि अंग्रेजियत ने हमारी संयुक्त परिवार की परंपरा को चोट पहुंचाई है। मर्यादाओं का पालन करने से ही हम एक परिवार के रूप में रह सकते हैं। उन्होंने बताया कि स्वदेशी वस्तुओं का नहीं विचारों का नाम है। वस्तुओं के उपयोग से विचार, आचार और व्यवहार की जांच की जा सकती है। भारत ने ही पूरे विश्व को शक्ति और शास्त्रों का विचार दिया है। स्मृति संस्थान के सवाईसिंह देवड़ा ने संस्थान का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। सचिव डॉ. जालम सिंह रावलोत ने शहीद जयसिंह भाटी स्मृति संस्थान के गठन और इसके उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। अध्यक्ष किशन सिंह भाटी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम संयोजक डॉ. वीरेंद्रसिंह बैरसियाला ने किया। इस अवसर पर विधायक छोटू सिंह भाटी, पूर्व विधायक डॉ. जितेंद्रसिंह, पूर्व चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्जुनसिंह सहित सीमाजन कल्याण समिति के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में जिले भर के लोग उपस्थित थे। मंच संचालन वार्डन गणपतसिंह ने किया। समारोह के दौरान शहीदों की वीरांगनाओं को सम्मानित भी किया गया।
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गुरुवार, 27 मार्च 2014

बाड़मेर में जसवंत के लिए जनता दिखा रही दम

बाड़मेर में जसवंत के लिए जनता दिखा रही दम 
पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह इस बार बाड़मेर सीट से निर्दलीय मैदान में ताल ठोक रहे हैं। जसवंत बाड़मेर से भाजपा से टिकट मांग रहे थे, लेकिन पार्टी ने इनकार कर दिया। इस सीट पर उनका मुकाबला भाजपा प्रत्याशी कर्नल सोनाराम चौधरी से होगा। ऐसी स्थिति में जसवंत के लिए जनता दम दिखा रही हें। 
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जसवंत बाड़मेर जिले के जसोल गांव के हैं। पिछली बार वह दार्जिलिंग सीट से लोकसभा पहुंचे थे। भाजपा से मनमुटाव के बाद उन्होंने बाड़मेर के स्थानीय मतदाताओं से थाह ली और निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया। जिले में 1.5 लाख राजपूत मतदाता हैं। इसके अलावा, दूसरी जाति के मतदाताओं पर भी उनका प्रभाव है। लेकिन जसवंत की जीत की राह आसान नहीं दिखती। कांग्रेस से आए सोनाराम दिग्गज जाट नेता हैं और उन्हें वसुंधरा राजे का करीबी माना जाता है। खुद वसुंधरा उनके लिए वोट की अपील कर रही हैं। कांग्रेस के पूर्व सांसद सोनाराम इस बार विधानसभा चुनाव हार गए थे।

 फायदा या नुकसान: हालांकि जसवंत ने अभी तक पार्टी नहीं छोड़ी है, लेकिन उसे कहीं का छोड़ा भी नहीं है। वह मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह के खिलाफ खुलेआम नाराजगी जता चुके हैं। साथ ही, नरेंद्र मोदी पर भी टिप्पणी करके पार्टी की मुश्किलें बढ़ा चुके हैं। हालांकि कुछ नेता ‘बाहरी’ सोनाराम को टिकट देने से खफा हैं। इसलिए भीतरखाने जसवंत को समर्थन मिल सकता है।

मुश्किल राह: जसवंत के पुत्र मानवेंद्र सिंह शिव विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं, लेकिन वह भी मदद करने में असमर्थ हैं। वसुंधरा के रहते उनकी राह कभी आसान नहीं होगी। विधानसभा में जीत के बाद पार्टी में वसुंधरा का कद काफी बढ़ गया है। वसुंधरा ने चर्चा के लिए बाड़मेर और जैसलमेर जिलों के विधायकों की बैठक बुलाई थी, लेकिन मानवेंद्र इससे दूर रहे।

क्या होगा?: जसवंत यह कह कर पार्टी नहीं छोड़ रहे हैं कि वह भाजपा के संस्थापक सदस्य हैं। पार्टी ने उन्हें चुनाव के बाद अहम भूमिका सौंपने का प्रलोभन भी दिया जिसे उन्होंने ठुकरा दिया। ऐसी हालत में यदि वह नाम वापस नहीं लेते हैं तो भाजपा उन्हें बाहर का रास्ता दिखा सकती है। जिन्ना पर अपने रुख को लेकर पहले भी निकाले जा चुके हैं।

उपलब्धियां
1980-86 - राज्यसभा सांसद
1990-96 - लोकसभा सांसद
1998-04 - राज्यसभा सांसद

कई समितियों के सदस्य और प्रमुख रहे, योजना आयोग के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं
वित्त मंत्री, विदेश मंत्री, रक्षा मंत्रालय (अतिरिक्त प्रभार) जैसे अहम पदों पर रहे

चौधरी के निधन पर सीएम ने जताया शोक

जयपुर। विधानसभाध्यक्ष कैलाश मेघवाल, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पूर्व राजस्व नेता गंगाराम चौधरी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
राजे ने अपने संवेदना संदेश में कहा कि स्व. चौधरी जीवन पर्यत किसानों और कमजोर वर्गो के हितों के लिए संर्घषरत रहे। उनके निधन से प्रदेश ने एक कुशल राजनेता खो दिया है। सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में उनका योगदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा।

विधानसभाध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने कहा कि उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में गांव, गरीब और किसान की बात की। - 

"रानियों की कोख से नहीं अब मतदान बॉक्स से पैदा होते हैं राजा"

चित्तौड़गढ़। "राजा अब रानियों की कोख से नहीं बल्कि मतदाता के बक्से से पैदा होता है।" ये कहना है राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का। राजे गुरूवार को चित्तौड़ दुर्ग पर जौहर श्रद्धाजंलि समारोह को सम्बोधित कर रहीं थी। उन्होंने कहा कि,"समय अब बदल चुका है। अब लड़ाई शस्त्रों से नहीं बल्कि शब्दों से होती है। चित्तौड़गढ़ अपनी वीरता के लिए पहचाना जाता है। किस वीरता के साथ इस दुर्ग पर लड़ाई लड़ी गई, वह एक जमाना था।""रानियों की कोख से नहीं अब मतदान बॉक्स से पैदा होते हैं राजा"
जौहर स्मृति संस्थान के इस सामाजिक आयोजन में मुख्यमंत्री ने लोकसभा चुनाव के चलते राजनीतिक बातें भी की। उन्होंने कहा कि राजस्थान में भाजपा ने 163 सीटें जीती, यह किसी एक व्यक्ति की बदौलत नहीं बल्कि इसमें 36 कौमों का योगदान था।

राजस्थानी भाषा का भाजपा निकालेगी समाधान
उन्होंने कहा कि हमनें हर कौम को गले लगाकर साथ लेकर अपने पैरों पर खड़े करने का काम किया है। उन्होंने एक बार फिर भाजपा को राजस्थान में सभी 25 सीटों लोकसभा चुनाव में जीत दिलाने की आह्वान किया। राजस्थानी भाष को मान्यता दिलाने की मांग पर उन्होंने कहा कि यह लड़ाई बहुत लम्बी है। अगर केन्द्र में भी भाजपा की सरकार बनी तो इस लड़ाई का समाधान निकल आएगा।

राज ने अपने सम्बोधन में कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए नामाकंन दाखिल करने का काम बुधवार को ही खत्म हुआ है। इसलिए चुनाव प्रचार आज ही से शुरू हुआ है। यह उनका सौभाग्य है कि त्याग एवं बलिदान की इस धरती से आर्शीवाद लेकर चुनाव प्रचार को जा रहीं है।