चित्तौड़गढ़। "राजा अब रानियों की कोख से नहीं बल्कि मतदाता के बक्से से पैदा होता है।" ये कहना है राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का। राजे गुरूवार को चित्तौड़ दुर्ग पर जौहर श्रद्धाजंलि समारोह को सम्बोधित कर रहीं थी। उन्होंने कहा कि,"समय अब बदल चुका है। अब लड़ाई शस्त्रों से नहीं बल्कि शब्दों से होती है। चित्तौड़गढ़ अपनी वीरता के लिए पहचाना जाता है। किस वीरता के साथ इस दुर्ग पर लड़ाई लड़ी गई, वह एक जमाना था।"
जौहर स्मृति संस्थान के इस सामाजिक आयोजन में मुख्यमंत्री ने लोकसभा चुनाव के चलते राजनीतिक बातें भी की। उन्होंने कहा कि राजस्थान में भाजपा ने 163 सीटें जीती, यह किसी एक व्यक्ति की बदौलत नहीं बल्कि इसमें 36 कौमों का योगदान था।
राजस्थानी भाषा का भाजपा निकालेगी समाधान
उन्होंने कहा कि हमनें हर कौम को गले लगाकर साथ लेकर अपने पैरों पर खड़े करने का काम किया है। उन्होंने एक बार फिर भाजपा को राजस्थान में सभी 25 सीटों लोकसभा चुनाव में जीत दिलाने की आह्वान किया। राजस्थानी भाष को मान्यता दिलाने की मांग पर उन्होंने कहा कि यह लड़ाई बहुत लम्बी है। अगर केन्द्र में भी भाजपा की सरकार बनी तो इस लड़ाई का समाधान निकल आएगा।
राज ने अपने सम्बोधन में कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए नामाकंन दाखिल करने का काम बुधवार को ही खत्म हुआ है। इसलिए चुनाव प्रचार आज ही से शुरू हुआ है। यह उनका सौभाग्य है कि त्याग एवं बलिदान की इस धरती से आर्शीवाद लेकर चुनाव प्रचार को जा रहीं है।
जौहर स्मृति संस्थान के इस सामाजिक आयोजन में मुख्यमंत्री ने लोकसभा चुनाव के चलते राजनीतिक बातें भी की। उन्होंने कहा कि राजस्थान में भाजपा ने 163 सीटें जीती, यह किसी एक व्यक्ति की बदौलत नहीं बल्कि इसमें 36 कौमों का योगदान था।
राजस्थानी भाषा का भाजपा निकालेगी समाधान
उन्होंने कहा कि हमनें हर कौम को गले लगाकर साथ लेकर अपने पैरों पर खड़े करने का काम किया है। उन्होंने एक बार फिर भाजपा को राजस्थान में सभी 25 सीटों लोकसभा चुनाव में जीत दिलाने की आह्वान किया। राजस्थानी भाष को मान्यता दिलाने की मांग पर उन्होंने कहा कि यह लड़ाई बहुत लम्बी है। अगर केन्द्र में भी भाजपा की सरकार बनी तो इस लड़ाई का समाधान निकल आएगा।
राज ने अपने सम्बोधन में कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए नामाकंन दाखिल करने का काम बुधवार को ही खत्म हुआ है। इसलिए चुनाव प्रचार आज ही से शुरू हुआ है। यह उनका सौभाग्य है कि त्याग एवं बलिदान की इस धरती से आर्शीवाद लेकर चुनाव प्रचार को जा रहीं है।
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