शुक्रवार, 30 अगस्त 2013

गहलोत 01 सितम्बर को पोकरण में, करेगे मुख्य ट्रांसमिशन पेयजल परियोजना का लोकार्पण

गहलोत 01 सितम्बर को पोकरण में, करेगे मुख्य ट्रांसमिशन पेयजल परियोजना का लोकार्पण

जैसलमेर, 30 अ्रगस्त।
मुख्यमंत्री अषोक गहलोत दो दिवसीय यात्रा पर रविवार, 01 सितम्बर को पोकरण व 2 सितम्बर, सोमवार को जैसलमेर आ रहे है।
जिला कलक्टर एन.एल. मीना ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री अषोक गहलोत 01 सितम्बर, रविवार को अपरान्ह् 5 बजे पोकरण पहुँचेगे। मुख्यमंत्री गहलोत पोकरण में पोकरण-फलसूण्ड-बालोतरा-सिवाना लिफ्ट पेयजल परियोजना के अन्तर्गत नाचना से बीलिया तक मुख्य ट्रांसमिषन पेयजल परियोजना का लोकार्पण करेगें। मुख्यमंत्री इस परियोजना के अन्तर्गत जैसलमेर जिले की पोकरण तहसील के 71 गावों की कलस्टर पेयजल परियोजना, जिले की पोकरण तहसील के 108 गावों की कलस्टर पेयजल परियोजना तथा पोकरण से संतरा भाकरी तक पेयजल ट्रांसमिषन मेन परियोजना का षिलान्यास करेगें। मुख्यमंत्री गहलोत रात्रि विश्राम पोकरण में करेगें।
जिला कलक्टर मीना ने बताया कि मुख्यमंत्री गहलोत सोमवार, 2 सितम्बर को प्रातः 9 बजे राजकीय कार द्वारा पोकरण से प्रस्थान कर प्रातः 10.30 बजे सगरा-भोजका पहुँचेगें, वे वहां सेन्टर आॅफ एस्सीलेन्स खजूर उत्पादन केन्द्र का षिलान्यास करेगें। मुख्यमंत्री गहलोत वहां से प्रातः 11 बजे प्रस्थान कर मध्यान्ह् 12 बजे जैसलमेर पहुँचेगे एवं वे वहां कांग्रेस भवन का उद्घाटन करेगें। मुख्यमंत्री श्री गहलोत सोमवार को दोपहर 12.30 बजे जैसलमेर से राजकीय वायुयान से जयपुर के लिए रवाना होगें।

संकल्प हस्ताक्षर अभियान के प्रति थार वासियों का उत्साह

संकल्प हस्ताक्षर अभियान के प्रति थार वासियों का उत्साह 

राजस्थानी महज़ भाषा नहीं हमारी पहचान हें 

बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर के तत्वाधान में चलाये जा रहे संकल्प हस्ताक्षर अभियान शुक्रवार को कलेक्टर परिसर के बाहर संचालित किया गया। संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के उद्देश्य से संचालित किये जा रहे राजस्थानी भाषा संकल्प हस्ताक्षर अभियान शुक्रवार को रमेश सिंह इन्दा और जीतेन्द्र फुलवरिया के नेतृत्व में चलाया गया। आज दिन भर थार वासियों के हस्ताक्षर करने की रेलम पेल रही। बाड़मेर वासियों ने राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए जोरदार उत्साह दिखाते हुए संकल्प बेनर पर हस्ताक्षर कर अभियान के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया। राजस्थानी भाषा को अपनी पहचान बताने हुए युसूफ खान लोहार ने कहा की राजस्थानी भाषा हमारी पहचान हें इसे हम खोने नहीं देंगे ,उन्होंने कहा की राजस्थानी को मान्यता ना देकर सरकार भारी भूल कर रही हें ,उन्होंने कहा की बेहद सुरीली राजस्थानी भाषा ने भर में पहचान दिलाई हें। राजस्थानी के बिना राजस्थान का कोई अस्तित्व ही नहीं हें। समिति द्वारा पचास हज़ार हास्ताक्सर का लक्ष्य रखा हें। सोमवार को अभियान धोरीमन्ना में चलाया जाएगा। 

संकल्प हस्ताक्षर अभियान के प्रति थार वासियों का उत्साह

संकल्प हस्ताक्षर अभियान के प्रति थार वासियों का उत्साह

राजस्थानी महज़ भाषा नहीं हमारी पहचान हें

बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर के तत्वाधान में चलाये जा रहे संकल्प हस्ताक्षर अभियान शुक्रवार को कलेक्टर परिसर के बाहर संचालित किया गया। संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के उद्देश्य से संचालित किये जा रहे राजस्थानी भाषा संकल्प हस्ताक्षर अभियान शुक्रवार को रमेश सिंह इन्दा और जीतेन्द्र फुलवरिया के नेतृत्व में चलाया गया। आज दिन भर थार वासियों के हस्ताक्षर करने की रेलम पेल रही। बाड़मेर वासियों ने राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए जोरदार उत्साह दिखाते हुए संकल्प बेनर पर हस्ताक्षर कर अभियान के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया। राजस्थानी भाषा को अपनी पहचान बताने हुए युसूफ खान लोहार ने कहा की राजस्थानी भाषा हमारी पहचान हें इसे हम खोने नहीं देंगे ,उन्होंने कहा की राजस्थानी को मान्यता ना देकर सरकार भारी भूल कर रही हें ,उन्होंने कहा की बेहद सुरीली राजस्थानी भाषा ने भर में पहचान दिलाई हें। राजस्थानी के बिना राजस्थान का कोई अस्तित्व ही नहीं हें। समिति द्वारा पचास हज़ार हास्ताक्सर का लक्ष्य रखा हें। सोमवार को अभियान धोरीमन्ना में चलाया जाएगा।

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गाजी फ़क़ीर हिस्ट्रीशीट प्रकरण के डैमेज कंट्रोल के लिए पोकरण आ रहे हें मुख्यमंत्री ?


गाजी फ़क़ीर हिस्ट्रीशीट प्रकरण के डैमेज कंट्रोल के लिए पोकरण आ रहे हें मुख्यमंत्री ?



जैसलमेर में हल ही के दिनों में मुस्लिम धर्म गुरु गाजी फ़क़ीर की हिस्ट्रीशीट पुलिस अधीक्षक पंकज चौधरी द्वारा खोले जाने तथा उसके बाद पंकज के तबादले के चलते जैसलमेर देश भर की सुर्ख़ियों में रहा था। एक पुलिस ऑफिसर द्वारा गाजी फ़क़ीर के पोकरण विधायक पुत्र साले मोहम्मद पर पाकिस्तान की जासूसी करने वाले शक्श को अपने पेट्रोल पम्प पर नौकरी देने का गंभीर आरोप लगाया साथ ही उनके सियासी ताल्लुकातो का जबरदस्त खुलासा किया था ,गाजी फ़क़ीर की हिस्ट्रीशीट खुलने के तुरंत बाद पुलिस अधीक्षक पंकज चौधरी की नॉन फिल्ड पोस्टिंग खासी चर्चा में रही। पुलिस द्वारा सनसनीखेज खुलासे के बाद जैसलमेर पोकरण की सियासत में भूकंप सा आ गया। साले मोहम्मद और उनके जिला प्र्रमुख भाई अब्दुल्लाह फ़क़ीर को उनके विरोधी कांग्रेसी गुट की कारस्तानी अछि तरह समझ में आ गयी। इस प्रकरण में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्याम बयान दिया था की गाजी फ़क़ीर की हिस्ट्रीशीट खोलने के आदेश राज्य सरकार ने स्वयं दिए थे। इसके बाद फ़क़ीर परिवार को मुस्लिमो के अलावा एनी समाजो में राजनितिक नुक्सान हुआ। उनकी छवि को ठेस भी लगी ,मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दो दिवसीय दौरे पर एक सितम्बर को पोकरण पहुँच रहे हें। पोकरण जैसी छोटी जगह पर मुख्यमंत्री दो दिन तक रहे यह राजनितिक गलियारों में चर्चा का विषय हें। राजनितिक हलको में चर्चा हें की पुलिस द्वारा गाजी फ़क़ीर की हिस्ट्रीशीट खुलने के प्रकरण के बाद हुए राजनितिक नुक्सान की भरपाई करने तथा फ़क़ीर परिवार के राजनितिक रुतबे को बरकरार रखने के उद्देश्य से दप दिन की पोकरण यात्रा पर मुख्यमंत्री आ रहे हें .इसी साल होने वाले चुनावो में मुस्लिमो की नाराजगी का दर अशोक गहलोत को सताने लग गया हें। गहलोत इस वक्त कोई राजनितिक रिस्क लेना नहीं चाहते। फ़क़ीर परिवार को नाराज करने का मतलब बाड़मेर जैसलमेर की कम से कम तीन सीटे गंवाना। देखना यह हें की गहलोत पोकरण दौरे में हिस्ट्रीशीटर गाजी फ़क़ीर से मिलने जाते हें या नहीं।

जब एक्ट्रेस का एक्टिंग के पैसों से नहीं चला खर्चा, तो उतर आई जिस्मफरोशी पर!



मुंबई। आज जैसे-जैसे समय बदल रहा है इंसान की आवश्यकताएं भी बढ़ती जा रही हैं। कभी- कभी ऐसा भी होता है कि जब लोगों की जरुरत सीमित आय में पूरी नहीं हो पाती तो वह गलत रास्तों पर भी चल पड़ते हैं।
जब एक्ट्रेस का एक्टिंग के पैसों से नहीं चला खर्चा, तो उतर आई जिस्मफरोशी पर!
ऐसा नहीं है की आम लोग ही ऐसा करते हैं बल्कि बड़े-बड़े स्टार चेहरे जिन्हें आप जाने-अनजाने टीवी चैनल पर देखते होंगे। इन्हीं में से कुछ नामी एक्ट्रेस जो अपनी बढ़ती आश्यकताओं को पूरा करने के लिए जिस्मेफरोसी जैसे काम भी करने लगती हैं। ऐसी सी कुछ एक्ट्रेस के बारे में आज हम बताने जा रहे हैं जिसकी धरपकड़ पुलिस ने की और किया था काले कामों का भंड़ाफोड़....

मुंबई के पॉश इलाके लोखंडवाला के मीरा टावर में श्रृति मंत्री नामक महिला के नाम रजिस्टर्ड फ्लैट में चल रहे हाईप्रोफाइल सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ ओशिवरा पुलिस ने किया था। पुलिस ने इस फ्लैट से सेक्स रैकेट में शामिल टीवी सीरियल की पांच अभिनेत्रियों को गिरफ्तार किया था। ओशिवरा पुलिस स्टेशन के सहायक पुलिस निरीक्षक रवींद्र पाटिल ने सेक्स रैकेट में छोटे पर्दे की पांच अभिनेत्रियों को गिरफ्तार किया गया था। लेकिन तकनीकी कारणों के चलते उन्होंने इन अभिनेत्रियों का नाम बताने से इनकार किया था।

ओशिवरा पुलिस को मीरा टावर के फ्लैट में इम्तियाज खान नामक दलाल द्वारा हाईप्रोफाइल सेक्स रैकेट चलाए जाने की सूचना मिली थी। फर्जी ग्राहक की दलाल से 'डील' एक लाख रुपये से शुरू हुई जो बाद में 25 हजार तक आ गई। इसके बाद दलाल ने पुलिस को कस्टमर समझ कर मुंबई के लोखंडवाला स्थित फ्लैट पर बुलाया। फिर पुलिस ने इस फ्लैट पर छापा मारकर महिला टीवी कलाकार को गिरफ्तार किया था

यासीन भटकल समझकर गलत शख्‍स को पकड़ लाई पुलिस?

नई दिल्ली. आतंकवादी यासीन भटकल को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे 12 दिन की एनआईए की कस्‍टडी में भेज दिया गया। यासीन के साथ पकड़े गए असदुल्‍ला को भी एनआईए की कस्‍टडी में भेजा गया है। हालांकि कोर्ट में पेशी के दौरान बचाव पक्ष के वकील ने दावा किया कि गिरफ्तार किया गया शख्‍स भटकल नहीं है। बचाव पक्ष के वकील एम एस खान ने कहा कि गिरफ्तार किए गए शख्‍स का नाम मोहम्‍मद अहमद है और उसे खुफिया विभाग के अफसरों ने गलती से देश के 12 मोस्‍ट वांटेड अपराधियों में से एक बता दिया है। खान ने कहा, 'अब यह खुफिया एजेंसियों को साबित करना होगा कि गिरफ्तार किया गया शख्‍स भटकल ही है। खुफिया एजेंसियों के पास इसके सबूत नहीं हैं कि वह भटकल ही है।' हालांकि कोर्ट ने भटकल को एनआईए की हिरासत में भेज दिया।
यासीन भटकल समझकर गलत शख्‍स को पकड़ लाई पुलिस?


उधर, कोलकाता के चांदनी चौक इलाके में धमाका होने से सनसनी फैल गई। भटकल ने बिहार की कोर्ट में पेशी के दौरान देश में कई जगहों पर हुए बम धमाकों में शामिल होने की बात कुबूल कर ली है। सूत्रों के मुताबिक यासीन ने दिल्ली, पुणे और बेंगलुरु में हुए बम धमाकों में अपना गुनाह मान लिया है। हालांकि भटकल ने अपना गुनाह तो कबूल कर लिया, लेकिन उसका कहना है कि उसे तबाही का अफसोस नहीं है। उसका कहना है कि वह धमाकों के जरिए खौफ का माहौल बनाना चाहता था।


उसने यह भी माना है कि कराची में ही इंडियन मुजाहिदीन का मुख्यालय है। एनआईए से जुड़े सूत्र बताते हैं कि 2009 में वह पाकिस्तान में था, जहां आईएसआई के बड़े अफसरों से मिला था। शुक्रवार को यासीन भटकल को दिल्ली लाया जा रहा है।



देश में 40 से ज्यादा बम धमाकों में 600 लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार बताए जाने वाले यासीन भटकल को गुरुवार को भारत-नेपाल सीमा पर रक्सौल से गिरफ्तार किया गया था और शाम को मोतिहारी की अदालत में उसकी पेशी हुई थी।

यासीन भटकल के सहारे खुफिया एजेंसियों को भारत में इसके नेटवर्क के कई बड़े गुर्गो तक पहुंचने की उम्मीद थी। लेकिन जिस तरह से उसके पकड़े जाने की सूचना ‘जल्द’ लीक हो गई, उससे खुफिया एजेंसियां खासी निराश है।

एक अधिकारी ने कहा कि टीवी चैनलों और वेबसाइट पर जिस तेजी से भटकल के पकड़े जाने की सूचना आई, उससे भटकल के नेटवर्क से जुड़े आतंकी सतर्क हो गए। अगर यह सूचना एक से दो दिन बाद सामने आती तो संभव था कि इस नेटवर्क के प्रमुख आतंकियों को पकडऩे में मदद मिलती। इस अधिकारी ने कहा कि भटकल को बुधवार की शाम को करीब 6.30 बजे पकड़ा गया था। इससे पहले की उससे पूछताछ हो पाती, गुरुवार की सुबह से ही सूचना सभी टीवी चैनल और प्रमुख वेबसाइट पर आने लगी। इससे अन्य प्रक्रिया प्रभावित होने लगीं। उस समय तक भटकल से औपचारिक पूछताछ भी शुरू नहीं हो पाई थी। अगर समय मिल गया होता तो उससे पूछताछ के सहारे कई लोगों तक पहुंचा जा सकता था। इस अधिकारी ने हालांकि यह बताने में असमर्थता जताई कि यह सूचना लीक कहां से हुई है। क्या उन्हें बिहार पुलिस पर शक है या फिर कर्नाटक पुलिस या फिर स्वयं आईबी से यह सूचना बाहर गई है, इस सवाल पर अधिकारी ने कहा कि समय कमी ढूंढने का नहीं है। बल्कि भटकल से पूछताछ कर उसके कारनामों की कड़ी जोडऩे का है।

आसाराम गायब,समर्थकों की मीडियाकर्मियों से मारपीट,कैमरे तोड़े

अहमदाबाद। यौन शोषण के आरोप में घिरे आसाराम बापू गायब हो गए हैं। उधर उनके समर्थक हिंसा पर उतर आए हैं। पुलिस और गुजरात हाईकोर्ट का रूख देख आसाराम दिल्ली जाने वाले थे,लेकिन कामयाब नहीं हो पाए। शुक्रवार शाम वे एयर इंडिया की फ्लाइट से दिल्ली निकल जाना चाहते थे। तय समय के अनुसार वे आश्रम से एयरपोर्ट के लिए निकले मगर रास्ते में हुई देरी से फ्लाइट में नहीं चढ़ सके।आसाराम गायब,समर्थकों की मीडियाकर्मियों से मारपीट,कैमरे तोड़े


एयरपोर्ट पहुंचने में वे करीब 15-20 मिनट लेट हो गए। उनके पहुंचने तक फ्लाइट के गेट बंद हो चुके थे। एयरपोर्ट पर कार्यरत एयर इंडिया के अधिकारियों ने उनका बोर्डिग पास बनाने से मना कर दिया जिस वजह से उन्हें वापसी करनी पड़ी। बाबा के पीछे लगे मीडिया ने एयरपोर्ट से निकलते वक्त जब उनसे बातचीत करनी चाही तो उनके समर्थक भड़क गए।



उन्होंने वहां मौजूद मीडियाकर्मियों संग पहले तो धक्का-मुक्की और फिर मारपीट पर उतर आए। उन्होंने कई मीडियाकर्मियों के कैमरे तोड़ दिए। खबर है कि वहां कवरेज के लिए मौजूद एक न्यूज चैनल की ओबी वैन भी समर्थकों के गुस्से क शिकार बनी। हंगामे के बीच आसाराम एयरपोर्ट से वापस चले गए, लेकिन वे कहां गए इस बात की जानकारी किसी के पास नहीं है। आसाराम न अभी तक आश्रम पहुंचे हैं और न ही उनके आश्रम का कोई व्यक्ति यह बता रहा है कि वे इस समय कहां हैं।


पहले लगाई अर्जी,बाद में वापस ली



गिरफ्तारी से बचने के लिए आसाराम ने शुक्रवार को गुजरात हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी लगाई। दोपहर बाद इस पर सुनवाई होनी थी, लेकिन कोर्ट का रूख भांपते हुए उन्होंने अर्जी वापस ले ली।


तो गिरफ्तार कर लाएंगे जोधपुर


जोधपुर पुलिस ने शुक्रवार को साफ कर दिया कि यदि आसाराम पेश नहीं होते हैं तो उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस दल भेजा जाएगा। जोधपुर पुलिस ने उन्हें 26 अगस्त को दिए समन में 30 अगस्त तक पेश होने को कहा था। उनके नहीं आने पर रात को अथवा शनिवार सुबह पुलिस दल गिरफ्तारी के लिए जोधपुर से रवाना हो जाएगा। जांच अधिकारी व एसीपी (पश्चिम) चंचल मिश्रा के नेतृत्व में तीन निरीक्षक व अन्य पुलिसकर्मियों की टीम गठित की गई है,जो संबंधित जिला पुलिस की मदद से आसाराम को पकड़कर यहां लाएगी।




आसाराम बापू गुरूवार को अपने समधी के अंतिम संस्कार में शामिल होने भोपाल आए थे। अपने पिता के बारे में जानकारी देते हुए उनके बेटे नारायण साई ने एक प्रेस कांफ्रेंस में वही पुरानी बातें ही दोहराईं कि,आरोप झूठे हैं, बापू को फंसाया जा रहा है, सच जल्द ही सामने आएगा। बापू की तबीयत ठीक नहीं है वे पंचकर्म चिकित्सा करवा रहे हैं।भले ही बापू का स्वास्थ्य ठीक नहीं है लेकिन उनका मनोबल बहुत ऊंचा है, ऊंट निकल गया है, पूंछ बाकी है, वो भी निकल जाएगी

नौकरी का झांसा देकर करता रहा दुष्कर्म

जयपुर। प्रताप नगर थाना क्षेत्र के जगतपुरा में रहने वाली एक विवाहिता से नेट के माध्यम से संपर्क में आए एक युवक की ओर से अश्लील क्लीपिंग बनाकर दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। आरोपी युवक की आए दिन की धमकियों से परेशान होकर पीडिता ने थाने पहुंच कर पुलिस को घटनाक्रम की जानकारी देते हुए मामला दर्ज कराया है।नौकरी का झांसा देकर करता रहा दुष्कर्म
पुलिस ने बैंगलोर निवासी आरोपी को पकड़ने के प्रयास तेज कर दिए हैं। प्रताप नगर थाना पुलिस के अनुसार इलाके के जगतपुरा स्थित एक अपार्टमेंट में रहने वाली विवाहिता ने मामला दर्ज कराया है कि वह अहमदाबाद स्थित एक मेडिकल की कंपनी में कार्य करती थी। नेट के माध्यम से करीब तीन महीने पहले उसके संपर्क में बैंगलोर निवासी शंकर वच्छानी नाम का युवक आया।

नशीली दवा देकर किया दुष्कर्म

युवक ने स्वयं को उद्योगपति बताते हुए विवाहिता को अपनी कपंनी में एमडी के पद पर सवा लाख रूपए पर नौकरी दिए जाने की बात कही। आरोपी और विवाहिता के मध्य बातचीत होना शुरू हो गया। गत जून माह के पहले सप्ताह मेंं आरोपी जयपुर आया। इस दौरान विवाहिता ने उसे अपने अपार्टमेंट पर ठहराया। इस बीच आरोपी ने पीडिता को पेय पदार्थ में नशीली दवा दी और दुष्कर्म किया। इस दौरान आरोपी ने पीडिता से जयपुर की प्रॉपर्टी बेचकर बैंगलोर साथ चलने की बात कही। इस पर पीडिता राजी हो गई।

अश्लील क्लीपिंग बनाकर नेट पर डालने की धमकी

आरोपी पीडिता को अपने साथ बैंगलोर ले गया, यहां बंधक बनाकर दुष्कर्म करता रहा और विरोध किए जाने पर मारपीट भी की गई। पीडिता की ओर से विरोध किए जाने पर आरोपी ने दुष्कर्म के दौरान बनाई गई अश्लील क्लीपिंग दिखाते हुए इसे नेट पर सार्वजनिक करने की बात कही और जयपुर की प्रॉपर्टी को बेचने के लिए यहां भेज दिया। जयपुर में पहुंचने के बाद जब पीडिता ने आरोपी से संपर्क नहीं किया तो वह यहां आ धमका और स्टेशन के समीप स्थित एक होटल में ठहरते हुए फोन से पीडिता के पति व बच्चों को मारने की धमकी दी।

घर पहुंचा तो पीडिता ने दिखाई हिम्मत

आरोपी युवक पीडिता को धमकियां दे रहा था। इसी दौरान तीन दिन पहले आरोपी पीडिता को धमकाने जगतपुरा स्थित उसके घर पहुंच गया। आरोपी के जाने के बाद पीडिता हिम्मत दिखाते हुए थाने पहुंची और पुलिस को घटनाक्रम की जानकारी देते हुए मामला दर्ज कराया। मामले की जांच थाने की उपनिरीक्षक बबीता की ओर से की जा रही है।

रिश्ते तार-तार, तीन महीने तक भतीजी से बलात्कार

इंदौर। चंदन नगर में एक व्यक्ति ने रिश्तों को तार-तार करते हुए अपनी ही भतीजी के साथ तीन महीने तक दुष्कर्म किया। आरोपी डरा-धमकाकर तीन महीने तक नाबालिग भतीजी की इज्जत लूटता रहा। जब किशोरी गर्भवती हुई तो परिजनों को इस हैवानियत के बारे में पता चला और उन्होंने पुलिस की शरण ली। रिश्ते तार-तार, तीन महीने तक भतीजी से बलात्कार
लुनिया मोहल्ला, जवाहर टेकरी में रहने वाले एक व्यक्ति ने राजू पिता तारचंद कौशल निवासी कालाकुंड सिमरोल के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। उसने बताया कि आरोपी उसका जीजा है। वह और उसकी पत्नी दोनों मजदूरी करते हैं। उसका जीजा भी काम की तलाश में इंदौर आया और उनके घर में ही रूक गया था।

वह 10 जनवरी के आसपास आया था और 31 मार्च तक उसके घर पर ही रहा था। मार्च में उसका विवाद हुआ तो घर छोड़कर चला गया था। पिछले दिनों उसकी नाबालिग बेटी की तबीयत खराब हो गई। वे उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। जब अस्पताल में जांच हुई तो पता चला कि किशोरी को पांच महीने से ज्यादा का गर्भ है।

कहता था जान से मार देगा
किशोरी से पूछताछ की तो उसने बताया कि माता-पिता मजदूरी पर चले जाते थे तो फूफा राजू घर पर ही रूक जाता था, वह चाकू की नोंक पर डराता था कि किशोरी और उसके माता-पिता को जान से मार देगा। इस तरह वह डरा-धमकाकर उसके साथ तीन महीनों तक दुष्कृत्य करता रहा और धमकाता रहा कि उसने अगर यह बात किसी को बताई तो जान से मार देगा। इसी डर के कारण उसने घर के लोगों को कुछ नहीं बताया। फिलहाल पुलिस बच्ची से दुष्कृत्य करने वाले आरोपी फूफा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

जयपुर में बम धमाकों की धमकी,पुलिस अलर्ट

जयपुर। कुख्यात आतंककारी यासीन भटकल की गिरफ्तारी के बाद जयपुर में बम धमाकों की धमकी ने सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया है। पुलिस कंट्रोल रूम में शुक्रवार आए धमकी भरे कॉल में सवाई मानसिंह स्टेडियम के बाहर बम धमाके की बात कही गई है। इस धमकी के बाद जयपुर पुलिस कमिश्नर ने पुलिस को अलर्ट कर दिया है।
पुलिस कंट्रोल रूम सूत्रों के अनुसार करीब 3.30 बजे एक फोन कॉल के जरिए राजधानी में बम धमाके की धमकी दी गई। फोन करने वाले शख्स ने सवाई मानसिंह स्टेडियम में गेट नम्बर 6 पर बम रखे जाने की बात कही है। धमकी भरे फोन के बाद से पुलिस महकमें में खलबली मची हुई और कमिश्नरेट की ओर से अलर्ट जारी कर फोन करने वाली की तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।


उल्लेखनीय है कि यह पहला मौका नहीं है जब जयपुर में अफवाहों के बम धमाके हुए हो। इससे पूर्व भी कई बार शरारती तत्व पुलिस की नाक में दम करते हुए धमाकों की धमकी भरे कॉल कर चुके हैं।

मनमोहन का हमला- भारत दुनिया का पहला देश जहां विपक्ष पीएम को कहता है चोर



राज्यसभा में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह विपक्ष पर जमकर बरसे. इस दौरान सत्ता और विपक्ष में जमकर नोंक-झोंक भी हुई.
मनमोहन सिंह
पीएम ने सदन में अपने गुस्से का इजहार करते हुए कहा कि पिछले 9 सालों से संसद की कार्यवाही में विपक्ष अड़ंगा डाल रहा है. उन्होंने संसद में विपक्ष के बर्ताव पर भी गंभीर सवाल उठाए.

दरअसल, बदहाल इकॉनिमी और कमजोर रुपये को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में अपना बयान दिया. इसके बाद विपक्ष की ओर से अरुण जेटली और कई अन्य नेताओं पीएम के बयान पर स्पष्टता मांगी. अरुण जेटली ने सवाल उठाया कि पीएम सदन को ये बताएं कि वे अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए क्या कर रहे हैं ना कि अब तक क्या हुआ है.

अपना पक्ष रखने के लिए मनमोहन सिंह खड़े हुए और विपक्ष को ही सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया. उन्होंने कहा कि संसद में विपक्ष पीएम को चोर कहता है. किसी और देश में पीएम को चोर कहते सुना है? इसके बाद विपक्ष हंगामा मचाने लगा.

पीएम के इस बयान पर राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने कहा, 'मैं पीएम से पूछना चाहता हूं कि क्या आपने किसी ऐसे देश के बारे में सुना है, जहां विश्वास मत हासिल करने के लिए पैसों के दम पर सांसदों को खरीदा गया.'

इसके बाद वित्त मंत्री पी चिदंबरम भी नोंक-झोंक में शामिल हो गए. उन्होंने विपक्ष से अपील की कि विपक्ष को पीएम के बयान में बाधा नहीं डालनी चाहिए. चिदंबरम ने कहा कि जब जेटली ने बयान दिया था तो हमने बाधा नहीं डाला तो अब पीएम को भी अपना पक्ष रखने का मौका मिलना चाहिए.

इसके बाद मनमोहन सिंह ने कहा, 'नेता प्रतिपक्ष निवेशकों में विश्वास खत्म होने की बात करते है. जबकि मैं ऐसा नहीं मानता. मैं भी जानता हूं कि हमारे सामने कठिन चुनौती है. इसका समाधान हो सकता है अगर विपक्ष अपनी भूमिका को पहचाने और संसद को चलने दे.'

मनमोहन सिंह ने कहा, 'निवेशकों को सही संदेश देने की जिम्मेदारी सभी सांसदों की है. संसद देश की सर्वोपरि संस्था है और इसे सुचारू ढंग से चलने देना चाहिए.'

पीएम ने राज्यसभा में कोयला घोटाला के लापता फाइलों पर भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि मैं कोयला घोटाले की फाइलों का रखवाला नहीं हूं.


मूवी रिव्यू: सत्याग्रह अगर आप भ्रष्टाचार के खिलाफ सत्याग्रह में शामिल होने को बेताब है तो फिल्म आपके लिए है।

प्रकाश झा को जब कभी अपने पसंदीदा हीरो अजय देवगन का साथ मिला तभी उन्होंने ऐसी फिल्म बनाई जो दर्शकों की बड़ी क्लास और क्रिटिक्स की कसौटी पर भी खरी उतरी। 'गंगाजल', 'अपहरण' के बाद 'राजनीति' में अजय को लेकर कामयाबी की हैट-ट्रिक मना चुके झा ने इस बार भी अच्छी कोशिश की है जो यकीनन बॉक्स ऑफिस पर दर्शकों की एक खास क्लास को बटोरने का दम रखती है। पिछले कुछ अर्से से हर बार प्रकाश ने अपनी फिल्म में किसी सोशल कॉज को मुख्य मुद्दा बनाया है।Movies Review satyagraha
कहानी: रिटायर टीचर द्वारका आनंद (अमिताभ बच्चन) अपने सिद्घांतों पर चलने वाले ऐसे इंसान हैं, जो देश को भ्रष्टाचार की दलदल से निकालना चाहते है। दिल्ली में टेलिकॉम कंपनी चला रहा बिजनस टायकून मानव राघवेंद्र (अजय देवगन) का सपना अपने बिजनस को आकाश की ऊंचाइयों तक ले जाना है। अपने इस सपने को पूरा करने के लिए मानवेंद्र कुछ भी कर सकता है। दूसरी ओर, राजनीति को बिजनस समझने वाला प्रदेश का मिनिस्टर बलराम सिंह (मनोज वाजपेयी) किसी भी तरह सत्ता तक पहुंचना चाहता है। यास्मीन (करीना कपूर) एक खोजी टीवी चैनल से जुड़ी है, किसी भी खबर की तह तक पहुंचकर सच को दर्शकों के सामने लाना यास्मीन एकमात्र मकसद है।

कभी स्कूल में गुंडागर्दी करने के लिए द्वारका आनंद के हाथों स्कूल से निकाले जाने वाला अर्जुन राजवंशी सिंह (अर्जुन रामपाल) अब राजनीति में अपना मुकाम बनाने के लिए सड़कों पर राजनीति करने में बिजी है। इन सभी की लाइफ में टर्निंग पॉइंट उस वक्त जब आता है जब द्वारका आनंद के इंजिनियर बेटे अखिलेश की एक दुर्घटना में मौत हो जाती है। अखिलेश जिले में बन रहे एक फ्लाइओवर के प्रॉजेक्ट का हेड इंजिनियर है और फ्लाईओवर के निर्माण में चल रहे घपलों को उजागर करना चाहता है। अखिलेश की मौत के बाद मिनिस्टर बलराम सिंह की तरफ से परिवार को 25 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान होता है। अखिलेश की मौत के तीन महीने बाद भी जब पत्नी (अमृता सिंह) को मुआवजा नहीं मिलता तो वह कलक्टर ऑफिस में पहुंचती है। दरअसल, द्वारका आनंद और अखिलेश की पत्नी ने मुआवजे की रकम एक स्कूल को देना चाहते हैं। यहीं से शुरू होती है, भ्रष्टाचार के खिलाफ अकेले द्वारका आनंद द्वारा शुरू की गई जंग जो उन्हें जेल पहुंचाती है। भ्रष्टाचार को मिटाने की लिए शुरू हुई इस जंग में मानवेंद्र, अर्जुन, अखिलेश की पत्नी, यास्मीन के साथ-साथ पूरे जिले के लोग एक हो जाते हैं।

ऐक्टिंग : अमिताभ बच्चन ने एकबार फिर साबित किया उनके नाम के साथ महानायक क्यों जुड़ा है। बेशक फिल्म में उनका किरदार झा की पिछली फिल्म आरक्षण में उनके किरदार की याद दिलाए लेकिन द्वारका के किरदार को बिग बी ने एक ऐसा लुक दिया जो दर्शकों की कसौटी पर खरा उतरता है। अजय देवगन का किरदार दमदार है, भ्रष्ट नेता के किरदार में मनोज वाजपेयी लाजवाब रहे, फील्ड में लड़ने वाली जर्नलिस्ट यास्मीन के रोल में करीना कपूर को क्यों लिया गया, समझ से परे है।

निर्देशन: प्रकाश झा ने इस बार भी एक ऐसे सब्जेक्ट पर काम किया जिसमें उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का अच्छा मौका मिला। झा की तारीफ करनी होगी कि उन्होंने हजारों लोगों की भीड़ वाले कई सीन जोरदार ढंग से फिल्माएं हैं। इंटरवल से पहले फिल्म की गति कई बार थम सी जाती है।

संगीत: जनता का राज और रघुपति राघव राजा राम दो गाने खूब बन पड़े हैं। इन दोनों गानों को झा ने जिस भी सिचुएशन पर फिट किया वहीं फिट हुए।

क्यों देखें: अगर आप भ्रष्टाचार के खिलाफ सत्याग्रह में शामिल होने को बेताब है तो फिल्म आपके लिए है। फिल्म में ऐसा मेसेज है जो हमारे राजनेताओं की कलई खोलने के साथ-साथ सरकारी दफ्तरों में खुले आम चल रही रिश्वतबाजी का पर्दाफाश करता है।

इंडिया का पहला डिफेंस सैटलाइट GSAT-7 लॉन्च

नई दिल्ली।। भारत को पहली बार एक खास सैटलाइट लॉन्च करने में बड़ी कामयाबी मिली जो पूरी तरह से मिलिटरी को समर्पित है। जीएसएटी-7 सैटलाइट को लॉन्च करने में कुल 185 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। इस सैटलाइट के चलते एन्क्रिप्टेड सिस्टम के माध्यम से हिन्द महासागर में इंडियन नेवी को टॉप सीक्रिट जानने में मदद मिलेगी। अब नौसेना के जहाज दुश्मन जहाजों और पनडुब्बियों के सटीक स्थान जानने में और डेटा आदान-प्रदान करने में सक्षम होंगे। इस प्रक्रिया में, बेड़े में हर जहाज के अनुकूल बलों और दुश्मन की सामरिक स्थिति के बारे में व्यापक डिजिटल नक्शा होगा।

जीएसएटी-7 का निर्माण इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन(इसरो) ने किया था। इसे दक्षिण अमेरिका में कौरु से 2 बजे दिन में लॉन्च किया गया। इसमें फ्रैंच-निर्मित एरियन रॉकेट का उपयोग किया गया है। हालांकि इस उपग्रह का निर्माण देश में ही हुआ लेकिन इसरो ने अपने भारी रॉकेट के बजाय लॉन्च करने के लिए एक यूरोपीय रॉकेट किराए पर लिया।भू-समकालिक उपग्रह प्रक्षेपण यान(जीएसएलवी)के दुर्घटना ग्रस्त होने से इसरो कोई भी रिस्क लेने के मूड में नहीं था। हाल ही में इसमें ईंधन रिवास के कारण काफी नुकसान उठाना पड़ा था। इस पूरे मिशन को कामयाब बनाने में 655 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। इसमें किराए का रॉकेट और इंश्योरेंस खर्च भी शामिल है। 2.5 टन भारी मतलब 5 एडल्ट हाथी के बराबर का उपग्रह लॉन्च करने के साथ ही भारत यूएसए, रूस, फ्रांस और चीन जैसे देशों के क्लब में शामिल हो गया जिनके पास मिलिटरी कम्युनिकेशन सैटलाइट हैं।

सोने के दामों में आई 1575 रुपये की गिरावट



नई दिल्ली: कमजोर वैश्विक रूख और रूपए में सुधार के बीच स्टाकिस्टों द्वारा मुनाफावसूली के चलते दिल्ली सर्राफा बाजार में रिकार्ड उंचाई को छूने के बाद सोने के भाव 1575 रूपये की गिरावट के साथ 32,325 रूपये प्रति दस ग्राम बोले गये.

वहीं मौजूदा उच्चस्तर पर औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं द्वारा उठाव कम करने से चारी के भाव 2790 रू. टूट कर 55,710 रू. प्रति किलो रह गये.

बाजार सूत्रों के अनुसार रूपए में भारी गिरावट के बीच मौजूदा उच्चस्तर पर सोने में बिकवाली का दबाव रहा. सोना कल 34,500 रू. की नयी उंचाई को छू गया था.

वहीं रूपए में सुधार के संकेतों के बीच फुटकर कारोबारियों ने पुराना सोना बेचा, जिससे कारोबारी धारणा प्रभावित हुयी.

सिंगापुर में सोने के भाव 0.9 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1404.88 डालर प्रति औंस और चांदी के भाव 2.8 प्रतिशत टूट कर 23.66 डालर प्रति औंस रहे .

घरेलू बाजार में सोना 99.9 और 99.5 शुद्ध के भाव 1575 रू.की गिरावट के साथ क्रमश: 32,325 रू. और 32,125 रू. प्रति दस ग्राम बंद हुए. गिन्नी के भाव 200 रू. टूट कर 25,300 रू. प्रति आठ ग्राम बंद हुए .

चांदी तैयार के भाव 2790 रू. की गिरावट के साथ 55,710 रू. और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी के भाव 3700 रू. लुढ़कर 55,300 रू. किलो बंद हुए.

चांदी सिक्का के भाव 3000 रू. की गिरावट के साथ 89,000-90,000 रू. प्रति सैंकड़ा बंद हुए.

तालाब में डूबने से दो चचेरे भाइयों की मौत, परिवार सदमे में

तालाब में डूबने से दो चचेरे भाइयों की मौत, परिवार सदमे में 

बाबा रामदेव के दर्शनों के लिए आए श्रद्धालुओं के सालमसागर तालाब पर स्नान करते समय हुई दुर्घटना, गोताखोरों ने निकाले शव 

पोकरण



बाबा रामदेव के दर्शनों के लिए आए एक परिवार पर कहर टूट पड़ा। अपनी पैदल यात्रा कर अभी जालोर निवासी कक्काजी भील का परिवार के सभी सदस्य पोकरण पहुंचे भी नहीं थे कि घर के दो युवकों की सालमसागर तालाब में डूबने से मौत हो गई।

गुरुवार दोपहर 2.30 बजे बाबा रामदेव की समाधि के दर्शनों के लिए आए श्रद्धालुओं के दल में से दो युवक महेन्द्र पुत्र कक्काजी भील (18) साथ ही उसका चचेरा भाई केवाराम पुत्र मालाराम भील (17) सालमसागर तालाब में नहाने के लिए उतरे। पांव फिसल जाने के कारण दोनों युवक गहरे पानी में गिर गए और बाहर नहीं निकल पाने के कारण पानी में डूबने से दोनों की मौत हो गई। गोताखोरों ने दोनों युवकों के शव को बाहर निकाला।

परिवार देखता रहा और डूब गए युवक: पैदल यात्रा के दौरान पोकरण पहुंचने वाले दल में इन युवकों के साथ कई महिलाएं शामिल थी। तालाब में बने दो घाट में से एक पर परिवार की महिलाएं स्नान कर रही थी। महिलाओं के स्नान करने के बाद यह दोनों युवक पानी में उतरे तथा देखते ही देखते गहरे पानी में गिर गए, जिसके कारण डूबने से इन दोनों की मौत हो गई।