शुक्रवार, 31 मई 2013

5000 की रिश्वत लेते पटवारी गिरफ्तार

5000 की रिश्वत लेते पटवारी गिरफ्तार
 भीलवाड़ा। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो(एसीबी) ने शुक्रवार पालड़ी पटवारघर में कार्रवाई करते हुए पटवारी दिगंबर सिंह को 5 हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। पटवारी ने यह रिश्वत नामांतरण खुलवाने की एवज में मांगी थी।

ब्यूरों के अनुसार पटवारी के खिलाफ ब्यूरो को शिकायत मिली थी,जिसके आधार सत्यापन में पुष्टि होने पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। पटवारी के खिलाफ परिवादी आदित्यदेव वैष्णव ने ब्यूरो को शिकायत की थी।


ब्यूरो के अनुसार वैष्णव ने मां उषादेवी के नाम पर ग्राम छापरी में जमीन खरीदी दी। नामांतरण की प्रक्रिया के संबंध में वैष्णव ने पालड़ी पटवारी सिंह से मिले तो उन्होंने इसके लिए 7 हजार रूपए की रिश्वत मांगी। वैष्णव ने इसकी शिकायत ब्यूरो को की।

ब्यूरो ने पटवारी की शिकायत का सत्यापन करवाया और सही पाए जाने पर शुक्रवार को पटवारघर में उसे रंगे हाथों धरदबोचा।

"खूनी हाथ" ने सिर्फ गला दबाया-वसुंधरा

"खूनी हाथ" ने सिर्फ गला दबाया-वसुंधरा

जयपुर। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने कांग्रेस पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा है कि पचपन साल में कांग्रेस के खूनी हाथ ने सिर्फ गला दबाया है। लोगो की जेब काटी है। जब जरूरत पड़ी तो यह हाथ मदद के लिए कभी आगे नहीं आया। राजस्थान और दिल्ली में कांग्रेस की सरकारों ने देश को गड्ढे में ले जाने का काम किया है।

राजे ने शुक्रवार को नसीराबाद में सुराज संकल्प यात्रा के तहत सभा को सम्बोधित करते हुए राज्य सरकार की ओर से अपनी योजनाओं को लेकर किए जा रहे सभी दावों को झूठा करार दिया। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए बिजली, पानी , ब्याज मुक्त ऋण की योजना हों या नि:शुल्क दवा योजनाओं को लेकर रोजाना खूब बखान कर रही है। लेकिन प्रदेश में किसी को इनका कोई फायदा नहीं मिल पाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीपीएल परिवारों को भी बिना रिश्वत दिए किसी योजना का लाभ नहीं मिलता।

देवनारायण योजना का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि इस योजना में उनकी सरकार के वक्त पांच सौ करोड़ रूपए का बजट दिया। लेकिन अब वो पैसा कहां चला गया, पता नहीं? भामाशाह योजना में महिलाओं को प्रोत्साहन राशि का प्रावधा किया गया। यदि ये सरकार उस योजना को चालू रखती तो महिलाओं को किसी के सामने हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़ती। साढ़े चार साल में तो कांग्रेस की सरकार ने कुछ किया नहीं, अब चुनाव को देखते हुए अब येाजनाओं और नौकरियों की रेबडियां बांट रही है।

प्रदेश में शुद्ध पेयजल को राजे ने यहां अपनी प्राथमिकता बताया। राजे बोली कि हमारे समय में बीसलपुर से पानी आया। टंकियां बनी, लोगों को पानी मिला। अब वह पानी कहां चला गया। तीन साल के आंकड़े रखते हुए उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की ओर से पेयजल योजनाओं के पेटे आई राशि में से सैंकड़ों करोड़ रूपए बिना उपयोग के वापस चले गए। सरकार की इच्छाशक्ति होती तो इस राशि में पूरा राजस्थान आराम से पानी पी लेता। लेकिन ऎसा नहीं हुआ।

राजे ने लोगों ने आह्वान किया कि अब उन्हें भाजपा के साथ मिल कर नया राजस्थान बनाना है। सरकार के लोग अब इसी काम में लगें हैं कि अब चार महीनों में कैसे लोगों के वोट लिए जाएंगे। ये आपके पास आकर डराएंगे, धमकाएंगे लेकिन आपको डरना नहीं है। कटारिया प्रकरण पर बोलते हुए उन्होंने नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया को निर्दोष बताया और एक बार फिर कांग्रेस पर उन्हें फंसाने का आरोप लगाया।

वीडियो क्लिप ने मचाई सनसनी

वीडियो क्लिप ने मचाई सनसनी

इंदौर। पिछले एक पखवाड़े से शहर के चुनिंदा इलाकों में ब्लू-टूथ के जरिये प्रसारित हुई एक बेहद शर्मनाक वीडियो क्लिप से सनसनी फैली हुई है। एक पाठक ने न्यूज टुडे को वह क्लिप उपलब्ध करवाई है।

यहां हमारी मं किसी पीडिता को बदनाम करने की नहीं है, बल्कि उनमें से कुछ के चेहरों को बेनकाब किया जा रहा है, जिन्होंने शहर के आसपास के किसी जंगल जैसे इलाके में एक असहाय युवती के साथ गैंग-रेप किया।

बेशर्मी की हद तो ये है कि उन दरिंदों ने युवती के साथ हैवानियत तो की ही, साथ ही मोबाइल से उसकी वीडियो क्लिप भी बनाई। इतना सब करने के बावजूद आरोपी अब तक बचे हुए हैं।

करीब 32 मिनट की इस वीडियो क्लिप में किसी जंगल जैसे इलाके में जींस व टॉप पहने लगभग 20-22 साल की एक युवती के साथ छह युवकों ने गैंग-रेप किया है। क्लिप में आरोपियों के बीच जो संवाद होता सुनाई दिया उसके मुताबिक आरोपियों में विनोद, मुकेश व पल्ली नामक युवक लिप्त हैं। उनमें से अधिकांश ट्रेक-सूट का लोअर या बरमूडा पहने थे।

युवती पूरे समय रोते-गिड़गिड़ाते दया की भीख मांगती दिख रही है, लेकिन दरिंदे उस पर पाश्विक अत्याचार करते दिखाई दिए हैं। आरोपी शहर के बाहरी इलाके से आए छात्र या मजदूर वर्ग के भी हो सकते हैं। शहर में सहज उपलब्ध इस वीडियो क्लिप की विधिवत पड़ताल हो तो शायद बेटमा के गैंग रेप की तरह इस घिनौने मामले में भी आरोपियों का खुलासा हो सकता है।

गौरतलब है करीब दो साल पहले बेटमा में भी इसी तरह एक युवती के साथ 18 लोगों ने गैंग-रेप किया था। वारदात के कई दिन बाद जब उसकी वीडियो क्लिप बाजार में लोगों के मोबाइल तक पहुंची तब जाकर न सिर्फ पूरे मामले का खुलासा हुआ था, बल्कि 16 आरोपी गिरफ्तार होकर जेल की सलाखों के पीछे जापहुंचे थे। ताजा मामले में शिकार हुई अज्ञात युवती इतनी भीषण त्रासदी के बाद भी लंबे समय तक मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना का शिकार होती रहेगी।

न्याय विभाग की साइट पर "पाकिस्तान जिंदाबाद"

न्याय विभाग की साइट पर "पाकिस्तान जिंदाबाद"

जयपुर। इंटरनेट हैकर्स ने राजस्थान के न्याय विभाग को भी नहीं बख्शा है। हैकर्स ने विभाग की वेबसाइट को न सिर्फ हैक किया, बल्कि उस पर कुछ ऎसा लिख दिया कि न्याय विभाग के आलाधिकारियों के होश उड़ गए। हैकर्स ने "डब्लूडब्लूडब्लू डॉट एलआईटीईएस डॉट राजस्थान डॉट जीओवी डॉट इन" वेबसाइट के सर्कुलर को हैक कर उस पर लिख दिया "हैक बाई डॉ. फ्रेक पाकिस्तान जिंदाबाद"।

राजस्थान की वेबसाइट पर पाकिस्तान के जयकारे देख विभाग के अधिकारियों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई। नोडल अधिकारी ने तुरंत वेबसाइट को दुरूस्त करवाया और आईटी एक्ट के तहत अशोक नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

अशोक नगर थाना इंचार्ज जनेश सिंह ने बताया कि न्याय विभाग शासन सचिवालय के सहायक अनुभाग अधिकारी रामावतार ने इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। रिपोर्ट में उन्होंने बताया कि गत 28 मई को दोपहर करीब ढाई बजे विभाग की वेबसाइट हैक होने की जानकारी मिली। वेबसाइट के सर्कुलर पर "पाकिस्तान जिंदाबाद" लिखा हुआ था।

इस संबंध में विभाग के उच्चाधिकारियों को जानकारी दी गई और वेबसाइट को तुरंत दुरूस्त करवाया गया। बाद में विभाग की ओर से अशोक नगर थाने में मामला दर्ज करवाया गया। थाना इंचार्ज सिंह ने बताया कि विभाग की ओर से हैक वेबसाइट का प्रिंट दिया गया है। जिसमें "पाकिस्तान जिंदाबाद" लिखा दिख रहा है।

पहले भी हो चुकी है हैक
न्याय विभाग की साइट करीब छह माह पहले भी हैक हो चुकी है। इस संबंध में भी अशोक नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। मामले में विभाग की ओर से एसीएस होम और आई विभाग के सचिव को पत्र लिखकर तमाम कवायद से अवगत कराया गया था। इसके बादआईटी विभाग ने पोर्टल में परिवर्तन किए और सुरक्षा के लिए नए सॉफ्टवेयर भी डाले। इस पोर्टल को तैयार करने के लिए बैंगलूरू की एक आईटी कंपनी का सहयोग लिया गया था। इसमें विभाग ने करोड़ों रूपए खर्च किए।


विभाग ने वेबसाइट हैक होने की जानकारी मिलते ही कार्रवाई शुरू की,रिपोर्ट दर्ज कराने के साथ आईटी डिपार्टमेंट को भी सुरक्षा इंतजाम बढ़ाने के लिए पत्र लिखा गया है।
श्रीनिवासन शर्मा,विशिष्ट शासन सचिव,न्याय विभाग।

सांग सिंह प्रबल दावेदार पर साले मोहम्मद से पैक्ट की चर्चाएँ पड़ सकती हें भारी



जैसलमेर की ताज़ा राजनीती पर ख़ास रिपोर्ट जैसलमेर किस करवट बदलेगी राजनीती


सांग सिंह प्रबल दावेदार पर साले मोहम्मद से पैक्ट की चर्चाएँ पड़ सकती हें भारी



चन्दन सिंह भाटी


जैसलमेर भारत पाकिस्तान की सरहद पर बसे राजस्थान के अंतिम जिले जैसलमेर में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर स्थानीय नेताओं की जोर आश्माऎस शुरू हो गयी .जिले में दप विधानसभा सीटें जैसलमेर और पोकरण हें ,जन्हा वर्त्तमान में जैसलमेर सीट भाजपा और कांग्रेस के पास पोकरण हें .वर्त्तमान भाजपा विधायक छोटू सिंह भाटी का कार्यकाल कोई नहीं रहा .राजनितिक नासमझ के कारण कई मौको पर छोटू सिंह जनता के बीच अपनी छवि नहीं बना पाए वाही छोटू सिंह द्वारा वर्त्तमान कांग्रेस सरकार का हर कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज करने से भाजपा के आला नेता भी उनसे नाराज़ हें ,बताया जा रहा हें की कांग्रेस के हर कार्यक्रम में शरीक होकर छोटू सिंह गुणगान करते नज़र आने से भाजपा कार्यकर्ता खफा हें ,विकास के नाम पर भी छोटू सिंह कुछ भी नहीं कर पाए .विधायक कोटे का भी उपयोग नहीं कर पाए ,वर्तमान विधायक भाजपा प्रदेश अध्यक्षा वसुंधरा राजे की टीम से मेल नहीं खाते उन पर गाज गिर सकती हें ,भाजपा के पास दावेदारों में पूर्व विधायक सांग सिंह ,रेणुका भाटी ,मनोहर सिंह अडबाला ,रणवीर सिंह सोढा शामिल हें ,सांग सिंह ने गत पांच सालो में अपनी छवि जन नेता की बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी .जनता हो या किसान या छात्र हर आन्दोलन में साथ खड़े नज़र आये वही जन हित मुद्दों की पैरवी ,कांग्रेस नेताओं ,मंत्रियों का घेराव करने में भी अग्रणी ,रहे सांग सिंह जैसलमेर से सशक्त दावेदार हें मगर दो मर्चों पर वो भी कमज़ोर साबित हो रहे हें छोटू सिंह पर राजनितिक आरोप हें की उन्होंने अल्पसंख्यक नेता और पोकरण विधायक साले मोहम्मद से पेक्ट कर रखा हें की वो पोकरण में उनकी मदद करेंगे साले मोहम्मद जैसलमेर में मुसलमानों के वोट दिला कर मदद करे।इसी पेस्ट की शिकायत वसुंधरा राजे तक भाजपा के स्थानीय नेताओ ने की हें ,सांग सिंह पर कथित सी डी प्रकरण में शामिल होने की चर्चे हें ,इस सी डी को राज्य के एक चेनल ने चलाया था जिसके चलते उनकी टिकट कटी थी , इस बार सांग सिंह को टिकट मिली तो काफी भरी उम्मीदवार साबित होंगे अलबता एनी उम्मीदवारों में मनोहर सिंह अडबाला की साफ़ छवि और युवा होने के कारन उन्हें प्राथमिकता मिले तो कोई आश्चर्य नहीं सांग सिंह अगर फ़क़ीर परिवार के साथ किये कथित पेक्ट को छोड़ते हें तो भाजपा को पोकरण में भी सफलता मिल सकती हें ,कांग्रेस के पास भी जैसक्मेर में दावेदारों की लम्बी फेहरिस्त हें ,उम्मेद सिंह तंवर ,सुनीता भाटी ,सभापति अशोक सिंह तंवर ,गोवर्धन कल्ला ,दिनेश पाल सिंह ,जनक सिंह सत्तो ,देव्कारम माली ,इनमे उम्मेद सिंह तंवर और सुनीता भाटी सशक्त दावेदार हें ,अशोक गहलोत से नज़दीकियों का फायदा उम्मेद सिंह तंवर को मिले तो कोई आश्चर्य नहीं ,पोकरण में कांग्रेस के पास एक मात्र उम्मीदवार साले मोहम्मद हें वहीं भाजपा की और से गत चुनावों में बहुत कम अंतर से हरे शैतान सिंह ,पूर्व शिव विधायक जालम सिंह रावलोत ,मुराद अली मेहर के साथ साथ पूर्व सांसद मानवेन्द्र सिंह नाम भी चर्चा में हें ,शैतान सिंह को भाजपा एक और मौका दे सकती हें क्योंकि गत चुनावों में एक बारगी शैतान सिंह की जीत तय हो गयी थी मगर पोस्टल मतों में गणित बिगाड़ दिया लगभग पांच सौ मतों से चुनाव हार गए थे .भाजपा को पोकरण सीट निकलने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने होंगे क्योंकि वर्तमान विधायक साले मोहम्मद ने अपने कार्यकाल में हर वर्ग के लोगो का काम किया हें ,अलबता पोकरण और जैसलमेर प्रशासन में साले मोहम्मद समर्थको का दबदबा अन्य समाज के लोगो को पसंद नहीं आ रहा ,साले मोहम्मद के समर्थको का जिला प्रशासन में इस कदर आंतक हें की कोई अधिकारी इनके खिलाफ जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाते ,हर किसी के पास साले मोहम्मद जैसा पॉवर होना साले मोहम्मद के खिलाफ जा सकता हें .फ़क़ीर परिवार की बादशाहत को ग्रान लग चुका हें ,गाजी फ़क़ीर के नेपथ्य में जाने से और अल्पसंख्यक समुदाय में गाजी फ़क़ीर के विरोध के कारण कई मुस्लिम नेता उनके खिलाफ हो गए वर्तमान में जैसलमेर की राजनीती में भाजपा कांग्रेस के पास एक एक सीट जीतने का मौका हें मगर जो चुनाव में पूर्ण राजनितिक कूटनीति और रन निति से लडेगा उसे सफलता मिल सकती हें ,पिछली बार बागियों ने दोनों दलों का खेल बिगाड़ दिया था ,छोटू सिंह को शहरी मतदाताओ के अतिरिक्त समर्थन के कारन सफलता मिल गयी थी .--