शुक्रवार, 2 नवंबर 2012

गफूर भट्टा में चला बुलडोजर


गफूर  भट्टा में चला बुलडोजर


जैसलमेर  नगरपरिषद का अतिक्रमण हटाओ अभियान जारी है। गुरुवार को नगरपरिषद के अतिक्रमण दस्ते ने गफूर भट्टा क्षेत्र में बुलडोजर चलाया। हालांकि वर्तमान में केवल इस क्षेत्र में रास्ते साफ किए जा रहे हैं और गैर आबाद झोंपे हटाए जा रहे हैं। आगामी दिनों में त्योहारों को देखते हुए रहवासी झोंपों को नहीं तोड़ा जा रहा है। नगरपरिषद के अधिकारियों के अनुसार दीपावली के बाद कच्ची बस्तियों में युद्ध स्तर पर कार्रवाई की जाएगी। गुरुवार को गफूर भट्टा के एन ब्लॉक में नगरपरिषद ने कार्रवाई की। यहां 30 फीट चौड़े रास्ते को क्लियर किया गया ताकि आगामी दिनों में विकास के कार्य हो सके। वहीं इन रास्तों के बीच में आ रहे गैर आबाद झौंपो को भी जेसीबी की मदद से हटाया गया।

दोपहर बाद शुरू हुई कार्रवाई देर शाम तक चलती रही

गफूर भट्टा क्षेत्र के एन ब्लॉक में गुरुवार को दोपहर बाद करीब तीन बजे अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गई। लोगों के विरोध की आशंका को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त मात्रा में पुलिस जाब्ता भी नगरपरिषद के अतिक्रमण दस्ते के साथ था। हालांकि रास्ता साफ करने के दौरान किसी भी प्रकार का विरोध नहीं हुआ। देर शाम तक एन ब्लॉक के विभिन्न मार्गों को सुचारू कर दिया गया।

प्रशासन ने भेजा प्रतिनिधि

अतिक्रमण हटाने के दौरान किसी भी प्रकार की पक्षपात न हो और निष्पक्ष रूप से कार्रवाई हो, इसके लिए प्रशासन की ओर से फतेहगढ़ तहसीलदार नाथू सिंह राठौड़ को प्रतिनिधि के रूप में लगाया गया है। नगरपरिषद के आयुक्त माहेश्वरी व तहसीलदार राठौड़ के नेतृत्व में गुरुवार को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई।

रुक रुक कर चल रहा है अभियान

पिछले एक माह से नगरपरिषद का अतिक्रमण हटाओ अभियान चल रहा है। लेकिन इसकी गति काफी धीमी है। रुक रुक कर चल रहे इस अभियान के तहत एक दिन कार्रवाई होती है और उसके बाद कई दिनों तक मामला शांत रहता है। फिर उसके बाद कार्रवाई शुरू होती है। गौरतलब है कि करीब 15 -20 दिन पहले गफूर भट्टा में तीन दिन तक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई हुई थी और उसके बाद गुरुवार को फिर से कार्रवाई शुरू हुई।

ट्रेन की चपेट में आने से दो युवको की मौत


ट्रेन की चपेट में आने से दो युवको की मौत

बाड़मेर जिले के सरहदी गाँव गागरिया में स्कूल से लौट रहा बालक ट्रेन की चपेट में आ गया जिससे उसकी मौत हो गई ,गागरिया गाँव के समीप रेल पटरिय पार कर रहा अठारह वर्षीय युवक ट्रेन की चपेट में आ गया ,जिससे उसके शारीर के दो तुकडे हो गए .इसी तरह बालोतरा मेगा हाइवे पर बने पुलिए के पास ट्रेन की चपेट में आने से युवक की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार लखाराम पुत्र हेमाराम भील ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि गुरुवार शाम करीब 4 बजे बाड़मेर से जोधपुर की ओर जाने वाली साधारण सवारी गाड़ी के चपेट में आने से उसके पुत्र फूसाराम (17) की मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर मर्ग की कार्रवाई शुरू की।


स्कूल बस की टक्कर से बालक की मौत

बाड़मेर धोरीमन्ना थाना क्षेत्र में एक स्कूल बस की टक्कर से बालक की मौत होने का मामला सामने आया है। पुलिस के अनुसार धोरीमन्ना निवासी मेवाराम पुत्र जोगाराम ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसका पोता कुंदन कुमार घर के बाहर खेल रहा था। इसी दौरान एक स्कूल बस के चालक ने तेज गति व लापरवाही पूर्वक वाहन चलाकर उसे टक्कर मार दी। बस का अगला टायर बालक के सिर के ऊपर से गुजरने के कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया। इसके बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया। स्कूल बस पुलिस ने जब्त कर ली। वहीं बस चालक घटना के बाद फरार हो गया।

अब सरहदी गांवों में भी हो सकेगी एड्स की जांच


अब सरहदी गांवों में भी हो सकेगी एड्स की जांच


स्वास्थ्य विभाग ने 13 गांवों में खोले आईसीटीसी सेंटर


बाड़मेर एड्स को लेकर बाड़मेर बी ग्रेड में होने के कारण स्वास्थ्य विभाग ने 13 नए गांवों में आईसीटीसी सेंटर खोले हैं। इससे इन गांवों में अब एड्स की जांच हो सकेगी। इससे पहले लोगों को जांच करवाने के लिए गांव से ब्लॉक तक आना पड़ता था। इससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता था। खासकर गर्भवती महिलाओं को।

इन गांवों में खुले सेंटर: जसोल, मंडली, पाटोदी, गागरिया, बाटाडू, बुनिया, दाखा, भांड, नोखड़ा, पायलां कलां, बुरहान का तला, धनाऊ व सेड़वा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर नए आईसीटीसी सेंटर खोले गए। जिला अस्पताल, उप जिला अस्पताल, 14 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पहले से ही आईसीटीसी सेंटर बने हुए हैं। अब 13 नए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आईसीटीसी सेंटर खोले गए। इन सेंटरों से गर्भवती महिलाओं को सबसे ज्यादा सहूलियत होगी। गर्भवती महिलाओं की होने वाली एड्स की जांच करवाने के लिए अब तक गर्भवती महिलाओं को दूर दराज के गांवों से आने में परेशानी हो रही थी। लेकिन अब विभाग ने गांवों में भी यह सुविधा मुहैया करवाने के लिए कदम रखा है। अभी तक 16 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच की सुविधा हो गई है।

॥ जिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डिलेवरी लोड ज्यादा था, उनपर अभी आईसीटीसी सेंटर खोले गए हैं। जिससे एड्स के जांच के लिए गर्भवती महिलाओं को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। साथ ही आम लोगों को भी सेंटर से राहत मिलेगी। 
बी.एस. गहलोत, डिप्टी सीएमएचओ  

तीन पुत्रों को दो माह की सजा, गिरफ्तार करने के आदेश


तीन पुत्रों को दो माह की सजा, गिरफ्तार करने के आदेश

माता पिता की  सेवा  नहीं  करने  पर 
 

भरण पोषण अधिनियम के तहत माता-पिता को प्रतिमाह एक हजार रुपए नहीं देने पर एसडीएम गुड़ामालानी ने सुनाई सजा

बाड़मेर माता-पिता को भरण पोषण के लिए प्रतिमाह एक हजार रुपए की राशि नहीं देना तीन पुत्रों के लिए भारी पड़ गया है। बाड़मेर के गुड़ामालानी में उपखंड स्तर पर स्थापित अधिकरण ने इस मामले में तीन जनों को दो माह के सिविल कारावास की सजा सुनाई है। गौरतलब है कि संसद की ओर से पारित कानून को राजस्थान में वर्ष 2010 में लागू किया गया था।

...तो अब खाओ जेल की हवा: प्रकरण संख्या-1/12 के तहत दिए गए फैसले की पालना में जब सोनाराम के तीन पुत्रों बुधराम, पेमाराम व किसनाराम ने भरण पोषण की राशि देने से मना कर दिया तो कोर्ट ने गुरुवार को इन तीनों को 2-2 माह की सिविल कारावास से दंडित किया। वहीं एसएचओ को तीनों को अविलंब गिरफ्तार कर उपाधीक्षक जिला कारागृह को सुपुर्द कर इसकी रिपोर्ट न्यायालय में पेश करने के निर्देश दिए हैं।

क्या है मामला

सात बेटों की ओर से भरण पोषण नहीं करने और घर से बेदखल करने पर बाड़मेर जिले की गुड़ामालानी तहसील के नया कुआं निवासी सोनाराम पुत्र भागचंद ने 27 जुलाई को उपखंड मजिस्ट्रेट कोर्ट में प्रकरण दर्ज करवाया था। जिस पर न्यायालय ने भरण पोषण अधिनियम की उप धारा 5 के तहत पुलिस थाना गुड़ामालानी के एसएचओ को सोनाराम के प्रत्येक बेटे से एक-एक हजार रुपए वसूल कर मुहैया करवाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद एसएचओ स्तर पर इसकी पालना नहीं होने पर कोर्ट ऑफ कंटेम के तहत नोटिस जारी किया गया। इस पर थानाधिकारी ने जब सोनाराम के सात पुत्रों से राशि वसूलने की प्रक्रिया शुरू की तो चार बेटों ने तो राशि दे दी, लेकिन तीन बेटों ने इनकार कर दिया।



॥भरण पोषण अधिनियम के तहत कोर्ट के आदेश की पालना में सोनाराम के बेटों से राशि वसूली थी, तीन बेटों ने राशि देने से इनकार कर दिया था। सजा के संबंध में आदेश की कॉपी प्राप्त नहीं हुई है, मिलने पर इसकी पालना की जाएगी।

गौरव अमरावत, एसएचओ, पुलिस थाना-गुड़ामालानी

गुरुवार, 1 नवंबर 2012

दूध,पानी,तेल की खुली बिक्री पर बैन

दूध,पानी,तेल की खुली बिक्री पर बैन

नई दिल्ली। पानी,नमक,चाय,मसाले,दाल,अनाज,दूध,घी,खाद्य तेल,सीमेंट और कपडे धोने का पाउडर जैसी रोजमर्रा की वस्तएं अब खुली नहीं मिलेगी। सरकार ने गुरूवार को बताया कि दिन प्रतिदिन इस्तेमाल होने वाली 19 वस्तुओं की खुली बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और इनकी पैकिंग का आकार निश्चित कर दिया गया है।

सरकार के अनुसार पैकिंग के मानक तय कर दिए गए हैं और इन वस्तुओं की पैकिंग 50 ग्राम, 100 ग्राम और इसके गुणक, एक किलोग्राम और इसके गुणक तथा 10 किलोग्राम और इसके गुणक में ही की जाएगी। निर्देशों का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि 31 अक्टूबर 2012 पहले से बाजार में आ चुकी वस्तुओं की गैर मानक पैकिंग इसकी अपवाद रहेगी। सरकार ने कहा है कि इन वस्तुओं की बिक्री और आयात निश्चित पैकिंग में ही करना होगा। सरकार ने इस संबंध में सभी राज्यों और केंद्रित शासित प्रदेशों की सरकारों को सूचित कर दिया है और उचित कदम उठाने को कहा है।

निर्देशों के अनुसार बेबी फूड, घी, मक्खन,खाद्य तेल, चावल, आटा, वनस्पति, बिस्किट और ब्रेंड की खुली बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगी। इनकी बिक्री 25 ग्राम से लेकर 10 किलोग्राम की पैकिंग में की जा सकती है। इनके अलावा 100 ग्राम तक मोटे अनाज और दाल की खुली बिक्री जा सकती है लेकिन इससे ज्यादा की मात्रा के लिए मानक पैकिंग की जरूरत होगी। इनकी पैकिंग 100 ग्राम से लेकर पांच किलोग्राम और इसके गुणक में जा सकती है।

चाय और काफी की खुली बिक्री केवल 25 ग्राम तक होगी। इसके बाद इन्हें 50 ग्राम से लेकर एक किलोग्राम के पैकेट में रखना होगा। पेय पदार्थो में इस्तेमाल होने वाली वस्तुएं और दूध पाउडर 50 ग्राम तक खुले बेचे जा सकते हैं। इसके बाद इन्हें 100 ग्राम और इसके गुणक की पैकिंग में बेचना होगा। नमक,साबुन और पेंट की न्यूनतम पैकिंग 50 ग्राम होगी और इसके बाद इसके गुणक की पैकिंग में उपभोक्ता को मिलेगा। पीने के पानी की पैकिंग 100 ग्राम से लेकर पांच लीटर तक की होगी और इसके बाद यह एक लीटर के गुणक में बेचा जाएगा। सीमेंट की पैकिंग एक किलोग्राम और इसके गुणक में होगी।

सरकारी सम्पति चुराने वाला गिरोह पकड़ा जैसलमेर पुलिस ने

सरकारी सम्पति चुराने वाला गिरोह पकड़ा जैसलमेर पुलिस ने  



जैसलमेर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता राहुल के आदेशानुसार रामिंसह मीणा शायरसिंह वृताधिकारी वृत जैसलमेर एवं कल्याणमल बंजारा वृताधिकारी वृत पोकरण के निर्देशन में जिले के समस्त वृत क्षैत्र एवं थाना क्षैत्रों में सरकारी सम्पति चोरियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत रमेशकुमार नि.पु. थानाधिकारी पोकरण के नेतृत्व में श्रवणकुमार स.उ.नि., कानि सुभाषचन्द्र, कमलसिंह, भाईराम, नारायणसिंह, ओमप्रकाश ने गत दिनों   भोपालसिंह सरपंच केलावा की रिर्पोट पर दर्ज मुकदमें में राजीव गांधी सेवा केन्द्र केलावा से बैटरीया, इन्वेटर व केमरा चोरी करने वाले वहीद उर्फ कालु पुत्र रमजानखां निवासी पोकरण, साबिर उर्फ नैना पुत्र अब्दुल हकिम निवासी बड़ली माण्डा, मजुरदीन पुत्र हाफज अमीरदीन निवासी थाट व चोरी का माल खरीदने वाले कबाडी गणपत पुत्र कानाराम खटीक निवासी पोकरण को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर इन्वेटर, केमरा व बैटरीयां बरामद की गई तथा चोरी में प्रयुक्त वाहन को बरामद किया गया। सभी मुल्जिमो को 5 दिन के पुलिस रिमाण्ड पर लेकर संघन पुछताछ की जा रही है। इन मुल्जिमों से सम्पति सम्बन्धि कई ओर चोरीयां भी खुलने की पुर्ण सम्भावना है।

जैसलमेर में ‘‘अरण्य पर्व’’ की धूम



जैसलमेर में ‘‘अरण्य पर्व’’ की धूम

जनजाति कलाकारों के आकर्षक कार्यक्रमों का होगा प्रदर्शन

शुक्रवार को पोकरण और फतहगढ़ में सुरमई साँझ

जैसलमेर, 1 नवम्बर/जनजातीय कलाओं के प्रसार तथा आदिम कला शैलियों व कलाकारों को प्रोत्साहित करने के मकसद से भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से जैसलमेर में लोक कला यात्रा ‘‘अरण्य पर्व’’ का आयोजन शुक्रवार से होगा। आयोजन में पहले दिन 2 नवम्बर, शुक्रवार को पोकरण तथा फतेहगढ़ में जनजातीय कलाओं की प्रस्तुतियाँ होंगी। इन कार्यक्रमों को लेकर सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं।

इनका आयोजन जैसलमेर जिला प्रशासन, नगरपालिका पोकरण एवं नगर परिषद जैसलमेर, ग्राम पंचायत फतेहगढ़ एवं देवीकोट के सहयोग से किया जा रहा है।

जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने क्षेत्रवासियों से जनजातीय लोक कलाकारों के आकर्षक और मनभावन कार्यक्रमों में अधिक से अधिक भागीदारी निभाने की अपील की है।

पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, उदयपुर के निदेशक शैलेन्द्र दशोरा ने इस आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि भारत के अमूमन कई प्रांतों में जनजातियाँ बसर करती हैं, जिनके अपने अनूठे नृत्य हैं। इनमें कुछ कृषि प्रधान तो कुछ आनुष्ठानिक नृत्य,पर्व-उत्सव एवं त्योहारों के साथ ही वैवाहिक प्रसंगों पर केन्दि्रत शैलियों से जुड़े हुए हैं।

जनजातियों की ऎसी चुनिन्दा कला शैलियों को विभिन्न अंचलों में प्रसारित करने तथा जनजाति कलाकारों को कला प्रदर्शन का अवसर उपलब्ध करवाने के ध्येय से केन्द्र द्वारा क्षेत्रीय सांस्कृतिक केन्द्रों की रजत जयन्ती के अवसर पर राजस्थान की थार भूमि जैसलमेर में तीन दिवसीय कला यात्रा का आयोजन2, 3 व 4 नवम्बर को किया जा रहा है। इस आयोजन में एक दर्जन से ज्यादा आदिवासी नृत्य शैलियों के 200 लोक कलाकारों द्वारा कला प्रदर्शन किया जायेगा।

उन्होेंने बताया कि ‘‘अरण्य पर्व’’ के शीर्षक से अलंकृत इस आयोजन में 2 नवम्बर को पोकरण में पंचायत समिति कार्यालय के पास तथा फतहगढ़ में सीनियर सैकण्डरी स्कूल ग्राउण्ड, 3नवम्बर को देवीकोट में प्राथमिक विद्यालय प्रांगण तथा रामगढ़ में प्राथमिक विद्यालय प्रांगण में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा।

कार्यक्रम का समापन 4 नवम्बर को जैसलमेर के पूनम स्टेडियम में होगा। अरण्य पर्व के इन कार्यक्रमों का आयोजन संबंधित स्थलों पर सायं 7 बजे से शुरू होगा।

केन्द्र निदेशक दशोरा ने बताया कि इस आयोजन में राजस्थान से सहरिया स्वाँग, गरासिया गैर,गैर घूमरा, कुचामणी ख्याल, गुजरात से सिद्धि धमाल, मेवासी, डांग नृत्य, महाराष्ट्र से तारपा व सौंगी मुखवटे, गोवा से कुणबी गावड़ा व समई छत्तीसगढ़ से पंथी व गौंडी कर्मा मध्यप्रदेश नृत्य शैलियाँ उल्लेखनीय है।

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जिला कोषाधिकारी ने की पेंशनधारियों से अपील

खाता नम्बर से अवगत कराएं

जैसलमेर, 1 नवंबर/जिला कोषाधिकारी रश्मि बिस्सा ने उपखण्ड जैसलमेर, पोकरण एवं फतेहगढ (नगरीय सीमा) पर निवास कर रहे समस्त वृद्धावस्था पेंशनधारियों से आग्रह किया है कि अपने निवास स्थान से नजदीकी स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर/पोस्ट ऑफिस/राष्ट्रीयकृत बैंकाें में खुलवा रखे अपने खाता नम्बर की सूचना कोष कार्यालय/उपकोष में व्यक्तिगत उपस्थित होकर अथवा प्रतिनिधि के जरिये दर्ज कराएं।

यह भी स्पष्ट किया गया है कि अगर खाता न खुला हुआ हो तो शून्य अवशेष पर खाता खुलवा कर सूचना भिजवाएं। यह सूचना 20 नवंबर तक चाही गई है।

जिला कोषाधिकारी रश्मि बिस्सा ने बताया कि ऎसा वृद्धावस्था पेंशनधारियों को समय पर पेंशन भुगतान की प्रक्रिया में सुधार के लिए किया जा रहा है।

जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के नये अधिक्षण अभियंता बने

ओ पी व्यास ने पदभार ग्रहण किया

जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के नये अधिक्षण अभियंता बने

बाड़मेर , जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के नये अधिक्षण अभियंता व्रत बाड़मेर के रूप में ओ पी व्यास ने गुरुवार को पदभार ग्रहण किया . विभागीय निदेशालय से जारी नये आदेशो के मुताबित जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिक्षण अभियंता राकेश कुमार का स्थानान्तर्ण झालावाड किया गया है और ओ पी व्यास को बाड़मेर के नये अधिक्षण अभियंता के रूप में पदस्थापित किया गया है . ओ पी व्यास इससे पहले बाड़मेर में ही जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग में टी ए के पद पर कार्यरत थे . ओ पी व्यास ने पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने कहा की बाड़मेर में पानी को लेकर चल रही विकास योजनाओ में जहा गति ली जाएगी वही दूसरी तरफ मोजुदा स्कीमो के बेहतर संचालन के लिए हरसंभव परवश किये जाएँगे . उन्होंने कहा की बाड़मेर में आगामी दिनों में कई नविन पेयजल योजनाओ के पुरे होने का सुनहरे पल सभी के सामने होंगे . उन्होंने आम जनता में पानी को लेकर चलाये जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों की तारीफ करते हुए उन्हें और अभी सार्थक बनाने की बात को बल देने का भरोसा दिलाया . जिले मे आमजन को समय पर पेयजल सुविधाए मुहैया करवाने के लिए जलदाय विभाग के अधिकारी सक्रिय रह कर कार्य करेंगे तथा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जनता की आवश्यकताआें के अनुसार पेयजल उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करेंगे । शहरी क्षेत्र में की जाने वाली पेयजल आपूर्ति का समय समाचार पत्रों में प्रकाशित करवाया जाएगा ताकि पेयजल आपूर्ति के समय पाइप लाइन में पानी आने का इन्तजार नहीं करना पड़े। पर्याप्त स्वच्छ पेयजल सुलभ कराने में आने वाली अड़चनों को दूर करने के लिए जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा कई खास योजना बनाई जायेगी । ओ पी व्यास के पदभार ग्रहण के समय अधिशाषी अभियन्ता राम रतन शर्मा , बी एल जाटोल मोजूद थे .

लाहौर में बर्दाश्त नहीं 'हिंदू' भगत सिंह चौक

bhagat singh

लाहौर।। पाकिस्तान सरकार ने लाहौर में भगत सिंह के नाम पर एक चौक का नाम रखने के फैसला वापस ले लिया है। कट्टरपंथियों के दबाव के आगे झुकते हुए सरकार ने इस फैसले को फिलहाल टाल दिया है।

लाहौर प्रशासन ने पिछले महीने ऐलान किया था कि मशहूर शादमान चौक का नाम बदलकर भगत सिंह चौक किया जाएगा। महान क्रांतिकारी भगत सिंह का लाहौर से गहरा नाता रहा है। अंग्रेज प्रशासन के खिलाफ उनकी जंग का एक बड़ा हिस्सा लाहौर से जुड़ा रहा। उनके बलिदान को श्रद्धांजलि देने के मकसद से लाहौर प्रशासन ने यह फैसला किया था।

जिला प्रशासन प्रमुख नूरुल अमीन मेंगल ने यह फैसला किया था। लेकिन उनके ही दफ्तर के अधिकारियों ने चौक पर नाम पट्टी नहीं लगाई। इस पर वह खासे नाराज भी हुए थे। लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। और आखिरकार बुधवार को अधिकारियों ने कहा कि इस फैसले को फिलहाल टाल दिया गया है।एक अधिकारी ने बताया, 'हमें जमात उद दावा की तरफ से एक बहुत ही सख्त खत मिला था जिसमें कहा गया था कि चौक का नाम किसी हिंदू क्रांतिकारी के नाम पर नहीं रखा जाना चाहिए। हमें कुछ शहरियों की तरफ से भी अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिली थी।'
इस मसले पर एक सार्वजनिक सुनवाई हुई थी। अधिकारी ने बताया कि सुनवाई में काफी लोगों ने फैसले का विरोध किया।