शुक्रवार, 2 नवंबर 2012
अब सरहदी गांवों में भी हो सकेगी एड्स की जांच
अब सरहदी गांवों में भी हो सकेगी एड्स की जांच
स्वास्थ्य विभाग ने 13 गांवों में खोले आईसीटीसी सेंटर
बाड़मेर एड्स को लेकर बाड़मेर बी ग्रेड में होने के कारण स्वास्थ्य विभाग ने 13 नए गांवों में आईसीटीसी सेंटर खोले हैं। इससे इन गांवों में अब एड्स की जांच हो सकेगी। इससे पहले लोगों को जांच करवाने के लिए गांव से ब्लॉक तक आना पड़ता था। इससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता था। खासकर गर्भवती महिलाओं को।
इन गांवों में खुले सेंटर: जसोल, मंडली, पाटोदी, गागरिया, बाटाडू, बुनिया, दाखा, भांड, नोखड़ा, पायलां कलां, बुरहान का तला, धनाऊ व सेड़वा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर नए आईसीटीसी सेंटर खोले गए। जिला अस्पताल, उप जिला अस्पताल, 14 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पहले से ही आईसीटीसी सेंटर बने हुए हैं। अब 13 नए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आईसीटीसी सेंटर खोले गए। इन सेंटरों से गर्भवती महिलाओं को सबसे ज्यादा सहूलियत होगी। गर्भवती महिलाओं की होने वाली एड्स की जांच करवाने के लिए अब तक गर्भवती महिलाओं को दूर दराज के गांवों से आने में परेशानी हो रही थी। लेकिन अब विभाग ने गांवों में भी यह सुविधा मुहैया करवाने के लिए कदम रखा है। अभी तक 16 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच की सुविधा हो गई है।
॥ जिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डिलेवरी लोड ज्यादा था, उनपर अभी आईसीटीसी सेंटर खोले गए हैं। जिससे एड्स के जांच के लिए गर्भवती महिलाओं को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। साथ ही आम लोगों को भी सेंटर से राहत मिलेगी।
बी.एस. गहलोत, डिप्टी सीएमएचओ
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