मंगलवार, 3 जुलाई 2012

होटल की आड़ में चल रहा था सेक्स का धंधा, युवतियों को कर रखा था कैद!


 
जयपुर.करधनी इलाके में दादी का फाटक के समीप एक होटल में एक सप्ताह से पांच युवतियों को बंधक बनाकर जबरन देह व्यापार का संचालन करने वाले गिरोह का कमिश्नरेट की सीआईयू ने पर्दाफाश कर दिया। पुलिस ने होटल में बंद पांच युवतियों को छुड़ाकर होटल मालिक व मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (अपराध) रघुवीर सैनी के नेतृत्व में की गई।

पुलिस कमिश्नर बीएल सोनी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी रामदयाल शर्मा (52) न्यू कॉलोनी, मुरलीपुरा निवासी है। उसका दादी का फाटक के पास होटल राज इन है, जबकि दूसरा होटल मैनेजर सुखवीर सिंह (62) है। होटल से छुड़ाई गई युवतियों की उम्र करीब 20 से 22 वर्ष है। ये सभी दिल्ली, कोलकाता, मुंबई व असम की रहने वाली हैं।

एक पीड़ित युवती ने दी सूचना

मामले के अनुसार सोमवार शाम एडीसीपी रघुवीर सैनी को होटल में कुछ युवतियों को बंधक बनाकर अनैतिक काम कराने व मारपीट करने की सूचना मिली थी। यह सूचना एक पीड़ित युवती ने दी थी। इस पर सैनी के नेतृत्व में सीआईयू सादा कपड़ों में होटल पहुंची। वहां बोगस ग्राहक की मदद से मामले की सच्चई सामने आने पर टीम ने छापा मारा।
ताले तोड़ युवतियों को बाहर निकाला
सैनी ने बताया कि होटल मालिक ने पांचों युवतियों को होटल की पहली मंजिल पर कमरों में बंधक बना रखा था। इनमें तीन युवतियों को कमरों में बंद कर ताले लगा रखे थे, जिन्हें ताले तोड़कर बाहर निकाला गया। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि ये युवतियां करीब एक सप्ताह से होटल में बंधक थीं। शुरुआत में इन्हें 20 से 50 हजार रुपए देकर बाहर से अनैतिक काम के लिए बुलाया गया था। बाद में, रामदयाल व सुखबीर ने इन्हें होटल में बंधक बनाकर मारपीट करना शुरू कर दिया।

फाइल में बंद रसूखदार

पुलिस को होटल में तलाशी के दौरान एक फाइल मिली है। इसमें करीब एक हजार से ज्यादा ग्राहकों व युवतियों के मोबाइल फोन नंबर व पते मिले। इनमें कई रसूखदार लोगों के शामिल होने की संभावना है। इन नंबरों की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

सेक्स का खेलः इस शहर में धड़ल्ले से हो रही है पत्नियों की अदला-बदली

भिवानी.शादी होने के बाद एक महिला से उनका पति यही कामना करता है कि उनकी पत्नी सदा पतिव्रता का धर्म निभाएगी। मगर जब एक पति ही अपनी पत्नी को अपने दोस्त के साथ संबंध बनाने की कहे तो उक्त महिला क्या करे।
 
वह भी इसलिए कि उक्त युवती के पति ने शादी से पहले अपने दोस्त की पत्नी के साथ संबंध बनाए थे। जिले में पिछले तीन महीने में इस तरह के तीन सनसनीखेज मामले आए हैं। खास बात यह है कि ये तीनों मामले हाईप्रोफाइल की बजाय मध्यमवर्गीय परिवारों से हैं।

आगे आएं पीड़ित
महिला प्रोटेक्शन अधिकारी हरबंस कौर ने कहा कि इस तरह के मामले हमने हाईप्रोफाइल परिवारों के बारे में तो सुने थे, लेकिन उनकी ओर से भी कभी शिकायत नहीं आई। मगर ये तीनों युवतियां तो मध्यमवर्गीय परिवारों से संबंधित हैं। आखिर लोग अपनी पत्नियों और उनकी भावनाओं की कद्र क्यों नहीं कर रहे यह बात समझ से परे है। इसके लिए पीड़ित महिलाओं को समय रहते सही जगह पर शिकायत करनी होगी।
वहीं पीड़ित महिलाओं का कहना है कि वे नहीं चाहती कि उनकी समस्या लोगों के सामने जाएं। अगर ऐसा नहीं हुआ तो समाज में इस तरह की प्रवृत्ति कम होने की बजाय और बढ़ेगी। इसलिए इन पर अंकुश लगाने के लिए पीड़ितों को खुद आगे आना होगा।

किस्सा नंबर 1
शादी के तुरंत बाद डाला दबाव
राजू की शादी एक साल पहले ही हुई है। वह अपनी पत्नी संजना से कह रहा है कि तुम्हें उसके दोस्त राजन के साथ शारीरिक संबंध बनाने होंगे। संजना ने मना किया तो उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। संजना को न चाहते हुए भी गैर मर्द के साथ हम बिस्तर होना पड़ा। वहीं उसका पति अपने दोस्त की पत्नी से हम बिस्तर हो रहा था। आखिर उसने पति के खिलाफ घरेलू हिंसा का केस दर्ज करा दिया।
किस्सा नंबर 2
आखिर अदालत में उगल दिया सच
सतवंती की शादी को चार साल हो गए। शादी के दो साल बाद पति ने दबाव बनाना शुरू कर दिया कि वह उनके दोस्त के साथ शारीरिक संबंध बनाए। विरोध पर उसे पीटा गया। उनका मामला भी अदालत पहुंचा। वहां उसने पति की करतूत पर जुबान खोल दी। उसने बताया कि उसके पति ने दोस्त की मर्जी से उसकी पत्नी के साथ इस शर्त पर संबंध बनाए कि वह उसे भी पेश करेगा।

मुंबई में 'हाई टाइड' का अलर्ट, दिल्‍ली में रिकार्डतोड़ गर्मी

मुंबई/नई दिल्‍ली. एक ओर जहां देश के अधिकतर राज्‍यों में लोग पानी की बूंद बूंद को तरस रहे हैं वहीं मॉन सून की पहली बारिश से ही मुंबई को पानी-पानी कर दिया है। सोमवार को यहां एक ही घंटे में 34 मिमी बारिश हुई। हालांकि शहर में फिलहाल बारिश नहीं हो रही है लेकिन मौसम विभाग ने यहां आज दोपहर 12 बजकर 5 मिनट पर 'हाई टाइड' आने की चेतावनी दी है। विभाग ने आज और कल भारी बारिश की उम्‍मीद जताई है।
मुंबई में 'हाई टाइड' का अलर्ट, दिल्‍ली में रिकार्डतोड़ गर्मी 
देश के उत्‍तरी हिस्‍से के कई राज्‍यों में बारिश नहीं होने से बुरा हाल है। राजधानी दिल्‍ली में गर्मी ने 32 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। इस साल दिल्‍ली में मई-जून में औसत अधिकतम तापमान 41.57 डिग्री सेल्सियस रहा है। यह 1980 के बाद का सबसे अधिक औसत तापमान है।

डींगल भाषा के कवि मरूधरा का महान संत कवि इसरा परमेसरा

डींगल भाषा के कवि  संत ईश्वरदास भक्ति रस के महाकवि 

मरूधरा का महान संत कवि इसरा परमेसरा 

बाडमेर जिले में भक्ति रस कें कवि  संत ईश्वरदास  की मान्यता राजस्थान एवं गुजरात में रही संत रोहडिया भाखा के चारण कवि ईसरदास का जन्म बाडमेर के भादरेस में विक्रम संवत 1595 में हुआ था।इनके जन्म संवत की पुश्टि करने वाला यह दोहा बडा प्रसिद्ध हैं 
पनरासौ पिचयाणवै ,जन्मो ईसरदास। 
चारण वरण चकोर में ,इण दिन हुवौ उजास॥ 
चारण जाति में कवि ईसरदास का नाम के प्रति बडी श्रद्घा और आस्था हैं।उनके जन्म स्थल भादरेस में भव्य मन्दिर इसका प्रमाण हैं। जहॉ प्रति वशर बडा मेला लगता हैं। 
ईसरदास प्रणीत भक्ति रचनाओं में हरिरस,बाल लीला ,छोटा हरिरस,गुण भागवतहंस,देवियाण,रास कैला,सभा पर्व,गरूउ पुराण,गुण आगम,दाण लीला आदि लोक.प्रसिद्ध.रचनाऐं हैं।हरिरस ग्रन्थ को अनूठे रसायन की संज्ञा दी गई हैं। 
सरब रसायन में सरस,हरिरस सभी ना कोई। 
हेक घडी घर में रहे,सह घर कंचन होस॥ 
हरिरस ग्रन्थ को सब रसों का सिरमौर बताया बताया गया हैं। 
हरिरस हरिरस हैक हैं,अनरस अनरस आंण। 
विण हरिरस हरि भगति विण,जनम वृथा कर जाण॥ 
हरिरस एकोपासना का दिव्य आदार प्रस्तुत करने वाला ग्रन्थ हैं जिसमें सगुण और निर्गुण भक्ति का समन्वय का भक्ति के क्षैत्र में उत्पन्न वैशम्य को मिटानें का स्तुल्य प्रयास किया गया हैं। 
हरि हरि करंता हरख कर,अरे जीव अणबूझ। 
पारय लाधो ओ प्रगट,तन मानव में तूझ॥ 
नारायण ना विसरिये,नित प्रत लीजै नांम। 
जे साधो मिनखां जनम,करियै उत्तम काम॥ 
ईसरदास के मध्य कालीन साहित्य में वीर ,भक्ति टौर श्रृंगार रस की ि़त्रवेणी 
का अपूर्वयसंगम हुआ हैं।इनके साहित्य में वीर रस के साथ साथ भक्ति की भी उच्च कोटि की रचनाऐं प्रस्तुत की हैं।भक्ति कवि ईसरदास का हरिरस भक्ति की महत्वपूर्ण ग्रंथ हैं तो तो उनकी रचना हाळा झाळा री कुण्डळियॉ वीर रस की सर्वश्रैश्ठ कृतियों में गिनी जाती हैं। यह छोटी पचना होते हुऐ भी डिंगळ का वीर रसात्मक काव्य कृतियों में सर्वश्रैश्ठ मानी जाती हैं।काव्य कला की दृश्टि यें इनके द्घारा रचे गये गीत भी साधारण महत्व कें नही हैं।उनकें उपलब्ध गीतों के नाम इस प्रकार हेैं गीत सरवहिया बीजा दूदावत रा ,बीत करण बीजावत रा,गीत जाम रावळ लाखावत रा,आदि। ईसरदास उन गीत रचियताओं में से हैं ,जो अपने भावों को विद्धतापूर्ण ंग से प्रकट करतें हुऐं भी व्यर्थ के भाब्द जंजाल तथा पांडिल्य प्रदार्न से दूर रहे हैं। ईसरदास का रचनाकाल 16 वीं भाताब्दी का प्रथम चरण हैं।इस समय में पुरानी पिचती राजस्थान ने अपना रूवतंत्र रूप निर्माण कर लिया था।अत; भाशा के अध्ययन की स्फूट गीत रचनाऐंब डा महत्व रखती हैं। ईसरदास मुख्यत; भक्तकवि हैं।इसलिए उन्होने अपनी वीर ेरसात्मक रचनाओं में किसी प्रकार के अर्थ लाभ का व्यवहारिक लगाव न रखते हुऐ सर्वथा स्वतंत्र और सच्ची अभिव्यक्ति प्रदान की हैं। 

सोमवार, 2 जुलाई 2012

आज निकलेगी सांई पालक़ी, होगी महाआरती


आज निकलेगी सांई पालक़ी, होगी महाआरती 

बाड़मेर 02 जुलाई। गुरू पूर्णिमा पर शिरडी के्े साई बाबा कि भव्य पालकी यात्रा आज बाड़मेर में निकली जायेगी इससे पहले चौहटन स्थित साई दरबार में महाआरती का आयोजन क़ि्या जायेगा। श्री सांई ग्रुप बाड़मेर के़्े तत्वावधान में आयोजित होने वाली महाआरती क्े लिये बाड़मेर से बसो की व्यवस्था भी कि गई जो स्थानीय रेल्वे स्टेशन से रवाना होगी। चौहटन साई दरबार क्े गोविन्द सोनी ने बताया कि चौहटन में मंगलवार ज़्ो प्रातः 8:00 बजे साई दरबार चौहटन में महाआरती क आयोजन होगा उसक्े बाद प्रसाद वितरण क होगा। गौरतलब है कि शिरडी क्े सॉई बाबा के मन्दिर की प्रतिष्ठा उसज़्े बाद बाड़मेर में सॉई ग्रुप की ओर शाम क्ो पालकी निकाली जायेगी। इसी वर्ष हुई है। जो शहर के महावीर चौक से प्रारम्भ होकर शहर के मुख्य मार्गो से होती हुई पुनः उसी स्थान पर पहुंचेगी पालज़ी यात्रा जहा जहा सें गुजरेगी उस राह में फुलो की वर्षा की जायेगी। पालकी स्टेशन रोड, गांधी चौक, पुरानी सब्जी मण्डी, जावहर चौक प्रतापजी की पोल, सुभाष चौक़ होते हुए पुनः महावीर चौक पहुंचेगी जहा पर जहा प्रसाद वितरण के बाद पालक़ी यात्रा समापन होगा। 

जैसलमेर पुलिस ने दो लपको सहित छः को किया गिरफ्तार


जैसलमेर पुलिस ने दो लपको सहित छः को किया गिरफ्तार 


चार  स्थाई वारंटी गिरफ्तार 

जैसलमेर महानिरीक्षक पुलिस, जोधपुर रेंज, जोधपुर के आदेशानुसार रेंज जोधपुर में फरार वारंटियों को पकडने के लिए चलाये जा रहे अभियान के तहत पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता राहुल के निर्देशानुसार कार्यवाही करते हुए पुलिस थाना मोहनग में शेराराम सउनि मय जाब्ता द्वारा लम्बित प्रकरण स0 264/11 में वाछित अपराधी बाबूराम पुत्र प्रभुराम मेघवाल निवासी वीरमा कानोत को गिरफतार किया। व पुलिस थाना नाचना में भंवरसिंह सउनि मय जाब्ता द्वार वाछित अपराधी शरीफ खां पुत्र जमालदीन व मोहम्मद रफीक पुत्र सीरजेखां मुसलमान निवासी साकंडिया एवं नखताराम पुत्र बुलाराम गर्ग निवासी सत्याया को गिरफतार किया। 

पुलिस थाना जैसलमेर में दो  लपके गिरफ्तार 

जैसलमेर जिला पुलिस अधीक्षक ममता राहुल के निर्देशानुसार पर्यटको की सुरक्षा को मध्य नजर रखते हुए चलाए जा रहे अभियान के तहत पुलिस थाना जैसलमेर व पर्यटक सुरक्षा दल जैसलमेर के सयुक्त अभियान में, पर्यटन सुरक्षा दल प्रभारी शैतानसिंह सउनि मय जाब्ता द्वारा कारवाई करते हुए अलगअलग स्थानो पर 02 लपको फटनखां व सलीमखां को राजस्थान पर्यटन व्यवसाय अधिनियम 2010 की धारा 13(1)(2) के तहत गिरफतार कर पुलिस थाना जैसलमेर मे मुकदमे दर्ज किए गए। 

धर्म और समाज के नाम पर राजनीति न करें: गहलोत


जोधपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मैं बचपन में सुनता था लोग धर्म के नाम पर राजनीति करते हैं। लेकिन अब तक कुछ भी नहीं बदला, सब वैसा ही है जैसा 50 साल पहले था। इसलिए ऐसे लोगों को चाहिए कि वे राजनीति न करें। वे सोमवार को नांदड़ी में नगर निगम द्वारा निर्मित गौशाला व पशु चिकित्सालय के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए बोले। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जल का स्तर दिन प्रतिदिन नीचे जा रहा है, यह गंभीर चिंता का विषय है। पानी लोगों को इसके प्रति जागरूक करना होगा।
राजस्थान में पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है। इसलिए पानी की कमी हमें खलती है। ऐसे में मौसम का मिजाज भी बदल रहा है। मानसून देरी से आने से परिस्थितियां और विकट हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने नांदड़ी में पानी की समस्या को देखते हुए नांदड़ी में ओवरहैड बनाने की घोषणा करते हुए पाइप लाइन बिछाने व ओवर हैड निर्माण का एस्टीमेट बनाने के लिए कलेक्टर को निर्देश दिए।
कार्यक्रम में अतिथि के रूप में फलौदी विधायक ओम जोशी, पोकरण विधायक साले मोहम्मद, सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास, जेडीए चेयरमैन राजेंद्रसिंह सोलंकी मौजूद थे। इसके अलावा संत रामप्रसाद महाराज, सैनाचार्य अचलानंद गिरी, हरिराम शास्त्री, काजी आबिद अली, रेव्ह सुमित, मुनेश्वर गिरी, सुखाराम, देवाराम, विद्यागिरी सहित विभिन्न धर्मों और समाजों के धर्मगुरू उपस्थित थे।

पोर्न क्लिप दिखाकर रेप की कोशिश

पोर्न क्लिप दिखाकर रेप की कोशिश  

मुंबई। मुंबई पुलिस ने नाबालिग बच्ची को पोर्न क्लिप दिखाने के मामले में गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान नरेश गोपाल पठारे के रूप में हुई है। नरेश को चित्रा पार्क स्थित घर से गिरफ्तार किया गया। नरेश की गिरफ्तारी के बाद कफ परेड इलाके के लोगों ने उसकी और करतूतों को सामने रखा।

पुलिस का मानना है कि नरेश तीन नाबलिग लड़कियों से रेप और मर्डर का आरोपी हो सकता है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक नरेश बच्ची को एक कॉर्नर पर ले गया और वहां उसे पोर्न क्लिप दिखाई। इसके बाद नरेश ने बच्ची से बुरा बर्ताव किया। पुलिस ने नरेश पर यौन शोषण का मामला दर्ज किया है। यह मामला उस वक्त सामने आया जब 28 जून को चित्रा पार्क की रहने वाली बच्ची ने पुुलिस को शिकायत की।

संगमा ने प्रणब को परेशानी में डाला!

संगमा ने प्रणब को परेशानी में डाला!

नई दिल्ली। देश के 14 वें राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए नामांकन पत्रों की जांच की तारीख सोमवार को अचानक एक दिन के लिए बढ़ा दी गई। चुनाव आयोग ने नामांकन पत्रों को भरने की अन्तिम तारीख 30 जून तय की थी जबकि नामांकन पत्रों की जांच की तारीख दो जुलाई निर्धारित की थी।

संगमा के प्रतिनिधि और भाजपा नेता सतपाल ने प्रणब के नामांकन को चुनौती दी है। आपत्ति के साथ दस्तावेज भी पेश किए गए हैं। अगर प्रणब का लाभ के पद पर रहते हुए राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन भरने की बात सत्य साबित हो जाती है तो प्रणब का नामांकन खारिज हो सकता है। इस आपत्ति पर मुखर्जी की ओर से जवाब मंगलवार को दोपहर बाद दो बजे तक दायर किया जाएगा। फिलहाल मामला निर्वाचन आयोग के पाले में हैं।

राष्ट्रपति पद के एक अन्य उम्मीदवार पीए संगमा ने संप्रग उम्मीदवार प्रणव मुखर्जी की उम्मीदवारी के खिलाफ आपत्ति जताते हुए शिकायत दर्ज की है कि उन्होंने लाभ के पद पर रहते हुए अपना नामांकन पत्र भरा है। संगमा के अनुसार मुखर्जी भारतीय सांख्यिकी संस्थान के अध्यक्ष पद पर हैं जो लाभ का पद है।

राज्यसभा सचिवालय के सूत्रों ने बताया कि नामांकन पत्रों की जांच की तारीख एक दिन के लिए बढ़ा दी गई है। उधर, कांग्रेस ने प्रणब पर लाभ के पद पर रहते हुए नामांकन भरने की बात को गलत बताते हुए कहा है कि वे पहले ही इस पद से इस्तीफा दे चुके हैं। भारतीय सांख्यिकी संस्थान कोलकाता ने सफाई देते हुए कहा है कि प्रणब उनके संस्थान से 20 जून को ही इस्तीफा दे चुके हैं। लेकिन इस बारे में कोई कागजात पेश नहीं किए हैं।

पहले भी हो चुके हैं इस्तीफे

लाभ के पद के मामले में सोनिया गांधी की संसद सदस्यता गंवा चुकी हैं। इसके अलावा जया बच्चन को राज्यसभा से इस्तीफा देना पड़ा था। इसी तरह 2001 में सुप्रीमकोर्ट के एक फैसले के बाद संसद की सदस्यता से इस्तीफा दिया था।

15 करोड़ में आइटम सांग करेंगे रजनीकांत

15 करोड़ में आइटम सांग करेंगे रजनीकांत

मुम्बई। तमिल सुपरस्टार रजनीकांत बॉलीवुड एक्टर आमिर खान की अपकमिंग फिल्म "तलाश" में धमाल मचाने वाले है। खबर है कि आमिर की इस फिल्म में आइटम नम्बर के लिए रजनीकांत 15 करोड़ रूपए लेंगे। यह अब तक का सबसे महंगा आइटम नम्बर होगा।

50 करोड़ का प्रोडक्शन कॉस्ट

साऊथ में भगवान माने जाने वाले रजनीकांत का यह पहला आइटम सांग होगा। साथ ही रजनी की फीस के अलावा गाने में 50 करोड़ रूपए का प्रोडक्शन कास्ट आएगा। वहीं यदि रिपोर्टस की माने तो इस गाने को 200 देशों की 50 लोकेशनस पर फिल्माया जाएगा। साथ ही इस गाने में बॉलीवुड अभिनेता, क्रिकेट दिगगज और कई राजनेता भी नजर आएंगे।

आमिर के टीवी डेब्यू "सत्यमेव जयते" के चलते फिल्म की रिलीज में देरी हुई लेकिन अब खबर है कि फिल्म "तलाश" को इस नवम्बर तक रिलीज कर दिया जाएगा।

'नरसिंहा राव भी थे अयोध्या के विलेन'


 
नई दिल्ली.मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री केंद्र में मंत्री रह चुके दिवंगत अर्जुन सिंह ने आत्मकथा 'अ ग्रेन ऑफ सैंड इन द ऑवरग्लास ऑफ टाइम' में पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंहा राव को 1992 में अयोध्या में विवादित ढांचे के विध्वंस के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए एक तरह से 'विलेन' करार दिया है। अर्जुन सिंह की यह किताब भारत में 599 रुपये की कीमत पर अगले हफ्ते उपलब्ध होगी।

'अ ग्रेन ऑफ सैंड इन द ऑवरग्लास ऑफ टाइम' किताब में अर्जुन सिंह ने लिखा है, 'जब मुझे यह लगा कि प्रधानमंत्री को लिखी जा रही चिट्ठियों के पहुंचने तक की सूचना मुझे नहीं दी जा रही है तो मुझे लगा कि मैं अपना सिर दीवार पर मार रहा हूं।' इसके बाद किताब में परोक्ष रूप से पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिंहा राव पर निशाना साधते हुए अर्जुन सिंह ने लिखा, 'कांग्रेस का एक सदस्य जिसे भारतीय गणराज्य का प्रधानमंत्री बनने का गौरव पार्टी की मदद से हासिल हुआ। लेकिन लगता था कि वह उन ऊंचे आदर्शों और सिद्धांतों को भूल चुका है, जिन्होंने इस महान संस्था (कांग्रेस) को हमेशा ही रास्ता दिखाया है। इसके बाद मैंने प्रधानमंत्री (पीवी नरसिंहा राव) के राजनीतिक सचिव जितेंद्र प्रसाद को चिट्ठी लिखी और कांग्रेस के सभी अहम नेताओं को चिट्ठी की कॉपी भेजी। मुझे नहीं मालूम कि मेरी चिट्ठी का क्या असर हुआ। लेकिन एक बात तो तय है कि अगर ऐसी चिट्ठी आज़ादी के पहले कांग्रेस में लिखी जाती तो पार्टी में हड़कंप मच जाता।'

अर्जुन ने किताब में लिखा है, 'प्रधानमंत्री की तरफ से हर तरह से निराश होने के बाद 3 दिसंबर, 1992 को मैंने खुद अयोध्या जाने का फैसला किया ताकि जमीनी हकीकत का अंदाजा लगा सकूं। मुझे लखनऊ मेल पकड़नी थी। इस ट्रेन से लखनऊ पहुंचने के बाद मेरा इरादा एक अन्य ट्रेन से अयोध्या पहुंचना था। जब मैं नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचा तो मुझे प्रधानमंत्री का संदेश मिला कि मैं उन्हें तुरंत फोन करूं। यह घटना मेरे लिए अचरज भरी थी क्योंकि मेरी तमाम चेतावनियों और संदेशों को अनसुना किए जाने के बाद मुझे फोन करने को कहा गया। मैंने उन्हें फोन किया। वे जानना चाहते थे कि मैं उनकी इजाजत के बिना अयोध्या क्यों जा रहा हूं? मैंने इसका जवाब दिया कि एक मंत्री के तौर पर मुझे कहीं भी आने-जाने की इजाजत है। मैं अयोध्या जा रहा हूं ताकि खुद यह जान सकूं कि वहां फर जमीनी तौर पर कैसा माहौल है। वे सीधे तौर पर मुझे नहीं रोक सके, लेकिन उनकी बातों से ऐसा ही लग रहा था। इसके बाद उन्होंने मुझे उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह से लखनऊ में मिलने को कहा। मैंने कहा कि मेरे उनसे मिलने का कोई इरादा नहीं है। लेकिन आप कह रहे हैं तो मैं उनसे मिलूंगा और उनकी योजनाओं के बारे में जानकारी लूंगा।'

किताब में अर्जुन आगे लिखते हैं, 'मैं 4 दिसंबर की शाम दिल्ली पहुंचा। अगले दिन सुबह मैं नरसिंहा राव से मिलने पहुंचा और उन्हें कल्याण सिंह से हुई बातचीत का ब्योरा दिया। लेकिन मुझे लगा कि वे इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। ऐसा लगा कि मैं उन्हें ऐसी मुलाकात के बारे में बता रहा हूं, जिसका कोई नतीजा नहीं निकला। जब मैंने अपनी बात पूरी कर ली तो उन्होंने पूछा, पूरे मामले को लेकर आपका क्या आकलन है? मैंने जवाब दिया-आपने मुझे लखनऊ से बाहर जाने नहीं दिया तो मैं आपको क्या आकलन बताऊं? इस पर उन्होंने कहा-नहीं, नहीं, मुझे मालूम है कि आपके अपने सूत्र हैं वहां पर और मैं यह जानना चाहता हूं कि अब आगे क्या होगा? तब मैंने बड़ी साफगोई से उन्हें बता दिया कि बाबरी मस्जिद टूटने वाली है। इस खबर से वे हिल गए और वे मेरे दावे को झुठलाना चाहते थे।'

कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे अर्जुन किताब में आगे लिखा है, 'इसके बाद वे (पीवी नरसिंहा राव) मस्जिद टूटने के नतीजों के बारे में सोचने लगे। तभी अचानक उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो कांग्रेस पार्टी पर इसका बड़ा बुरा असर पड़ेगा। लेकिन मेरे हिसाब से तो यह आकलन बड़ा ही साधारण था। उस समय मैं (अर्जुन सिंह) खुद रोक न सका और कहा, हमने बीजेपी और अन्य हिंदूवादी संगठनों की तैयारियों को अनदेखा किया। तब उन्होंने मुझसे पूछा, यह (मस्जिद का विध्वंस) कब हो सकता है? मैंने जवाब दिया-यह किसी भी दिन हो सकता है। तब तो मैं भी नहीं जानता था कि बाबरी मस्जिद अगले ही दिन यानी 6 दिसंबर, 1992 को ढहा दी जाएगी।'



किताब के मुताबिक, '6 दिसंबर, 1992 की रात प्रधानमंत्री ने टीवी और रेडियो पर देश को संबोधित किया। उनके भाषण का सार यही था कि कल्याण सिंह (तत्कालीन मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश) बाबरी मस्जिद की सुरक्षा का अपना वादा (सुप्रीम कोर्ट से किया गया) निभा नहीं सके। लेकिन मैं यह नहीं समझ पा रहा था कि मैं लोगों को केंद्र सरकार की भूमिका के सवाल पर कैसे समझा पाऊंगा। यह घटना मुस्लिमों के लिए बड़ा झटका थी। इस समुदाय ने कांग्रेस में भरोसा जताया था। यह तथ्य है कि एक कांग्रेसी के तौर पर हम देश की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके, जिसकी कीमत हमें आम चुनावों में भी देखने को मिली।'

प्राण निकाल रहा है, "जिंदा होने का सबूत"

प्राण निकाल रहा है, "जिंदा होने का सबूत"

बाड़मेर। जिले के चालीस हजार बुजुर्ग जिनकी जिंदगी केवल पांच सौ रूपए मासिक पर गुजर रही है, उनको गुजारे के लाले पड़ रहे है। बूढ़े,गरीब और असहाय इन उम्रदराजों को यह राशि मार्च माह के बाद इसलिए नहीं मिली है क्योंकि पटवारी स्तर पर होने वाला सत्यापन बकाया है जिसमें केवल इतना पता करना है कि वाकई पेंशन के हकदार ये लोग जिंदा है या नहीं? अप्रेल माह में यह कार्य पूर्ण हो जाना था, लेकिन जून बीतने तक भी हुआ नहीं है। राज्य सरकार द्वारा वृद्ध, विकलांग और विधवाओं को पांच सौ रूपए मासिक पेंशन दी जाती है।

इसमें भी शर्त यह है कि उनके घर में अन्य कोई कमाऊ न हों, व्यस्क संतान नहीं हों और उनके नाम जमीन जायदाद भी नहीं हों। यानि इनकी अवस्था के साथ स्थिति भी कमजोर होने का पुख्ता प्रमाण। ऎसी लाचारगी की जिंदगी जिले के 48000 लोग जी रहे है।

इनको राज्य सरकार यह पेंशन दे रही है। इन लोगों को हर माह पेंशन का भुगतान हों यह व्यवस्था की हुई है लेकिन मार्च माह में पेंशन रोक दी जाती है। इस महीने सभी पेंशनरों के जीवित होने का प्रमाण पत्र पटवारी की ओर से देना होता है। कोषाधिकारी द्वारा तहसीलदार को यह प्रक्रिया पूर्ण करने की जिम्मेवारी दी जाती है। अपे्रल माह तक यह प्रक्रिया पूर्ण होने पर शेष सभी को पेंशन जारी कर दी जाती है।

नहीं हुआ सत्यापन
कोषाधिकारी ने मार्च माह में यह जिम्मेवारी तहसीलदारों को दे दी थी लेकिन बाड़मेर तहसीलदार के अलावा किसी ने भी यह कार्य पूर्ण नहीं किया है। ऎसे में इन बुजुर्गो की पेंशन जारी नहीं हुई है। पटवारी से लेकर तहसील स्तर तक गैर जिम्मेवारी बरती जा रही है। जिले के सिवाना, बायतु, चौहटन, शिव, गुड़ामालानी, पचपदरा में सत्यापन नहीं हुआ है।

बूढ़ी आंखों मे आंसू
केवल पांच सौ रूपए के लिए महीनाभर इंतजार करने वाले इन बूढ़े लोगों की आंखे अब इंतजार में थकी जा रही है। चार माह की पेंशन बकाया होने से उनके लिए गुजारे का संकट खड़ा हो गया है। वे बार बार पोस्ट आफिस और डाकियों से पूछ रहे है ले किन कोई जवाब नहीं मिल रहा है।

पता करवाता हूं : अभी जानकारी में नहीं है। कल पता करवाकर कार्यवाही करवाएंगे।
- अरूण पुरोहित, अतिरिक्त जिला कलक्टर

हालत खराब है : बॉर्डर क्षेत्र के सैकड़ों बुजुर्गो को
पेंशन का इंतजार है। ये लोग पेंशन की शिकायत लेकर जिला मुख्यालय तक जाएं तो दो सौ रूपए खर्च हो जाते है। ऎसे में इंतजार के सिवाय इनके पास कोई सहारा नहीं है।
- खुदाबख्श खलीफा

समस्याग्रस्त मौहल्लों में पानी की टंकिया बनी राहत का जरिया

समस्याग्रस्त मौहल्लों में पानी की टंकिया बनी राहत का जरिया

बाडमेर, 2 जुलाई। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने भाहर में लोगों को राहत पहुंचाने के लिए रखवाई गई समस्याग्रस्त वार्डो तथा मौहल्लों में प्लास्टिक की टंकियों में जलदाय विभाग को नियमित रूप से पानी भरवाने के निर्दो दिए है। वह सोमवार को पेयजल, विद्युत एवं स्वास्थ्य सेवाओं की साप्ताहिेक समीक्षा बैठक में व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रही थी।

इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने कहा कि भीशण गर्मी के मद्देनजर पेयजल की समस्या काफी विकट है तथा इसमें सुधार की जरूरत है। उन्होने निर्दो दिए कि भाहर के सभी भागों में निर्धारित समय पर जलापूर्ति की जाए तथा कहीं पर भी न्यूनतम एक घण्टे से कम पानी की आपूर्ति नहीं रह पाए। उन्होने जलापूर्ति आरम्भ करते समय संबंधित जोन के प्रभारी अधिकारी को भी सूचित करने के निर्दो दिए ताकि वह स्वयं मौके पर जाकर भौतिक सत्यापन कर सकें।

जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने भाहर की कच्ची बस्तियों में विोश ध्यान देने की आवयकता जताते हुए यहां पर पर्याप्त जलापूर्ति के निर्दो दिए। उन्होने सभी पानी के अवैद्य कनेकन हटाने के निर्दो दिए ताकि अन्तिम छोर तक पानी पहुंच सकें। उन्होने कहा कि यह समय पेयजल की दृश्टि से चुनौती पूर्ण है, ऐसे में अधिकारी अधिकाधिक क्षेत्र भ्रमण कर व्यवस्थाओं को सुचारू बनाये रखें ताकि लोगों को पेयजल संबंधी कठिनाईयों का सामना नहीं करना पडें।

बैठक में जिला कलेक्टर द्वारा मौसमी बीमारियों तथा पाु चिकित्सा इन्तजामों की विस्तार के साथ समीक्षा की गई। उन्होने जिले के पेयजल स्त्रोतों के पानी की समय समय पर जांच करवाकर इसमें बिलीचिंग पाउडर आदि डालने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने गर्मी की मौसम के मद्देनजर खाद्य सामग्री सहित पेय पदार्थो की भाुद्धता पर विोश निगरानी रखने के निर्दो दिए।

बैठक में जिला कलेक्टर ने मुख्यमंत्री नि:ाुल्क दवा वितरण योजना तथा परिवार कल्याण कार्यक्रम की विस्तार के साथ समीक्षा की गई । बैठक में राजीव गांधी विद्युतिकरण योजना, पेयजल योजनाओं के विद्युतिकरण, नरेगा, मुख्यमंत्री ग्रामीण बीपीएल आवास आदि योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई।

बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित, जिला रसद अधिकारी उम्मेदसिंह पूनिया, अधीक्षण अभियन्ता राकेश कुमार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा0 अजमल हुसैन सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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 बरसात से पूर्व नालों तथा नालियों की सफाई की हिदायत

बाडमेर, 2 जुलाई। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने भाहर में पुख्ता सफाई व्यवस्था सुनिचत करने के निर्दो दिए है। वह सोमवार को साप्ताहिक बैठक में नगर परिशद के कार्यो की समीक्षा कर रही थी।

इस अवसर पर जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने कहा कि पोलिथीन थैलियों के कारण नालियां अवरूद्ध हो रही है तथा जगह जगह गन्दगी फैल रही हैं। उन्होने कहा कि पॉलिथीन का प्रयोग महापाप है तथा इसके उपयोग से गायों की हत्या हो रही है जिससे बकर कोई बुरा कार्य नहीं है इसलिए पॉलिथीन का प्रयोग रोक कर पुण्य किये जाने जैसे कार्यो तथा अपीलों का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। उन्होने नगर परिशद को बरसात से पूर्व नालों तथा नालियों की सफाई करवाने के निर्दो दिए।

जिला कलेक्टर ने नगर में आमजन को परोानी से बचाने तथा यातायात सुगम बनाने के लिए आवारा पाुओं को बाहर भिजवाने के संबंध में भाीध्र कार्यवाही के निर्दो दिए। उन्होने भाहर में सडकों पर निर्माण सामग्री रखकर रास्ते अवरूद्ध करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही करने तथा निर्माण सामग्री जब्त करने के निर्दो दिए। बैठक में उन्होने बाडमेर भाहर में निर्माणाधीन ऑवर ब्रिज, ऑवर हैड टैंक आदि कार्यो की प्रगति की समीक्षा की तथा सार्वजनिक प्रका व्यवस्था का कार्य बेहतर बनाने के निर्दो दिए।

जिला कलेक्टर ने बैठक में अतिक्रमण हटाने के बारे में विस्तृत समीक्षा की तथा चिन्हित अतिक्रमणों को हटाने को कहा। बैठक में नये बस स्टेण्ड के निर्माण, नयी आवासीय योजनाएं विकसित करने तथा भगवान महावीर टाउन हॉल के आधुनिकीकरण के कार्यो की समीक्षा की गई।

बैठक में नगर परिशद सभापति श्रीमती उशा जैन, अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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निशुल्क दवा योजना के बाद दुगुनी रफ़्तार से बढे मरीज


निशुल्क दवा योजना के बाद दुगुनी रफ़्तार से बढे मरीज 

मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना का हुआ असर, दोगुनी से ज्यादा मिलने लगी नि:शुल्क दवा


बाडमेर। जनहितेशी राज्य सरकार की ओर से गांधी व भास्त्री जयंती पर भाुरू की गई मुख्यमंत्री नि:ाुल्क दवा योजना का असर अब व्यापक रूप से चहुं ओर नजर आने लगा है। आमजन जहां इस योजना से लाभान्वित हो रहा है, वहीं राज्य की महिलाएं भी योजना का लाभ उठा रही हैं। अब उन्हें सामान्य बीमारी की स्थिति में घरेलू बजट नहीं बिगाड़ना पड़ता, बल्कि सरकारी चिकित्सालयों में पूर्णतः नि:ाुल्क दवा उपलब्ध हो जाती है। यही वजह है कि 02 अक्टूबर 2011 से पूर्व और बाद के आंकड़ों पर नजर डालें तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आते हैं। पहले के मुकाबले अब दोगुनी से कहीं अधिक दवा महिलाओं को सुलभ होने लगी है। आंकड़े बयां करते हैं कि पहले यही दवाएं निजी मेडिकल स्टोर से लेनी पड़ती, जिस कारण महिलाओं को एक बड़ी रकम अदा करनी होती थी लेकिन योजना भाुरू होने के बाद इस नौबत से छुटकारा मिला है। बाडमेर जिला प्रासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा वशर 20102011 और 20112012 के सरकारी चिकित्सालयों के आंकड़ों पर किए गए एक अध्ययन में ये तथ्य सामने आए हैं। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान का कहना है कि यदि आमजन में जागरूकता का आलम यूंही ब़ता रहा तो इन आंकड़ों में भी ब़ोतरी और अधिक होगी। उनका मानना है कि राज्य सरकार ने बेहतरीन निर्णय लेते हुए आमजन की खातिर यह महत्वाकांक्षी योजना लागू की, जो आज अति लोकप्रिय योजना बनकर सामने आई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजमल हुसैन ने बताया कि जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान के आदोानुसार बाडमेर के आठों ब्लॉकों पर एक औपचारिक अध्ययन करवाया गया। जिसमें 0 से छह आयु वशर तक की बालिकाओं और छह वशर से उपर की महिलाओं को मिलने वाली दवाओं के तथ्य भामिल किए गए। इसमें वशर 20102011 और 20112012 के आंकड़ों का तुलनात्मक अध्ययन किया गया। जिसमें सामने आया कि सभी ब्लॉकों पर स्थित सरकारी चिकित्सालयों में दवाओं की संख्या 99 से 100 प्रतित की ब़ोतरी हुई है। जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिनोई के मुताबिक बाडमेर ब्लॉक में 0 से छह आयु वशर तक की बालिकाओं को 20102011 में जहां 5794 को दवा दी गई वहीं 201112 में यह संख्या ब़कर 15255 हो गई। इसी तरह बालोतरा ब्लॉक में 0 से छह आयु वशर तक की बालिकाओं को 20102011 में जहां 304 को दवा दी गई, जबकि 201112 में 1441 को, सिणधरी ब्लॉक में 20102011 में 4464 को दवा दी गई, जबकि 201112 में 8220 को, िव ब्लॉक में 20102011 में 6429 को दवा दी गई, जबकि 201112 में 11921 को, सिवाणा ब्लॉक में 20102011 में 7934 को दवा दी गई, जबकि 201112 में 13273 को, धोरीमन्ना ब्लॉक में 20102011 में 4600 को दवा दी गई, जबकि 201112 में 7621 को और चौहटन ब्लॉक में 20102011 में जहां 2135 बालिकाओं को दवा दी गई, जबकि 201112 में यह संख्या 5032 तक पहुंच गई। इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि योजना लागू होने के बाद बालिकाओं को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाओं के साथसाथ दवाएं भी नि:ाुल्क मिल रही हैं। वहीं छह वशर आयु से ज्यादा की किोरी व महिलाओं को बाडमेर ब्लॉक में 20102011 में जहां 3711 को दवा दी गई, जबकि 201112 में यह संख्या ब़कर 9374 हो गई। इसी तरह बालोतरा ब्लॉक में 20102011 में 2713 को दवा दी गई, जबकि 201112 में 7008 को, सिणधरी ब्लॉक में 20102011 में 4725 को दवा दी गई, जबकि 201112 में 15753 को, िव ब्लॉक में 20102011 में 2515 को दवा दी गई, जबकि 201112 में 14566 को, सिवाणा ब्लॉक में 20102011 में 16939 को दवा दी गई, जबकि 201112 में 39723 को, धोरीमन्ना ब्लॉक में 20102011 में 28783 को दवा दी गई, जबकि 201112 में 34074 को दवा मिली। वहीं चौहटन ब्लॉक में 20102011 में जहां 8633 किोरियों व महिलाओं को दवा दी गई, जबकि 201112 में यह आंकड़ा 14929 को छू गया। यानी छह वशर आयु तक की बालिकाओं के मुकाबले किोरियों व महिलाओं को मिलने वाली दवाओं में अधिक ब़ोतरी हुई। लबोलुआब, यही है कि अतिसंवदेनाील राज्य सरकार ने नि:ाुल्क दवा योजना लागू कर जहां राज्य की गरीब व निर्धन जनता को सीधे तौर पर लाभान्वित किया है, वहीं आमजन को योजना लागू होने से राहत मिली है।

कोटा में दिनदहाड़े स्कूली छात्र का अपहरण

कोटा में दिनदहाड़े स्कूली छात्र का अपहरण

कोटा। शहर के कुन्हाड़ा थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह कुछ बदमाश एक स्कूली छात्र को सुबह करीब 6.30 बजे कार में डालकर उठा ले गए। फिलहाल पुलिस इस बारे में कोई सुराग नहीं लगा पाई है। छात्र के अपहरण की घटना से शहर में सनसनी फैल गई। घटना की सूचना छात्र के साथ ही स्कूल जा रहे उसे भाई ने दी।

पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुन्हाड़ी क्षेत्र स्थित सुमन विहार ही आशुतोष और अभिषेक बहन समेत पढ़ाई के लिए अपने दादा के यहां रहते हैं। परिजनों को पता नहीं था कि सोमवार को भी स्कूल बंद हैं। उन्होंने दोनों बच्चों को सुबह स्कूल के लिए भेज दिया।

कुछ ही देर में अभिषेक हड़बड़ाता हुआ घर लौटा और अपने दादा को बताया कि कुछ लोग आषुतोष को उठा ले गए हैं। दोनों का स्कूल घर से करीब एक किलोमीटर दूर है। अभिषेक ने बताया कि सुबह दोनों साथ ही स्कूल जा रहे थे, कुछ देर बाद उसने पीछे मुड़कर देखा तो आशुतोष पीछे नहीं था। उसने उसे कई बार तेज आवाज भी लगाई। इसी दौरान उसने देखा की कुछ दूरी पर एक नीले रंग की कार में दो लोग 9 वीं कक्षा में पढ़ने वाले आशुतोष को जबरन बैठाकर बूंदी रोड की तरफ चले गए।

बच्चों के दादा की सूचना पाकर पुलिस उपाधीक्षक आदर्श चौधरी मय टीम उनके घर पहुंचे तथा अभिषेक से बात की। उसके बयानों व पहचान के आधार पर कार की तलाश शुरू कर दी गई है। चौधरी ने बताया कि कोटा संभाग व जयपुर तथा सवाईमाधोपुर में भी नाकेबंदी कराई गई है। पुलिस ने बताया कि मामले में इस बात की भी छानबीन की जा रही है कि घटना के पीछे किसी तरह की आपसी रंजिश तो नहीं है। बच्चों के माता-पिता बूंदी के हिन्डोली कस्बे में रहते हैं।