कोटा में दिनदहाड़े स्कूली छात्र का अपहरण
कोटा। शहर के कुन्हाड़ा थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह कुछ बदमाश एक स्कूली छात्र को सुबह करीब 6.30 बजे कार में डालकर उठा ले गए। फिलहाल पुलिस इस बारे में कोई सुराग नहीं लगा पाई है। छात्र के अपहरण की घटना से शहर में सनसनी फैल गई। घटना की सूचना छात्र के साथ ही स्कूल जा रहे उसे भाई ने दी।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुन्हाड़ी क्षेत्र स्थित सुमन विहार ही आशुतोष और अभिषेक बहन समेत पढ़ाई के लिए अपने दादा के यहां रहते हैं। परिजनों को पता नहीं था कि सोमवार को भी स्कूल बंद हैं। उन्होंने दोनों बच्चों को सुबह स्कूल के लिए भेज दिया।
कुछ ही देर में अभिषेक हड़बड़ाता हुआ घर लौटा और अपने दादा को बताया कि कुछ लोग आषुतोष को उठा ले गए हैं। दोनों का स्कूल घर से करीब एक किलोमीटर दूर है। अभिषेक ने बताया कि सुबह दोनों साथ ही स्कूल जा रहे थे, कुछ देर बाद उसने पीछे मुड़कर देखा तो आशुतोष पीछे नहीं था। उसने उसे कई बार तेज आवाज भी लगाई। इसी दौरान उसने देखा की कुछ दूरी पर एक नीले रंग की कार में दो लोग 9 वीं कक्षा में पढ़ने वाले आशुतोष को जबरन बैठाकर बूंदी रोड की तरफ चले गए।
बच्चों के दादा की सूचना पाकर पुलिस उपाधीक्षक आदर्श चौधरी मय टीम उनके घर पहुंचे तथा अभिषेक से बात की। उसके बयानों व पहचान के आधार पर कार की तलाश शुरू कर दी गई है। चौधरी ने बताया कि कोटा संभाग व जयपुर तथा सवाईमाधोपुर में भी नाकेबंदी कराई गई है। पुलिस ने बताया कि मामले में इस बात की भी छानबीन की जा रही है कि घटना के पीछे किसी तरह की आपसी रंजिश तो नहीं है। बच्चों के माता-पिता बूंदी के हिन्डोली कस्बे में रहते हैं।
कोटा। शहर के कुन्हाड़ा थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह कुछ बदमाश एक स्कूली छात्र को सुबह करीब 6.30 बजे कार में डालकर उठा ले गए। फिलहाल पुलिस इस बारे में कोई सुराग नहीं लगा पाई है। छात्र के अपहरण की घटना से शहर में सनसनी फैल गई। घटना की सूचना छात्र के साथ ही स्कूल जा रहे उसे भाई ने दी।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुन्हाड़ी क्षेत्र स्थित सुमन विहार ही आशुतोष और अभिषेक बहन समेत पढ़ाई के लिए अपने दादा के यहां रहते हैं। परिजनों को पता नहीं था कि सोमवार को भी स्कूल बंद हैं। उन्होंने दोनों बच्चों को सुबह स्कूल के लिए भेज दिया।
कुछ ही देर में अभिषेक हड़बड़ाता हुआ घर लौटा और अपने दादा को बताया कि कुछ लोग आषुतोष को उठा ले गए हैं। दोनों का स्कूल घर से करीब एक किलोमीटर दूर है। अभिषेक ने बताया कि सुबह दोनों साथ ही स्कूल जा रहे थे, कुछ देर बाद उसने पीछे मुड़कर देखा तो आशुतोष पीछे नहीं था। उसने उसे कई बार तेज आवाज भी लगाई। इसी दौरान उसने देखा की कुछ दूरी पर एक नीले रंग की कार में दो लोग 9 वीं कक्षा में पढ़ने वाले आशुतोष को जबरन बैठाकर बूंदी रोड की तरफ चले गए।
बच्चों के दादा की सूचना पाकर पुलिस उपाधीक्षक आदर्श चौधरी मय टीम उनके घर पहुंचे तथा अभिषेक से बात की। उसके बयानों व पहचान के आधार पर कार की तलाश शुरू कर दी गई है। चौधरी ने बताया कि कोटा संभाग व जयपुर तथा सवाईमाधोपुर में भी नाकेबंदी कराई गई है। पुलिस ने बताया कि मामले में इस बात की भी छानबीन की जा रही है कि घटना के पीछे किसी तरह की आपसी रंजिश तो नहीं है। बच्चों के माता-पिता बूंदी के हिन्डोली कस्बे में रहते हैं।
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