गुरुवार, 28 जून 2012

21 साल की पत्रकार पर टूटी भीड़, न्‍यूड कर बुरी तरह की छेड़छाड़,

 

लंदन.मिस्र की राजधानी काहिरा के तहरीर चौक पर एक ब्रिटिश पत्रकार के साथ भीड़ द्वारा जानवरों जैसा सुलूक करने का मामला सामने आया है। पत्रकार का शारीरिक शोषण उस दौरान हुआ, जब तहरीर चौक पर मिस्र के राष्ट्रपति चुनावों के परिणाम घोषित होने पर जश्न मनाया जा रहा था।
डेली मेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक 21 साल की नताश स्मिथ ने बताया कि तहरीर चौक पर रिपोर्टिंग के दौरान उस पर कई पुरुषों ने हमला कर दिया। नताशा ने बताया कि हमलावरों ने जबरन उसके कपड़े फाड़ दिए और उसके साथ जानवरों जैसा सुलूक किया। नताशा ने बताया कि लोगों ने उसके पूरे कपड़े उतार दिए और वे जानवरों की तरह उसके निजी अंगों को नोचने लगे। स्मिथ का यह भी कहना है कि भीड़ में मौजूद लोगों ने उसके निजी अंगों से बुरी तरह छेड़छाड़ की।
ब्रिटेन के एक अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार नताशा दो अन्य लोगों की मदद से बुर्का पहनकर वहां से बचकर निकल पाई। इस वाकये के बारे में अपने ब्लॉग पर लिखते हुए उसने बताया, 'मैं वहां पर केवल बुरी नजर वाले लोगों को देख पा रही थी। लोग मुझपर ऐसे टूट पड़े थे, जैसे मैं ताजा मांस हूं।'
गौरतलब है कि यह हादसा बीते रविवार को घटित हुआ, जब पूरे मिस्र में मोहम्मद मुर्सी के राष्ट्रपति चुने जाने पर जश्न का माहौल था। देश के पहले लोकतांत्रिक ढंग से नेता चुने जाने के मौके पर काहिरा के तहरीर चौक पर भी जश्न मनाया जा रहा था और हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे।


स्मिथ, फालमाउथ यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल जर्नलिज्म में मास्टर्स हैं और वे तहरीर चौक पर भीड़ की रिकॉर्डिंग कर रही थी। स्मिथ महिला अधिकारों के मुद्दे पर रिपोर्ट तैयार करने के लिए मिस्र में थी।
स्मिथ पहली पश्चिमी महिला नहीं है जिसका मिस्र में शोषण किया गया है। सीबीएस न्यूज की लारा लोगन पर भी वर्ष 2011 में हमला हो चुका है। मिस्र की पत्रकार मोना एल्टाहवे पर भी भी बीते नवंबर मिस्र के सिक्योरिटी फोर्स द्वारा हमला किया जा चुका है।

घर पहुंचे सुरजीत रिहाई के बाद भी नहीं खोली सुरजीत की हथकड़ी

 

वाघा बॉर्डर. 30 साल बाद सुरजीत सिंह पाकिस्‍तान की जेल से रिहा हो गए हैं। वाघा बार्डर पर पाकिस्‍तानी अफसरों ने उन्‍हें भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया है। उनके साथ कई मछुआरों को भी रिहा किया गया है। सुरजीत ने माना कि वह जासूसी के लिए पाकिस्‍तान गए थे। उन्‍होंने सरबजीत की रिहाई में मीडिया हाइप को बाधा बताया। सुरजीत के बयान से पाकिस्‍तान में सरबजीत की रिहाई के खिलाफ माहौल मजबूत होने का डर है।
भारत पहुंच कर सुरजीत सिंह ने कहा कि पाकिस्‍तान सरकार की ओर से बुधवार को उनकी ही रिहाई का आदेश हुआ था, सरबजीत का नहीं। सरबजीत और सुरजीत उर्दू में लिखने पर एक जैसा ही पढ़ा जाता है जिस कारण गलतफहमी हुई। सुरजीत सिंह ने कहा, 'मैं सरबजीत को रिहा करवा लूंगा, कुछ न कुछ करेंगे, मंत्रियों से मिलेंगे। सरबजीत की दिमागी हालत बिलकुल ठीक है, वो हर किस्म की बात करते हैं लेकिन आज सुबह मैं आने से पहले उनसे नहीं मिल पाया।'
जब पत्रकारों ने सुरजीत से पूछा कि वो पाकिस्तान क्या करने गए थे तब उन्होंने कहा, 'मैं जासूसी करने पाकिस्तान गया था।' हालांकि जब इसके बाद पत्रकारों ने सवाल किए तो सुरजीत ने कहा, 'सरकार के खिलाफ कोई बात मत पूछो मैं कुछ भी नहीं बताऊंगा।' यह कहकर सुरजीत अचानक उठकर चले गए।
सुरजीत सिंह ने कहा कि अब वह कभी पाकिस्‍तान नहीं जाएंगे। उन्‍होंने कहा, 'मैं आऊंगा तो फिर शक होगा कि जासूसी के लिए आया हूं। इसलिए मैं पाकिस्‍तान नहीं आऊंगा।' उन्‍होंने अपील की कि सरबजीत को भी जल्‍दी से जल्‍दी रिहा किया जाए। जेल में हुए सुलूक के बारे में उन्‍होंने कहा कि पाकिस्‍तान की जेल में उनके साथ अच्‍छा सलूक किया गया।
हथकड़ियों में जकड़े वाघा बार्डर पहुंचे सुरजीत
सुरजीत सिंह आधिकारिक रूप से गुरुवार सुबह को ही जेल से रिहा हो गए थे लेकिन जब वो वाघा बार्डर पहुंचे तो उनके हाथ हथकड़ियों में जकड़े थे। हथकड़ी से बंधी लोहे की चेन पाकिस्तानी पुलिस अधिकारी की बेल्ट से बंधी थी। 69 वर्षीय सुरजीत सिंह ने सफेद कुर्ता पाजामा पहन रखा था और उनके साथ दो बैग भी थे। जब पाकिस्तानी पुलिस अधिकारी सुरजीत के साथ पुलिस वैन से उतरा तो उसने सुरजीत की हथकड़ियां नहीं खोली। सुरजीत को गुरुवार सुबह को ही लाहौर की कोट लखपत जेल से रिहा किया गया था।
पूरी तरह आजाद होते ही सबसे पहले सुरजीत सिंह ने अपने पाकिस्तानी वकील को गले लगाया। सुरजीत सिंह ने कहा कि पाकिस्तान जेल में उनका सही से ख्याल रखा गया और वो इसके लिए पाकिस्तान अधिकारियों का शुक्रिया अदा करते हैं।
सुरजीत को 1982 में गलती से सीमा पार कर पाकिस्‍तान में दाखिल होने पर जासूसी के आरोप में पकड़ा गया था। लेकिन आतंकी विस्‍फोट के आरोप में पकड़े गए सरबजीत सिंह की रिहाई की उम्‍मीद अब भी नहीं जग रही है। इसके लिए सरबजीत के परिजन गुरुवार को जंतर मंतर पर धरना दे रहे हैं। सरबजीत के परिजनों ने आज विदेश मंत्री एसएम कृष्णा से भी मुलाकात करके रिहाई की गुहार लगाई।
बेटे को बाप की शक्ल तक याद नहीं...
11 बजकर 35 मिनट पर सुरजीत सिंह ने जब भारत की धरती पर कदम रखा तब उनके गृह जिले फिरोजपुर से वाघा बार्डर आए सैंकड़ों लोगों ने फूलमालाएं पहनाकर उनका स्वागत किया। सुरजीत सिंह 30 साल पाकिस्तान की जेल में बिताकर लौटे हैं।
इस दौरान बहुत कुछ बदल चुका है। उनके एक बेटे की मौत हो गई है जबकि अन्य बच्चों की शादी हो गई है। सुरजीत सिंह के बेटे कुलविंदर सिंह तब मात्र तीन साल के थे जब सुरजीत सिंह गायब हो गए थे। कुलविंदर को अब अपने पिता का चेहरा भी याद नहीं है। कुलविंदर ने कभी सोचा भी नहीं था कि वो अपने पिता से मिल पाएंगे लेकिन अब वो उनका चेहरा देख सकेंगे।
सुरजीत के स्वागत के लिए उनके गांव में भी खास तैयारियां की गई हैं। गांव की महिलाएं सामूहिक रसोई लगाकर आने वालों के लिए खाना बना रही हैं। सुरजीत के स्वागत में पटाखें भी फोड़े जाएंगे और भांगड़ा भी किया जाएगा।
सुरजीत को मृत मान बैठे उनके परिजनों को साल 2004 तक उनके बारे में कोई जानकारी नहीं थी। 2004 में पाकिस्तान की जेल से रिहा हुए एक कैदी ने सुरजीत का पत्र उनके परिजनों को सौंपा था। उस पत्र से ही परिवार को पता चला था कि सुरजीत पाकिस्तान की जेल में आजीवन कारावास काट रहे हैं। सुरजीत की सजा अक्टूबर 2010 में समाप्त हो गई थी।

दो बार गर्भपात करवाने के बाद लगा रहीं कास्टिंग काउच का आरोप!

भोजपुरी फिल्म में एक बार फिर से कास्टिंग काउच का मामला सामने आया है। इस बार कथित रूप से कास्टिंग काउच की शिकार हुईं हैं भोजपुरी फिल्मों की अभिनेत्री ट्यूलिप सिंह उर्फ पूनम सिंह उर्फ़ पूर्णिमा। उन्होंने यह दावा एक अखबार को दिए बयान में किया है।  
ट्यूलिप ने दिए बयान में कहा है कि गुजरात के एक बिजनेसमैन से उसके शारीरिक संबंध थे। बिजनेसमैन ने उनकी दो फिल्मों में पैसा भी लगाया था। पूनम ने ये भी कहा है कि उनका दो बार गर्भपात भी हो चुका है। पूनम की मानें तो 'पहले मैंने बर्दाश्त किया, लेकिन बाद में जब बिजनेसमैन ने यूनिट की अन्य लड़कियों को मेरे जरिए अपना शिकार बनाना चाहा तो मैंने मना कर दिया। ऐसे में बिजनेसमैन ने फिल्म में पैसा लगाने से भी मना कर दिया। अब वह मुझे झूठे केस में फंसा रहा है।'
बता दें कि लगभग दो माह पहले ही गुजरात के एक व्यवसायी ने अभिनेत्री पूनम सिंह और उनके लिव इन पार्टनर रमन नायर पर अहमदाबाद में 2.5 करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप लगाया था।
ज्वैलर्स के अनुसार दोनों ने उससे 2.5 करोड़ का सोना और डायमंड खरीदे थे लेकिन पैसे नहीं चुकाए। बाद में ज्वैलर को फर्जी चेक पकड़ा दिया था। गुजरात पुलिस पूनम को काफी समय से तलाश कर रही है। वह फिलहाल फरार है।

सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के बकाया कार्यों को जल्द पूरा करने के निर्देश


सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के बकाया कार्यों को जल्द पूरा करने के निर्देश


जैसलमेर कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजनांतर्गत विकास कार्योंं की प्रगति समीक्षा बैठक में कलेक्टर शुचि त्यागी ने कार्यकारी एजेंसी को निर्देश दिए कि वे बकाया कार्योंं को प्राथमिकता से पूर्ण करवाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि जो कार्य पूर्ण हो गए हैं उनके उपयोगिता प्रमाण-पत्र तत्काल प्रस्तुत करें। बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद बलदेवसिंह उज्जवल के साथ ही संबंधित कार्यकारी एजेंसी के अधिकारीगण उपस्थित थे।

पेयजल कार्यों को करें प्राथमिकता से: कलेक्टर ने वर्ष 2011-12 में जलदाय विभाग के स्वीकृत कार्यों की चर्चा करते हुए जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पेयजल के कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण करें ताकि लोगों को पीने का पानी उपलब्ध हो।

स्वीकृत नहीं होने योग्य कार्योंं पर टिप्पणी करें: मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद बलदेवसिंह उज्जवल ने विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजनांतर्गत प्रशासनिक स्वीकृति के बाद जो कार्य किसी कमी के कारण होने लायक नहीं है उनके संबंध में टिप्पणी सहित शीघ्र प्रस्तुत करें ताकि संबंधित सांसद को सूचित किया जा सके एवं उनसे दूसरे कार्य स्वीकृत करने के लिए लिखा जा सके।

विकास अधिकारी करें समीक्षा: उन्होंने विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे एम.पी व एम.एल.ए कोटे में स्वीकृत कार्यो की समीक्षा अपने स्तर पर करें एवं जो कार्य पूर्ण हो चुके हैं उनमें उपयोगिता प्रमाण-पत्र प्रस्तुत कर दें। अधिशाषी अभियन्ता फकीरचंद ने बैठक में सांसद स्थानीय विकास योजना में स्वीकृत कार्य, पूर्ण हुए कार्यो एवं बकाया कार्यो की विस्तार से जानकारी प्रदान की।बैठक में सम समिति के विकास अधिकारी रामनिवास बाबल, जैसलमेर रमेशचन्द्र माथुर, सांकड़ा छोगाराम विश्नोई, लेखाधिकारी शुभकरण रतनू, अधीक्षण अभियंता जलदाय मुकेश गुप्ता उपस्थित थे।

बीएडीपी योजना पर हुई विस्तृत समीक्षा: कलेक्टर शुचि त्यागी ने सीमाक्षेत्र विकास योजनांतर्गत स्वीकृत कार्यों की विस्तार से समीक्षा करते हुए कार्यकारी एजेंसी को निर्देश दिए कि बकाया कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण करें। उन्होंने पूर्ण कार्यों के उपयोगिता प्रमाण-पत्र तत्काल पेश करने की हिदायत दी। कलेक्टर ने बीएडीपी योजना में वर्ष 2008-09, 2009-10, 2010-11 तथा 2011-12 के एजेंसी वार स्वीकृत कार्यों की विस्तार से समीक्षा करते हुए हिदायत दी की जिन एजेंसी ने वर्ष 2008-09 व 2009-10 में जो कार्य पूर्ण कर लिए हैं उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता से पूर्णता प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करें। उन्होंने वर्ष 2010-11 व 2011-12 में स्वीकृत कार्यों को शीघ्र चालू करने के निर्देश दिए।

आखिरकार पुलिस ने हटवाए अस्थाई अतिक्रमण


आखिरकार पुलिस ने हटवाए अस्थाई अतिक्रमण

दुकानदारों को समझाते पुलिसकर्मी



जैसलमेर



शहर के मुख्य बाजार में बुधवार को पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए अस्थाई अतिक्रमण हटवाए। पुलिस ने दुकानदारों को हिदायत दी कि यदि दोबारा मुख्य बाजार में दुकानों के बाहर सामान रखा गया तो उसे जब्त कर लिया जाएगा। इस कार्रवाई से एकबारगी शहर का नजारा ही बदल गया। दुकानदारों ने आनन- फानन में दुकानों के बाहर रखे सामान को हटा लिया वहीं दुकानों के आगे खड़े दुपहिया वाहनों को भी हटवाया गया। पुलिस व प्रशासन के संयुक्त अभियान के तहत की गई कार्रवाई का कई जगहों पर व्यापारियों ने विरोध भी किया।

प्रोबेशनल आरपीएस सुनील कुमार, प्रोबे. आरएएस ओ.पी. विश्नोई व नरेश बुनकर के नेतृत्व में करीब एक दर्जन पुलिस कर्मियों का काफिला बुधवार सुबह मुख्य बाजार पहुंचा। टीम ने हर एक दुकानदार को अस्थाई अतिक्रमण नहीं करने की हिदायत देते हुए दुकानों के बाहर रखे सामान हटवाए। शेष त्नपेज १६

यहां हुई कार्रवाई

पुलिस व प्रशासन की इस टीम ने शहर के विभिन्न बाजारों में बुधवार को कार्रवाई की। मुख्य रूप से गोपा चौक, सदर बाजार, भाटिया मार्केट, गांधी चौक व हनुमान चौराहा पर कार्रवाई की गई।

पहले नगरपरिषद कर चुकी है कार्रवाई

गौरतलब है कि शहर में अस्थाई अतिक्रमण की समस्या लंबे अर्से से चली आ रही है। अतिक्रमणों के साथ ही दुकानों के आगे वाहनों की पार्किंग राहगीरों के लिए मुसीबत साबित हो रहे हैं। इस संबंध में नगरपरिषद पूर्व में कई बार कार्रवाई कर चुकी है लेकिन कुछ दिनों बाद फिर वही हालात होते हैं।

कार्रवाई में नगरपरिषद की टीम नहीं दिखी

पूर्व में नगरपरिषद द्वारा की गई कार्रवाई का असर दिखाई नहीं देने पर बुधवार को प्रशासन व पुलिस ने जोर दिखाया। बुधवार को हुई कार्रवाई में नगरपरिषद का जाप्ता शामिल नहीं था और न ही नगरपरिषद का कोई अधिकारी शामिल था। इस बार केवल पुलिसकर्मी ही दिखाई दिए।

कई जगह हुआ विरोध

शहरी क्षेत्र में बुधवार को अस्थाई अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान कई जगह व्यापारियों ने विरोध भी किया। सदर बाजार में व्यापारियों ने दुकान के बाहर ओटो पर रखे सामान को नहीं हटाने की बात कही। उनका कहना था कि यदि सड़क पर सामान रखा हो तो हटवाएं। इसके अलावा गांधी चौक में कई लोगों ने वाहनों के लिए पहले पार्किंग स्थल और नो पार्किंग जोन में प्रवेश नहीं देने की बात कही।

बुधवार, 27 जून 2012

आधी रात जश्न, फिर छा गई मायूसी

आधी रात जश्न, फिर छा गई मायूसी

जालंधर। पंजाब के भिखिविंद गांव में उस वक्त सारा उल्लास निराशा में तब्दील हो गया जब बुधवार तड़के पाकिस्तान सरबजीत सिंह को क्षमादान व उसकी रिहाई पर अपने रूख से पलट गया। पाकिस्तान में सरबजीत को मृत्युदंड सुनाया गया है। मंगलवार शाम सरबजीत की रिहाई का समाचार मिलने तथा उसकी वापसी जल्द होने की खुशी में मिठाइयां बांट चुके उसके परिजनों व दोस्तों को जब अचानक बदले इस घटनाक्रम का पता चला तो वे हैरान रह गए।

उसकी रिहाई की खबरें आने के कुछ घंटे बाद ही पाकिस्तान सरकार ने मंगलवार की देर रात स्पष्ट किया कि एक अन्य भारतीय कैदी सुरजीत सिंह की रिहाई की जाएगी न कि सरबजीत की। सुरजीत तीन दशक से वहां जेल में बंद हैं। सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने जालंधर में कहा कि हम हैरान हैं। हम निराश और आहत हैं। लेकिन हम सरबजीत की रिहाई की उम्मीद नहीं खोएंगे। हम उनके लिए लड़ाई जारी रखेंगे। पाकिस्तान ऎसा कर हमारी संवेदनाओं के साथ खेल रहा है।

चण्डीगढ़ से 280 किलोमीटर दूर भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर भिखिविंद गांव में लोग सरबजीत के परिवार के प्रति सहानुभूति जताने के लिए उनके घर पहुंचे हैं। सरबजीत की वापसी की खबर सुन मंगलवार शाम पटाखे छुड़ा चुके परिजन अब उदास हैं। सरबजीत की बेटी पूनम ने कहा कि हमें अब भी विश्वास है कि वह रिहा हो जाएंगे। हम इस तरह के घटनाक्रम से खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।

दूसरी ओर मंगलवार देर रात सुरजीत सिंह की रिहाई की खबर सुनने के बाद से पंजाब के फिरोजपुर जिला स्थित उसके फिड्डे गांव में जश्न का माहौल है। सुरजीत तीन दशक से भी लम्बे समय से पाकिस्तान में कैद है। सुरजीत की पत्नी ने अपने गांव में कहा कि यह हमारे लिए एक बड़ा पल है। अब बच्चे अपने पिता से मिल सकेंगे। पाकिस्तान सरकार की ओर से राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के प्रवक्ता ने बुधवार तड़के एक बजे पुष्टि की थी कि सरबजीत की जगह सुरजीत सिंह को रिहा किया जाएगा।

"जियो न्यूज" के मुताबिक राष्ट्रपति के प्रवक्ता फरहतुल्लाह बाबर ने कहा कि मुझे लगता है कि इस सम्बंध में कुछ गलतफहमी हुई है। सबसे पहले तो यह कि यह क्षमादान का मामला नहीं है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह मामला सरबजीत का नहीं है। यह सुच्चा सिंह के बेटे सुरजीत सिंह का मामला है। वर्ष 1989 में तत्कालीन प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की सलाह पर राष्ट्रपति गुलाम इस्हाक खान ने उसकी मौत की सजा कम कर उम्रकैद कर दी थी।

वो पाकिस्तान जाकर बस गए, उनकी ज़मीन पर डोली भू-माफिया की नज़र!



बालोतरा.निकटवर्ती भीमरलाई गांव सरहद में स्थित पाकिस्तान जाकर बसने वाले परिवारों की जमीनों पर भू-माफिया की नजर पड़ गई है। ऐसे में वे येनकेन तरीके से जमीन हड़पने की साजिश में लगे हैं।
 
भीमरलाई के ग्रामीणों ने विधायक सहित कलेक्टर व एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि गांव में खसरा नंबर 146, 217 व 243 पर कुल 184 बीघा जमीन की खातेदारी निरस्त कर गोचर में तब्दील कर दी जाए ताकि जमीन अतिक्रमण से बच सके। ज्ञापन में उन्होंने बताया कि यह जमीन मोडा, मूला पिसरान हीरा जाति भील के नाम अंकित है।

ये दोनों खातेदार 1659 में पाकिस्तान चले गए थे। लेकिन 50 वर्ष बीत जाने के बाद भी ये खातेदार वापिस लौटकर भारत नहीं आए। ग्रामीणों का कहना है कि उनका इंतकाल हो चुका है और वारिस स्थाई रूप से पाकिस्तान में नागरिकता प्राप्त कर चुके हैं।उन्होंने बताया कि 1959 से लेकर अब तक इस जमीन का गांव के पशुओं की चराई के लिए उपयोग होता आ रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले कुछ दिनों से कुछ भू-माफिया इस जमीन पर कब्जा करने की फिराक में है। भू-माफिया इस जमीन पर खड़े पेड़ों को काटकर बेच रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस जमीन की खातेदारी निरस्त करने की मांग पहले की जा चुकी है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।उन्होंने खातेदारी भूमि को गोचर भूमि में तब्दील करने की मांग की।

बाडमेर विवाहिता के साथ बलात्कार मामला दर्ज


विवाहिता के साथ बलात्कार मामला दर्ज 

बाडमेर बाडमेर जिले के सरहदी बाखासर ठाणे में एक विवाहिता के पति ने उसकी पत्नी के साथ बलात्कार का मामला दर्ज कराया .पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने बताया की मानाराम पुत्र अपाराम भील नि. लकड़ासर ने मुलजिम हिराराम पुत्र कृष्णाराम भील नि. सिहानिया के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्त. की पत्नि के साथ मारपीट कर जबरदस्ती बलात्कार करना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना बाखासर पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। 




मारपीट के मामले दर्ज

बाडमेर वंशाराम पुत्र थानाराम भील नि. बिठुजा ने मुलजिम हरचुदराम पुत्र मिसराराम भील नि. बिठुजा वगेरा 10 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा एक राय हमलावर होकर घर मे प्रवेश कर मारपीट कर गाली ग्लोच कर चोटे पुहुचाना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना बालोतरा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। इधर अरविन्द कुमार पुत्र गोपाराम सुथार नि. रेल्वे कुआं न. 3 ने अज्ञात मुलजिम के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्त. के सोये हुए के मोबाईल व 2500 रूपये चुराकर ले जाना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना कोतवाली पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

बाड़मेर दो अलग अलग घटनाओ में दो जनों की मौत

दो अलग अलग घटनाओ में दो जनों की मौत


बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले में दो अलग अलग घटनाओ में दो जनों की मौत हो गयी .पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने बताया की खेताराम पुत्र सुजाराम लोहार नि. मोकलसर ने मुलजिम महेन्द्रकुमार पुत्र घेवरराम लोहार नि. मोकलसर के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मोटरसाईकल को तेजगति व लापरवाही से चलाकर पलटी खिलाना जिससे स्वंय की मृत्यु होना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना समदड़ी पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।इधर हडुाराम पुत्र भारूराम मेगवाल नि. मारूड़ी ने मुलजिम चौखाराम पुत्र भानाराम मेगवाल नि. मारूड़ी के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा टेक्टर को तेजगति व लापरवाही से चलाकर मुस्त.के भतीज भोपाराम के टक्कर मारना जिससे उसकी मृत्यु होना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना सदर पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

लूट की नाटकीय घटना का पर्दाफाश

लूट की नाटकीय घटना का पर्दाफाश

बालोतरा। लाखों रूपए के सोने चांदी को हड़पने के लिए रची गई लूट की मनगढंत कहानी का पर्दाफाश कर कल्याणपुर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वारदात के महज पन्द्रह घंटे की अवधि में पुलिस ने साजिश का राजफाश करने में कामयाबी हासिल की। पुलिस उप अधीक्षक रामेश्वरलाल मेघवाल के अनुसार समदड़ी निवासी ज्वैलर्स पुरूषोतमदास पुत्र दौलतराम ने सोमवार शाम कार लेकर जोधपुर जा रहे अपने परिचित खीमराज पुत्र मिश्रीमल सोनी व बाबूलाल को जोधपुर से सोना-चांदी खरीदकर लाने के लिए 4 लाख 15 हजार रूपए दिए थे।

ज्वैलर्स पुरूषोतम के बताए पते पर घोड़ो का चौक जोधपुर से खीमराज व बाबूलाल ने करीब दो किलो चांदी व सौ ग्राम सोना खरीदा। लाखों रूपए के सोने चांदी को हड़पने के लालच मे उनकी नियत में खोट आ गया। खीमराज ने प्रतापनगर में रहने वाले अपने भाई के मकान में माल को छुपा दिया तथा वहां से कार लेकर समदड़ी के लिए रवाना हो गए। रात दस बजे वे कल्याणपुर की एक होटल पर पहुंचे। चाय पीने के दौरान उन्होंने लूट की मनगढंत कहानी तैयार की। रात साढ़े दस बजे वे यहां से समदड़ी के लिए रवाना हुए।

ढाणी सांखला गांव के समीप सुनसान स्थल पर उन्होंने कार को रोककर शीशे फोड़ दिए। अपने कपड़े फाड़ डाले तथा बटन तोड़कर बिखेर दिए। अपने सीने पर नाखूनों से मामूली खरोंचे लगाई। बाद में उन्होंने फोन पर पुरूषोतमदास सोनी को अपने साथ घटित लूट की वारदात की सूचना देते हुए बताया कि तीन मोटर साईकिल पर सवार होकर छह आरोपी खड़े थे। उनके पीछे एक अन्य चार पहिया वाहन था। लूटेरों ने बाबूलाल की पिटाई कर उसे बेहोश कर दिया तथा उसे नीचे पटककर सोना-चांदी, जेब में रखे रूपए, कार की चाबी छीन ली और फरार हो गए।

इस पर पुरूषोतमदास ने मंगलवार सुबह कल्याणपुर पुलिस थाने में अज्ञात आरोपियो के खिलाफ लूट का मामला दर्ज करवाया। मामले के पर्दाफाश के लिए पुलिस उप अधीक्षक रामेश्वरलाल मेघवाल के नेतृत्व में गठित टीम में शामिल कल्याणपुर थानाधिकारी ज्येष्ठदान चारण, समदड़ी थानाधिकारी निरंजन प्रताप सिंह, एएसआई बालूसिंह, हैड कांस्टेबल नरपतसिंह, अशोक कुमार व टीम ने वारदात की तह तक पहुंचने के लिए पड़ताल शुरू की। खीमराज व बाबूलाल से अलग-अलग पूछताछ की गई।

दोनों की बात में विरोधाभास नजर आने पर पुलिस को शक हुआ। इस पर इनकी कॉल डिटेल की छानबीन कर तस्दीक की गई। गहनता व सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपियों ने सच्चाई उगल दी। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस टीम ने जोधपुर के प्रतापनगर स्थित खीमराज के भाई के मकान से सोना व चांदी बरामद कर लिया।

गहनता से पड़ताल करेंगे
आरोपियो को गिरफ्तार कर पुलिस ने माल बरामद कर लिया है। मामले की गहनता से पूरी पड़ताल की जाएगी ताकि इस नाटकीय वारदात में लिप्त सभी आरोपियों के चेहरे उजागर हो सके।
रामेश्वरलाल मेघवाल पुलिस उप अधीक्षक, बालोतरा

भूमि विवाद को लेकर पिता और भाई की हत्या

भूमि विवाद को लेकर पिता और भाई की हत्या

बीकानेर। राजस्थान में गंगानगर जिले के रायसिंहनगर थाना क्षेत्र में बुधवार को भूमि विवाद को लेकर दो भाईयों ने अपने पिता और सगे भाई की हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार क्षेत्र के भादवांवाली गांव में लालचंद (65) का अपने दो पुत्रों दीनदयाल और गजानंद से 25 बीघा कृषि भूमि के बटंवारे को लेकर विवाद चल रहा था।

उसका एक अन्य पुत्र गंगाबिशन उसका पक्षधर था जबकि उसकी पत्नी मोहिनी देवी गजानंद और दीनदयाल की तरफ थी। सुबह करीब आठ बजे लालचंद गंगाबिशन के साथ खेत में गया था उसी दौरान उसकी पत्नी और गजानंद एवं दीनदयाल भी वहां पहुंच गए और झगड़ा करने लगे। पुलिस ने बताया कि दीनदयाल और गजानंद ने पहले गंगाबिशन और लालचंद की पिटाई की और फिर धारदार हथियारों से उनका गला रेत दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों भाईयों को गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है।

ऑपरेशन थियेटर में लूटी महिला की आबरू

ऑपरेशन थियेटर में लूटी महिला की आबरू

उदयपुर। उदयपुर में एक दलित महिला से गैंग रेप का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि दो युवकों ने हिरणमगरी के कनक अस्पताल के ओटी में मंगलवार देर रात महिला से सामूहिक बलात्कार किया। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने पीडिता का मेडिकल परीक्षण कराया। परीक्षण में रेप की पुष्टि हुई।

पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जबकि तीन अन्य की तलाश जारी है। गिरफ्तार किया गया आरोपी वॉर्ड ब्वॉय हो सकता है। पुलिस ने आरोपी की पहचान नहीं बताई है। सूत्रों के मुताबिक महिला के पिता अस्पताल में भर्ती थे। वह पिता के लिए खाना लेकर अस्पताल गई तो चार युवकों ने उसे दबोच लिया। वे उसे ऑपरेशन थियेटर में ले गए। दो ने महिला से बलात्कार किया जबकि दो ने महिला को पकड़े रखा।

बच्चों ने बैंक के बाहर लूटे 1 लाख

बच्चों ने बैंक के बाहर लूटे 1 लाख
जयपुर। राजस्थान में बुधवार को लूट की अनौखी घटना सामने आई। यहां दो बच्चों ने कीचड़ उछाल कर एक शख्स से 1 लाख रूपए लूट लिए। बच्चों के हाथों अंजाम दी गई यह लूट की घटना यहां झुंझुनू जिले की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार स्थानीय केसरदेव एक निजी बैंक से 1 लाख रूपए निकलवाने गया था। वहां बैंक के बाहर खड़े दो बच्चों ने केसरदेव को बैंक में रूपए गिनते हुए देख लिया। जैसे ही रूपए लेकर केसरदेव बैंक के बाहर आया, बच्चों ने उसपर कीचड़ उछाल दिया। बाद में माफी मांगते हुए उसके कपड़े साफ करने लगे। तब तक केसरदेव उनके जाल में पूरी तरह से फंस चुका था। कीचड़ साफ करते-करते एक बच्चे ने केसरदेव के बैग से 1 लाख रूपए पार कर लिए और फिर दोनों मौके से भाग छूटे।

बच्चों के हाथ एक लाख रूपए लूटा कर केसरदेव ने पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस ने बैंक के सीसीटीवी फुटेज में बच्चों को पहचान कर उनकी तलाश शुरू की। फिलहाल उनका कोई सुराग हाथ नहीं लग सका है।

कांग्रेस का हमला, चिश्ती के बदले सरबजीत को छोड़ने की 'डील' थी



नई दिल्ली/इस्लामाबाद. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया ने सनसनीखेज दावा किया है कि जब अप्रैल में आसिफ अली जरदारी भारत आए थे, तो दोनों देशों के बीच एक डील हुई थी। इस डील के तहत भारत ने डॉ. खलील चिश्ती को रिहा करने और पाकिस्तान ने सरबजीत को रिहा करने पर सहमति जाहिर की थी। पुनिया ने एक निजी चैनल से बातचीत में यह खुलासा किया है। पुनिया के मुताबिक राष्ट्रीय अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने आकर खुद इस बात पर सहमति जताई थी कि सरबजीत को रिहा कर दिया जाएगा।
कांग्रेस का हमला, चिश्ती के बदले सरबजीत को छोड़ने की 'डील' थी 


दूसरी ओर, जबीउद्दीन उर्फ अबू जुंदाल उर्फ अबू हमजा को लेकर पाकिस्तान ने पल्ला झाड़ लिया है। पाकिस्तान के आंतरिक सुरक्षा मंत्री रहमान मलिक ने कहा है कि जबीउद्दीन भारत का नागरिक है और उसने भारत पर हमला किया है। मलिक का कहना है कि इस मामले में पाकिस्तान का कोई लेना देना नहीं है। मलिक ने अपने देश की खुफिया एजेंसी आईएसआई का बचाव करते हुए कहा कि यह एजेंसी भारत पर हुए किसी भी हमले में शामिल नहीं है। मलिक ने कहा कि अगर जुंदाल पाकिस्तान में कभी आया भी है तो वह गैरकानूनी ढंग से आया होगा। मलिक का कहना है कि सरकारी रिकॉर्ड में जबीउद्दीन के पाकिस्तान आने की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत ऐसे किसी सुबूत पर भरोसा नहीं कर सकता जो भारत उसे दे रहा है। मलिक ने कहा कि भारत जुंदाल से जुड़़े सुबूत और बयान पाकिस्तान को मुहैया कराए। रहमान मलिक ने सरबजीत के मुद्दे पर भी कहा है कि उनकी सरकार की ओर से कोई गलती नहीं हुई है। मलिक ने कहा कि सेना या किसी और के दबाव में पाकिस्तान सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया है।
इससे पहले भारत के गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने बुधवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि 26/11 के मुंबई हमले में पाकिस्तान के लोगों का हाथ था। उन्होंने कहा कि जबीउद्दीन के खुलासों से यह बात साबित होती है।
दूसरी तरफ, पाकिस्तान की जेल में 22 सालों से बंद सरबजीत सिंह की रिहाई पर पाकिस्तान के यू-टर्न को लेकर अब पड़ोसी देश में ही आवाज़ उठ रही है। पाकिस्तान मीडिया ने अपनी सरकार की इस हरकत पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है।
पाकिस्तान के मशूहर अख़बार 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' ने पहले पेज पर छपी रिपोर्ट में इस मामले को अंतरराष्ट्रीय शर्म करार दिया है। अखबार ने लिखा है जो मौका हमारे लिए गर्व का हो सकता था, उसे शर्म में तब्दील कर दिया गया। पाकिस्तान के प्रतिष्ठित अखबार डॉन ने भी पूरे मामले पर संदेह जताते हुए सरबजीत सिंह की रिहाई पर यू-टर्न और उनकी जगह सुरजीत की रिहाई को लेकर देर रात दी गई सफाई को 'असामान्य' करार दिया है।

इस बीच, सरबजीत सिंह के परिवार ने इस मामले में यू-टर्न लिए जाने पर कहा है कि पाकिस्तान ने उनके साथ भद्दा मजाक किया है।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के प्रवक्ता फरहतुल्ला बाबर ने मंगलवार की देर रात कहा था कि यह भ्रम की स्थिति है और सरबजीत की जगह सुरजीत सिंह को रिहा किया जाएगा। बाबर ने जरदारी को पूरे मामले से अलग करने की कोशिश की थी। लेकिन पाकिस्तान में सोशल मीडिया में इस बात को लेकर चर्चा गर्म रही कि पाकिस्तान सरकार ने किस दबाव में आकर सरबजीत पर यू-टर्न लिया। इस बाबत आ रही खबरों के मुताबिक पाकिस्तान सरकार ने आईएसआई और कट्टरपंथी तत्वों के दबाव में यह फैसला लिया।

बाड़मेर तृतीय श्रेणी (प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय) अध्यापक सीधी भर्ती प्रतियोगी परीक्षा, 2012 का परिणाम


दिनांक 02.06.2012 को प्रथम स्तर कक्षा 1 से 5 के लिये आयोजित तृतीय श्रेणी (प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय) अध्यापक सीधी भर्ती प्रतियोगी परीक्षा, 2012 का परिणाम एवं विज्ञापित पदों के दुगुने अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन हेतु उनके प्राप्तांकों की श्रेणीवार कटऑफ दिनांक 26.06.2012 को विभागीय वेबसाईट ूण्तंरचंदबींलंजण्हवअण्पद पर अपलोड करवा दी गई है। दस्तावेज सत्यापन के योग्य अभ्यर्थी उक्त वेबसाईट पर उपलब्ध विस्तृत आवेदन पत्र डाउनलोड कर उसे भरकर अध्यापक पात्रता परीक्षा उत्तीर्णता, शौक्षणिक एवं प्रशौक्षिक योग्यता आदि की सत्यापित प्रतियां एवं ऑनलाईन आवेदन पत्र की प्रति संलग्न कर मूल दस्तावेज के साथ व्यक्तिशः जिला परिषद कार्यालय में दिनांक 3 एवं 4 जुलाई 2012 को प्रातः 9.30 बजे उपस्थित होंवे। 




मुख्य कार्यकारी अधिकारी 
एवं अति. परीक्षा नियन्त्रक 
जिला परिषद, बाड़मेर 




इस कार्यालय द्वारा तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती परीक्षा 2012, की लिखित परीक्षा जो दिनांक 02.06.2012 को आयोजित हुई थी। उक्त परीक्षा में विज्ञापित रिक्तियों के दुगुने अभ्यार्थियों को निम्नलिखित कट ऑफ के अनुसार अपने मूल अभिलेखों के परीक्षण हेतु बुलाने के लिए चयन किया जाता है। 
मूल अभिलेख परीक्षण हेतु इन अस्थाई (च्तवअपेपवदंस) रुप से चयनित अभ्यर्थियों को सूचित किया जाता है कि उक्त परीक्षा का विस्तृत आवेदन पत्र विभाग की वेबसाईट ॅण्तंरचंदबींलंजण्हवअण्पद से डाउनलोड कर, उसे पूर्ण रुप से भरकर, अध्यापक पात्रता परीक्षा उत्तीर्णता, शौक्षणिक एवं प्रशौक्षिक योग्यता आदि दस्तावेजों की सत्यापित प्रतियां एवं ऑनलाईन आवेदन पत्र की प्रति संलग्न कर मूल दस्तावेजों के साथ व्यक्तिशः जिला परिषद कार्यालय में दिनांक 03.07.2012 एवं 04.07.2012 को प्रातः 9.30 बजे आवश्यक रुप से उपस्थित होवें। अभिलेखों के परीक्षण एवं अभ्यर्थियों की पात्रता की जांच के पश्चात पात्र अभ्यर्थियों की वरीयता सूची निर्धारित की जाकर योग्य अभ्यर्थियों की नियुक्ति की प्रकि्रया अपनाई जाएगी। 

कट ऑफ माक्र्स 
वर्गसामान्य शिक्षकविशोष शिक्षक 
डत्टप्भ्प 
सामान्य 




सामान्य132.6786.9374.53 
महिला117.00--69.27 
विधवा85.33--- 
परित्यक्ता80.67--- 
अजा 




सामान्य100.27--- 
महिला84.67--- 
विधवा101.20--- 
परित्यक्ता---- 
अजजा 




सामान्य94.80--- 
महिला90.93--- 
विधवा---- 
परित्यक्ता---- 
अपिजा 




सामान्य119.40-110.47- 
महिला107.13--- 
विधवा57.73--- 
परित्यक्ता88.47--- 
विशेष पि. व.सामान्य122.33-- 
महिला111.60--- 
विधवा---- 
परित्यक्ता---- 


दण्डवत आरक्षण 
पुरुषमहिला 

उत्कृष्ट खिलाडी77.0077.00 
भूतपूर्व सैनिक- 
निशक्तजन ठसपदसकध्स्ट65.9387.20 
निशक्त जन भ्प्- 
निशक्त जन स्क्ध्ब्च्100.67112.53 


परिणाम रोका गया निम्नांकित अभ्यार्थियों का परीक्षा परिणाम रोका गया है 55100760, 55104363, 55106207, 
55109820, 55109508 


उपरोक्त कटऑफ अंक रिक्तियों के दुगुने अभ्यर्थियों के बराबर जारी किये गये है। कटऑफ अंकों के समान अथवा अधिक अंक प्राप्त करने का आशय अंतिम रुप से चयन नहीं है। अभ्यिर्थियों को विदित रहे कि उनकी अभ्यर्थिता बिलकुल अस्थाई (च्तवअपेपवदंस) है तथा इसका निर्णय अभ्यर्थी के शौक्षणिक, वर्ग एवं अन्य मूल अभिलेखों के परीक्षण उपरान्त ही निर्धारित होगा। 


कृते जिला कलक्टर एवं 
परीक्षा नियन्त्रक