गुरुवार, 2 फ़रवरी 2012

मासूम फलक की हालत नाजुक

नई दिल्ली। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती दो साल की बच्ची फलक की हालत दो हफ्ते बाद गुरुवार को भी चिंताजनक बनी रही। एम्स के ट्रामा सेंटर के सहायक प्रोफेसर (न्यूरो सर्जन) दीपक अग्रवाल ने कहा, "बच्ची के बचने की सम्भावना 50 फीसदी से भी कम है।

जांच में पता चला है कि बच्ची को रक्त संक्रमण (सेप्टीसीमिया) हो गया है जिसके अन्य महत्वपूर्ण अंगों तक फैलने की आशंका है। जबकि फलक का सीना एवं मस्तिष्क पहले से ही संक्रमित है। अग्रवाल ने कहा, "हम उसके महत्वपूर्ण अंगों पर नजर रखे हैं और संक्रमण शरीर के अन्य भागों में पहुंचने से रोकने के लिए कड़ी एंटीबायोटिक्स दे रहे हैं। वह अपनी आंख, बांह एवं पैरों को हिला रही है लेकिन वह अभी भी गहरी अचेतावस्था में है।"

उन्होंने कहा, "हम फलक का अभी कोई भी ऑपरेशन नहीं करने जा रहे हैं। अभी हम दवाओं के प्रभाव को देख रहे हैं।" ज्ञात हो कि बुरी तरह घायल दो साल की फलक को 18 जनवरी को एक किशोरी लाई थी। बच्ची का सिर फूटा हुआ था और मस्तिष्क में दाईं ओर खून जम गया था। उसके समूचे शरीर पर इंसान के दांत के काटने के निशान थे।

इस किशोरी ने खुद को बच्ची की मां बताया था। किशोरी को बाल संरक्षण गृह भेज दिया गया। पुलिस ने बुधवार को किशोरी के पिता एवं उसे जबरिया देह व्यापार कराने वाले दो लोगों को गिरफ्तार करने के बाद मामला सुलझाने का दावा किया था।

तीन संतानें हैं तो नहीं दे पाएंगे छत्तीसगढ़ सर्विस कमिशन की परीक्षा!

 

रायपुर. राज्य लोक सेवा आयोग 2011 की प्रारंभिक परीक्षा में ऐसे उम्मीदवार आवेदन नहीं कर सकते जिनकी 26 जनवरी 2001 के बाद तीसरी संतान का जन्म हुआ है। आयोग के सचिव एसएन राठौर ने बताया कि राज्य शासन ने हाल ही में छत्तीसगढ़ के मूल निवासियों को आयु सीमा में तीन साल की छूट दी है। अब मूल निवासियों के लिए अधिकतम आयु सीमा 35 से बढ़कर 38 साल हो गई है।

आयु सीमा में छूट के बाद आयोग के पास ऐसे कई आवेदन आए हैं जिनमें उम्मीदवारों के तीन बच्चे हैं। राज्य शासन के नियम के मुताबिक 26 जनवरी 2001 के बाद अगर किसी व्यक्ति की तीसरी संतान का जन्म होता है तो वह सरकारी सेवा का पात्र नहीं है। तीन बच्चे वालों के आवेदन फार्म को स्वीकार ही नहीं किया जा रहा है, लेकिन अगर किसी उम्मीदवार की 26 जनवरी 2001 से पहले एक संतान है और उसके बाद जुड़वा बच्चे होते हैं तो ऐसे उम्मीदवार परीक्षा दे सकते हैं।

छत्तीसगढ़ के मूल निवासियों को तीन साल की आयु सीमा में छूट पुलिस सेवा में भी मिल रही है। ऐसा पहली बार हो रहा है जब 31 साल तक राज्य के उम्मीदवारों को डीएसपी बनने का अवसर मिलेगा। 2008 की परीक्षा में भी आयु सीमा में छूट दी गई थी मगर वह पुलिस सेवा में लागू नहीं थी।

आवेदन करने के लिए छह दिन अतिरिक्त

आयोग ने आयु सीमा बढ़ने के बाद आवेदन फार्म जमा करने की तारीख भी बढ़ा दी है। अब उम्मीदवार 16 फरवरी तक आवेदन फार्म जमा कर सकते हैं। वे आवेदन फार्म की त्रुटियों में 17 से 27 फरवरी तक संशोधन कर सकते हैं। साथ ही ऐसे उम्मीदवार जो शासकीय संस्थानों में संविदा पर काम कर रहे हैं, उन लोगों को जितने साल उन्होंने संविदा में काम किया है उतने साल की छूट मिलेगी। मगर यह छूट 38 साल की उम्र से अधिक नहीं होगी।

महोत्सव 5 से 7 फरवरी तक ...मरू मेले की प्रतियोगिताओं के नियम भी हैं खास


मरू मेले की प्रतियोगिताओं के नियम भी हैं खास

साफा बांध प्रतियोगिता   महोत्सव 5 से 7 फरवरी तक



जैसलमेर  मरू महोत्सव में आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं के नियम तय कर दिए गए हैं। पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में 5 से 7 फरवरी तक महोत्सव चलेगा। जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग की ओर से इसको लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।

मिस मूमल :

गल्र्स के लिए आयोजित होने वाली मिस. मूमल प्रतियोगिता के लिए प्रतिभागी की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी जरूरी है जिसका प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना होगा। मिस. मूमल प्रतियोगी अविवाहित होनी चाहिए एवं कोहनी के ऊपर वाला चूड़ा पहने हुए नहीं हो। प्रतियोगी को किसी प्रकार का यात्रा भत्ता एवं आवास सुविधा देय नहीं होगी। आवेदक को अतिरिक्त फोटो देना होगा। मिस. मूमल प्रतियोगी राजस्थान की मूलनिवासी होना आवश्यक है। पूर्व प्रथम विजेता मिस.मूमल सम्मिलित नहीं हो सकेगी।

साफा बांध प्रतियोगिता के प्रतियोगी को स्वच्छ एवं पारंपरिक पोशाक में स्टेज पर पहुंचना आवश्यक होगा। प्रतियोगी को जैसलमेर शैली का ही साफा बांधना अनिवार्य होगा। प्रतियोगी को शोभायात्रा में भाग लेना आवश्यक होगा। साफा पर्यटन विभाग द्वारा उपलब्ध करवाया जाएगा जो प्रतियोगिता पूर्ण होने पर वापिस लौटाना होगा।

मूंछ प्रतियोगिता

मूंछ प्रतियोगिता में भाग लेने वाला प्रतिभागी वयस्क होना आवश्यक है एवं उसकी अच्छी कद काठी होनी चाहिए। मूंछ विजेता को मेले के तीनों दिन उपस्थित रहना होगा एवं उसे अनुबंधित फोटोग्राफर से फोटो खिंचवाने होंगे एवं प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी मूंछ प्रतिभागियों को शोभायात्रा में भाग लेना होगा।

मूमल-महेंद्रा प्रतियोगिता

मूमल-महेंद्रा प्रतियोगिता में भाग लेने वालों की उम्र 10 से 18 वर्ष तक होना जरूरी है। इसका प्रमाण-पत्र देना होगा। मूमल व महेंद्रा एक साथ ऊंट पर नहीं बैठेंगे। मूमल व महेंद्रा की वेशभूषा पश्चिमी राजस्थान के मारवाड़ पद्धति पर आधारित होनी चाहिए एवं उनके गहने, परिधान एवं पूर्ण वेशभूषा एक अविवाहित लड़की व लड़के की अभिव्यक्ति एवं प्रस्तुतीकरण होनी चाहिए।

मरू श्री प्रतियोगिता

पर्यटक स्वागत केन्द्र के सहायक निदेशक अजीत सिंह ने बताया कि पहले दिन मरुश्री प्रतियोगिता आयोजित होगी। इसके लिए प्रतिभागी की न्यूनतम आयु 21 वर्ष होनी चाहिए जिसका उसे प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना होगा। इसी प्रकार प्रतिभागी की लंबाई 5 फीट 6 इंच से कम नहीं होनी चाहिए। मरुश्री विजेता को मेले के तीनों दिवस तक मरुश्री पोशाक में उपस्थित रहना होगा एवं उन्हें विभाग द्वारा अनुबंधित फोटोग्राफरों से फोटो खिंचवाना होगा। इसके साथ ही प्रतियोगी को शोभायात्रा में भाग लेना भी आवश्यक होगा। प्रतियोगी को किसी प्रकार का यात्रा भत्ता एवं आवास सुविधा देय नहीं होगा। मरुश्री प्रतियोगी राजस्थान का मूल निवासी होना आवश्यक है। पूर्व प्रथम विजेता मरुश्री सम्मिलित नहीं हो सकेगा।

बाड़मेर गुरुवार २ फरवरी २०१२ पुलिस...आज की ताजा खबर.



चिंकारा शिकार प्रकरण तीनों आरोपियों को जेल भेजा


बाड़मेर धोरीमन्ना कस्बे में 27 जनवरी की रात गश्त के दौरान पकड़े गए चिंकारा शिकार के आरोपियों को पुलिस ने बुधवार को कोर्ट में पेश किया। जहां तीनों ही आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के निर्देश दिए गए।

धोरीमन्ना थानाधिकारी मूलाराम चौधरी ने बताया कि चिंकारा शिकार के मामले में पकड़े गए आरोपियों को तीन दिन की रिमांड के बाद बुधवार को एसीजेएम कोर्ट बाड़मेर में पेश किया गया। न्यायालय ने धोरीमन्ना निवासी दीपाराम पुत्र भंवराराम भील, कातरला निवासी शंकरा पुत्र फौजा और धोरीमन्ना निवासी मोहम्मद पुत्र भंवरु खां को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के निर्देश दिए। वहीं कातरला निवासी रेशमा पुत्र सता भील की उम्र 18 वर्ष से कम होने के कारण उसे पहले ही बाल सुधार गृह भेज दिया गया था। थानाधिकारी ने बताया कि फरार आरोपी धोरीमन्ना निवासी हुकमाराम देशांतरी की तलाश की जा रही है।


सड़क हादसे में एक की मौत, तीन घायल

बालोतरा बांगुडी फांटा के निकट बुधवार रात ग्यारह बजे ऊंट गाड़ी को पीछे से इंडिका कार ने टक्कर मार दी जिससे कार में सवार विवाहिता ने घटना स्थल पर ही दम तोड़ दिया।विवाहिता बालोतरा से बाड़मेर जा रही थी।हादसे में घायल हुए तीन जनों को इलाज के लिए नाहटा अस्पताल में भर्ती कराया गया। पचपदरा थाने के एएसआई हरलाल सिंह ने बताया कि बांगुडी फांटा के निकट ऊंट गाड़े के पीछे चल रही इंडिका कार ने टक्कर मार दी। इस हादसे में इंडिका में सवार आहोर निवासी पुष्पा पत्नी प्रेमदास वैष्णव की मौके पर ही मौत हो गई। कार में विवाहिता के साथ आहोर निवासी सुरेश कुमार पुत्र पूनमचंद माहेश्वरी, गुलशन पुत्र सुरेश कुमार भी थे।ऊंट गाड़े पर सवार अकदड़ा निवासी बाबूलाल पुत्र बगताराम व भंवरलाल पुत्र मंगलाराम बूगडी भी गंभीर रूप से घायल हो गए।

दोनों का इलाज राजकीय अस्पताल नाहटा में चल रहा है।



खूनी संघर्ष के आरोपियों को जेल भेजा

बाड़मेर गडरारोड में मंगलवार को एक ही समुदाय के दो गुटों में हुए खूनी संघर्ष के मामले में हत्या के तीन आरोपियों को पुलिस ने बुधवार को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के निर्देश दिए गए। चौहटन पुलिस उप अधीक्षक नरेंद्र गोदारा ने बताया कि गडरारोड में मंगलवार को जानलेवा हमला करने और सताराम पुत्र हकीमराम भील की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए चंदणाराम, रहीमराम पुत्र धाणाराम व भंवराराम पुत्र दयाराम निवासी रासलाणी को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के निर्देश दिए गए। डिप्टी गोदारा ने बताया कि हत्या के अन्य आरोपी राजकीय अस्पताल बाड़मेर में एडमिट है। वहां से उन्हें डिस्चार्ज करते ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

ग्राम पंचायत बिजावल के राजस्व गांव रासलाणी में सोमवार देर रात महारात कार्यक्रम के दौरान पुरानी रंजिश के चलते एक ही समुदाय के दो गुटों में हुए खूनी संघर्ष हो गया। मारपीट में एक की मौत हो गई, वहीं दूल्हा सहित 16 अन्य घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए राजकीय अस्पताल बाड़मेर लाया गया। जहां गंभीर रूप से घायल दो व्यक्तियों को जोधपुर रेफर किया गया।परिवार में गुरुवार को शादी होनी थी। इसी उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। हंसी-ठिठोली के बीच ही विवाद बढ़ गया। सूचना मिलने पर चौहटन डीएसपी नरेन्द्र गोदारा मौके पर पहुंचे। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

खूनी संघर्ष में भारथाराम पुत्र सताराम, अंतरी देवी पत्नी सखीराम, पीथाराम पुत्र सताराम, कोयल देवी पत्नी रहीमराम, ढेली देवी पत्नी दयाराम, भंवराराम पुत्र दयाराम, देवाराम पुत्र जेताराम, प्रभुराम पुत्र दयाराम, धीराराम पुत्र जेताराम, चांदी देवी पत्नी धाणूराम, धाणूराम पुत्र जवाराराम, रायधनराम पुत्र धाणूराम, मूलाराम पुत्र धाणूराम, आंबू देवी पत्नी मुढाराम व रहीम पुत्र धाणूराम घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए बाड़मेर रेफर किया गया। इस दौरान गंभीर रूप से घायल सताराम (55)पुत्र हकीमराम भील ने रास्ते में दम तोड़ दिया। राजकीय अस्पताल बाड़मेर में प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल दो जनों को जोधपुर रेफर किया गया। थानाधिकारी हुक्माराम ने बताया कि करमूराम पुत्र सताराम ने मामला दर्ज करवाया कि पुरानी रंजिश के चलते देवाराम वगैरह ने उसके पिता पर जानलेवा हमला कर दिया जिससे उनकी मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी चंदणाराम, रहीमराम पुत्र धाणाराम व भंवराराम पुत्र दयाराम निवासी रासलाणी को गिरफ्तार किया है।

हिरासत में मौत, थाना प्रभारी और जांच अधिकारी निलंबित

हिरासत में मौत, थाना प्रभारी और जांच अधिकारी निलंबित



जयपुर  चोरी के मामले में पूछताछ के लिए मानसरोवर थाने लाए गए तिलक नगर निवासी योगेश सपरा (५२) की मौत हो गई। पुलिस कमिश्नर बीएल सोनी ने थाना प्रभारी धर्मवीर सिंह और जांच अधिकारी एएसआई जगदीश प्रसाद को निलंबित कर दिया है। एसएमएस अस्पताल के मेडिकल बोर्ड ने योगेश की मौत हार्ट अटैक से होना का अंदेशा जताया है।

पुलिस ने योगेश के घर से करीब 20 लाख रु. का चोरी का माल बरामद किया था। उसे मंगलवार को शाम चार बजे पूछताछ के लिए थाने लाया गया, जहां वह रात करीब ९:४० बजे बेहोश हो गया। एसएमएस अस्पताल में रात करीब ११ बजे उसने दम तोड़ दिया। योगेश मानसरोवर थाने के हिस्ट्रीशीटर हरीश थापा का परिचित था। थापा चोरी के आरोप में गिरफ्तार है। उसी ने चोरी का माल योगेश के घर होना बताया था।

यूं हुई थी जान-पहचान

हरीश को 2005 में चोरी के आरोप में 7 साल की सजा हुई थी। इस दौरान योगेश को भी मालवीय नगर थाना पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया था। जिसे एक मई 2007 को दो साल का कारावास व दो हजार रुपए जुर्माने की सजा हुई। जेल में रहते हुए योगेश की हरीश से जान-पहचान हो गई। जेल में ही हरीश ने योगेश को धर्म का पिता बना लिया था। जेल से छूटने के बाद दोनों एक ही मकान में किराए से रह रहे थे। हरीश थापा चोरी करता और माल योगेश के पास जमा करता था।

चोरी के आरोप में किया था हरीश को गिरफ्तार

जेल से बाहर आने पर हरीश थापा ने शहर के विभिन्न थाना इलाकों में 10 चोरी की वारदात की। पूछताछ में हरीश थापा ने मानसरोवर, शिप्रापथ, जवाहरनगर में दो दो वारदातें, मालवीय नगर, सोडाला, वैशाली नगर, मोती डूंगरी में चोरी की एक एक वारदात करना कबूल किया। हरीश थापा 21 जनवरी को मानसरोवर निवासी एसपी सिंह के सू ने घर में चोरी कर रहा था। इसी दौरान वे घर पर आ गए। तब हाथापाई में हरीश ने एसपी सिंह के सिर में नकब की मार कर भाग गया लेकिन उसका मोबाइल वहीं गिर गया। जिसके आधार पर मानसरोवर थाना पुलिस ने हरीश को मंगलवार सुबह गिरफ्तार किया था।

बहन को प्रेमी के साथ देख पगलाया भाई, निकाली बंदूक-मार दी गोली



लुधियाना. गांव हंबड़ां में बहन को एक युवक के साथ आपत्तिजनक हालत में देख भाई ने दोनों को गोली मार दी। बचने की कोई गुंजाइश न रहे, इसलिए दोनों के सिर पर गोली मारी गई।
 

घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। हत्या में इस्तेमाल की गई रिवाल्वर पुलिस ने कब्जे में ले ली है। लड़की हंबड़ां की नवदीप कौर (25) व लड़का गांव थरीके का हरप्रीत सिंह जौहल उर्फ हैप्पी (26) था। आरोपी की पहचान बलजिंदर सिंह गिल के रूप में हुई है। घटना बुधवार तड़के की है।



बलजिंदर और उसकी बहन नवदीप कोठी में अकेले थे। बलजिंदर बेडरूम में सो रहा था जबकि नवदीप ड्राइंगरूम में थी। पुलिस को दिए बयान में बंटी ने बताया कि तड़के 4:30 बजे बाहर आवाज सुनकर उसकी आंख खुल गई। किसी खतरे की आशंका से वह अपने पिता का 32 बोर का लाइसेंसी रिवाल्वर लेकर बाहर निकला। ड्राइंगरूम का दरवाजा खुला था। वहां नवदीप और हरप्रीत आपत्तिजनक हालत में थे। बंटी को देख हैप्पी सोफे के पीछे छिप गया। गुस्से में पागल बंटी ने उसके सिर पर एक के बाद एक चार फायर किए।



....बालों से पकड़ा और दाग दी गोलियां



भाई को गुस्से में देख नवदीप बेडरूम की तरफ भागी। बंटी ने वहां पहुंच उसे बालों से पकड़ा और कनपटी में दो गोलियां दाग दीं। सब इंस्पेक्टर गुरप्रीत सिंह ने बताया कि नवदीप के पिता तेजा सिंह मंगलवार को पत्नी छिंदर कौर और छोटे बेटे हरजिंदर सिंह के साथ धर्मकोट के गांव किशनपुरा में अपने ससुराल गए थे। इस दौरान नवदीप ने हैप्पी को घर बुला लिया। हैप्पी की इंडिका कार ललतों गांव से मिली है। मोगा में रहने वाला हैप्पी का दोस्त उसे हंबड़ां छोड़कर गया था।

तीन कप काली चाय (बिना दूध वाली) पीना रक्तचाप को कम करने में मददगार

चाय पीना और पिलाना आज हमारे दैनिक आवभगत के पेय में सम्मिलित हो चुका है,क्या गांव शहर शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति हो, जिसने अपने जीवन में चाय की चुस्कियों का एहसास न लिया हो,अभी हाल के ही एक शोध में यह बताया गया है, कि प्रतिदिन तीन कप काली चाय (बिना दूध वाली) पीना रक्तचाप को कम करने में मददगार होता है।  
यह खबर उन लोगों के लिए एक खुशखबरी हो सकती है,जो अपने दिन की शुरुआत ही चाय से करते हैं। युनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न आस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं ने बिना दूध वाली काली चाय पर किये गए अध्ययन से इस बात की पुष्टि की है(दूध डालकर बनायी गयी चाय पर ऐसे परिणामों की पुष्टि अभी बाकी है), पूर्व में भी ऐसे कई परिणाम सामने आ चुके हैं, जो चाय के हृदय पर अच्छे प्रभाव की पुष्टि कर चुके हैं।

प्रमुख शोधकर्ता जोनाथन होजसन ने आस्ट्रेलिया के अखबार डेली मेल को बताया कि यह अध्ययन चाय और हृदय रोगों के बीच के सम्बन्ध को स्थापित करने कि दिशा में एक महत्वपूर्ण खोज होगा। हृदय द्वारा सम्पूर्ण शरीर को रक्त छोडऩे के दौरान उत्पन्न धड़कन का दबाव सीसटोलिक एवं हृदय द्वारा रक्त को लेने की स्थिति में उत्पन्न धड़कन का दवाब डायस्टोलिक को रक्तचाप के दौरान मापा जाता है।

35 से 75 आयु के 95 लोगों में कराये गए अध्ययन, जिनको प्रतिदिन तीन कप काली चाय पिलाई गई और एक दूसरा प्लेसिबो समूह जिसे किसी और स्रोत से प्राप्त कैफीन पिलाया गया में इस परीक्षण के परिणाम छ: महीने के बाद उक्त प्लेसीबो समूह से तुलनात्मक रूप में अध्ययन द्वारा देखे जाने पर यह पाया गया कि जिन लोगों ने काली चाय पी थी उनका सीसटोलिक एवं डायस्टोलिक रक्तचाप 2-3 घट गया। शोधकर्ताओं का मानना है, कि दो से तीन की रक्तचाप में कमी, उच्च रक्तचाप एवं हृदयरोगों की संभावना को दस प्रतिशत तक कम कर देती है। यह अध्ययन आर्चीव ऑफ इंटर्नल मेडीसिन में प्रकाशित हुआ है ...।

सिद्धपुरुष खेमा बाबा

सिद्धपुरुष खेमा बाबा


बाड़मेर जिलै रै बायतू गाम मांय जनम्या खेमा बाबा जाटा हा। अै सदीव साधु-संन्यासी रै बेस मांय रैया करता हा, जिणरी वजै सूं लग इणां नै 'खेमा बाबा' रै नाम सूं बतलावता। अै आपरै जीवण मांय जैरीलै जीव-जंतुवां रै काटियौड़ै लोगां रा झाड़ा-झपटा करिया करता। इण भांत अै अणगिणत लोगां नै अभयदान दिया। आपरै जीवण रै छहलै बगत ताईं अै बायतूं मायं इज रैया। सुरगवास सूं पांच-सात घड़ी पैला अै आपरै सगै-संबंधियां, मित्रां अर गामवासियां सूं आग्रह करियौ हौ के अबै म्हारौ अंतिम बगत आयग्यौ है, थे लोग म्हनै अमुक जगै लिजाय'र बिना बालियां गाड दीजौ अर उण जगै अेक चबूतरौ बणवाय दीजौ। जे किणी नै कोई तकलीफ हुय जावै तौ चबूतरै माथै नालेर इत्याद चढा देवैला तौ उणनै किणी ई तरै री तकलीफ नीं हुवैला। खास तौर सूं जैरीलै जीव-जंतुवां रै काटियां तौ तत्काल इज आराम हुय जावैला।
सिद्धपुरुष जाट खेमाराम जाखड़ आपरौ नश्वर शरीर त्याग दियौ। उणां रै कैयां मुजब उणां नै अमुक स्थान माथै गाडण सारू लेयग्या, पण वा जमीन बायतू रै अेक ठाकर री ही, जिकां अपणी जमीन मांय गाडण नीं दिया। कीं बगत बाद अचाणचक ठाकर नै निपटण री शंका हुई। ठाकर निपटण सारू गाम रै बारै गया। सिद्धपुरुष खेमा बाबा रै नश्वर शरीर नै आपरी जमीन मांय नीं गाडण देवण री बजै सूं जैरीला जीवजन्तु ठाकर नै घेर लियौ। ठाकर जद अणूंती देर तांी बावड़िया नीं तौ परिवार रा सगला ई लोग उणां रै नीं बावड़ियां चिंतातुर हुवण लागग्या। उठीनै खेमा बाबा रै नश्वर शरीर नै उणी जगै गाडण री मंजूरी सारू हजारूं लोग उडीक रैया हा। जद ठाकर नै सोधण सारू नौकर भेजीजियौ तौ पतौ लागियौ के वै तौ जैरीलै जीव-जंतुवां रै जाल सूं मुगत हुया। ठाकर खेमा बाबा रै चमत्कार सूं प्रभावित हुय'र आपरी जमीन मांय उणां रै शरीरर नै गाडण री मंजूरी देय दी अर खुद आपरै खरजै सूं उण माथै चबूतरौ बणवाय'र पैलौ नालेर चढायौ।
आज वौ इज चबूतरौ अेक सुंदर मिंदर रै रूप मांय नागदेवता री बणियोड़ी प्रतिमावां अेक नीं, अनेकूं विराजमान है। मिंदर रै च्यारूंमेर पक्की दीवारां रौ परकोटौ अर उणरै बीच मांय जातरूवां रै ठैरण अर मिंदर रै कर्मचारियां अर पुजारियां रै रैवास सारू पक्का मकान बणियोड़ा है। मिंदर रे लारली कानी 150 फुट सूं ई ऊंचौ रेतीलौ धोरौ आयौ थकौ है। मेला स्थल माथै तीन टांकां रौ निरमाण ई हुयोड़ौ है।
मेलै मांय हिस्सौ लेवण सारू दूर-दूर सूं हजारूं जातरूं अेकठ हुवै। जैरीलै जीव-जंतुवां सांप-बिच्छु इत्यार रै काटियां उणी बगत इणां रै स्थल री जातरा करण, पूजा चढावण री जाचना करण अर मोरपांख नै काडियौडै़ स्थल माथै बांधियां सूं तत्काल आराम मिल जावै। अैड़ौ करियां अेक नीं, अनेकूं श्रद्धालू भगतां नै आराम अर राहत मिली है। नतीजन मैलै रै मौकै माथै हजारूं री तादाद में स्त्री, पुरुष, बच्चा, बूढ़ा सगला ी आवै, जिका आपरै साथै छोटौ-सोक सफेद कपड़ौ त्रिकोण आकार रौ लावै अर आपरी जाचना, चढावै चढायां रे बाद उणनै नजीक खड़ै पेड़ रै बांध देवै।
मेलै रै अेक दिन विसाल पैमानै माथै ठाकर री बणियोड़ी कोटी माथै भजन-कीरतन रौ आयोजन हुवै। उण मांय चमार जाति रै लोगां रै अलावा हर जाति रा लोग हिस्सौ लेवै। औ कार्यक्रम रात भर चालू रैवै। सूबै-सवाणी हजारूं लोग खेमा बाबा रै मिंदर दरसणां सारू जावै अर प्रसाद चढावै। प्रसाद सूं नीं जाणै कित्ती ई बोरियंा भर जावै। औ प्रसाद बाद में भजन करण वालां अर पिछड़ी जातियां रै लोगां मांय बांट दियौ जावै। सिंझ्या तांी मैलौ बिखरणौ सरू हुय जावै।
खेमा बाबा रै इम मेलै नै औरूं बेसी विसाल रूप देवण सारू पंचायत समिति, बायतु इणी स्थल माथै पशु मैलै रौ आयोजन करै जिकौ कोई सात दिन तांई रैवै। माघ सुदी 7 लेय'र माघ सुदी 13 तांई लगातार औ मेलौ चालै। इण मेलै मांय हजारूं री संख्या में उन्नत नस्ल रा थारपारकर अर कांकरेज नस्ल रै बलदां नै मारवाड़ी नस्ल रै ऊंटा रै अलावा दूजा केई पशु ई खरीदण-बेचण सारू लाया जावै। पशुवां री खरी सारू राजस्थान रै अलावा दूजै प्रदेशां रा केई वौपारी ई आवै। इण मेलै मांय पशुवां री अच्छी कीमत आंकीजै।

मंगलवार, 31 जनवरी 2012

बेटी पैदा होने से पर पत्नी की हत्या

बेटी पैदा होने से पर पत्नी की हत्या

कुंदुज। अफगानिस्तान में लगातार तीसरी बेटी के जन्म लेने से नाराज एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर देने का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है।

अफगानिस्तान के उत्तरी प्रांत कुंदुज के मोहासिली गांव में स्तोराय नामक एक महिला को गत शनिवार को उसके पति और सास ने केवल इस वजह से गला दबाकर मार डाला कि उसने लगातर तीसरी बेटी को जन्म दिया है। महिला का पति बेटा पैदा होने की आस लगाए हुए था लेकिन तीन महीने पहले जब उसने एक बेटी को जन्म दिया तो वह बेहद नाराज हो गया।

स्थानीय पुलिस के अनुसार महिला की सास को हिरासत में ले लिया गया है लेकिन उसका पति अब तक फरार है और उसके पति की तलाश जारी है।

प्रतापगढ़ में थानाधिकारी पर फायरिंग

प्रतापगढ़ में थानाधिकारी पर फायरिंग

प्रतापगढ। प्रतापगढ़ में फायरिंग करने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि फायरिंग थानाधिकारी को निशाना बनाकर की गई थी। वहीं फायरिंग के बाद कस्बे में हडकंप मच गई।

वहीं यह भी कहा जा रहा है कि फायरिंग के विरोध में कस्बा बंद रखा जाएगा। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

भंवरी मामला: सीबीआई ने पूर्व मंत्री की पत्नी को सर्किट हाउस में बैठाया


 
जोधपुर. भंवरी मामले में वांछित आरोपी इंद्रा विश्नोई की गिरफ्तारी का दबाव बनाने के लिए सीबीआई ने मंगलवार को उनकी मां और
मारवाड़ के दिग्गज कांग्रेसी नेता रहे पूर्व मंत्री स्व. राम सिंह विश्नोई की पत्नी अमरी देवी को सर्किट हाउस बुला कर बैठा दिया है। अमरीदेवी से पूछताछ करने से इंद्रा पर सरेंडर का जर्बदस्त दबाव पड़ रहा है। सीबीआई अमरीदेवी से पहले घर जाकर पूछताछ कर चुकी
है।

मुख्‍य आरोपी सोहनलाल के भाई बाबूलाल के पूर्व में हुए बयान में सामने आया था कि 2 सितंबर की सुबह उनकी अमरीदेवी से फोन पर बात हुई थी और उन्होंने भंवरी की हत्या की बात कही थी। सीबीआई ने इस संबंध में पहले उनसे पूछताछ की थी जिसकी आपत्ति लूणी विधायक मलखानसिंह ने की थी। स्व. राम सिंह के पुत्र मलखान सिंह और परसराम जेल में है तथा बेटी इंद्रा तीन माह से फरार है।

इंद्रा सीबीआई के हाथ नहीं लग रही है। उस पर दबाव बनाने के लिए सोमवार को परसराम की पत्नी और बिलाड़ा प्रधान कुसुम विश्नोई, मलखान के बेटे महेंद्र, चचेरे भाई छोगाराम व ममेरे भाई बाबूलाल को पूरे दिन सर्किट हाउस बैठाए रखा था। मंगलवार को सीबीआई ने श्रीमती अमरीदेवी को भी बिलाड़ा से सर्किट हाउस बुला लिया। मलखान का बेटा महेंद्र अपनी दादी को लेकर सीबीआई के पास पहुंच गया है।

कोर्ट परिसर में कैसे पीट-पीट कर हुई हत्‍या



उज्जैन में दो महिलाओं नेअदालत के बाहर एक रिटायर्ड पटवारी की तमाचे और घूंसों से इतनी पिटाई की कि उसकी मौत हो गई। घटना के वक्त मौके पर मौजूद दर्जनों लोग तमाशबीन बने रहे।

 

65 वर्षीय बुजुर्ग हत्या के मामले में आरोपी था और पिटाई करने वाली महिलाएं फरियादी थीं। दोनों पक्ष जमीन के एक मामले की पेशी पर आए थे, तभी यह घटना हुई। अदालत भवन में ही कमिश्नर, कलेक्टर सहित तमाम प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालय भी हैं, बावजूद इसके सरेआम हुए इस घटनाक्रम को रोकने के लिए कोई आगे नहीं आया।



सोमवार शाम करीब 4.30 बजे हुई इस घटना के संबंध में पुलिस ने एक आरोपी महिला सहित उसके दोनों पुत्रों को हिरासत में ले लिया है। एक महिला फरार है। सभी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है।

पाकिस्तान में एमपीए की पत्नी,पुत्नी और ड्राईवर की सरेआम गोली मार कर हत्या


कराची.पाकिस्तान के प्रमुख शहर कराची में अज्ञात बंदूकधारियों ने कल देर रात बलूचिस्तान प्रांत के प्रांतीय परिषद के सदस्य (एमपीए) मीर बख्तियार डोमकी की पत्नी,उनकी पुत्नी और वाहन चालक की गोली मारकर हत्या कर दी।
पुलिस सूत्नों ने मंगलवार को यहां बताया कि डोमकी के परिवार के सदस्य यहां एक विवाह समारोह में हिस्सा लेने के लिए आ रहे थे।
इसी दौरान गिजरी ब्रिज के पास अज्ञात बंदूकधारियों ने अंधाधुंध गोलीबारी करके उनकी हत्या कर दी। गोलियों से छलनी शवों को अस्पताल भेज दिया गया है।
पुलिस का कहना है कि इस घटना के पीछे का कारण पारिवारिक रंजिश हो सकती है। पुलिस के मुताबिक ऐसा लगता है कि बंदूकधारियों ने एमपीए के परिवार को निशाना बनाकर ही यह हमला किया था। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

शोक संतप्त डोमकी ने संवाददाताओं को बताया कि उन्हें सिंध प्रांत की सरकार से न्याय मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा 'मैं अल्ला से इंसाफ की गुहार लगा रहा हूं।'

नवाब अकबर खान बुगती के नवासे डोमकी ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि अब बुगती कबीले की महिलाओं को भी निशाना बनाया जा रहा है। डोमकी की पत्नी उनके मामा की पुत्नी थी।

मादक वस्तुओ के तस्करो के विरूद्ध बडी कार्यवाही 18 ग्राम 600 मिली ग्राम स्मैक बरामद


अवैध रूप स्मैक रखने वाले गिरफतार 


मादक वस्तुओ के तस्करो के विरूद्ध बडी कार्यवाही 


18 ग्राम 600 मिली ग्राम स्मैक बरामद 

जैसलमेर जैसलमेर पुलिस ने मादक पदार्थो के तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही कर बड़ी मात्र में स्मेक बरामद करने में सफलता हासिल की हें ,जिला पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने बताया की पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार जिला जैसलमेर में अवैध रूप से मादक पदार्थ रखने वालो के विरूद्ध की जाने वाली कार्यवाही के क्रम में पुलिस को तब बडी कामयाबी हाथ लगी जब मंगलवार को मुखबीर की विश्वसनीय सूचना पर श्री विरेन्द्रसिंह निपु थानाधिकारी पुलिस थाना जैसलमेर के नेत्त्व में उनकी टीम श्री चिमनाराम उ.नि. मय श्री डामराराम सउनि, श्री प्रेमशंकर मुआ 67, कानि0 माधोसिंह नं0 219, गोपालसिंह नं0 408, विक्रमसिंह नं0 580 चालक श्री अकबरखां नं0 526 के द्वारा नीरज रोड़वेज बस स्टेण्ड जैसलमेर पर अभियुक्त सुनील उर्फ सुदशर्न पुत्र मोहनलाल जाति विश्नोई (खिलैरी) उम्र 20 साल नि0 मगरा नगर हाणिया पुलिस थाना औसिया जिला जोधपुर के कब्जा से बिना वैद्य लाईसेंस व परमिट अवैध मादक पदार्थ स्मैक 18 ग्राम 600 मिली ग्राम बरामद कर एन.डी.एण्ड पी.एस. एक्ट तहत गिरफतार किया जाकर अनुसंधान जारी हैं। उक्त मादक पदार्थ कहां व किससे लाया गया इस सम्बन्ध में पुछताछ जारी हैं। ज्ञात रहे आज दिनांक 31.01.2012 को मुखबीर की विश्वसनीय सूचना पर श्री चिमनाराम उ.नि. मय श्री डामराराम सउनि, श्री प्रेमशंकर मुआ 67, कानि0 माधोसिंह नं0 219, गोपालसिंह नं0 408, विक्रमसिंह नं0 580 चालक श्री अकबरखां नं0 526 के नीरज रोड़वेज बस स्टेण्ड जैसलमेर पर अभियुक्त सुनील उर्फ सुदशर्न पुत्र मोहनलाल जाति विश्नोई (खिलैरी) उम्र 20 साल नि0 मगरा नगर हाणिया पुलिस थाना औसिया जिला जोधपुर के कब्जा से बिना वैद्य लाईसेंस व परमिट अवैध मादक पदार्थ स्मैक 18 ग्राम 600 मिली ग्राम बरामद की जाकर अपराध सं0 37 दिनांक 31.01.12 धारा 8/21 एन.डी.एण्ड पी.एस. एक्ट 1985 पुलिस थाना जैसलमेर में पंजीबद्ध किया जाकर अनुसंधान जारी हैं। उक्त मादक पदार्थ कहां व किससे लाया गया इस सम्बन्ध में पुछताछ जारी हैं। 


अवैध रूप से कारतूस रखने एवं उनका परिवहन करने वाला गिरफतार 


जैसलमेर जैसलमेर पुलिस ने अवेध कारतूस के साथ एक जाने को गिरफ्तार किया 
 पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता विश्नोई के निर्देशनुसार अवैध रूप हथियार रखने वालो के विरूद्ध की जाने वाली कार्यवाही के क्रम में आज दिनांक 31.01.12 को मुखबीर की सूचना अनुसार श्री शोभसिंह सउनि मय जाब्ता द्वारा होटल सुदशर्न जैसलमेर के सामने मुल्जिम रिछपालसिंह पुत्र अमरसिंह जाति विश्नोई उम्र 24 साल नि0 विष्णुनगर पुलिस थाना बिलाड़ा जिला जोधपुर के कब्जा से बिना अवे़द्य लाईसेंस के दो जिन्दा कारतूस ज्ञण्थ्ण 7ण्65 मार्का के बरामद आम्र्स एक्ट के तहत गिरफतार किया गया। अनुसंधान जारी है। 



बाडमेर,.आज की ताजा खबर. 31 जनवरी


बेहतर प्रासन के लिए सूचना प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर जोर 


बाडमेर, 31 जनवरी। जन सुविधाओं को और अधिक कारगर बनाने तथा बेहतर प्रासन के लिए वर्तमान परिप्रेक्ष्य में सूचना प्रौद्योगिकी को इस्तेमाल करने के लिए प्रासनिक सुधार, मानव संसाधन एवं जनाक्ति आयोजना समिति के अध्यक्ष डॉ. एन. एम. सिंघवी ने निर्दो दिए है। वह मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में राज्य सरकार के जिला स्तरीय विभागों की प्रासनिक कार्य प्रणाली की समीक्षा कर रहे थे। 
इस मौके पर डॉ. सिंघवी ने कहा कि आज के दौर में िक्षा के प्रसार तथा सूचना क्रान्ति के विस्तार से लोगों में जागरूकता बी है तथा वे प्रासनिक सुविधाओं में अधिक पारदिर्ता तथा त्वरिता की अपेक्षा करते है। उन्होने कहा कि वर्तमान दौर में सरकारी संस्थाओं की कार्यप्रणाली में सूचना प्रौद्योगिकी तथा इलेक्ट्रोनिक्स सुविधाओं का इस्तेमाल बाने की आवयकता है ताकि ई गर्वनेन्स का सपना साकार हो सकें। उन्होने बताया कि कम्प्यूटर आदि के इस्तेमाल से पेपरलेस कार्यालयों को अधिक कारगर तथा त्वरित बनाया जा सकता है। उन्होने बताया कि कम्प्यूटर समेत इलेक्ट्रोनिक्स युक्तियों के अधिकाधिक इस्तेमाल से कम मानव संसाधनों से भी बेहतर सेवाएं दी जा सकती है। 
डॉ. सिंघवी ने बताया कि जन सुविधाओं से जुडे विभाग तथा उनके विभागाध्यक्ष लोगों को बेहतर प्रासन देने के लिए अपनी विस्तृत कार्य योजना बनाकर अमल में लाए। साथ ही प्रत्येक विभाग का ब्ल्युप्रिन्ट बनाया जाना चाहिए। उन्होने बताया कि विभागों में अधिकाधिक कार्यो को ऑन लाइन करवाया जाना चाहिए तथा अधिनस्थ विभागों से सूचना संकलन के लिए भी आधुनिकतम सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यमों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। 
इससे पूर्व जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने जिले में प्रासनिक सुधारों तथा नवाचारों से अवगत कराया तथा ई गर्वनेन्स की दि में उठाये गये कारगर कदमों कीे जानकारी दी। उन्होने बताया कि जिले में सुगम तथा ई मित्र के जरिये प्रासन में सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही राजस्थान लोक सेवाओं के प्रदाय की गारन्टी अधिनियम के अन्तर्गत जन सुविधाओं को तय सीमा में उपलब्ध कराया जा रहा है। 
इस मौके पर जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर ने बताया कि प्रासनिक सुधारों में वर्तमान समय की आवयकताओं तथा जरूरतों को मद्दे नजर रखना अति आवयक है। उन्होने पंचायती राज विभाग तथा जिला परिशद को सुपुर्द पांच विभागों की प्रासनिक कार्यप्रणाली में सुधार की आवयकता जताई। वहीं विधायक मेवाराम जैन ने जिले में जन सुविधाओं से जुडे विभागों में कार्मिकों की कमी से अवगत कराया। 
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामस्वरूप मीणा समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। प्रारम्भ में प्रासनिक सुधार समिति के अध्यक्ष ने सभी विभागों के अधिकारियों से उनके विभागों में प्रासनिक सुधारों के संबंध में फीड बैक लिया। 
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उपखण्ड स्तरीय सतर्कता समिति की बैठक आज 


बाडमेर, 31 जनवरी। उपखण्ड स्तरीय जन अभियोग एवं सतर्कता समिति की बैठक एक फरवरी को प्रातः 11.00 बजे उपखण्ड अधिकारी गुडामालानी मुख्यालय बाडमेर श्रीमती विनितासिंह की अध्यक्षता में तहसील कार्यालय गुडामालानी के सभाकक्ष में आयोजित की जाएगी। 
उक्त बैठक के पचात इसी दिन दोपहर 12.00 बजे तहसील स्तरीय पीडीएस सतर्कता समिति, दोपहर एक बजे पेयजल, विद्युत एवं मौसमी बीमारियों की रोकथाम तथा दोपहर दो बजे बन्धक श्रमिक सतर्कता समिति की बैठके भी तहसील कार्यालय गुडामालानी में आयोजित की जाएगी। 
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रमेश गौड़ राजस्थानी चिन्तन परिद के अध्यक्ष मनोनितः-


रमेश गौड़ राजस्थानी चिन्तन परिद के अध्यक्ष मनोनित


बाड़मेरः- अखिल भारतीय राजस्थानी भाा मान्यता संर्घा समिति बाड़मेर के सह सगंठन राजस्थान चिन्तन परिद बाड़मेर के अध्यक्ष पद पर रमेश गौड़ को जिला पाटवी रिड़मलसिंह दांता ने मनोनित किया है। समिति के जिला संयोजक चन्दनसिंह भाटी ने बताया कि अखिल भारतीय राजस्थानी भाा मान्यता संघार समिति के सी सगंठन राजस्थानी मोटियार परिद तथा राजस्थानी महिला परिद के गठन के बाद राजस्थानी चिन्तन परिद के जिला अध्यक्ष पद पर समात सेवी एडवोकेट रमेश गौड को जिला अध्यक्षक मनोनित किया गया है। उन्होने बताया कि राजस्थानी भाा को मान्यता दिलाने के लिये चलाये जा रहे अभियान को गति ेदेने तथा पूरे जिले में अभियान को सफल बनाने के उददेश्य से समिति ने अपने सह सगंठनों को ओर अधिक मजबूत बनाने तथा उनसे आम जन को जोड़ने के उददेश्य से विशोा प्रयास किये जा रहे है। उन्होने बताया कि राजस्थानी भाा को मान्यता के लिए चलाये जा रहे अभियान में युवा की महत्वपूर्ण तथा सकारात्मक भूमिका रही है। जिसके चलते राजस्थानी चिन्तन परिद के जिला अध्यक्ष पद पर समाज सेवा एडवोकेट रमेश गौड़ को जिला पाटवी रिड़मलसिंह दांता द्वारा मनोनित किया गया है। तथा उन्हे सात दिवस में कार्यकारणी गठन के निर्देश दिये गये है। चिन्तन परिद में अधिवक्ता साहित्यकार अअध्यापक कवि तथा पत्रकार वर्ग के लोगो को सम्मिलित किया जावेगा। 






म्हारी जुबान रो खोलो तालो 
आज अस्पताल के बाहर जनता लिखेगी पोस्टकार्ड 


बाड़मेर॔’ अखिल भारतीय राजस्थानी भाा मान्यता संघार समिति तथा राजस्थानी मोटियार परिद के तत्वाधान में म्हारी जुबान रो खोलो तालो पोस्ट कार्ड के तहत राजकिय अस्पताल के बाहर आम जनता पोस्ट कार्ड लिखेगी । समिति संयोजक चन्दनसिंह भाटी ने बताया कि राजस्थानी भाा को मान्यता दिलवाने के उददेश्य से चलाये जा रहे पोस्ट कार्ड अभियान के तहत बुधवार को राजकिय अस्पताल परिद के बाहर आम जनता से राटपति प्रधानमंत्री व सांसद के नाम पोस्ट कार्ड लिखवाये जावेगें इस कार्य के लिए मोटियार परिद नगर अध्यक्ष रमेशसिंह इंदा तथा जिला अध्यक्ष रघुवीरसिंह तामलोर को प्रभारी नियुक्त किया गया है। 

: बिना पुलिस सत्यापन के ही हथियार लाइसेंस जारी, आखिर इतने सालो बाद भी कार्यवाही क्यों नहीं


बाड़मेर: बिना पुलिस सत्यापन के ही हथियार लाइसेंस जारी,


आखिर इतने सालो बाद भी कार्यवाही क्यों नहीं

बाड़मेर: पाकिस्‍तान की सीमा से लगे राजस्‍थान के बाड़मेर जिले में वर्ष 2002 और 2003 में जिला प्रशासन द्वारा हथियार अनुज्ञा पत्र (लाइसेंस) जारी करने में ना केवल भारी अनियमितताएं बरती गईं, बल्कि पुलिस विभाग द्वारा सत्यापन तक नहीं कराया गया। संवाददाता द्वारा की गई पड़ताल में सामने आया कि साल 2002 और 2003 में जिला प्रशासन द्वारा छह व्यक्तियों को पुलिस सत्यापन कराए बिना मनमर्जी से अनुज्ञा पत्र जारी कर दिए गए।इस प्रकरण को सामने आये तीन साल गुजर गए मुख्यमंत्री से लेकर जिला कलेक्टर तक ने कार्यवाही ने आदेश जरी किये मगर नतीजा वही धाक के तीन पात .इस प्रकरण के दोषी आज भी आराम से घूम रहे हें वही श्री गंगा नगर में गलत हथ्यार लाईसेन्स जारी करने वाले दो दर्जन से अधिक अधिकारियो और क्रमचारियो के खिलाफ राज्य सरकार ने सख्त कार्यवाही को अंजाम दिया था मगर बाड़मेर के इस गंभीर तथा अति संवेदनशील मुद्दे पर राज्य सरकार और जिला प्रशासन चुप क्यों बेठे हें मजे की बात हे की अतिरिक्त जिला कलेक्टर के पास इस प्रकरण की जांच गत तीन सालो से विचाराधीन पडी हें .


अतिरिक्‍त जिला कलेक्टर द्वारा उपलब्ध कराई गई सुचना के अनुसार जिला प्रशासन द्वारा जोधपुर निवासी राजेन्द्र सिंह, चम्पालाल, गंगाराम, सुजानसिंह, विनोद कुमार तथा बाड़मेर निवासी दिलीप कुमार को पुलिस सत्यापन के बिना हथियार के लाइसेंस जारी किए गए। इनमें से विनोद कुमार तथा दिलीप कुमार शस्‍त्र विक्रेता हैं। श्रीगंगानगर में हथियार अनुज्ञा पत्र प्रकरण की तर्ज पर ही बाड़मेर के जिला प्रशासन द्वारा संदिग्ध लोगों को पुलिस सत्यापन कराए बिना अनुज्ञा पत्र जारी करना, पूरे मामलें को संदेह के घेरे में लाता है।आखिर जिला प्रशासन इस प्रकरण में कार्यवाही को अंजाम क्यों नहीं दे रहा सबसे बड़ा सवाल हें .


जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) संतोष चालके ने बताया कि शस्‍त्र अनुज्ञा पत्र में आवेदनकर्ता का पुलिस सत्यापन कराए जाने का प्रावधान है। इसके बावजूद यह जिला कलेक्टर के विवेक पर निर्भर करता है कि बिना पुलिस सत्यापन के भी अनुज्ञा पत्र जारी कर दें। श्रीगंगानगर में हथियार अनुज्ञा पत्र जारी करने को लेकर मचे बवाल के बावजूद बाड़मेर जिला प्रशासन द्वारा बिना पुलिस सत्यापन के लाइसेंस जारी करने की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिये ताकि इस प्रकरण की सच्चाई सामने आ सके।

म्हनै रमतां ने काजल टकी लाधी ऐ मांकोरो काजलियो















म्हनै रमतां ने काजल टकी लाधी ऐ मां कोरो काजलियो



पूरे राजस्थानी में जनजीवन में काजल को विशेष महत्व है। यह यहाँ के लोगों की दैनिक श्रृंगार का हिस्सा है। इसे अंजण, कज्जल, दीय- सुत, नैनसनेह, पाटणमुखी, मोहणगती आदि कई नामों से भी जाना जाता है। जिस दीये से गृहणियां काजल बनाती हैं, उसे "काजलकर' कहा जाता है। साथ- साथ अपने आप में एक बहुत बड़ा सांकेतिक अर्थ भी रखना है। राजस्थानी लोक गीतों में भी काजल की कई बार चर्चा आ जाती है :-


काली काली काजरिया री रेखज्यूं भूरोड़े भाख्र में चमके बीजली


ढ़ोले री मूभल हाले तो ले चालू मुरधर देश, कोई विरहिगी अपने प्रियतम को गीत के माध्यम से समझाती है कि किस स्थिति में काजल सुखदायी होता है :-


काजल भरियो कूंपालो जी कोई पड़यो पिलंग अध बीचउनाला री रुत बुरी, थांनै खेलत गरभी होम कोरो काजलियोचौमासा री रुत बुरी, खेलत रल गावे काजरियोकाजरियो मत सार चौमासे - कोरो का जलियोनैणों नें समायो रे सियाला री रात का जलियो थांने आणन्द छाय- कोरो काजलियो


नायिका जब अपने प्रेमी से रुठ जाती है, तो बिना कुछ बोले अपने व्यथा का प्रदर्शन अपने काजलभरे नयनों से कर देती है :-


ना वे गावै ना हँसै, मुख बोले बोल।नैणां काजल ना दियो, ना गल पऋयों हार।।


एक नवविवाहिता, जो घूंघट की ओट से तिरछी नजरों से देखती हैं, के लिए एक कवि ने लिखा है:-


बेसर बणी मांग सिर ऊपर, मोत्यां बिंदी झलकै।काजल रेख नैणां में, घूंघट मच्छियां पलकै।।


मारवाड़ क्षेत्र में घर- घर में "घूमर' गीत गाया जाता है। जसोल वाले भटियाणी जी का एक घूमर इस प्रकार है :-


म्हनै रमतां ने काजल टोकी लाधी ऐ मांम्हारी घूमर है नखराली है ऐ मांम्हनै राठौड़ा रै घर भल दीजो ऐ मांम्हनै राठौड़ां रो पेय प्यारो लागे ऐ मां


भक्त कवयित्री मीरां ने काजल के संदर्भ में कहा है :-


गैणा गांठा राणा हम सब त्याग्या,लाग्यो कर रो चूड़ो।काजल टीकी हम सब त्याग्या,त्याग्यो बांधणा जूड़ो।।


इसका तात्पर्य यह है कि मीरा ने कृष्ण विरह में सारे सांसारिक श्रृंगारों का त्याग कर दिया है। काजल इसलिए त्यागा कि श्री कृष्ण का श्याम- सलोना रुप नयनों में रच- बस गया है।वैसे तो काजल सौभाग्यवती स्रियों का श्रृंगार है, परंतु इतिहास गवाह है कि कई बार मृत पति के शव के पास बैठकर यहाँ की वीरांगनाओं ने एक प्रतिज्ञा के ओज के साथ काजल की रेख का अंजन किया। सती का श्रृंगार भी काजल के बिना अधुरा माना जाता था।काजल के साथ-साथ काजलिया रंग भी महत्वपूर्ण है। मारवाड़ क्षेत्र में "काजली तीज' सुहागिनों का त्योहार है। इस दिन सुहागिन स्रियाँ व्रत - उपवास रखती है और सुहाग के प्रतीक के रुप में कागज, टीकी, चूड़ियाँ, मेंहदी और मजीठ आदि का दान करती है। काजल के बिना कई धार्मिक व सामाजिक कृत्य अधूरे माने जाते हैं।

जालोर रानीवाड़ा सांचौर आहोर सायला जसवंतपुरा ....न्यूज इनबॉक्स.... 31 जनवरी 2012



आत्मदाह के प्रयास में मां झुलसी, मासूम की मौत 

सास व पति पर प्रताडऩा का लगाया आरोप, पुलिस ने सास को लिया हिरासत में 

सायला थाना क्षेत्र के वालेरा गांव में सोमवार सवेरे एक विवाहिता ने अपने एक वर्षीय पुत्र के साथ आत्महत्या का प्रयास किया। अधिक झुलसने के कारण मासूम की मौत हो गई। वहीं विवाहिता को प्राथमिक उपचार के बाद जालोर रेफर किया गया है। पुलिस ने पीडि़ता के बयानों के आधार पर सास व पति के विरुद्ध प्रताडऩा का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। इस मामले में पुलिस ने आरोपी सास को हिरासत में लिया है। 

पुलिस के अनुसार वालेरा निवासी सणगारी देवी पत्नी हिरालाल प्रजापत ने सवेरे अपने ससुराल में एक वर्षीय पुत्र विशाल के साथ शरीर पर केरोसिन डालकर आग लगा ली। जिससे वह और उसका पुत्र बुरी तरह झुलस गए। ग्रामीणों की सूचना पर थाना प्रभारी सुमेरङ्क्षसह राठौड़ मय जाब्ता मौके पर पहुंचे तथा एम्बुलेंस की सहायता से सणगारीदेवी व विशाल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सायला उपचार के लिए लाया गया। इलाज के दौरान विशाल की मौत हो गई। 


इलाज के दौरान एसडीएम धिरजमल ढिंढोर के समक्ष पीडि़ता के बयान दर्ज किए गए। उसने अपने बयान में बताया कि सास मणीदेवी पत्नी मांगीलाल प्रजापत व पति हीरालाल पुत्र मांगीलाल निवासी वालेरा द्वारा परेशान किया जाता था। इससे परेशान होकर उसने आत्महत्या का प्रयास किया है। प्राथमिक उपचार के बाद विवाहिता को जालोर रेफर किया गया। वहीं विशाल के शव का पोस्टमार्टम कर उसे परिजनों को सुपुर्द किया गया। 



जीरे की अच्छी पैदावार की ओर सांचौर


मौसम अच्छा रहने से किसानों को जीरे से जगी उम्मीद, किसानों के अनुसार इस साल मौसम ने साथ दिया, ऐसे में जीरे की पैदावार भी होगी अच्छी

सांचौर जीरे की पैदावार में अग्रणी सांचौर क्षेत्र में इस बार सियाळो सीजन के तहत 45 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में जीरे की बुवाई की गई है। अगर जीरे की फसल के लिए मौसम ठीक ठाक रहा तो उम्मीद है कि इस बार आशा के अनुरूप रिकॉर्ड पैदावार होगी। अक्टूबर-नवंबर महीने में की गई जीरे की बुवाई के बाद अब जीरे की फसल पर फूल आने शुरू हो गए हैं और फसल को तीसरी पाण भी दी जा चुकी है। इसके बाद क्षेत्र के किसान आशानुरूप फसल लेने की संभावना जता रहे हैं। किसान हरचंदराम चौधरी ने बताया कि जनवरी-फरवरी में अक्सर होने वाली मावठ और धुंध के बाद मौसम खराब हो जाता है, जिससे जीरे के फसल में चिरमा रोग की आंशका रहती है। जिससे फसल के उत्पादन पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, लेकिन इस बार ऐसी कोई स्थिति नहीं होने से किसानों को अच्छी पैदावार की उम्मीद है। वहीं दूसरी ओर कृषि विभाग ने भी इस बार सियाळो सीजन में जीरे की अच्छी पैदावार की संभावना जताई है। कृषि अधिकारियों ने बताया कि जीरे की फसल को कीट के प्रकोप से बचाने के लिए किसान मेंकोजेब, गदरफ, थायोमेस्सम का स्प्रे कर सकते हैं।
वरदान बना नर्मदा का पानी

क्षेत्र में नर्मदा नहर आने से पूर्व जीरे की बुवाई 19 हजार हेक्टेयर के लगभग की जाती थी, लेकिन नर्मदा के आने के बाद 2011-12 में यही बुवाई 45 हजार हेक्टेयर से भी पार हो गई। इसके अलावा नर्मदा का मीठा पानी फसल उत्पादन में महत्वपूर्ण साबित हो रहा है। खास बात तो यह है कि नर्मदा नहर से सिंचित होने वाले क्षेत्र के दायरे में आने वाला आधे से अधिक क्षेत्र नर्मदा के पानी से अभी भी वंचित है। अगर यह भी इसमें शामिल हो जाए तो जीरे की बुवाई और भी अधिक की जा सकती है।

सांचौर. क्षेत्र के एक खेत में लगी जीरे की फसल। फोटोत्नभास्कर

गुजरात की मंडियों में बिकता है जीरा

क्षेत्र में जीरे की बम्पर पैदावार के बाद यहां के किसान इसे गुजरात की मंडियों में बेचना पहली पंसद मानते हैं। कारण कि क्षेत्र में कृषि मंडी होने के बावजूद किसानों को यहां जीरे की फसल के अच्छे भाव नहीं मिल पाते हैं। ऐसे में किसानों को अच्छी कीमत और बाजार के लिए गुजरात के ऊंझा सहित अन्य मंडियों में जाना पड़ता है। इसके अलावा क्षेत्र में तैयार जीरे की फसल के लिए अब विदेशी कंपनियां भी सीधे खलिहानों से जीरा ले जाने के लिए भी सर्वे करती है। जापान व जर्मन के अलावा अन्य कई देशों की कंपनियां फसल के अनुपात में उसका मूल्य देकर कटाई के बाद खलिहानों से फसल खरीद लेती है। इससे किसानों को भी फायदा मिलने की संभावना रहती है।

हो सकती है बंपर पैदावार

॥फिलहाल क्षेत्र के खेतों में खड़ी जीरे की फसल के लिए मौसम बिल्कुल अनुकूल है। इससे अंदेशा लगाया जा सकता है कि इस बार जीरे की अच्छी पैदावार होगी। वहीं मौसम अनुकूल नहीं रहने पर फसल को कीट के प्रकोप से बचाने के लिए किसान मेंकोजेब, गदरफ व थायोमेस्सम का स्प्रे कर सकते हैं। कजोड़मल कुमावत, कृषि अधिकारी, सांचौर







बाड़मेर 31 जनवरी २०१२ ...आज की ताजा खबर.


पॉवर प्लांट व तेल उत्खनन क्षेत्र में बढ़ाई जाएगी सुरक्षा

बैठक में कलेक्टर ने इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी रेस्पॉन्स मैकेनिज्म स्थापित करने के दिए निर्देश

बाड़मेर थार में लिग्नाइट खनन, पॉवर प्लांट व तेल उत्खनन क्षेत्र की सुरक्षा के मुद्दे पर आला अधिकारियों ने मंथन किया। सरहदी क्षेत्र में सुरक्षा जिले के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी रेस्पॉन्स मैकेनिज्म स्थापित करने तथा सुरक्षा समन्वय बनाए रखने के संबंध में जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान की अध्यक्षता में सोमवार को बैठक आयोजित हुई।इस अवसर पर डॉ. प्रधान ने गिरल लिग्नाइट पॉवर प्रोजेक्ट, रागेश्वरी गैस टर्मिनल, मंगला ऑयल फील्ड, राजवेस्ट पॉवर प्लांट तथा आरएसएमएमएल से संबंधित विभिन्न व्यवस्थाओं तथा सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा की। इस दौरान जिला कलेक्टर ने गिरल लिग्नाइट पॉवर प्रोजेक्ट परिसर से परिवहन होने वाले ट्रकों के परिवहन के लिए मेंटेनेंस सिस्टम बनाया जाने तथा आगामी बरसात ऋतु को ध्यान में रखते हुए सीसी सड़क बनाने के लिये कार्यवाही शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कोयले से उडऩे वाली डस्ट की शिकायतों के मुद्दे नजर इसके रोकथाम संबंधी उपाय करने तथा आम जन के स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने राजवेस्ट पॉवर प्लांट भादरेस परिसर में पानी का ऑवर हेड टैंक बनाने के संबंध में प्रस्ताव तैयार कर भिजवाने को कहा। बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक संतोष चालके ने संस्थान में कार्यरत सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का पुलिस सत्यापन कराए जाने के संबंध में स्थाई पता सहित फोटो व पहचान संबंधी दस्तावेज शीध्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए ताकि बाहरी जिलों/ राज्यों के कार्मिकों का जल्द पुलिस सत्यापन करवाया जा सकें।

उद्यमी का अपहरण, बाद में छोड़ा

पुलिस ने की नाकाबंदी, नहीं मिले आरोपी

बालोतरा  शहर में सोमवार को कुछ लोगों ने आसोतरा फांटा स्थित एक दुकान से उद्यमी का सुबह अपहरण कर लिया। अपहरणकर्ताओं ने दोपहर 3 बजे उद्यमी को वापस छोड़ दिया। पुलिस के अनुसार मोटाराम पुत्र लच्छाराम कलबी निवासी बालोतरा ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उनका 30 वर्षीय पुत्र चंद्रभान आसोतरा फांटा स्थित दुकान पर बैठा था। सुबह करीब 9.30 बजे दलपतसिंह पुत्र मोहनसिंह राजपूत निवासी जागसा, हीरसिंह राजपूत निवासी कल्याणपुर व शेराराम भील वगैरह 15-16 लोग तीन गाडिय़ों में उसकी दुकान पर पहुंचे तथा चंद्रभान को जबर्दस्ती गाड़ी में बिठाकर कहीं ले गए। अपहरण की सूचना लगने पर पुलिस अधीक्षक संतोष चालके के निर्देशानुसार सीआई मनोज शर्मा ने एसआई धन्नाराम के नेतृत्व में टीम का गठन कर आस-पास के क्षेत्रों में नाकाबंदी कराई। दोपहर करीब 3 बजे पुलिस को असाडा रोड स्थित पेट्रोल पंप के पास उद्यमी के होने की सूचना मिली। पुलिस ने उद्यमी को दस्तयाब कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।

दूध में मिलावट पर दो डेयरी सीज


दूध व्यवसायियों में मची अफरातफरी, अधिकारियों ने लिए सैंपल

 

पचपदरा  हाइकोर्ट के दवाब के चलते सोमवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा रसद विभाग ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए पचपदरा क्षेत्र में मिलावटी दूध के खिलाफ अभियान चलाया।

खाद्य सुरक्षा अधिकारी भूराराम गोदारा ने बताया कि सुबह 7 बजे पचपदरा राजमार्ग पर पुलिस जाब्ते के साथ नाकाबंदी की गई लेकिन इसकी भनक लग जाने के कारण अधिकांश विक्रेताओं ने अपना रास्ता बदल लिया। इस दौरान हाइवे से गुजरने वाले विक्रेताओं के दूध की मौके पर ही जांच की गई।

टीम ने इसके बाद कस्बे में स्थित मैसर्स चौहान मिल्क एंड सप्लायर्स तथा महा भवानी दूध डेयरी पर जाकर कार्रवाई की। इस दौरान दोनों डेयरी संचालक डेयरी पर ताला लगाकर गायब हो गए। इसके बाद दोनों संचालकों को पुलिस की मदद से मौके पर बुलाकर दूध के नमूने लिए गए जिसमें अत्यधिक मात्रा में पानी पाया गया।

गोदारा ने बताया कि टीम के सदस्यों की ओर से दूध के और भी नमूने लेकर दोनों डेयरियों को सीज किया गया। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से जांच की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। टीम के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य निरीक्षक देवीलाल खोरपाल, लेब टेक्नीशियन संजयसिंह, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अर्जुनसिंह, कांस्टेबल राकेश व भैरुलाल सहित टीम के सदस्य उपस्थित थे।
चौपाल में होगा समस्याओं का जल्द समाधान


बाड़मेर आमजन की समस्याओं का समय पर समाधान हो ताकि उन्हें राहत मिल सके। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए फरवरी से विशेष अभियान चलाया जाएगा। कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने बताया कि अभियान के तहत राजस्थान लोक सेवा प्रदान गारंटी अधिनियम का जनसामान्य में प्रचार-प्रसार, अधिनियम के तहत आने वाले विषयों की जानकारी, कार्यों के निर्धारित समय अवधि में निष्पादक एवं अधिनियम के तहत प्राप्त होने वाले आवेदन का समय पर ही समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया को विकसित करने के उद्देश्य से पंचायत समिति/तहसील मुख्यालय पर जनसुनवाई तथा ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर रात्रि चौपाल कार्यक्रम का आयोजन होगा। तीन फरवरी को सुबह ग्यारह बजे पंचायत समिति सिणधरी एवं दोपहर तीन बजे पंचायत समिति धोरीमन्ना में जनसुनवाई होगी। इसी दिन गुड़ामालानी तहसील के मांगता ग्राम पंचायत मुख्यालय पर रात्रि चौपाल होगी। दस फरवरी को सुबह ग्यारह बजे रामसर तहसील व दोपहर तीन बजे चौहटन पंचायत समिति में जनसुनवाई। इसी दिन चौहटन तहसील के आलमसर पंचायत मुख्यालय पर रात्रि चौपाल आयोजित की जाएगी।

इसी तरह 17 फरवरी को सुबह 11.00 बजे पंचायत समिति बालोतरा व दोपहर तीन बजे सिवाना पंचायत में जनसुनवाई तथा इसी दिन सिवाना तहसील के करमावास पंचायत मुख्यालय पर रात्रि चौपाल होगी। 24 फरवरी को सुबह 11.00 बजे बायतु पंचायत समिति व दोपहर तीन बजे शिव पंचायत में जनसुनवाई। इसी दिन शिव तहसील के राजबेरा पंचायत मुख्यालय पर रात्रि चौपाल होगी। जनसुनवाई के दौरान संबंधित अधिकारी मौजूद रहेंगे।

जागरूकता रैली आज

ईंधन सुरक्षा सप्ताह के तहत मंगलवार को जागरूकता रैली का आयोजन किया जाएगा। जिला रसद अधिकारी उम्मेद सिंह पूनिया ने बताया कि जागरूकता रैली को कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान मंगलवार सुबह 9.30 बजे राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल स्टेशन रोड बाड़मेर से हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।