मंगलवार, 31 जनवरी 2012

बेटी पैदा होने से पर पत्नी की हत्या

बेटी पैदा होने से पर पत्नी की हत्या

कुंदुज। अफगानिस्तान में लगातार तीसरी बेटी के जन्म लेने से नाराज एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर देने का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है।

अफगानिस्तान के उत्तरी प्रांत कुंदुज के मोहासिली गांव में स्तोराय नामक एक महिला को गत शनिवार को उसके पति और सास ने केवल इस वजह से गला दबाकर मार डाला कि उसने लगातर तीसरी बेटी को जन्म दिया है। महिला का पति बेटा पैदा होने की आस लगाए हुए था लेकिन तीन महीने पहले जब उसने एक बेटी को जन्म दिया तो वह बेहद नाराज हो गया।

स्थानीय पुलिस के अनुसार महिला की सास को हिरासत में ले लिया गया है लेकिन उसका पति अब तक फरार है और उसके पति की तलाश जारी है।

प्रतापगढ़ में थानाधिकारी पर फायरिंग

प्रतापगढ़ में थानाधिकारी पर फायरिंग

प्रतापगढ। प्रतापगढ़ में फायरिंग करने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि फायरिंग थानाधिकारी को निशाना बनाकर की गई थी। वहीं फायरिंग के बाद कस्बे में हडकंप मच गई।

वहीं यह भी कहा जा रहा है कि फायरिंग के विरोध में कस्बा बंद रखा जाएगा। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

भंवरी मामला: सीबीआई ने पूर्व मंत्री की पत्नी को सर्किट हाउस में बैठाया


 
जोधपुर. भंवरी मामले में वांछित आरोपी इंद्रा विश्नोई की गिरफ्तारी का दबाव बनाने के लिए सीबीआई ने मंगलवार को उनकी मां और
मारवाड़ के दिग्गज कांग्रेसी नेता रहे पूर्व मंत्री स्व. राम सिंह विश्नोई की पत्नी अमरी देवी को सर्किट हाउस बुला कर बैठा दिया है। अमरीदेवी से पूछताछ करने से इंद्रा पर सरेंडर का जर्बदस्त दबाव पड़ रहा है। सीबीआई अमरीदेवी से पहले घर जाकर पूछताछ कर चुकी
है।

मुख्‍य आरोपी सोहनलाल के भाई बाबूलाल के पूर्व में हुए बयान में सामने आया था कि 2 सितंबर की सुबह उनकी अमरीदेवी से फोन पर बात हुई थी और उन्होंने भंवरी की हत्या की बात कही थी। सीबीआई ने इस संबंध में पहले उनसे पूछताछ की थी जिसकी आपत्ति लूणी विधायक मलखानसिंह ने की थी। स्व. राम सिंह के पुत्र मलखान सिंह और परसराम जेल में है तथा बेटी इंद्रा तीन माह से फरार है।

इंद्रा सीबीआई के हाथ नहीं लग रही है। उस पर दबाव बनाने के लिए सोमवार को परसराम की पत्नी और बिलाड़ा प्रधान कुसुम विश्नोई, मलखान के बेटे महेंद्र, चचेरे भाई छोगाराम व ममेरे भाई बाबूलाल को पूरे दिन सर्किट हाउस बैठाए रखा था। मंगलवार को सीबीआई ने श्रीमती अमरीदेवी को भी बिलाड़ा से सर्किट हाउस बुला लिया। मलखान का बेटा महेंद्र अपनी दादी को लेकर सीबीआई के पास पहुंच गया है।

कोर्ट परिसर में कैसे पीट-पीट कर हुई हत्‍या



उज्जैन में दो महिलाओं नेअदालत के बाहर एक रिटायर्ड पटवारी की तमाचे और घूंसों से इतनी पिटाई की कि उसकी मौत हो गई। घटना के वक्त मौके पर मौजूद दर्जनों लोग तमाशबीन बने रहे।

 

65 वर्षीय बुजुर्ग हत्या के मामले में आरोपी था और पिटाई करने वाली महिलाएं फरियादी थीं। दोनों पक्ष जमीन के एक मामले की पेशी पर आए थे, तभी यह घटना हुई। अदालत भवन में ही कमिश्नर, कलेक्टर सहित तमाम प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालय भी हैं, बावजूद इसके सरेआम हुए इस घटनाक्रम को रोकने के लिए कोई आगे नहीं आया।



सोमवार शाम करीब 4.30 बजे हुई इस घटना के संबंध में पुलिस ने एक आरोपी महिला सहित उसके दोनों पुत्रों को हिरासत में ले लिया है। एक महिला फरार है। सभी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है।

पाकिस्तान में एमपीए की पत्नी,पुत्नी और ड्राईवर की सरेआम गोली मार कर हत्या


कराची.पाकिस्तान के प्रमुख शहर कराची में अज्ञात बंदूकधारियों ने कल देर रात बलूचिस्तान प्रांत के प्रांतीय परिषद के सदस्य (एमपीए) मीर बख्तियार डोमकी की पत्नी,उनकी पुत्नी और वाहन चालक की गोली मारकर हत्या कर दी।
पुलिस सूत्नों ने मंगलवार को यहां बताया कि डोमकी के परिवार के सदस्य यहां एक विवाह समारोह में हिस्सा लेने के लिए आ रहे थे।
इसी दौरान गिजरी ब्रिज के पास अज्ञात बंदूकधारियों ने अंधाधुंध गोलीबारी करके उनकी हत्या कर दी। गोलियों से छलनी शवों को अस्पताल भेज दिया गया है।
पुलिस का कहना है कि इस घटना के पीछे का कारण पारिवारिक रंजिश हो सकती है। पुलिस के मुताबिक ऐसा लगता है कि बंदूकधारियों ने एमपीए के परिवार को निशाना बनाकर ही यह हमला किया था। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

शोक संतप्त डोमकी ने संवाददाताओं को बताया कि उन्हें सिंध प्रांत की सरकार से न्याय मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा 'मैं अल्ला से इंसाफ की गुहार लगा रहा हूं।'

नवाब अकबर खान बुगती के नवासे डोमकी ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि अब बुगती कबीले की महिलाओं को भी निशाना बनाया जा रहा है। डोमकी की पत्नी उनके मामा की पुत्नी थी।

मादक वस्तुओ के तस्करो के विरूद्ध बडी कार्यवाही 18 ग्राम 600 मिली ग्राम स्मैक बरामद


अवैध रूप स्मैक रखने वाले गिरफतार 


मादक वस्तुओ के तस्करो के विरूद्ध बडी कार्यवाही 


18 ग्राम 600 मिली ग्राम स्मैक बरामद 

जैसलमेर जैसलमेर पुलिस ने मादक पदार्थो के तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही कर बड़ी मात्र में स्मेक बरामद करने में सफलता हासिल की हें ,जिला पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने बताया की पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार जिला जैसलमेर में अवैध रूप से मादक पदार्थ रखने वालो के विरूद्ध की जाने वाली कार्यवाही के क्रम में पुलिस को तब बडी कामयाबी हाथ लगी जब मंगलवार को मुखबीर की विश्वसनीय सूचना पर श्री विरेन्द्रसिंह निपु थानाधिकारी पुलिस थाना जैसलमेर के नेत्त्व में उनकी टीम श्री चिमनाराम उ.नि. मय श्री डामराराम सउनि, श्री प्रेमशंकर मुआ 67, कानि0 माधोसिंह नं0 219, गोपालसिंह नं0 408, विक्रमसिंह नं0 580 चालक श्री अकबरखां नं0 526 के द्वारा नीरज रोड़वेज बस स्टेण्ड जैसलमेर पर अभियुक्त सुनील उर्फ सुदशर्न पुत्र मोहनलाल जाति विश्नोई (खिलैरी) उम्र 20 साल नि0 मगरा नगर हाणिया पुलिस थाना औसिया जिला जोधपुर के कब्जा से बिना वैद्य लाईसेंस व परमिट अवैध मादक पदार्थ स्मैक 18 ग्राम 600 मिली ग्राम बरामद कर एन.डी.एण्ड पी.एस. एक्ट तहत गिरफतार किया जाकर अनुसंधान जारी हैं। उक्त मादक पदार्थ कहां व किससे लाया गया इस सम्बन्ध में पुछताछ जारी हैं। ज्ञात रहे आज दिनांक 31.01.2012 को मुखबीर की विश्वसनीय सूचना पर श्री चिमनाराम उ.नि. मय श्री डामराराम सउनि, श्री प्रेमशंकर मुआ 67, कानि0 माधोसिंह नं0 219, गोपालसिंह नं0 408, विक्रमसिंह नं0 580 चालक श्री अकबरखां नं0 526 के नीरज रोड़वेज बस स्टेण्ड जैसलमेर पर अभियुक्त सुनील उर्फ सुदशर्न पुत्र मोहनलाल जाति विश्नोई (खिलैरी) उम्र 20 साल नि0 मगरा नगर हाणिया पुलिस थाना औसिया जिला जोधपुर के कब्जा से बिना वैद्य लाईसेंस व परमिट अवैध मादक पदार्थ स्मैक 18 ग्राम 600 मिली ग्राम बरामद की जाकर अपराध सं0 37 दिनांक 31.01.12 धारा 8/21 एन.डी.एण्ड पी.एस. एक्ट 1985 पुलिस थाना जैसलमेर में पंजीबद्ध किया जाकर अनुसंधान जारी हैं। उक्त मादक पदार्थ कहां व किससे लाया गया इस सम्बन्ध में पुछताछ जारी हैं। 


अवैध रूप से कारतूस रखने एवं उनका परिवहन करने वाला गिरफतार 


जैसलमेर जैसलमेर पुलिस ने अवेध कारतूस के साथ एक जाने को गिरफ्तार किया 
 पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता विश्नोई के निर्देशनुसार अवैध रूप हथियार रखने वालो के विरूद्ध की जाने वाली कार्यवाही के क्रम में आज दिनांक 31.01.12 को मुखबीर की सूचना अनुसार श्री शोभसिंह सउनि मय जाब्ता द्वारा होटल सुदशर्न जैसलमेर के सामने मुल्जिम रिछपालसिंह पुत्र अमरसिंह जाति विश्नोई उम्र 24 साल नि0 विष्णुनगर पुलिस थाना बिलाड़ा जिला जोधपुर के कब्जा से बिना अवे़द्य लाईसेंस के दो जिन्दा कारतूस ज्ञण्थ्ण 7ण्65 मार्का के बरामद आम्र्स एक्ट के तहत गिरफतार किया गया। अनुसंधान जारी है। 



बाडमेर,.आज की ताजा खबर. 31 जनवरी


बेहतर प्रासन के लिए सूचना प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर जोर 


बाडमेर, 31 जनवरी। जन सुविधाओं को और अधिक कारगर बनाने तथा बेहतर प्रासन के लिए वर्तमान परिप्रेक्ष्य में सूचना प्रौद्योगिकी को इस्तेमाल करने के लिए प्रासनिक सुधार, मानव संसाधन एवं जनाक्ति आयोजना समिति के अध्यक्ष डॉ. एन. एम. सिंघवी ने निर्दो दिए है। वह मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में राज्य सरकार के जिला स्तरीय विभागों की प्रासनिक कार्य प्रणाली की समीक्षा कर रहे थे। 
इस मौके पर डॉ. सिंघवी ने कहा कि आज के दौर में िक्षा के प्रसार तथा सूचना क्रान्ति के विस्तार से लोगों में जागरूकता बी है तथा वे प्रासनिक सुविधाओं में अधिक पारदिर्ता तथा त्वरिता की अपेक्षा करते है। उन्होने कहा कि वर्तमान दौर में सरकारी संस्थाओं की कार्यप्रणाली में सूचना प्रौद्योगिकी तथा इलेक्ट्रोनिक्स सुविधाओं का इस्तेमाल बाने की आवयकता है ताकि ई गर्वनेन्स का सपना साकार हो सकें। उन्होने बताया कि कम्प्यूटर आदि के इस्तेमाल से पेपरलेस कार्यालयों को अधिक कारगर तथा त्वरित बनाया जा सकता है। उन्होने बताया कि कम्प्यूटर समेत इलेक्ट्रोनिक्स युक्तियों के अधिकाधिक इस्तेमाल से कम मानव संसाधनों से भी बेहतर सेवाएं दी जा सकती है। 
डॉ. सिंघवी ने बताया कि जन सुविधाओं से जुडे विभाग तथा उनके विभागाध्यक्ष लोगों को बेहतर प्रासन देने के लिए अपनी विस्तृत कार्य योजना बनाकर अमल में लाए। साथ ही प्रत्येक विभाग का ब्ल्युप्रिन्ट बनाया जाना चाहिए। उन्होने बताया कि विभागों में अधिकाधिक कार्यो को ऑन लाइन करवाया जाना चाहिए तथा अधिनस्थ विभागों से सूचना संकलन के लिए भी आधुनिकतम सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यमों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। 
इससे पूर्व जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने जिले में प्रासनिक सुधारों तथा नवाचारों से अवगत कराया तथा ई गर्वनेन्स की दि में उठाये गये कारगर कदमों कीे जानकारी दी। उन्होने बताया कि जिले में सुगम तथा ई मित्र के जरिये प्रासन में सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही राजस्थान लोक सेवाओं के प्रदाय की गारन्टी अधिनियम के अन्तर्गत जन सुविधाओं को तय सीमा में उपलब्ध कराया जा रहा है। 
इस मौके पर जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर ने बताया कि प्रासनिक सुधारों में वर्तमान समय की आवयकताओं तथा जरूरतों को मद्दे नजर रखना अति आवयक है। उन्होने पंचायती राज विभाग तथा जिला परिशद को सुपुर्द पांच विभागों की प्रासनिक कार्यप्रणाली में सुधार की आवयकता जताई। वहीं विधायक मेवाराम जैन ने जिले में जन सुविधाओं से जुडे विभागों में कार्मिकों की कमी से अवगत कराया। 
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामस्वरूप मीणा समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। प्रारम्भ में प्रासनिक सुधार समिति के अध्यक्ष ने सभी विभागों के अधिकारियों से उनके विभागों में प्रासनिक सुधारों के संबंध में फीड बैक लिया। 
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उपखण्ड स्तरीय सतर्कता समिति की बैठक आज 


बाडमेर, 31 जनवरी। उपखण्ड स्तरीय जन अभियोग एवं सतर्कता समिति की बैठक एक फरवरी को प्रातः 11.00 बजे उपखण्ड अधिकारी गुडामालानी मुख्यालय बाडमेर श्रीमती विनितासिंह की अध्यक्षता में तहसील कार्यालय गुडामालानी के सभाकक्ष में आयोजित की जाएगी। 
उक्त बैठक के पचात इसी दिन दोपहर 12.00 बजे तहसील स्तरीय पीडीएस सतर्कता समिति, दोपहर एक बजे पेयजल, विद्युत एवं मौसमी बीमारियों की रोकथाम तथा दोपहर दो बजे बन्धक श्रमिक सतर्कता समिति की बैठके भी तहसील कार्यालय गुडामालानी में आयोजित की जाएगी। 
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रमेश गौड़ राजस्थानी चिन्तन परिद के अध्यक्ष मनोनितः-


रमेश गौड़ राजस्थानी चिन्तन परिद के अध्यक्ष मनोनित


बाड़मेरः- अखिल भारतीय राजस्थानी भाा मान्यता संर्घा समिति बाड़मेर के सह सगंठन राजस्थान चिन्तन परिद बाड़मेर के अध्यक्ष पद पर रमेश गौड़ को जिला पाटवी रिड़मलसिंह दांता ने मनोनित किया है। समिति के जिला संयोजक चन्दनसिंह भाटी ने बताया कि अखिल भारतीय राजस्थानी भाा मान्यता संघार समिति के सी सगंठन राजस्थानी मोटियार परिद तथा राजस्थानी महिला परिद के गठन के बाद राजस्थानी चिन्तन परिद के जिला अध्यक्ष पद पर समात सेवी एडवोकेट रमेश गौड को जिला अध्यक्षक मनोनित किया गया है। उन्होने बताया कि राजस्थानी भाा को मान्यता दिलाने के लिये चलाये जा रहे अभियान को गति ेदेने तथा पूरे जिले में अभियान को सफल बनाने के उददेश्य से समिति ने अपने सह सगंठनों को ओर अधिक मजबूत बनाने तथा उनसे आम जन को जोड़ने के उददेश्य से विशोा प्रयास किये जा रहे है। उन्होने बताया कि राजस्थानी भाा को मान्यता के लिए चलाये जा रहे अभियान में युवा की महत्वपूर्ण तथा सकारात्मक भूमिका रही है। जिसके चलते राजस्थानी चिन्तन परिद के जिला अध्यक्ष पद पर समाज सेवा एडवोकेट रमेश गौड़ को जिला पाटवी रिड़मलसिंह दांता द्वारा मनोनित किया गया है। तथा उन्हे सात दिवस में कार्यकारणी गठन के निर्देश दिये गये है। चिन्तन परिद में अधिवक्ता साहित्यकार अअध्यापक कवि तथा पत्रकार वर्ग के लोगो को सम्मिलित किया जावेगा। 






म्हारी जुबान रो खोलो तालो 
आज अस्पताल के बाहर जनता लिखेगी पोस्टकार्ड 


बाड़मेर॔’ अखिल भारतीय राजस्थानी भाा मान्यता संघार समिति तथा राजस्थानी मोटियार परिद के तत्वाधान में म्हारी जुबान रो खोलो तालो पोस्ट कार्ड के तहत राजकिय अस्पताल के बाहर आम जनता पोस्ट कार्ड लिखेगी । समिति संयोजक चन्दनसिंह भाटी ने बताया कि राजस्थानी भाा को मान्यता दिलवाने के उददेश्य से चलाये जा रहे पोस्ट कार्ड अभियान के तहत बुधवार को राजकिय अस्पताल परिद के बाहर आम जनता से राटपति प्रधानमंत्री व सांसद के नाम पोस्ट कार्ड लिखवाये जावेगें इस कार्य के लिए मोटियार परिद नगर अध्यक्ष रमेशसिंह इंदा तथा जिला अध्यक्ष रघुवीरसिंह तामलोर को प्रभारी नियुक्त किया गया है। 

: बिना पुलिस सत्यापन के ही हथियार लाइसेंस जारी, आखिर इतने सालो बाद भी कार्यवाही क्यों नहीं


बाड़मेर: बिना पुलिस सत्यापन के ही हथियार लाइसेंस जारी,


आखिर इतने सालो बाद भी कार्यवाही क्यों नहीं

बाड़मेर: पाकिस्‍तान की सीमा से लगे राजस्‍थान के बाड़मेर जिले में वर्ष 2002 और 2003 में जिला प्रशासन द्वारा हथियार अनुज्ञा पत्र (लाइसेंस) जारी करने में ना केवल भारी अनियमितताएं बरती गईं, बल्कि पुलिस विभाग द्वारा सत्यापन तक नहीं कराया गया। संवाददाता द्वारा की गई पड़ताल में सामने आया कि साल 2002 और 2003 में जिला प्रशासन द्वारा छह व्यक्तियों को पुलिस सत्यापन कराए बिना मनमर्जी से अनुज्ञा पत्र जारी कर दिए गए।इस प्रकरण को सामने आये तीन साल गुजर गए मुख्यमंत्री से लेकर जिला कलेक्टर तक ने कार्यवाही ने आदेश जरी किये मगर नतीजा वही धाक के तीन पात .इस प्रकरण के दोषी आज भी आराम से घूम रहे हें वही श्री गंगा नगर में गलत हथ्यार लाईसेन्स जारी करने वाले दो दर्जन से अधिक अधिकारियो और क्रमचारियो के खिलाफ राज्य सरकार ने सख्त कार्यवाही को अंजाम दिया था मगर बाड़मेर के इस गंभीर तथा अति संवेदनशील मुद्दे पर राज्य सरकार और जिला प्रशासन चुप क्यों बेठे हें मजे की बात हे की अतिरिक्त जिला कलेक्टर के पास इस प्रकरण की जांच गत तीन सालो से विचाराधीन पडी हें .


अतिरिक्‍त जिला कलेक्टर द्वारा उपलब्ध कराई गई सुचना के अनुसार जिला प्रशासन द्वारा जोधपुर निवासी राजेन्द्र सिंह, चम्पालाल, गंगाराम, सुजानसिंह, विनोद कुमार तथा बाड़मेर निवासी दिलीप कुमार को पुलिस सत्यापन के बिना हथियार के लाइसेंस जारी किए गए। इनमें से विनोद कुमार तथा दिलीप कुमार शस्‍त्र विक्रेता हैं। श्रीगंगानगर में हथियार अनुज्ञा पत्र प्रकरण की तर्ज पर ही बाड़मेर के जिला प्रशासन द्वारा संदिग्ध लोगों को पुलिस सत्यापन कराए बिना अनुज्ञा पत्र जारी करना, पूरे मामलें को संदेह के घेरे में लाता है।आखिर जिला प्रशासन इस प्रकरण में कार्यवाही को अंजाम क्यों नहीं दे रहा सबसे बड़ा सवाल हें .


जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) संतोष चालके ने बताया कि शस्‍त्र अनुज्ञा पत्र में आवेदनकर्ता का पुलिस सत्यापन कराए जाने का प्रावधान है। इसके बावजूद यह जिला कलेक्टर के विवेक पर निर्भर करता है कि बिना पुलिस सत्यापन के भी अनुज्ञा पत्र जारी कर दें। श्रीगंगानगर में हथियार अनुज्ञा पत्र जारी करने को लेकर मचे बवाल के बावजूद बाड़मेर जिला प्रशासन द्वारा बिना पुलिस सत्यापन के लाइसेंस जारी करने की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिये ताकि इस प्रकरण की सच्चाई सामने आ सके।

म्हनै रमतां ने काजल टकी लाधी ऐ मांकोरो काजलियो















म्हनै रमतां ने काजल टकी लाधी ऐ मां कोरो काजलियो



पूरे राजस्थानी में जनजीवन में काजल को विशेष महत्व है। यह यहाँ के लोगों की दैनिक श्रृंगार का हिस्सा है। इसे अंजण, कज्जल, दीय- सुत, नैनसनेह, पाटणमुखी, मोहणगती आदि कई नामों से भी जाना जाता है। जिस दीये से गृहणियां काजल बनाती हैं, उसे "काजलकर' कहा जाता है। साथ- साथ अपने आप में एक बहुत बड़ा सांकेतिक अर्थ भी रखना है। राजस्थानी लोक गीतों में भी काजल की कई बार चर्चा आ जाती है :-


काली काली काजरिया री रेखज्यूं भूरोड़े भाख्र में चमके बीजली


ढ़ोले री मूभल हाले तो ले चालू मुरधर देश, कोई विरहिगी अपने प्रियतम को गीत के माध्यम से समझाती है कि किस स्थिति में काजल सुखदायी होता है :-


काजल भरियो कूंपालो जी कोई पड़यो पिलंग अध बीचउनाला री रुत बुरी, थांनै खेलत गरभी होम कोरो काजलियोचौमासा री रुत बुरी, खेलत रल गावे काजरियोकाजरियो मत सार चौमासे - कोरो का जलियोनैणों नें समायो रे सियाला री रात का जलियो थांने आणन्द छाय- कोरो काजलियो


नायिका जब अपने प्रेमी से रुठ जाती है, तो बिना कुछ बोले अपने व्यथा का प्रदर्शन अपने काजलभरे नयनों से कर देती है :-


ना वे गावै ना हँसै, मुख बोले बोल।नैणां काजल ना दियो, ना गल पऋयों हार।।


एक नवविवाहिता, जो घूंघट की ओट से तिरछी नजरों से देखती हैं, के लिए एक कवि ने लिखा है:-


बेसर बणी मांग सिर ऊपर, मोत्यां बिंदी झलकै।काजल रेख नैणां में, घूंघट मच्छियां पलकै।।


मारवाड़ क्षेत्र में घर- घर में "घूमर' गीत गाया जाता है। जसोल वाले भटियाणी जी का एक घूमर इस प्रकार है :-


म्हनै रमतां ने काजल टोकी लाधी ऐ मांम्हारी घूमर है नखराली है ऐ मांम्हनै राठौड़ा रै घर भल दीजो ऐ मांम्हनै राठौड़ां रो पेय प्यारो लागे ऐ मां


भक्त कवयित्री मीरां ने काजल के संदर्भ में कहा है :-


गैणा गांठा राणा हम सब त्याग्या,लाग्यो कर रो चूड़ो।काजल टीकी हम सब त्याग्या,त्याग्यो बांधणा जूड़ो।।


इसका तात्पर्य यह है कि मीरा ने कृष्ण विरह में सारे सांसारिक श्रृंगारों का त्याग कर दिया है। काजल इसलिए त्यागा कि श्री कृष्ण का श्याम- सलोना रुप नयनों में रच- बस गया है।वैसे तो काजल सौभाग्यवती स्रियों का श्रृंगार है, परंतु इतिहास गवाह है कि कई बार मृत पति के शव के पास बैठकर यहाँ की वीरांगनाओं ने एक प्रतिज्ञा के ओज के साथ काजल की रेख का अंजन किया। सती का श्रृंगार भी काजल के बिना अधुरा माना जाता था।काजल के साथ-साथ काजलिया रंग भी महत्वपूर्ण है। मारवाड़ क्षेत्र में "काजली तीज' सुहागिनों का त्योहार है। इस दिन सुहागिन स्रियाँ व्रत - उपवास रखती है और सुहाग के प्रतीक के रुप में कागज, टीकी, चूड़ियाँ, मेंहदी और मजीठ आदि का दान करती है। काजल के बिना कई धार्मिक व सामाजिक कृत्य अधूरे माने जाते हैं।

जालोर रानीवाड़ा सांचौर आहोर सायला जसवंतपुरा ....न्यूज इनबॉक्स.... 31 जनवरी 2012



आत्मदाह के प्रयास में मां झुलसी, मासूम की मौत 

सास व पति पर प्रताडऩा का लगाया आरोप, पुलिस ने सास को लिया हिरासत में 

सायला थाना क्षेत्र के वालेरा गांव में सोमवार सवेरे एक विवाहिता ने अपने एक वर्षीय पुत्र के साथ आत्महत्या का प्रयास किया। अधिक झुलसने के कारण मासूम की मौत हो गई। वहीं विवाहिता को प्राथमिक उपचार के बाद जालोर रेफर किया गया है। पुलिस ने पीडि़ता के बयानों के आधार पर सास व पति के विरुद्ध प्रताडऩा का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। इस मामले में पुलिस ने आरोपी सास को हिरासत में लिया है। 

पुलिस के अनुसार वालेरा निवासी सणगारी देवी पत्नी हिरालाल प्रजापत ने सवेरे अपने ससुराल में एक वर्षीय पुत्र विशाल के साथ शरीर पर केरोसिन डालकर आग लगा ली। जिससे वह और उसका पुत्र बुरी तरह झुलस गए। ग्रामीणों की सूचना पर थाना प्रभारी सुमेरङ्क्षसह राठौड़ मय जाब्ता मौके पर पहुंचे तथा एम्बुलेंस की सहायता से सणगारीदेवी व विशाल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सायला उपचार के लिए लाया गया। इलाज के दौरान विशाल की मौत हो गई। 


इलाज के दौरान एसडीएम धिरजमल ढिंढोर के समक्ष पीडि़ता के बयान दर्ज किए गए। उसने अपने बयान में बताया कि सास मणीदेवी पत्नी मांगीलाल प्रजापत व पति हीरालाल पुत्र मांगीलाल निवासी वालेरा द्वारा परेशान किया जाता था। इससे परेशान होकर उसने आत्महत्या का प्रयास किया है। प्राथमिक उपचार के बाद विवाहिता को जालोर रेफर किया गया। वहीं विशाल के शव का पोस्टमार्टम कर उसे परिजनों को सुपुर्द किया गया। 



जीरे की अच्छी पैदावार की ओर सांचौर


मौसम अच्छा रहने से किसानों को जीरे से जगी उम्मीद, किसानों के अनुसार इस साल मौसम ने साथ दिया, ऐसे में जीरे की पैदावार भी होगी अच्छी

सांचौर जीरे की पैदावार में अग्रणी सांचौर क्षेत्र में इस बार सियाळो सीजन के तहत 45 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में जीरे की बुवाई की गई है। अगर जीरे की फसल के लिए मौसम ठीक ठाक रहा तो उम्मीद है कि इस बार आशा के अनुरूप रिकॉर्ड पैदावार होगी। अक्टूबर-नवंबर महीने में की गई जीरे की बुवाई के बाद अब जीरे की फसल पर फूल आने शुरू हो गए हैं और फसल को तीसरी पाण भी दी जा चुकी है। इसके बाद क्षेत्र के किसान आशानुरूप फसल लेने की संभावना जता रहे हैं। किसान हरचंदराम चौधरी ने बताया कि जनवरी-फरवरी में अक्सर होने वाली मावठ और धुंध के बाद मौसम खराब हो जाता है, जिससे जीरे के फसल में चिरमा रोग की आंशका रहती है। जिससे फसल के उत्पादन पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, लेकिन इस बार ऐसी कोई स्थिति नहीं होने से किसानों को अच्छी पैदावार की उम्मीद है। वहीं दूसरी ओर कृषि विभाग ने भी इस बार सियाळो सीजन में जीरे की अच्छी पैदावार की संभावना जताई है। कृषि अधिकारियों ने बताया कि जीरे की फसल को कीट के प्रकोप से बचाने के लिए किसान मेंकोजेब, गदरफ, थायोमेस्सम का स्प्रे कर सकते हैं।
वरदान बना नर्मदा का पानी

क्षेत्र में नर्मदा नहर आने से पूर्व जीरे की बुवाई 19 हजार हेक्टेयर के लगभग की जाती थी, लेकिन नर्मदा के आने के बाद 2011-12 में यही बुवाई 45 हजार हेक्टेयर से भी पार हो गई। इसके अलावा नर्मदा का मीठा पानी फसल उत्पादन में महत्वपूर्ण साबित हो रहा है। खास बात तो यह है कि नर्मदा नहर से सिंचित होने वाले क्षेत्र के दायरे में आने वाला आधे से अधिक क्षेत्र नर्मदा के पानी से अभी भी वंचित है। अगर यह भी इसमें शामिल हो जाए तो जीरे की बुवाई और भी अधिक की जा सकती है।

सांचौर. क्षेत्र के एक खेत में लगी जीरे की फसल। फोटोत्नभास्कर

गुजरात की मंडियों में बिकता है जीरा

क्षेत्र में जीरे की बम्पर पैदावार के बाद यहां के किसान इसे गुजरात की मंडियों में बेचना पहली पंसद मानते हैं। कारण कि क्षेत्र में कृषि मंडी होने के बावजूद किसानों को यहां जीरे की फसल के अच्छे भाव नहीं मिल पाते हैं। ऐसे में किसानों को अच्छी कीमत और बाजार के लिए गुजरात के ऊंझा सहित अन्य मंडियों में जाना पड़ता है। इसके अलावा क्षेत्र में तैयार जीरे की फसल के लिए अब विदेशी कंपनियां भी सीधे खलिहानों से जीरा ले जाने के लिए भी सर्वे करती है। जापान व जर्मन के अलावा अन्य कई देशों की कंपनियां फसल के अनुपात में उसका मूल्य देकर कटाई के बाद खलिहानों से फसल खरीद लेती है। इससे किसानों को भी फायदा मिलने की संभावना रहती है।

हो सकती है बंपर पैदावार

॥फिलहाल क्षेत्र के खेतों में खड़ी जीरे की फसल के लिए मौसम बिल्कुल अनुकूल है। इससे अंदेशा लगाया जा सकता है कि इस बार जीरे की अच्छी पैदावार होगी। वहीं मौसम अनुकूल नहीं रहने पर फसल को कीट के प्रकोप से बचाने के लिए किसान मेंकोजेब, गदरफ व थायोमेस्सम का स्प्रे कर सकते हैं। कजोड़मल कुमावत, कृषि अधिकारी, सांचौर







बाड़मेर 31 जनवरी २०१२ ...आज की ताजा खबर.


पॉवर प्लांट व तेल उत्खनन क्षेत्र में बढ़ाई जाएगी सुरक्षा

बैठक में कलेक्टर ने इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी रेस्पॉन्स मैकेनिज्म स्थापित करने के दिए निर्देश

बाड़मेर थार में लिग्नाइट खनन, पॉवर प्लांट व तेल उत्खनन क्षेत्र की सुरक्षा के मुद्दे पर आला अधिकारियों ने मंथन किया। सरहदी क्षेत्र में सुरक्षा जिले के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी रेस्पॉन्स मैकेनिज्म स्थापित करने तथा सुरक्षा समन्वय बनाए रखने के संबंध में जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान की अध्यक्षता में सोमवार को बैठक आयोजित हुई।इस अवसर पर डॉ. प्रधान ने गिरल लिग्नाइट पॉवर प्रोजेक्ट, रागेश्वरी गैस टर्मिनल, मंगला ऑयल फील्ड, राजवेस्ट पॉवर प्लांट तथा आरएसएमएमएल से संबंधित विभिन्न व्यवस्थाओं तथा सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा की। इस दौरान जिला कलेक्टर ने गिरल लिग्नाइट पॉवर प्रोजेक्ट परिसर से परिवहन होने वाले ट्रकों के परिवहन के लिए मेंटेनेंस सिस्टम बनाया जाने तथा आगामी बरसात ऋतु को ध्यान में रखते हुए सीसी सड़क बनाने के लिये कार्यवाही शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कोयले से उडऩे वाली डस्ट की शिकायतों के मुद्दे नजर इसके रोकथाम संबंधी उपाय करने तथा आम जन के स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने राजवेस्ट पॉवर प्लांट भादरेस परिसर में पानी का ऑवर हेड टैंक बनाने के संबंध में प्रस्ताव तैयार कर भिजवाने को कहा। बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक संतोष चालके ने संस्थान में कार्यरत सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का पुलिस सत्यापन कराए जाने के संबंध में स्थाई पता सहित फोटो व पहचान संबंधी दस्तावेज शीध्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए ताकि बाहरी जिलों/ राज्यों के कार्मिकों का जल्द पुलिस सत्यापन करवाया जा सकें।

उद्यमी का अपहरण, बाद में छोड़ा

पुलिस ने की नाकाबंदी, नहीं मिले आरोपी

बालोतरा  शहर में सोमवार को कुछ लोगों ने आसोतरा फांटा स्थित एक दुकान से उद्यमी का सुबह अपहरण कर लिया। अपहरणकर्ताओं ने दोपहर 3 बजे उद्यमी को वापस छोड़ दिया। पुलिस के अनुसार मोटाराम पुत्र लच्छाराम कलबी निवासी बालोतरा ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उनका 30 वर्षीय पुत्र चंद्रभान आसोतरा फांटा स्थित दुकान पर बैठा था। सुबह करीब 9.30 बजे दलपतसिंह पुत्र मोहनसिंह राजपूत निवासी जागसा, हीरसिंह राजपूत निवासी कल्याणपुर व शेराराम भील वगैरह 15-16 लोग तीन गाडिय़ों में उसकी दुकान पर पहुंचे तथा चंद्रभान को जबर्दस्ती गाड़ी में बिठाकर कहीं ले गए। अपहरण की सूचना लगने पर पुलिस अधीक्षक संतोष चालके के निर्देशानुसार सीआई मनोज शर्मा ने एसआई धन्नाराम के नेतृत्व में टीम का गठन कर आस-पास के क्षेत्रों में नाकाबंदी कराई। दोपहर करीब 3 बजे पुलिस को असाडा रोड स्थित पेट्रोल पंप के पास उद्यमी के होने की सूचना मिली। पुलिस ने उद्यमी को दस्तयाब कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।

दूध में मिलावट पर दो डेयरी सीज


दूध व्यवसायियों में मची अफरातफरी, अधिकारियों ने लिए सैंपल

 

पचपदरा  हाइकोर्ट के दवाब के चलते सोमवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा रसद विभाग ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए पचपदरा क्षेत्र में मिलावटी दूध के खिलाफ अभियान चलाया।

खाद्य सुरक्षा अधिकारी भूराराम गोदारा ने बताया कि सुबह 7 बजे पचपदरा राजमार्ग पर पुलिस जाब्ते के साथ नाकाबंदी की गई लेकिन इसकी भनक लग जाने के कारण अधिकांश विक्रेताओं ने अपना रास्ता बदल लिया। इस दौरान हाइवे से गुजरने वाले विक्रेताओं के दूध की मौके पर ही जांच की गई।

टीम ने इसके बाद कस्बे में स्थित मैसर्स चौहान मिल्क एंड सप्लायर्स तथा महा भवानी दूध डेयरी पर जाकर कार्रवाई की। इस दौरान दोनों डेयरी संचालक डेयरी पर ताला लगाकर गायब हो गए। इसके बाद दोनों संचालकों को पुलिस की मदद से मौके पर बुलाकर दूध के नमूने लिए गए जिसमें अत्यधिक मात्रा में पानी पाया गया।

गोदारा ने बताया कि टीम के सदस्यों की ओर से दूध के और भी नमूने लेकर दोनों डेयरियों को सीज किया गया। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से जांच की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। टीम के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य निरीक्षक देवीलाल खोरपाल, लेब टेक्नीशियन संजयसिंह, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अर्जुनसिंह, कांस्टेबल राकेश व भैरुलाल सहित टीम के सदस्य उपस्थित थे।
चौपाल में होगा समस्याओं का जल्द समाधान


बाड़मेर आमजन की समस्याओं का समय पर समाधान हो ताकि उन्हें राहत मिल सके। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए फरवरी से विशेष अभियान चलाया जाएगा। कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने बताया कि अभियान के तहत राजस्थान लोक सेवा प्रदान गारंटी अधिनियम का जनसामान्य में प्रचार-प्रसार, अधिनियम के तहत आने वाले विषयों की जानकारी, कार्यों के निर्धारित समय अवधि में निष्पादक एवं अधिनियम के तहत प्राप्त होने वाले आवेदन का समय पर ही समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया को विकसित करने के उद्देश्य से पंचायत समिति/तहसील मुख्यालय पर जनसुनवाई तथा ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर रात्रि चौपाल कार्यक्रम का आयोजन होगा। तीन फरवरी को सुबह ग्यारह बजे पंचायत समिति सिणधरी एवं दोपहर तीन बजे पंचायत समिति धोरीमन्ना में जनसुनवाई होगी। इसी दिन गुड़ामालानी तहसील के मांगता ग्राम पंचायत मुख्यालय पर रात्रि चौपाल होगी। दस फरवरी को सुबह ग्यारह बजे रामसर तहसील व दोपहर तीन बजे चौहटन पंचायत समिति में जनसुनवाई। इसी दिन चौहटन तहसील के आलमसर पंचायत मुख्यालय पर रात्रि चौपाल आयोजित की जाएगी।

इसी तरह 17 फरवरी को सुबह 11.00 बजे पंचायत समिति बालोतरा व दोपहर तीन बजे सिवाना पंचायत में जनसुनवाई तथा इसी दिन सिवाना तहसील के करमावास पंचायत मुख्यालय पर रात्रि चौपाल होगी। 24 फरवरी को सुबह 11.00 बजे बायतु पंचायत समिति व दोपहर तीन बजे शिव पंचायत में जनसुनवाई। इसी दिन शिव तहसील के राजबेरा पंचायत मुख्यालय पर रात्रि चौपाल होगी। जनसुनवाई के दौरान संबंधित अधिकारी मौजूद रहेंगे।

जागरूकता रैली आज

ईंधन सुरक्षा सप्ताह के तहत मंगलवार को जागरूकता रैली का आयोजन किया जाएगा। जिला रसद अधिकारी उम्मेद सिंह पूनिया ने बताया कि जागरूकता रैली को कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान मंगलवार सुबह 9.30 बजे राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल स्टेशन रोड बाड़मेर से हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।

पेट की आग से झुलस रहे हैं

पेट की आग से झुलस रहे हैं

बाड़मेर। कुड़ी गांव के पप्पाराम ने जान की बाजी लगाकर अपनी तीन मासूम संतानों को मौत के आगोश से उस वक्त बचा लिया था जब आग ने उन्हें बुरी तरह घेर लिया था। जलती आग में कूदकर यह बाप अपनी औलाद को बचा तो लाया, लेकिन खुद इतना झुलसा गया कि अब उसके लिए काम करना मुश्किल हो रहा है। छह सदस्यीय परिवार के सामने फांकाकशी की नौबत आ गई है। झोंपे की आग से बचा यह पूरा परिवार अब पेट की आग से झुलस रहा है। नियमानुसार मिलने वाली सरकारी मदद की दरख्वास्त फाइलों में इधर उधर घूम रही है।

कुड़ी गांव के पप्पाराम पुत्र सूजाराम की रहवासी ढाणी में 3 नवंबर 2011 को आग लग गई थी। उस वक्त उसके तीन मासूम बच्चे ढाणी में थे। पप्पाराम जलती लपटों में घुस गया। पहले दोनों बेटों को आग से बाहर ले आया और जैसे ही उसे ख्याल आया कि तीन माह की मासूम बेटी भी अंदर ही है तो यह बाप जान की परवाह किए बगैर फिर लपटों में कूद गया। इस दौरान वह बुरी तरह झुलस गया, लेकिन बेटी को बचा लाया।

इसे बेहोशी की हालत में बालोतरा और बालोतरा से जोधपुर उपचार के लिए रेफर किया गया। पंद्रह दिन में उसको होश आया। आग की इस घटना की जानकारी प्रशासन को मिलने पर उपखण्ड अधिकारी मौके पर पहुंचे और अपनी जेब से मानवता के नाते पांच हजार रूपए दिए।

इस मामूली रकम से इस बीपीएल परिवार के सदस्यों का दो तीन दिन का उपचार का खर्चा भी नहीं निकला। करीब एक महीना तक पप्पाराम जोधपुर में दाखिल रहा। आग ने उसका सब कुछ स्वाहा कर दिया था और इसके बाद कर्जे पर ही उपचार संभव हो पाया। महीने भर बाद वह घर लौटा तो उसके लिए सिर छिपाने को आसरा नहीं था, गनीमत रही कि गांव में एक आवास में उसको छत नसीब हो गई। इसके बाद वह फांकाकशी काट रहा है।

आग से झुलस जाने के कारण अब उसके लिए मजदूरी करना भी फिलहाल मुमकिन नहीं हो रहा है। इधर आग के बाद नियमानुसार उसको बारह हजार रूपए आपदा राहत के तहत मिलने थे, लेकिन वह राशि नहीं मिली है। पटवारी, ग्राम पंचायत की रिपोर्ट जाने के बावजूद उसकी सहायता की दरख्वास्त फाइलों में ही है। ऎसी हालत में यह छह सदस्यीय परिवार दो जून रोटी का मोहताज हो गया है।



परिवार की फिक्र
जिन बच्चों को मैने आग से बचाया अब वे पेट की आग के कारण मेरा मुंह ताक रहे है। मैं मजदूरी नहीं कर सकता हूं। मदद मिल नहीं रही है। हम सब जिंदा बच गए इसका शुक्रिया अदा करूं या भगवान से शिकायत की जिंदा क्यों रखा..?
पपाराम भील पीडित बीपीएल चयनित

हमने प्रकरण भेज दिया
पप्पाराम का प्रकरण सहायता के लिए उपखण्ड अधिकारी के मार्फत जिला मुख्यालय भेज दिया गया है।
शैतानसिंह राजपुरोहित,तहसीलदार, पचपदरा

मदद का तरीका बदले : अग्नि पीडित परिवारों की मदद में हो रही देरी से ये परिवार परेशान हो रहे हैं। मदद तत्काल मिले ऎसा प्रबंध होना चाहिए।महावीरसिंह चूली, अध्यक्ष, भाजपा ग्रामीण मंडल

जैसलमेर ....पुलिस न्यूज़ इनबॉक्स .. 31 जनवरी, 2012


चार मकानों से सोने-चांदी के जेवरात चोरी


5 तोला सोने व सवा किलो चांदी के गहने चोरी, जामड़ा गांव में चोरों ने एक ही रात में चार मकानों पर हाथ साफ किया

जैसलमेर  जामड़ा गांव में चोरों ने एक ही रात में चार मकानों पर हाथ साफ कर करीब 5 तौला सोने के व सवा किलो चांदी के गहने चुरा लिए। साथ ही 12 हजार 500 रुपए नगद व अन्य घरेलू सामान की भी चोरी की।

ग्रामीणों के अनुसार शनिवार की देर रात्रि में तीन चोर गांव में आए थे, उनके साथ में थ्री व्हीलर भी था। ग्रामीणों ने बताया कि चोरों के पद चिह्नों व कच्चे रास्ते पर थ्री व्हीलर के पहियों के निशान दिखाई दिए थे। पुलिस थाना खुहड़ी में इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और चोरों की तलाश जारी है। जामड़ा गांव में यह चोरी जुगतसिंह पुत्र अलसीसिंह, बखतसिंह पुत्र पीरदानसिंह, भगवानसिंह पुत्र जेठमालसिंह व मेघसिंह पुत्र अलसीसिंह के घर हुई।

जुगतसिंह ने बताया कि उसके घर से दो तोला सोने की दो रखड़ी, एक तोले सोने की कंठली, एक टिकड़ी, अंगूठी व लोंग करीब दो तोले के, दो पायल जोड़ी चांदी की करीब 45 तोला व एक चैन करीब 10 तोले की चोरी हो गई। इसी प्रकार बखतसिंह ने बताया कि उसके मकान से चोरों ने दो चैन चांदी की 30 तोला व 10 तोले चांदी के अन्य गहने चुरा लिए।

इसी प्रकार भगवानसिंह ने बताया कि उसके घर से सोने की अंगूठी आधा तोला, चांदी का कंदोला 30 तोला, दो पायल 30 तोला व अन्य चांदी के गहने 50 तोले के और 500 नगद चोरी हो गए। वहीं मेघसिंह के मकान से सोने का बोरिया आधा तोला और चांदी के कड़े 60 तोला तथा 12 हजार रुपए नगद व अन्य घरेलू सामान चोरी हो गया। इन्होंने पुलिस अधीक्षक को भी इस संबंध में ज्ञापन देकर चोरी की वारदात का खुलासा करने की मांग की है।


 गाड़ी में लगी आग, यात्री सुरक्षित

जैसलमेर बरमसर गांव के फांटे के पास सोमवार दोपहर करीब 12.30 बरमसर गांव की तरफ जा रही टाटा मैजिक में शॉर्ट सर्किट के चलते आग लग गई। आग लगते ही उसमें सवार सभी यात्री गाड़ी़ से बाहर निकल गए। आग इतनी भयानक थी की पूरी गाड़ी जलकर खाक हो गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार को बरमसर की तरफ जा रही टाटा मैजिक आरजे -15- टीए 534 में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। आग लगते ही उसमें सवार सभी सवारियां उतर गई।

गाड़ी में सवार किसी भी सवारी को चोट नहीं आई। आग की सूचना मिलते ही दमकल वाहन वहां पहुंचा तथा आग पर काबू पाया। आग पर काबू पाने में चालक अनिलसिंह एवं फायरमैन ब्रजेश एवं सत्येन्द्र ने सहयोग दिया।

सिम बेचते समय सावधान!

जैसलमेर । सरहदी जैसलमेर जिले मे मोबाइल सिम बेचने वाले दुकानदारो को सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है। पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई के अनुसार जैसलमेर जिला भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित है। जिले में निजी मोबाइल कंपनियों ने सीमावर्ती क्षेत्र में मोबाइल टावर लगा रखे हैं। निजी कंपनियों की ओर से जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में सरलता से सिम उपलब्ध करवाई जाती है।

इन कंपनियोें की ओर से सिम बेचतेे समय किसी तरह के दस्तावेज या पहचान के लिए दस्तावेज आदि की तहकीकात नहीं कर सिम देने का मामला प्रकाश मे आया है। पुलिस अधीक्षक के अनुसार यह कार्य राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से उचित नहीं है। उन्होने बताया कि कभी-कभार शरारती तत्व गलत दस्तावेज से सिम की खरीदारी कर उससे विभिन्न तरह के गलत कार्य करते हैं। यह सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक है।

एसपी ने दी हिदायत
उन्होने कहा कि गलत दस्तावेजों से खरीदी गई सिम के कारण पुलिस को अपने अनुसंधान में सही अपराघी के पास पहुंचने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। पुलिस अधीक्षक के अनुसार जिले में स्थापित समस्त कम्पनियों व सिम का वितरण करने वाले दुकानदारो को हिदायत दी गई है कि वह किसी प्रकार की सिम बेचने से पहले सिम लेने वाले व्यक्ति की सही तहकीकात कर लें और यदि किसी व्यक्ति पर आपको शक हो तो उसकी जांच स्थानीय पुलिस थाना या पुलिस अधीक्षक कार्यालय से भी करवा सकते हैं।

सजा बराबर
उन्होने बताया कि यदि किसी भी गलत व्यक्ति की ओर से गलत तरीके से ली गई सिम के माध्यम से किसी भी प्रकार का कोई अपराध किया गया तो सिम को बेचने वाला दुकानदार भी उस व्यक्ति के बराबर सजा का हकदार होगा। उन्होने अपील की है कि जिले के दुकानदार पूरी सावधानी रखकर सिमों का बेचान करे और पुलिस के अभियान में सहयोग करे।

माइग्रेन के दर्द से यूं पा सकते हैं निजात

माइग्रेन सिरदर्द का ऐसा प्रकार है, जिसमें पीड़ित को असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है। यह दर्द केवल सिर को ही नहीं, बल्कि माथे, जबड़ों और साइनस को भी अपनी चपेट में ले लेता है। आइए जानते हैं इसे नियंत्रित करने के कुछ आसान तरीके.. 
हर्बल टी: इसका सेवन माइग्रेन के लिए बहुत लाभकारी है। इसमें मौजूद नैचुरल तत्व जैसे अदरक, तुलसी, कैमोमाइल और पुदीना चिंता से निजात दिलाने और मांसपेशियों को तनावरहित करने में कारगर है। वहीं, ध्यान रहे कि कैफीन से परहेज करना जरूरी है, क्योंकि इससे रक्तचाप और माइग्रेन की पीड़ा और भी बढ़ सकती है।

कुनकुने पानी से स्नान: माइग्रेन का मुख्य कारण अधिक चिंता या तनाव करना है। ऐसे में पीड़ित को जब भी तेज दर्द होता है, तो उसे कुनकुने पानी से स्नान कर लेना चाहिए। इससे शरीर की सभी इंद्रियों की सक्रियता बढ़ जाती है, वहीं आप तरोताजा महसूस करेंगे और दर्द में भी राहत मिलेगी।

ब्रीदिंग: माइग्रेन की पीड़ा नियंत्रित करने के लिए पीड़ित को शारीरिक और मानसिक दोनों स्तर पर मजबूत होना जरूरी है। विशेषज्ञ कहते हैं कि पीड़ित की आंख, गर्दन और कंधों की मांसपेशियां स्ट्रेस्ड होती हैं, इसलिए गर्दन व कंधे की स्ट्रेचिंग करना जरूरी है। वहीं, कम्प्यूटर पर काम करते समय बीच-बीच में ब्रेक लेते रहना जरूरी है। दो-तीन घंटों के अंतर से १५ मिनट गहरी सांस लें, ताकि आप रिलैक्स हो सकें।

बर्फ: दर्द होने की स्थिति में बर्फ के कुछ टुकड़े टॉवल में रखकर सिकाई करने से भी पीड़ित को आराम मिलता है। ध्यान रखें कि सिकाई उतनी ही करें, जितनी ठंडक बर्दाश्त की जा सके।