शनिवार, 28 जनवरी 2012

राष्ट्रपति से सम्मानित डूंगरसिंह पहुंचा पोकरण




राष्ट्रपति से सम्मानित डूंगरसिंह पहुंचा पोकरण

वीरता पुरस्कार से सम्मानित डूंगरसिंह के पोकरण पहुंचने पर जनसमुदाय ने किया स्वागत

पोकरण  राष्ट्रपति की ओर से बहादुरी पुरस्कार से सम्मानित होकर पोकरण पहुंचे डूंगरसिंह का लोगों द्वारा स्वागत किया गया। इस अवसर पर शहर के गणमान्य नागरिक तथा कई युवा उपस्थित थे। डूंगरसिंह के पोकरण पहुंचने पर स्वागत कर उसे घोड़े पर बिठाकर जुलूस का आयोजन किया। ढोल नगाड़ों के साथ निकाले गए जुलूस में स्थानीय लोगों सहित आस-पास के ग्रामीणों ने भी भाग लिया। दिल्ली से राष्ट्रपति से वीरता पुरस्कार से सम्मानित होकर पोकरण पहुंचे डूंगरसिंह का रेलवे स्टेशन पर ढोल नगाड़ों तथा फूल मालाओं के साथ स्वागत किया। आठ वर्षीय बालक द्वारा दिखाए गए साहस तथा वीरता से पूरे राजस्थान में मात्र एक बालक द्वारा यह पुरस्कार प्राप्त करने पर लोगों ने उसका स्वागत किया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने डूंगरसिंह को अपने कंघे पर उठा लिया तथा नाचते गाते हुए उसे रेलवे स्टेशन से बाहर लाए। जुलूस शहर के मुख्य मार्ग जयनारायण व्यास चौराहा होता हुए किला रोड होता हुआ गांधी चौक पहुंचा। डूंगरसिंह ने गांधी चौक पहुंच गांधी की प्रतिमा पर माला पहनाई। जुलूस के गांधी चौक पहुंचने पर सभा का आयोजन किया गया। जहां पर शहर के प्रमुख नागरिकों द्वारा डूंगरसिंह की वीरता का बखान किया।

नगरपालिका ने की भूखण्ड की घोषणा : गांधी चौक में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए नगरपालिका अध्यक्ष छोटेश्वरी देवी माली ने डूंगरसिंह द्वारा दिखाई गई वीरता के कारण उसे भूखण्ड़ देने की घोषणा की। इसी के साथ शहर के कई गणमान्य नागरिकों ने डूंगरसिंह को पुरस्कारों से नवाजा।

क्षत्रीय युवक संघ ने किया अभिनंदन : डूंगरसिंह के पोकरण पहुंचने पर स्थानीय क्षत्रीय युवक संघ, भारतीय जनता पार्टी, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, जनकल्याण समिति नाथूसर सहित अन्य कई संगठनों ने स्वागत किया। इस अवसर पर वरिष्ठ नेता शैतानसिंह सांकड़ा, मेघवाल समाज के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य खेताराम लीलड़, पूर्व जिलाध्यक्ष जुगलकिशोर व्यास, देवकीनंदन, क्षेत्रीय प्रमुख सांवलसिंह सनावड़ा, राष्ट्रीय शिक्षक संघ के नेता राणीदानसिंह भुट्टो, एडवोकेट रतनलाल पुरोहित, भाजपा पूर्व मंडल अध्यक्ष थिरपालसिंह रावलोत, उपाध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा, पार्षद धूड़ाराम सोनी, मोतीलाल माली, सवाई डांगी, रतनसिंह मंडला, राणीदान छंगाणी, सांकड़ा मंडल अध्यक्ष नारायणसिंह, अल्पसंख्यक मंडल अध्यक्ष एडवोकेट फिरोज खां, भाजयुमो के नगर मंडल अध्यक्ष तरुण व्यास, भू अभिलेख निरीक्षक आईदान माली, सामाजिक कार्यकर्ता गौरीशंकर जोशी, चिरंजीलाल सोनी, झाबरा उपसरपंच ताऊराम, मोतीसिंह राठौड़, अनिल रंगा, एडवोकेट भंवरलाल पालीवाल, बलवंतसिंह जोधा, प्रदीपसिंह विरमदेवरा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जोधपुर विभाग सहप्रमुख विक्रमसिंह, वासुदेव पुरोहित, प्रभात पुरोहित, विरमसिंह सनावड़ा सहित कई लोग उपस्थित थे।

न्यूज़ इनबॉक्स बाड़मेर.... 28 जनवरी, २०१२

पूर्व सांसद ने किया बायतु क्षेत्र का दौरा

बायतु बाड़मेर-जैसलमेर के पूर्व सांसद मेजर मानवेंद्रसिंह ने शुक्रवार को बायतु क्षेत्र के विभिन्न गांवों का दौरा कर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। भाजपा के ब्लॉक महामंत्री महावीर जीनगर ने बताया कि पूर्व सांसद ने बायतु विधानसभा क्षेत्र के बायतु स्टेशन, अकदड़ा, जाजवा, गिड़ा व परेऊ का दौरा कर जन समस्याएं सुनी। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के मंत्री और विधायक आपसी खींचतान तक सीमित है और जन समस्याओं की तरफ इसका कोई ध्यान नहीं है।भाजपा के वरिष्ठ नेता बालाराम मूंढ़ ने कहा कि कांग्रेस सरकार के शासन में किसानों की हालत खराब हो रही है। किसानों को बिजली नहीं मिलने से रबी की फसल चौपट हो रही है। कांग्रेस सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है। पूनमाराम मेघवाल ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में दलितों पर अत्याचार बढ़े है।

कार्यक्रम में देवीसिंह विदा, पूनमसिंह गिड़ा, खेतसिंह जाजवा, सत्यनारायण मेवाड़ा, पांचाराम भील, जीतू सेवक, प्रेमप्रकाश राव समेत कई कार्यकर्ता मौजूद थे।


ससुराल गए युवक की हत्या का आरोप

बाड़मेर रावतसर निवासी पन्नाराम पुत्र नवलाराम गुरु ने एसपी को ज्ञापन सौंप ससुराल गए बेटे व पोती की हत्या का आरोप ससुरालीजनों पर लगाया है। ज्ञापन में उन्होंने बताया कि १३ जनवरी को उनका बेटा प्रकाश सिणधरी स्थित अपने ससुराल पत्नी को लाने गया। जहां उसके ससुर अर्जुनराम, चंपालाल और सुंदरदेवी ने रात को प्रकाश की हत्या कर लाश टांके में डाल दी। इसकी सूचना मिलने पर उनका बड़ा भाई देदाराम व अन्य सिणधरी गए लेकिन तब तक पुलिस आ चुकी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि टांके की गहराई तीन-चार फीट थी लेकिन पुलिस ने उसके भाई देदाराम से हस्ताक्षर करवा लिए और उन लोगों ने प्रकाश को गांव लाकर दफना दिया। वे उस दिन गांव में नहीं थे। इसके बाद प्रकाश की सास ने उसकी पोती कृष्णा की मौत के बारे में जानकारी दी और दफनाने की बात कही। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रकाश और उसकी पोती की ससुराल वालों ने हत्या की है।

उन्होंने मामले की जांच करा आरोपियों को गिरफ्तार कर न्याय दिलाने की मांग की।

रोगियों की सेवा सबसे बड़ा मानव धर्म : जैन


बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने कहा की नि:स्वार्थ चिकित्सा सेवा सबसे बड़ा मानव धर्म सेवा है। रोगियों की सेवा ही सच्ची सेवा है। कृष्णा संस्था की ओर से प्रति माह आयोजित किये जा रहे नि:शुल्क मानसिक स्वास्थ्य चेतना शिविर सराहनीय प्रयास है। विधायक सेवा सदन में शुक्रवार को शिविर के समापन तथा मनोरोग विशेषज्ञ डॉ लोकेश सिंह शेखावत के सम्मान में आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। डॉ. खुशवंत खत्री ने कहा की बाड़मेर की जनता को मनोरोग चिकित्सक की सेवाओं की कमी खल रही थी, मगर डॉ सिंह ने कृष्ण संस्था के माध्यम से नि:शुल्क शिविर लगा हजारों रोगियों का सफल उपचार कर कमी पूरी की है। इस मौके पर डॉ सिंह ने कहा की बाड़मेर पिछले आठ माह से आ रहे हंै, उन्हें अब बाड़मेर अपना लगता है। इस अवसर पर चंदनसिंह भाटी, रिड़मल सिंह दांता ने भी विचार व्यक्त किए। कृष्णा संस्था तथा ग्रुप फॉर पीपुल्स की ओर से डॉ सिंह का शॉल ओढ़ाकर और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया इस मौके पर भादरेश के पूर्व सरपंच सुखाराम, मारुडी के पूर्व सरपंच हीर सिंह, सुलतान सिंह रेडाना, विजय कुमार, रूप सिंह माडपुरा, नरपत सिंह उंडखा, सादिक खान, दीन मोहम्मद सहित कई लोग मौजूद थे। इससे पहले शिविर में 85 रोगियों की जांच कर उपचार किया गया।

केरोसीन छिड़ककर आत्महत्या की

सिवाना कुसीप गांव में एक युवती ने खुद पर केरोसिन छिड़ककर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार उकाराम पुत्र वालाराम निवासी कुसीप ने रिपोर्ट पेश की कि उसकी पुत्र रेशमी (22) पत्नी बाबूराम निवासी मवड़ी पिछले करीब एक-डेढ़ साल से पीहर में ही अलग रह रही थी। शुक्रवार दिन के समय उसने अपने शरीर पर केरोसिन छिड़ककर आत्मदाह कर लिया। पुलिस ने मामला दर्ज किया है। मामले की जांच तहसीलदार कर रहे हैं।

सूखा दिवस पर शराब बेचते गिरफ्तार

बालोतरा बालोतरा थाने में नया बस स्टैंड के पास सूखा दिवस पर शराब बेचते दो जनों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार जोगराजसिंह पुत्र मानसिंह निवासी दूदोड़ा (गिराब) व नेमाराम पुत्र वगताराम निवासी खडीन (बाड़मेर) गणतंत्र दिवस के दिन सूखा दिवस होने के बावजूद माजीसा वाइन्स के पास शराब बेच रहे थे। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर सत्ताइस बोतल शराब व 38 बोतल बीयर की बरामद की। दोनों को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। जहां से 10-10 हजार रुपए के जमानती मुचलके पर रिहा करने के आदेश दिए।

गीली लकड़ी से भरा ट्रक पकड़ा

बालोतरा पुलिस ने गीली लकड़ी से भरा ट्रक जब्त कर एक जने को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार यासीन खां ट्रक में गीली लकड़ी परिवहन कर रहा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया।

बीएसएफ अधिकारियों ने हिरण को कुत्तों के चंगुल से बचाया

बाड़मेर सुरक्षा बल की 124वीं बटालियन के सहायक कमांडेंट सुबोध दीक्षित व 53वीं बटालियन के सहायक कमांडेंट अरुण कुमार ने शुक्रवार सुबह पौने नौ बजे जालीपा फायरिंग रेंज जाते हुए एक चिंकारा को कुत्तों के चंगुल से छुड़ाकर उसका इलाज कराया। उन्होंने बताया कि वे जालीपा रेंज की तरफ पैदल जा रहे थे, इसी बीच एक चिंकारा को कुत्तों ने दबोच रखा था। देखते ही वे दौड़ पड़े और चिंकारा को कुत्तों के चंगुल आजाद किया। इसके बाद चिंकारा को कैंप ले जाया गया। इसकी सूचना बीएसएफ के पशु चिकित्सक डॉ. संदीप गडवी को दी गई। उन्होंने चिंकारा का प्राथमिक उपचार किया, जिससे मरणासन्न हिरण की जान बच गई।

पाक की यह हॉट हीरोइन कर रही थी भारत में जासूसी!

नासिक/इगतपुरी.करीब सालभर से लापता पाकिस्तानी हीरोइन लैला खान संभवत: भारत में रह रही थी। इगतपुरी के एक जले हुए बंगले से इस संबंध में कुछ सबूत मिले हैं। आशंका जताई जा रही है कि वह यहां रहते हुए पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रही थी।


 
लैला की कार पिछले साल कश्मीर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। उसके बाद वह परिवार के साथ मुंबई आई थी। लेकिन फिर अचानक गायब हो गई। भारतीय अभिनेता राजेश खन्ना के साथ हिंदी फिल्म ‘वफा’ में सहायक अभिनेत्री के रूप में काम कर चुकी लैला के गायब होने की रिपोर्ट मुंबई के ओशिवरा थाने में दर्ज की गई थी।

बुधवार को मीडिया में खबर आई कि लैला इगतपुरी की ऊंट दरी (ऊंट घाटी) से लगी पहाड़ी पर निर्जन स्थान में मौजूद एक बंगले में रह रही थी। दरअसल, करीब नौ माह पहले बंगले में आग लगने के बाद पुलिस को लैला के यहां रहने की जानकारी मिली। तभी से ओशिवरा पुलिस इसकी जांच कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, घटनास्थल से लैला के फोटो, दैनिक उपयोग की वस्तुएं, सैटेलाइट फोन आदि के अवशेष मिले हैं।

स्थानीय लोगों से पूछताछ में लैला के वहां रहने की पुष्टि हुई है। बंगले के चौकीदार के मुताबिक, कभी-कभी कुछ कश्मीरी युवक भी वहां आते थे। लैला को यह बंगला किसी शालिनी पटेल नामक महिला से मिला था। उसे वह अपनी मां बताती थी।

कांग्रेस ने की मोदी की जमकर तारीफ

नई दिल्ली. गुजरात कांग्रेस ने खुद के 'पांव पर कुल्हाड़ी' मार ली है। गुजरात प्रदेश ईकाई की तरफ से गुजरात में जारी किए गए विज्ञापन में सूबे के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें 'निपुण संगठनकर्ता' और 'चतुर चुनावी रणनीतिकार' बताया गया है। गुजरात के कई अखबारों में दिए गए एक पेज के पुल आउट में गुजरात को विकास के रास्ते पर तेजी से दौड़ता प्रदेश बनाने में अलग-अलग मुख्यमंत्रियों के योगदान को बताया गया है। इसके पीछे मंशा मोदी के दावों की हवा निकालने की थी। हालांकि, मोदी पर व्यंग्य के तौर पर प्रकाशित विज्ञापन मोदी की तारीफ करता हुआ दिखा।
   
विज्ञापन में मोदी को पार्टी का सबसे बड़ा नेता बताने के साथ ही उनकी उपलब्धियों का बखान किया गया है। जिसमें वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन, नर्मदा बांध की ऊंचाई बढ़ाना, कृषि महोत्सव और पतंगबाजी को गुजरात राज्य के कैलेंडर पर लाने की बात बताई गई है। गुजरात कांग्रेस प्रदेश ईकाई के प्रमुख अर्जुन मोडवाडिया ने कहा, विज्ञापन में मोदी के बारे में कुछ भी सही नहीं कहा गया है। मोडवाडिया ने उदाहरण देते हुए बताया, 'विज्ञापन में कहा गया है कि नर्मदा नदी पर बांध का 90 फीसदी काम कांग्रेस ने किया है। जबकि पिछले 10 सालों में बांध की ऊंचाई सिर्फ 10 मीटर बढ़ाई गई है।'

बहुओं के सपने साकार कर रही सासू माएं

भारतीय समाज में अक्सर सास की छवि बहुत नकारात्मक ढंग से पेश की जाती है। लेकिन राजस्थान के सीमावर्ती बाड़मेर जिले में बहुओं के सपने सासों के कारण ही साकार हो रहे हैं।


सामाजिक बदलाव के इस नए उदाहरण में गांवों में सरकारी नौकरियों के अवसरों ने योगदान दिया है। क्षेत्र की अनेक बहुओं ने ससुराल में रहते हुए सरकारी नौकरियां पाने में सफलता हासिल की है।

चैनी देवी [19] के माता-पिता ने आठवीं कक्षा के बाद उसका स्कूल छुडा़ दिया था और शादी कर दी थी। लेकिन आज वह अपनी सासू के प्रोत्साहन और गांव में सरकारी नौकरी की उम्मीद से स्नातक कक्षा की पढा़ई कर रही है।

महिला शिक्षा के क्षेत्र में एक दशक पूर्व तक अति पिछडे रहे बाड़मेर जिले में चैनी अकेली नहीं है। राजस्थान के बाड़मेर जिले में ग्रामीण इलाकों में रोजगार के अवसरों के आकर्षण में कई शादीशुदा अनुसूचित जाति तथा जनजाति की महिलाओं ने स्कूल जाना शुरू कर दिया है। अधिकांश मामलों में रोचक बात यह है कि इन महिलाओं के समर्थन में सबसे पहले उनकी सासू मां आई है जिनकी भारतीय समाज में अक्सर नकारात्मक छवि बनी हुई है।

शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. लक्ष्मी नारायण जोशी ने बताया कि 2000 से अधिक शादीशुदा महिलाएं ग्रामीण इलाकों में स्कूलों में आ रही है। इनमें से कुछ ऐसी है जिनकी शादी बहुत ही कम उम्र में हो गई थी और उन्होंने किताब का पन्ना भी खोलकर नहीं देखा। वे अपने पास पडो़स की उन महिलाओं का अनुसरण कर रही है जिन्हें पढा़ई करने के बाद सरकारी नौकरी मिल गई है।

उन्होंने कहा कि सैंकड़ों महिलाएं आंगनवाडी़ केन्द्रों से जुड़ रही हैं। इन महिलाओं को ग्रामीण इलाकों के लिए शुरू की गई विभिन्न सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में सहायकों के रूप में नियुक्त किया जा रहा है। कई बहुएं ग्राम सेवक, पटवारी, अध्यापिका, आंगनवाडी़ कार्यकर्ता, रोजगार सहायिका, सामाजिक कार्यकर्ता के रुप में अपनी सेवाएं दे रही है।

बाड़मेर वह जिला है जहां किसी समय पढी़ लिखी महिला तो दूर साक्षर पुरुष भी गिने चुने मिलते थे, लेकिन आज इस सरहदी क्षेत्र में शिक्षा के क्षेत्र में आए बदलाव ने कहानी बदल कर रख दी। चैनी देवी बाड़मेर के महिला कालेज से स्नातक की पढाई कर रही हैं।

चैनी ने कहा कि मुझे लगा था कि मैं अब दोबारा कभी स्कूल नहीं जा पाऊंगी। मैंने आंगनवाडी कर्मी की नौकरी के लिए आवेदन किया था और मामूली शैक्षिक योग्यता के कारण मुझे नौकरी मिल गई। इससे मेरी सासू मां का उत्साह बढा़ और उन्होंन मुझे फिर से स्कूल जाने के लिए प्रोत्साहित किया।

यह 'भारतीय' नहीं होता तो पाकिस्तान में तड़प कर मर जाते हजारों!

पाकिस्तान में ये शख्स लाखों लोगों की उम्मीद है। बेसहारा को सहारा, महरूम की मदद में मशरूफ होकर पीड़ितों के घाव पर मरहम लगाना ही इनका मिशन है। इंसानी खिदमत ही इनका धर्म है।
 
मानवता का स्कूल, बेसहारा बच्चों के मां-बाप, अस्पताल और भी बहुत कुछ हैं 83 बरस के ये करूणा के देवदूत। मानवता की खिदमत को ही अपना धर्म बना चुके इस शख्स के दंगाग्रस्त इलाके में दस्तक देने मात्र से ही लड़ाइयां रूक जाती हैं। डाकूओं का दिल पिघल जाता है। मानवाता के लिए इनके प्रयास को देखकर आपका दिल भी इनके जज्बे को सलाम करेगा। अपनी सेवा के बदौलत ही ये 16 बार नोबल प्राइज के लिए नामांकित किए जा चुके हैं।

पाकिस्तान के 'फादर टेरेसा'....

अब्दुल सत्तार इदी..पाकिस्तान के 'फादर टेरेसा'....लाखों लोगों की जिन्दगियां इस नाम के साए में महफूज हैं। पाकिस्तान में इनकी प्रतिष्ठा का आलम ये है कि इदी फाउंडेशन की गाड़ियां पहुंचते ही गोलीबारी थम जाती है। कर्फ्यू में इनकी गाड़ियों को कोई खतरा नहीं रहता। दंगा थम जाता है। इनके साए में अमन चैन महफूज रहता है।

कराची, पेशावर हो चाहे ब्लूचिस्तान हर जगह इनको हर धर्म, जाति के लोग इज्जत बख्शते हैं। पर्दा में सदैव रहने वाली औरतें भी जब इनको देखती हैं तो हाथ मिलाकर इनके हाथों को चूम लेती हैं। वह ऐसा महसूस करती हैं कि इनसे मिलना जैसे अल्लाह का फजल हो। इनकी सादा तबियत और बेनियाजी लोगों को काफी प्रभावित करती है।

पाकिस्तान में दूसरे गांधी के नाम से मशहूर

कोई भी धर्म मानवता से बड़ा नहीं होता। यही संदेश देते हैं पाकिस्तान में दूसरे गांधी के नाम से मशहूर, अब्दुल सत्तार इदी। पाकिस्तान में कहीं भी, कभी भी, कोई भी हादसा हो, इदी का मेडिकल एंबुलेंस सबसे पहले पहुंचता है। यह महज संयोग कहें या मिट्टी का असर, पाकिस्तान के इस गांधी का जन्म स्थान भी गुजरात ही है। गुजरात के बंतावा गांव में इदी का जन्म 1928 में हुआ था।

सन् 1947 में भारत विभाजन के बाद उनका परिवार भारत से पाकिस्तान गया और कराची में बस गया। 1951 में आपने अपनी जमा पूंजी से एक छोटी सी दुकान ख़रीदी और उसी दुकान में इन्होंने एक डाक्टर की मदद से छोटी सी डिस्पेंसरी खोली। इसी जमांपूजी से जो भी कमाते खुद सड़क किनारे अपना बसर कर लेते लेकिन बचे हुए पैसों से गरीबों की मदद किया करते थे।

एक बार करांची में फ्लू की महामारी फैली इदी साहेब ने टेंट लगाया और मरीजों को मुफ्त दवाएं बांटी। इतना ही नहीं मरीजों की इतनी सेवा की कि लोगों ने इनके सेवा भाव को देखते हुए इनको बहुत पैसा दिया। इसके बाद अब्दुल सत्तर इदी ने इदी फाउण्डेशन बनाया। आज इदी फाउन्डेशन पाकिस्तान और दुनिया के करीब 13 देशों में कार्यरत है। गिनीज विश्व कीर्तिमान के अनुसार इदी फाउन्डेशन के पास संसार की सबसे बड़ी निजी एम्बुलेंस सेवा हैं।

इस फाउंडेशन के पास 1800 एंबुलेंस, 3 एयरोप्लेन और एक हेलीकॉप्टर है। पूरे देश में करीब 450 केंद्र हैं। इनकी संस्था अभावग्रस्त को सहारा, अनाथों के लिए अनाथालय, मुफ्त अस्पताल, पुनर्वास करना, विकलांग लोगों के लिए बैसाखी, व्ह्लील चेयर उपलब्ध कराना, प्राकृतिक आपदा से ग्रसित लोगों के लिए हर मदद उपलब्ध कराती हैं। इनकी संस्था लंदन और अमेरिका सहित दुनिया के 13 देशों में समाजहित में कार्य करती हैं।

इस संस्था ने करीब 40 हजार नर्सों को ट्रेनिंग दी है। पाकिस्तान में लोग करुणा का देवदूत और पाक का फ़ादर टेरेसा कहते हैं। इन्होंने लाखों अनजान लोगों का दाह संस्कार किया है। उनकी पत्नी बेगम बिलकिस इदी, बिलकिस इदी फाउन्डेशन की अध्यक्षा हैं। पति-पत्नी को सम्मिलित रूप से सन् 1986 का रमन मैगसेसे पुरस्कार समाज-सेवा के लिये प्रदान किया गया था। इन्हें गांधी शांति पुरस्कार 2007 में भारत सरकार ने दिया था। उन्हे लेनिन शान्ति पुरस्कार और बलजन पुरस्कार भी मिले हैं।

करांची की प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक प्राध्यापिका किरण बशीर अहमद के मुताबिक, पाकिस्तान में अब्दुल सत्तार इदी का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है। सादा तबियत और बेनियाजी के धनी इदी को इंसानी खिदमत ने काफी शोहरत दी है।

इदी सड़कों के किनारे पड़े हजारों शव का दाह-संस्कार करने के साथ मानवता के हर घाव पर मरहम लगाते हैं। इदी अनाथों की देखभाल सहित उनकी शादी तक का जिम्मा उठाते हैं। मानवता का यह देवदुत केवल पाकिस्तान में ही नहीं बल्कि दुनिया में कहीं भी प्राकृतिक आपदा आए सेवा में हाजिर रहता है। थोड़े शर्मीले इदी, चकाचौंध से दूर ही रहना पसंद करते हैं। पाकिस्तान के लोग शांति के नोबल प्राइज के लिए योग्य व्यक्ति मानते हैं।

आज इदी खानदान के पास जो कुछ भी है वह दुखी इन्सानों पर लुटाने के लिए ही है। इनकी झूला स्कीम.. ने हजारों मासूम बच्चों की जान बचा ली है। बेसहारा लड़कियों की शादी करते वक्त अब्दुल सत्तार इदी की पत्नी बिलकिस खुद छानबीन करती हैं। जब खुद उनको भरोसा हो जाता है तब अपने संस्था में रह रही अनाथ बच्चियों की शादी करती हैं। शादी के रस्मों रिवाज का खास ख्याल रखा जाता है।

शादी में शरीक होने पर ऐसा लगता है कि इनकी अपनी बेटी की ही शादी हो। सभी बच्चों को खुद अपने बच्चों जैसा प्रेम और भाव रखते हैं। एक बार अब्दुल सत्तार इदी के बेटे फैसल ने साइकिल मांगी। इदी साहब ने मना कर दिया। इसके बाद अपने बेटे को समझाते हुए कहा'' मैं सायकिल तभी दूंगा, जब सभी बच्चों को दे पाउं।''

श्री कृष्णा संस्था बाड़मेर ....रोगियों की सेवा सबसे बड़ा मानव धर्म ...जैन


श्री कृष्णा संस्था बाड़मेर 


मानसिक स्वस्थ्य चेतना शिविर आयोजित ,डॉ लोकेश सिंह का किया सम्मान 


रोगियों की सेवा सबसे बड़ा मानव धर्म ...जैन 


बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने कहा की निःस्वार्थ चिकित्सा सेवा सबसे बड़ा मानव धर्म सेवा .रोगोयो की सेवा ही सच्ची सेवा है ,कृष्ण संस्था द्वारा प्रति माह आयोजित किये जा रहे निःशुल्क मानसिक स्वास्थ्य चेतना शिविर सराहनीय प्रयास हें ,विधयाक सेवा सदन में आयोजित निःशुल्क मानसिक चेतना स्वास्थ्य शिविर के समापन तथा मनोरोग विशेषज्ञ डॉ लोकेश सिंह शेखावत के सम्मान में आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे ,उन्होंने कहा की डॉ लोकेश सिंह ने बद्द्मेर की जनता की जो सेवा की वो निःसंदेह सराहनीय हें ,उन्होंने कहा की सबसे बड़ी ख़ुशी की बात हें की राज्य भर से कोच्ची में आयोजित मनोरोग विशेषज्ञों की कार्यशाला में डॉ लोकेश सिंह शेखावत ने भाग लेकर राज्य का नाम किया ,उन्होंने कहा की बाड़मेर में नशे की परवर्ती अधिक होने के कारन भी डॉ लोकेश सिंह की सेवाए विशेष उलेखनीय हें इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ खुशवंत खत्री ने कहा की बाड़मेर की जनता को मनोरोग चिकित्सक की सेवाओं की कमी खल रही थी मगर डॉ लोकेश सिंह ने कृष्ण संस्था के माध्यम से निःशुल्क शिविर लगा हजारो रोगियों का सफल उपचार कर कमी पूरी की हें ,उनके द्वारा मनोरोग विशेषज्ञों की राष्ट्रिय कार्यस्शाला में भाग लेकर राजस्थान का नाम रोशन किया हें उन्होंने डॉ लोकेश सिंह को बाड़मेर की जनता को निरंतर सेवाए देने का आग्रह किया ,इस अवसर पर डॉ लोकेश सिंह शेखावत ने कहा की बाड़मेर पिछले आता माह से आ रहे हें ,उन्हें अब बाड़मेर अपना लगता हें तथा यंहा के लोगो को सराहना करते हुए उन्होंने कहा की आपने जो अपनायत दी हें वही मेरी पूंजी हें आप लोगो की निह्श्वर्थ भाव से सेवा करता रहूँगा ,लोकेश सिंह ने कहा की प्रत्येक माह में निःशुल्क शिविर यथावत लगता रहेगा ताकि बाड़मेर की जनता की सेवा हो सके ,इस अवसर पर चन्दन सिंह भाटी ने कहा की बाड़मेर में लोकेश सिंह द्वारा नशे के आदी सेकड़ो रोगियों का सफल उपचार कर उन्हें नशे से मुक्ति दिलाई हें ,रिड़मल सिंह दांता ने कहा की पुरानी कहावत थी की वहम का इलाज़ भास्ग्वान के पास भी नहीं मगर अब बाड़मेर में डॉ लोकेश सिंह ने वहम का इलाज़ भी शुरू किया जिसका फायदा लोगो को मिल रहा हें  इस अवसर पर मातेश्वरी मेडिकल ,कृष्णा संस्था तथा ग्रुप फॉर पीपुल्स की और से डॉ लोकेश सिंह का विधायक मेवाराम जैन तथा डॉ खुशवंत खत्री द्वारा साल ओढ़कर ,स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया इस अवसर पर रिड़मल सिंह दांता ,भादरेश के पूर्व सरपंच सुखाराम ,मारुडी के पूर्व सरपंच हीर सिंह ,सुलतान सिंह रेडाना,एडवोकेट विजय कुमार ,रूप सिंह माडपुरा ,नरपत सिंह उन्द्खा,सादिक खान ,दींन  मोहम्मद त्रिसिंगदी,सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे ,इससे पूर्व मानसिक शिविर में डॉ लोकेश सिंह ने पिच्यासी से अधिक रोगियों के स्वास्थ्य जांच कर उनका उपचार किया ,

ट्रांसफर के लिए रोडवेज चालक बना सीएमडी

बाड़मेर.रोडवेज आगार प्रबंधक बाड़मेर के एक बस चालक को सीएमडी के फर्जी हस्ताक्षर से इच्छित स्थान पर स्थानांतरण की चालाकी दिखाना भारी पड़ा। आगार प्रबंधक बाड़मेर मदनलाल ने सिटी कोतवाली में सीएमडी के फर्जी हस्ताक्षर से धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज करवाया है।  
आगार प्रबंधक बाड़मेर में बस चालक रईशदीन खां ने इच्छित स्थान पर स्थानांतरण के लिए राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम जयपुर के निदेशक के फर्जी हस्ताक्षर कर एक परिपत्र आगार प्रबंधक बाड़मेर को भेज दिया।

इसमें रईशदीन का बाड़मेर से जैसलमेर स्थानांतरण करने का हवाला दिया था। जब डाक प्रबंधक को मिली तो उन्हें क्रमांक पर शक हुआ। उन्होंने सीएमडी के पीए से फोन पर पुष्टि की, तो पता चला कि सीएमडी ऑफिस से ऐसा कोई पत्र जारी नहीं किया है।

हकीकत सामने आने पर आगार प्रबंधक मदनलाल ने इसे गंभीरता से लेते हुए पुलिस थाना कोतवाली में रोडवेज चालक के खिलाफ कूटरचित दस्तावेज तैयार कर धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवा दिया।

"फर्जीवाड़े का मामला सामने आने पर चालक के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया है।"

मदनलाल, रोडवेज आगार प्रबंधक

भंवरी के अपहरण में इस गैंग से खरीदी थी स्कॉर्पियो!

जोधपुर कमिश्नरेट की स्पेशल टीम ने शुक्रवार को एक अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए आठ जनों को गिरफ्तार किया। यह गिरोह सेंट्रल जेल से ही मोबाइल फोन नेटवर्क के जरिए एजेंटों के मार्फत चोरी के लग्जरी वाहनों के सौदे व फर्जी कागजात तैयार करवा रहा था।

गिरोह का सरगना उत्तमचंद बोहरा अभी सेंट्रल जेल में है। उसके इशारे पर ही वाहन चुराए व आगे बेचे जाते हैं। इस गैंग में शामिल सहीराम विश्नोई तीन दिन पहले ही जोधपुर सेंट्रल जेल से रिहा हुआ था। उसने पुलिस के आला अधिकारियों के सामने यह खुलासा कर सबको चौंका दिया कि जेल में हर दूसरे बंदी के पास मोबाइल फोन है।

पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर छह स्कॉर्पियो व पांच बोलेरो जब्त की है। आरोपियों ने पचास से अधिक वाहन चोरियों को अंजाम देना कबूल किया है। इनमें एएनएम भंवरी अपहरण प्रकरण में आरोपी व जेल में बंद हार्डकोर अपराधी विशनाराम व कैलाश जाखड़ के अलावा हार्डकोर मेघसिंह को भी कई गाड़ियां बेचना बताया है।

एडीसीपी ज्योतिस्वरूप शर्मा, हरेंद्र कुमार व प्रतापनगर थानाधिकारी देरावर सिंह ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर फलौदी तहसील के खारा गांव निवासी सहीराम विश्नोई, जाजीवाल निवासी हरलाल विश्नोई, बिसलपुर निवासी सुरजाराम विश्नोई, पीथावास निवासी महिपाल विश्नोई, चामू निवासी गजेंद्रसिंह राजपूत, अगासड़ी बाड़मेर निवासी हाकम खां, ढाकों का तला बाड़मेर निवासी सुनिल विश्नोई व मुसलमानों का पाडा कोंजिया बाड़मेर निवासी निहाल खां को गिरफ्तार किया।

इनके अलावा जालेली फौजदारा निवासी बंशीलाल विश्नोई को गिरफ्तार कर पाली पुलिस को सौंप दिया। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने 50 से ज्यादा वाहन चोरी की वारदातें करना कबूला है। ये सभी जेल में बंद उत्तमचंद बोहरा के लिए कमीशन पर काम करते थे।

जेल में हर दूसरे बंदी के पास मोबाइल: प्रतापनगर पुलिस थाने में पकड़े गए वाहन चोर गिरोह के सहीराम विश्नोई ने शुक्रवार को अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर ज्योतिस्वरूप शर्मा व हरेंद्र कुमार के सामने यह खुलासा कर सबको चौंका दिया कि जेल में बंद हर दूसरे बंदी के पास मोबाइल है।


एकबारगी यह सुन पुलिस के ये आला अधिकारी भी चौंक पड़े। बाद में बोले कि जेल में बंदियों के पास मोबाइल होने की जानकारी मिली है और हम कार्रवाई करेंगे। थोड़ी देर बाद ही अधिकारियों ने आपस में बातचीत करने के बाद मीडिया को बताया कि हम इस मामले में कार्रवाई नहीं कर सकते। जेल प्रशासन से बात करेंगे और वो ही कार्रवाई करेगा।

मामला उस समय का है जब ये अधिकारी प्रतापनगर पुलिस थाने में वाहन चोरी के अंतरराज्यीय गिरोह के पकड़े जाने के बाद प्रेसवार्ता करने आए थे। आरोपी ने यहां तक कहा कि उसके साथ इस काम में कई बड़े लोग भी शामिल हैं।

आरोपी के इस प्रकार कबूलनामे से सुरक्षा की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण जोधपुर जेल की सुरक्षा व जेल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं।

टीम को मिलेगा विशेष पुरस्कार
पुलिस उपायुक्त दीपक कुमार ने बताया कि गैंग का पर्दाफाश करने वाले विशेष टीम के सदस्यों को पुरस्कृत किया जाएगा। टीम में प्रभारी सुगनसिंह, हमजा खां, स्वरूपराम, मनोजकुमार, सुरताराम, जमशेद


भंवरी प्रकरण में इसी गैंग की थी गाड़ी

मोबाइल नेटवर्क के जरिए लग्जरी वाहनों की चोरियों को अंजाम देने वाली गैंग ने ही भंवरी के शव को ठिकाने लगाने के आरोपी बिशनाराम को दो पजेरो व दो स्कॉर्पियो सप्लाई की थी।



इनमें एक स्कॉर्पियो तो भंवरी के अपहरण से एक सप्ताह पहले ही बेची गई थी। बताया जा रहा है कि बिशनाराम के साथी कैलाश जाखड़ के पकड़े जाने के बाद पूछताछ में उसने उत्तमचंद बोहरा गैंग से गाड़ी खरीदना बताया।

हाल ही जब पुलिस को यह जानकारी लगी कि गैंग का सदस्य सहीराम जेल से रिहा हो गया है तो पुलिस ने उस पर नजर रखनी शुरू कर दी। गुरुवार को सहीराम व हरलाल प्रतापनगर में चोरी की स्कॉर्पियो का सौदा करने के लिए आए थे तब पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया। सहीराम से पूछताछ के बाद शुक्रवार को अन्य आरोपी भी पकड़ में आ गए।