नई दिल्ली. गुजरात कांग्रेस ने खुद के 'पांव पर कुल्हाड़ी' मार ली है। गुजरात प्रदेश ईकाई की तरफ से गुजरात में जारी किए गए विज्ञापन में सूबे के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें 'निपुण संगठनकर्ता' और 'चतुर चुनावी रणनीतिकार' बताया गया है। गुजरात के कई अखबारों में दिए गए एक पेज के पुल आउट में गुजरात को विकास के रास्ते पर तेजी से दौड़ता प्रदेश बनाने में अलग-अलग मुख्यमंत्रियों के योगदान को बताया गया है। इसके पीछे मंशा मोदी के दावों की हवा निकालने की थी। हालांकि, मोदी पर व्यंग्य के तौर पर प्रकाशित विज्ञापन मोदी की तारीफ करता हुआ दिखा।
विज्ञापन में मोदी को पार्टी का सबसे बड़ा नेता बताने के साथ ही उनकी उपलब्धियों का बखान किया गया है। जिसमें वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन, नर्मदा बांध की ऊंचाई बढ़ाना, कृषि महोत्सव और पतंगबाजी को गुजरात राज्य के कैलेंडर पर लाने की बात बताई गई है। गुजरात कांग्रेस प्रदेश ईकाई के प्रमुख अर्जुन मोडवाडिया ने कहा, विज्ञापन में मोदी के बारे में कुछ भी सही नहीं कहा गया है। मोडवाडिया ने उदाहरण देते हुए बताया, 'विज्ञापन में कहा गया है कि नर्मदा नदी पर बांध का 90 फीसदी काम कांग्रेस ने किया है। जबकि पिछले 10 सालों में बांध की ऊंचाई सिर्फ 10 मीटर बढ़ाई गई है।'
विज्ञापन में मोदी को पार्टी का सबसे बड़ा नेता बताने के साथ ही उनकी उपलब्धियों का बखान किया गया है। जिसमें वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन, नर्मदा बांध की ऊंचाई बढ़ाना, कृषि महोत्सव और पतंगबाजी को गुजरात राज्य के कैलेंडर पर लाने की बात बताई गई है। गुजरात कांग्रेस प्रदेश ईकाई के प्रमुख अर्जुन मोडवाडिया ने कहा, विज्ञापन में मोदी के बारे में कुछ भी सही नहीं कहा गया है। मोडवाडिया ने उदाहरण देते हुए बताया, 'विज्ञापन में कहा गया है कि नर्मदा नदी पर बांध का 90 फीसदी काम कांग्रेस ने किया है। जबकि पिछले 10 सालों में बांध की ऊंचाई सिर्फ 10 मीटर बढ़ाई गई है।'
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