सोमवार, 28 नवंबर 2011

जोधपुर .....न्यूज़ इनबॉक्स .....क्राइम डायरी


आठ घंटे खेत में पड़ा रहा नवजात



अविवाहिता ने बच्चे को जन्म दिया और रात को ही अस्पताल से निकल गई नवजात को छोड़ा खेत में, सर्दी में बिलखता रहा मासूम


भोपालगढ़   एक नाबालिग बच्चे को जन्म देने के बाद बिना बताए अस्पताल से नवजात के साथ निकल गई। उसने शिशु को खेत में छोड़ दिया और खुद अपनी बुआ के यहां चली गई। रात भर वह नवजात सर्दी में बच्चा बिलखता रहा। सुबह दस बजे जब खेत की मालकिन आई तो उसे रोता देखा। इस पर महिला ने एक शिक्षक की मदद से उसे अस्पताल में भर्ती करवाया और पुलिस को सूचना दी।

मामले के अनुसार शुक्रवार रात इस अविवाहित किशोरी ने अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया। समाज में बदनामी के डर से किशोरी अस्पताल से बिन बताए नवजात को लेकर निकल गई। उसने बच्चे को कस्बे के एक खेत में कपड़े में लपेट कर छोड़ दिया और खुद अपने रिश्तेदार के यहां चली गई। शनिवार को सुबह 10 बजे खेत की मालकिन पहुंची तो उसे रोने की आवाज सुनाई दी। खेत की मालकिन महिला ने एक शिक्षक की मदद से बच्चे को अस्पताल पहुंचाया। वह करीब आठ घंटे जिंदगी और मौत से सर्दी में लड़ता रहा। सोलंकियों की ढाणी स्थित स्कूल में कार्यरत शिक्षक चेतन राम देवड़ा रोज की तरह शनिवार को सुबह 10 बजे बाइक से स्कूल जा रहा था। अचानक सड़क के पास खेत से महिला चिल्लाई कि बच्चा पड़ा है। शिक्षक ने पास जाकर देखा तो बच्चा जीवित मिला और रो रहा था । शिक्षक ने बच्चे को गोदी में उठाया और उस महिला को साथ लेकर अस्पताल में भर्ती करवा दिया। इस बीच पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही थानाधिकारी प्रदीप शर्मा, घेवरसिंह राजपुरोहित मौके पर पहुंचे। अस्पताल के लेबल से हुई पहचान : इलाज के दौरान डॉ. एमके जैन ने बच्चे के शरीर पर अस्पताल का लगा लेबल देखकर पहचान कर ली। उन्होंने बताया कि रात में तीन प्रसव हुए थे। एक भर्ती है और दो केस बिन बनाए यहां से रात में चले गए, जिनमें एक के बच्ची हुई थी और दूसरी के बच्चा हुआ है। यह बच्चा वही है।




चालक टैंकर सहित फरार


डीजल से भरा टैंकर सालावास डिपो पर खाली नहीं करवाया

लूणी (आंचलिक) लूणी थाने में एक व्यक्ति ने मामला दर्ज करवाया है कि उसके डीजल से भरे टैंकर को ड्राइवर ने निश्चित डिपो पर खाली करने की बजाय बीच में ही उड़ा लिया है।

रिपोर्ट के मुताबिक सुरेंद्र कुमार पुत्र रामकिशोर ने लूणी थाने में मामला दर्ज करवाया कि उसके पिताजी के नाम का एक टैंकर है। इसमें ड्राइवर जितेंद्र कुमार जामनगर की एस्सार रिफाइनरी से डीजल लेकर सालावास डिपो के लिए रवाना हुआ। वह 25 नवंबर को रात्रि करीबन 11 बजे सालावास बीपीएलसी डिपो के पास पहुंचा। इसे 26 नवंबर को सालावास मेंं खाली होना था, लेकिन खाली नहीं हुआ। न तो टैंकर सालावास डिपो पहुंचा न ही ड्राइवर का कोई पता चला। ड्राइवर के मोबाइल पर कई बार फोन किया, लेकिन वह स्विच ऑफ आ रहा है। उन्होंने रिपोर्ट में बताया कि ड्राइवर के नीयत में खोट आ गई है और वह टैंकर लेकर कहीं चला गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।


42 क्विंटल डोडा पोस्त से भरा ट्रक पकड़ा

कीमत 35 लाख से ज्याद, ओसियां के तस्करों ने मंगवाया
जोधपुर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने जोधपुर-ओसियां फांटा पर डोडा-पोस्त के 115 बोरों से भरा ट्रक पकड़ कर बाड़मेर के दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। ट्रक में करीब 42 क्विंटल डोडा-पोस्त बरामद हुआ है जिसकी कीमत 35 लाख रुपए से ज्यादा है। ब्यूरो के क्षेत्रीय निदेशक बीएल नायक ने बताया कि जोधपुर पासिंग का यह ट्रक शनिवार रात को डोडा-पोस्त भर कर मध्यप्रदेश से रवाना हुआ था। मुखबिर की सूचना पर जोधपुर जिले के सभी रास्तों पर नाकाबंदी की गई। तस्करों ने नियमित रास्ता छोड़ कर डीडवाना होते हुए शनिवार को जोधपुर सीमा में घुसने का प्रयास किया, तब नागौर रोड पर ओसियां फांटा पर उसे पकड़ लिया। ब्यूरो ने डोडा-पोस्त लाने वाले धोरीमन्ना के मीठड़ा गांव निवासी हरीराम विश्नोई और किशनलाल जाट को गिरफ्तार कर लिया। रविवार को उन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है। पूछताछ में उन्होंने बताया कि यह डोडा-पोस्त ओसियां के तस्करों ने मंगवाया था और इसे ओसियां व फलौदी में सप्लाई करना था।

समृद्ध है राजस्थानी साहित्य : चारण

समृद्ध है राजस्थानी साहित्य : चारण


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति और राजस्थानी मोट्यार परिषद के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को म्हारी जुबान रो ताळो खोलो पोस्टकार्ड अभियान कार्यक्रम के तहत चारण छात्रावास में विद्यार्थियों ने पोस्टकार्ड लिखे।मुख्य अतिथि राजस्थानी भाषा के साहित्यकार दलपतसिंह चारण ने कहा कि राजस्थानी भाषा संस्कृति और परंपरा की परिचायक है। राजस्थानी भाषा का इतिहास, संस्कृति, साहित्य उच्च कोटि का है। राजनीतिक उदासीनता के कारण राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता मिलने में समस्या आ रही है। उन्होंने कहा कि जब राजस्थानी भाषा के साहित्यकार को नोबल पुरस्कार के लिए नामांकित किया जाता है। डॉ. लक्ष्मीनारायण जोशी ने कहा कि राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए जनजागरण जरूरी है। युवा वर्ग आंदोलन को आंधी का रूप देकर दिल्ली तक अपनी बात पहुंचाएं। इन्द्रप्रकाश पुरोहित ने कहा कि राजस्थानी भाषा समृद्ध है। राजस्थानी साहित्यकारों को केन्द्रीय साहित्य अकादमी समय-समय सम्मानित किया। समिति संयोजक चंदनसिंह भाटी ने कहा राजस्थानी भाषा के अभियान को अप्रत्याशित रूप से आमजन का समर्थन मिल रहा है जिससे प्रयास जल्द ही सफल होंगे। राजस्थानी मोट्यार परिषद के जिला पाटवी रघुवीरसिंह तामलोर ने कहा कि राजस्थानी भाषा के बिना कैसा राजस्थान। अपनी मायड़ भाषा के बिना हम गूंगे हैं। हमें युवा वर्ग का भविष्य संवरेगा। चारण समाज जो राजस्थानी साहित्य का हृदय है इसलिए इसमें दिल से जुड़ कर समर्थन दें। कार्यक्रम को विजय कुमार, प्रकाश जोशी, अनिल सुखाणी, मांगी दान चारण, सुरेन्द्र दान चारण, नगर पाटवी रमेश सिंह इंदा ने भी संबोधित किया।



इससे पहले चारण छात्रावास के युवाओं ने राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता देने के लिए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तथा सांसद के नाम पोस्टकार्ड लिखे। कार्यक्रम का संचालन सुरेन्द्र दान चारण ने किया।

अखे प्रोल में नहीं होंगे आयोजन



अखे प्रोल में नहीं होंगे आयोजन


भगदड़ की आशंका को लेकर सतर्कता समिति में उठे मुद्दे पर कलेक्टर ने नगरपालिका आयुक्त को दिए निर्देश


नगरपालिका ने गोपा चौक व अखे प्रोल में होने वाले सार्वजनिक आयोजनों पर लगाई रोक


जैसलमेर  शहर में मुकेश नाइट, रफी नाइट, किशोर नाइट व अन्य सांस्कृतिक आयोजनों के लिए लगभग फिक्स हो चुकी जगह अखे प्रोल में अब इस प्रकार के आयोजन नहीं हो सकेंगे। नगरपालिका ने गोपा चौक व अखे प्रोल में इस प्रकार के आयोजनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। भगदड़ व किसी अनहोनी की आशंका को लेकर सतर्कता समिति में उठे मुद्दे पर कलेक्टर ने नगरपालिका आयुक्त को तत्काल रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।

भगदड़ की आशंका

अखे प्रोल में होने वाले आयोजनों के दौरान बड़ी संख्या में लोग उमड़ते हैं। ऐसे में कभी भी भगदड़ मच सकती है। दुर्ग की तलहटी पर स्थित अखे प्रोल में कभी भी दुर्ग से कोई पत्थर गिर जाए तो बड़़ी संख्या में एकत्र लोगों में अफरा तफरी का माहौल बन सकता है और वहां से निकलने के लिए केवल एक ही रास्ता वह भी 8 फीट चौड़ा, ऐसे में बड़े हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता।

देर रात तक चलते हैं आयोजन: गोपा चौक व अखे प्रोल में होने वाले आयोजनों की समय सीमा भी निर्धारित नहीं है। देर रात तक चलने वाले इन आयोजनों से दुर्गवासियों व आसपास रहने वालों को ध्वनि प्रदूषण का सामना करना पड़ता है। वहीं पार्किंग व्यवस्था सुचारू नहीं होने व बैठक व्यवस्था भी पर्याप्त नहीं होने के चलते भी राहगीरों को कई परेशानियां झेलनी पड़ती है।

सांवलसा मंदिर में अन्नकूट महोत्सव

जैसलमेर. रविवार को सांवलसा मंदिर में अन्नकूट महोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर सांवलसा को विविध प्रकार के पकवानों का भोग लगाया गया। पुजारी सतीश बिस्सा ने बताया कि अन्नकूट धराया गया तथा शाम को 6 बजे महाआरती की गई। इस अवसर पर मंदिर परिसर में श्रद्धालु उपस्थित थे।

विनायकी चतुर्थी व्रत 28 को, श्रीगणेश को प्रसन्न करें ऐसी पूजा से

भगवान गणेश सभी दु:खों को हरने वाले हैं। इनकी कृपा से असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं। भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए प्रत्येक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान गणेश के निमित्त व्रत किया जाता है, इसे विनायकी चतुर्थी व्रत कहते हैं। इस बार यह व्रत 28 नवंबर, सोमवार को है। विनायकी चतुर्थी का व्रत इस प्रकार करें-

- सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि नित्य कर्म से शीघ्र ही निवृत्त हों।

- दोपहर के समय अपने सामथ्र्य के अनुसार सोने, चांदी, तांबे, पीतल या मिट्टी से बनी भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करें।

- संकल्प मंत्र के बाद श्रीगणेश की षोड़शोपचार पूजन-आरती करें। गणेशजी की मूर्ति पर सिंदूर चढ़ाएं। गणेश मंत्र (ऊँ गं गणपतयै नम:) बोलते हुए 21 दुर्वा दल चढ़ाएं।

- गुड़ या बूंदी के 21 लड्डूओं का भोग लगाएं। इनमें से 5 लड्डू मूर्ति के पास चढ़ाएं और 5 ब्राह्मण को दान कर दें। शेष लड्डू प्रसाद के रूप में बांट दें।

- पूजा में भगवान श्री गणेश स्त्रोत, अथर्वशीर्ष, संकटनाशक स्त्रोत आदि का पाठ करें।

-ब्राह्मण भोजन कराएं और उन्हें दक्षिणा प्रदान करने के पश्चात् संध्या के समय स्वयं भोजन ग्रहण करें। संभव हो तो उपवास करें।

व्रत का आस्था और श्रद्धा से पालन करने पर श्री गणेश की कृपा से मनोरथ पूरे होते हैं और जीवन में निरंतर सफलता प्राप्त होती है।

थार में गरजी बोफोर्स, टैंकों ने भेदा लक्ष्य

थार में गरजी बोफोर्स, टैंकों ने भेदा लक्ष्य

जोधपुर। पश्चिम सरहद पर चल रहे युद्धाभ्यास सुदर्शन शक्ति अपने चरम पर पहुंच गया है। कमान की डेजर्ट कोर तथा स्ट्राइक कोर के जवान पूरी क्षमता के साथ आधुनिक हथियारों से युद्ध कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके तहत रेत के समंदर में बोफोर्स तोपों के धमाके भी गूंज रहे हैं। युद्धाभ्यास के इस चरण में युद्ध की संचार प्रणाली को परखा जा रहा है।

दुश्मन की निगाह से बचने के साथ ही उसकी गतिविधियों पर आधुनिक संचार उपकरणों से नजर रखी जा रही है। नेटवर्क सेंट्रिक वारफेयर के तहत वार रूम में बैठे सैन्य अधिकारी दुश्मन के ठिकानों को तबाह करने का अभ्यास कर रहे हैं। ऑपरेशन विजय के दौरान पाकिस्तान को खदेड़ने में अहम भूमिका निभाने वाली बोफोर्स तोप इस काल्पनिक युद्ध में दूर-दूर तक ब्लू फोर्स व रेड फोर्स के बीच सटीक निशाने साध रही है।

दुश्मन को खदेड़ने के लिए मैकेनाइज्ड इन्फैन्ट्री के जवान तोप तथा अन्य हथियारों से दुश्मन के तबाह कर रहे हैं। रेतीलों धोरों में टैंक पूरी क्षमता के साथ दिए गए लक्ष्य पर गोले दागकर अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर रहे हैं। दुश्मन की निगाह से बचाने के लिए इन टैंकों तथा अन्य साजों-समान को विशेष जाली से ढका गया है। आने वाले दिनों में इस युद्धाभ्यास के दौरान वायुसेना के लड़ाकू विमान अपना युद्ध कौशल दिखाएंगे।

om manglam omkar manglam

हर हर हर महादेव !

हर हर हर महादेव !

सत्य, सनातन, सुंदर, शिव ! सबके स्वामी ।
अविकारी, अविनाशी, अज, अंतर्यामी ॥१॥ हर हर०

आदि अनंत, अनामय, अकल, कलाधारी ।
अमल, अरूप, अगोचर, अविचल अघहारी ॥२॥ हर हर०

ब्रह्मा, विष्णु, महेश्वर, तुम त्रिमूर्तिधारी ।
कर्ता, भर्ता, धर्ता तुम ही संहारी ॥३॥ हर हर०

रक्षक, भक्षक, प्रेरक, तुम औढरदानी ।
साक्षी, परम अकर्ता कर्ता अभिमानी ॥४॥ हर हर०

मणिमय भवन निवासी, अति भोगी, रागी ।
सदा मसानबिहारी, योगी वैरागी ॥५॥ हर हर०

छाल, कपाल, गरल, गल, मुंडमाल व्याली ।
चिताभस्म तन, त्रिनयन, अयन महाकाली ॥६॥ हर हर०

प्रेत-पिशाच, सुसेवित पीत जटाधारी ।
विवसन, विकट रूपधर, रुद्र प्रलयकारी ॥७॥ हर हर०

शुभ्र, सौम्य, सुरसरिधर, शशिधर, सुखकारी ।
अतिकमनीय, शान्तिकर शिव मुनि मन हारी ॥८॥ हर हर०

निर्गुण, सगुण, निरंजन, जगमय नित्य प्रभो ।
कालरूप केवल, हर ! कालातीत विभो ॥९॥ हर हर०

सत-चित-आनँद, रसमय, करुणामय, धाता ।
प्रेम-सुधा-निधि, प्रियतम, अखिल विश्व-त्राता ॥१०॥ हर हर०

हम अति दीन, दयामय ! चरण-शरण दीजै ।
सब विधि निर्मल मति कर अपना कर लीजै ॥११॥ हर हर०

रविवार, 27 नवंबर 2011

दफ्तर में बीत जाती है उम्र और नहीं ले पाते.......का मज़ा

आजकल लोगों की रूचि सेक्स में काफी अधिक रहती रहती है मगर आपको यह जानकर हैरानी होगी कि आजकल लोगों की ज़िंदगी से सेक्स खत्म होता जा रहा है। नौकरी-पेशा लोग सेक्स के लिए समय ही नहीं निकाल पा रहे हैं। अधिकतर लोग ऑफिस में बैठे-बैठे ही समय व्यतीत कर देते हैं और अपनी सेक्स लाइफ का खुलकर आनंद नहीं उठा पाते। पैसे कमाने और करियर के चक्कर में लोगों की काफी उम्र बीत जाती है और वे सेक्स का मज़ा नहीं ले पाते।



एक सर्वे में यह पाया गया कि नौकरी वालों में से 80 प्रतिशत लोगों का लंबा समय ऑफिस में बैठे-बैठे निकल जाता है और वह सेक्स से वचिंत रह जाते है।



अध्ययन में यह बात समाने आई है कि ऑफिस में लगातार काम करने वालों की सेक्स लाइफ प्रभावित होता है। शोधकर्ताओं ने बताया कि देर तक एक ही जगह पर बैठे रहने से रीढ में समस्या उत्पन्न हो सकती है। जिससे की व्यक्ति को थकान महसूस होने लगती है और उसमें सेक्स करने की इच्छा नहीं होती है। रीढ़ की हड्डी पर पड़ने वाला प्रेशर आपके सेक्‍स लाइफ को डायरेक्‍ट प्रभावित करता है।



अध्ययन में यह बात समाने आई कि मैरेड लोग करियर में ऊंचा मुकाम हासिल करने के लिए लंबे समय तक कुर्सी पर बैठकर काम करते हैं। इससे भी इन दिनों लोगों में सेक्स डिजायर कम होता जा रहा है।

करगिल जंग: आईबी ने पहले ही चेताया था वाजपेयी को

नई दिल्ली।। पाकिस्तान के साथ 1999 में हुए करगिल युद्ध से करीब एक साल पहले खुफिया ब्यूरो (आईबी) ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से इसकी आशंका जताई थी। आईबी ने करगिल क्षेत्र में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तान की साजो-सामान संबंधी तैयारियों के बारे में अटल बिहारी वाजपेयी को सूचना दी थी। फिर भी सरकार घुसपैठ रोकने से चूक गई और करगिल युद्ध का सामना करना पड़ा। सेना के एक वैचारिक संगठन ने इस बात का दावा किया है। Atal-Bihari-Vajpayee.jpg
' सेंटर फॉर लैंड वॉरफेयर स्टडीज' (क्लॉज) की स्टडी में कहा गया, '2 जून 1998 को आईबी ने प्रधानमंत्री को एक नोट भेजा, जिसमें करगिल के सामने वाले क्षेत्र में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तान की साजो-सामान संबंधी तैयारी का ब्योरा था।'

इस स्टडी के मुताबिक यह अनुमान लगाया गया था कि परमाणु शक्ति संपन्न होने के बाद पाकिस्तान करगिल में भाड़े के सैनिक भेज सकता है। इस नोट पर तत्कालीन आईबी प्रमुख ने 'प्रोटोकॉल टर्म्स' में दस्तखत किए थे। यह एक ऐसा चिह्न है जो बताता है कि दस्तावेज की विषय-वस्तु असाधारण रूप से संवेदनशील है और इस पर ध्यान देना जरूरी है।

स्टडी 'पेरिल्स ऑफ प्रिडिक्शन, इंडियन इंटेलिजेंस ऐंड द करगिल क्राइसिस' में कहा गया कि रिसर्च ऐंड अनैलेसिस विंग (रॉ) ने भी अक्टूबर 1998 के अपने आकलन में आगाह किया था कि पाकिस्तानी सेना गठबंधन के अपने सहयोगियों (भाड़े के सैनिक) की संभावित मदद के साथ एक सीमित लेकिन तेज हमला कर सकती है।

इस स्टडी में कहा गया कि आमतौर पर विश्वसनीय मानी जाने वाली रॉ की इस रिपोर्ट में जंग की आशंका 'असंगत' नजर आई। लिहाजा, तुरंत सेना ने सवाल किए।

इसमें कहा गया कि अगले 6 महीने के जोखिम आकलन में रॉ ने 'सीमित हमले' का कोई संदर्भ नहीं दिया और पाकिस्तान से खतरे को सिर्फ भाड़े के सैनिकों वाला जोखिम करार दिया।

स्टडी के मुताबिक, भारतीय खुफिया एजेंसियों ने करगिल युद्ध से पहले पाकिस्तान के मनसूबों का सटीक आकलन किया था, लेकिन उसके विशिष्ट प्रारूप के बारे में उनका अनुमान गलत रहा।

' क्लॉज' के अध्ययन में कहा गया कि जून 1998 से मई 1999 के बीच रॉ, आईबी और सेना की खुफिया इकाई के पास 43 रिपोर्टें आईं जो बाद में करगिल में पाकिस्तान के मनसूबों से संबंधित पाई गईं।

वायु सेना ने की सबसे बड़ी युद्धाभ्यास की तैयारी, आकाश में होगी जंग की गर्जना



नई दिल्ली.चीन और पाकिस्तान जैसे प्रतिद्वंद्विद्वयों को अपनी वायु शक्ति दिखाने के लिए भारतीय वायु सेना अपने आठ दशक के वजूद का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास करने की तैयारी कर रही है जिसमें वह अपनी पूरी ताकत झोंक देगी।



वायु सेना के उच्च पदस्थ सूत्नों ने खुलासा किया है कि 'लाइव वायर' नाम से होने वाले इस अभ्यास में कमान और थियेटर स्तर से ऊपर उठते हुए पहली बार समूची वायु सेना की सभी कमानों को शामिल किया जाएगा और वह एक तरह से वायु सेना का अश्वमेघ यज्ञ होगा।



वायु सेना अपनी स्थापना के अस्सीवें साल में एक महीने का इतना बड़ा अभ्यास करने जा रही है जो अभी तक एशिया महाद्वीप में किसी देश ने नहीं किया१ इस अभ्यास में वायु सेना डिजीटल युद्ध के वातावरण में अपने नेटवर्क सैट्रिक तरीकों से पूरी जंग का संचालन करेगी१ सुखोई 30 एमकेआई से लेकर मि.मिराज और जगुआर तक सभी लड़ाकू विमानों,हमलावर हेलीकाप्टरों और बमवर्षको के अलावा एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम्स यानी अवाक्स विमानों की समूची ताकत को भारतीय आकाश में दिखाया जाएगा।



इसमें अमेरिका से लिए गए सी 130 जे सुपर हरक्यूलिस जैसे विशेष कार्रवाई वाले विमानों की क्षमता भी परखी जाएगी।



वायु सेना के सूत्नों ने कहा कि इस महाभ्यास में वायु सेना पश्चिमी और पूर्वी सेक्टर को हवाई जंग का अखाड़ा बनाएगी और देश के दक्षिणी एवं मध्य भाग को भी अभ्यास के दायरे में लिया जाएगा।



वायु सेना का यह अभ्यास ऐसे समय हो रहा है जब भारत के दोनों ओर चीन और पाकिस्तान की वायु सेनाओं की ताकत में तेजी से इजाफा होने के दावे हो रहे हैं। भारतीय वायु सेनाका लाइव वायर अभ्यास इस क्षेत्न में सामरिक अवधारणा को बदलने में काफी कारगर साबित होगा।



सूत्नों ने कहा कि वायु सेना अपने मौजूदा 33 लड़ाकू स्क्व्रेडनों की पूरी क्षमता का आकलन करेगी और अपने हेलीकाप्टर एवं परिवहन विमानों के बड़े की ताकत की भी समीक्षा करेगी। इस अभ्यास के नतीजों के आधार पर भविष्य की जरूरतों का आकलन किया जाएगा और पुरानी पड़ते जा रही हवाई क्षमताओं को चरणबद्ध तरीके से हटाने का कार्यक्रम तय किया जाएगा।





वायु सेना अपने लड़ाकू विमानों के बड़े में 126 लड़ाकू विमानशामिल करने जा रही हैं और आने वाले समय में पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान और देश में ही निर्मित तेजस विमान भारतीय आकाश में गर्जना करने लगेंगे। ऐसे में लाइव वायर अभ्यास वायु सेना की ताकत के सटीक आकलन में कारगर आंकड़े देगा।



सूत्नों ने कहा इस महाभ्यास का जोर सटीक और सर्जिकल स्ट्राइक पर रहेगा और हवाई शक्ति के बल पर किसी ताकतवर प्रतिद्वंदी की सैन्य शक्ति की रीढ़ तोड़ने की भारत की क्षमता को जांचा परखा जाएगा। इस अभ्यास में देश की नई हवाई पट्टियों और साजोसामान की नव निर्मित सुविधाओं की भी जांच होगी। देश के महानगरों और प्रमुख प्रतिष्ठानों को दुश्मन के हमलों से बचाने के लिए हवाई कवच देने की परीक्षा भी लाइव वायर अभ्यास में की जाएगी।

रेप में नाकाम होने पर महिला पर तेजाब फेंका

रेप में नाकाम होने पर महिला पर तेजाब फेंका

कानपुर। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति दिन ब दिन खराब होती जा रही है। राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ते जा रहे हैं। कानपुर के बर्रा इलाके से एक महिला टीचर को अगवा कर लिया। अगवा करने वाले मनचलों ने महिला को बोलेरो गाड़ी में लादा और बलात्कार की कोशिश की। रेप में नाकाम रहने पर बदमाशों ने महिला टीचर पर तेजाब फेंक दिया। इसके बाद महिला टीचर को सड़क पर फेंक दिया। तेजाब से बुरी तरह झुलसी महिला टीचर ने किसी तरह परिजनों को घटना की सूचना दी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक महिला टीचर ने छेड़खानी करने पर कुछ दिनों पहले मनचलों को तमाचा रसीद किया था। इसी के चलते उन्होंने महिला टीचर को अगवा कर लिया।

गंगापुर सब जेल से 6 कैदी भागे

गंगापुर सब जेल से 6 कैदी भागे

भीलवाड़ा। सहाड़ा-भीलवाड़ा के गंगापुर सब जेल से रविवार को 6 कैदी प्रहरी को धक्का दे कर भाग निकले। कैदी जेल से तब फरार हुए जब वहां चिकित्सा विभाग की ओर से मच्छरों के लिए फॉगिंग की जा रही थी। हालांकि बाद में इनमें से 4 कैदी पकड़े जा चुके हैं, लेकिन 2 कैदियों को पुलिस अब भी तलाश रही है।

सब जेल के इस मामले में जेलर भगवत सिंह की अनुपस्थिति पर भी सवाल उठ रहे हैं। सूत्रों के अनुसार चिकित्सा विभाग की ओर से जब फॉगिंग की जा रही थी वहां सिर्फ एक प्रहरी मौजूद था। इस मौके का फायदा उठाते हुए कैदी प्रहरी को धक्का देकर भागे छूटे।

जैसलमेर से पाकिस्तानी घुसपैठिया गिरफ्तार

जैसलमेर से पाकिस्तानी घुसपैठिया गिरफ्तार

जैसलमेर। भारत-पाकिस्तान सीमा से जैसलमेर जिले के तनोट क्षेत्र में घुसे एक संदिग्ध व्यक्ति को बीएसएफ ने शनिवार रात गिरफ्तार किया। बीएसएफ के उपमहानिरीक्षक बलविन्दर सिंह बाजवा ने बताया कि 62वीं बटालियन के सजग सीमा प्रहरियों ने पाकिस्तानी नागरिक अब्दुल हमीद को गिरफ्तार किया है।

हमीद पाकिस्तान के रहिमियार जिले का रहने वाला ैह। प्रारंभिक पूछताछ में हमीद ने बताया कि वह मवेशी चराते वक्त पानी की तलाश में गलती से इधर आ गया। उसे भारत पाकिस्तान की सीमा के बारे ज्ञान नहीं था। बाजवा ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियां पकड़े गये व्यक्ति से संयुक्त रूप से पूछताछ कर रही है। भारत-पाक बॉर्डर पर बाड़ लगी हुई है। बावजूद इसके पाकिस्तानी नागरिक का भारतीय सीमा में घुसना चिंताजनक है।

पूछताछ के लिए नहीं आए सैन्यकर्मी

पूछताछ के लिए नहीं आए सैन्यकर्मी

बाड़मेर। बाड़मेर जिले के चिंकारा शिकार प्रकरण में नामजद पांच आरोपी सैन्यकर्मी वन विभाग के मंडल कार्यालय में पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए। उप वन संरक्षक बी आर भादू ने बताया कि तीन चिंकारों के शिकार प्रकरण में आरोपी सैन्यकर्मी सूबेदार गोपीलाल, हवलदार बीआर नाथ, नायक एन सरकार,लांस नायक आई आर परदेसी एवं जवान डी आर नायडू के नाम शनिवार को नोटिस जारी किया गया था। सभी को रविवार को पूछताछ के लिए वन मंडल के कार्यालय बुलाया था लेकिन वे निर्धारित समय सुबह नौ बजे के बाद भी पेश नहीं हुए।

88 आम्र्ड सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल बी एस चंदेलिया से संपर्क किए जाने पर उन्होंने बताया कि उच्च अधिकारियों से निर्देश मिलने के बाद आरोपियों को पूछताछ के लिए भेजा जाएगा। भादू ने बताया कि वन विभाग ने तीन चिंकारों के शिकार को लेकर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत दर्ज मामले में प्रारंभिक जांच पूरी कर ली गई है।

विधि विज्ञान प्रयोगशाला की ओर से लिए गए नमूनों को सोमवार को जोधपुर भेजा जाएगा। उल्लेखनीय है कि वन विभाग की टीम ने शुक्रवार को शिव तहसील के निम्बला के पास साजीतडा में स्थित सेना के एक शिविर से तीन चिंकारों के कटे हुए सिर और मांस जब्त किया गया था। सेना ने कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी शुरू कर दी है।