गुरुवार, 29 सितंबर 2011

"आंसू आते हैं, सीएम इस्तीफा दें"

"आंसू आते हैं, सीएम इस्तीफा दें"

पहाड़ी (भरतपुर)। गोपालगढ़ प्रकरण में बुधवार को प्रतिपक्ष की नेता वसुन्धरा राजे ने घटनास्थल का जायजा लेने के बाद कहा कि हालात को देखकर और सुनकर दर्द से आंसू आते है। उन्होंंने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद करार देते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफे की मांग की है। यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार की घोर लापरवाही के कारण इतनी बड़ी घटना हुई। कांग्रेस पूरे मामले को राजनीतिक रंग देने में जुटी है।

जहां दस व्यक्तियों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा हो, वहां मुख्यमंत्री को पहुंचने में 11 दिन लग जाते हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कांग्रेेस किस तरह राज्य में शासन कर रही है। सरकार को एक मिनट भी कुर्सी पर बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि अपनी गलतियों को छुपाने के लिए सरकार का भाजपा को बेवजह जिम्मेदार ठहराना दु:खद घटना पर घृणित राजनीति करना है।

अलग बयानों पर कटाक्ष
राजे ने कांग्रेस नेताओं व सरकार के अलग अलग बयानों का जिक्र करते हुए कहा कि उनमें सामंजस्य नहीं है। गृहमंत्री तो गांवों में पिटकर नहीं, पीटकर आने की सलाह देते है। जिम्मेदार लोगों की ऎसी बयानबाजी ठीक नहीं है। सरकार घटना के इतने दिन बाद भी लोगों के जहन से भय के साए को बाहर निकालकर सुरक्षा का भरोसा नहीं जमा सकी है और लोग अपने घरों से पलायन करके जा रहे है।

दोनों पक्षों की बात सुनी
इससे पूर्व राजे एक धार्मिक स्थल पर पहुंची, और मौलवी अरशद से घटना की जानकारी ली। मील मदरसे पर करीब 15 मिनट ठहरने के बाद राजे गोपालगढ़ कस्बे के हिंसा प्रभावित एक भवन पर पहुंची, जहां उन्होंने भवन का अंदर एवं उसके ऊपर चढ़कर देखा। राजे को एक वर्ग विशेष के लोगों ने पूरा घटनाक्रम बताया। राजे दूसरे पक्ष को सुनने रामलीला चौक में पहुंची, जहां भारी संख्या में लोगों की भीड़ उन्हें सुनने के लिए जमा थी। राजे ने दोनों पक्षो से शांति व सौहार्द बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि मेवात की भाईचारे की पुरानी पहचान को बनाए रखना अति आवश्यक है।

जमीन हमारी मां, जान दे देंगे जमीन नहीं देंगे

जमीन हमारी मां, जान दे देंगे जमीन नहीं देंगे


बाड़मेर  हम किसान है और जमीन हमारी मां है। मरते दम तक हम जमीन का सौदा नहीं करेंगे। यह कहना है थुंबली के ग्रामीणों का। गांव में तीसरी बार भूमि अवाप्ति और नागणेच्यां माता मंदिर, श्मशान तथा ओरण-गोचर भूमि को भी अवाप्त करने का विरोध कर रहे ग्रामीणों ने बुधवार को मंदिर के सामने धरना दिया। इसके बाद ग्रामीण आरएसएमएम की माइंस पहुंचे तथा अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा।

धरना स्थल पर ग्रामीण गिरधरसिंह कोटड़ा ने कहा कि यह जमीन हमारी है। हमारे पुरखों ने इस जमीन को सींचा है। हमने अपनी जिंदगी यहां निकाल दी, मरते दम तक इसे अवाप्त नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर कंपनी से जमीन का सौदा नहीं करेंगे। कैप्टन हीरसिंह भाटी ने कहा कि जमीन का एक टुकड़ा भी अवाप्त नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि मंदिर हमारा पवित्र स्थान है। आर्थिक फायदे के लिए हमारी आस्था से खिलवाड़ किया गया तो हम आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक हमें न्याय नहीं मिलता तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
उन्होंने मातृ शक्ति को भी आगे आकर आंदोलन में बराबरी की भागीदारी निभाने का आह्वान किया। भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष जालूराम बेनीवाल ने कहा कि भारत में सभी आजादी और मौज-मस्ती की जिंदगी जीते है लेकिन किसान आज भी आजाद नहीं है।

भूमि अवाप्ति का कानून अंग्रेजों ने देश की गरीब जनता को लूटने के लिए बनाया था और वर्तमान सरकार भी उसी कानून का इस्तेमाल कर किसानों को लूट रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक साल पहले भूमि अवाप्ति का नया कानून बनाने का आश्वासन दिया था लेकिन अभी तक नहीं कानून नहीं बना है। जिसके चलते किसानों के साथ अन्याय हो रहा है। धरना स्थल पर कोटड़ा सरपंच ईश्वरसिंह व वीरसिंह सहित सैकड़ों महिला-पुरुष और बच्चे मौजूद थे।

ज्ञापन सौंपा जताया विरोध:

धरने के बाद ग्रामीणों का प्रतिनिधि मंडल थुंबली स्थित आरएसएमएम की माइंस पहुंचा, जहां ग्रामीणों ने अधिकारियों को खरी-खोटी सुनाई। साथ ही ज्ञापन सौंप देव स्थानों और ओरण-गोचर भूमि को अवाप्ति से मुक्त रखने की मांग की।

साढ़े तीन घंटे झूलता रहा शव

साढ़े तीन घंटे झूलता रहा शव

सरूपगंज। समीपवर्ती केर गांव में शट डाउन लेकर खंभे पर चढ़े बिजली विभाग के कर्मचारी की करंट लगने से खंभे पर ही दर्दनाक मौत हो गई। ट्रांसफार्मर ठीक करने के दौरान एक कर्मचारी ने अचानक बिजली की लाइन चालू कर देने से यह हादसा हुआ। आक्रोशित ग्रामीणों ने मौके पर पहंुची पुलिस व विभाग के लोगों को शव खंभे से नीचे नहीं उतारने दिया।

इस पर जिला कलक्टर के निर्देशानुसार सरूपगंज डिस्कॉम कार्यालय के कार्यवाहक सहायक अभियंता व लाइन चालू करने वाले कर्मचारी को निलम्बित करने पर ही शव को नीचे उतारा जा सका। इस दरम्यान करीब साढे तीन घंटे तक कर्मचारी का शव खंभे पर ही झूलता रहा।

जोधपुर विद्युत वितरण निगम के सरूपगंज उपखंड कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी माकरोड़ा (सिरोही) निवासी भूबाराम(55) पुत्र जोराराम मीणा बुधवार सुबह लगभग साढ़े दस बजे केर गांव के अमृतलाल रावल के कृषि कुएं पर लगे ट्रांसफार्मर को ठीक करने के लिए खंभे पर चढ़ा था। इस कार्य के लिए भूबाराम ने सरूपगंज कंट्रोल रूम से शट डाउन भी ले रखा था। इस दौरान अचानक लाइन शुरू हो जाने से भूबाराम को तेज करंट का झटका लगा और खंभे पर ही दर्दनाक मृत्यु हो गई।

घटना की सूचना मिलते ही काफी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहंुचे। मौके पर पहंुची पुलिस व विभाग के लोगों को ग्रामीणों ने शव को खंभे से नीचे नहीं उतारने दिया। दोषी लोगों के विरूद्ध कार्रवाई पर अड़ गए। मौके पर पहंुचे पिण्डवाड़ा तहसीलदार राजेन्द्रसिंह चांदावत ने जिला कलक्टर को ग्रामीणों की मांग के बारे में अवगत कराया।

इस पर जिला कलक्टर के निर्देशानुसार सरूपगंज कार्यालय के कार्यवाहक सहायक अभियंता हेमेन्द्रसिंह बारहठ को एपीओ व कंट्रोल रूम कर्मचरी निम्बाराम को निलम्बित कर दिया। करीब साढ़े तीन घंटे बाद शव को नीचे उतार कर सरूपगंज अस्पताल ले जाया गया। जहां पोस्टमार्टम के बाद उनके पैतृक गांव माकरोड़ा ले जाया गया।

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डिस्कॉम का स्टोर कीपर निलंबित

स्टॉक में अनियमितता पाए जाने पर हुई कार्रवाई

बाड़मेर डिस्कॉम के स्टॉक में अनियमितता के एक मामले में तत्कालीन स्टोर कीपर को सस्पेंड किया गया है। निगम की लाखों रुपए की सामग्री के गबन को लेकर चल रही जांच के दौरान यह कार्रवाई की गई है। डिस्कॉम सूत्रों के मुताबिक जोधपुर डिस्कॉम के बाड़मेर ग्रामीण उपखंड में कुछ समय पूर्व फीडर रिनोवेशन प्रोग्राम कार्यक्रम के तहत एल एंड टी कंपनी को काम का टेंडर दिया गया। कंपनी ने काम पूरा कर सामग्री वापस स्टोर में जमा करा दी। लेकिन गत वर्ष ऑडिट में सामग्री स्टोर में नहीं मिली। जिस पर ऑडिट टीम ने पैरा बनाकर एईएन से जवाब-तलब किया। जिसके बाद गबन का मामला सामने आया। मामले की जांच के दौरान मंगलवार को अधिशाषी अभियंता बाड़मेर की ओर से तत्कालीन स्टोर कीपर किशोर दवे को सस्पेंड किया गया है।


टैंकर की चपेट में आने से युवक की मौत

धोरीमन्नात्न धोरीमन्ना बस स्टैंड के निकट चौराहा पर खड़े युवक को मंगलवार रात दस बजे टैंकर ने कुचल दिया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। अस्पताल ले जाते समय उसने दम तोड़ दिया। पुलिस के अनुसार नवातला निवासी गजेंद्र पुत्र जाला राम जाट ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसका चचेरा भाई गोपाल पुत्र भंवराराम जाट धोरीमन्ना बस स्टैंड से सब्जी लेकर वापस लौट रहा था। उस दौरान तेज गति से आ रहे टैंकर ने युवक को कुचल दिया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गोपाल का प्राथमिक उपचार कराया।बाद में उसे गंभीर अवस्था में सांचौर ले जाया जा रहा था कि बीच रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। पुलिस ने टैंकर जब्त कर लिया है।

चोरी की बोलेरो बरामद, एक गिरफ्तार

धोरीमन्ना पुलिस ने धोरीमन्ना कस्बे से चोरी की बोलेरो के साथ एक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार बोलेरो की आगे की नंबर प्लेट खोली हुई व पीछे के नंबर प्लेट पर नंबर मिटाए हुए थे। चालक कस्बे में बोलेरो की नंबर प्लेट लगवा रहा था। इसी बीच मिली सूचना पर पुलिस वहां पहुंच चालक लकड़ासर निवासी चुना को गिरफ्तार कर लिया। बोलेरो में जैसलमेर की एक आरसी मिली है।


बोलेरो पलटी चालक सहित दो घायल

बाड़मेर बाड़मेर से धोरीमन्ना की ओर जा रही एक बोलेरो पलटने से चालक सहित दो जने घायल हो गए। सनावड़ा निवासी प्रहलादराम ने बताया कि बुधवार सुबह पांच बजे सनावड़ा श्मशान घाट के निकट तेज गति से जा रही एक बोलेरो पलट गई। इसकी सूचना उन्होंने 108 एंबुलेंस को दी मगर एंबुलेंस के समय पर नहीं पहुंचने पर सनावड़ा निवासी चिमाराम जाखड़ ने घायलों को अपनी जीप में लेकर बाड़मेर अस्पताल के लिए रवाना हुए। इसी बीच कुछ दूरी पर ही 108 एंबुलेंस के सामने आने के बाद घायलों को एंबुलेंस से बाड़मेर ले जाया गया जहां से चालक सलीम पुत्र कासिम खां व सदराम तेली को फै्रक्चर होने पर बाड़मेर से डीसा रेफर कर दिया गया।

मारपीट में एक घायल

धोरीमन्ना थाना क्षेत्र के लुखू गांव में एवड़ को घर ले जाते समय रास्ते में एक जने ने उस पर लाठियों से हमला कर घायल कर दिया। लुखू निवासी भैराराम पुत्र गोरधन राम ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि वह अपने एवड को धोरों से घर ले जा रहा था। इस बीच रास्ते में आदर्श लुखू निवासी भैराराम पुत्र लुंबाराम ने उस पर लाठियों से हमला कर दिया जिससे वह घायल हो गया। घायल को अस्पताल में भर्ती कराया तथा हमलावर को गिरफ्तार कर लिया।मामले की जांच शुरू कर दी है।


टांके में गिरने से महिला की मौत

हीरा की ढाणी ग्राम पंचायत खोखसर पश्चिम में बुधवार को एक विवाहिता की टांके में गिरने से मौत हो गई। गिड़ा थाना के हैड कांस्टेबल मगाराम ने बताया कि पप्पूराम जाट ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी पत्नी रुखमों देवी (30) सुबह घर के निकट बने टांके में पानी भरने गई थी। पैर फिसल जाने से टांके में डूब गई जिससे उसकी मौत हो गई। शव को बाहर निकाल पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया।

पुलिस ने मर्ग दर्जकर जांच शुरू कर दी है।


ट्रक की टक्कर से चार घायल

बाड़मेर नेशनल हाइवे 15 पर शाम साढ़े छह बजे ट्रक की चपेट में आने से चार जने घायल हो गए। जानकारी के अनुसार तिलक नगर बाड़मेर से स्कूटी पर बालोतरा जा रही कुनणी चौधरी (24) पत्नी शेराराम चौधरी, अनीता चौधरी (21) पत्नी भंवर, बाबूलाल (19) पुत्र दलाराम एवं हर्ष (2) पुत्र भंवर को बीएसएफ गेट के पास में पीछे से आ रहे ट्रक ने टक्कर मार दी। जिससे वह घायल हो गए। घायलों को एंबुलेंस ने राजकीय अस्पताल पहुंचाया गया। जहां इनका उपचार किया जा रहा है।

टांके लगाते समय चली गई लाइट: जब डॉक्टर मरीजों को टांके दे रहे थे इसी बीच लाइट चली गई। लाइट का प्रबंध न होने के कारण डॉक्टर को टॉर्च की रोशनी में टांके लगाने पड़े। दस मिनट के बाद लाइट आई। ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब टांके लगाते समय लाइट गई हो।

तनोट मेला शुरू, भक्तों ने दी आहुतियां

तनोट मेला शुरू, भक्तों ने दी आहुतियां

रामगढ़. सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित शक्तिपीठ मातेश्वरी तनोटराय मंदिर में घट कलश स्थापना के साथ ही नौ दिवसीय मेला शुरु हो गया। थार की वैष्णोदेवी के नाम से विख्यात माता तनोट मंदिर में शारदीय नवरात्रा के मौके पर घट स्थापना पर हुए हवन में 62वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल के समादेष्टा कुलवंत शर्मा ने सपत्नीक आहुतियां दी। हवन में अन्य अधीनस्थ अधिकारियों, जवानों व श्रद्धालुओं ने भी आहुतियां दी। हवन के पश्चात दोपहर में हुई आरती में दूर दराज से आए बड़ी संख्या में श्रद्धालु शरीक हुए। आरती के दौरान मंदिर परिसर खचाखच भर गया। इसके पश्चात माता के भंडारे में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण की। इस बार 62वीं वाहिनी के तत्वाधान में मेले का संचालन किया जा रहा है। सीमा सुरक्षा बल के जवान भक्ति भाव से श्रद्धालुओं की सेवा में जुटे हुए हैं। माता तनोट के प्रति बढ़ती आस्था इस बात का प्रमाण है कि दूर दराज से सैकड़ों श्रद्धालु पैदल यात्रा कर माता के दरबार में पहुंच रहे हैं। मेले के मद्देनजर दुकानें सज गई है। सीमावर्ती क्षेत्र होने की वजह से तनोट में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। सीमा सुरक्षा बल के जवानों के साथ पुलिस कर्मी तैनात हैं। घटियाली माता मंदिर में घट कलश स्थापना के साथ हवन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने आहुतियां दी तथा आरती में शरीक हुए। इसके अलावा रामगढ़ में स्थित कालेडंूगरॉय मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भीड़ रही।

भरतपुर कलक्टर, पुलिस अधीक्षक, निलम्बित

भरतपुर कलक्टर, पुलिस अधीक्षक, निलम्बित

जयपुर। भरतपुर जिले के गोपालगढ़ में हुई हिंसा को लेकर तत्कालीन कलक्टर कृष्ण कुणाल, पुलिस अधीक्षक हिंगलाज दान व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश मेघवाल को बुधवार देर रात निलम्बित कर दिया गया। साथ ही भरतपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुनील दत्त को एपीओ कर दिया गया। गोपालगढ़ हिंसा के चलते कुणाल व हिंगलाज दान 16 सितम्बर से एपीओ चल रहे थे।

एपीओ हुए आईजी सुनील दत्त का काम उप महानिरीक्षक आनन्द श्रीवास्तव को देखने को कहा गया है। इधर, सरवाड़ में धार्मिक ग्रन्थ से छेडछाड़ के मामले की जांच सीआईडी सीबी अधिकारी गिरधारी लाल शर्मा को सौंपी गई है। इनके अलावा अजमेर पुलिस अधीक्षक विपिन पांडे का चित्तौड़गढ़ तबादला कर दिया गया है। जोधपुर पुलिस उपायुक्त राजेश मीणा को अजमेर एसपी लगाया गया है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में बुधवार आधी रात हुई उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्णय किया गया। बैठक में पिछले दिनों साम्प्रदायिक हिंसा प्रभावित क्षेत्रों के अधिकारियों तथा त्योहारी सीजन में सुरक्षा बंदोबस्त पर भी चर्चा की गई। मालूम हो, गोपालगढ़ कस्बे में 14 सितम्बर को तालाब भूमि को लेकर दो समुदाय आपस में भिड़ गए थे। पथराव, आगजनी व गोलीबारी तथा पुलिस फायरिंग में 10 लोगों की मौत हो गई थी। इस प्रकरण की न्यायिक व सीबीआई जांच कराई जा रही है।

श्री घंटियाली राय मन्दिर जैसलमेर ...जय माता दी. या देवी सर्वभूतेषु माँ शक्तिरूपेण संस्थिता। नमस्तयै नमस्तयै



श्री घंटियाली राय मन्दिर जैसलमेर 
जैसलमेर की परमुख देवी स्थान घंटियाली माँ तणोट माता के दर्शन से पहले घंटियाली माँ के दर्शन जरूरी हें .इनके दर्शन के बिना तणोट माता के दर्शन सफल नहीं होते .यह .स्थान तनोट मन्दिर से बी. एस. ऍफ़. मुख्यालय से आते समय १० की. मी प्रूव की और इसी रोड पर हें ! जब मातेश्वरी तणोट से पधार रही थी तब इस स्थान के धोरों मे भयंकर वन मानुस असुर रहता था ! उसके गले मे बड़ी भयंकर मवाद भरी प्राकुतिक गाठ थी उकत असुर इतना भयंकर था की जब वह चलता तो उसके शरीर से गाठ टकराने पर बड़ी भरी आवाज निकलती थी वह भोजन की तलास मे प्रत्येक प्राणियो के साथ साथ मनुष्यों को भी खा जाता था ! वहा की प्रजा इसके आतंक से दुखी थी ! प्रत्येक ग्रामो मे रात्रि को पहरा बैठाया जाता था ज्यादा मनुष्य देखकर वह भाग जाता था ! उसे जो भी अकेला मिलता उसे खा जाता था ! ऐसे भयंकर देत्य को मैया ने उसकी घंटिया पकड़ कर मार गिराया व वहा के निवासियों ने उसे रेत मे गाड दिया व पास मे मातेश्वरी का मन्दिर बना दिया ! उस घंटिवाले असुर को मारने से घंटियाली राय नाम से प्रशिद्ध हुवा !!!!बहूत सुंदर ओउर रमणीक स्थान पर घंटियाली माता का मंदिर है .आसपास रेट के बड़े बड़े धोरे होने से इस मंदिर का प्राक्रतिक सुन्दरता को चार चाँद लग गए हें .
घंट भज्यो घंटियालरो , राकस मेटी राड़, पाट बैठी परमेश्वरी , खुशी भई खडाल !!

बुधवार, 28 सितंबर 2011

हॉस्टल में आत्महत्या के पीछे लैस्बियन संबंध : पांच लड़कियां गिरफ्तार

राजकोट। शहर के जी.टी गर्ल्स हाईस्कूल कैंपस में स्थित हॉस्टल में रहने वाली धारा मकवाणा की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने पांच लड़कियों को गिरफ्तार किया है। छात्रा ने सुसाइड नोट में लिखा था कि हॉस्टल की लड़कियां उसे 'गे' कहकर चिढ़ाया करती थीं और उसे बदनाम कर दिया था।


जी.टी. गर्ल्स हाईस्कूल में पढऩे वाली धारा मकवाणा ने गत सोमवार हॉस्टल के रूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। धारा ने सुसाइड नोट में लिखा था कि हॉस्टल की अन्य लड़कियां उसे बदनाम कर रही हैं। सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने 5 छात्राओं - भाविका दिनेशभाई (15), काजल लालजीभाई (15), पायल महिपतभाई (15), वैशाली रणछोडभाई (17) और पूजा जीतेंद्रभाई (15) को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है।


हालांकि आरोपी छात्राओं का कहना है कि खुद धारा, आयुषी (छात्रा) से शारीरिक छेड़छाड़ किया करती थी। इसी बात को लेकर इनका धारा से विवाद भी हुआ था। जबकि धारा ने अपने सुसाइड नोट पर लिखा है कि पांचो लड़कियां उसे यह कहकर बदनाम कर रही थीं कि उसके आयुषी से शारीरिक संबंध हैं।


फिलहाल पुलिस छात्राओं से पूछताछ कर रही है। जबकि इस मामले में स्कूल प्रबंधन ने चुप्पी साध रखी है। प्रबंधन का कहना है कि लड़कियों के बीच क्या मामला चल रहा था, इस बारे में उसे कुछ पता नहीं।

बिजली कटौती से आक्रोशित ग्रामीणों ने जेईएन को बनाया बंधक



हनुमानगढ़. बिजली कटौती से आक्रोशित गांव मक्कासर के लोगों ने बुधवार को जेईएन तथा दो अन्य तकनीकी कर्मचारियों को बंधक बना लिया। इसके बाद ग्रामीणों ने गांव में बने जीएसएस के गेट पर ताला लगा दिया। सूचना पाकर जोधपुर डिस्कॉम के एक्सईएन एलएस मान व एईएन ओपी कासनियां ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों से समझाईश की।


अघोषित कटौती बंद कर बिजली व्यवस्था सुचारू करने की मांग पर सहमति बनने के बाद ग्रामीणों ने बंधक बनाए गए अधिकारियों तथा कर्मचारियों को छोड़ा। इस दौरान बुधवार को गांव को में घोषित कटौती भी नहीं की गई। इससे पूर्व आक्रोशित ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।



जीएसएस गेट के सामने हुई सभा को संबोधित करते हुए माकपा नेता बलराम मक्कासर ने कहा कि सरकार अपने वादे से बार-बार मुकर रही है। पांच घंटे की घोषित कटौती के बाद भी करीब 10 घंटे की कटौती करने से ग्रामीणों का जीना मुश्किल हो रहा है। जिला परिषद सदस्य जयपाल भाटी ने कहा कि अघोषित कटौती का क्रम नहीं रुका तो ग्रामीण चक्काजाम करेंगे। किसान नेता गुरलाल सिंह, सतपाल, हंसराज व श्योपतराम ने भी सभा को संबोधित किया।