गुरुवार, 29 सितंबर 2011

साढ़े तीन घंटे झूलता रहा शव

साढ़े तीन घंटे झूलता रहा शव

सरूपगंज। समीपवर्ती केर गांव में शट डाउन लेकर खंभे पर चढ़े बिजली विभाग के कर्मचारी की करंट लगने से खंभे पर ही दर्दनाक मौत हो गई। ट्रांसफार्मर ठीक करने के दौरान एक कर्मचारी ने अचानक बिजली की लाइन चालू कर देने से यह हादसा हुआ। आक्रोशित ग्रामीणों ने मौके पर पहंुची पुलिस व विभाग के लोगों को शव खंभे से नीचे नहीं उतारने दिया।

इस पर जिला कलक्टर के निर्देशानुसार सरूपगंज डिस्कॉम कार्यालय के कार्यवाहक सहायक अभियंता व लाइन चालू करने वाले कर्मचारी को निलम्बित करने पर ही शव को नीचे उतारा जा सका। इस दरम्यान करीब साढे तीन घंटे तक कर्मचारी का शव खंभे पर ही झूलता रहा।

जोधपुर विद्युत वितरण निगम के सरूपगंज उपखंड कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी माकरोड़ा (सिरोही) निवासी भूबाराम(55) पुत्र जोराराम मीणा बुधवार सुबह लगभग साढ़े दस बजे केर गांव के अमृतलाल रावल के कृषि कुएं पर लगे ट्रांसफार्मर को ठीक करने के लिए खंभे पर चढ़ा था। इस कार्य के लिए भूबाराम ने सरूपगंज कंट्रोल रूम से शट डाउन भी ले रखा था। इस दौरान अचानक लाइन शुरू हो जाने से भूबाराम को तेज करंट का झटका लगा और खंभे पर ही दर्दनाक मृत्यु हो गई।

घटना की सूचना मिलते ही काफी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहंुचे। मौके पर पहंुची पुलिस व विभाग के लोगों को ग्रामीणों ने शव को खंभे से नीचे नहीं उतारने दिया। दोषी लोगों के विरूद्ध कार्रवाई पर अड़ गए। मौके पर पहंुचे पिण्डवाड़ा तहसीलदार राजेन्द्रसिंह चांदावत ने जिला कलक्टर को ग्रामीणों की मांग के बारे में अवगत कराया।

इस पर जिला कलक्टर के निर्देशानुसार सरूपगंज कार्यालय के कार्यवाहक सहायक अभियंता हेमेन्द्रसिंह बारहठ को एपीओ व कंट्रोल रूम कर्मचरी निम्बाराम को निलम्बित कर दिया। करीब साढ़े तीन घंटे बाद शव को नीचे उतार कर सरूपगंज अस्पताल ले जाया गया। जहां पोस्टमार्टम के बाद उनके पैतृक गांव माकरोड़ा ले जाया गया।

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