रविवार, 3 जनवरी 2016

बाड़मेर ....और पूरा मंच खड़ा हो गया....ग्रेट... वी सेल्यूट.. जितेंद्र सोनी सर

पर्सनलिटी डवलपमेंट एवं केरियर गाइडंेस बाड़मेर सेमिनार 
बाड़मेर ....और पूरा मंच खड़ा हो गया....ग्रेट... वी सेल्यूट.. जितेंद्र सोनी सर 
-बाड़मेर के लिए आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण था। बाड़मेर, जैसलमेर और जालोर जिले की शख्सियतांे का मिलन था युवा साथियो से। पत्रकारिता के 15 साल के केरियर मंे मेरे लिए यह पहला मौका. था...जब किसी आईएएस का लगातार उदबोधन देखा वो भी बिना रूके, ताकि समय का अधिकाधिक सदुपयोग हो सके। बिना किसी औपचारिकता के प्रारंभ हुआ उदबोधन और हर किसी को मानो फेवीकोल से अपनी सीट पर चिपक दिया गया हो। जिन्हांेने सुना उनके लिए अविस्मरणीय और जिन्होंने नहीं सुना उनके लिए शायद ऐसा सुनहरा मौका कब आए। इससे भी शानदार क्षण वो था कि उदबोधन पूरा होते हुए पूरा मंच सारे अतिथि और श्रोता सम्मान मंे खड़े हो गए। निसंदेह अविस्मरणीय....ग्रेट...




सेना,सीमा सुरक्षा बल, वायुसेना के कार्यक्रमांे मंे कभी-कभार कुछ ऐसा देखने को मिलता है जब सम्मान मंे सजदा करने का दिल करता है। कमोबेष वैसा ही कुछ हुआ था आज भगवान महावीर टाउन हाल मंे। जालोर के जिला कलक्टर डा.जीतेन्द्र कुमार सोनी के उदबोधन का हर कोई कायल हो गया। यकीं नहीं होता कि कोई कलक्टर भी इस तरह का उदबोधन दे सकता है। पिछले दिनांे दैनिक भास्कर के कार्यक्रम मंे रघुनाथन जी रूबरू होने का मौका मिला। मगर जीतेन्द्र जी सोनी के उदबोधन की तुलना अगर उनके कार्यक्रम से भी की जाए जो कई गुना बेहतर रहा। इस कार्यक्रम मंे पुलिस उप महानिरीक्षक महेन्द्रसिंह जी चैधरी, बाड़मेर एसपी परिस देषमुख, जैसलमेर एसपी डा.राजीव पचार, डीएसपी ओमप्रकाश उज्जवल, रावत त्रिभुवनसिंह राठौड़, केयर्न के डीजीएम अयोध्या प्रसाद गौड़, राजवेस्ट के विनोद विटठल, सीएमएचओ एस.के.विष्ट, धनसिंह मौसेरी के साथ चंदनसिंह भाटी ने बाड़मेर के विविध पहलूआंे, पर्सनलिटी डवलपमेंट एवं केरियर गाइडंेस के विविध पहलूआंे पर प्रकाश डाला। इन शख्सियतांे ने अपनी जिन्दगी से जुड़ी घटनाआंे का जिक्र करते हुए युवाआंे को प्रेरित किया कि दिग्भ्रमित नहीं हो, कड़ी मेहनत करें तो निसंदेह सफलता मिलेगी। उन्हांेने कहा कि जूनून खैरात मंे नहीं मिलता, यह पैदा करने पड़ता है। उम्मीद रखे और गुमनामी की जिन्दगी को छोड़ कर आम से खास बनने की कोशिश करें। दुनिया का सबसे बड़ा रोग क्या कहेंगे लोग, इसको छोड़कर पूर्ण निष्ठा के साथ सफल होने के लिए प्रयास करें।

शुक्रगुजार गु्रप फोर पीपुल्स के साथियांे का जिनकी बदौलत ऐसा आयोजन हो पाया।

सभी शख्सियतांे का साधुवाद।

असफलता एक चुनौती है स्वीकार करो,

क्या कमी रह गई देखो और सुधार करो,

जब तक न सफल हो नींद चैन की त्यागो तुम,

संघर्षोंका मैदान छोड़ मत भागो तुम,

कुछ किए बिना ही जयजयकार नही होती,

कोशिश करनें वालों की कभी हार नही होती।

बाड़मेर। रक्तदान शिविरों के सफल आयोजन पर कार्यकर्ताओं और समर्थकों का आभार: मानवेन्द्र


बाड़मेर। रक्तदान शिविरों के सफल आयोजन पर कार्यकर्ताओं और समर्थकों का आभार: मानवेन्द्र
बाड़मेर। वरिष्ठ नेता जसवंतसिंह के 78वें जन्मदिन पर बाडमेर व जैसलमेर जिले में कई स्थानों पर स्वैच्छिक रक्तदान कार्यक्रम आयोजन किया गया। इस मौके पर सैकड़ों कार्यकर्ताओं और सामाजिक संगठनों व समर्थकों ने स्वैच्छिक रक्तदान कर वरिष्ठ नेता जसवंतसिंह के शीघ्र स्वास्थय एवं र्दीघायु की कामना की। शिव विधानसभा क्षे़त्र से भाजपा विधायक और जसवंतसिंह के पुत्र मानवेन्द्रसिंह ने कार्यकर्ताओं और समर्थकों के द्वारा रक्तदान शिविरों के सफल आयोजन एंव उनके स्नेह के प्रति आभार प्रकट किया है ।

मानवेन्द्रसिंह ने बताया कि जिस तरह से कार्यकर्ता और समर्थकों एंव सामाजिक संगठनों द्वारा जसवंतसिंह के शीध्र स्वास्थ्य एंव र्दीघायु की कामना से आज का दिन आया है इसी प्रकार इन्हे समर्थकों की कामनाओ से आगे भी यह दिन आये।

इसके लिये मानवेन्द्र सिंह ने क्षैत्र के सभी कार्यकताओं व समर्थकों को भरोसा दिलवाया कि जिस तरह कार्यकता व समर्थक उनके सुख-दुःख की घड़ी में मजबूती से उनके साथ खड़े रहे, वे सभी को विश्वास दिलाते है कि उसी मजबूती के साथ वे सदैव कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेगें।

मानवेन्द्र ने कहा कि कार्यकर्ताओं और समर्थकों की दुआओं के परिणामस्वरूप ही उनके पिता जसवंतसिंह के स्वास्थ्य में निरतंर सुधार हो रहा है और उन्हें पूर्ण भरोसो है कि इन्ही दुआओं और शुभकामनाओं से वे एक बार फिर से कार्यकर्ताओं के बीच होगें।

जालोर के सुन्देलाव तालाब को स्वच्छ करने के लिए उमडे नगरवासी



 जालोर के सुन्देलाव तालाब को स्वच्छ करने के लिए उमडे नगरवासी
जालोर 3 जनवरी - स्वच्छ भारत मिशन अभियान के तहत रविवार को जालोर के ऐतिहासिक सुन्देलाव तालाब को स्वच्छ व सुन्दर बनाये जाने के लिए जालोर नगर के विभिन्न विद्यालयों के बालक-बालिकाओं से लेकर सीनियर सिटीजन तथा सहायक कर्मचारी से लेकर जिला कलेक्टर तक सुन्देलाव तालाब पहुंचे जहाॅ पर लगभग ढाई घंटे से अधिक समय तक विभिन्न लोगों ने अपनी-अपनी यथा शक्ति से श्रमदान किया।

जालोर जिला प्रशासन एवं जालोर विकास समिति द्वारा जालोर नगर के प्रसिद्ध सुन्देलाव तालाब को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाये जाने की मुहिम के तहत रविवार को जिला कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी, जालोर विधायक श्रीमती श्रीमती अमृता मेघवाल, जालोर नगर परिषद के सभापति भंवरलाल माली एवं जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी सहित लगभग 100 स्वयंसेवी संगठनों, विद्यालयों एवं राजकीय विभागों के 2 हजार से अधिक लोग प्रातः 9.00 बजे सुन्देलाव तालाब पहुंचे जहां पर तालाब के किनारें लगे बबूल एवं अनुपयोगी झाडियों को काटने के साथ ही पत्थरों को किनारे लगाया गया वही नगर परिषद द्वारा तालाब की पाल पर लोहे की जालियाॅ लगाये जाने के लिए फैसिंग का कार्य भी किया गया जबकि अनेक लोगों ने तालाब में पडी प्लास्ंिटग की थैलियों व कचरों को जलाने के साथ ही शौच के लिए आने वाले लोगों को रोकने के लिए बबूल की पाल आदि बनाई गई। वही जालोर ग्रेनाईट एसोसियेशन, जालोर नागरिक बैंक एवं जालोर नगर परिषद द्वारा जेसीबी लगवाई जाकर बडी संख्या में बबूलों को हटाया गया।

श्रमदान के बाद जिला कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जालोर का तालाब जालोर नगरवासियों का है तथा इसका उपयोगी धार्मिक कार्य के लिए होता है जिसमें शौच करना शर्मनाक है इसलिए गन्दगी करने वालों को रोकना एवं टोकना होगा। उन्होनें कहा कि जालोर नगर परिषद द्वारा तालाब के किनारे रहने वाले लोगों के शौच के लिए सार्वजनिक शौचालय बनाये जायेगें लेकिन इन लोगों को अपने-अपने घरों में इसका स्थायी समाधान करने के लिए शौचालय बनाये जाकर इनका ही उपयोग करना होगा तभी तालाब सुन्दर होगा । उन्होनें नगर परिषद के आयुक्त को निर्देश दिए कि तालाब के किनारे अतिक्रमण करने वालों को बेदखल करने के साथ ही इसका पिचिंग कार्य भी करवायें तथा जीपीएस सिस्टम से इसकी मार्किग कर उसके सूचना पट्ट लगवायें ताकि भविष्य में अतिक्रमण नही हो सकें।

कार्यक्रम में जालोर नगर परिषद के आयुक्त रोहित चैधरी ने कहा कि नगर परिषद द्वारा तालाब के किनारे लोहे की झालियाॅ लगवाई जाकर किनारे रोड लाईट की भी व्यवस्था की जायेगी वही तालाब में पानी के आवक वाले अवरूद्ध रास्तों को भी खोला जायेगा। कार्यक्रम के अन्त में जालोर विकास समिति के सचिव मोहन पाराशर ने आभार ज्ञापित करने हुए कहा कि श्रमदान महादान है इसलिए जब भी आह्वान किया जाये इसी जोश के साथ इस कार्य के निमित्त आयें।

इस अवसर पर जालोर उपखण्ड अधिकारी हरफूल पंकज, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियन्ता एन.के. माथुर, कोषाधिकारी दशरथ कुमार सोलंकी, जालोर नगर परिषद की उप सभापति श्रीमती मंजु सोंलकी, राजस्थानी भाषा के वयोवृद्ध साहित्यकार लालदास राकेश, जालोर ग्रेनाईट एसोसियेशन के अध्यक्ष लालासिंह, जालोर उद्योग संघ के मदनराज बोहरा, ईश्वरलाल शर्मा, धनपत बोहरा, दलपत सिंह आर्य, के.एन भाटी, रंगकमी अनिल शर्मा, जालोर नगर परिषद के प्रतिपक्ष नेता मिश्रीमल माली, पार्षद श्रीमती मंजु भूतडा, हंसमुख नागर, फूलाराम, भरत मेघवाल, श्रीमती रेखा, ओबाराम, चन्दनसिंह सहित बडी संख्या में जालोर नगर के गणमान्य नागरिक, अधिकारी व कर्मचारी आदि उपस्थित थें। कार्यक्रम के पूर्व पत्राकार उदय पुरोहित, प्रताप नाहर, नरेन्द्र पंवार एवं मुकेश सुन्देशा ने भी श्रमदान के लिए अपने विचार रखते हुए लोगों को प्रेरित किया।

-----000---

अनेक स्वयंसेवी संगठनों ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका

जालोर के ऐतिहासिक सुन्देलाव तालाब को स्वच्छ व सुन्दर बनाये जाने के श्रमदान कार्यक्रम में बडी संख्या में स्वयंसेवी संगठनों ने अपनी अग्रणी भूमिका निभाई जिनमें जालोर विकास समिति, जालोर नगर परिषद, भारत विकास परिषद, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, हिन्दु युवा संगठन, आर्यवीर दल, जालोर नागरिक बैंक, जश्ने ईद मिलादुन्नबी, ग्रेनाईट एसोसियेशन, शांतिनाथ विद्या भारती, ज्योति बा फुले स्कूल, आदर्श विद्या मंदिर, माताराणी भटियाणी सेवा समिति, स्वदेशी जागरण मंच, संस्कृति शौध परिषद, सेवा भारती, सिन्धी समाज, रोटरी क्लब, लायन्स क्लब, सीनियर सिटीजन, पेंशनर समाज, जालोर आॅटो रिक्शा टैक्सी यूनियन, आदि संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकत्र्ता उपस्थित थे जबकि जालोर पुलिस लाईन के जवानों, नरेगा श्रमिकों तथा जालोर नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों ने भी श्रमदान किया।

----000---

तालाब किनारे फैसिंग कार्य के लिए लोगों ने की घोषणाएॅ

सुन्देलाव तालाब के श्रमदान कार्यक्रम में जिला कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने अपने वेतन से फैसिंग कार्य के लिए दस-दस फीट की 5 लोहे की जालियाॅ देने की घोषणा की वही दैनिक राजस्थान पत्रिका द्वारा 10 जालियाॅ व 100 टी गार्ड, वीरम न्यूज द्वारा 10 जालियाॅ, जालोर नागरिक बैंक द्वारा 10 जालियाॅ, जश्ने ईद मिलादुन्नबी संगठन द्वारा 10 जालियाॅं एवं टैक्सी यूनियन द्वारा 5 जालियाॅ देने की घोषणा की गई जबकि जालोर ग्रेनाईट एसोसियेशन द्वारा आवश्यकता अनुसार जेसीबी उपलब्ध करवाये जाने का कहा।

----000---

जिला कलेक्टर ने 3 किलोमीटर साईकिल चलाकर किया पाल का अवलोकन

जालोर के जिला कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने श्रमदान कार्य करने के साथ ही वहा पर युवाओं व बालकों को भी प्रेरित किया वही साईकिल लेकर एक खडे बालक को देखकर उसकी साईकिल पर उसकों पीछे बैठाते हुए सरिया देवी मंदिर से लेकर पूरी पाल का अवलोकन किया जिसे देखकर वहाॅ कार्य कर रहे लोग अचभ्भित रह गयें।

रविवार को सुन्देलाव तालाब के किनारें श्रमदान कर रहे जिला कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने साईकिल लेकर खडें एक बालक मोहित कुमार पुत्रा रमेश सेन को देखा तो कहा कि आज तो तेरी साईकिल में चलाऊगाॅ तू पीछे बैठ अभी तालाब के किनारें का पूरा चक्कर लगाकर आते है और जिला कलेक्टर ने उससे साईकिल ली तथा मोहित को पीछे बैठाकर लगभग 3 किलोमीटर पूरी पाॅल का चक्कर लगाया तथा किनारें पर श्रमदान कर रहे लोगों का उत्साहवर्धन किया। विवेकानन्द स्कूल की आठवी कक्षा का बालक मोहित इस बात से गर्वित था कि जिला कलेक्टर ने उसकी साईकिल चलाई तथा उससें खूबसारी बातचीत भी की।

-----000----

जैसलमेर। मारवाड के सपूत जसवंतसिंह के जन्मदिवस पर सरहदी जिले में रहा उत्साह जवाहर चिकित्सालय में रक्तदान के साथ ही हुआ फल वितरण कार्य



जैसलमेर। मारवाड के सपूत जसवंतसिंह के जन्मदिवस पर सरहदी जिले में रहा उत्साह

जवाहर चिकित्सालय में रक्तदान के साथ ही हुआ फल वितरण कार्य


जैसलमेर। मारवाड के सपूत व पूर्व केन्द्रीय मंत्री जसवंतसिंह जसोल के जन्मदिवस पर सरहदी जिले जैसलमेर में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। जसोल के समर्थकों ने जसवंतसिंह की दीर्घायु की कामना की और उनकी दीर्घायु के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया।

जसवंत सिंह समर्थक व स्वाभिमानी गु्रप के हरिसिंह लौद्रवा ने बताया कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री के जन्मदिवस पर जवाहर चिकित्सालय में रक्तदान षिविर का आयोजन किया गया। रक्तदान षिविर में रक्तदाताओं ने बढ चढकर भाग लिया। इस अवसर पर विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि मारवाड के सपूत जसवंतसिंह जसोल को जैसलमेर के विकास में अहम योगदान रहा है। जसोल ने अपने कार्यकाल के दौरान समूचे जिले में विकास की गंगा बहाई है और आज भी ग्रामीणों के दिलों दिमाग में उनकी अमिट छाप बनी हुई है।

जवाहर चिकित्सालय में रक्तदान षिविर में 25 युवाओं ने रक्तदान करके मारवाड के सपूत की लम्बी आयु की कामना की। रक्तदान षिविर में हरिसिंह, जहांगीर मलिक, नवीन भाटिया, नरेन्द्रसिंह हमीरा, एवनसिंह, नरेन्द्रसिंह करडा, किषोर कुमार, पूरकदान, हरिसिंह सुल्ताना, मगसिंह सुल्ताना, गोराम खां, प्रवीणसिंह, लखसिंह मूलाना, हिन्दूसिंह म्याजलार, अकरम, मुष्ताक, एडवोकेट महेन्द्र बोरावट, लीलूसिंह बडडा, जितेन्द्रसिंह सांखला ने रक्तदान किया। इस अवसर पर गोल्डनसिटी प्रेस क्लब के अध्यक्ष विमल शर्मा, समाजेसवी दिनेषपालसिंह, भंवरसिंह साधना, तारेन्द्रसिंह झिनझिनयाली, मुकेष गज्जा, प्रेमसिंह परिहार, भीखचंद व्यास, सुरेन्द्रसिंह बडोडा गांव, दलवीरसिंह बडोडा गांव, गोल्डन सिटी प्रेस क्लब के सचिव मनीष व्यास, गोविन्दसिंह सोढा, लालूसिंह, गिरिराज गज्जा, गोपालसिंह, जुगतसिंह रावतडी, प्रषांत आचार्य, योगेष गज्जा सहित गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। इस अवसर पर जवाहर चिकित्सालय में मरीजों को फल व बिस्किट का भी वितरण किया गया। पूर्व केन्द्रीय मंत्री के जन्मदिवस पर मरीजों की कुषलक्षेम पूछी गई और उनकी भी दीर्घायु की कामना की गई। गणमान्य नागरिकों ने प्रत्येक बेड पर पहुंचकर मरीजों के हालचाल जाने और बिस्किट व फल का वितरण किया गया।

बाड़मेर प्रताप सिंह तीन माह के लिए तड़ीपार ,

बाड़मेर प्रताप सिंह तीन माह के लिए तड़ीपार ,

बाड़मेर पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने आदेश जारी कर थानाधिकारी पुलिस थाना रामसर द्वारा शराब तस्कर गैर सायल प्रतापसिह पुत्र कुषलसिह जाति राजपुत निवासी ईन्द्रोई पुलिस थाना रामसर जिला बाड़मेर के विरूध राज. गुण्डा नियंत्रण अधिनियम 1975 की धारा 3 केे अन्तर्गत मार्फत जिला पुलिस अधीक्षक बाड़मेर के इस्तगासा पेष अदालत अपर जिला मजिस्ट्रेट बाड़मेर को किया जाकर प्रभावी पैरवी की गई जिस पर न्यायालय द्वारा पारित निर्णय दिनांक 30.12.2015 के अनुसार गैरसायल प्रतापसिंह को गुण्डा घोषित किया गया तथा अधिनियम की धारा 3(3) के तहत तीन माह की अवधि के लिए जिला बाड़मेर से निष्कासित कर उसे जिला पुलिस अधीक्षक जालोर के नियन्त्रण में रखे जाने के आदेष दिये गये हैं। जो गैरसायल पुलिस अधीक्षक जालोर द्वारा निर्धारित थाना में अपनी उपस्थित दर्ज करवायेगा। वह इस अवधि में नेक चलन रहेगा और सदाचार व शान्ति बनाये रखेगा। गैरसायल अपने पास किसी प्रकार का मादक पदार्थ, हथियार/षस्त्र नहीं रखेगा तथा उक्त आदेष की पालना में स्वंय का मुचलका 10000/- रू एवं इसी कदर मौतबीर का जमानत मुचलका पेष कर तस्दीक करवायेगा। गैरसायल उक्त आदेष की पालना 15 दिन के भीतर के करेगा। नहीं करने की स्थिति में पुलिस अभिरक्षा में उसे जिला पुलिस अधीक्षक जालोर को सुपुर्द किया जायेगा।

बाड़मेर युवा राष्ट्रीय धरोहर सेमीनार 2016 गुमनामी की लंबी कतार छोडे़, सफलता के लिए खुद को झौंकेः सोनी







बाड़मेर युवा राष्ट्रीय धरोहर सेमीनार 2016 गुमनामी की लंबी कतार छोडे़, सफलता के लिए खुद को झौंकेः सोनी
बाड़मेर,03 जनवरी। युवा सफलता के लिए गुमनामी की लंबी कतार को छोड़कर खुद को झौंक दें। निसंदेह सफलता मिलेगी। लक्ष्य निर्धारित करने के साथ पूर्ण निष्ठा के साथ इसकी प्राप्ति के लिए प्रयास करें। जालोर के जिला कलक्टर डा.जीतेन्द्र कुमार सोनी ने रविवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर भगवान महावीर टाउन हाल मंे आयोजित युवा राष्ट्रीय धरोहर सेमीनार 2016 पर्सनलिटी डेवलपमेंट एवं केरियर सेमीनार के दौरान यह बात कही।

इस अवसर पर डा.सोनी ने कहा कि 125 लोगांे की गुमनामी की कतार को छोड़कर अगर हम सफलता के लिए प्रयास करेंगे तो बेषक सफलता मिलेगी। उन्हांेने कहा कि परिवारजनांे की उम्मीदांे पर खरा उतरने के साथ युवा निसंकोच हर बात पूछने की परिपाटी तैयार करे। उन्हांेने कहा कि सफलता के लिए सार्थक चीजांे को संजोए, चयनित पुस्तकांे के अध्ययन के साथ रोजाना समाचार पत्रांे का अवष्य अध्ययन करें। इन्हांेने इस दौरान विस्तार से युवाआंे को रोचक तरीकांे से सफलता पाने के विविध आयामांे के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर पुलिस उप महानिरीक्षक महेन्द्रसिंह चैधरी ने कहा कि सुदूर गांवांे मंे नैसर्गिक प्रतिभाआंे की कमी नहीं है। आमतौर पर प्रतिभाआंे को प्रोत्साहन एवं सही मार्गदर्षन नहीं मिल पाता। उन्हांेने बाड़मेर के युवाआंे को प्लेटफार्म देने के लिए वृहद स्तर पर प्रयास करने की जरूरत है। उन्हांेने गु्रप फोर पीपुल्स के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि यह कारवां लगातार जारी रखा जाए। स्थानीय युवाआंे के केरियर संबंधित मार्गदर्षन के लिए समय-समय पर इस तरह के आयोजन किए जाए।

सेमीनार मंे जैसलमेर जिला पुलिस अधीक्षक डा.राजीव पचार ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाआंे की तैयारी के लिए अच्छी एवं उंची सोच जरूरी है। उन्हांेने कहा कि पूर्ण लगन के साथ तैयारी की जाए। उन्हांेने कहा कि प्रत्येक युवा अपना लक्ष्य निर्धारित करे। बाड़मेर पुलिस अधीक्षक परिस देषमुख ने कहा कि स्वयं एवं अपनी योग्यता को पहचाते हुए लक्ष्य निर्धारित करें। उन्हांेने कहा कि हर असफलता मंे सफलता का राज छिपा है। इसलिए नाकामयाब होने वाले लोग भी निरंतर प्रयास करें। निसंदेह सफलता मिलेगी। उन्हांेने सफलता पाने के विविध तरीकांे पर प्रयास डालते हुए काव्यात्मक प्रस्तुति भी दी।

रावत त्रिभुवनसिंह ने इस अवसर कहा कि आईएएस, आईपीएस के अलावा विभिन्न प्रकार के रोजगार के अवसर उपलब्ध है। युवा अपनी रूचि को पहचाते हुए केरियर को निर्धारित करे। बाड़मेर पुलिस उप अधीक्षक ओमप्रकाष उज्जवल ने राजस्थानी भाषा मंे युवाआंे का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि सफलता के लिए पूर्ण निष्ठा के साथ प्रयास किया जाए। उन्हांेने कहा कि लगातार परिश्रम और समय-समय पर विषेषज्ञांे का परामर्ष लेते हुए युवा अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रयासरत रहे। इस दौरान राजवेस्ट पावर लिमिटेड के विनोद विटठल ने कहा कि बाड़मेर प्राचीन काल से पूरे देष के लिए आइकोन रहा है। बाड़मेर के युवा आज विभिन्न इलाकांे मंे सेवाएं दे रहे है। उन्होंने पर्सनलिटी डवलमेंट के विविध पहलूआंे पर प्रकाष डाला। केयर्न इंडिया के डीजीएस अयोध्या प्रसाद गौड़ ने कहा कि अपने मन, बृद्वि एवं शरीर के लिहाज से प्रतिदिन का कार्यक्रम निर्धारित कर पर्सनलिटी डवलमेट के प्रयास किए जाए। उन्हांेने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति यह निर्धारित करें कि वह अपने मंे कुछ सुधार लाने के प्रयास करेगा। निसंदेह उसको सफलता मिलेगी। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.एस.के.बिष्ट एवं डा.विकास चैधरी ने चिकित्सा क्षेत्र मंे केरियर संबंधित संभावनाआंे पर विस्तार से प्रकाष डाला। उन्हांेने कहा कि सफलता पाने के लिए निरंतर प्रयास किए जाए। इस अवसर अंतरराष्ट्रीय लोक कलाकार फकीराखान एवं उसके साथी कलाकारांे ने स्वागत गीत एवं अन्य राजस्थानी संगीत की प्रस्तुति दी। सेमीनार के प्रारंभ मंे चंदनसिंह भाटी ने आयोजन के उददेष्यांे पर प्रकाष डालते हुए अतिथियांे का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन डा.लक्ष्मीनारायण जोषी एवं करिष्मा भाटी ने किया। राजस्थान कौषल विकास निगम लिमिटेड के जिला समन्वयक गौतम माथुर ने कौषल विकास कार्यक्रमांे के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से हुई। इस दौरान अतिथियांे को स्मृति चिन्ह भेंट करने के साथ उल्लेखनीय सेवाआंे के लिए बाड़मेर पुलिस अधीक्षक परिस देषमुख, डीएसपी ओमप्रकाष उज्जवल, कांस्टेबल पूनमचंद, कंवराराम, हैड कांस्टेबल नारायणसिंह तथा रक्तदान के लिए रतनभवानी, आईएएस रमेष जांगिड़ तथा आदिल भाई का अभिनंदन किया गया।

पठानकोट।पठानकोट अटैक: पांचवा आंतकी मारा गया, जैश-ए-मोहम्मद पर हमले का शक



पठानकोट।पठानकोट अटैक: पांचवा आंतकी मारा गया, जैश-ए-मोहम्मद पर हमले का शक

पंजाब में पठानकोट वायु सेना अड्डे पर शनिवार तड़के हुए बड़े आतंकवादी हमले में एक और आतंकी मार गिराया गया है। अब तक पांच आतंकी मार गिराए गए हैं। इससे पहले सिक्योरिटी फोर्सेस ने कार्रवाई कर चार आतंकियों को मार गिराया था। आतंकी हमले में तीन जवान शहीद हुए और एक सिविलियन की भी जान गई है। बता दें कि एयरफोर्स बेस के बाद गुरुद्वारे पर ग्रेनेड हमले की भी खबरें आईं थी। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ऐलान किया है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी पठानकोट हमले की जांच करेगी।



आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शनिवार को तड़के तीन बजकर 30 मिनट पर आतंकवादियों ने वायु सेना के अड्डे पर हमला कर दिया। सेना के साथ मुठभेड़ में शुरूआत में दो आतंकवादी मारे गये जबकि दो आतंकवादी रिहायशी इलाके में छिप गए। बाद में सेना की कार्रवाई में बाकी दोनों आतंकवादी भी मारे गए। हमले में छह अन्य घायल भी हुए है।






जैश-ए-मोहम्मद पर हमले का शक

वहीं सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी करके तलाशी अभियान तेज कर दिया है। एक साल से कम समय में पंजाब में यह दूसरी आतंकवादी घटना है। वहीं गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि आतंवादियों के साथ मुठभेड़ अब भी जारी है। इस आतंकवादी हमले में छह अन्य सुरक्षा कर्मी भी घायल हुए हैं। प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार हमले में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी शामिल थे जो तीन दिन पहले पाकिस्तान के बहावलपुर जिले से यहां आए थे लेकिन इसकी पुष्टि होनी अभी बाकी है।






हमले के मद्देनजर पर्रिकर ने बुलाई उच्चस्तरीय बैठक

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने पंजाब के पठानकोट में वायु सैन्य अड्डे पर हुए आतंकवादी हमले के मद्दनेजर सुरक्षा हालात की समीक्षा के लिए शनिवार शाम उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि पर्रिकर हालात पर लगातार नजर रखे हुए हैं। उन्होंने बैठक में वायुसेना, थल सेना और रक्षा मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों को उपस्थित रहने को कहा है। सूत्रों के अनुसार रक्षा मंत्री वायुसेना के सभी क्षेत्रीय मुख्यालयों से संपर्क में हैं और इसके साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल आतंकवाद रोधी अभियान से जुड़ी सभी सुरक्षा एजेंसियों के साथ तालमेल बनाए हुए हैं और प्रधानमंत्री को लगातार इस घटनाक्रम से अवगत करा रहे हैं।






पठानकोट हमले को पाकिस्तान के समक्ष उठाएं मोदी: कांग्रेस

कांग्रेस ने पंजाब के पठानकोट में हुए आतंकवादी हमले पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस हमले को पाकिस्तान के समक्ष उठाने का अनुरोध किया है। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि यह दुखद स्थिति है कि पाकिस्तान के साथ शांति की कोशिश के बीच इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। आतंकवादी सेना की वर्दी में लगातार हमले कर रहे हैं। पहले ऊधमपुर में आतंकवादी हमला हुआ, उसके बाद गुरदासपुर में और अब पठानकोठ को निशाना बनाया है। उन्होंने इन हमलों को सरकार के लिए बड़ी चुनौती बताया और कहा कि अब यह देखना है कि मोदी सरकार आतंकवादी हमलों को कैसे रोकती है।

कराची प्लेन Hijack: भारत की इस बेटी की मौत पर PAK भी रोया, बचाईं थी सैकड़ों जिंदगियां

कराची प्लेन Hijack: भारत की इस बेटी की मौत पर PAK भी रोया, बचाईं थी सैकड़ों जिंदगियां

भारत लगातार आतंकवाद का सामना कर रहा है। हमारे सैनिक आतंकियों को निशाना बना रहे हैं। साथ ही हमारे वीर जवान शहीद भी हो रहे हैं। हम आपको एक ऐसी भारतीय वीरांगना की कहानी बताने जा रहे हैं। जिसने बहादुरी का परिचय देते हुए अपनी जान गंवा कर भी सैकड़ों लोगों को नई जिंदगी दी। भारतीय इतिहास में जब भी वीरांगनाओं की बात हो, इन्हें भूला नहीं जा सकता है। ये कहानी नीरजा भनोट की। नीरजा भनोट ने आतंकियों का सामना करते हुए 359 लोगों की जान बचाई थी।

आज पठानकोट में आतंकी हमला हुआ। हमारे जाबाज सैनिकों ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए 4 आतंकियों को मार गिराया। हम आपको ऐसी ही एक आतंकी घटना की दास्तां बताने जा रहे हैं, जिसमें एक भारतीय महिला ने आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया।

कौन थी नीरजा भनोट?

नीरजा का जन्‍म 7 सितंबर 1964 को चंडीगढ़ में हुआ था। उनके पिता का नाम हरीश भनोट और मां का नाम रमा भनोट था। नीरजा को बचपन से ही प्‍लेन में बैठने और आकाश में उड़ने की इच्‍छा थी। साल 1985 में नीरजा की शादी हुई, लेकिन दहेज के दबाव के कारण उनके रिश्‍तों में खटास आ गई और वे शादी के दो महीने बाद ही मुबंई लौट आई थी। जिसके बाद 1986 में उन्होंने पैन एम (PAN AM) एयर लाइंस ज्वाइन की। 5 सितंबर 1986 का दिन उनके लिए इस दुनिया में आखिरी दिन था।

आखिर 5 सितंबर को ऐसा क्या हुआ?

5 सितंबर 1986 की सुबह पैन एम विमान कराची में उतरा। प्लेन ने मुंबई से उड़ान भरी थी और उसे फ़्रंकफ़र्ट होते हुए न्यूयॉर्क शहर जाना था। इस विमान में भारतीय ,जर्मन, अमेरिकी और पाकिस्तानी पैसेंजर्स सवार थे। दुर्भाग्यवश जब ये विमान कराची के जिन्ना अन्तराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर खड़ा अपने पायलट का इंतजार कर रहा था तब इसे हाईजैक कर लिया गया। हथियारों से लैस चार आतंकी विमान में दाखिल हुए। इसी फ्लाइट में नीरजा भनोट एयरहोस्टेस थी।

कैसे बचाई लोगों की जान?

प्लेन हाईजैक करने के बाद आतंकवादियों ने पाकिस्तान सरकार पर दबाव बनाया कि वह जल्द से जल्द पायलट को भेजें। किन्तु पाकिस्तानी सरकार ने मना कर दिया। तब आतंकियों ने नीरजा और उसकी सहयोगियों को बुलाया और सभी पैसेंजर्स के पासपोर्ट एकत्रित करने को कहा। ताकि वो किसी अमेरिकन नागरिक को मारकर पाकिस्तान पर दबाव बना सके। उस वक्त नीरजा ने सभी पैसेंजर्स के पासपोर्ट एकत्र किए और विमान में बैठे 5 अमेरिकी यात्रियों के पासपोर्ट छुपाकर बाकी सभी आतंकियों को सौंप दिए। उसके बाद आतंकियों ने एक ब्रिटिश को विमान के गेट पर लाकर पाकिस्तानी सरकार को धमकी दी कि यदि पायलट नहीं भेजे तो वह उसको मार देगे। किन्तु नीरजा ने उस आतंकी से बात करके उस ब्रिटिश नागरिक को भी बचा लिया।

आतंकियों और पाक सरकार के बीच वार्ता फेल

आतंकी लगातार पाकिस्तान सरकार से डील कर रहे थे, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल रहा था। सरकार उनकी बात मानने को तैयार नहीं थी। इसी के साथ प्लेन का फ्यूल भी खत्म हो रहा था। आतंकियों ने सभी पैसेंजर्स को मारने की बात सोच ली, यह बात नीरजा ने भांप ली। जैसे ही फ्यूल खत्म हुआ चारों तरफ अंधेरा हो गया। नीरजा ने प्लेन के सभी इमरजेंसी डोर खोल दिए और लोग नीचे कूदने लगे। आतंकियों ने अंधेरे में फायरिंग करना शुरू कर दिया। तब तक नीरजा ने लगभग सभी पैसेंजर्स को बचा लिया था। वहीं पाकिस्तान सैनिकों ने प्लेन के अंदर आकर तीन आतंकियों को मौत की नींद सुला दिया था।



कैसे गई नीरजा भनोट की जान?

नीरजा फ्लाइट में मौजूद तीन बच्चों को खोज रही थी। आखिरकार उन्होंने बच्चों को ढूंढ लिया और उन्हें लेकर विमान के आपातकालीन दरवाजे की ओर बढ़ने लगी। उसी वक्त चौथा आतंकी नीरजा के सामने आ गया, लेकिन नीरजा ने खुद की जान की परवाह ना करते हुए बच्चों को बचाया। मगर आतंकी ने कई गोलियां उसके सीने में उतार डाली। इसके बाद नीरजा की मौत हो गई।

नीरजा के बलिदान को भारत-पाक दोनों ने किया सम्मानित

नीरजा के बलिदान के लिए भारत सरकार ने उन्‍हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान अशोक चक्र प्रदान किया। वहीं पाकिस्तान की सरकार ने भी नीरजा भनोट को तमगा-ए-इन्सानियत प्रदान किया। दोनों देश हमेशा नीरजा के बलिदान को याद रखेंगे।

नई दिल्ली। ये है पठानकोट आतंकी हमले का मास्टरमाइंड? 17 साल पहले भारत ने ही किया था रिहा



नई दिल्ली। ये है पठानकोट आतंकी हमले का मास्टरमाइंड? 17 साल पहले भारत ने ही किया था रिहा


पंजाब के पठानकोट में हुए आतंकी हमले के पीछे जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट आईसी-814 के हाईजैक के बाद भारत ने सैकड़ों जिंदगियां बचाने के लिए मसूद अजहर को रिहा कर दिया था।

प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार पठानकोट हमले में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी शामिल थे, जो तीन दिन पहले पाकिस्तान के बहावलपुर जिले से यहां आए थे लेकिन इसकी पुष्टि होनी अभी बाकी है।

कौन है मसूद अजहर?

जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मौलाना मसूद अजहर उन तीन आतंकियों में से एक है, जिन्हें 1999 कंधार विमान हाईजैक के दौरान भारत सरकार को छोड़ना पड़ा था। बता दें कि 24 दिसंबर 1999 को 5 हथियारबंद आतंकवादियों ने 178 यात्रियों के साथ इंडियन एयरलाइंस के हवाई जहाज आईसी-814 को हाइजैक कर लिया था। हरकत-उल-मुजाहिद्दीन के आतंकियों ने भारत सरकार के सामने 178 यात्रियों की जान के बदले में तीन आतंकियों की रिहाई का सौदा किया। भारत सरकार ने यात्रियों की जान बचाने के लिए जिन तीनों आतंकियों को छोड़ने का फैसला किया था उन्हीं मे से एक है मसूद अजहर।