पर्सनलिटी डवलपमेंट एवं केरियर गाइडंेस बाड़मेर सेमिनार
बाड़मेर ....और पूरा मंच खड़ा हो गया....ग्रेट... वी सेल्यूट.. जितेंद्र सोनी सर
-बाड़मेर के लिए आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण था। बाड़मेर, जैसलमेर और जालोर जिले की शख्सियतांे का मिलन था युवा साथियो से। पत्रकारिता के 15 साल के केरियर मंे मेरे लिए यह पहला मौका. था...जब किसी आईएएस का लगातार उदबोधन देखा वो भी बिना रूके, ताकि समय का अधिकाधिक सदुपयोग हो सके। बिना किसी औपचारिकता के प्रारंभ हुआ उदबोधन और हर किसी को मानो फेवीकोल से अपनी सीट पर चिपक दिया गया हो। जिन्हांेने सुना उनके लिए अविस्मरणीय और जिन्होंने नहीं सुना उनके लिए शायद ऐसा सुनहरा मौका कब आए। इससे भी शानदार क्षण वो था कि उदबोधन पूरा होते हुए पूरा मंच सारे अतिथि और श्रोता सम्मान मंे खड़े हो गए। निसंदेह अविस्मरणीय....ग्रेट...
सेना,सीमा सुरक्षा बल, वायुसेना के कार्यक्रमांे मंे कभी-कभार कुछ ऐसा देखने को मिलता है जब सम्मान मंे सजदा करने का दिल करता है। कमोबेष वैसा ही कुछ हुआ था आज भगवान महावीर टाउन हाल मंे। जालोर के जिला कलक्टर डा.जीतेन्द्र कुमार सोनी के उदबोधन का हर कोई कायल हो गया। यकीं नहीं होता कि कोई कलक्टर भी इस तरह का उदबोधन दे सकता है। पिछले दिनांे दैनिक भास्कर के कार्यक्रम मंे रघुनाथन जी रूबरू होने का मौका मिला। मगर जीतेन्द्र जी सोनी के उदबोधन की तुलना अगर उनके कार्यक्रम से भी की जाए जो कई गुना बेहतर रहा। इस कार्यक्रम मंे पुलिस उप महानिरीक्षक महेन्द्रसिंह जी चैधरी, बाड़मेर एसपी परिस देषमुख, जैसलमेर एसपी डा.राजीव पचार, डीएसपी ओमप्रकाश उज्जवल, रावत त्रिभुवनसिंह राठौड़, केयर्न के डीजीएम अयोध्या प्रसाद गौड़, राजवेस्ट के विनोद विटठल, सीएमएचओ एस.के.विष्ट, धनसिंह मौसेरी के साथ चंदनसिंह भाटी ने बाड़मेर के विविध पहलूआंे, पर्सनलिटी डवलपमेंट एवं केरियर गाइडंेस के विविध पहलूआंे पर प्रकाश डाला। इन शख्सियतांे ने अपनी जिन्दगी से जुड़ी घटनाआंे का जिक्र करते हुए युवाआंे को प्रेरित किया कि दिग्भ्रमित नहीं हो, कड़ी मेहनत करें तो निसंदेह सफलता मिलेगी। उन्हांेने कहा कि जूनून खैरात मंे नहीं मिलता, यह पैदा करने पड़ता है। उम्मीद रखे और गुमनामी की जिन्दगी को छोड़ कर आम से खास बनने की कोशिश करें। दुनिया का सबसे बड़ा रोग क्या कहेंगे लोग, इसको छोड़कर पूर्ण निष्ठा के साथ सफल होने के लिए प्रयास करें।
शुक्रगुजार गु्रप फोर पीपुल्स के साथियांे का जिनकी बदौलत ऐसा आयोजन हो पाया।
सभी शख्सियतांे का साधुवाद।
असफलता एक चुनौती है स्वीकार करो,
क्या कमी रह गई देखो और सुधार करो,
जब तक न सफल हो नींद चैन की त्यागो तुम,
संघर्षोंका मैदान छोड़ मत भागो तुम,
कुछ किए बिना ही जयजयकार नही होती,
कोशिश करनें वालों की कभी हार नही होती।
बाड़मेर ....और पूरा मंच खड़ा हो गया....ग्रेट... वी सेल्यूट.. जितेंद्र सोनी सर
-बाड़मेर के लिए आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण था। बाड़मेर, जैसलमेर और जालोर जिले की शख्सियतांे का मिलन था युवा साथियो से। पत्रकारिता के 15 साल के केरियर मंे मेरे लिए यह पहला मौका. था...जब किसी आईएएस का लगातार उदबोधन देखा वो भी बिना रूके, ताकि समय का अधिकाधिक सदुपयोग हो सके। बिना किसी औपचारिकता के प्रारंभ हुआ उदबोधन और हर किसी को मानो फेवीकोल से अपनी सीट पर चिपक दिया गया हो। जिन्हांेने सुना उनके लिए अविस्मरणीय और जिन्होंने नहीं सुना उनके लिए शायद ऐसा सुनहरा मौका कब आए। इससे भी शानदार क्षण वो था कि उदबोधन पूरा होते हुए पूरा मंच सारे अतिथि और श्रोता सम्मान मंे खड़े हो गए। निसंदेह अविस्मरणीय....ग्रेट...
सेना,सीमा सुरक्षा बल, वायुसेना के कार्यक्रमांे मंे कभी-कभार कुछ ऐसा देखने को मिलता है जब सम्मान मंे सजदा करने का दिल करता है। कमोबेष वैसा ही कुछ हुआ था आज भगवान महावीर टाउन हाल मंे। जालोर के जिला कलक्टर डा.जीतेन्द्र कुमार सोनी के उदबोधन का हर कोई कायल हो गया। यकीं नहीं होता कि कोई कलक्टर भी इस तरह का उदबोधन दे सकता है। पिछले दिनांे दैनिक भास्कर के कार्यक्रम मंे रघुनाथन जी रूबरू होने का मौका मिला। मगर जीतेन्द्र जी सोनी के उदबोधन की तुलना अगर उनके कार्यक्रम से भी की जाए जो कई गुना बेहतर रहा। इस कार्यक्रम मंे पुलिस उप महानिरीक्षक महेन्द्रसिंह जी चैधरी, बाड़मेर एसपी परिस देषमुख, जैसलमेर एसपी डा.राजीव पचार, डीएसपी ओमप्रकाश उज्जवल, रावत त्रिभुवनसिंह राठौड़, केयर्न के डीजीएम अयोध्या प्रसाद गौड़, राजवेस्ट के विनोद विटठल, सीएमएचओ एस.के.विष्ट, धनसिंह मौसेरी के साथ चंदनसिंह भाटी ने बाड़मेर के विविध पहलूआंे, पर्सनलिटी डवलपमेंट एवं केरियर गाइडंेस के विविध पहलूआंे पर प्रकाश डाला। इन शख्सियतांे ने अपनी जिन्दगी से जुड़ी घटनाआंे का जिक्र करते हुए युवाआंे को प्रेरित किया कि दिग्भ्रमित नहीं हो, कड़ी मेहनत करें तो निसंदेह सफलता मिलेगी। उन्हांेने कहा कि जूनून खैरात मंे नहीं मिलता, यह पैदा करने पड़ता है। उम्मीद रखे और गुमनामी की जिन्दगी को छोड़ कर आम से खास बनने की कोशिश करें। दुनिया का सबसे बड़ा रोग क्या कहेंगे लोग, इसको छोड़कर पूर्ण निष्ठा के साथ सफल होने के लिए प्रयास करें।
शुक्रगुजार गु्रप फोर पीपुल्स के साथियांे का जिनकी बदौलत ऐसा आयोजन हो पाया।
सभी शख्सियतांे का साधुवाद।
असफलता एक चुनौती है स्वीकार करो,
क्या कमी रह गई देखो और सुधार करो,
जब तक न सफल हो नींद चैन की त्यागो तुम,
संघर्षोंका मैदान छोड़ मत भागो तुम,
कुछ किए बिना ही जयजयकार नही होती,
कोशिश करनें वालों की कभी हार नही होती।
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