सोमवार, 7 जनवरी 2013

एक मामला ऐसा भी जहां रेप करने वाला हुआ आजाद, पीड़िता के लिए मांगी गई 'मौत'!

मुंबई। पिछले महीने देश की राजधानी दिल्ली में एक छात्रा के साथ हुए क्रूर बलात्कार ने सारे देश का ध्यान आकर्षित किया और यह घटना दुनियाभर में नाराजगी का कारण बनी।
एक मामला ऐसा भी जहां रेप करने वाला हुआ आजाद, पीड़िता के लिए मांगी गई 'मौत'! 
लेकिन, जहां दिल्ली में हुई घटना सुर्खियां बनीं वहीं, सुर्खियों में आने के बाद भी ऐसी ही कई घटनाएं मीडिया और लोगों की याददाश्त से गायब हो गईं।

एक ऐसे देश में जहां लगभग हर 21 मिनट पर किसी नारी की आबरू तार-तार की जाती है वहां, बलात्कार की कई ऐसी घटनाएं पहले भी हुई हैं जो मानवता को शर्मिंदा कर देने वाली हैं।

पीड़िता और उनका परिवार आज भी उस जंग को लड़ तो रहा है लेकिन, बिलकुल अकेला और एकांत में। आइए, निगाह डालते हैं ऐसे ही कुछ दहला देने वाले रेप केस जिन्हें भुला दिया गया है...
एक मामला ऐसा भी जहां रेप करने वाला हुआ आजाद, पीड़िता के लिए मांगी गई 'मौत'!
केस 1: मुंबई में नर्स का काम करने वाली अरुणा शानबाग 27 नवम्बर 1973 को अपनी ड्यूटी पर आईं। उसे क्या पता था कि यहीं काम करने वाले एक क्लीनर सोहनलाल भरता वाल्मिकी की उसपर निगाह है। अकेले में पाते ही सोहनलाल ने अरुणा पर हमला कर दिया। उसके साथ बेहद अप्राकृतिक ढंग से बलात्कार किया। लेकिन उसकी हैवानियत यहीं ख़त्म नहीं हुई। सबूत मिटाने के लिए उसने अरुणा को जान से मारने का भी प्लान बना रखा था। उसने अरुणा के गले में लोहे की चेन बांधी और गला घोटने की कोशिश की। जब उसे लगा कि वो मर चुकी है तो छोड़ फरार हो गया। लेकिन अरुणा मरी नहीं। बेहद प्रताड़ित किये जाने की वजह से वह कोमा में चली गई। इस दौरान जांच में पुलिस को कुछ सुराग हाथ लगे और सोहनलाल गिरफ्तार कर लिया गया।

एक मामला ऐसा भी जहां रेप करने वाला हुआ आजाद, पीड़िता के लिए मांगी गई 'मौत'!एक मामला ऐसा भी जहां रेप करने वाला हुआ आजाद, पीड़िता के लिए मांगी गई 'मौत'!


अरुणा पुलिस को ये भी नहीं बता सकी कि उसके साथ किस कदर दरिंदगी के साथ एक घिनौने अपराध को अंजाम दिया गया। सोहनलाल पर लूटपाट और हत्या के प्रयास का केस चला और सात साल की छोटी सी सजा दी गई। लेकिन यहां से शुरू होती है इस भयंकर अपराध की सबसे डरा देने वाली सच्चाई।इस वारदात को हुए 39 साल बीत चुके हैं। अरुणा आज भी जिन्दा है लेकिन, न तो बोल सकती है न सुन सकती न ही हिल सकती है। पिछले 39 साल से वह अस्पताल में पड़ी हुई है। वह जिन्दा तो है लेकिन, एक लाश की तरह। वह अपनी बेहद प्राकृतिक क्रियाएं भी खुद नहीं कर सकती जबकि, उसे इस भयानक अंजाम पर पहुंचाने वाला दरिंदा आज भी इसी समाज में छुट्टा घूम रहा है। अगर सूत्रों की माने तो सोहनलाल अपना नाम बदल कर दिल्ली के एक अस्पताल में आज भी एक वार्डबॉय का काम कर रहा है। दरिंदा बाहर घूम रहा है जबकि, पीड़िता आज भी उसके गुनाहों की सजा भुगत रही है। ये भी पता नहीं कि कब तक उसकी सजा जारी रहेगी। पेशे से जर्नलिस्ट और लेखिका पिंकी विरानी, अरुणा की इस दास्तान पर किताब लिख रही हैं। उन्होंने काफी कोशिश की कि अरुणा के साथ हुए इस गुनाह की सजा सोहनलाल को दिला सकें, लेकिन वह असफल रहीं।
एक मामला ऐसा भी जहां रेप करने वाला हुआ आजाद, पीड़िता के लिए मांगी गई 'मौत'!
अरुणा की तकलीफ को देखते हुए पिंकी विरानी ने उनके लिए सुप्रीम कोर्ट में इच्छा मृत्यु की मांग की लेकिन, कोर्ट ने उसे अस्वीकार कर दिया। दरिंदगी की यह दास्तां यहीं ख़त्म नहीं होती बल्कि, बदस्तूर जारी है। इस श्रृंखला की अगली कड़ी में हम आपको बतायेंगे दिल्ली में घटी एक दर्दनाक घटना के बारे में।

आसाराम बापू ने दिल्‍ली गैंगरेप की शिकार को ही बताया दोषी !

नई दिल्‍ली। संत आसाराम बापू ने दिल्ली सामूहिक दुष्कर्म मामले को दुखद बताया है। लेकिन वे इसके लिए पीडि़त छात्रा और दुष्कर्मियों दोनों को दोषी मानते हैं। आसाराम ने रविवार को कहा, ‘मैंने उस बेटी (पीडि़त छात्रा) के परिजनों को संदेश भिजवाया है कि वे खुद को अकेला न समझें। जो बेटी मरी है वह उनके घर में अकेली कमाने वाली थी। अब दिक्कतें आ सकती हैं। मुझे बेटा मान लें।’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन सच यह भी है कि घटना के लिए वे शराबी पांच-छह लोग भर दोषी नहीं थे। ताली दोनों हाथों से बजती है। छात्रा किसी को भाई बनाती, पैर पड़ती और बचने की कोशिश करती।’ आसाराम ने कड़े कानून का भी विरोध किया। उन्होंने कहा कि कड़े कानून का दुरुपयोग भी हो सकता है। आसाराम बापू ने दिल्‍ली गैंगरेप की शिकार को ही बताया दोषी ! 

सरकारी गवाह बनना चाहते हैं दो आरोपी

गैंगरेप के बाद निर्दयता से पिटाई कर पैरामेडिकल छात्रा को मौत की नींद सुलाने वाले छह में से दो आरोपी अब सजा से बचने के लिए सरकारी गवाह बनना चाहते हैं। रविवार को साकेत कोर्ट की मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ज्योति क्लेर के समक्ष पेश किए जाने के बाद पवन गुप्ता और विनय शर्मा नामक दो आरोपियों ने सरकारी गवाह बनने की इच्छा जाहिर की है। वहीं, इस मामले के दो अन्य आरोपियों राम सिंह और उसके भाई मुकेश ने अदालत के समक्ष बचाव के लिए सरकारी वकील की मदद देने की गुहार लगाई है। चारों आरोपियों की दलील सुनने के बाद मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ने चारों आरोपियों की न्यायिक हिरासत को 19 जनवरी तक बढ़ाते हुए 7 जनवरी को संबंधित कोर्ट के समक्ष पेश करने का आदेश दिया है।

राम सिंह और मुकेश की याचिका पर विचार करने के बाद मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ने अपने आदेश में कहा कि आरोपियों के पास कोई वकील नहीं है। लिहाजा अपने बचाव के लिए आरोपी सरकारी वकील की मदद ले सकते हैं। मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ने कहा कि आरोपी पवन और विनय सरकारी गवाह बनने के लिए संबंधित अदालत में उचित आवेदन दायर कर सकते हैं। इस मामले के पांचवे आरोपी अक्षय ठाकुर को सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा। वह नौ जनवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में है। मामले के छठे आरोपी के नाबालिग होने की वजह से मुकदमे की सुनवाई किशोर न्याय बोर्ड करेगा।

रविवार, 6 जनवरी 2013

photo ...बाड़मेर परीक्षार्थियों पर बिना आदेश लाठीचार्ज कर फंसे यातायात प्रभारी




बाड़मेर परीक्षार्थियों पर बिना आदेश लाठीचार्ज कर फंसे यातायात प्रभारी



बाड़मेर बाड़मेर में पुलिस भारती की परीक्षा में शामिल होने आये परीक्षार्थियों ने वापसी के समय रेलवे स्टेशन पर भरी हंगामा खडा कर दिया जिसके चलते यातायात प्रभारी उगमराज सोनी ने आपा खो दिया तथा पुपुलिस्कर्मियो को लाठीचार्ज के आदेश दे दिए .पुलिसकर्मी परीक्षार्थियों पर पिल पड़े ऐसे में रेलवे स्टेशन पर भगदड़मच गई ,परीक्षार्थी बदहवास होकर इधर उधर भागने लगे ,परीक्षार्थियों में महिलाए भी शामिल थी ,यातायात प्रभारी की इस हरकत से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र सिंह नाराज़ हो गए उन्होंने उगमराज को जबर लताड़ लगाई ,उन्होंने उगमराज को लताड़ पिलाते हुए कहा की कान्हा जरुरत थी लाठीचार्ज की .ये लड़के तुम्हारा क्या ले रहे थे .लाठीचार्ज से एक बारगी स्टेशन पर भगदड़ मच गई बाद में उसे नियंत्रित कर दिया .

श्रीलंकाई गर्लफ्रेंड के लिए सेना से 'जंग' लड़ रहा है भारतीय मेजर

भारतीय सेना ने मेजर विकास कुमार को उनकी श्रीलंकाई प्रेमिका से शादी करने की अनुमति तो दे दी है लेकिन रास्ते के रोड़े अभी हटें नहीं है। अनुमति की शर्तों के तहत शादी करने के लिए विकास कुमार को ट्रेनिंग पर सरकारी खर्च की रकम और शादी का प्रमाण पत्र जमा करवाने होंगे।
 
मेजर विकास ने प्रेमिका से शादी के लिए सेना से मुक्त किए जाने का आग्रह किया था। उन्हें हाई कोर्ट तक की शरण में जाना पड़ा। सेना ने विकास का इस्तीफा 22 नवंबर की तारीख से सशर्त मंजूर कर लिया। इससे पहले कर्नाटक हाई कोर्ट ने सेना को प्यार में रोड़ा अटकाने के लिए फटकारा था।

मेजर विकास कुमार श्रीलंका की रहने वाली शोध छात्रा अर्निला राणामले गुनारत्ने से एक श़पिंग मॉल में मिले थे। दोनों को प्यार हो गया लेकिन विकास कुमार को इस बात का अहसास नहीं था कि उनका सेना में होना प्यार की राह में रोढ़ा बन जाएगा।

मेजर विकास कुमार को दो बार शादी टालनी पड़ी। वो दिसंबर 2011 में ही शादी करना चाहते थे। लेकिन नहीं हो पाई। इसके बाद मार्च 2012 में उन्होंने शादी तय की लेकिन एक बार फिर उनकी शादी नहीं हो पाई। अब अंततः उन्हें शादी करने की अनुमति मिल गई है और वह अगले महीने शादी करने जा रहे हैं।

लेकिन मेजर विकास कुमार की मुश्किलें अभी खत्म नहीं हुई हैं। सेना ने उनकी बीटैक की डिग्री पर हुए खर्च को भी वापस मांगा है। विकास कुमार के अनुसार यह करीब 16 लाख रुपये होगा। हालांकि वह यह रकम लौटाने के लिए तैयार नहीं है। विकास कुमार के अनुसार इंजीनियरिंग कोर्स के लिए उनकी सेवा की शर्तें जुलाई 2012 में ही खत्म हो गईं थीं।

वहीं गुनारत्ने अभी भी शादी को लेकर आशंकित हैं। वह कहती हैं, 'मुझे नहीं लगता कि यह हो पाएगा। यह बहुत मुश्किल रहा है। हमने सोचा था कि सभी मामले 6 महीनों में निपट जाएंगे और हम दिसंबर 2011 तक शादी कर लेंगे।'

मेजर विकास कुमार के लिए मुश्किल सिर्फ ट्रैनिंग का खर्च लौटाना ही नहीं बल्कि एक विदेशी युवती से संबंध रखने के कारण उनके खिलाफ सेना की कोर्ट ऑफ इंक्वायरी भी चल रही है। साल 2004 के एक आदेश के मुताबिक सेना के किसी भी अधिकारी को विदेशी महिला (भूटान की नागरिकों को छोड़कर) से शादी करने से पहले सरकार से अनुमति लेना अनिवार्य है। साथ ही जीवन साथी का भारत की नागरिकता लेना भी अनिवार्य है।

गुणारत्ने कहती हैं, 'सब सोचते हैं कि हाई कोर्ट के आदेश के बाद हमारी शादी का रास्ता साफ हो गया है। लेकिन हमारे पास सेना को लौटाने के लिए पैसा नहीं है और न ही अब हम कानूनी लड़ाई का खर्च उठा सकते हैं। सेना इंजीनियरिंग की डिग्री पर हुए खर्च को लौटाने पर भी अड़ी है। 12 साल सेना की सेवा में कोई इतना पैसा नहीं बचा पाता है। हम एक बार फिर मुश्किल में हैं।'

विजय कुमार ने इस विषय में सेना मुख्यालय को पत्र लिखा है और अब यह जोड़ा सेना के जवाब का इंतजार कर रहा है। सेना को उन्हें यह बताना है कि कुल कितनी रकम लौटानी है।

गुणारत्ने मानती हैं कि मुश्किलों ने उनके रिश्ते को और भी मजबूत कर दिया है। वह कहती हैं, 'हमारी मुश्किलें हमें और करीब ले आईं हैं और रिश्ते को मजबूत किया है। अब यह सामान्य रिश्ता नहीं है। मुझे लगता है कि हम बहुत आगे बढ़ चुके हैं लेकिन शादी के मामले में अटके हुए हैं।' हालांकि कुमार और गुणारत्ने का परिवार पूरी तरह उनके साथ है। गुणारत्ने मानती हैं कि उनके लिए अब कदम पीछे खींचना मुमकिन नहीं है। वह कहती हैं, 'अगर यह अरेंज मैरिज होती तो हम किसी और के बारे में भी विचार कर सकते थे। लेकिन यह हमारा बनाया हुआ रिश्ता है। हमने सबकुछ सोच समझकर किया है। हम 20 साल के युवा नहीं है। हमने स्काइप और फोन के जरिए बहुत बातें की हैं।'

गुणारत्ने मानती है कि अब कोर्ट के चक्कर लगाना उनके लिए मुश्किल है। वह कहती हैं, 'हम कोर्ट के चक्कर लगाकर थक गए हैं। न ही अब हममे धैर्य बचा है और न ही आर्थिक सामर्थ्य। हमारा भविष्य अस्पष्ट है। यदि हम सेना को पैसा नहीं लौटा पाए तो अदालतों के चक्कर काटने में ही साल-ढेड़ साल और बीत जाएगा।'

नेश में रेप-मर्डर करने वाले को सुप्रीम कोर्ट ने दी राहत, फांसी की सजा उम्रकैद में बदली

नेश में रेप-मर्डर करने वाले को सुप्रीम कोर्ट ने दी राहत, फांसी की सजा उम्रकैद में बदली
नेश में रेप-मर्डर करने वाले को सुप्रीम कोर्ट ने दी राहत, फांसी की सजा उम्रकैद में बदली

नई दिल्‍ली. दिल्ली गैंगरेप और मर्डर केस के बाद बलात्‍कारियों को फांसी की सजा देने की मांग जोर पकड़ चुकी है, लेकिन हाल ही में एक मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बलात्कार और हत्या के दोषी की फांसी की सजा को उम्रकैद में तब्‍दील कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि दोषी नशे में था और उसकी दिमागी हालत भी ठीक नहीं थी।

यह मामला पुणे में एक गर्भवती महिला से बलात्कार करने और उसकी दादी सास को मारने का था। इस मामले में साईनाथ कैलाश अभंग नाम का आदमी दोषी था। उसने 10 सितंबर, 2007 को पुणे में महिला के घर में घुस कर उसकी जान ले ली थी। उसके बाद उसने महिला की बाईं कलाई और सीधे हाथ की चार अंगुलियां काट दी थीं। फिर उसने मृतक महिला की एक गर्भवती रिश्तेदार पर बार-बार हमला किया और उसके साथ बलात्‍कार किया। सर्वोच्‍च अदालत ने घायल महिला के बयान समेत सभी साक्ष्य को देखने के बाद दोषी को राहत दी। घायल महिला ने बताया था कि आरोपी नशे में था।

पीडि़त परिवार अदालत के हालिया फैसले से गुस्‍से में है। पीड़ित के परिवार ने रविवार को कहा कि दोषी को जीने का हक नहीं है। परिवार की ओर से वकील डी वाई जाधव ने कहा, 'यह दुर्लभ से दुर्लभतम मामला है। मेरी मुवक्किल इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले को मौत की सजा चाहती थीं और निराश है।' जाधव ने पुणे सेशंस कोर्ट में सरकारी वकील के तौर पर मुकदमे में पक्ष रखा था। वहां आरोपी को मौत की सजा सुनाई गई थी। हाई कोर्ट ने भी मौत की सजा को बरकरार रखा था। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने सजा को इस आधार पर उम्रकैद में तब्दील कर दिया कि आरोपी नशे में था और दिमागी रूप से ठीक स्थिति में नहीं था। उस समय उसकी उम्र 23 साल थी।

दिल्ली में 16 दिसंबर को हुई गैंगरेप की घटना से तीन दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने विचार व्यक्त किया था कि किसी अपराध को दुर्लभ से दुर्लभतम श्रेणी (रेयरेस्ट ऑफ रेयर) में रखने से पहले आरोपी की मानसिक स्थिति की जांच करनी चाहिए। न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार (अब सेवानिवृत्त) और न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर की बेंच ने कहा था कि अपराध को रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस में रखने से पहले अपराध को अंजाम देने के तरीके और आरोपी की मानसिक स्थिति का अध्ययन किया जाना चाहिए। बेंच ने कहा था, 'मृत्युदंड देने के लिए सीआरपीसी की धारा 354 (3) के तहत विशेष कारणों में केवल अपराध और उसके अनेक पहलू ही नहीं बल्कि अपराधी और उसकी पृष्ठभूमि भी आधार होते हैं।

तीसरे एकदिवसीय मुकाबले में पाकिस्तान को 10 रनों से पराजित कर दिया.






भारतीय क्रिकेट टीम ने शानदार गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण के बूते फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में रविवार को खेले गए तीसरे एकदिवसीय मुकाबले में पाकिस्तान को 10 रनों से पराजित कर दिया.

भारत ने पाकिस्तान के सामने जीत के लिए 168 रनों की चुनौती रखी थी जिसका पीछा करते हुए पूरी पाकिस्तानी टीम 157 रन बनाकर ढेर हो गई.

कप्तान मिस्बाह उल हक ने अपनी टीम की ओर से सर्वाधिक 39 रनों की पारी खेली जबकि नासिर जमशेद ने 34 और उमर अकमल ने 25 रनों का योगदान दिया. मोहम्मद हाफीज ने 21 रनों की पारी खेली.

भारत की ओर से ईशांत शर्मा ने तीन जबकि भुवनेश्वर कुमार और रविचंद्रन अश्विन ने दो-दो विकेट झटके। रवींद्र जडेजा व अपना पहला एकदिवसीय मैच खेलने वाले शमी अहमद ने एक विकेट हासिल किया.

इससे पहले भारतीय बल्लेबाजों का फ्लाप शो फिरोजशाह कोटला मैदान पर भी बदस्तूर जारी रहा जहां प्रतिष्ठा से जुड़े तीसरे और आखिरी एकदिवसीय मैच में पाकिस्तान के सामने पूरी टीम 43.4 ओवर में 167 रन पर ढेर हो गयी.

भारत का शीर्ष क्रम फिर से नहीं चल पाया और उसका स्कोर चार विकेट पर 63 रन हो गया. कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने फिर से टीम का बोझ उठाने की कोशिश लेकिन इस बार वह भी 36 रन बनाकर आउट हो गये.

उन्होंने इस बीच सुरेश रैना (31) के साथ पांचवें विकेट के लिये 48 रन की साझेदारी की. पाकिस्तान की तरफ से ऑफ स्पिनर सईद अजमल ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 24 रन देकर पांच विकेट लिये.

भारत यदि स्कोर का बचाव करने में नाकाम रहता है तो यह 29 साल बाद पहला अवसर होगा जबकि भारत ने अपनी सरजमीं पर वनडे श्रृंखला के सभी मैच गंवाये. इससे पहले 1983 में वेस्टइंडीज ने 5-0 से क्लीन स्वीप किया था.

धोनी ने शीर्ष क्रम के तीन बल्लेबाजों में से किसी एक से मध्यक्रम का साथ निभाने की उम्मीद कर रहे थे. उन्होंने बड़े स्कोर की उम्मीद में पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन मोहम्मद इरफान और जुनैद खान की तेज और स्विंग लेती गेंदों के सामने फिर से भारत का शीर्ष क्रम नहीं चल पाया.

पाकिस्तान के दोनों तेज गेंदबाजों को शुरू में पिच से मदद मिल रही थी और इसलिए कप्तान मिसबाह उल हक ने 14 ओवर तक गेंदबाजी में कोई बदलाव नहीं किया.

वीरेंद्र सहवाग को लगातार लचर प्रदर्शन के कारण बाहर किया गया लेकिन उनकी जगह टीम में लिये गये अजिंक्य रहाणे (4) फिर से मौके का फायदा उठाने में नाकाम रहे और इरफान की गेंद पर ड्राइव करने की कोशिश में विकेटकीपर कामरान अकमल को कैच दे बैठे. अब दिल्ली के दो खिलाड़ी गौतम गंभीर और विराट कोहली क्रीज पर थे.

दर्शकों में जोश था लेकिन जल्द ही उनका उत्साह ठंडा पड़ गया. गंभीर (15) ने इरफान की उठती गेंद पर कट करने के प्रयास में प्वाइंट पर कैच थमाकर अपना विकेट इनाम में दिया जबकि कोहली (7) ने जुनैद की गेंद को शरीर का इस्तेमाल किये बिना रक्षात्मक खेलना चाहा लेकिन वह उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर स्लिप में यूनिस खान के सुरक्षित हाथों में चली गयी.

दिल्ली के इन दोनों बल्लेबाजों के लिये यह श्रृंखला बहुत खराब रही. गंभीर ने तीन मैच में 34 रन बना पाये तो पिछले साल भारत की तरफ से हर प्रारूप में सर्वाधिक रन बनाने वाले कोहली के नाम पर केवल 13 रन दर्ज रहे.

यह कोहली के करियर में पहला अवसर है जबकि वह लगातार तीन पारियों में दोहरे अंक में भी नहीं पहुंच पाये. युवराज ने इरफान की गेंदों पर प्वाइंट और स्क्वायर लेग पर चौके जड़कर शुरुआत की. उन्होंने पहले बदलाव के रूप में आये उमर गुल का स्वागत भी दो चौकों से किया. गुल के इस ओवर में 18 रन बने जिसमें रैना का फ्री हिट पर जमाया गया चौका भी शामिल है.

लेकिन दर्शक अभी खुशी से झूम पाते कि मोहम्मद हफीज की तेजी से टर्न लेती गेंद युवराज को अचंभित करके उनका ऑफ स्टंप हिला गयी. बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने 23 गेंद पर इतने ही रन बनाये.

भारतीय दर्शकों की खुशी हालांकि किसी भी समय बहुत अधिक देर तक नहीं टिकी. रैना ने हफीज की गेंद पर लॉंग आन पर छह रन के लिये भेजी और फिर धोनी ने इसी गेंदबाज पर लगातार दो छक्के लगाये लेकिन ऑफ स्पिनर अजमल ने रैना और नये बल्लेबाज आर अश्विन को लगातार गेंदों पर एलबीडब्ल्यू करके भारत को फिर भंवर में फंसा दिया.

धोनी के हफीज पर लगाये गये पहले छक्के से भारत ने 27.4 ओवर में 100 रन पूरे किये. धोनी ने लगातार दो विकेट गिरने के बावजूद हफीज के अगले ओवर में फिर से मिडविकेट पर छक्का लगाया.

भारतीय कप्तान जब 29 रन पर थे तब उन्हें जीवनदान मिला लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पाये. गुल की गेंद पर हवा में कट करने के प्रयास में उन्होंने प्वाइंट पर कैच थमा दिया.

अपनी 55 गेंद की पारी में एक चौका और तीन छक्के लगाने वाले धोनी पाकिस्तान के खिलाफ मोहाली में ,खेले गये विश्व कप सेमीफाइनल के बाद पहली बार भारतीय सरजमीं पर वनडे में आउट हुए.

इसके बाद रवींद्र जडेजा (27) के गुल और अजमल पर जमाये गये छक्के भारतीयों में कुछ खुशी भर पाये.

मैच के लिए टीम इस प्रकार थी
भारत- महेंद्र सिंह धोनी, गौतम गंभीर, अजिंक्य रहाणे, विराट कोहली, सुरेश रैना, युवराज सिंह, आर अश्विन, ईशांत शर्मा, रवींद्र जडेजा, शमी अहमद, भुवनेश्वर कुमार.

पाकिस्तान- नासिर जमशेद, मोहम्मद हफीज, यूनुस खान, मिस्बाह उल हक, शोएब मलिक, उमर अकमल, कमरान अकमल, जुनैद खान, उमर गुल, सईद अजमल, मोहम्मद इरफान.



और भी... http://aajtak.intoday.in/story/india-vs-pakistan-delhi-odi-live-score-update-1-717583.html

अमिताभ ने महिला शक्ति को किया सलाम

अमिताभ ने महिला शक्ति को किया सलाम

मुम्बई। महानायक अमिताभ बच्चन का कहना है कि "कौन बनेगा करोड़पति" में पांच करोड़ जीतने वाली पहली महिला सनमीत कौर सावहनेय ने यह सिद्ध कर दिया कि महिलाएं पुरूषों से कमतर नहीं हैं।

अमिताभ ने अपने ब्लॉग पर लिखा,"गृहिणी और बच्चों को घर पर ट्युशन देने वाली मुम्बई की सनमीत कौर हॉटसीट पर काफी आत्मविश्वासी लग रही थीं। वह किसी भी सवाल पर नहीं हिचकिचाई, न ही कोई अंदाजा लगाया। एक करोड़ रूपए के सवाल पर उनके पास दो लाइफ लाइन थी, लेकिन उन्होंने इसे लेने से मना कर दिया क्योंकि उनके मुताबिक वह जवाब को लेकर आश्वस्त थीं।"

उन्होंने कहा,"सनमीत ने बेहद शांतिपूर्ण ढंग से अपने पति मनमीत सिंह के साथ भांग्ड़ा कर इस खुशी को मनाया, जिन्हें हमने विज्ञापन और फिल्मों में अक्सर देखा है।"अमिताभ ने कहा कि दिल्ली में सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बीत जाने के बाद एक महिला को पुरूषों की दुनिया में देख कर खुशी हुई।

रेप से बचाने के लिए पर्दे में रखेगी सरकार!

रेप से बचाने के लिए पर्दे में रखेगी सरकार!

पुड्डुचेरी। केन्द्र शासित प्रदेश पुड्डचुरी की सरकार लड़कियों को यौन आक्रांताओं से बचाने के लिए पर्दा प्रणाली पर काम कर रही है। इसकी शुरूआत स्कूलों से की जा रही है। स्कूलों में लड़कियों के लिए ड्रेस कोड लागू किया जा रहा है।

इसके तहत उन्हें अनिवार्य रूप से ओवरकोट पहनना होगा। सरकार स्कूलों में मोबाइल फोन ले जाने पर भी पाबंदी लगाने जा रही है। स्कूली शिक्षा मंत्री टी.थियागराजन की अध्यक्षता में शनिवार को हुई शिक्षा अधिकारियों की बैठक में ये फैसला लिया गया।

नए साल पर एक इंजीनियरिंग स्टूडेंट और 12 वीं क्लास की छात्रा से रेप हो गया था। बस कंडक्टर ने अगवा कर इनसे रेप किया था। इस घटना के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए थे।

बढ़ते विरोध प्रदर्शन को देख सरकार ने यह नया फॉर्मूला निकाला है। शिक्षा मंत्री ने बताया कि बैठक में लड़कियों के लिए विशेष बसें चलाने,स्कूलों में मोबाइल फोन ले जाने पर प्रतिबंध लगाने और ओवरकोट अनिवार्य करने का फैसला हुआ। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है खासतौर पर लड़कियों की।

महिला और मानवाधिकार संगठनों ने सरकार के इस कदम का कड़ा विरोध किया है। ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक वूमेंस एसोसिएशन की महासचिव सुधा सुंदररमन ने कहा कि यह हैरान करने वाला है कि सरकार को इस बात की जानकारी नहीं है कि क्राइम का ड्रेस से कोई लेना देना नहीं है।

जैसलमेर न्यूज़ बॉक्स ...आज की प्रशासनिक खबरे रविवार

जैसलमेर न्यूज़ बॉक्स ...आज की प्रशासनिक खबरे रविवार 
मतदाता फोटो परिचय पत्रों के प्रति गंभीरता लाएं - प्रमुख शासन सचिव सियाराम मीणा

जैसलमेर, 6 जनवरी/अल्पसंख्यक मामलात विभागीय प्रमुख शासन सचिव एवं निर्वाचन पुनरीक्षण कार्यक्रम के प्रभारी सियाराम मीणा ने रविवार को जैसलमेर जिला कलक्ट्री सभाकक्ष में मतदाता फोटो परिचय पत्र तथा इससे संबंधित गतिविधियों की बैठक ली। प्रमुख शासन सचिव ने राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों एवं संबंधित अधिकारियों को इस बारे में पूर्ण समन्वय के साथ सहभागिता निभाने का आह्वान किया।

मीणा ने मतदाता फोटो परिचय पत्र बनवाने का सौ फीसदी पूर्ण करने के लिए गंभीरता के साथ प्रयास करने के निर्देश दिए और कहा कि इसके लिए जिले में कार्यरत बूथ लेवल अधिकारियों को सक्रिय किया जाए तथा यह हिदायत दी जाए कि यह कार्य समयबद्ध रूप से शत-प्रतिशत उपलब्धि के साथ पूर्ण हो।

बैठक में जिला कलक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी शुचि त्यागी, विधायक छोटूसिंह भाटी, प्रधान मूलाराम चौधरी, स्वरूपसिंह(भाजपा जिलाध्यक्ष), शंकरलाल माली(कांग्रेस),बलवीरसिंह पुनिया(बसपा जिलाध्यक्ष), अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बलदेवसिंह उज्जवल, उपखण्ड अधिकारी रमेशचन्द्र जैन्थ,तहसीलदार जयसिंह सहित अनेक अधिकारी उपस्थित थे।

मीणा ने 25 जनवरी को मतदाता दिवस से संबंधित कार्यक्रम की जानकारी देते हुए अच्छी तरह मनाने के निर्देश दिए। उन्होंने बने हुए मतदाता परिचय पत्र संबंधित मतदाताओं तक पहुंचाने के लिए सख्त निर्देश दिए और कहा कि जो बीएलओ इस मामले में शिथिलता बरतते हैं उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए। मतदाताओं से भी कहा गया है कि वे बीएलओ से अपने मतदाता परिचय प्राप्त कर लें तथा जो बीएलओ इन्हें देने में आनाकानी करते हैं उनकी जानकारी जिला प्रशासन को सौंपे।

मीणा ने

जिला निर्वाचन अधिकारी शुचि त्यागी ने जन प्रतिनिधियों से भी आग्रह किया कि मतदाता फोटो परिचय पत्र के बारे में जनचेतना विस्तार में और अधिक भागीदारी निभाएं। विधायक छोटूसिंह भाटी एवं विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भी विचार रखे। उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका ने जैसलमेर जिले में मतदाता फोटो परिचय पत्र तथा पुनरीक्षण कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

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फ्लेगशिप योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन करें - मीणा

जैसलमेर, 6 जनवरी/अल्पसंख्यक मामलात विभागीय प्रमुख शासन सचिव सियाराम मीणा ने अधिकारियों को फ्लेगशिप कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन के प्रति गंभीरता बरतने के निर्देश दिए हैं और कहा है कि आम जन के बहुआयामी कल्याण से जुड़े इस कार्यक्रम को बेहतर ढंग से चलाकर जनोत्थान को नई दिशा दी जानी चाहिए।

प्रमुख शासन सचिव ने रविवार को जैसलमेर जिला कलक्ट्री सभा कक्ष में जिलाधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह निर्देश दिए। बैठक मेें जिला कलक्टर शुचि त्यागी, विधायक छोटूसिंह भाटी, प्रधान मूलाराम चौधरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बलदेवसिंह उज्जवल, उपखण्ड अधिकारी रमेशचन्द्र जैन्थ सहित विभिन्न विभागाें के अधिकारी उपस्थित थे।

प्रमुख शासन सचिव मीणा ने फ्लेगशिप कार्यक्रम में शामिल सभी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों से कहा कि वे जरूरतमन्दों और आम लोगों को इन योजनाओं से लाभान्वित करने में कोई कसर बाकी नहीं रखें और प्रत्येक योजना में निर्धारित लक्ष्यों की समय पर प्राप्ति सुनिश्चित करें।

जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने जिले में फ्लेगशिप कार्यक्रम की समेकित प्रगति की जानकारी दी और विश्वास दिलाया कि जैसलमेर जिले में इसके अन्तर्गत प्रभावी प्रयास किए जा रहे हैं। आरंभ में अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका ने प्रमुख शासन सचिव का स्वागत किया।

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प्रशासन गांवों के संग अभियान-2013

वीडियो कांफ्रेंसिंग से समीक्षा बैठक सोमवार को

जैसलमेर, 6 जनवरी/आगामी 10 जनवरी को शुरू होने जा रहे प्रशासन गांवों के संग अभियान-2013 के संबंध मेंं मुख्य सचिव एवं राजस्व विभागीय प्रमुख शासन सचिव सात जनवरी, सोमवार को अपराह्न ढाई बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षात्मक बैठक लेंगे। जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने बताया कि सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने विभाग से संबंधित विभागीय नोट के साथ निर्धारित समय पर एनआईसी में उपस्थित हों।

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प्रशासन गांवों के संग अभियान-2013

आमुखीकरण कार्यशाला सोमवार को

जैसलमेर, 6 जनवरी/आगामी 10 जनवरी से शुरू हो रहे प्रशासन गांवों के संग अभियान को लेकर आमुखीकरण कार्यशाला सात जनवरी, सोमवार को प्रातः 11 बजे जैसलमेर पंचायत समिति प्रांगण में होगी। यह जानकारी देते हुए अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका ने बताया कि इसमें सभी अधिकारी तथा पंचायतीराज के समस्त निर्वाचित पदाधिकारी हिस्सा लेंगे।

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जैसलमेर जिला आयोजना समिति की बैठक अब जैसलमेर पंचायत समिति सभागार में

जैसलमेर, 6 जनवरी/जिला आयोजना समिति की बैठक 8 जनवरी मंगलवार को दोपहर बाद एक बजे जिलाप्रमुख अब्दुला फकीर की अध्यक्षता में जैसलमेर पंचायत समिति सभागार में आयोजित होगी। इसमें पिछड़ा क्षेत्र विकास कोष योजना के लिए वर्ष 2012-13 की वार्षिक कार्ययोजना के लिए पंचायत समितियों एवं नगर निकायों से प्राप्त संशोधित प्रस्तावों पर विचार-विमर्श एवं अनुमोदन तथा वार्षिक जिला योजना-2012-13 का अनुमोदन आदि गतिविधियां निर्धारित हैं।

जिनालयों का शुद्धिकरण व अढ़ार अभिषेक महोत्सव में उमड़े श्रद्धालु


जिनालयों का शुद्धिकरण व अढ़ार अभिषेक महोत्सव में उमड़े श्रद्धालु
आत्म कल्याण का मार्ग है अढ़ार अभिषेक - पुण्डरीकरत्नविजय महाराज

जैसलमेर, 6 जनवरी/समस्त महाजन परिवारजिनज्ञा युवा ग्रुप राजनगरएवं जैन  ट्रस्ट जैसलमेर के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय जिनालय शुद्धिकरण व अढ़ार अभिषेक महोत्सव पन्यास पुण्डरीकरत्न विजय महाराज की पावन निश्रा में गुजरात से आए सत्रह विधि कारकों व संगीतकारों ने प्राकृत व संस्कृत भाषा के  जैन शास्त्रोक्त विधि विधान से सम्पन्न कराया।
इस अवसर पर पन्यास पुण्डरीकरत्न विजय महाराज ने बताया कि अढ़ार अभिषेक जिन प्रतिमा का जलदूधघीपवित्र नदियों व तीर्थों का जल व विभिन्न औषधियों से शुद्धिकरण अभिषेक से व्यक्ति के विचारों व आत्मा का भी कल्याण होता है।
इस अवसर पर अढ़ार अभिषेक के संयोजक गिरीश भाई ने कहा कि अढ़ार अभिषेक करने से जीवन की सभी रुकावटें समाप्त हो जाती हैंसभी विघ्नों का विनाश हो जाता है तथा सभी प्रकार के इच्छिक कार्यों की अनायास सहज सिद्धि हो जाती है। इस तीर्थ पर प्रतिष्ठित जिन बिंबों अर्थात जैन प्रतिमाओं की शुद्धिव नमन से हम सबका जीवन मंगलमय एवं कल्याणकारी होता है।
गुजरात से पधारे सभी श्रद्धालु महोत्सव में तृपेश व सुश्री झरना बोहरा ने संगीतमय प्रस्तुतियां देकर श्रद्धालुओं को नाचने-झूमने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान समूचा मन्दिर जयकारों से गुंजायमान हो उठा।
इस अवसर पर समस्त महाजन परिवार,जिनाज्ञा युवा ग्रुप की ओर से जैन मन्दिर में भगवान को दुग्धाभिषेक करने के लिए दो बड़े स्वर्ण कलश भेंट किए। महोत्सव में मूलसागर स्थित तुलसी गौशाला को असहाय गायों की सेवा के लिए मशीन के साथ ही एक लाख 33 हजार रुपए का चैक व्यवस्थापक को भेंट किया। उन्होंने निःशक्त बच्चों की स्कूल को बीस कंबल,दस हजार रुपए व खजूर के पैकेट भेंट किए। महंगाई को देखते हुए समस्त महाजन परिवार ने जैन ट्रस्ट के 94 कर्मचारियों को 500-500 रुपए नगद एवं एक-एक कंबल भेंट किया। इस अवसर पर जैसलमेर तीर्थ की यात्रा पर आने वाले साधु भगवंत-साध्वी मण्डल की सेवा के लिए लाख रुपए व भोजनशाला व तीर्थ व्यवस्था के लिए लाख रुपए भेंट किए।
समस्त महाजन परिवार व जिनाज्ञा युवा मण्डल के प्रवक्ता महेन्द्र भाई ने बताया कि हमने अब तक 650 वर्ष पुराने 111 जिनालयों और  एक सौ से लेकर 2300 वर्ष प्राचीन 12 हजार जिन प्रतिमाओं का शुद्धिकरण व अढ़ार अभिषेक कराया है। हमारे परिवार में हजार 575 भाविक कार्यकर्ता हैं जो प्रतिवर्ष राजस्थानमध्यप्रदेश के प्राचीन तीर्थ स्थानों का अभियान चलाकर शुद्धिकरण करते हैं।
नमिनाथ जिनालय परिसर में रात्रिकालीन भक्ति संध्या में ट्रस्ट मण्डल द्वारा समस्त महाजन परिवार के संयोजक गिरीश भाईजिनाज्ञा ग्रुप के मयंक भाई व उनके सभी साथियों का तिलकमालासाफाश्रीफल व स्मृति चिह्न प्रदान कर हार्दिक अभिनंदन किया गया।

इंदिरा गांधी के हत्यारे सम्मानित!



देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या करने वालों को सिखों की सर्वोच्च संस्था अकाल तख्त ने रविवार को सम्मानित किया। हत्यारों को 24 साल पहले फांसी दी गई थी और उसी दिन उन्हें सम्मानित किया गया।अकाल तख्त ने स्वर्ण मंदिर परिसर में हत्यारों के परिजनों को सम्मानित किया।
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सतवंत सिंह और केहर सिंह को 24 साल पहले इसी दिन फांसी दी गई थी। सतवंत सिंह और बेअंत सिंह इंदिरा गांधी के सुरक्षा कर्मियों में थे, जिन्होंने उन्हें 31 अक्टूबर, 1984 को सरकारी आवास पर गोली मार दी थी। केहर सिंह इस षडय़ंत्र में शामिल था। बेअंत सिंह को उसी वक्त अन्य सुरक्षा कर्मियों ने मार गिराया था।

दिल्ली बलात्कार के सभी अभियुक्त बिहारी:राज ठाकरे



बिहारियों के प्रति विवादास्पद बयान देते रहे महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने एक और विवादास्पद बयान दिया है.

राज ठाकरे ने मराठी भाषा में दिए गए भाषण में कहा, “मुझे बलात्कार पीड़ित से सहानुभूति है और ऐसा किसी के साथ भी नहीं होना चाहिए. लेकिन क्या किसी ने पूछा कि बलात्कार करने वाले कौन थे. इसके बारे में कोई नहीं बोल रहा है.उन्होंने आगे कहा, "सभी बलात्कार-बलात्कार चिल्ला रहे हैं लेकिन सभी बलात्कारी बिहार के हैं ये कोई नहीं कह रहा है.”

इससे पहले महाराष्ट्र में बिहारियों को 'घुसपैठिया' करार देने वाले मुंबई के मराठी नेता राज ठाकरे के ख़िलाफ़ दिल्ली पुलिस ने मुकदमा दर्ज हो चुका है.
पहले भी उगला है ज़हर

राज ठाकरे ने इस तरह का बयान पहले भी दिया था जब उन्होंने मुंबई हमलों का तार बिहार से जुड़ने की बात की थी.

राज ठाकरे ने जनवरी 2012 में उत्तर भारतीयों पर प्रहार करते हुए कहा था कि 13 जुलाई 2011 के मुंबई हमलों के मामले में बिहार के कथित चरमपंथियों का ग़िरफ़्तार किया जाना ये दर्शाता है कि इस हमले का बिहार से संबंध था.

पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा था, “मैं बहुत समय से कह रहा हूं कि उत्तर भारत से मुंबई आ कर बसने वालों की बढ़ती तादाद की वजह से चरमपंथी घटनाओं में बढ़ोत्तरी हुई है.

13/7 को मुंबई में हुए सिलसिलेवार हमलों के मामले में बिहार के कुछ संदिग्धों की ग़िरफ़्तारी ने मेरे दावे की पुष्टि की है. इस हमले के तार बिहार से जुड़े होने की बात साबित हो गई है. क्या इस बात पर कोई ध्यान देगा या नहीं? मुझे समझ नहीं आता कि मेरे बयानों पर इतना बवाल क्यों बनाया जाता है.”

इस बीच बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने राज ठाकरे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस तरह की कटुतापूर्ण बात नहीं की जानी चाहिए.

बिहार की राज्य सरकार के मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा,"अगर इस तरह का बयान राज ठाकरे ने दिया है तो वे अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं. नफरत फैलाकर कोई राजनीति की सीढ़ी चढ़ना चाहता है तो यह स्थाई नहीं हो सकता है."

पांच गर्भपात के बाद एस्प्रिन की मदद से फिर बनी मां!



लंदन। ब्रिटेन में 33 वर्षीय एक महिला ने पांच साल में पांच गर्भपात के बाद रोजाना एक एस्प्रिन खाकर सफलतापूर्वक एक बच्चे को जन्म दिया। समाचार पत्र सन के मुताबिक डॉन पैड्डॉक ने अप्रैल 2010 में अपने पुत्र शे को जन्म दिया था। वह अपने पुत्र को एक और भाई या बहन देना चाहती थी।
वह फिर से मां बनना चाहती थी, लेकिन वह 12 सप्ताह की महत्वपूर्ण अवधि को पूरा नहीं कर पा रही थी। 34 वर्षीय इंजीनियर पति से एक पुत्र को जन्म देने से पहले उसका दो गर्भपात हो चुका था। इसके बाद तीन बार गर्भपात होने के बाद उसे याद आया कि शे जब उसके गर्भ में था, तब वह एस्प्रिन ले रही थी।






अगली बार गर्भ ठहरने के बाद उसने फिर से रक्त को पतला करने वाली दवा हेपारियन और एक एस्प्रिन लेनी शुरू की और जुलाई 2012 में आश्चर्यजनक रूप से उसने सफलतापूर्वक पुत्री इसोबेल को जन्म दिया।विशेषज्ञों ने बाद में बताया कि उसे एंटीफोस्फोलिपिड सिंड्रोम की समस्या है और एस्प्रिन ने वास्तव में असर किया है।

नोएडा में लड़की से बलात्कार के बाद हत्या, शरीर पर गहरे जख्म



नई दिल्ली। दिल्ली में हुए गैंगरेप के बाद केंद्र और राज्य सरकारें भले ही पुलिस को चुस्त दुरुस्त करने का दावा करें लेकिन दिल्ली से सटे नोएडा में उसकी पोल खुल गई। नोएडा में एक निजी कंपनी में काम करने वाली लड़की की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई। इस लड़की के शरीर पर गंभीर चोट के निशान हैं। परिवारवालों का आरोप है कि जब वो लड़की के बारे में पुलिस से शिकायत करने गए तो उन्हें ये कहकर भगा दिया गया कि बेटी जवान है कहीं चली गई होगी। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं, पीड़ित घरवालों का कहना है कि जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं होंगे वो अपनी बेटी का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
नोएडा में लड़की से बलात्कार के बाद हत्या, शरीर पर गहरे जख्म
दरअसल शनिवार सुबह एक 23 साल की लड़की की लाश मिली। नोएडा की एक कंपनी में काम करने वाली ये लड़की शुक्रवार की रात दफ्तर से निकली थी लेकिन अपने घर नहीं पहुंची। उसकी बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई। पोस्टमॉर्टम के दौरान जो जानकारी सामने आई है, उससे साबित होता है कि इस केस में भी हैवानियत की हदें तोड़ दी गईं। सूत्रों के मुताबिक लड़की के पूरे शरीर पर दांत से काटे जाने के निशान मिले हैं। उसके निजी अंगों को भी चोट पहुंचाई गई है।

महिलाओं से जुड़े अपराधों को पुलिसवाले कितनी गंभीरता से लेते हैं। नोएडा का ये रेप केस इसका गवाह है। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार रात जब लड़की घर नहीं पहुंची तो उसके रिश्तेदारों ने कंपनी में जाकर पता किया। बताया गया कि लड़की रात साढ़े आठ बजे ही ऑफिस से निकल चुकी थी। उसके साथ कंपनी में काम करने वाली कुछ महिला कर्मचारी भी थीं। परिवार ने रातभर नोएडा की सड़कों पर खाक छानी और सुबह करीब सात बजे नोएडा के सेक्टर 63 की चौकी गए। लड़की के परिवार वालों का आरोप है कि पुलिस वालों ने लड़की के परिजनों को ये कहकर रफादफा कर दिया कि उनकी बेटी जवान है किसी के साथ चली गई होगी।

लड़की के घरवालों का आरोप है कि सेक्टर 63 की चौकी में कार्रवाई नहीं होने पर लड़की के परिवार वाले सेक्टर 62 की चौकी पर गए। वहां तो किसी पुलिस वाले ने उनसे बात तक नहीं की। इसी दौरान सुबह नौ बजे लड़की का शव नोएडा के सेक्टर 63 में ही झाड़ियों से बरामद हुआ। उसके चेहरे और शरीर पर चोट के गंभीर निशान थे, गले में चुन्नी लिपटी थी और शरीर के निचले हिस्से के कपड़े गायब थे। पुलिस ने तीन डॉक्टरों की टीम से लड़की का पास्टमार्टम कराया है। पोस्टमार्टम के बाद लड़की का वैजाइनल स्वाब और बिसरा भी प्रिजर्व कर लिया। लेकिन रेप का केस दर्ज करने में उसे घंटों लग गए। घरवालों की मानें तो शुरू में पुलिस की पूरी कोशिश रही कि इसे हत्या का केस ही बनाया जाए, लेकिन जब दबाव बढ़ा तब उसने देर शाम बलात्कार और सबूत नष्ट किए जाने की धाराएं भी जोड़ लीं।

छेड़छाड़ में 18 घंटे में एक और चालान पेश

छेड़छाड़ में 18 घंटे में एक और चालान पेश

जोधपुर। रेलवे स्टेशन रोड पर राह चलती युवती को अश्लील इशारे कर छेड़छाड़ करने के मामले में उदयमंदिर थाना पुलिस ने मात्र अठारह घंटे में जांच कर आरोपित युवक के खिलाफ शनिवार को कोर्ट में चालान पेश कर दिया। कोर्ट ने गिरफ्तार युवक को जमानत पर रिहा कर दिया। पुलिस ने छेड़छाड़ के दो अलग-अलग मामलों में गत दो दिन में मात्र बीस घंटे के भीतर चालान पेश करने की यह दूसरी मिसाल पेश की है।उप निरीक्षक सुमेर सिंह के अनुसार शुक्रवार देर रात रेलवे स्टेशन रोड पर मोटरसाइकिल का टायर पंक्चर होने के कारण पिता के साथ पैदल जा रही दो युवतियों को अंधेरे में खड़े एक युवक ने अश्लील इशारे किए।

पिता के टोकने पर शराब के नशे में युवक झगड़े पर उतारू हो गया। बाद में पुलिस ने छेड़छाड़ का मामला दर्ज कर आरोपित युवक मोहन नगर ए बीजेएस निवासी गजेन्द्र सिंह पुत्र सुमेरसिंह राठौड़ को गिरफ्तार किया। जांच अधिकारी सुमेरसिंह ने अटारह घंटे के अंदर मामले की जांच पूरी कर शनिवार अपराह्न चार बजे महानगर मजिस्ट्रेट संख्या-3 में आरोपित के साथ-साथ चार्जशीट भी पेश की। अदालत ने आरोपित को जमानत पर रिहा करने के आदेश दिए।

त्वरित जांच का दूसरा मामला: ब्यावर से जोधपुर आ रही रोडवेज की वोल्वो बस में महिला यात्री से छेड़छाड़ करने के मामले में गुरूवार शाम अहमदाबाद निवासी जायद कुरैशी को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में भी एसआई सुमेरसिंह ने मात्र बीस घंटे में मामले की जांच पूरी कर शुक्रवार को आरोपित के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट पेश की थी।

आईएएस अफसर ने मांगी रिश्वत में महिला

आईएएस अफसर ने मांगी रिश्वत में महिला

भोपाल। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष मानक अग्रवाल ने शनिवार को आरोप लगाया है कि आईएएस अफसर आशीष उपाध्याय ने रिश्वत में पांच लाख रूपए और महिला उपलब्ध कराने की मांग की थी। यह मांग उन्होंने गुना जिले के आदिम जाति कल्याण विभाग के संयोजक एलआर मीणा से पिछले साल 5 जनवरी को की थी।

अग्रवाल ने 25 अक्टूबर 2012 को अवर सचिव आदिम जाति कल्याण विभाग कमला अजीतवार के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि आदेश में कहा गया है कि एलआर मीणा ने विभाग को दिए लिखित कथन में कहा कि आयुक्त आदिवासी विकास आशीष उपाध्याय ने 5 जनवरी 2012 को शिवपुरी में उनसे पांच लाख रूपए और महिला उपलब्ध कराने की मांग की थी, जिसकी पूर्ति नहीं होने पर उनके द्वारा मीणा का स्थानांतरण और निलंबन करवाया गया। झूठी शिकायत बनाकर जाति प्रमाण-पत्र की जांच करवाई गई।

कांग्रेस ने आदेश की प्रति भी मीडिया को दी। इस मामले में अग्रवाल ने कहा कि इतना संगीन आरोप लगने के बाद भी सरकार ने उपाध्याय की जांच नहीं करवाई, जबकि ऎसे मामलों में अधिकारियों को बर्खास्त करने की कार्रवाई की जानी चाहिए थी। उधर, आशीष उपाध्याय ने कहा कि एलआर मीणा के खिलाफ चार जांचें विभाग में चल रही हैं। मीणा के जाति पमाण पत्र की भी जांच लंबित है। इन जांचों के चलते ही उन्होंने निराधार आरोप लगाए हैं।

उपाध्याय ने लिखा सीएस को पत्र
आशीष उपाध्याय ने अपनी सफाई में सीएस को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि मीणा द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं। उपाध्याय ने पत्र में लिखा है कि मीणा की हर पदस्थापना के दौरान मुख्यालय को उनकी अनियमितताओं और कदाचरण की शिकायतें मिलती रही हैं। अनुसूचित जनजाति विकास निगम ने सिर्फ मीणा के कथनों के आधार पर एक पक्षीय आदेश जारी किया है।

एसपी को बंधी देने वाले 12 थानेदार हटाए



जयपुर. थानों से मासिक वसूली को लेकर एसीबी द्वारा की गई कार्रवाई में नामजद एएसपी लोकेश सोनवाल को राज्य सरकार ने शनिवार को निलंबित कर दिया। उधर, अजमेर के निलंबित एसपी राजेश मीणा और एएसपी सोनवाल को हर माह बंधी देने वाले अजमेर के 12 थाना प्रभारियों को हटा दिया गया है। राज्य सरकार के आदेश पर आईजी अनिल पालीवाल ने शनिवार को इनको लाइन हाजिर कर दिया।


गृह विभाग के आदेश के अनुसार सोनवाल तीन दिन से ड्यूटी से नदारद हैं। रविवार को होने वाली पुलिस कांस्टेबल भर्ती के लिए अजमेर के नोडल अधिकारी भी थे। उनके बिना सूचना के अनुपस्थित होने को घोर अनुशासनहीनता माना गया है। निलंबन काल के दौरान उनका मुख्यालय डीजीपी कार्यालय में रहेगा।

इनकी जगह ये लगाए गए

मदनगंज से हर्षराजसिंह को सिविल लाइंस, नागौर से हनुवंत सिंह भाटी को दरगाह, चेतना भाटी को गंज, गणेशाराम को रामगंज, रामकिशन विश्नोई को क्लॉक टावर, हस्तीमल जीनगर को पुष्कर और भीलवाड़ा से ओमप्रकाश वर्मा को आदर्शनगर थाने पर अस्थाई तौर पर लगाया गया है। वहीं टीआई, सांवर, भिनाय, नसीराबाद सदर और क्रिश्चियन गंज थानों पर फिलहाल किसी को नहीं लगाया गया।


पुलिस के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई


पुलिस के इतिहास में ऐसे पहली बार हुआ है जब घूसखोरी के मामले में एसपी व एएसपी के निलंबन के बाद किसी जिले में एक साथ इतने बड़े पैमाने पर थानेदारों को लाइन हाजिर किया गया है। इनकी जगह नागौर व भीलवाड़ा से 7 थाना प्रभारियों को अजमेर रेंज में भेजा गया है। फिलहाल 5 थानों पर किसी को भी नहीं लगाया गया है।

ये हुए लाइन हाजिर

लाइन हाजिर थानेदारों में सात अजमेर शहर, चार ग्रामीण क्षेत्र तथा एक ट्रैफिक इंस्पेक्टर है। आदेश के अनुसार सिविल लाइंस के सीआई रविंद्र सिंह, क्रिश्चियन गंज के सुनील विश्नोई, गंज के जयपाल विश्नोई, दरगाह थाने के हनुमान सिंह राठौड़, ट्रैफिक इंस्पेक्टर बंशीलाल, क्लॉक टावर के प्रमोद स्वामी, आदर्शनगर के खान मोहम्मद, रामगंज के कुशाल चौरडिय़ा, नसीराबाद सदर के आइदानराम, पुष्कर के गोपाललाल हिंडोनिया, सांवर के संजय शर्मा और भिनाय के अशोक विश्नोई हैं।



लेन-देन की पर्चियों के आधार पर हुई कार्रवाई


एसीबी की कार्रवाई के दौरान निलंबित एसपी राजेश मीणा और एएसपी लोकश सोनवाल के बिचौलिए रामदेव ठठेरा से थानों से वसूली का हिसाब-किताब पर्चियों में लिखा मिला था। ये पर्चियां मीणा के घर हुई कार्रवाई मिली थी। इन्हीं के आधार पर इन बारह थाना प्रभारियों पर यह कार्रवाई की गई है।



कांस्टेबल भर्ती परीक्षा कराने के बाद होंगे रिलीव


लाइन हाजिर किए गए सभी थानाप्रभारी रविवार को होने वाली कांस्टेबल भर्ती परीक्षा संपन्न कराने के बाद रिलीव होंगे। ये सभी एसीबी की कार्रवाई के दौरान लाइन हाजिर रहेंगे। जिन थाना प्रभारियों के तबादले किए गए हैं वे परीक्षा संपन्न होने के बाद सायंकाल पदभार संभालेंगे।

दबाव के कारण जूनियर होने के
बावजूद एसपी बना दिए गए मीणा

जयपुर त्न पुलिस मुख्यालय और रेंज के अफसरों में इस बात को लेकर चर्चा है कि राजेश मीणा को एक मंत्री और सीनियर आईपीएस के दबाव में अजमेर का एसपी बनाया गया था। अफसरों का कहना है कि इस जिले में अब तक सीनियर आईपीएस को ही एसपी के पद पर लगाया जाता रहा है। लेकिन महज एक जिले के अनुभव के आधार पर अजमेर जैसे संवदेनशील जिले में राजेश मीणा को एसपी बना दिया गया। सूत्रों की मानें तो राजेश मीणा पुलिस मुख्यालय के एक सीनियर आईपीएस के काफी नजदीकी थे। इसी नजदीकी के कारण वे न केवल अजमेर में एसपी बने, बल्कि आउट ऑफ वे जाकर उनका नाम पुलिस पदक के लिए भेजा गया।

सर्दी का सितम जारी शून्य से नीचे गिरा पारा, ग्रामीण क्षेत्रों में जमी बर्फ -3.5०


सोमवार से स्कूलों में छुट्टियों की हुई घोषणा। ग्रामीण क्षेत्रों में पारा पहुंचा जमाव बिंदु पर 



सर्दी का सितम जारी
शून्य से नीचे गिरा पारा, ग्रामीण क्षेत्रों में जमी बर्फ -3.5० 




सांकड़ा. तापमान में आई गिरावट के कारण गाडिय़ों पर जमी बर्फ।
जैसलमेर

जिले में शीतलहर का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में शीतलहर के चलते हालात दिनों दिन खराब होते जा रहे है। सर्द हवाओं के चलते लोगों की दिनचर्या में भी बदलाव देखने को मिल रहा है। शनिवार अलसवेरे

रामगढ़, सांकड़ा सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में वाहनों पर बर्फ की हल्की चादर देखने को मिली। वहीं चांधन में पारा माइनस 3.5 डिग्री दर्ज किया गया। स्वर्णनगरी में भी सर्दी का सितम जारी है। शनिवार को अलसेवेरे ठंड अधिक होने के कारण गड़सीसर सरोवर में भी बर्फ की हल्की परत देखने को मिली। स्कूलों में भी विद्यार्थियों की संख्या कम रही। परिजनों ने मौसम को देखते हुए बच्चों को स्कूल नहीं भेजा। वहीं कोहरे के कारण भी सुबह के समय वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

चांधन में पारा पहुंचा -3.5

जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर चांधन में शनिवार को न्यूनतम तापमान -3.5 डिग्री दर्ज किया गया। चांधन में सर्द हवाओं के चलते लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। वहीं पूरे दिन भी हवाओं के चलते सर्दी से राहत नहीं मिल पाई। चांधन में लगातार तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। वहीं जनवरी माह में न्यूनतम तापमान माइनस 3.5 डिग्री दर्ज किया गया।



रामगढ़ में जमीं बर्फ : रामगढ़. कस्बे में बीती रात तापमान जमाव बिंदू पर पहुंच गया। शनिवार अल सवेरे वाहनों पर बर्फ की चादर जमीं नजर आई। पिछले दो दिनों से बर्फीली हवाओं का दौर चल रहा है तथा शनिवार को मोटर साईकिलों की सीटों पर बर्फ की चादर जम गई। मौसम में पहली बार ऐसी भीषण सर्दी ने आमजन को झकझोर कर रख दिया है। शनिवार को कोहरे के छंटने के बाद पूरे दिन खिली धूप भी हवाओं के सामने बेअसर साबित हो रही थी। धूप में भी लोगों की धूजणीं छूटती रही और लोग गर्म लबादे ओढऩे के बाद भी ठिठुरते रहे। तेज ठंड के कारण लोग देर तक घरों में दुबके रहे। सर्दी से राहत पाने के लिए लोगों ने अलाव का सहारा लिया तथा चाय व चाट पकौड़ी की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ देखने को मिली। सर्दी के चलते दिन भर गलन महसूस होती रही। इसमें सर्वाधिक परेशानी स्कूली बच्चों को उठानी पड़ी। हवाओं व कोहरे के बीच छोटे छोटे बालक ठिठुरते हुए स्कूल जाते नजर आए।

सांकड़ा गांव में शनिवार का दिन सबसे सर्द रहा। शुक्रवार को तापमान शुन्य से नीचे गिरने के कारण जहां गाडिय़ों पर ओस की बूंदों ने जम कर बर्फ का रूप ले लिया। वहीं दूसरी ओर सुबह से ही लोग बाग अलाव तापकर सर्दी से बचने का जतन करते हुए नजर आए। तापमान में हुई गिरावट के कारण बाजार में रौनक कम रही। हल्की हवाओं के चलने के कारण आमजन ठिठुरते हुए दिखाई दिए।

फलसूंड में शुक्रवार की रात्रि को तापमान में गिरावट होने के कारण जहां मटकियों में पानी में बर्फ की परत जमी दिखाई दी। वहीं गाडिय़ों पर भी ओस की बूंदे जमी हुई नजर आई। लोग बाग सुबह अपने वाहनों के ऊपर से बर्फ की चादर को हटाते हुए दिखाई दिए। तापमान में गिरावट के कारण शनिवार को सुबह भी सर्दी का कहर जारी रहा। ऐसे में दिनभर लोग सर्दी से बचने का जतन करते हुए दिखाई दिए।

जैसलमेर. कलेक्टर जैसलमेर शुचि त्यागी ने जिले में अत्यधिक पड़ रही सर्दी के प्रकोप को दृष्टिगत रखत हुए सोमवार से बुधवार 9 जनवरी तक तीन दिवस की अवधि के लिए कक्षा 1 से 8 तक की सभी राजकीय एवं गैर राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शैक्षिक अवकाश घोषित किया है। भास्कर में खबर के प्रकाशन के बाद प्रशासन ने स्कूलों में छुट्टियों की घोषणा कर दी है। कलेक्टर त्यागी के अनुसार इस दौरान शिक्षा अधिकारियों, अध्यापकों एवं कार्मिकों का अवकाश नहीं रहेगा।

पोकरण. उपखण्ड क्षेत्र में शनिवार का दिन काफी सर्द रहा। सुबह से ही आसमान में कोहरे के छाए रहने के कारण ठंड का असर दिखाई दिया। शनिवार को छाए कोहरे के कारण सर्दी का अहसास और बढ़ा। दोपहर के 12 बजने के साथ ही आसमान में सूर्य देवता का तेवर फीके दिखाई देने लगे। शाम होने के साथ साथ ठंड का अहसास बढऩे लगा तथा सूर्य ढलने के साथ ही व्यापारी अपने प्रतिष्ठान बंद करते हुए नजर आए।

जैसलमेर. गड़सीसर सरोवर में शनिवार सुबह जमी हल्की बर्फ की परत।










शनिवार, 5 जनवरी 2013

11 साल के बच्चे से 40 साल की महिला ने किया दुष्कर्म

कोच्चि।। जब देश महिलाओं के साथ बढ़ते दुष्कर्म से गुस्से में है वैसे में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। केरल में 40 साल की एक महिला 11 साल के स्कूली लड़के का यौन शोषण करती थी। लड़का शर्म से किसी को बता नहीं पा रहा था। यौन शोषण करने वाली महिला लड़के की पड़ोसी है। यह घटना एर्नाकुलम जिले के पारूर इलाके की है। इस घटना से लोग हैरान हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला को अरेस्ट कर लिया गया है। sexually-abusing
लड़के के साथ महिला ने 11 दिसंबर को दुराचार किया था। उसने पूरा वाकया अपने क्लासमेट को बताया। इसके बाद पीड़ित लड़के के घर वालों को पता चला। घरवालों ने पुलिस स्टेशन जाकर एफआईआर दर्ज कराई। इसके फौरन बाद महिला को अरेस्ट कर लिया गया।

नाबालिग लड़के का बयान पुलिस ने ले लिया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों को बचाने संबंधी कानून के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

अजमेर के एएसपी लोकेश सोनवाल निलंबित



जयपुर। थानों से वसूली करने के मामले में अजमेर एसपी राजेश मीणा के साथ एसीबी में नामजद किए गए एएसपी लोकेश सोनवाल को राज्य सरकार ने निलंबित कर दिया है। शनिवार शाम इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए। इस मामले में एसपी मीणा की गिरफ्तारी के बाद से ही सोनवाल भूमिगत हैं और पिछले तीन दिन से बिना बताए ड्यूटी से नदारद हैं।

गृह विभाग के आदेश के अनुसार एएसपी सोनवाल 3 जनवरी, 13 को दोपहर बाद स्वेच्छा से ड्यूटी से अनुपस्थित है। उनके रिहायशी निवास वैशालीनगर थाना के मार्फत उनको 4 जनवरी को ड्यूटी पर उपस्थित होने के रीकॉल नोटिस दिया गया। रविवार को पुलिस कांस्टेबल भर्ती के लिए सोनवाल अजमेर के लिए नोडल अधिकारी थे। उनके बिना सूचना के अनुपस्थित होने के घोर अनुशासनहीनता माना गया है। इसके चलते उनको निलंबित कर दिया गया है। निलंबन काल के दौरान उनका मुख्यालय डीजीपी कार्यालय में रहेगा।