जयपुर. थानों से मासिक वसूली को लेकर एसीबी द्वारा की गई कार्रवाई में नामजद एएसपी लोकेश सोनवाल को राज्य सरकार ने शनिवार को निलंबित कर दिया। उधर, अजमेर के निलंबित एसपी राजेश मीणा और एएसपी सोनवाल को हर माह बंधी देने वाले अजमेर के 12 थाना प्रभारियों को हटा दिया गया है। राज्य सरकार के आदेश पर आईजी अनिल पालीवाल ने शनिवार को इनको लाइन हाजिर कर दिया।
गृह विभाग के आदेश के अनुसार सोनवाल तीन दिन से ड्यूटी से नदारद हैं। रविवार को होने वाली पुलिस कांस्टेबल भर्ती के लिए अजमेर के नोडल अधिकारी भी थे। उनके बिना सूचना के अनुपस्थित होने को घोर अनुशासनहीनता माना गया है। निलंबन काल के दौरान उनका मुख्यालय डीजीपी कार्यालय में रहेगा।
इनकी जगह ये लगाए गए
मदनगंज से हर्षराजसिंह को सिविल लाइंस, नागौर से हनुवंत सिंह भाटी को दरगाह, चेतना भाटी को गंज, गणेशाराम को रामगंज, रामकिशन विश्नोई को क्लॉक टावर, हस्तीमल जीनगर को पुष्कर और भीलवाड़ा से ओमप्रकाश वर्मा को आदर्शनगर थाने पर अस्थाई तौर पर लगाया गया है। वहीं टीआई, सांवर, भिनाय, नसीराबाद सदर और क्रिश्चियन गंज थानों पर फिलहाल किसी को नहीं लगाया गया।
पुलिस के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई
पुलिस के इतिहास में ऐसे पहली बार हुआ है जब घूसखोरी के मामले में एसपी व एएसपी के निलंबन के बाद किसी जिले में एक साथ इतने बड़े पैमाने पर थानेदारों को लाइन हाजिर किया गया है। इनकी जगह नागौर व भीलवाड़ा से 7 थाना प्रभारियों को अजमेर रेंज में भेजा गया है। फिलहाल 5 थानों पर किसी को भी नहीं लगाया गया है।
ये हुए लाइन हाजिर
लाइन हाजिर थानेदारों में सात अजमेर शहर, चार ग्रामीण क्षेत्र तथा एक ट्रैफिक इंस्पेक्टर है। आदेश के अनुसार सिविल लाइंस के सीआई रविंद्र सिंह, क्रिश्चियन गंज के सुनील विश्नोई, गंज के जयपाल विश्नोई, दरगाह थाने के हनुमान सिंह राठौड़, ट्रैफिक इंस्पेक्टर बंशीलाल, क्लॉक टावर के प्रमोद स्वामी, आदर्शनगर के खान मोहम्मद, रामगंज के कुशाल चौरडिय़ा, नसीराबाद सदर के आइदानराम, पुष्कर के गोपाललाल हिंडोनिया, सांवर के संजय शर्मा और भिनाय के अशोक विश्नोई हैं।
लेन-देन की पर्चियों के आधार पर हुई कार्रवाई
एसीबी की कार्रवाई के दौरान निलंबित एसपी राजेश मीणा और एएसपी लोकश सोनवाल के बिचौलिए रामदेव ठठेरा से थानों से वसूली का हिसाब-किताब पर्चियों में लिखा मिला था। ये पर्चियां मीणा के घर हुई कार्रवाई मिली थी। इन्हीं के आधार पर इन बारह थाना प्रभारियों पर यह कार्रवाई की गई है।
कांस्टेबल भर्ती परीक्षा कराने के बाद होंगे रिलीव
लाइन हाजिर किए गए सभी थानाप्रभारी रविवार को होने वाली कांस्टेबल भर्ती परीक्षा संपन्न कराने के बाद रिलीव होंगे। ये सभी एसीबी की कार्रवाई के दौरान लाइन हाजिर रहेंगे। जिन थाना प्रभारियों के तबादले किए गए हैं वे परीक्षा संपन्न होने के बाद सायंकाल पदभार संभालेंगे।
दबाव के कारण जूनियर होने के
बावजूद एसपी बना दिए गए मीणा
जयपुर त्न पुलिस मुख्यालय और रेंज के अफसरों में इस बात को लेकर चर्चा है कि राजेश मीणा को एक मंत्री और सीनियर आईपीएस के दबाव में अजमेर का एसपी बनाया गया था। अफसरों का कहना है कि इस जिले में अब तक सीनियर आईपीएस को ही एसपी के पद पर लगाया जाता रहा है। लेकिन महज एक जिले के अनुभव के आधार पर अजमेर जैसे संवदेनशील जिले में राजेश मीणा को एसपी बना दिया गया। सूत्रों की मानें तो राजेश मीणा पुलिस मुख्यालय के एक सीनियर आईपीएस के काफी नजदीकी थे। इसी नजदीकी के कारण वे न केवल अजमेर में एसपी बने, बल्कि आउट ऑफ वे जाकर उनका नाम पुलिस पदक के लिए भेजा गया।
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