मंगलवार, 17 अप्रैल 2012

पाकिस्‍तान की ‘कुंवारी’ मीरा ने कराया गर्भपात, जांच के आदेश

इस्‍लामाबाद. पाकिस्‍तान की चर्चित अभिनेत्री मी‍रा एक बार फिर विवादों में है। मीरा पर गैरकानूनी गर्भपात कराने का आरोप लगा है। पाकिस्‍तान की एक अदालत ने इस आरोप पर फिल्‍म स्‍टार के खिलाफ केस दर्ज करने के अनुरोध से जुड़ी याचिका मंजूर कर ली है।
 
अदालत ने मुहम्‍मद इस्‍लाम नामक एक शख्‍स की याचिका मंजूर करते हुए पुलिस को मामले की जांच के आदेश दिए हैं। याचिकाकर्ता का आरोप है कि खुद को ‘कुंवारी’ होने का दावा करने वाली फिल्‍म अभिनेत्री द्वारा गर्भपात करवाना ‘गैरकानूनी’ और ‘गैर इस्‍लामिक’ है। इस्‍लाम ने अपनी याचिका में कहा है कि हाल में ऐसी खबरें आईं कि मीरा ने गर्भपात कराया है। याचिकाकर्ता ने कोर्ट से गुजारिश की है कि मी‍रा के खिलाफ विवादास्‍पद हुदूद कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए। यह कानून 1979 में बना था जिसके तहत विवाहेत्‍तर संबंधों और शराब पीने जैसे अपराधों के लिए कड़ी सजा का प्रावधान है।

पाकिस्‍तानी अखबारों में प्रकाशित खबर के मुताबिक मीरा ने लाहौर के अस्‍पताल में भर्ती होने के समय रबाब नवैद नाम से अपना रजिस्‍ट्रेशन कराया। गौरतलब है कि मीरा ने पाकिस्‍तानी मूल के अमेरिकी पायलट नवैद शहजाद से सगाई की थी जो अब टूट चुकी है। मी‍रा पर आरोप है कि उन्‍होंने अस्‍पताल में भर्ती होने के वक्‍त नवैद के नाम का बेजा इस्‍तेमाल किया। नवैद के पिता के कहा है कि गैरकानूनी गर्भपात कराना इस्‍लाम में हराम तो है ही, मीरा ने उनके बेटे की तौहीन की है।

मीरा कुंवारी हैं या नहीं, इसे लेकर भी संस्‍पेंस है। अतीक-उर-रहमान नामक एक शख्‍स का दावा है कि मीरा ने उससे शादी की है। इस शख्‍स ने मीरा की नवैद से सगाई का भी विरोध किया था।

मंत्री को गाली प्रकरण में हंगामा, सदन एक घंटे के लिए फिर स्थगित

 

जयपुर। मंत्री को गालियां देने के मामले ने राज्य विधानसभा में मंगलवार को तूल पकड़ लिया और इसे लेकर जोरदार हंगामा हुआ। चिकित्सा राज्य मंत्री राजकुमार शर्मा और राजेंद्र सिंह गुढ़ा वेल में आ गए। उन्होंने घटना के लिए मुख्य सचेतक रघु शर्मा को जिम्मेदार बताया। भाजपा के सभी सदस्यों ने वेल में आकर प्रदर्शन और नारेबाजी की। चार मिनट तक चले हंगामे के कारण प्रश्नकाल नहीं हो सका। हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। फिर कार्यवाही दुबारा शुरू होते ही 35 सेकंड में ही एक घंटे के लिए स्थगित कर दी गई।


विधानसभा उपाध्यक्ष के सदन में आकर प्रश्नकाल पुकारते ही भाजपा के उपनेता घनश्याम तिवाड़ी ने खड़े होकर कहा कि प्रश्नकाल स्थगित कर पहले सोमवार की रात हुई घटना के फुटेज देखे जाएं और उसके आधार पर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार का गरिमा विहीन व्यवहार हुआ है और उस पर एक अखबार ने हमें शिशुपाल लिखा है, उससे हम दुखी हैं।


तिवाड़ी अपनी बात पूरी ही नहीं कर पाए थे कि आयोजना (श्रम शक्ति) राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने खड़े होकर कहा कि कल रात की घटना के लिए मुख्य सचेतक रघु शर्मा जिम्मेदार हैं। इतना कहने के साथ ही वे अपनी सीट से उठकर वेल में आ गए।


उनके साथ ही चिकित्सा राज्य मंत्री राजकुमार शर्मा भी वेल में आ गए। उनको वापस लाने के लिए पीडब्ल्यूडी राज्य मंत्री मुरारीलाल मीणा, संसदीय सचिव रामकेश मीणा, रमेश मीणा और गिर्राज सिंह मलिंगा भी वेल में आ गए। इस बीच संसदीय मंत्री शांति धारीवाल और पर्यटन मंत्री बीना काक सहित अन्य मंत्रियों और वरिष्ठ विधायकों ने उन्हें समझाकर सीट पर जाने का आग्रह किया। उनके नहीं मानने पर भाजपा के सदस्य भी वेल में आ गए। उपाध्यक्ष ने 11:04 पर सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।


उल्लेखनीय है सोमवार को रात नौ बजे के आसपास चिकित्सा-स्वास्थ्य एवं सफाई की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान भाजपा से निलंबित विधायक हनुमान बेनीवाल अपनी बात कह रहे थे। उस समय उनकी चिकित्सा राज्य मंत्री राजकुमार शर्मा से कहासुनी हो गई। बात बढऩे पर हनुमान बेनीवाल ने गालियां बोलना शुरू कर दिया।


इस पर उत्तेजित होकर राजकुमार शर्मा हनुमान बेनीवाल की ओर बढ़े तो कुछ सदस्यों ने बीच बचाव कर दोनों को रोका। बाद में आसन पर बैठे सभापति सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने अपशब्दों को कार्यवाही से निकाल दिया। इस घटना के बाद भाजपा की ओर से आपत्ति दर्ज कराने के बाद भी रात में कोई कार्रवाई नहीं की गई, बल्कि मुख्य सचेतक ने तो कार्यवाही जारी रखने पर जोर दिया।

प्रज्ञा पुरुष थे आचार्य महाप्रभ :महाश्रमण जी

प्रज्ञा पुरुष थे आचार्य महाप्रभ :महाश्रमण जी

आचार्य महाप्रज्ञ की तीसरी पुण्यतिथि मनाई, मेली गांव में आचार्य महाश्रमण का भावभीना अभिनंदन, धर्म सभा में उमड़े श्रावक-श्राविकाएं

सिवाना (बालोतरा)

आचार्य महाश्रमण ने आचार्य महाप्रभ की तीसरी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि जिसमें प्रज्ञा नहीं होती, वह तत्व को नहीं समझ सकता। प्रज्ञा के बिना शास्त्रों के मर्म को ग्रहण नहीं कर सकता। प्रज्ञा विहीन व्यक्ति के सामने भले ही शास्त्रों का भंडार हो लेकिन उससे उसका कोई भला नहीं होगा। उन्होंने कहा कि आचार्य महाप्रज्ञ प्रज्ञा पुरुष थे। उन्होंने तत्व को समझा ही नहीं, दूसरों को भी समझाने का प्रयास किया। आचार्य महाश्रमण मेली गांव में धर्म सभा को संबोधित कर रहे थे।

आचार्य महाश्रमण ने कहा कि आचार्य महाप्रज्ञ के जीवन का काफी समय विद्या की उपासना में बीता। गुरुदेव तुलसी के विद्यार्थियों में ही एक विद्यार्थी महाप्रज्ञ थे। उन्होंने लंबा आयुष्य प्राप्त किया था। गुरुदेव महाप्रज्ञ का संस्कृत भाषा पर गजब का अधिकार था।

गजब की जोड़ी थी-

गुरुदेव तुलसी जनता व साधु-साध्वियों को संभालते और आश्रम के टिप्पण, भूमिका आदि कार्य मुख्यतया आचार्य महाप्रज्ञ कर लेते थे। ये इस प्रकार दो डिपार्टमेंट से हो गए थे। दोनों काम चलते रहते और यूं मानना चाहिए कि गुरुदेव तुलसी व गुरुदेव महाप्रज्ञ दोनों को मिलाने से परिपूर्णता आती है। धर्म संघ को सौभाग्य था कि उसे दो ऐसे व्यक्तित्व प्राप्त हुए जो अपना-अपना काम संभाल लेते और काम में परिपूर्णता आ जाती है। यह अलबेली जोड़ी थी, गुरु के साथ में उन्होंने आचार्यत्व को प्राप्त किया था।

ज्योतिष व पुरुषार्थ का अपना-अपना महत्व

उन्होंने कहा कि आयुष्य के संदर्भ में ज्योतिष पर ज्यादा विश्वास नहीं करना चाहिए। कुंडली, हस्तरेखा दिखाने में भविष्य जानने में व्यक्ति को समय नहीं लगाना चाहिए। आदमी को सत् पुरुषार्थ साधना करनी चाहिए। आयुष्य जितना है उतना हो जाएगा। उसकी क्या चिंता, करना है तो अच्छा काम करो। आयुष्य छोटा हो तो भी अच्छा काम करना है। व्यक्ति को मुहूर्त में भी ज्यादा नहीं पडऩा चाहिए। नवकार मंत्र का जाप और धर्म की साधना में लीन रहते हुए कार्य करते रहना चाहिए। ज्योतिष को अपने स्थान पर महत्व है और पुरुषार्थ का अपना महत्व है।

विलक्षण संत थे आचार्य महाप्रज्ञ

कार्यक्रम में साध्वी प्रमुख श्री कनक प्रभा ने कहा कि जिस प्रकार सागर की गहराई को मापना असंभव है, उसी प्रकार आचार्य श्री महाप्रज्ञ अमाप्य थे। वे एक विलक्षण संत थे। वे ज्ञान के हर क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान रखते थे। मंत्री मुनि सुमेरमल ने कहा कि आचार्य महाप्रज्ञ अपने पुरुषार्थ के लिए हमेशा याद किए जाएंगे। उनको ज्ञान के हर क्षेत्र में सिद्धहस्तता प्राप्त थी। मुख्य नियोजिका साध्वी विश्रुत विभा ने कहा कि आचार्य महाप्रज्ञ के लेखन का तरीका भी विलक्षण था। उनके मोह कर्म का विलय हो चुका था। शासन मुनि राजेन्द्र कुमार ने अपने श्रद्धासिक्त भावों की अभिव्यक्ति दी। मुनि कोमल कुमार ने 'महाप्रज्ञ को वंदन आज' कविता से अपनी भावाभिव्यक्ति दी। मुनि धन्यकुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इससे पूर्व मुनि दिनेश कुमार ने 'ऊं जय महाप्रज्ञ गुरुदेव' के माध्यम से अभ्यर्थना की। साध्वी वृंद की ओर से प्रमुखा श्री की ओर से रचित गीत 'सूरज बन कण चमक्यां गण गीगनार' से भाव सुमन अर्पित किए। समणी वृंद ने जय गुरुवरं, जय गुरुवरं गीत से भावांजलि दी। कार्यक्रम के अंत में सरपंच अख्ताराम चौधरी, कांतिलाल ने अपने भाव व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन मुनि दिनेश कुमार की ओर से किया गया।

आचार्य महाश्रमण आज सिवाना में

अहिंसा यात्रा को लेकर आचार्य महाश्रमण अपनी धवलसेना के साथ सिवाना कस्बे में मंगलवार सुबह 9 बजे प्रवेश करेंगे। यहां चंपावाड़ी जैन संस्थान प्रांगण में अभिवंदना समारोह में अभिवंदन किया जाएगा। संयोजक मोहनलाल गोलेच्छा ने बताया कि समारोह में विशेष अतिथि राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी, राज्य अनुसूचित आयोग अध्यक्ष गोपाराम मेघवाल, सांसद हरीश चौधरी विधायक मेवाराम जैन, कानसिंह कोटड़ी होंगे।

कंपनियों को अदा करनी पड़ेगी लाखों की पेनल्टी



कंपनियों को अदा करनी पड़ेगी लाखों की पेनल्टी
पोकरण स्थित सोलर पावर प्लांट में कागजों में बिजली उत्पादन दर्शाने का मामला, गैर पारंपरिक ऊर्जा मंत्रालय की कमेटी कर रही है जांच


पोकरण स्थित सोलर पावर प्लांट में कागजों में बिजली उत्पादन दर्शाने के मामले की जांच गैर पारंपरिक ऊर्जा मंत्रालय द्वारा गठित कमेटी कर रही है। नियमानुसार तय समय अवधि में प्लांट कमीशंड नहीं होने पर कंपनियों को जमा गारंटी राशि में से 40 प्रतिशत और प्रतिदिन एक लाख रुपए के हिसाब से पेनल्टी अदा करनी पड़ती, लेकिन डिस्कॉम के अधिकारियों की मिलीभगत से बिजली उत्पादन शुरू हुए बिना ही आंध्र प्रदेश के एक ही ग्रुप की अलग-अलग नाम से खोली इन सातों कंपनियों को प्लांट कमीशंड होने का प्रमाण-पत्र जारी हो गया। इस फर्जीवाड़े का खुलासा होने पर प्रोजेक्ट इंचार्ज और चार इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया, मगर जांच कमेटी अब यह जांच कर रही है कि असलियत में सातों सोलर पावर प्लांट शुरू कब हुए और इससे मंत्रालय को कितने करोड़ों का नुकसान हुआ। यह भी जांचा जा रहा है कि फर्जीवाड़े में निलंबित प्रोजेक्ट इंचार्ज और चार इंजीनियर ही शामिल हैं या अन्य उच्चाधिकारियों की भी मिलीभगत है। मंत्रालय से हुए एग्रीमेंट के मुताबिक पोकरण तहसील में सातों सोलर पावर प्लांट इस वर्ष 10 जनवरी तक शुरू हो जाने थे। इस तय अवधि तक प्लांट शुरू नहीं होने पर कंपनियों की मंत्रालय में जमा 85 करोड़ रुपए गारंटी मनी में से बीस प्रतिशत राशि की कटौती हो जाती। दस फरवरी तक शुरू नहीं होने पर 40 प्रतिशत और 10 मार्च तक कमीशंड नहीं होने पर पूरी गारंटी राशि जब्त करने का प्रावधान है। ये कंपनियां 10 जनवरी तक उपकरण व मशीनरी भी पूरी तरह नहीं लगा पाई थीं। शेष त्नपेज १२

इसके बावजूद प्लांट कमीशंड होने की रिपोर्ट देने वाली कमेटी ने सात में तीन प्लांट 3 जनवरी, एक प्लांट 7 जनवरी और तीन प्लांट 9 जनवरी को कमीशंड होने की रिपोर्ट दे दी। इस आधार पर राज्य सरकार ने पावर प्लांट कमीशंड होने का प्रमाण-पत्र जारी कर दिया, जबकि ये प्लांट 10 फरवरी तक भी कमीशंड नहीं हो पाए थे। इस तरह कंपनी से गारंटी राशि में से 40 प्रतिशत और प्रतिदिन एक लाख रुपए प्रति मेगावाट के हिसाब से पेनल्टी भी वसूल की जानी थी, मगर अधिकारियों ने एक-एक मेगावाट के शुरू तीन पावर प्लांट को पांच-पांच मेगावाट के सात पावर प्लांट शुरू करना दर्शाकर गलत रिपोर्ट भेज दी।

नहर में नहाने उतरे युवक की डूबने से मौत

नोख इंदिरा गांधी नहर की 1140 आरडी पर शनिवार को नहाने के लिए उतरे युवक की डूबने से मौत हो गई। पुलिस ने रविवार शाम नहर से शव बरामद किया। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने लाश परिजनों को सौंप दिया। पुलिस के अनुसार 1140 आरडी पर 14 अप्रैल को नहाने के लिए उतरे बचन सहनी पुत्र राजनी सहनी जाति महला (35) निवासी सहला, बिहार गहरे पानी में चले जाने से डूबने से उसकी मौत हो गई। इस संबंध में परिजनों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने नहर में लाश की तलाश शुरू कर दी। 15 अप्रैल की शाम को लगभग 7 बजे नहर से युवक की लाश बरामद हुई।

सवा करोड़ से संरक्षित होंगे सीमावर्ती किले


सवा करोड़ से संरक्षित होंगे सीमावर्ती किले
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संरक्षण सूची में गत वर्ष शामिल किए गए गणेशिया, घोटारू व किशनगढ़ फोर्ट का होगा जीर्णोद्धार

जैसलमेर सीमावर्ती इलाके में वर्षों से संरक्षण के इंतजार में खड़े जिले के सीमावर्ती क्षेत्र के फोर्ट अब अपनी ऐतिहासिकता व कलात्मकता को और ज्यादा समय तक कायम रख सकेंगे। राज्य के पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग ने जैसलमेर के सीमावर्ती इलाके के किशनगढ़ फोर्ट, गणेशिया फोर्ट व घोटारू फोर्ट के जीर्णोद्घार की कार्य योजना बनाई है। इसके लिए विभाग ने करीब सवा करोड़ रुपए का प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भेजा है।

संरक्षण से बचेगा प्राचीन दुर्गों का अस्तित्व

जिले के सीमावर्ती इलाकों में आबादी क्षेत्र से दूर होने के कारण अबतक इन दुर्गों का उचित संरक्षण नहीं हो पा रहा था। ऐसे में इनके जीर्णोद्घार के लिए पुरातत्व व संग्रहालय विभाग ने कार्य योजना बनाई है। किशनगढ़ फोर्ट व घोटारू फोर्ट की बाहरी दीवारें उनके निर्मित कक्ष व अन्य स्थान क्षतिग्रस्त हो चुके थे। वहीं गणेशिया फोर्ट मिट्टी से बना होने के कारण एक महत्वपूर्ण मड फोर्ट की श्रेणी में आता है। प्राचीन किलों की वास्तुशिल्प संरचना व अन्य विशेषताओं को लेकर विभाग ने सर्वे करवा इन तीनों दुर्गों को संरक्षण सूची में शामिल किया था।



गत वर्ष मिला था संरक्षण

॥संरक्षण सूची में शामिल होने के बाद इन तीनों दुर्गों के जीर्णोद्घार के लिए प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भेजे हैं। किशनगढ़ व घोटारू के लिए 50 - 50 लाख व गणेशिया फोर्ट के लिए 25 लाख के प्रस्ताव भेजे गए हैं। ञ्जञ्ज

किशनलाल मारू, वृत्त अधीक्षक, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग

पिछले कई वर्षों से सीमावर्ती इलाके में मौजूद किले संरक्षण के इंतजार में थे। राज्य के पुरातत्व व संग्रहालय विभाग ने तीनों किलों को गत वर्ष नवंबर 2011 में संरक्षण सूची में शामिल किया था। विभागीय टीम ने मुख्यालय के निर्देशानुसार जनवरी 2011 में वृत के अधीन आने वाले प्राचीन किलों का सर्वे किया। सर्वे में इन तीनों दुर्गों की विशेषताओं को देखते हुए संरक्षण प्रदान किया गया।

पत्नी के आशिक को बहलाया, शराब पिलाई और उतार दिया मौत के घाट!

रानी (पाली).इंटदरा चारणान के शंकरलाल मेघवाल ने पत्नी के प्रेमी मीठालाल मेघवाल की हत्या कर रविवार रात को उसका शव भगवानपुरा गांव के एक कुएं में डाल दिया। आरोपी ने मीठालाल के साथी प्रदीप हरिजन को भी नशे की हालत में कुएं में डाल दिया। लेकिन वह जिंदा बच गया। उसे गंभीर अवस्था में सोमवार सुबह ग्रामीणों ने कुएं से निकाला, तब पूरे घटनाक्रम का खुलासा हुआ।
 
पुलिस ने आरोपी शंकरलाल मेघवाल (35) को देर शाम को गिरफ्तार कर लिया। एएसपी श्यामसिंह चौधरी ने बताया कि शंकरलाल अहमदाबाद में मजदूरी करता है। उसकी पत्नी व तीन बच्चे गांव में रहते हैं। शंकर ने करीब छह माह पहले अपना मकान बनाने के लिए जीवंद कलां गांव के मीठालाल मेघवाल (28) को ठेका दिया था। उस दौरान मीठालाल व उसकी पत्नी के बीच संबंध बन गए।

पहले पिलाई शराब:

शंकर मेघवाल रविवार सुबह अहमदाबाद से गांव इंटदरा चारणान पहुंचा। शाम को वह पत्नी के प्रेमी मीठालाल तथा उसके दोस्त प्रदीप हरिजन से मिला। मीठालाल की बाइक पर तीनों भगवानपुरा गांव में एक कुएं के पास बैठ गए और शराब पी। यहां प्रदीप को और शराब लेने के लिए भेज दिया। पीछे मौका देख शंकर ने धारदार हथियार से मीठालाल की हत्या कर दी।

साथी को भी कुए में डाला

राज खुलने के डर से आरोपी ने प्रदीप को और शराब व बीयर पिलाई। इससे वह बेसुध हो गया। इंटदरा चारणान गांव से कुछ दूरी पर प्रदीप को भी बेसुध हाल सूखे कुएं में फेंक दिया। इसके बाद शंकर नाडोल गांव में बाइक छोड़ पैदल ही अपने गांव आकर सो गया।

और प्रदीप बच गया

किस्मत ने प्रदीप का साथ दिया। सोमवार सुबह करीब 5 बजे उसे होश आया। उसकी चीख पुकार सुन ग्रामीण वहां पहुंचे और उसे कुएं से बाहर निकला। पुलिस भी मौके पर पहुंची। प्रदीप ने पूरी घटना बताई तो पुलिस ने भगवानपुरा गांव के पास कुएं से मीठालाल का शव बरामद किया।

पैसे के लिए बेचती हैं जिस्म, पर फायदा उठाता है कोई और...



नई दिल्ली. जिस्म बेंच कर कमाई करने वाली महिलाओं की हकीकत बहुत कड़वी है। उन्हें कुल कमाई का मात्र चौथाई हिस्सा ही मिल पाता है। बाकी हिस्सा बिचौलिए खा जाते हैं। यही कारण है कि मोटी कमाई के बाद भी उनकी यथा स्थिति में कोई सुधार नहीं हो पाता। मजबूरन धंधा करना पड़ता है। इसका खुलासा भारतीय पतिता उद्धार सभा ने किया है।
 


वेश्याओं के लिए काम करने वाले इस एनजीओ ने उनके अधिकार के लिए मुहिम शुरू की है। इसके अध्यक्ष खैराती लाल भोला ने बताया कि सरकार को इस समस्या की तरफ ध्यान देना चाहिए। इससे इस समाजिक अभिशाप को मिटाने में मदद मिलेगी।



उन्होंने कहा कि कोई भी औरत इस धंधे में शौक के लिए नहीं आती। मजबूरी उसे इस धंधे में खींच लाती है या फिर उसे जबरन इसमें धकेल दिया जाता है। उसके शरीर का सौदा बिचौलिए करते हैं। वे कमाई का बड़ा हिस्सा खुद रख लेते हैं। वेश्याओं को कमाई का चौथाई हिस्सा ही मिल पाता है।



उन्होंने बताया कि देश में 11 सौ रेड लाइट एरिया हैं। इसमें साढ़े पच्चीस लाख वेश्‍यायें काम करती हैं। यदि कोई महिला इसके खिलाफ आवाज उठाती है तो उसे मारपीट व शारीरिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। उनके के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकारों को आगे आना चाहिए।




दोस्‍तों ने ही किया गैंगरेप और खुदकुशी के लिए मजबूर, इनकार करने पर काटे बाल


 
अहमदाबाद. यहां निरमा विश्‍वविद्यालय में डिप्‍लोमा कोर्स कर रही 17 वर्षीय लड़की को उसके साथ पढ़ने वाले लड़कों ने ही गैंगरेप का शिकार बनाया है। यही नहीं, धोखे से लड़की को ले जाकर उसका सामूहिक बलात्‍कार करने के बाद उन्‍होंने उसे गर्भनिरोधक गोलियां खाने के लिए मजबूर किया, फिर पुल से कूद कर जान देने का दबाव डाला। लड़की ने इनकार किया तो उन्‍होंने उसका लुक बदलने के लिए उसके बाल तक कटवा दिए।लड़की ने‍ हिम्‍मत जुटा कर एक सप्‍ताह पहले हुई इस घटना की शिकायत अब जाकर पुलिस में की है।

इंस्‍ट्रूमेंटेशन एडं कंट्रोल में पढ़ाई करने वाली पूजा (बदला हुआ नाम) ने सरखेज थाने में घटना की शिकायत दर्ज कराई है। इसमें उसने कहा है कि इन लड़कों ने पहले उसे जबरन कुछ नशीला पेय पिलाया और फिर चारों ने एक के बाद एक उसकी इज्‍जत लूट ली।



दस अप्रैल की रात चारों आरोपी उसे चंदखेड़ा इलाके में ले गये और उसे गर्भ निरोधक गोली (कंट्रासेप्टिव पिल्‍स ) खाने को कहा। लेकिन पूजा ने ऐसा करने से मना कर दिया। इससे गुस्‍साये लड़के उसे नेहरू ब्रिज पर ले गये और कहा कि वह नदी में कूद कर आत्‍महत्‍या कर ले। लेकिन पूजा ने यह कदम भी उठाने से इंकार दिया।

इससे लड़कों का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया और उन्‍होनें पूजा को बदसूरत बनाने की नीयत से उसके खूबसूरत बाल काट डाले। इसके बावजूद पूजा की हिम्‍मत के आगे उनकी एक नहीं चली। इससे परेशान ये चारों अहमदाबाद नगर निगम के एक अधिकारी के पास उसे ले गये। इस अधिकारी ने पूजा से कहा कि वह अपने मां बाप को बताये कि उसने ठीक से परीक्षा नहीं दी है और वह इस वजह से घर नहीं आयी है।

इसके बाद अभियुक्‍त पूजा को कालूपुर रेलवे स्‍टेशन ले गये और उसका मोबाइल फोन छीन करके उसे एक ट्रेन में जबरन बैठा दिया और धमकी दी कि वह अहमदाबाद वापस नहीं आये वरना उसे और उसके परिजनों को जान से मार दिया जायेगा। उनके जाने के बाद पूजा ने एक आदमी की मदद से अपने परिवारवालों को फोन किया तब घरवाले वहां पहुंचे और उसे अपने साथ ले गये।

उधर नौ अप्रैल को पूजा के घर नहीं पहुंचने से परेशान घरवाले सरखेज थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखा चुके थे। पूजा के मिलने के बाद पुलिस ने उसका बयान लिया जिसमें डरी सहमी पूजा ने कहा कि वह अपनी मर्जी से कहीं घूमने गयी थी। एक सप्‍ताह तक मानसिक तनाव से जूझने के बाद आखिरकार पूजा ने अपने साथ हुये बलात्‍कार और उत्‍पीड़न की शिकायत दर्ज कराई।

सिंघवी की आपत्तिजनक सीडी, प्रसारण पर रोक

 

नई दिल्ली. राजस्थान से राज्यसभा के लिए हाल ही निर्वाचित कांग्रेस नेता और वकील अभिषेक मनु सिंघवी की कथित सीडी बाजार में आई है। दिल्ली हाईकोर्ट ने इस सीडी के प्रसारण पर रोक लगा दी है। इस मामले में कोर्ट ने एक प्रमुख मीडिया हाउस को पाबंद किया है। अगली सुनवाई 21 मई को होगी।

जस्टिस रेवा खेत्रपाल के मुताबिक अगली सुनवाई तक मीडिया हाउस, उनके एजेंट व मीडिया हाउस से जुड़े अन्य लोग इस सीडी के बारे में न छाप सकते हैं और न ही उसे प्रसारित कर सकते हैं। इसके अलावा कथित सीडी के अंश भी ट्रांसफर नहीं किए जा सकते।

सीडी कांड में ड्राइवर की भूमिका
सिंघवी और उनके मित्र अभिमन्यु भंडारी ने सीडी पर रोक के लिए याचिका दायर की थी। इस कथित सीडी कांड में सिंघवी के पूर्व ड्राइवर की भूमिका बताई जा रही है। कोर्ट के मुताबिक यदि इस सीडी के कंटेंट पर इस तरह की रोक न लगाई गई तो सिंघवी की प्रतिष्ठा और साख को खतरा है। 21 मई को इसकी सुनवाई होगी जिसके लिए मीडिया हाउस और सिंघवी के पूर्व ड्राइवर को नोटिस भेजा गया है।

छेड़छाड़ करके बनाई गई है सीडी : सिंघवी
याचिका में सिंघवी ने कहा है कि उन्हें कुछ राजनेताओं से पता चला है कि एक मीडिया हाउस के पास उनकी कथित सीडी (इसे लेकर ट्व‍िटर पर आ रही टिप्‍पणियां रिलेटेड आर्टिकल में पढ़ें) है। यह सीडी जाली है। इसे मॉर्फ व फेब्रिकेट किया गया है। इसे टेलीकास्ट या ब्रॉडकास्ट करने का कोई भी कदम सिंघवी के प्रतिष्ठा के अधिकार का हनन होगा।

जोधपुर के रहने वाले हैं अभिषेक सिंघवी
सिंघवी पहली बार 4 अप्रैल 06 से 3 अप्रैल 2012 तक राज्यसभा सदस्य रहे। हाल ही दोबारा निर्वाचित हुए हैं। बीते दिनों वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बदलाव को लेकर दिए गए बयान से चर्चा में आए थे। सिंघवी मशहूर संविधानविद स्व. लक्ष्मीमल्ल सिंघवी के बेटे हैं और मूल रूप से जोधपुर के हैं।

सोमवार, 16 अप्रैल 2012

प्यासे को पानी पिलाने की अपनी संस्कृति को भूल गए हें .

गर्मी के मौसम में बाजारों में प्यासे राहगीरों की प्यास बुझाने के लिए बाड़मेर में प्याऊ लगाने की परंपरा सदियों तक चली मगर अब शहर में प्याऊ कंही नहीं दिखाती ....शायद लोग प्यासे को पानी पिलाने की अपनी संस्कृति को भूल गए हें .

बाड़मेर के कलेक्टर के लेखा शाखा ऐसे भ्रष्ट कारिंदों


बाड़मेर के कलेक्टर के लेखा शाखा के एक कारिंदे ने एक असफल निविदाकर्ता से पचास हज़ार रुपये की सेट्टिंग कर उसको वितीय वर्ष मार्च २०१२ तक फोटो स्टेट का काम करने का सौदा किया .टेंडर दिसम्बर ८ २०११ को हुए टेंडर चार दिन बाद खोले गए मगर आदेश जारी किये २४ मार्च २०१२ को वो भी तब सफल निविदाकर्ता ने सूचना के अधिकार के तहत आवेदन किया तो २४ मार्च को आदेश जारी कर दिया जबकि आदेश आज तक नहीं मिला भाई दगाबाजी और षड़यंत्र ऐसे कारिंदों से सीखे ,मगर कलेक्टर साहिबा ऐसे भ्रष्ट कारिंदों के खिलाफ कार्यवाही कर जनता में स्वच्छ सन्देश दे

लेट नाइट पार्टी में IPL क्रिकेटरों के साथ मॉडल की रंगरेलियां, लीक तस्वीरें

मुंबई। आईपीएल (IPL) मैचों के बाद होने वाली लेट नाइट पार्टियों में सिमरन सूद का देखा जाना कहीं सट्टेबाजों के साथ उनके संबंधों का संकेत तो नहीं? 
फिल्म प्रोड्यूसर करन कक्कड़ के अपहरण और अरूण टिक्कू की हत्या के आरोपी विजय पलांडे के साथ संबंधों की वजह से चर्चा में आई मॉडल सिमरन सूद की इन तस्वीरों ने उन्हें और भी विवादास्पद बना दिया है।

इन एक्सक्लूसिव तस्वीरों में उन्हें आईपीएल मैचों के बाद होने वाली लेट नाइट पार्टियों में क्रिकेट खिलाड़ियों के साथ गलबहियां करते हुए देखा जा सकता है।

इन तस्वीरों में से एक में सिमरन ऑस्ट्रेलियन खिलाड़ी एंडी बिचेल के साथ हैं जो 2009 की आईपीएल लीग में कोलकाता नाइट राइडर्स के बॉलिंग कोच रह चुके हैं जबकि, एक अन्य तस्वीर में चेन्नई सुपर किंग के गेंदबाज डग बोलिंगर उनके साथ दिख रहे हैं।

मुंबई पुलिस के एक सूत्र के मुताबिक, 'हम सट्टेबाजों के साथ उनके संबंधों की भी जांच कर रहे हैं और इसके लिए उनके मोबाइल डिटेल्स की गंभीर जांच की जा रही है जिससे पता लगाया जा सके कि आखिर, ओबेरॉय स्प्रिंग टॉवर में स्थित 65000 रूपए महीने के फ़्लैट का खर्चा वह कैसे उठाती थीं।'

बॉलीवुड के कई सेलेब्रिटीज के साथ भी सिमरन के सम्बन्धों का खुलासा हुआ है। पुलिस को शक है कि पलांडे सिमरन की मदद से बड़े लोगों को अपने जाल में फंसाता था जिससे कि उनकी प्रॉपर्टी पर कब्ज़ा जमाया जा सके।

रविवार, 15 अप्रैल 2012

बाड़मेर में अंधड़, सिवाना में ओले गिरे




बाड़मेर में अंधड़, सिवाना में ओले गिरे

'गहलोत को पद से हटाए, नहीं तो भुगतने होंगे गंभीर परिणाम'



जयपुर.जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय नेता सांसद महमूद मदनी ने गोपालगढ़ और सवाईमाधोपुर की घटना को षड्यंत्र करार देते हुए चेतावनी दी है कि कांग्रेस मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पद से हटाए, नहीं तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने आरोप लगाया है कि गोपालगढ़ घटना का मूल कारण बर्बरता पूर्वक पुलिस द्वारा लगातार गोलियां चलाना है।
 


मदनी ने शनिवार को मीडिया को बताया कि मुख्यमंत्री ने घटना के 14 दिन बाद क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने राज्य सरकार व जिला प्रशासन में निरंतर झूठे बयान देने और अपराध को छुपाने का असफल प्रयास करने की बात कही। मदनी ने सीबीआई पर राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के माध्यम होने का आरोप लगाया।



जमीयत उलेमा-ए-राजस्थान के जनरल सेक्रेटरी मो. अब्दुल वाहिद खत्री ने सवाईमाधोपुर मामले में फूल मोहम्मद की षड्यंत्रपूर्वक हत्या का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सीबीआई की चार्जशीट में पैरा नंबर 49 में सांसद किरोड़ी लाल मीणा को घटना का मुख्य संदिग्ध बताया है। उन पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।



उन्होंने तत्कालीन गृहमंत्री को भी सत्ता से बाहर करने की मांग की। इन मामलों की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से करवाने और जिला प्रशासन, राज्य सरकार के उच्च अधिकारी व तत्कालीन मुख्य सचिव को जांच के दायरे में लाने की मांग की। साथ ही न्यायविदों, बुद्धिजीवी वर्ग से चयनित एक पैनल गठित कर जांच बिंदुओं के निर्धारण की बात कही।



उन्होंने सूरवाल मामले की ट्रायल जोधपुर, दिल्ली व जयपुर के किसी सीबीआई कोर्ट में हस्तांतरित किए जाने की बात कही।

अग्नि नृत्य की परंपरा आज भी कायम

अग्नि नृत्य की परंपरा आज भी कायम


बाड़मेर. जसनाथ महाराज के सिद्ध मला राग पर आग में नृत्य करने की अनूठी परंपरा वर्षों से चली आ रही है। कभी आग को हाथ में लेकर मुहं में चबाना तो कभी मुंह से आग से चिनगारियां निकालना या फिर आग पर पैरों से कूदते हुए नृत्य करनालेकिन लीलसर स्थित जसनाथ धाम पर शुक्रवार रात्रि में हुए अग्नि नृत्य ने हर किसी को अचरज में डाल दिया। सिद्ध संतों की ओर से आयोजित इस नृत्य में आग की अंगारों पर नाचते दौड़ते और आग को मुंह में चबाकर अंगारे निकालने जैसे दृश्य देख हर कोई अपने आप को तालियां बजाने से रोक नहीं पाया और पांडाल जसनाथ महाराज के जै कारे से गूंज उठा। मला राग व नगाड़ों की थाप का विशेष महत्व: आग में नृत्य करने के लिए कोई तपस्या या कोई तप की आवश्यकता नहीं रहती बल्कि धर्मगुरु जसनाथ महाराज के बताए रास्तों के अनुसार मला राग और नगाड़े की थाप के साथ ही सिद्ध आग में नृत्य करने लगते है, इसके लिए उन्हें 36 नियमों की पालना करनी होती है, जिसमें मांस मंदिरा सहित नशा पता नहीं करना होता है, अगर कोई ऐसा करता है और आग में नृत्य करे तो उसके परिणाम बुरे हो सकते है। नियमों की पालना कर अग्नि नृत्य करते है तो मला जाप के साथ ही अग्नि शांत अवस्था हो जाती है, जो न तो ठंडी रहती है और न ही गर्म। इस दौरान सिद्ध भक्त अग्नि पर नृत्य करने की अनूठी परंपरा निभाते है। इस अग्नि नृत्य की शुरूआत महाराजा औरंगजेब के समय से शुरू हुई थी जिस समय पहला परसा स्तंभ महाराज को दिया था। जिसके बाद आज भी मला राग के शब्द पर सिद्ध भक्त अग्नि नृत्य करते है। उस समय जसनाथ भगवान ने सिद्ध भक्तों को आशीर्वाद दिया था कि जो 36 नियमों की पालना करते हुए उनके बताए रास्ते पर चलने के साथ ही मला राग पर आग में नृत्य करेगा तो उसे आग का एहसास तक नहीं होगा। और उसके बाद ये परंपरा सदियों से चली आ रही है।

दो साल के बेटे के साथ टांके में कूदी मां


दो साल के बेटे के साथ टांके में कूदी मां

सूचना मिलने पर एसडीएम व पुलिस दल मौके पर पहुंचा

. बाड़मेर   गुड़ामालानी थाना क्षेत्र के गोलिया जेतमाल गांव में एक महिला अपने मासूम बेटे को लेकर टांके में कूद गई। थानाधिकारी ताराराम बैरवा ने बताया कि पूनमाराम पुत्र विरमाराम जाट निवासी गोलिया जेतमाल ने मामला दर्ज करवाया कि उसकी पुत्र वधू शांतिदेवी (25) पत्नी लालाराम जाट शुक्रवार रात्रि को अपने पुत्र रमेश (2) को लेकर खेत में बने टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली। उसने बताया कि उसका बेटा गुजरात में मजदूरी पर गया हुआ था, पीछे उसकी पुत्रवधू अकेली रहती थी। सूचना मिलने पर एसडीएम जितेन्द्र सिंह नरुका व पुलिस दल मौके पर पहुंचा। जहां शवों को बाहर निकालने के बाद पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिए। 

शमा बानो को पीएम करेंगे सम्मानित

बाड़मेर. जिले के चौहटन पंचायत की प्रधान शमा बानो को राष्ट्रीय पंचायत दिवस 24 अप्रैल को विज्ञान भवन नई दिल्ली में प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह सम्मानित करेंगे। गफूर र अहमद ने बताया कि उन्हें पंचायती राज की ओर से संचालित सभी योजनाओं की सफलता पूर्वक क्रियान्विति, मॉनिटरिंग, महिला सशक्तीकरण एवं अल्पसंख्यक बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने पर राष्ट्रीय पंचायत दिवस पर सम्मानित किया जाएगा।



क्रिकेट पर सट्टा लगाते एक गिरफ्तार

बाड़मेर. शहर के स्टेशन रोड स्थित एक गारमेंट शो रूम से शनिवार शाम आईपीएल क्रिकेट मैच पर सट्टा लगा रहे एक सटोरिए को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। प्रशिक्षु डिप्टी अमृतलाल जीनगर ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने मौके पर कार्रवाई करते हुए सट्टे के आरोपी धर्मेंद्र पुत्र बाबूलाल को रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके कब्जे से तीन डायरियां जिनमें 14 लाख रुपए का हिसाब था बरामद की। इसके अलावा एक टेलीविजन व केलकुलेटर, दो मोबाइल तथा आईपीएल का केलेंडर जब्त किया। जीनगर ने बताया कि कार्रवाई में कानिस्टेबल गोपीकिशन व सुरेंद्र सहित पुलिस जाप्ते के साथ हुई कार्रवाई में सटोरिए के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं।

अफगान संसद पर रॉकेट हमले, तालिबान ने ली जिम्‍मेदारी

काबुल. अफगानिस्‍तान की राजधानी काबुल में आतंकवादियों ने भीषण हमला बोल दिया है। यहां स्थित संसद पर आतंकवादियों ने आज राकेटों से हमला कर दिया। संसद में कई आतंकवादियों के घुसे होने की भी खबर है। अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि संसद के भीतर कितने लोग मौजूद हैं। जलालाबाद एयरपोर्ट पर आतंकवादियों ने कब्‍जा कर लिया है।
 
इसके अलावा रूसी और ब्रिटिश दूतावास पर हमला किया गया है। अमेरिकी दूतावास के सामने भी धमाके हुए हैं। दूतावास में खतरे की घंटी बजी है। वहां से कर्मचारियों को सुरक्षित निकाला जा रहा है। सूत्रों के हवाले से आ रही खबर के मुताबिक काबुल स्थित भारतीय सुरक्षित हैं। काबुल में कम से कम 12 धमाके होने की खबर है। ये हमले काबुल के वजीर अकबर जिले में हुए हैं।

काबुल स्थित स्‍टार होटल पर आत्‍मघाती हमलावरों ने कब्‍जा कर लिया है। ये आतंकवादी होटल से ही लगातार गोलीबारी कर रहे हैं। होटल से आग की लपटें उठ रही हैं। काबुल स्थित तुर्की के सैन्‍य आधार शिविर पर भी आतंकवादी हमले की खबर है। आतंकवादी संगठन तालिबान ने इन हमलों की जिम्‍मेदारी ली है।

बीते फरवरी के बाद अफगानिस्‍तान में यह सबसे बड़ा हमला है। आतंकवादियों ने अफगानिस्‍तान के राष्‍ट्रपति हामिद करजई के भाई अहमद वली करजई की जुलाई 2011 में हत्‍या कर दी थी।

सरपंच का प्रयास: आज इस गांव में हर घर की बेटी जाती है स्कूल!

सिलारी (जोधपुर).जोधपुर जिले के सिलारी गांव के लोग अपनी बेटियों को स्कूल भेजने से नहीं हिचकते हैं। सरपंच पूनम ने लोगों से अपनी बेटियों को पढ़ने भेजने की गुहार लगाई। आज यहां हर घर की बेटी स्कूल जाती हैं। पूनम बतातीं हैं कि जब गांव में बेटियां पढ़ने लगेंगी तो एक नहीं दो-दो परिवार शिक्षित होंगे।  
इसका फायदा जिस गांव या परिवार में यह ब्याह कर जाएगी वहां होगा। उनका अगला लक्ष्य गांव में सैकंडरी स्तर बालिका स्कूल बनवाना है। पूनम कंवर ने खुद एमए व एमसीए की डिग्री ले रखी है। उन्होंने तीस हजार रुपए मासिक की नौकरी छोड़कर गांव में काम करने का फैसला किया। दो साल पहले हुए पंचायत चुनाव लड़ा और सरपंच चुनी गई। वे आपसी विवादों का निपटारा गांव में खुद ही करती हैं।

राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए पोस्ट कार्ड अभियान चलेगा जैसलमेर में


अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति जैसलमेर

समिति की बैठक जवाहर विद्यापीठ में संपन


राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए पोस्ट कार्ड अभियान चलेगा जैसलमेर में


जैसलमेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघार्षा समिति जैसलमेर की अहम् बैठक रविवार को जवाहर विद्यापीठ छंगानी चौक में यूं आई टी चेयरमेन उम्मीद सिंह तंवर के मुख्या आतिथ्य और समिति के बाड़मेर जैसलमेर प्रभारी चन्दन सिंह भाटी की अध्यक्षता में संपन हुई .समिति के वरिष्ठ कार्यकर्ता रविन्द्र छंगानी ने बताया की जैसलमेर में राजस्थानी भाषा की मान्यता के पुरजोर प्रयासों पर बैठक में चर्चा की गयी ,बैठक को संबोधित करते हुए उम्मीद सिंह तंवर ने कहा की माँ ,मातृभूमि और मायद भाषा का सम्मान सबसे बड़ा धर्म है ,जेसाने से राजस्थानी भाषा को मान्यता की हूक बड़ी जोर से उठेगी ,उन्होंने कहा की राज्य सरकार के साथ सभी संसद इस दिशा में प्रयासरत हें ,राज्य सरकार ने राजस्थानी भाषा को संवेधानिक दर्जा देने का प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार को भिजवा चुकी हें ,इस अवसर पर जैसलमेर के प्रभारी चन्दन सिंह भाटी ने कहा की जिस देश का साहित्य जगमगाता हो,वह देश अपने आप में जगमगाता है ,और इस लिए संस्कृति की जो मौलिक अभिव्यक्ति है,उसकी भाषा संवाहक होती है । बिना खुद की जुबान के राष्ट्र ,प्रदेश या व्यक्ति के स्वाभिमान का होना बडा़ असम्भव काम है , भारतीय भाषाओं के शब्द भंडार से हिन्दी बहुत समृद्ध हुई है । दुर्भाग्यवश पांच दशक बीत जाने के बाद स्वतंत्रता की स्वर्ण जयंती का वर्ष आ गया फ़िर भी इन पच्चास वर्षों के अन्दर जिस राजस्थानी भाषा के अन्दर आज़ादी के गीत लिखे गए थे,जिन गीतों को, जिस साहित्य को सुन कर लोगों ने अपने प्राण न्योछावर कर दिए,आज उस राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची के अन्दर मान्यता नहीं मिली । इस कारण से राजस्थानी साहित्य बहुत उपेक्षित हो रहा है ।समिति के आनंद जगानी ने कहा की  हम मीरा के गीत ,उसके पद को ठीक प्रकार से नहीं समझ पा रहे है । नरहरि दास,बांकीदास,चंदरबरदाई,राजिया के दूहे, और पृथ्वीराज की कविताओं का हम अभी तक इंतजार कर रहे हैं । एक विजयदान देथा ज़रूर हैं, जिनकी कहानियां सुन कर हम देश-देशान्तर में गौरव का अनुभव करते हैं । , चाहे राजस्थान हो,चाहे महाराष्ट्र हो, चाहे पश्चिम बंगाल हो, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात, मध्यप्रदेश, असम में बसे हुए लगभग 8  करोड़ के आसपास राजस्थानी भाषा का उपयोग करने वाले लोग हैं, जिनकी मातृभाषा आज संविधान की आठवीं सूची का इंतजार कर रही है ।समिति के वरिष्ठ कार्यकर्ता रविन्द्र छंगानी ने कहा की राजस्थान वासियों का और राजस्थान की भाषा बोलने वालने वालों का हक छीनने का कोई औचित्य प्रकट नहीं होता ।समिति के डॉ अशोक तंवर ने कहा की  राजस्थानी भाषा का जहां तक सवाल है, इसका अस्तित्व आठवीं शताब्दी में आया, और इस में लिखे हुए ग्रन्थ आज भी उपलब्ध हैं ।समिति के मनीष राम देव ने कहा की समिति से जैसलमेर वासियों को जड़ने के सतत प्रयास जरूरी हें ,सिकंदर शेख ने कहा की रविवार २१ अप्रेल को हनुमान चौराहा गाँधी दर्शन पर पोस्ट कार्ड अभियान आरम्भ किया जाएगा ,इसके पश्चात शहर के मुख्या मार्गो पर पोस्ट कार्ड अभियान चलाया जाएगा ,बैठक में सदस्य राजेंद्र सिंह चौहान तथा विजय बल्लानी ने कहा की समिति के घटक संघठनो  मोटियार परिषद् ,राजस्थानी महिला परिषद् ,राजस्थानी भाषा चिंतन परिषद् के गठन प्राथमिकता में शुमार किये जाए ,इस अवसर पर प्रेम प्रकाश बिस्सा अरविन्द छंगानी पंकज तंवर ने भी अपने विचार रखे ,बैठक के अंत में शनिवार को पुनः बैठक कर पोस्ट कार्ड अभियान  की तयारी पर मंथन करने का तय किया गया ,इससे पूर्व जैसलमेर के प्रभारी चन्दन सिंह भाटी का स्वागत  किया गया कार्यक्रम का संचालन  मनीष रामदेव ने किया








शनिवार, 14 अप्रैल 2012

देश- विदेश में विख्यात राजस्थानी लोक गायिका रुखमो

 

राजस्थान के थार रेगिस्तान की खास पहचान माण्ड गायिकी को लोक गायिका रुखमों ने नई ऊँचाईयां प्रदान की हैं। थार की एकमात्र गायिका रुखमों ने विकलांग होते हुए भी माण्ड गायिकी की सरताज मल्लिका रेशमा, अलनजिला बाई, मांगी बाई, गवरी देवी की कतार में अपना स्थान बनाया हैं। बाड़मेर के छोटे से गॉव जाणकी में लोक गायक बसरा खान के घर जन्मी रुखमा का जीवन मुफलिसी में गुजरा। आज भी रुखमों गरीबी में जी रही हें। रुखमों की दादी अकला देवी तथा माता आसी देवी अविभाजित भारत के थार क्षेत्र की ख्यातनाम माण्ड़ गायिका थी। आसी के सुरीले कण्ठों ने उन्हे ख्याति दिलाई थी। परिवार में लोक संस्कृति और लोक गायिकी के खजाने ने रुखमों के मन में लोक गीत संगीत के प्रति रुचि भर दी थी। रुखमों ने अपनी माता से माण्ड गायिकी की बारिकीयां सीखी। परिवार में लोक संगीत के माहौल से रुखमों की दीवानगी गायिकी के प्रति बढती गयी। सीखने की ललक के चलते बहुत जल्द रुखमों ने लोक गायिकी एवं संगीत की कला सीख ली। माण्ड का नाम आते ही मर्म स्पर्शी गीत केसरिया बालम आऔ नी पधारो म्हारे देस के स्वर गूँज उठते हैं | उस नायिका का मान मनुहार,मिलन की ललक और विरह वेदना साकार हो उठती हैं जिसको प्रियतम के लौट आने की प्रतिक्षा में दिन रात गिनते गिनते उंगलियों की रेखाएं घिस जाती हैं और तन इतना क्षीण हो जाता हैं कि उंगली की अंगुठी से बांह निकल जाती हैं।

कोई छह दशक पहले थार की थळी में जन्मी रुखमों भी ऐसी गायिका हैं,जिसे ना केवल हजारों लोक गीत कण्ठस्थ हें,बल्कि अपनी मौलिक शैली में खटके और मुर्कियों का प्रयोग कर उन्होने माण्ड गायिकी को नये आयाम प्रदान किये हैं। माण्ड समारोह हो या अन्य कार्यक्रम, रुखमों के सुरीले कण्ठ की आवाज़ से श्रौता भाव विभोर हो उठते है। रुखमों को लोक गीत संगीत की शिक्षा अपने परिवार से परम्परागत रुप से मिली हैं। अपने मातापिता के साथ गांवो के उच्च घरानों में गाते उसने लोक गीतों की जुबान सीखी। रुखमों में सीखने की गजब की ललक को देखते हुए उनके पिता ने लोक गायिकी के परम्परागत उस्तादों के पास गायकी की बारिकियां सीखने भेजा। रुखमों ने स्थानीय कार्यक्रमों में लोक माण्ड गायिकी शुरु की और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। रुखमों की लोक गायिकी में गजब की कशिश है जिसके चलते उनकी ख्याति जल्द चारो और फैल गईं। दलित समाज की परम्पराओं को तोड़ कर माण्ड गायिकी को थार के मरुस्थल से सात समुन्द्र पार विदेशो में ख्याति दिलाने वाली क्षैत्र की पहली माण्ड गायिका रुकमा देवी को थार की लता कहा जाता है | वह आर्थिक अभाव में मुफलिसी के दौर से गुजर रही हैं।संदुक में भरे सम्मान और पुरस्कार उसे दो वक्त की रोटी नहीं दे पा रहे। रुकमा विकलांगता के आगे कभी नहीं हारी मगर अब मुफलिसी के आगे खुद को लाचार महसूस कर रही है । थार की थळी के लोक गीतों को अपने सुरीले कण्ठों से सात समुन्द्र पार पहुँचने वाली रुकमा को दाद तो खूब मिली मगर दो वक्त चुल्हा जले इतनी कमाई नहीं। दोनो पैरो से विकलांग रुकमों की गायिकी में गजब हैं। ढोल की थाप पर जब वह माण्ड शैली में केसरिया बालम आओ नी पधारो म्हारे देस गाती हैं तो लोक संगीत प्रेमी मदमस्त हो जाते है | लगभग चालीस से अधिक देशो में अपनी माण्ड गायिकी की छटा बिखेरने वाली रुकमों ने समस्त राजस्थान व भारत के प्रमुख शहरों में हजारों कार्यक्रम किये है । दोनो पांवों से विकलांग रुखमा देवी इस वक्त बाड़मेर से पैंसठ किलोमीटर दूर रामसर गांव के छोर पर बिना दरवाजों के कच्चे झौंपड़े में रह रही हैं। लोक गीत संगीत की पूजा करने वाली रुकमा देवी ने अपने जीवन के पचास साल माण्ड गायिकी को परवान चढ़ाने में निकाल दिये। अनपढ,विकलांग,विधवा,पिछड़ी,और दलित महिला कलाकार को देश विदेश में मान सम्मान खूब मिला | राष्ट्रीय देवी अहिल्या सम्मान,सत्यति सम्मान, भोरुका सम्मान, कर्णधार सम्मान सहित अनेक प्रमाण पत्रों, ताम्रपत्र लोह पत्र के सम्मान से रुकमा की संदुक भरी पड़ी हैं। रुकमा देवी के नाम से इन्टरनेट पर साईटें भरी पड़ी हें। इतना नाम होने के बावजूद रुकमा अपने रहने के लिये एक आशियाना नहीं बना सकी। रामसर गांव के एक कोने में मुफलिसी का दौर गुजार रही है। रुकमा देवी ने बताया कि वह माण्ड गायिका होने की कीमत चुका रही है | सरकार की तरफ से कोई सहायता नहीं मिली। बीपीएल में चयन तक नहीं हो पाया हैं । विधवा एवं विकलांग होने के बावजूद पेंशन नहीं मिलती। सरपंच कहता हैं कि रुकमा को भला क्या कमी। उम्र के इस पड़ाव में यजमानों के यहॉ मांगने नहीं जा सकती। एक कलाकार के जीवन का अन्त इतना बुरा हो सकता हैं सोचा ना था।


लेकिन दोनो पांवो से विकलांग रुखमों ने कभी हिम्मत नहीं हारी। घर परिवार की जिम्मेदारियॉ निभाने के साथ साथ अपनी प्रतिभा को जिन्दा रखना सबसे बड़ी चुनोती थी,रुखमों के सामने,। रुखमों ने अब तक सैकड़ो कार्यक्रम देश विदेश में देकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा दिया। रुखमों ने लोक गायिकी की पारम्परिक मोलिकता को बनाए रखां। रुखमों का मानना हैं कि लोक गीतो की भाषा से खिलवाड़ करना, उनकी धुन और लय में आधुनिक परिर्वतन करना तथा उनका फिल्मीकरण करना गलत हैं। इससे लोक गीतों की मौलिकता खत्म होती हैं। रुखमों के माण्ड़ गायिकी में सिद्धहस्ती के परिणामस्वरुप विदेशी संगीत प्रेमी माण्ड गायिकी सीखने रुखमों के पास आते हैं। रुखमों की शार्गिद आस्ट्रेलिया निवासी सेरहा मेडी ने माण्ड गायिकी सीख जवाहर कला केन्द्र जयपुर में अपनी प्रस्तूति केसरिया बालम दे कर सबको चौंका दिया। मेडी ने मंच पर रुखमों के साथ केसरिया बालम,चूड़ियॉ और पणिहारन लोक गीतों की प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं को मद मस्त कर दिया। रुखमों के लिये यह कार्यक्रम यादगार बन गया। मेडी ने दस दिन तक रुखमों के सानिध्य में रामसर के टूटे फूटे झोंपड़े में रहकर माण्ड गायिकी सीखी। मेडी ने पहली बार थार महोत्सव में रुखमों के साथ माण्ड गायन कर ख्याति अर्जित की।

विख्यात रंगमंच कर्मी मल्लिका साराभाई ने रुखमो के जीवन पर डिस्कवरी चैनल पर एक घंटे का वृत चित्र प्रसारित कर उनकी ख्याति में चार चान्द लगा दिए। जीवन के इस पड़ाव में रुकमा को दर्द है कि उनकी माण्ड गायिकी की विरासत उसके साथ खत्म हो जाएगी। इस कला को वह जिन्दा रखना चाहती हैं | मगर कोई आगे नहीं आ रहा हैं। रुकमा की इस विरासत को उसकी छोटी बहु हनीफा अपनाने का प्रयास कर रही हैं। ताकि रुकमा की विरासत जिन्दा रहे।