सवा करोड़ से संरक्षित होंगे सीमावर्ती किले
संरक्षण सूची में गत वर्ष शामिल किए गए गणेशिया, घोटारू व किशनगढ़ फोर्ट का होगा जीर्णोद्धार
जैसलमेर सीमावर्ती इलाके में वर्षों से संरक्षण के इंतजार में खड़े जिले के सीमावर्ती क्षेत्र के फोर्ट अब अपनी ऐतिहासिकता व कलात्मकता को और ज्यादा समय तक कायम रख सकेंगे। राज्य के पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग ने जैसलमेर के सीमावर्ती इलाके के किशनगढ़ फोर्ट, गणेशिया फोर्ट व घोटारू फोर्ट के जीर्णोद्घार की कार्य योजना बनाई है। इसके लिए विभाग ने करीब सवा करोड़ रुपए का प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भेजा है।
संरक्षण से बचेगा प्राचीन दुर्गों का अस्तित्व
जिले के सीमावर्ती इलाकों में आबादी क्षेत्र से दूर होने के कारण अबतक इन दुर्गों का उचित संरक्षण नहीं हो पा रहा था। ऐसे में इनके जीर्णोद्घार के लिए पुरातत्व व संग्रहालय विभाग ने कार्य योजना बनाई है। किशनगढ़ फोर्ट व घोटारू फोर्ट की बाहरी दीवारें उनके निर्मित कक्ष व अन्य स्थान क्षतिग्रस्त हो चुके थे। वहीं गणेशिया फोर्ट मिट्टी से बना होने के कारण एक महत्वपूर्ण मड फोर्ट की श्रेणी में आता है। प्राचीन किलों की वास्तुशिल्प संरचना व अन्य विशेषताओं को लेकर विभाग ने सर्वे करवा इन तीनों दुर्गों को संरक्षण सूची में शामिल किया था।
गत वर्ष मिला था संरक्षण
॥संरक्षण सूची में शामिल होने के बाद इन तीनों दुर्गों के जीर्णोद्घार के लिए प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भेजे हैं। किशनगढ़ व घोटारू के लिए 50 - 50 लाख व गणेशिया फोर्ट के लिए 25 लाख के प्रस्ताव भेजे गए हैं। ञ्जञ्ज
किशनलाल मारू, वृत्त अधीक्षक, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग
पिछले कई वर्षों से सीमावर्ती इलाके में मौजूद किले संरक्षण के इंतजार में थे। राज्य के पुरातत्व व संग्रहालय विभाग ने तीनों किलों को गत वर्ष नवंबर 2011 में संरक्षण सूची में शामिल किया था। विभागीय टीम ने मुख्यालय के निर्देशानुसार जनवरी 2011 में वृत के अधीन आने वाले प्राचीन किलों का सर्वे किया। सर्वे में इन तीनों दुर्गों की विशेषताओं को देखते हुए संरक्षण प्रदान किया गया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें