सिलारी (जोधपुर).जोधपुर जिले के सिलारी गांव के लोग अपनी बेटियों को स्कूल भेजने से नहीं हिचकते हैं। सरपंच पूनम ने लोगों से अपनी बेटियों को पढ़ने भेजने की गुहार लगाई। आज यहां हर घर की बेटी स्कूल जाती हैं। पूनम बतातीं हैं कि जब गांव में बेटियां पढ़ने लगेंगी तो एक नहीं दो-दो परिवार शिक्षित होंगे।
इसका फायदा जिस गांव या परिवार में यह ब्याह कर जाएगी वहां होगा। उनका अगला लक्ष्य गांव में सैकंडरी स्तर बालिका स्कूल बनवाना है। पूनम कंवर ने खुद एमए व एमसीए की डिग्री ले रखी है। उन्होंने तीस हजार रुपए मासिक की नौकरी छोड़कर गांव में काम करने का फैसला किया। दो साल पहले हुए पंचायत चुनाव लड़ा और सरपंच चुनी गई। वे आपसी विवादों का निपटारा गांव में खुद ही करती हैं।
इसका फायदा जिस गांव या परिवार में यह ब्याह कर जाएगी वहां होगा। उनका अगला लक्ष्य गांव में सैकंडरी स्तर बालिका स्कूल बनवाना है। पूनम कंवर ने खुद एमए व एमसीए की डिग्री ले रखी है। उन्होंने तीस हजार रुपए मासिक की नौकरी छोड़कर गांव में काम करने का फैसला किया। दो साल पहले हुए पंचायत चुनाव लड़ा और सरपंच चुनी गई। वे आपसी विवादों का निपटारा गांव में खुद ही करती हैं।
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