रविवार, 9 जून 2019

बाडमेर भीषण गर्मी का शिकार हुए वृद्ध,रेल में हुई मौत

बाडमेर भीषण गर्मी का शिकार हुए वृद्ध,रेल में हुई मौत


बालोतरा(बाड़मेर)
ट्रेन में अज्ञात वृद्ध की मौत,
शव को जीआरपी ने 108 द्वारा पहुचाया नाहटा अस्पताल,
सम्भवतः तेज गर्मी से हुई वृद्ध की मौत,
मृतक की नही हुई अभी तक शिनाख्त,
मालानी एक्सप्रेस में मिला वृद्ध का शव।

मध्य प्रदेश तुम्हारे पति ने गिफ्ट भेजा है' कहकर निकाला चाकू, प्रेमी की पत्नी पर कर दिया हमला

तुम्हारे पति ने गिफ्ट भेजा है' कहकर निकाला चाकू, प्रेमी की पत्नी पर कर दिया हमला
'तुम्हारे पति ने गिफ्ट भेजा है' कहकर निकाला चाकू, प्रेमी की पत्नी पर कर दिया हमला
प्रेमी की शादी होने से नाराज प्रेमिका ने प्रेमी के घर जाकर नई नवेली दुल्हन बनकर आई उसकी पत्नी पर चाकू से हमला बोल दिया दिया. गनीमत रही कि उस वक्त दुल्हन का देवर भी मौके पर मौजूद था और वह तुरंत वहां पहुंच गया. इस दौरान बीच-बचाव में वह भी घायल हो गया. परिजनों ने आनन-फानन में दोनों अस्पताल में भर्ती कराया. वहीं, आरोपित लड़की को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया है.

पुलिस का कहना है कि किल्कीपुरा अंबे माता मंदिर के पीछे शहीद भगतसिंह स्कूल के पास रहने वाली रानी, पति इरशाद के घर पहुंच कर सोना (19) नाम की युवती ने उसकी गर्दन पर चाकू से हमला कर दिया. इस दौरान रानी का देवर अमन पिता शहजाद खां व घर के अन्य सदस्य दौड़ कर पहुंचे. किसी तरह रानी को सोना के चंगुल से बचाया. इस दौरान अमन के हाथ में भी चाकू से लग गई. इसके बाद दोनों देवर-भाभी को शासकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

दो महीने पहले हुई थी शादी-

जानकारी के मुताबिक सोना और इरशाद एक दूसरे से प्रेम करते थे. लेकिन दो महीने पहले इरशाद ने शादी कर ली. इरशाद के इस कदम की वजह से सोना नाराज हो गई. शनिवार दोपहर वह इरशाद के घर पहुंची और उसकी बहन के बारे में पूछा तो परिजनों उसके जावरा जाने की बात कही. इसके बाद सोना ने इरशाद की पत्नी के बारे में पूछा और घर के अंदर चली गई.


तुम्हारे पति ने गिफ्ट भेजा है-

घर में घूसने के बाद सोना ने रानी से कहा कि तुम्हारे पति ने गिफ्ट भेजा है. जैसे ही रानी आगे बढ़ी सोना ने चाकू निकाल कर उसपर वार कर दिया. रानी की चीख-पुकार सुनकर परिजन घर के अंदर पहुंचे और किसी तरह बीच-बचाव कर रानी को छुड़ाया.

दो समुदायों से जुड़ा है मामला-

मामले में आरोति सोना और कथित प्रेमी इरशाद अलग-अलग समुदाय से आते हैं. वहीं, दो समुदाय का मामला होने से एहतियातन पुलिस ने आरोपित के घर के बाहर सुरक्षा के लिए बल तैनात किया है.

PHOTOS: अलवर में सेक्स रैकेट का पर्दाफाश, अंतरंग हालत में मिली 9 महिलाओं सहित 20 गिरफ्तार

PHOTOS: अलवर में सेक्स रैकेट का पर्दाफाश, अंतरंग हालत में मिली 9 महिलाओं सहित 20 गिरफ्तार

अलवर जिले के बहरोड थाना पुलिस ने देह व्यापार के अड्डे पर कार्यवाही करते हुए 9 महिलाओं, एक दलाल और 10 ग्राहकों सहित 20 लोगो को  पकड़ा 

बाड़मेर महाविद्यालयों में रिक्त पद अतिशीघ्र भरे जाएंगेःभाटी

बाड़मेर  महाविद्यालयों में रिक्त पद अतिशीघ्र भरे जाएंगेःभाटी


बाड़मेर ,09 जून। प्रदेश में महाविद्यालयों में रिक्त पदों को प्राथमिकता से भरा जाएगा। राज्य सरकार इसके लिए प्रयासरत है। उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी ने रविवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बात कही।
उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवरसिंह भाटी ने स्थानीय लोगों की मांग का जिक्र करते हुए कहा कि आगामी बजट में बाड़मेर के महिला महाविद्यालय को अपग्रेड करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्रो में भी बालिकाओं की शिक्षा के लिए सरकार प्रयास करेगी। उन्होंने बताया कि महाविद्यालयांे मंे रिक्त 832 पदों को भरने के लिए आरपीएससी को अभ्यर्थना भेज रखी है। आचार संहिता की वजह से उन पर कार्य आगे नहीं बढ़ सका था। आने वाले कुछ दिनों में भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट अच्छी सरकार चला रहे हैं और सभी वर्ग युवा, किसान, व्यापारी, बेरोजगारों के कल्याण और विकास के लिए प्राथमिकता से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव के परिणाम के सवाल पर पत्रकारों से कहा कि लोकतंत्र में हार या जीत सिक्के के दो पहलू है। उन्होंने कहा कि वे जनता के इस फैसले को स्वीकार करते हुए आमजन के हितार्थ कार्य करते रहेंगे। बाड़मेर प्रवास के दौरान उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी ने विद्यालयों की स्थिति एवं शिक्षा के स्तर के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की।

जैसलमेर आखिर आयुक्त चाहते क्या है,ट्रांसफर चाहते है तो जनप्रतिनिधियों को इन्हें यही रख काम करवाना चाहिए*

जैसलमेर आखिर आयुक्त चाहते क्या है,ट्रांसफर चाहते है तो जनप्रतिनिधियों को इन्हें यही रख काम करवाना चाहिए*
जैसलमेर नगर परिषद के लिए इमेज परिणाम
*जेसलमेर किसी सक्षम अधिकारी को रुतबे से कम पोस्ट मिलती है तो कैसे जनता और जनहित कार्यो पर अपनी खुनस निकलते है यह जेसलमेर में नगर परिषद के वरिष्ठ आर ए एस अधिकारी दिखा रहे।।जनाब इससे पहले पाली जैसे जिले में अतिरिक्त जिला कलेक्टर पद पर कार्यरत थे।विधानसभा चुनावों के बाद इन्हें जेसलमेर लगाया।।इनके लगने के बाद नगर परिषद की स्थति बद से बदतर हो गई।।जनहित के कार्यो को अनदेखा करना।जनता के अधिकारों का हनन करना आम हो गया।।।गत दिनों पर्यावरण सरंक्षण की मुहिम के खिलाफ खलनायक बनकर उभरे।बड़ी मेहनत,लग्न और निष्ठा के साथ दो वर्ष पूर्व जेसलमेर के युवाओ द्वारा गड़ीसर की पाल पर रोपित पौधों को बिना किसी ठोस वजह के उखाड़ फेंका पर्यावरण सरंक्षण के अभियान में न केवल गतिरोध पैदा कीट बल्कि पर्यावरण के लिए कार्य कर रहे हज़ारो लोगो को निराश कर उन्हें सोचने पर विवश कर डित की वो किसके लिए पौधे लगाए ।जब लगाए पौधे ही उखड़े जा रहे ।इतने से आयुक्त रुके नहीं। सत्ताधारी नेताओ से जानबूझ कर टकराहट की स्थतिया पैदा की ताकि शिकायत करें ट्रांसफर हो जाये।उन्होंने युवाओ के खुलाफ़ प्राथमिकी दर्ज कर दी क्योंकि ये युवा पौधे उखाड़ने का विरोध करने मौके पर पहुंचे थे।इनमें  जिला युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष विकास व्यास भी शामिल है।जिनके साथ न केवल अभद्रता की बल्कि राजकीय कार्य मे बाधा जा मुकदमा दर्ज करवा दिया।।जबकि आयुक्त की इस जनविरोधी कार्यवाही का प्रभारी मंत्री बी डी कल्ला,काबीना मंत्री साले मोहम्मद और जिला कलेक्टर अनुचित मान चुके है ऐसे में आयुक्त द्वारा आने द्वारा की गई गलत कार्यवाही पर पर्दा डालने के लिए युवा वर्ग पर मुकदमे करवा दिए।इतनी हठधर्मिता ब्यूरोक्रेसी में उचित नही।आयुक्त को शायद गुमान है कि उनका ट्रांसफर ही जाएगया ऐसी वैसी हरकते करने से।।स्थानीय जन प्रतिनिधियों को चाहिए ऐसे बदमिजाज आयुक्त को यही इसी पद और रख जनहित के कार्य करवाए जाए।।आयुक्त महोदय ने निंदनीय कृत्य किया।।इस मुद्दे को स्थानीय युवा सही ढंग से रख नहीं पाए। वन एवम ओआर्यवर्ण सरंक्षण अधियम और एन जी टी में मामले को ले जाना चाहिए।बात पौधों की नहीं भविष्य में फिर को ऐसा दुःसाहस नही कर सके। आयुक्त की सत्ताधारियों के साथ टकराहट जेसलमेर की जनता का नुकसान अवश्य कराएगी।।शहर में सफाई व्यवस्था किसी से छुपी नही।सड़को का पेचवर्क नहीं हो रह।विकास कार्य ठप है।।नगर परिषद में मातम छाया रहता है।पार्षदों के काम नही हो रहे।।जिला कलेक्टर को इस मामले में हस्तक्षेप कर सुलझाने का प्रयास प्रथमिकत से करना चाहिए।।

गम्भीर चिंतन का विषय :- NEET चयन और काफूर होती गरीबों की खुशियां.

 गम्भीर चिंतन का विषय :-

NEET चयन और काफूर होती गरीबों की खुशियां...
neet के लिए इमेज परिणाम
परसों जैसे ही नीट 2019 का परिणाम आया तो छात्रों व कोचिंग संस्थानों में दनादन खुशियों का दौर शुरू हो गया। अखबारों में कोचिंग संस्थानों के बड़े-बड़े विज्ञापन अखबार के मुख्य पृष्ठों पर छा गए। ऐसा माहौल बनाया गया जैसे पूरा देश ही अब डॉक्टर बन रहा है और जो थोड़े बच गए हैं उनके हाथों कुछ अपराध हो गया हो। मगर हकीकत इन सबसे कोसों दूर है।

इस बार नीट परीक्षा देने के लिए 15,19,375 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन करवाया, 14,10,754 अभ्यर्थी परीक्षा में बैठे हैं जिसमें से 7 लाख 97 हजार पास किये गए हैं। 2016 से पहले न्यूनतम क्वालीफाइंग सामान्य के लिए 50% अंक व आरक्षित वर्ग के लिए 40% अंक होता था जिसके हिसाब से सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थी को 720 में से 360 अंक व आरक्षित वर्ग को 288 अंक हासिल करने होते थे मगर अब परसेंटाइल सिस्टम के कारण जितने छात्र परीक्षा में बैठे है उसमें से 50% छात्रों को पास कर दिया जाता है। सामान्य श्रेणी से 134 नंबर वाला व आरक्षित श्रेणी से 107 नंबर वाला अभ्यर्थी क्वालीफाई मान लिया गया है।

ये सिर्फ क्वालीफाई माने गए हैं न कि इनको सीट मिली है और न ही ज्यादातर को सीट मिलने वाली है। सीटों के हिसाब से मेरिट का सिस्टम 30 हजार सरकारी सीटों तक ही सीमित है बाकी 40 हजार निजी मेडिकल कॉलेज में मेरिट ध्वस्त हो जायेगी। निजी कॉलेजों की सालाना 15 लाख रुपये फीस योग्य व गरीब बच्चे भर नहीं पाएंगे और जिन्होंने न्यूनतम अंक से क्वालीफाई किया है माँ-बाप के पास पैसे हैं उनको दाखिला मिलेगा। कुल मिलाकर देश में उपलब्ध मेडिकल की कुल 70 हजार सीटों में से 40 हजार सीटें धनपतियों के बच्चों के लिए आरक्षित करने के लिए यह परसेंटाइल सिस्टम लाया गया था और बढ़िया से काम कर रहा है।

50% व 40% अंकों के आधार पर अगर क्वालीफाई किया जाता तो 8 लाख के बजाय 2 लाख अभ्यर्थी पास होते और निजी मेडिकल कॉलेज वालों को इन्हीं में से लेने को बाध्य होना पड़ता और इनकी फीस की दरों में गिरावट करनी पड़ती। अब के हिसाब से 560 अंक तक के बच्चे सरकारी कॉलेज में जाएंगे अर्थात 7 लाख 97 हजार में से 30 हजार। बाकी 107 से लेकर 559 अंक तक के 7 लाख 67 हजार बच्चों के माँ-बाप क्रेता होंगे और निजी कॉलेज 40 हजार सीटों की बोली लगायेंगे। 70लाख रुपये जिसकी जेब मे होंगे उनको दाखिला मिल जायेगा। नंबर चाहे 559 आये हो या 107 कोई फर्क नहीं होगा।

ऑल इंडिया परीक्षा मात्र एक ढकोसला है और सही मायनों में यह सिर्फ सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाखिले मात्र की प्रक्रिया है। निजी मेडिकल कॉलेजों को मात्र दिखावे के लिए इसके साथ जोड़ा गया है जबकि बाध्यताओं की सारी सीमाएं खत्म की हुई हैं।

अगर गरीब छात्रों को डॉक्टर बनना है तो वो 30 हजार सरकारी सीटों व 560 प्लस अंकों पर ध्यान केंद्रित करें बाकी दूसरा कोई विकल्प नहीं है।

जिन बच्चों का सपना डॉक्टर बनने का है व जो माँ-बाप अपने बच्चों को डॉक्टर बनाना चाहते हैं तो कृपया करके अखबारों के विज्ञापन, कोचिंग संस्थानों के जलसों-दावों में न उलझें। हर कोचिंग संस्थान दावा करता है कि मेरे यहाँ से इतने बच्चों का चयन हुआ है मगर वो सीटों के लिए नहीं बल्कि 8 लाख बच्चों की भीड़ में हुआ है।

कोचिंग संस्थानों की लूट की क्रमबद्धता को निजी मेडिकल कॉलेज बनाये रखने में योगदान देते हैं। गरीब किसी भी प्रकार से कोचिंग के लिए 2 लाख रुपये खर्च कर देंगे मगर आगे 70 लाख रुपये कहाँ से खर्च करेंगे ?

जो अभ्यर्थी 70 लाख रुपये न्यूनतम फीस भरकर डॉक्टर बनेगा अर्थात लगभग एक करोड़ रुपये में डॉक्टरी की डिग्री खरीदेगा क्या वो सेवाभाव से इस देश के करोड़ों गरीबों का इलाज करेगा ? 70 हजार में से हर साल 40 हजार चिकित्सा के नाम पर व्यापारी तैयार होंगे और अपना निवेश वसूली का धंधा करेंगे।

नीट से न चिकित्सा के क्षेत्र में सुधार आने वाला है और न स्वच्छ प्रतियोगिता होती है।

*पोकरण (जैसलमेर )मंत्री बी डी कल्ला ने किया औचक निरीक्षण* नाड़ी खुदाई के कार्यो का किया निरीक्षण

*पोकरण (जैसलमेर )मंत्री बी डी कल्ला ने किया औचक निरीक्षण*

नाड़ी खुदाई के कार्यो का किया निरीक्षण

रविवार को ऊर्जा मंत्री बी डी कल्ला ने  पोकरण  क्षेत्र के  गांव का दौरा कर नाड़ी खुदाई कार्य का औचक निरीक्षण किया।
चाचा गांव तथा आस पास चल रहे नाड़ी खुदाई का निरिक्षण कर कार्य प्रगति की जानकारी प्राप्त की।
मंत्री महोदय के साथ पोकरण SDM अनिल जैन PEO जुगल किशोर जोशी तथा अन्य अधिकारी चौथाराम लक्ष्मीनारायण उपस्थित रहे है।
मानसून से पूर्व लगभग सभी परंपरागत जल स्त्रोतों की सफाई और जल स्तर के लिए गहराई बढ़ाने के लिए खुदाई का कार्य चल रहा है।

पाली में गैस सिलेंडर से भरे ट्रेलर में लगी आग, धमाकों से दहला क्षेत्र,

पाली में गैस सिलेंडर से भरे ट्रेलर में लगी आग, धमाकों से दहला क्षेत्र,  


 पाली जिले के सांडेराव थाना इलाके में रविवार को सुबह गैस सिलेंडर से भरे एक ट्रेलर में आग लग गई. आग लगने के बाद सिलेंडर ब्लास्ट होकर हवा में उछलने लग गए. गैस सिलेंडरों के ब्लास्ट होने से उनके धमाकों की आवाज से आसपास का इलाका दहल उठा. गनीमत यह रही कि हादसा सुनसान इलाके में हुआ था, अन्यथा जान माल का बड़ा नुकसान हो सकता था.

ट्रेलर में भरे थे 120 घरेलू गैस सिलेंडर

जानकारी के अनुसार हादसा सांडेराव थाना इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग 162 पर केनपुरा गांव से थोड़ी दूरी पर हुआ. सुबह गैस सिलेंडरों से भरा एक ट्रेलर सुमेरपुर की तरफ जा रहा था. ट्रेलर में 120 घरेलू गैस सिलेंडर बताए जा रहे हैं. इसी दौरान केनपुरा गांव से थोड़ी दूरी पर सुनसान इलाके में ट्रेलर का टायर फट गया और उसमें आग लग गई. ट्रेलर चालक व परिचालक ने आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन वह काबू में नहीं आई और उसने विकराल रूप धारण कर लिया. ट्रेलर पूरी तरह से आग की लपटों में घिर गया. इससे चालक-परिचालक पीछे हट गए पुलिस को सूचना दी.कुछ ही देर में ट्रेलर में भरे सिलेंडर ब्लास्ट होकर हवा में उछलने लग गए और पूरा इलाका उनके धमाकों की आवाज से दहल उठा. हादसे की सूचना पर सांडेराव और गुड़ा एंदला थाना पुलिस दमकलों के साथ मौके पर पहुंची. पुलिस ने राष्ट्रीय राजमार्ग-162 को दोनों ही तरफ से बंद करवाया. बाद में दमकलों से आग पर काबू करने का प्रयास शुरू किया. आग में सभी सिलेंडर ब्लास्ट हो गए बताए जा रहे हैं. गनीमत रही हादसे में जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ. आग पर काबू पाने के बाद पुलिस ने एक तरफ से यातायात बहाल करवाया.

भीलवाड़ा के नौ लोगों की कश्मीर में सड़क हादसे में मौत, सभी मृतक एक ही परिवार के

भीलवाड़ा के नौ लोगों की कश्मीर में सड़क हादसे में मौत, सभी मृतक एक ही परिवार के

भीलवाड़ा के नौ लोगों की कश्मीर में सड़क हादसे में मौत, सभी मृतक एक ही परिवार के
भीलवाड़ा जिले के एक परिवार के नौ लोगों की शनिवार को कश्मीर के लेह में हुए एक सड़क हादसे में मौत हो गई. यह परिवार झाड़ू बनाने और बेचने का काम करता था. हादसे के समय भी यह परिवार झाड़ू बेचने के लिए जा रहा था. सीएम अशोक गहलोत ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के प्रति संवेदना जताई है.

 पालड़ी गांव के रहने वाले थे मृतक
जानकारी के अनुसार हादसे का शिकार हुआ परिवार भीलवाड़ा के पालड़ी गांव का रहने वाला था. परिवार के सभी लोग झाडू बनाने और बेचने का काम करते थे. इसके लिए ये लोग दूसरे प्रदेशों में जाते रहते हैं. इन दिनों ये कश्मीर गए हुए थे. वहां शनिवार को वे सीमेंट के कट्टों से भरे ट्रोले में बैठकर जा रहे थे. वह ट्रोला लेह इलाके में खाई में गिर गया.हादसे में परिवार के नौ लोगों की मौत हो गई और एक सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गया. मृतकों में पप्पू, उसकी पत्नी प्रेम, बेटा रामस्वरूप, घनश्याम समेत नंदा, पायल, नंदू देवी, तुलसीराम और एक अन्य की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि भैरूं गंभीर रूप से घायल हो गया. पप्पू की एक बहिन लक्ष्मी परिवार में मायरे की तैयारी करने के लिए छह दिन ही लौट आई थी.सीएम अशोक गहलोत ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं. राज्य सरकार मृतकों के शवों को लेह से लाने की व्यवस्था करेगी. इसके लिए सीएम गहलोत ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं. रविवार को भीलवाड़ा कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामपाल शर्मा ने पीड़ित परिवार के घर पहुंच कर दी उनको यह जानकारी दी.

झुंझुनूं में 15 साल की नाबालिग से रेप कर उसे मां बनाने वाला आरोपी गिरफ्तार, जुर्म कबूला

झुंझुनूं में 15 साल की नाबालिग से रेप कर उसे मां बनाने वाला आरोपी गिरफ्तार, जुर्म कबूला
झुंझुनूं में 15 साल की नाबालिग से रेप कर उसे मां बनाने वाला आरोपी गिरफ्तार, जुर्म कबूला

झुंझुनूं के मलसीसर थाना इलाके में एक नाबालिग से बार-बार रेप कर उसे मां बनाने के आरोपी को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी ने चार-पांच महीने तक पीड़िता का यौन शोषण किया था. पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. उसे सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा. मामले की जांच बिसाऊ थानाप्रभारी कर रहे हैं.

चार-पांच माह तक पीड़िता का यौन शोषण किया था
बिसाऊ थानाप्रभारी रामपाल मीणा ने बताया कि गिरफ्तार किया गया आरोपी ककड़ेऊ खुर्द का 24 वर्षीय सेहीराम है. पीड़िता के बयानों के आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ में सहीराम ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. आरोपी ने चार-पांच माह तक पीड़िता का यौन शोषण किया था और किसी को ना बताने की धमकी दी थी. पीड़िता व उसकी नवजात बच्ची के डीएनए सैंपल लिए जा चुके हैं. अब सहीराम का डीएनए सैंपल भी लिया जाएगा.

पीड़िता ने गुरुवार को बच्ची को दिया था जन्म
उल्लेखनीय है कि झुंझुनूं में गत गुरुवार की रात एक निजी अस्पताल में 15 साल की नाबालिग ने बच्ची को जन्म दिया था. मुखबिर की सूचना पर महिला थाने में स्थित महिला सुरक्षा व सलाह केंद्र की टीम जब अस्पताल पहुंची तो इस मामले का खुलासा हुआ. यौन शोषण की शिकार नाबालिग पीड़िता आरोपी की धमकी के चलते चुप रही और बाद में गर्भवती हो गई. लोकलाज से चुप बैठी नाबालिग ने गुरुवार रात को एक निजी अस्पताल में बच्ची को जन्म दिया था. पीड़िता व बच्ची स्वस्थ है.

बाडमेर न उन्होंने किया ,न ये करना चाहते है,एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ेंगे पांच साल तक* *सरहदी जिलो में पेयजल को लेकर मारामारी,लोग तनाव में*

*बाडमेर न उन्होंने किया ,न ये करना चाहते है,एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ेंगे पांच साल तक*

*सरहदी जिलो में पेयजल को लेकर मारामारी,लोग तनाव में*

*बाडमेर न्यूज़ ट्रैक के लिए चन्दन सिंह भाटी*

सरहदी जिले बाडमेर जेसलमेर की आग उगलती धरती ने ग्रामीणों को पेशोपेश में डाल दिया।।ग्रामीण लम्बे समय से पेयजल समस्या को लेकर तनाव में है।।सरकार किसी की आये जनता की समस्या पर कोई कार्य करने के पक्ष में नही है।।पिछली सरकार ने पांच साल के कार्यकाल में एक भी पेयजल योजना इन दो जिलो में नही दी।।उल्टा पुरानी चार बड़ी परियोजनाओं के बजट और रोक दिए।।साथ ही परंपरागत पेयजल स्रोतों को लेकर कोई कार्य नही हुआ।नरेगा के तहत नाड़ी खुदाई के कार्यो पर भी पूर्णरूप से अघोषित प्रतिबंध सा था।।नर्मदा नहर और इंदिरा गांधी नहर योजना पर कोई कार्य नही हुआ।।नर्मदा नहर के लिए मामला टेंडर से आगे नही बढ़ा।।जनप्रतिनिधियों ने पांच साल जनता को टेंडर निकल गए बता बता कर बेवकूफ बनाते गए।।इस साल हालात कठिनतम हो गए।जनवरी माह से पेयजल समस्या मुंह फाड़े थी।मगर जिम्मेदारों ने ध्यान नही दिया।पहले विधानसभा चुनाव फिर लोकसभा चुनाव।।ब्यूरोक्रेसी और नेता इसी में उलझे रहे।अब मुक्त हुए तो आपसी झगड़ो में उलझ गए।।अब विपक्ष में बैठी भाजपा वर्तमान सरकार पर हमला बोल रही।।कांग्रेस सरकार भी अपने गठन के छह माह में कुछ नही कर पाई।।पेयजल की समस्या इतिनि विकराल है कि आने वाले समय मे इस सरहदी क्षेत्रो में आत्महत्याए हो जाये तो कोई बड़ी बात नही होगी।पेयजल योजनाओं को लेकर सरकार,प्रशासन और जलदाय विभाग के पास कोई ठोस कार्ययोजना नही है।।जनता को आज़ादी के सत्तर साल बाद भी पीने के पानी के लिए जंग लड़नी पड़ रही।।आज भी ग्रामीण पेयजल स्रोतों पर ताले लगाते है ताकि पानी चोरी न हो।इतना ही नही महिलाएं बच्चे आज भी दस बारह किलोमीटर पैदल चल पेयजल परिवहन कर लाती है पशुधन अकाल की भेंट चढ़ रहे।।जब इंसान को पानी नही मिल रहा तो पशुधन की चिंता कौन करे।।प्रशासन पेयजल के टैंकर भेज अपने फर्ज की इति श्री कर लेते है ये टैंकर कहाँ खाली होते है कहने की जरूरत नही।।अब सत्तासीन जन प्रायिनिधियो को नया जुमला मिल गया।ग्रामीण पानी बिजली मांगते है तो जन प्रतिनिधि सीधे सीधे नरेंद्र मोदी से बात करने को कह देते है।।राजनीति में वोट जरूरी है इसको सरंक्षित रखना भी मगर देश के संविधान ने जनता को बिजली पानी सड़क जैसी मूलभूत सुविधाते उसके अधिकार में दिए है ।जनता को उनका अधिकार कब मिलेगा यह कोई नही बता सकता।।पानी पानी करते कई लोग जीवन लीला छोड़ बसे उनकी जिन्दगि में पेयजल का सपना साकार नही हुआ अब भी नही लगता कि यह सपना सरहद वासियो का पूरा होगा।।पचास डिग्री तापमान में जनता को पेयजल की किस हद तक जरूरत है यह कोई समझने को तैयार नही।।जन प्रतिनिधियों को आरोप प्रत्यारोप छोड़ जनहित में पेयजल योजनाओं को क्रियान्वित करवा बजट आवंटन करा जनता को राहत देने की पहल करनी चाहिए।।पानी,मीठा पानी से सत्तर साल राजनीतिज्ञ चुनाव लड़ते और जीतते हारते आये मगर इस मूल समस्या का समाधान शायद किसी के पास नही।।

शनिवार, 8 जून 2019

गहलोत सरकार का फैसला, छह माह पहले हुए शिक्षकों के तबादले होंगे रद्द

गहलोत सरकार का फैसला, छह माह पहले हुए शिक्षकों के तबादले होंगे रद्द
गहलोत सरकार का फैसला, छह माह पहले हुए शिक्षकों के तबादले होंगे रद्द

प्रदेश के शिक्षा महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. वजह है पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार में सत्ता के नजदीक रहे शिक्षकों को प्रदेश की नई गहलोत सरकार द्वारा दिया गया झटका. राज्य सरकार ने 3600 से ज्यादा शिक्षकों पर तलवार लटका दी है. इनमें से करीब 500 शिक्षकों के तबादले रद्द करने की और शेष अध्यापकों को उनके मूल विभाग में भेजे जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.

शिक्षा विभाग में मची खलबली

दरअसल पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल के आखरी महीनों में हुए शिक्षकों के तबादलों को शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने रद्द करने का फैसला किया है. उसके बाद से शिक्षा विभाग में खलबली मच गई है. शिक्षक अपनी जगह बचाने की हर मुमकिन कोशिशों में जुटे हैं, लेकिन मंत्री डोटासरा झुकने को तैयार नहीं हैं. मंत्री के आदेश के बाद 500 शिक्षकों के जहां तबादले निरस्त हो जाएंगे, वहीं 3100 शिक्षकों को उनके मूल पद पर भेजा जाएगा.

पद  स्वीकृत नहीं होने के बावजूद ऑफलाइन स्कूलों में जमे रहे
इस पूरी कवायद के पीछे मंत्री डोटासरा का कहना है कि इन शिक्षकों ने गलत तरीके से जगह हथियाई है. ऑनलाइन कार्यभार भी ग्रहण भी नहीं किया. पद स्वीकृत नहीं होने के बावजूद ऑफलाइन स्कूलों में जमे रहे. यही नहीं वे विभाग के आदेशों को भी दरकिनार करते रहे हैं, जिसके चलते सरकार को इनके खिलाफ सख्त कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा है.


 भेदभाव को नए आदेश से दुरुस्त किया जाएगा
डोटासरा ने पर्वूवर्ती बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुरानी सरकार ने चहेते शिक्षकों की 6-डी की प्रक्रिया भी नहीं की. उन्हें गलत तरीके से छूट का लाभ दिया गया. ग्रामीण क्षेत्र के शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षा में भेजा गया. राज्य सरकार पुरानी सरकार द्वारा किए गए भेदभाव को नए आदेश से दुरुस्त करेगी. सरकार के इस फैसले से शिक्षक संगठन में गहरा रोष व्याप्त है.

आठ शहर तपते रहे 45 डिग्री से ऊपर के तापमान में,भीषण गर्मी से 9 लोगों की मौत

राजस्थान  आठ शहर तपते रहे 45 डिग्री से ऊपर के तापमान में,भीषण गर्मी से 9 लोगों की मौत
Weather Alert: एक ही दिन में नौ लोगों की मौत, भरतपुर में दिल दहला देने वाली घटना
राजस्थान में जानलेवा गर्मी का कहर जारी है. शुक्रवार को भीषण गर्मी से 9 लोगों की मौत हो गई. इनमें भरतपुर में तो दिल दहला देने वाली घटना सामने आई. वहां भरी दुपहरी में घर से निकली डेढ़ वर्षीय मासूम की हीट अटैक से मौत हो गई. मासूम का शव दिनभर तेज धूप में पड़ा रहा, जिससे उसके शरीर पर चिंटियां लग गई. तेज गर्मी के कारण मौत के शिकार हुए 9 लोगों में से तीन तो अकेले बारां जिले के थे.

नगला हरचंद गांव में हुई दिल दहला देने वाली घटना

गर्मी में दिल दहला देने वाली घटना भरतपुर के नगला हरचंद गांव में हुई. वहां डेढ़ साल की मासूम खेलते खेलते भरी दोपहरी में घर से बाहर निकल गई थी. वह घर से आधा किलोमीटर दूर खेतों में पहुंच गई और तेज लू के चलते बेहोश होकर वहीं गिर पड़ी, जिसकी मौके पर ही उसकी मौत हो गई.

मासूम के शव पर लगी थी चिंटियां
परिजनों को जब बच्ची घर पर नजर नहीं आई तो उन्होंने सोचा की वह आसपास ही कहीं खेल रही होगी. लेकिन देर शाम तक बच्ची के नहीं मिलने पर उसकी खोजबीन शुरू कि गई. परिजन जब खेतों की तरफ पहुंचे तो वहां रास्ते में मासूम बच्ची का शव पड़ा मिला. उसका शरीर झुलसा हुआ था उस पर चीटिंयां लगी हुई थी. हालांकि बच्ची ने सैंडल पहने हुए थे, लेकिन तेज धूप की वजह से वह लू की चपेट में आ गई.

आठ शहर तपते रहे 45 डिग्री से ऊपर के तापमान में

भरतपुर के अलावा गर्मी से शुक्रवार को बारां में तीन लोगों की मौत हो गई. वहीं कोटा, डूंगरपुर, रावतभाटा, बूंदी और पाली में भी एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई. शुक्रवार को धौलपुर में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस रहा. यह पहला मौका है जब प्रदेश का कोई न कोई शहर लगातार आठवें दिन देश में सबसे गर्म रहा है. गर्मी ने इस बार सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. शुक्रवार को धौलपुर के अलावा चूरू, श्रीगंगानगर, बाड़मेर, कोटा, बीकानेर, जैसलमेर और जोधपुर भी 45 डिग्री से ऊपर के तापमान में तपते रहे.

जोधपुर में दर्दनाक हादसा- आग से दो मासूम भाई-बहन जिंदा जले, तीन घर खाक हुए

जोधपुर में दर्दनाक हादसा- आग से दो मासूम भाई-बहन जिंदा जले, तीन घर खाक हुए

जोधपुर में दर्दनाक हादसा- आग से दो मासूम भाई-बहन जिंदा जले, तीन घर खाक हुए
जोधपुर के भोजासर थाना इलाके में शनिवार को दोपहर में हुए दर्दनाक हादसे में दो मासूम भाई-बहन आग में जिंदा जल गए. आग लगने के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है. घटना की सूचना पर पुलिस-प्रशासन का अमला मौके पर पहुंचा, लेकिन तब तक सबकुछ खाक हो चुका था.

मासूमों को घर से निकलने का मौका ही नहीं मिला
जानकारी के अनुसार हादसा जोधपुर जिले के भोजासर थाना इलाके में चाड़ी स्थित भीलों की ढाणी में हुआ. वहां ढाणी में थानाराम, बीरमाराम और मूलाराम तीन भाइयों के कच्चे मकान बने हुए थे. दोपहर में थानाराम का सात वर्षीय बेटा सुनील और नौ वर्षीय बेटी सुशीला घर पर अकेले थे. दोपहर में 12.30 बजे अचानक घर में आग लग गई. दोनों भाई-बहन आग की लपटों में घिर गए और उन्हें बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिला.

दो मवेशी भी जल गए और घर खाक हो गए
आग ने देखते ही देखते थानाराम के घर से सटे बीरमाराम और मूलाराम के घरों को भी चपेट में ले लिया. तीन कच्चे घरों में फैली विकराल आग से दोनों मासूम भाई बहन वहीं जिंदा जलकर राख हो गए. आसपास सुनसान इलाका होने के कारण किसी ने उनकी चीख पुकार नहीं सुनी. हादसे के पता चलने पर वहां आसपास कुछ लोग आए, लेकिन तब तक कुछ नहीं बचा था. आग में दो मवेशी भी जलकर मर गए. सूचना पर पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और पीड़ितों को ढांढस बंधाया.

बाड़मेर भूख प्यास से बिलखती -एंव दम तोड़ती गोमाता -कलेक्ट्रेट के आगे अनिष्चिितकालीन धरना दूसरे दिन भी जारी

बाड़मेर  भूख प्यास से बिलखती -एंव दम तोड़ती गोमाता
-कलेक्ट्रेट के आगे अनिष्चिितकालीन धरना दूसरे दिन भी जारी
-धरने पर पहुॅचे महंत प्रतापपुरी, बोले सबसे पहले गाय


बाड़मेर
राजस्थान प्रदेष के विषेष कर पष्चिमी राजस्थान के जिले बाड़मेर जैसलमेर
भयकर अकाल ग्रज्ञत होने गोवंष  हजारो मे नित्य मृत्यु को प्राप्त हो रही
है। भूख एंव प्यास से बिलख कर रोते हुए गोमाता को मरते हुऐ देखा नही जाता
है। आज दिन तक असंख्य गोवंष मृत्यु को प्राप्त हो चुका हैै। सरकार एंव
प्रषासन की अनदेखी से इन जिलो में तेजी से गोवष घट रहा है जिसको लेकर
बाड़मेर जिला कलक्टेªट के आगे अनिष्चिित कालीन धरना चल रहा है।
महंत रूघनाथ भारती ने कहा कि सरकारे नियमो की दुहाई दे रही है और आए दिन
गाये मर रही है। गोवष को चारा पानी नही मिलने से गोवष की पिछले दिनो में
असंख्य घटोतरी हुई है। सरकारे द्वारा की जा रही है व्यवस्था प्र्याप्त
नही है। गोवष को बचाने के लिए गोसेवको पिछडे कई दिनो से संघर्षरत है।
आज गोसेवको ने मंहत प्रतापपुरी, रूघनाथ भारती, कर्नाटक से ंआये संत तीर्थ
विष्वाधीराज तीर्थ सिहानी मठ की अगुआई मे तथा जिलाध्यक्ष जेठमल जैन सहित
सैकड़ो़ गोसेवको ने इस संबंध मे जिला प्रषासन को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में
केन्दª सरकार एंव राज्य सरकार से आह्वान किया है कि टकराहट का रास्ता
छोडते हुए गोवंष हेतु अविलम्ब विषेष राहत पैकेज जारी करने के आदेष जारी
किए जावे ताकि बचे हुए गोवंष को बचाया जा सके। अन्यथ गंभीर परिणाम सामने
आएगा।