बुधवार, 19 सितंबर 2018

बाड़मेर। ये जो कुशासन है इसे उखाड़ फेंको - चित्रासिंह जसोल

बाड़मेर। ये जो कुशासन है इसे उखाड़ फेंको - चित्रासिंह जसोल

रिपोर्ट:- छगनसिंह चौहान / बाड़मेर

बाड़मेर। पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह की पुत्रवधू चित्रा सिंह ने मंगलवार को जिले के विभिन्न इलाकों का दौरा कर स्वा‍भिमान रैली में आने के लिए लोगों को न्यौता दिया। वही जिला मुख्यालय पर आयोजित बैठक के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 22 सितम्बर को पचपदरा में होने वाली ये स्वाभिमान रैली ना केवल एक जसोल परिवार की लड़ाई नहीं है. यह किसी जाति या पार्टी की लड़ाई नहीं है, बल्कि 36 कौम के स्वाभिमान की लड़ाई है। ये स्वाभिमान सन 2014 की लड़ाई का है जो हम सब ने मिलकर लड़ी थी ये स्वाभिमान सभी बाड़मेर जैसलमेर की जनता का स्वाभिमान है। जो हमारा अपमान हुआ था उसके लिए हम सब ने यह निर्णय किया था कि हमें यह लड़ाई लड़नी है ।





उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है ये लोकतांत्रिक लड़ाई हम स्वाभिमान से लड़ें। ये सरकार का जो कुशासन है उसे ना केवल बाड़मेर जैसलमेर की जनता बल्कि की पूरे राजस्थान की जनता परेशान है। पिछले 5 वर्षों से हम परेशान रहे ।

उन्होंने कहा किसी का काम नही हुआ हर जाती हर वर्ग के लोग परेशान रहे चाहे सरकारी कर्मचारी हो चाहे किसान या चाहे व्यापारी ओर युवाओं की तो कोई दिशा ही नही युवा बेरोजगारी से जूझ रहा है। हम स्वाभिमान के लिये लड़ रहे है ये हमारा हक है क्योंकि ये लोकतंत्र है। ये नेता हमसे वोट ले जाते हैं और ऊपर कुर्सी पर बैठ जाते हैं और फिर जनता के बारे में कोई नहीं सोचता आखिर वह क्यों नहीं सोचते जनता के बारे में 5 साल बाद जब वोट आते हैं तब से जनता के बारे में ही क्यों सोचते हो हमें जवाब देना है ।

उन्होंने कहा कि यह जो कुशासन है उसे उखाड़ फेंकना है इस कुशासन को खत्म करने के लिए हम सब को एकजुटता दिखानी होगी हम एकता से ही वार कर सकते है । 2014 में जो युद्ध शुरू हुआ था, उसे अब खत्म करने की समय आ गया है। 22 सितम्बर को पचपदरा में होने वाली स्वाभिमान रैली में एकजुट होकर हमे अपनी ताकत ऊपर बेठे नेताओ को दिखानी होगी ।

उन्होंने कहा कि इस रैली को लेकर पूरे मारवाड़ ही नहीं पूरे प्रदेश में भारी उत्साह है। उन्होंने कहा कि ये स्वाभिमान की रैली नहीं, बल्कि ये यह तो एक क्रांति की रैली है।

इस बैठक को नगर परिषद के पूर्वअध्यक्ष बलराम जी प्रजापत , मौलवी अब्दुल करीम , नरसिंगदान चारण , आजाद सिंह राठौड़ , राम सिंह राजपुरोहित ,श्री रणवीर सिंह चौधरी सेतराऊ सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया । कार्यक्रम का संचालन पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रघुवीरसिंह तामलोर ने किया । बैठक में हजारों लोगों का जनसमुह उमड़ा ।

वही इस अवसर पर 22 सितम्बर को पचपदरा में होने वाली स्वभिमान सभा के पोस्टर का विमोचन भी किया गया ।

मंगलवार, 18 सितंबर 2018

बाड़मेर शहर के गांधी चौक में चित्रा सिंह को सुनने उमड़ा जन सैलाब *ना झुकेंगे न टूटेंगे न दबाव में आएंगे,स्वाभिमान अमर है अमर रहेगा* *स्वाभिमान की जंग इस बार जीत कर जंग का पटाक्षेप करे--चित्रा सिंह*

बाड़मेर शहर के गांधी चौक में चित्रा सिंह को सुनने उमड़ा जन सैलाब

*ना झुकेंगे न टूटेंगे न दबाव में आएंगे,स्वाभिमान अमर है अमर रहेगा*



*स्वाभिमान की जंग इस बार जीत कर जंग का पटाक्षेप करे--चित्रा सिंह*

बाड़मेर स्वाभिमान की तैयारी को लेकर जन जन तक पहुंच रहे चित्रा सिंह जसोल ने आज बाड़मेर शहर के गांधी चौक में सभा को संबोधित किया।इस अवस्सर पर कैप्टन हीर सिंह भाटी,राम सिंह बोथिया,आज़ाद सिंह राठौड़,स्वरूप सिंह राठौड़,बलराम प्रजापत,बद्री शारदा,रिड़मल सिंह दांता, पृथ्वी सिंह रामदेरिया सहित कई वक्ताओं ने अपने संबोधन में स्वाभिमान रैली की महत्वस्त पर बात रखी।।इस अवसर पर स्वाभिमान रैली के पोस्टर का विमोचन किया गया। सभा को संबोधित करते हुए चित्रा सिंह जसोल ने कहा कि स्वाभिमान की लड़ाई एक कौम की नही छतीस कौम की है।।इस अत्याचारी सरकार ने हर कौम पर जुर्म कर कीड़ी न किसी रूप में उनके स्वाभिमान को ठेस पहुंचाई। वक़्त आ गया है कि 2014 में शुरू हुई इस जंग का पटाक्षेप किया जाए।।बाड़मेर की जनता के अपमान का बदला सरकार को गिरा के ले।।उन्होंने कहा कि सरकार की विदाई हमे तय करनी है जिसे पूरा हिंदुस्तान देखेगा।उन्होंने कहा कि आप लोगो ने हमेशा जसोल परिवार का साथ दिया।इस बार भी आपसे सहयोग मांगने आई।।इतनी बड़ी तादाद में आपकीं उपस्थिति यह बात रही है कि जंग अंतिम दौर में है। कार्यक्रम का संचालन रघुवीर सिंह तामलोर ने किया।।सभा मे पहली बार इतनी बड़ी तादाद में लोग उपस्थित हुए।।

जेसलमेर बासनपीर में मानवेन्द्र सिंह का अल्पसंख्यकों द्वारा जोरदार स्वागत*

*जेसलमेर बासनपीर में मानवेन्द्र सिंह का अल्पसंख्यकों द्वारा जोरदार स्वागत*

*जेसलमेर स्वाभिमान रैली के आयोजन को लेकर तूफानी दौरे कर रहे मानवेन्द्र सिंह आज देर शाम जेसलमेर के बासनपीर गांव पहुंचे।।इस गांव के लोग मानवेन्द्र सिंह का लम्बे समय से निर्विवाद समर्थन दे रहे है।।
कर्नल मानवेन्द्र सिंह  जसोल द्वारा ग्राम पंचायत बाशनपीर जूनी में स्वाभिमान सभा को सम्बोधित किया  और ग्राम वासियो द्वारा जोरदार स्वागत किया गया ।और 22 सितम्बर को स्वाभिमान सभा में पंचपदरा पर ज्यादा से ज्यादा पहुचने का आग्र्रह किया ।इस मौके पर बाशनपीर जूनी  के भावी सरपंच ईमामदिन मंगलिया ,हाजी रेशम कल्लर ,वार्ड पंच लुकमान चांनिया ,हाजी सरादिन मंगलिया ,बच्चल कल्लर ,रसूल मंगलिया ,हाजी जाम कल्लर ,मलूक कल्लर ,सोहराब कल्लर ,जमशेर जंज ,इब्राहिम कल्लर ,हासम मंगलिया ,नवाब कल्लर ,इस्लाम मंगलिया ,सुभान चानिया,जमाल कल्लर भागू का गाँव, बरकत चानिया,मोहम्मद खा मंगलिया, आत्मा  राम जी मेघवाल ,पुरखा राम जी पूर्व सरपंच ,मूलाराम ठेकेदार ,आदि शेकडो  कार्यकर्ता मौजूद रहे ।

थार की राजनीतिक शख्शियत।। मालाणी के सपूत जसवंत सिंह,देश विदेशों में धाक जमाई,

थार की राजनीतिक शख्शियत।।
मालाणी के सपूत जसवंत सिंह,देश विदेशों में धाक जमाई,




जन्म: 3 जनवरी 1938, जसोल, बाड़मेर, राजस्थान

कार्य-क्षेत्र: राजनेता

जसवंत सिंह एक वरिष्ठ भारतीय राजनेता हैं। वे अपनी नम्रता और नैतिकता के लिए जाने जाते है। जसवंत सिंह उन गिने-चुने नेताओ में से हैं जिन्हें भारत के रक्षा मंत्री, वित्तमंत्री और विदेशमंत्री बनने का अवसर मिला। सन 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने राजस्थान के बाड़मेर लोकसभा संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा जिसके बाद उन्हें भारतीय जनता पार्टी से 6 साल के लिए निष्काषित कर दिया गया। जसवंत सिंह एक आदर्शवादी व्यक्ति के रूप में जाने जाते है। जब उन्हें विदेश नीति का कार्यभार सौपा गया था तब उन्होंने बड़ी कुशलता से भारत और पाकिस्तान के बीच के तनाव को कम किया था। उनकी लेखनी में उनकी परिपक्वता और आदर्शो के प्रति उनका आदर साफ़ झलकता है। जसवंत सिंह को लोगो से घुलना मिलना पसंद है और वे अस्पताल, संग्रहालय और जल संरक्षण जैसी कई परियोजनाओ के ट्रस्टी भी है। 7 अगस्त 2014 को अपने निवास स्थान पर गिरने के कारण जसवंत सिंह कोमा में चले गए जिसके बाद उनका स्वास्थ्य ख़राब ही चल रहा है।

प्रारंभिक जीवन

जसवंत सिंह का जन्म  जनवरी 1938 को ठाकुर सरदार सिंह और श्रीमती कुंवर बिसवास के  घर राजस्थान के बाड़मेर में हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा और प्रशिक्षण मेयो कोलेज अजमेर और इंडियन मिलिट्री अकादमी, देहरादून से लिया। शिक्षण के अलावा जसवंत सिंह को संगीत सुनना, शतरंज और गोल्फ खेलना पसंद है। जसवंत सिंह एक सफल राजनितिग्य रहे हैं और इसके साथ-साथ उन्होंने पारिवारिक जीवन में भी सामंजस्य बनाये रखा। उनके परिवार में पत्नी शीतल कुमारी और दो बेटे हैं।

राजनैतिक जीवन

जसवंत सिंह ने अपना राजनैतिक जीवन खुद बनाया है। वे वाजपेयी सरकार (16 मई 1996 से 1 जून 1996) में वित्त मंत्री रहे। बाद में वे वाजपेयी सरकार में विदेशी मंत्री थे और एक बार फिर वित्त बने। तहलका खुलासे के बाद उन्हें एन.डी.ए सरकार में रक्षा मंत्री बनाया गया। सन 1998 में भारत द्वारा परमाणु परिक्षण किये जाने के बाद भारत-अमेरिका के रिश्तो में जो दरार आई, उसे जसवंत सिंह ने अपने कौशल से भरने की कोशिश की। जसवंत सिंह के तत्कालीन अमेरिकन प्रतिरूप स्ट्रोब टैलबोट के मुताबिक वे एक बेहतरीन वार्ताकार और कूटनीतिज्ञ हैं। जसवंत सिंह बीजेपी के सर्वाधिक प्रभावशाली नेताओं में से रहे हैं। वे छह बार सांसद रह चुके हैं। संसद में वे आकलन समिति, पर्यावरण- वन समिति और उर्जा समिति के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। जसवंत सिंह योजना आयोग के उपाध्यक्ष भी रहे। सन 1998 और 1999 में जसवंत सिंह को भारत का विदेशी मंत्री नियुक्त किया गया था। सन 2002 में पुनः उनकी नियुक्ति भारत के वित्त मंत्री के पद पर की गई। जसवंत सिंह ने कई अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों और सुरक्षा एवं विकास के मुद्दों पर कई किताबें लिखी हैं।

जब वे विदेश मंत्री थे तब दो आतंकवादियों को कन्धहार, अफ़ग़ानिस्तान, सुरक्षित पहुँचाने के उनके फैसले की विविध राजनैतिक पक्ष द्वारा कड़ी आलोचना भी हुई थी। दो आतंकवादियो को इंडियन एयरलाइन्स के हवाई जहाज को अपहरण कर बंधक बनाये हुए यात्रिओं के बदले भारत सरकार द्वारा छोड़ दिया गया था। सन 2009 में जसवंत सिंह ने पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग सीट से बीजेपी के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव जीता था। अगस्त 2009 में पार्टी से निष्कासित होने के बाद 25 जून 2010 को जसवंत सिंह बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी और लाल कृष्ण अडवाणी की उपस्थिति में फिर से बीजेपी में शामिल कर लिए गए।

हादसे के बाद से स्वास्थ्य लाभ ले रहे

अगस्त 2014 में दिल्ली स्थित अपने मकान में स्लिप हो गए।इस हादसे में वे कोमा में चले गए।।दिल्ली के आर्मी अस्पताल में उनका उपचार चला।।नरेंद्र मोदी सहित देश बिदेश के कई हस्तियां उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेने अस्पताल पहुंचे।।फिलवक्त दिल्ली में ही स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।

पुरुस्कार और सम्मान

अपने कार्यकाल के दौरान अपरिमित योगदान के लिए, जसवंत सिंह को 2001 में उत्कृष्ट सांसद का पुरस्कार प्रदान किया गया था

टाइम लाइन (जीवन घटनाक्रम)

1938: बाड़मेर, राजस्थान में जन्म

1960: भारतीय सेना में अधिकारी

1996: अटल बिहारी बाजपयी की अल्पकालीन सरकार में वित्त मंत्री रहे

1980: राज्य सभा में प्रवेश किया

1986: राज्यसभा में दूसरी बार चुने गए, लोक लेखा समिति, राज्यसभा सभ्य, विशेषाधिकार

सम्बन्धी समिति, राज्यसभा सदस्य,  लोक कार्य समिति, राज्यसभा

1987: परामर्शक समिति, पंजाब राज्य, के सदस्य

1989: विधायिका कानून, 1987

1990: 9वी लोक सभा में चुनाव जीते

1991:  अनुमान समिति के अध्यक्ष, 10वी लोक सभा में फिर चुनाव जीते (दुसरी अवधि),

पर्यावरण और वन समिति के अध्यक्ष

1992: सुरक्षितता और बैंकिंग लेन-देन में अनियमितता जांचने के लिए बनाई गई संयुक्त

संसदीय समिति के सभ्य बने

1993: उर्जा समिति के अध्यक्ष बने

1996: 11वी लोक सभा में चुनाव जीता (तीसरी अवधि), केन्द्रीय वित्त मंत्री बने

1998: योजना आयोग के उपाध्यक्ष चुने गए

1998: राज्यसभा में तीसरी बार चुने गए

1998: केन्द्रीय केबिनेट में विदेशी मामलो के मंत्री बने

1998: केन्द्रीय केबिनेट मंत्री, इलेक्ट्रॉनिक्स (समकालीन अधिकार)



1998: केन्द्रीय केबिनेट मंत्री, भूतल परिवहन (समकालीन अधिकार)

2004: राज्यसभा में चौथी बार चुने गए

2004: केन्द्रीय केबिनेट रक्षा मंत्री (समकालीन अधिकार)

2004: वित्त मंत्री और कंपनी अफेयर्स मंत्री, भारत सरकार

2004: केन्द्रीय केबिनेट मंत्री, वित्त मंत्रालय

2004: राज्यसभा में पांचवी बार चुने गए

2004: नेता विपक्ष, राज्यसभा

2004: विज्ञान और तकनीक, पर्यावरण और वन्य समिति के सदस्य

2004: राष्ट्रीय नेताओ और सांसदों के छाया चित्र और स्मारक संसद भवन में प्रतिष्ठापन करने

हेतु बनाई गई संयुक्त संसदीय समिति के सदस्य

2004: सामान्य प्रयोजन समिति के सदस्य

2004: चौथी बार लोक सभा चुनाव जीते. लोक लेखा समिति के अध्यक्ष,

लोक लेखा समिति के सदस्य बने

Dekhe video बूंदी मुख्यमंत्री ने मंच से विधायक को बोली बड़ी बेशर्मी से पैसा मांग रहा

Dekhe video  बूंदी मुख्यमंत्री ने मंच से विधायक को बोली बड़ी बेशर्मी से पैसा मांग रहा,


बूंदी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सोमवार को बूंदी में आम सभा को संबोधित किया. इसी बीच सीएम राजे ने बूंदी विधायक को बुलाया और एक-एक कर बूंदी में पूरे किए गए योजनाबद्ध विकास कार्यों को गिनवाया. इस दौरान विधायक अशोक डोगरा भी बात-बात पर सीएम का समर्थन करते दिखे. सीएम राजे ने विधायक डोगरा से मंच पर ही पूछा की तुम्हें और कितने पैसे बूंदी के विकास के लिए चाहिए. डोगरा बोले की बूंदी के लिए 82 करोड़ और दे दोगे तो सही रहेगा. इस पर सीएम राजे ने कह दिया कि इस आदमी को शर्म नहीं आती, इतना पैसा दे तो दिया फिर से मांग रहा है.

*तन्मय कुमार की क्लास के बाद आज अशोक गहलोत ने लेटर विस्फोट किया,मुख्य सचिव को लिखा पत्र*

*तन्मय कुमार की क्लास के बाद आज गहलोत ने लेटर विस्फोट किया,मुख्य सचिव को लिखा पत्र*

जयपुर। गौरव यात्रा, लाभार्थी सम्मेलन और जयपुर में हुई पीएम की सभा को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के संगठन महासचिव अशोक गहलोत ने एक बार फिर जमकर भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया है। इन कार्यक्रमों में सरकारी मशीनरी और धन के दुरुप्रयोग को लेकर गहलोत ने मुख्य सचिव डीबी गुप्ता को पत्र लिखा है। गहलोत ने सीएस से राजनीतिक कार्यक्रमों में सरकारी पैसों और मशीनरी के दुरुप्रयोग को रोकने की मांग की है।

अशोक गहलोत का लगातार राज्य सरकार पर हमला जारी है और प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद अब उन्होंने लैटर बम फोड़ा है। गहलोत ने लाभार्थी संवाद के नाम पर जयपुर में हुई पीएम की सभा और गौरव यात्रा को लेकर मुख्य सचिव डीबी गुप्ता को पत्र लिखा है। गहलोत ने सीएस को लिखे पत्र में आरोप लगाए कि पीएम की सभा में जमकर सरकारी मशीनरी और पैसों का दुरुप्रयोग हुआ। क्योंकि आयोजन को लेकर जिस तरीके से सरकारी आदेश निकाले गए, वे संदेह के दायरे में आते हैं।

पीएम की सभा के बाद गहलोत ने लेटर में गौरव यात्रा को लेकर भी निशाना साधा है। गहलोत ने दावा किया कि यात्रा में सरकारी खजाने से पैसा खर्च किया गया। यात्रा में टैंट, माइक और प्रचार-प्रसार के लिए सरकारी स्तर पर अलग-अलग आदेश जारी किए गए। गहलोत ने लिखा है कि प्रदेशभर से एससी, एलटी के लाभार्थियों, सफाई कर्मचारियों को संवाद के नाम पर जयपुर बुलाया गया। इसी तरह से नवचयनित शिक्षकों को बुलाकर शिक्षक दिवस समारोह आयोजित किया गया। अब कांस्टेबल औऱ हैड कांस्टेबल को बुलाया जा रहा है, जिनको तुरंत रोका जाना चाहिए।

गहलोत ने दावा किया कि हाईकोर्ट के फैसले की भावना के अनुरुप सरकारी खर्च पर रोक लगाने के आदेश जारी नहीं हुए हैं। चुनाव जीतने के लिए अपनाए जा रहे हथकंडे निंदनीय है। इतना ही नहीं, गहलोत ने लिखा कि तत्कालीन सीएस सीके मैथ्यू हमारी सरकार के दौरान खाद्य सुरक्षा अधिनियम और बजट घोषणाओं में मॉनिटरिंग कर रहे थे, तब तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष ने सरकार का पक्ष लेने के गलत आरोप उन पर लगाए थे, जिसके बाद दुर्भाग्य से मैथ्यू को अवकाश पर जाना पड़ा था। गहलोत ने डीबी गु्प्ता से राजनीतिक कार्यक्रमों में सरकारी पैसों के दुरुप्रयोग को रोकने की मांग की है। गहलोत ने आखिर में लिखा है कि मुझे उम्मीद है कि राजहित में आप अपने कर्तव्यों का निर्वहन सजगता, निर्भिकता औऱ सक्रियता के साथ करेंगे।

Breaking news *जिला कलेक्टर के प्रयासों से जैसलमेर में शिक्षा विभाग ने दो भोतकी के अध्यापक लगाये*

Breaking news

*जिला कलेक्टर के प्रयासों से जैसलमेर में शिक्षा विभाग ने दो भोतकी के अध्यापक लगाये*



*जैसलमेर में शिक्षा विभाग द्वारा  सोमवार को सागर मल गोपा स्कूल से ट्रांसफर किये दो व्वख्याता के झालावाड़ ट्रांसफर के दौरान हुए विरोध  के बाद जैसलमेर जिला कलेक्टर ओम कसेरा द्वारा किए गए प्रयासों के बाद शिक्षा विभाग द्वारा आज दो नए व्वख्याता जैसलमेर जिले में पोस्टेड करने के आदेश जारी किए ,इसमे एक सागर मल गोपा स्कूल में व एक जिले के अवाय के स्कूल में लगाया*

*कलेक्टर के प्रयासों से बच्चों का भविष्य बिगड़ने से बच गया*

जैसलमेर करनी सेना ने पीले चावल बांट दिया स्वाभिमान रैली का न्योता,गांव गांव ढाणी ढाणी पहुंचे सैनिक


जैसलमेर करनी सेना ने पीले चावल बांट दिया स्वाभिमान रैली का न्योता,गांव गांव ढाणी ढाणी पहुंचे सैनिक



जैसलमेर ।श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की टीम आज
जैसलमेर की प्रत्येक गाँव-गाँव व ढाणी-ढाणी जाकर पीळे चावल व पेम्पलेट बाँटकर स्वाभिमान सभा में अधिक से अधिक संख्या में पहुँचने का आह्वान किया*


राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के जिलाध्यक्ष गणपतसिंह बैरसियाला, जिला संरक्षक पूनमसिंह कीता, भोमसिंह झिनझिनयाली,
दशरथ सिंह भाटी कुण्डा,
 हङवन्तसिंह सिहङार, सरदारसिंह दव,लूणसिंह कनोई ने।
स्वाभिमान सभा को सफल बनाने के लिए आज सोढाण व बसिया के विभिन्न गांवों का तूफानी दौरा
मूलसागर होकर दामोदरा व खाभा व कनोई गांव और सम गांव के लोगो और दुकानदारों को पीले चावल व पेम्पलेट देकर स्वाभिमानी लोंगो को सभा आने का न्यौता दिया
कनोई गांव व सम गांव में जिला अध्यक्ष गणपतसिंह जी ने लोगो को बताया कि,जब हम अपनी ताकत दिखाएंगे,तो ऊपर बैठे नेताओ की कुर्शी हिल जाएगी,और बताया कि ताकत दिखाने के लिए जरूरी है कि सारे स्वाभिमानी लोग अधिक से अधिक संख्या में 22 तारीख को पचपदरा पहुचे।
पूनमसिंह कीता ने कहा कि हमे इस बात की खुशी है कि मरु भूमि में स्वाभिमान आज भी जिंदा है चाहे वो बुड्ढा हो या जवान ।

          #स्वाभिमान_अमर_रहे...

राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा के काफिले पर फायरिंग, आरोपी फरार

राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा के काफिले पर फायरिंग, आरोपी फरार


राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा के काफिले पर फायरिंग, आरोपी फरार
जयपुर। भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद किरोड़ी मीणा के काफिले पर सपोटरा में फायरिंग की खबर है। जानकारी अनुसार कार सवार 4 बदमाशों ने उनके काफिले पर फायरिंग कर दी। हादसे में किरोड़ी मीणा बाल-बाल बच गए। किरोड़ी समर्थकों ने कार सवार बदमाशों का पीछा भी किया गया, लेकिन आरोपी भागने में सफल रहे। मामले की सूचना जब पुलिस को मिली तो पुलिस ने मौके पर पहुंच जांच पड़ताल शुरू कर दी। पुलिस गांवों में आरोपियों की धरपकड़ के लिए गांव में दबिश दे रही है। किरोड़ी लाल मीणा गांव में पीले चावल बांटकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की सभा के लिएनिमंत्रण दे रहे थे। इसी दौरान यह हादसा हुआ।

मानवेन्द्र सिंह के शेरगढ़ पहुंचने पर युवाओ द्वारा जोरदार स्वागत* *युवाओ ने कंधों पे बिठाकर सभास्थल तक ले गए* *स्वाभिमान रैली की भोळावन दी मानवेन्द्र सिंह ने*

*मानवेन्द्र सिंह के शेरगढ़ पहुंचने पर युवाओ द्वारा जोरदार स्वागत*
*युवाओ ने कंधों पे बिठाकर सभास्थल तक ले गए*

*स्वाभिमान रैली की भोळावन दी मानवेन्द्र सिंह ने*

*22 सिंतम्बर को बाड़मेर जिले के पचपदरा में आयोजित होने वाली स्वाभिमान रैली की तैयारी बैठक लेने शेरगढ़ पहुंचे मानवेन्द्र सिंह का जोरदार स्वागत किया।।युवाओ ने मानवेन्द्र सिंह को कंधों पे बिठाकर सभा स्थल पर पहुंच उनके प्रति सम्मान प्रकट किया।।सभा को संबोधित करते हुए मानवेन्द्र सिंह ने कहा कि आपको स्वाभिमान रैली की भोळावन है।।आप सभी का प्यार और सम्मान देख में अभिभूत हूँ।।आप खुद स्वाभिमान रैली के लिए लोगो को निमन्त्रण दे रहे है तो में तो आपको भोळावन ही दूंगा।।उन्होंने कहा कि 2014 में शुरू की स्वाभिमान की इस जंग को इस बार आरपार की लड़ाई में खत्म करनी है। उन्होंने कहा कि इस सरकार से छतीस कौम दुखी है।।युवाओ पे झूठे मुखड़े कर फंसाया जा रहा है।।विभिन समाजों के साथ भेदभाव किया जा रहा।विकास के काम ठप्प पड़े है।।उन्होंने कहा को सत्ता में बैठे अपने ही लोग भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रह।।मानवेन्द्र ने कहा कि यह छतीस कौम की जंग हैं जो हर हाल में जितनी है इसमे आप सभी का सहयोग मिलेगा।।

जैसलमेर एक कोचिंग सेंटर के इशारे पे चलती है सरकार,फिर जनप्रतिनिधि किसलिए*

जैसलमेर एक कोचिंग सेंटर के इशारे पे चलती है सरकार,फिर जनप्रतिनिधि किसलिए*


*बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक*

*जैसलमेर शहीद सागर मल गोपा उच्च माध्यमिक विद्यालय के विज्ञान विषय के दो अध्यापकों के स्थानांतरण में एक कोचिंग सेंटर खलनायक के रूप में सामने आई है। शिक्षा माफिया के रूप में इस कोचिंग सेंटर के संचालकों ने जिला शिक्षा विभाग के एक अधिकारी के साथ मिलीभगत कर फर्जी वीडियो बना कर निदेशक नथमल डिडेल को गुमराह कर स्थानांतरण करवा दिया वो भी झालावाड़। आखिर शिक्षा माफिया की ऐसी दादागिरी पश्चिमी राजस्थान के किसी जिले में नही देखी।कोचिंग सेंटर बाड़मेर जोधपुर पाली जैसे जिलो में भी चल रहे मगर ऐसा खिलवाड़ छात्रों के भविष्य के साथ कभी किसी ने नही किया।।अगर कोई ट्यूशन करता है तो कोचिंग सेंटर के पेट मे मरोड़ क्यों उठ रहे थे।यह जेसलमेर की जनता और अभिभावकों और जिला प्रशासन को तय करना है कि ऐसे कोचिंग सेंटर जिले में रहने चाहिए ।।जनप्रतिनिधियो को शिक्षा माफियो के इस गंदे धंधे के खिलाफ आगे आना होगा।।छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किसी सूरत में बर्दाश नही करेगी जेसलमेर की जनता।।जिला कलेक्टर इस मामले में हस्तक्षेप कर छात्रों का भविष्य खराब होने से बचाये।।कोचिंग सेंटर के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाये।

राजस्थान चुनाव 2018 तो अमित शाह का विश्वास खो चुकी वसुंधरा राजे,अमित शाह के दौरों से यही लगता है*

राजस्थान चुनाव 2018

तो अमित शाह का विश्वास खो चुकी वसुंधरा राजे,अमित शाह के दौरों से यही लगता है*

*बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक*

*राजस्थान की भाजपा की राजनीति में खलबली मची हुई है।।वसुंधरा राजे के प्रभाव के आगे नतमस्तक हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अपने राजस्थान के दौरों में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से दूरी बना के रखी है जो सत्ता के गलियारों में चर्चा बनी वही।राजनीति के धुरंधर कयास लगा रहे है। संघ और खुफिया एजेंसियों के रिपोर्टों ने केंद्रीय नेतृत्व की नींद उड़ा दी है।।संघ और खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट में वसुंधरा राजे की राजस्थान गौरव यात्रा पर विपरीत टिपणियां की रिपोर्ट पेश की जिसमे बताया कि वसुंधरा राजे यात्रा के दौरान प्रदेश संगठन के नेताओ को कोई तवज्जो नही दे रही।संगठन के समानांतर संगठन बना गौरव यात्रा निकाल रही जिससे भाजपा का कार्यकर्ता कन्फ्यूज हो रहा।।साथ ही राजस्थान गौरव यात्रा के विरोध,वसुंधरा राजे की खिलाफत विभिन वर्गों और समाजो द्वारा करने का उल्लेख भी इन रिपोर्ट में किया गया है।बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक ने इसी पटल पर पूर्व में संकेत दिए थे कि राजस्थान की बागडौर खुद अमित शाह और नरेंद्र मोदी खुद संभालेंगे।।केंद्रीय नेतृत्व जान गया कि वसुंधरा राजे राजस्थान जीत नही सकती।।अमित शाह के दौरे उसी अनुरूप  बनाये गए।पूर्व में जोधपुर प्रवास के दौरान अमित शाह और वसुंधरा राजे का संयुक्त रोड शो का प्रस्ताव भेजा गया था।।मगर वसुंधरा राजे की यात्रा का जोधपुर संभाग में हुए विरोध को देखते हुए अमित शाह ने एकल कार्यक्रम को अंतिम रूप देकर वसुंधरा राजे को झटका दे दिया। एक और जंहा वसुंधरा राजे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी,राजेन्द्र राठौड़,यूनुस खान ,सुमन शर्मा की टीम के साथ अपनी यात्रा में लगी है तो अमित शाह ने भाजपा संगठन को तवज्जो देकर प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी,संगठन महामंत्री चंद्र शेखर,भूपेंद्र यादव,ओमप्रकाश माथुर, गजेंद्र सिंह शेखवत के साथ अपने दौरे पूरे कर भाजपा कार्यकर्ताओ को संकेत दे रहे है कि उनके लिए भाजपा और कमल निशान महत्वपूर्ण है व्यक्ति विशेष नही। चुनाव में कमल को ध्यान में रखे। अलबत्ता सूत्रों की माने तो अमित शाह जोधपुर में कार्यकर्ताओं की कम उपस्थिति को भी अमित शाह ने गम्भीरत से लिया। आने वाले दिनों में भाजपा की अंदरूनी राजनीति में उठापटक की संभावनाओं से इनकार नही किया जा सकता। यह स्पष्ठ हो गया कि राजस्थान में भाजपा को ध्रुवों में बंट कर काम कर रही है।जो शुभ संकेत नही है।।*

बाबा रामदेव का मेला परवान पर, 20 लाख श्रद्धालुओं ने किए समाधि के दर्शन*

*बाबा रामदेव का मेला परवान पर, 20 लाख श्रद्धालुओं ने किए समाधि के दर्शन*



रामदेवरा बाबा रामदेव के मेले में बाबा की  समाधि के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के आने का क्रम अनवरत रूप से जारी है। देश के अलग-अलग हिस्सों से आए हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा की समाधि के दर्शन किए। देश के अलग-अलग शहरों व गांवों से श्रद्धालु नाचते गाते बाबा की समाधि के दर्शनों के लिए यहां पहुंचे। इन दिनों गांव से जुडऩे वाली सभी सडक़ों पर पदयात्रियों की रेलमपेल देखने को मिल रही है। अलसुबह तीन बजे बाद मंदिर के द्वार खुलते ही श्रद्धालुओं का हुजूम समाधि के दर्शनों के लिए उमड़ पड़ता है तथा दिनभर श्रद्धालुओं की लम्बी कतारें लगी रहती है। इन दिनों नोखा धर्मशाला तक दिनभर लम्बी कतारें नजर आ रही है। बाबा रामदेव के जयकारों से वातावरण पूर्णतया धर्ममय नजर आ रहा है। भीड़ को देखते हुए पुलिस की ओर से भी सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए है तथा यहां सशस्त्र पुलिस बल की कई टुकडिय़ां तैनात की गई है।

रंग बिरंगी ध्वजाएं लिए श्रद्धालुओं का उत्साह व श्रद्धा का माहौल चरम सीमा पर:-
लोकदेवता बाबा रामदेव के मेले में दिनभर भीड़ व गहमा गहमी देखने को मिली। चारों तरफ रंग बिरंगी ध्वजाएं लिए श्रद्धालुओं का उत्साह व श्रद्धा का माहौल चरम सीमा पर था। मेला चौक, मंदिर के मुख्य द्वार, मंदिर परिसर, स्टेशन रोड़, पोकरण रोड़ सभी मार्गों पर देश के कोने-कोने से आए हजारों की संख्या में श्रद्धालु नजर आ रहे थे। चारों तरफ बाबा के जयकारे लगाते पदयात्रियों के जत्थे व अन्य श्रद्धालु देखे जा सकते है। मंगलवार को बाबा रामदेव मेला शुभारंभ के बाद गुरुवार को ऐसा लग रहा था कि मानो पूरा हिन्दुस्तान ही रामदेवरा पहुंच गया हो। यहां आए हजारों श्रद्धालुओं ने देर रात तक बाबा की समाधि के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। बाबा की समाधि के दर्शनों के लिए प्रतिदिन की शाम पहुंचे रहे अधिकांश श्रद्धालु मंदिर के मुख्य द्वार से नोखा धर्मशाला तक कतारों में खड़े रहे तथा रात्रि एक बजे मंदिर बंद होने पर जो दर्शनार्थी कतार में जहां खड़ा था, वहीं सो गया तथा अलसुबह तीन बजे जैसे ही मंदिर के द्वार खुले तो श्रद्धालु वहीं से उठकर बाबा के जयकारे लगाते हुए कतारों में लग गए। श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते दर्शनार्थियों को बाबा की समाधि तक पहुंचने में बुधवार को 2 से 3 घंटे लग गए, लेकिन दर्शनार्थियों ने बिना हार माने बाबा की समाधि के देर रात तक भी दर्शन किए।

लम्बी ध्वजाएं लेकर पहुंचे श्रद्धालु:-
रामदेवरा आने वाले अधिकांश श्रद्धालु बाबा रामदेव की प्रिय ध्वजा लेकर रामदेवरा पहुंचे। जिससे गुरुवार को चारों तरफ छोटी बड़ी रंग बिरंगी ध्वजाएं ही ध्वजाएं दिखाई दे रही थी। यहां आए कई श्रद्धालु 60 फीट तक लम्बी तथा कई श्रद्धालु 30 फीट तक लम्बी ध्वजाएं लेकर पहुंचे। उन्होंने बाबा रामदेव के मंदिर में ध्वजाएं चढाकर अपनी आस्था का इजहार किया। कई श्रद्धालु मंदिर में ध्वजा लेकर नहीं पहुंच सके, तो उन्होंने रामसरोवर के किनारे पेड़ों व यहां तालाब के घाटों पर लगी बेरीकेडिंग पर भी ध्वजाएं बांध दी। जिसके चलते रामसरोवर के घाटों पर चारों तरफ रंग बिरंगी ध्वजाएं लहरा रही थी।

सोमवार, 17 सितंबर 2018

बाड़मेर 18सितम्बर शाम 8:00 बजे गांधी चोक बाड़मेर में आम सभा चित्रासिंह जी जसोल

स्वाभिमानअमर रहे ....
बाड़मेर 18सितम्बर शाम 8:00 बजे गांधी चोक बाड़मेर में आम सभा   चित्रासिंह जी जसोल


ईशर धोड़ा झोकिया भव सागर रे माय ,तारण वालों तारशि साइयों पकड़सी बाँय..... इस दोहे के साथ बाड़मेर जेसलमेर लोकसभा चुनाव के मेदान में उतरे  बाड़मेर धरा के सपूत श्री जसवंत सिंह जी जसोल आज भी लड़ रहे हे  हमारे दिलो में ओर बाड़मेर जेसलमेर  की 36  क़ोम के ज़हन में एक ही पछतावा  खटकता हे की हम हमारे मिट्टी के लाल को भी न्याय नही दिला पाए ... पर आज वो मोका वापस आने जा  रहा हे जब जसवंत हमारे दिल में बोलने लगेगा ..हमारे मन में एक लड़ाईं  अभी से पनपने लगी हे ..क्या इस बार भी हमारा जसवंत निराश रह जाएगा ...? नही भाइयों। अब बाड़मेर जेसलमेर  की आवम उस महारानी की सत्ता से टकराने को फिर उठ खड़ी होगी ... ओर जो इस बार भी रह जाएँगे वो ज़िंदगी भर पछतावा करते ही रह जाएँगे ..... आओ आज हम सब मिल कर जसवंत की लड़ाई लड़ कर दुनिया को बता दे ...आज भी मारवाड़ रो मिनख पेसे लारे कोनी पत लारे बे..  इन बीते सालों में जो भी जसवंत के साथी थे उन्हें किस तरह परेशान किया गया वो हम सब जानते हे ... पण लड़शी बा ही पूजीजशी ...  ( जो  रण में काम आता हे वही पूजनिय होता हे )एक बात ओर कहना  चाहूँगा उन स्वाभिमानी भाइयों को जो इस लड़ाई को हर दिल में ज़िंदारख कर  बेठे हे  .... साँच प्यारों साइँया ... साइयों साँच सहाय, साँचा अग्न ना बालशी.. साँचा सर्प ना खाए ।    (सच की सहायता ईश्वर करता पर सत्य उसे प्रिय हे )
  कल शाम 18-09- 2018 शाम 8:00 बजे गांधी चोक बाड़मेर में श्री जसवंत सिंह जी की पुत्रवधू  हमारे हारे मन को सम्बल देने की क्षमता रखने वाली श्री चित्रा सिंह जसोल आम सभा करेंगी जिसे सफल बनाना इस धरा के हर जाति वर्ग का कर्तव्य हे   ... इसलिए आप सभी 36 क़ोम से अपील हे की कल शाम 8:00 बजे गांधी चोक में होने वाली आम सभा में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा कर इस न्याय की लड़ाईं में जसवंत का साथ  दे 🙏स्वाभिमान अमर रहे पचपदरा चलो 22 .9. 2018

मानवेन्द्र सिंह की बालोतरा पचपदरा क्षेत्रो में स्वाभिमान तैयारी बैठके आयोजित,सुथार समाज के साथ अहम बैठक*

*मानवेन्द्र सिंह की बालोतरा पचपदरा क्षेत्रो में स्वाभिमान तैयारी बैठके आयोजित,सुथार समाज के साथ अहम बैठक*

*बालोतरा 22 सिंतम्बर को पचपदरा में आयोजित होने वली स्वाभिमान रैली के लिए मानवेन्द्र सिंह ने आज बालोतरा में सुथार समेज,पचपदरा,कल्याणपुर आदि इलाको में अहम बैठक को। सुथार समेज ने मानवेन्द्र सिंह का अभिनन्दन किया तथा रैली को समर्थन की बात कही।तो बालोतरा,पचपदरा ,कल्याणपुर में बड़ी बैठकों का आयोजन कर ग्रामीणों को स्वाभिमान रैली के लिए आमंत्रित किया।।मानवेन्द्र सिंहः ने कहा कि स्वाभिमान रैली को मिल रहे अपार सनार्थं से सत्ता में बैठे लोग अबभ्रम फैला रहे है मगर में साफ कहता हूं कि न झुकेंगे न बिकेंगे।।रैली होकर रहेगी।हनरे अपने स्वाभिमान को रक्षा खुद करनी है।।उन्होंने कहा कि पचपदरा,सिवाना और बालोतरा पर रैली का बहुत बड़ा योगदान देने की जिम्मेदारी है।।उन्होंने कहा कि आप सब सरकार के हालात जानते है।।इस सरकार से सब परेशान है।।इसका अंत निश्चित है। माँ भगवती की कृपा से हमारा स्वाभिमान इस बार टूटेगा नही।।इन क्षत्रो मे मानवेन्द्र सिंह का जगह जगह जोरदार स्वागत किया।*