शुक्रवार, 17 अगस्त 2018

बिशाला गाँव में हुआ राठौड़ अभिनन्दन व सम्मान समारोह

बिशाला गाँव में हुआ राठौड़ अभिनन्दन व सम्मान समारोह




Image may contain: 1 person, standing and indoorबिशाला। कांग्रेस के युवा नेता आज़ाद सिंह राठौड़ के आर. सी. ए. कोषाध्यक्ष बनने पर बिशाला के सर्व समाज के युवाओं व गणमान्य निवासियों द्वारा बिशाला में सम्मान और अभिनन्दन समारोह का आयोजन किया गया । इस दौरान उपस्थित स्थानीय ग्रामीणों द्वारा उनका स्वागत व सम्मान किया गया । इस दौरान आज़ाद सिंह राठौड़ ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि “कुछ ही महीने बचे हैं चुनावों में , इस जनविरोधी , दमनकारी और भ्रष्ट शासन का अंत होने वाला है और साथ ही मैं आज परिवार के सदस्यों के बीच में यह बात कहना चाहता हूँ कि आगे भी मेरा भविष्य यही परिवार तय करेगा तथा इसी तरह बुजुर्गों का आशीर्वाद व युवा साथियों का साथ मिलता रहे ।



इस अवसर पर हिन्दू सिंह (पूर्व सरपंच बिशाला ), बांकाराम प्रजापत (पूर्व सरपंच बिशाला), रिडमल सिंह, बाबूलाल जैन, रिखबदास खत्री, इशाक खान, रामाराम मेघवाल, छगनाराम भील, देरावर सिंह, जवाहरनाथ जोगी , भीखाराम देशांतरी , मोहन परबत , रावतमल सोनी, गोपाल जोशी व देवाराम प्रजापत सहित कई गणमान्य नागरिक व युवा उपस्थित रहे।



Image may contain: 9 people, crowd

दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन

दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन




दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर पंच तत्व में विलीन हो गया. शुक्रवार को शाम पांच बजे स्व वाजपेयी के पार्थिव शरीर को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ बेटी नमिता ने मुखाग्नि दी. इससे पहले प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अंतिम यात्रा में शुक्रवार को जनसैलाब उमड पड़ा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कैबिनेट के मंत्री, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत बड़ी संख्या में लोग वाजपेयी की अंतिम यात्रा में साथ-साथ चले.

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन

स्मृति स्थल पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कई विपक्षी दलों के नेता भी मौजूद रहे. राष़्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम मोदी सहित अन्य नेताओं ने श्रदधांजलि दी. इससे पूर्व सेना की एक विशेष वाहन पर वाजपेयी की अंतिम यात्रा निकाली गयी.

तीनों सेनाओं की एक संयुक्त टुकड़ी उनके पार्थिव शरीर को लेकर निकली. भाजपा मुख्यालय पर अंतिम दर्शन के बाद दोपहर में उनकी अंतिम यात्रा स्मृति स्थल के लिए निकली. अटल के पार्थिव शरीर के ठीक पीछे पीएम मोदी और बीजेपी के तमाम बड़े नेता चल रहे थे.

दिल्ली में सड़क के दोनों तरफ लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा था. हजारों की भीड़ पार्थिव शरीर के साथ चल रही थी. केंद्रीय कैबिनेट के मंत्री, एमपी के सीएम शिवराज सिंह, महाराष्ट्र सीएम फडनवीस, झारखंड के सीएम रघुवर दास, हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर, समेत तमाम बड़े नेता वाजपेयी की अंतिम यात्रा में शामिल हुए. सुरक्षा एजेंसियों ने वीवीआईपी की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किया.

भाजपा मुख्यालय से स्मृति स्थल की दूरी करीब चार किलोमीटर है. पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को 93 साल की उम्र में निधन हो गया था. गुरुवार शाम पांच बजकर पांच मिनट पर दिल्ली के एम्स में पूर्व पीएम वाजपेयी ने अंतिम सांस ली. गुरुवार शाम से उनके पार्थिव शरीर को उनके आवास पर रखा गया था, जहां दिग्गज नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. शुक्रवार सुबह नौ बजे उनके पार्थिव शरीर को भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय लाया गया, जहां पर आम लोगों समेत वीवीआईपी लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किये.

बाड़मेर। संस्कृति विकृति में बदल गई और विकृति ने पुरी प्रकृति को ही बदल दिया: साध्वी सुरंजना

बाड़मेर। संस्कृति विकृति में बदल गई और विकृति ने पुरी प्रकृति को ही बदल दिया: साध्वी सुरंजना

रिपोर्ट :- चन्द्रप्रकाश बी. छाजेड़ / बाड़मेर 


बाड़मेर। ‘‘आहार शुद्ध होने से अंतकरण की शुद्धि होती है । अंतकरण शुद्ध हो जाने से भावना दृढ़ हो जाती है और भावना की स्थिरता से हृदय की समस्त गांठे खुल जाती है । जैसा ‘‘खाएं अन्न, वैसा बने मन’’ वाली उक्ति अक्षरशः सत्य है।

Image may contain: 1 person, sitting

गुरूमां साध्वी सुरंजनाश्री महाराज ने शुक्रवार को स्थानीय जैन न्याति नोहरा में धर्मसभा में उपस्थिति धर्मावलम्बियों को उद्बोधन देते हुए कहा कि आत्मा को अनंतगुणा दोष से पावन करनेे का पाउडर है तो वो वंदितु सूत्र है। वंदितु सूत्र को एकबार भी अर्थ सहित भी इस्तेमाल कर देता है तो निश्चित भवोभव के दलों, का पापों का जो पिंड छिपा हुआ है वो हमें निर्मल कर देता है। व्यक्ति हिंसा कर रहा है लेकिन भीतर डर है, भय है, परमात्मा की आज्ञा है तो सबकुछ पाप करने के बाद भी कीचड़ में जैसे कमल रहता है पर कमल को कीचड़ से कोई लगाव नही वो कीचड़ से निर्लिप्ति रहता है उसी प्रकार संसारी प्राणी भी निर्लिप्ति रहता है। भी निर्लेप रहता है दीप स्वयं जलकर दूसरों को प्रकाश देता है। अंधकार दूर करता है, लेकिन काला धुंआ अवश्य छोड़ता है। यह उसके भीतर के तेल का असर है। उसी प्रकार व्यक्ति भी जिस प्रकार अन्न खाता है, उसका स्वभाव और व्यवहार भी वैसा ही हो जाता है। कहा कि पाप की कमाई करने वाले के विचार भी कुत्सित हो जाते हैं। अतरू व्यक्ति को सात्विक भोजन व ईमानदारी से जीविकोपार्जन करना चाहिए। धर्म मार्ग पर चलने की नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि धर्म हमारी आत्मा को शुद्ध करता है। मानव जैसा करेगा आहार, वैसे बनेगा उसका विचार। मानव को चाहिए कि वो अंडा, मास का सेवन न करे। इस तरह का सेवन अगर मानव करता है तो वह राक्षस बन जाता है। शाकाहारी भोजन ग्रहण करना चाहिए। मासाहारी भोजन ग्रहण करने से राक्षस प्रवृत्ति के विचार मन में पैदा होने लगते है।

Image may contain: one or more people and crowd

उन्होंने कहा कि आज मनुष्य धन-दौलत जोड़ने के लिए दिन-रात पागलों की तरह मारा-फिरता है। इसके लिए यह नहीं देखता कि जो वह कार्य कर रहा है वह अच्छा है या बूरा है। मनुष्य को यह बात सोचनी चाहिए कि धन, दौलत कमाने के लिए मारा-मारा फिरता है, लेकिन अंत समय उसके क्या धन, दौलत जाएगी। इस बात का हर किसी को पता है कि अंत समय धन, दौलत नहीं जाएगी तो क्यों इतना धन, दौलत के पीछे मनुष्य पागल हो रहा है। माता-पिता की सेवा को सबसे बड़ी सेवा बताते हुए रमेश मुनि ने कहा कि अगर हम अपने माता-पिता की सेवा करेगे तो हमारे बच्चे भी हमारी सेवा करेगे। जैसे बच्चे परिवार में हमारा आचरण देखते है वैसा ही वो हमारे साथ व्यवहार करते है।

Image may contain: 19 people, crowd

साध्वी श्री ने कहा कि तामसिक और राजसिक भोजन करने से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य की जड़ खोखली होती है, वरन् उन का प्रभाव मानसिक स्तर पर भी पड़ता है। आहार के अनुरूप ही मानसिक स्थिति में तमोगुण छाया रहता है। कुविचारं उठते हैं। उत्तेजनाएं छाई रहती है। चिंता, उद्विग्नता और आवेष का दौर चढ़ा रहता है। ऐसी स्थिति में न तो एकाग्रता सधती है और न ध्यान-धारण बन पड़ती है। मन की चंचलता ही इंद्रियों को चंचल बनाए रखती है। हमारा शरीर भी उसी के इषारे पर चलता है। उस विध्न को जड़ से काटने के लिए अध्यात्मपथ के पथिक सबसे पहले आहार की सात्विकता पर ध्यान देते हैं। साध्वीश्री ने कहा कि पेट हमारा है खाना विदेशियों का है, शरीर हमारा है पहनावा फिरंगियों का है। संस्कृति विकृति में बदल गई और विकृति ने पुरी प्रकृति को ही बदल दिया। पहले घर पर बाहर से कोई अतिथि आता था तो उसे घर में ही आदरपूर्वक भोजन करवाते थे अब उन्हेें भी होटल ले जाते हैं पहले घर में खाते थे और बाहर(शौच) जाते थे अब बाहर खाते है और घर में जाते है।

Image may contain: one or more people and crowd


मुनि वैराग्यसागर महाराज के देवलोकगमन पर सकल संघ ने दी श्रद्धांजलि

जैन समुदाय के संत मुनि श्री वैराग्यसागरजी महाराज के 16 अगस्त को कैवल्यधाम छतीसगढ़ में देवलोकगमन पर खरतरगच्छ संघ बाड़मेर द्वारा गुणानुवाद सभा का आयोजन किया गया। गुणानुवाद सभा में संबोधित करते हुए गुरूवर्या श्री ने कहा कि मुनिश्री ने गृहस्थ धर्म का निर्वाह कर ये जान लिया कि जीवन को यदि सत्यपथ पर ले जाना है तो संयम के बिना मुक्ति नहीं और संयम के बिना सच्चा सुख नहीं। और उन्होनें अध्यात्मयोगी महेन्द्रसागरजी महाराज के चरणों में अपना जीवन समर्पित किया। पूज्य आचार्य जिनपीयूषसागर सूरीश्वर महाराज के करकमलों से संयम जीवन अंगीकार कर वैराग्यरत्नसागर नाम प्राप्त किया। वो गाने में बड़ें अजोड़ थे, उनकी राग मधुर थी और दिल के भावों से गाते जिससे सुनने वाला ह्दय से भावविभोर हुए बिना नही रहतें थे। उनके भीतर में खरतरगच्छ के लिए बहुत बड़े-बड़े सपने थे कि हर व्यक्ति के भीतर में स्वाध्याय की ललक जगनी चाहिए, हर व्यक्ति स्वाध्यायी बने, हर व्यक्ति को प्रतिक्रमण आये। वो व्यक्ति संसार में आया, संसार को देखा और संसार को देखने के बाद में संयम को भी स्वीकार कर लिया। एक सुयोग्य गुरू के हाथों उनका जीवन पला और पलने के बाद कर्मसŸाा ने आकर किसी व्याधि ने उनको घेर लिया और 16 अगस्त को प्रातः 9.30 बजे कैवल्यधाम तीर्थ में इस नश्वर देह का त्याग कर पंचतत्व में विलीन हो गए। आने वाला चला गया, हमें ओर आपको भी जाना है पर जाने से पहले हमें ऐसा जीवन बनाना है कि प्रभु तुने हमें मनुष्य बनाकर भेजा है और इस संसार से जब भी विदा लूं तब मेरे जीवन में तेरे शासन के प्रति मेरा समर्पण, अनुराग और तेरे शासन की यशोगाथा गाता रहूं।

‘जब प्राण तन से निकले’ भव्य कार्यक्रम की प्रस्तुति रविवार को

खरतरगच्छ संघ चातुर्मास समिति के मिडिया प्रभारी चन्द्रप्रकाश बी. छाजेड़ ने बताया कि सोहनलाल संखलेचा ‘अरटी’ ने बताया कि 19 अगस्त को चैन्नई से पधार रहे बंधु-बेलड़ी मोहन-मनोज गोलछा द्वारा स्थानीय जैन न्याति नोहरा में प्रातः 8.30 बजे ‘जब प्राण तन से निकले’ भव्य संवेदना के कार्यक्रम की संगीतमय प्रस्तुति दी जायेगी। भगवान पाश्र्वनाथ के मोक्ष कल्याणक निमित 18 से 20 अगस्त तक अट्ठम की आराधना का आयोजन किया गया है जिसमें अधिक संख्या में जुड़ने का आह्वान किया गया। संघपूजन का लाभ ओमप्रकाश बोथरा परिवार गुड़ावालों ने लिया। सभी श्रावक-श्रविकाओं के मस्तक पर कुंकुम का तिलक करके संघ प्रभावना दी गई। किशनलाल छाजेड़ भादरेश का संघ की ओर से बहुमान किया गया।

गिड़ा। किसानो पर इंद्रदेव हुए मेहरबान , बारिश से किसानों के चेहरे खिले

गिड़ा। किसानो पर इंद्रदेव हुए मेहरबान , बारिश से किसानों के चेहरे खिले

रिपोर्ट :- राकेश शर्मा / हीरा की ढाणी

गिड़ा / हीरा की ढाणी । पिछले कई दिनों से मानसून को लेकर जो इंतजार किसानों को था, मानो अब वह पूरा होने को है। शुक्रवार को हुई बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे । आज दोपहर अचानक से झमाझम बारिश होने लगी. पानी बरसने से खेतों में बोये गये फसलों के लिए एक तरह से अमृत के समान है. अभी किसानों के लिए बारिश बहुत ही जरूरी थी. गिड़ा क्षेत्र हीरा की ढाणी, जाखड़ा,सऊ की ढाणी, सवाऊ आदि क्षेत्र के आस पास इलाको में बारिश हुई। जिससे किसानों के चहरे के साथ ही बारिश के पानी से फसलों में एक तरह से नयी जान आ गयी है। नया जीवन दान मिलने से फसल खिलने लगी। अचानक मौसम में हुए 
परिवर्तन से किसानों के चेहरे पर मुस्कान छा गई। 

बाड़मेर। भगवान नेमीनाथ जन्मकल्याणक महोत्सव में उमड़ा आस्था का सैलाब

बाड़मेर। भगवान नेमीनाथ जन्मकल्याणक महोत्सव में उमड़ा आस्था का सैलाब



रिपोर्ट :- चन्द्र प्रकाश बी छाजेड़ / बाड़मेर


बाड़मेर। स्थानीय जैन न्याति नोहरा में बाईसवें तीर्थंकर भगवान नेमिनाथजी के जन्म व दीक्षा कल्याणक पर आधारित नाट्य मंचन को जिसने भी देखा, मानो धन्य हो उठा। इस नाटक की सबसे बड़ी खासियत इसकी दिल को छू लेने वाली प्रस्तुति रही। शुरू से अंत तक इसने श्रोता-दर्शकों को बाँधे रखा।


शौर्यपुरी बने सुखसागर प्रवचन सभा का पूरा हॉल खचाखच भरा हुआ था। नाट्य प्रस्तुति की शुरूआत में ही चैदह स्वप्नों वाले दृश्य व पंकज डूंगरवाल द्वारा मंत्र की महिमा जयजयकार भजन पर किए नृत्य ने तो जैसे समाँ ही बाँध दिया। इसके बाद जब भगवान के जन्म वाले क्षण आए तो श्रोता-दर्शक मानो खो गए। जन्म वाले दृश्य के दौरान तो पूरा हॉल जय-जयकार व तालियों से गूँज उठा। इसी तरह विभिन्न दृश्य में भी काफी देर तक जय-जयकार होती रही। मंचीय साज-सज्जा तो अद्भुत थी ही, इसके अलावा पात्रों की भावभंगिमाएँ, संवाद अदायगी, रूपसज्जा, विद्युत सज्जा, ड्रेस डिजाइनिंग आदि ने भी एक अलग ही छाप छोड़ी। कुल मिलाकर नाट्य प्रस्तुति हृदयस्पर्शी रही।




इन दृष्यों का किया गया मंचन

कार्यक्रम में शौर्यपुरी नगरी में महारानी शिवादेवी द्वारा मध्यरात्रि में 14 स्वप्न दर्शन, स्वप्न पाठक राज ज्योतिष का आगमन, राज ज्योतिष द्वारा स्वप्न फल, मामा-मामी और भूआ का आगमन, भूआ द्वारा नामकरण आदि दृश्यों का मंचन किया गया।


इन पात्रों ने निभाई अपनी भूमिका

’राजा-सम्पतराज, रानी-रामीदेवी सिंघवी, मंत्रीश्वर-बाबूलाल संखलेचा, सेनापति-कैलाश मेहता, छड़ीदार अशोक संखलेचा, मनोज छाजेड़, कोषाध्यक्ष-मनसुखदास पारख, इंद्र-गौतमचंद छाजेड़, इन्द्राणी-लीलादेवी छाजेड़, मामा-अनिलकुमार, मामी-मंजूदेवी संखलेचा, भूआ-नीलम, प्रियदर्शना दासी- भाविका छाजेड़, हरिणेगमैशी देव- हिमांशु बोथरा, बाल कृष्ण- वैशाली मेहता, राज ज्योतिष- कपिल बोथरा, दो चेले-भावेश, मनन, चार चोर- ललित, हिमांशु, तुषार, प्रवीण ने अपनी अनूठी भूमिका निभाई। इसी तरह चैदह स्वप्न दर्शन में श्वेता बोथरा, सोनल सिंघवी, शिवानी बोथरा, भावना सिंघवी, चन्द्रकांता मेहता, रक्षिता छाजेड़, रक्षा धारीवाल, मनीषा संखलेख, शिवानी एच. संखलेचा, पंकज डूंगरवाल, शिवानी एम. संखलेचा, रक्षा मालू, शिल्पा धारीवाल, पिंकी श्रीश्रीमाल, आरती संखलेचा, रक्षा धारीवाल, सरोज गांधी, मनीता संखलेचा, मनीषा संखलेचा ने प्रियंका मालू, सोनू वडेरा व गौरव मालू के मार्गदर्शन में अपनी भूमिका निभाई। कार्यक्रम में नीतिन देसाई एण्ड पार्टी डीसा द्वारा जन्म कल्याणक की उजमणी में शानदार रमझट जमाई गई।




स्थानीय जैन न्याति नोहरा गुरूमां साध्वी सुरंजनाश्री ने भगवान नेमीनाथ जन्म कल्याणक महोत्सव में उपस्थित धर्मावलम्बियों को संबोधित करते हुए कहा कि तीर्थंकर एक सत्य, एक प्रकाश है जो मानव की भावभूमि प्रकाशित करता रहा है। तीर्थंकर की वाणी को एक क्षण मात्र के लिए भूल कर देखिए- जीवन शून्य हो जाएगा- सभ्यता के सारे ताने-बाने नष्ट हो जाएँगे। पंच कल्याण महोत्सव में कई रूपक बताए जाते हैं, जैसे च्यवन के नाटकीय दृश्य, 14 स्वप्न, तीर्थंकर का जन्मोत्सव, सुमेरु पर्वत पर अभिषेक, तीर्थंकर बालक को पालना झुलाना, तीर्थंकर बालक की बालक्रीड़ा, वैराग्य, दीक्षा संस्कार, तीर्थंकर महामुनि की आहारचर्या, केवल ज्ञान, समवशरण, दिव्यध्वनि का गुंजन, मोक्षगमन, नाटकीय वेशभूषा में भगवान के माता-पिता बनाना, सौधर्म इंद्र बनाना आदि। ऐसा लगता है जैसे कोई नाटक के पात्र हों। किन्तु सचेत रहें ये नाटक के पात्र नहीं हैं। तीर्थंकर के पूर्वभव व उनके जीवनकाल में जो महत्वपूर्ण घटनाएँ हुईं, उन्हें स्मरण करने का यह तरीका है। उन घटनाओं को रोचक ढंग से जनसमूह में फैलाने का तरीका है। हमारी मुख्य दृष्टि तो उस महामानव की आत्मा के विकास क्रम पर रहना चाहिए जो तीर्थंकरत्व में बदल जाती है। भावना रहती है कि आध्यत्मिक क्षेत्र की झांकियां आज के युग की जनता के समाने चित्र-सचित्र करके दिखायें। अभव्य जीव भी परमात्मा का बाह्य आडम्बर, भगवान का समवसरण देखकर परमात्मा बनने की झंखना करते है।


साध्वी श्री ने कहा कि भारत की भूमि तीर्थंकरों की भूमि है। महापुरूषों, ऋषि-मुनियों, दानवीरों, भामाशाहों की भूमि है। ये भारत भूमि ऐसी भारत भूमि है जहां कृषि-ऋषि मुनियों का साम्राज्य सदैव चला है। कल्याणं करोति इति कल्याणकः अर्थात् जो सभी जीवों का कल्याण करता है, विघ्नों - कष्टों को दूर करता है, उसे कल्याणक कहते हैं ।तीर्थंकर परमात्मा के जीवन के 5 क्षणों को कल्याणक कहते हैं।



१. च्यवन ( गर्भ ) कल्याणक रू जब देवलोक से तीर्थंकर का जीव अपनी माता के गर्भ में आता है। २.२. जन्म कल्याणक रू जब तीर्थंकर के जीव का इस पृथ्वी पर जन्म होता है ३. दीक्षा कल्याणक रू जब तीर्थंकर संसार के सभी भोग विलासों को छोड़कर चारित्र दीक्षा अंगीकार करते हैं। ४. केवलज्ञान कल्याणक रू जब साधना के प्रभाव से तीर्थंकर के 4 घाती कर्म क्षय हो जाते हैं और उन्हें केवलज्ञान की प्राप्ति होती है ५. मोक्ष ( निर्वाण ) कल्याणक रू जब तीर्थंकर सभी कर्मों को क्षय करके आत्मा की शुद्ध अवस्था - सिद्ध पद को प्राप्त कर लेते हैं और पुनर्जन्म से रहित हो जाते हैं। परमात्मा के कल्याणक के समय सातों प्रकार के जीवों को भी आनन्द का, प्रकाश का, ठंडक की अनुभूति होती है। परमात्मा के कल्याणक सृष्टि मात्र के जीवों के कल्याण के लिए होता है। साध्वी भगवंत द्वारा दीक्षा व केवलज्ञान कल्याणक दिवस पर भगवान नेमीनाथ के श्लोके का वांचन किया गया।

खरतरगच्छ चातुर्मास समिति बाड़मेर मिडिया प्रभारी चन्द्रप्रकाश बी. छाजेड़ व समिति के मांगीलाल मालू (जनता) ने बताया कि कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रकाशचंद संखलेचा, ओमप्रकाश बोथरा, चन्दनमल सेठिया, शिवाजी ग्रुप, कल्पेश मालू, रवि सेठिया, अंकित श्रीश्रीमाल, महावीर भंसाली, जीतू छाजेड़, मुकेश छाजेड़ का अनुकरणीय योगदान रहा। व गोठी इवेन्टस द्वारा मंच साज-सज्जा में निस्वार्थ भाव से सहयोग प्रदान किया गया। इस अवसर पर जीवदया में हजारों श्रद्धालुओं ने अपना सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम के अंत में मिडिया प्रभारी चन्द्र्रप्रकाश छाजेड़ ने कार्यक्रम में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग प्रदान करने वाले सभी कार्यक्रताओं का आभार व्यक्त किया गया। संघ द्वारा लड्डू की प्रभावना की वितरण किया गया। संघपूजन तगीदेवी नेमीचंद संखलेचा परिवार रणधा वालों की ओर से किया गया।




चातुर्मास समिति के सहसंयोजक मनसुखदास पारख ने बताया कि 18 अगस्त को प्रातः 9 बजे जैन न्याति नोहरा में प्रातः चैन्नई से पधार रहे बंधु बेलड़ी मोहन-मनोज गोलछा द्वारा संवेदना का भव्य कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जायेगी। भगवान पाश्र्वनाथ के मोक्ष कल्याणक के उपलक्ष्य में 18 से 20 अगस्त तक अट्ठम तप का आयोजन किया गया जिसमें सभी को अधिक से अधिक संख्या में जुड़ने का आह्वान किया गया है।




गुरुवार, 16 अगस्त 2018

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन


नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार दोपहर बाद एम्स में इलाज के दौरान निधन हो गया। वह 93 साल के थे। एम्स ने शाम को बयान जारी कर बताया, 'पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 16 अगस्त को शाम 05.05 बजे अंतिम सांस ली। पिछले 36 घंटों में उनकी तबीयत काफी खराब हो गई थी। काफी प्रयासों के बावजूद हम आज उन्हें बचा नहीं सके।' वाजपेयी को यूरिन इन्फेक्शन और किडनी संबंधी परेशानी के चलते 11 जून को एम्स में भर्ती कराया गया था। मधुमेह के शिकार वाजपेयी का एक ही गुर्दा काम कर रहा था।


अटल बिहारी वाजपेयी के लिए इमेज परिणाम
अटल के स्वास्थ्य में बुधवार से तेजी से गिरावट आई थी। एम्स ने मेडिकल बुलेटिन जारी कर बताया था कि पूर्व प्रधानमंत्री की तबीयत काफी खराब हो गई है। इसके बाद गुरुवार सुबह दूसरे मेडिकल बुलेटिन में उनके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं होने की बात कही गई। इसके बाद से अटल को देखने के लिए एम्स में नेताओं का तांता लग गया था।




पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के स्वास्थ्य के लिए दरगाह में दुआ, मंदिरों में प्रार्थना

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के स्वास्थ्य के लिए दरगाह में दुआ, मंदिरों में प्रार्थना


अजमेर। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अपने खराब स्वास्थ्य के चलते अस्पताल में भर्ती हैं तो उनकी सेहत-तंदुरुस्ती के लिए खास दुआओं-प्रार्थनाओं का दौर भी जारी है। अजमेर स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में बेहद आस्था रखने वाले अटलजी के लिए हज़रत ख्वाजा मोइनउद्दीन हसन चिश्ती की बारगाह में खास दुआ की गई। वहीं जयपुर, पुष्कर व राज्यभर में वाजपेयी के जल्द स्वस्थ होने के लिए प्रार्थनाएं की गईं।वहीं जयपर के सेंट्रल पार्क में वाजपेयी के जल्द स्वस्थ होने के लिए बीजेपी की ओर से यज्ञ किया गया। कई मंदिरों में भी प्रार्थनाएं की गईं।

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के स्वास्थ्य के लिए दरगाह में दुआ, मंदिरों में प्रार्थना

अटलजी का हाल जानने के लिए दिल्ली पहुंची वसुंधरा राजे, गौरव यात्रा का दूसरा चरण किया स्थगित

अटलजी का हाल जानने के लिए दिल्ली पहुंची वसुंधरा राजे, गौरव यात्रा का दूसरा चरण किया स्थगित


जयपुर।पूर्व प्रधानमंत्री अटलजी की हाल जानने के लिए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे दिल्ली पहुंच गई हैं। इसके चलते राजस्थान गौरव यात्रा का दूसरा चरण स्थगित कर दिया गया। यह गुरुवार से शुरू होने वाला था। अब दूसरे चरण की यात्रा की नई तारीख की घोषणा बाद में होगी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी ने यात्रा स्थगित होने के बारे में सवाईमाधोपुर में बताया। पूर्व में तय कार्यक्रम के अनुसार राजे को सुबह सवाईमाधोपुर पहुंचना था।

अटलजी का हाल जानने के लिए दिल्ली पहुंची वसुंधरा राजे, गौरव यात्रा का दूसरा चरण किया स्थगित


यात्रा का पहला चरण हाल ही उदयपुर संभाग में पूरा हुआ है। पहले चरण की यात्रा चार अगस्त को राजसमंद जिले के चारभुजा जी से शुरू हुई थी। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने यात्रा को रवाना किया था। यात्रा का समापन 30 सितंबर को अजमेर में होगा। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यात्रा रथ से पूरे प्रदेश की परिक्रमा 40 दिन में पूरी होनी है। एक संभाग की यात्रा पूरी करने के बाद और दूसरे संभाग में यात्रा शुरू होने से पहले बीच-बीच में यात्रा को विराम दिया जा रहा है।

ग्वालियर: कांग्रेस नेता ने दरगाह पर चढ़ाई चादर, वाजपेयी के लिए मांगी दुआ

ग्वालियर: कांग्रेस नेता ने दरगाह पर चढ़ाई चादर, वाजपेयी के लिए मांगी दुआ


ग्वालियर ! पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की हालत नाजुक है पूरे देश में उनके लिए दुआओं का दौर जारी है. इसी क्रम में ग्वालियर के युवा कांग्रेस नेता शाकिर खान ने दरगाह पर चादर चढ़ाई और अटल बिहारी वाजपेयी के बेहतर स्वास्थ्य के लिए दुआ मांगी.


ग्वालियर: कांग्रेस नेता ने दरगाह पर चढ़ाई चादर, वाजपेयी के लिए मांगी दुआ

अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म ग्वालियर में ही हुआ था. ग्‍वालियर में 25 दिसंबर 1924 को जन्‍मे अटल बिहारी वाजपेयी का एक लंबा समय इस ग्वालियर में गुजरा. बचपन से लेकर जवानी तक का उनका सफर ग्वालियर शहर में ही बीता था. लिखने-पढ़ने के शौकीन अटल बिहारी बाजपेयी बचपन से ही कवि सम्‍मेलन में जाकर कविताएं सुनना और नेताओं के भाषण सुनने में दिलचस्‍पी रखते थे.

अटल बिहारी वाजपेयी के अच्छे स्वास्थ्य को लेकर देशभर के लोग दुआ मांग रहे हैं. अटल बिहारी वाजपेयी जल्द स्वस्थ होने के लिए जगह-जगह प्रार्थना की जा रही है. वाजपेयी की तबीयत बिगड़ने और उनके एम्स में भर्ती होने की खबर लगते ही जिले भर के लोग दुखी हैं.

पूर्व पीएम वाजपेयी की हालत नाजुक, एम्स और देश में मांगी जा रही दुआएं , मोदी फिर एम्स पहुचेगे

पूर्व पीएम वाजपेयी की हालत नाजुक, एम्स और देश में मांगी जा रही दुआएं , मोदी फिर एम्स पहुचेगे 

नई दिल्ली। अटल बिहारी वाजयेपी का जिक्र करते हुए कोई फफक पड़ रहा है तो कोई ईश्वर से बस एक बार उनके बोल पड़ने की प्रार्थना में जुटा हुआ है। ताजा हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, देश के दुलारे नेता अटल की हालत अब भी बुधवार रात जैसी बनी हुई है। इसी बीच एम्स में वीआईपी मूवमेंट काफी बढ़ गया है, जिसके बाद हर जगह गार्ड लगे हुए हैं। वे कहीं भी ज्यादा भीड़ नहीं होने दे रहे हैं। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, राजनाथ सिंह काफी देर तक एम्स में रुके और मेडिकल बुलेटिन जारी होने के बाद ही वहां से वापस निकले। इसी बीच आई जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी भी फिर से एम्स आने वाले हैं।




वाजपेयी की हालत नाजुक बनी हुई है और पूरा मुल्क पूर्व पीएम के स्वस्थ होने की दुआ कर रहा है। वाजपेयी को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में लाइफ सपॉर्ट सिस्टम पर रखा गया है।

पीएम मोदी, आडवाणी, शाह, राजनाथ, उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू जैसे बीजेपी के बड़े नेता एम्स का दौरा कर चुके हैं। वहीं राहुल, ममता समेत विपक्ष के शीर्ष नेता भी एम्स पहुंचने वाले हैं। बुधवार रात से ही वाजपेयी की हालत गंभीर है। गुरुवार सुबह उनसे मिलने के लिए बीजेपी के वरिष्ठ नेता और शुरुआत से उनके राजनीतिक साथी रहे आडवाणी भी पहुंचे थे।




बीजेपी ने रद्द किए सारे कार्यक्रम
अटल की सेहत में सुधार के लिए बीजेपी नेता प्रार्थना कर रहे हैं। उनकी हालत को देखते हुए बीजेपी ने गुरुवार के अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं।

अटल के घरपर भी सुरक्षा बढ़ी
अटल की सेहत में सुधार न होने की खबर के बाद उनके आवास पर भी काफी भीड़ जमा है। इसे देखते हुए अब दोनों तरफ के रास्ते को रोका गया है। पैरा मिलिट्री फोर्स की टुकड़ी और दिल्ली पुलिस की मूवमेंट भी वहां बढ़ी है।

AIIMS के तरफ से जारी की गई हेल्थ बुलेटिन, अटल बिहारी वाजपेयी हालत में कोई सुधार नहीं

AIIMS के तरफ से जारी की गई हेल्थ बुलेटिन, अटल बिहारी वाजपेयी हालत में कोई सुधार नहीं




अटल बिहारी वाजपेयी का मेडिकल बुलेटिन जारी. हालत अभ भी वासी ही. वाजपेयी की तबीयत में कोई सुधार नहीं दर्ज की गई. हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। 


खास खबर :: - जैसलमेर। हजूरी युवा संगठन का एक और नवाचार सेफ ड्राइव सेव लाइफ के लिए ,हेलमेट के लिए निवेदन गुलाब देकर

खास खबर :: - जैसलमेर। हजूरी युवा संगठन का एक और नवाचार सेफ ड्राइव सेव लाइफ के लिए ,हेलमेट के लिए निवेदन गुलाब देकर

हेलमेट पहनिए घर पर आपके अपने आपका इंतजार करते है


बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक की खास खबर
जैसलमेर। स्व सुमित राठौड़ की स्मृति में सेफ ड्राइव सेव लाइफ श्रृंखला के तहत गुरुवार प्रातः हजूरी युवा संगठन द्वारा एक और नवाचार किया।

Image may contain: 8 people, people smiling, people sitting, people standing and outdoor

समाज के युवाओ ने हनुमान चौराहे सहित अन्य चौराहों पर बिना हेलमेट पहने ड्राइव करने वाले वाहन चालकों को गुलाब का फूल देकर हेलमेट पहने कर ड्राइव करने का आग्रह किया।युवाओ ने सन्देश दिया कि एक हेलमेट आपके जीवन की रक्षा करता है। घर से निकले हेलमेट पहने कर निकले क्योंकि घर परिवार को आपकीं वापसी का इंतज़ार रहता है ।

हनुमान सर्किल पर हजूरी युवा संगठन के कार्यकर्ताओं ने पूर्व सभापति अशोक तंवर,और पुलिस अधीक्षक जगदीश चन्द्र शर्मा के नेतृत्व में राण सिंह चौधरी,जिला प्रनुख अंजना मेघवाल,पूर्व विधायक सांग सिंह सहित कई मौजिज लोगो की उपस्थिति में बिना हेलमेट पहने वाहन चलाने वालों को गुलाब भेंट किये।

हजूरी समाज के युवाओ का यह अंदाज़ लोगो को खूब पसंद आया। इससे पहले युवाओ द्वारा हेलमेट पहने वाहन रैली का आयोजन किया था। जिसको लोगो ने खूब सराहा था।

Image may contain: 4 people, people standing and outdoor
Image may contain: 9 people, people smiling, people standing and outdoor

पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की हालत नाजुक, एम्‍स हालचाल जानने पहुंचे आडवाणी

पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की हालत नाजुक, एम्‍स हालचाल जानने पहुंचे आडवाणी


नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत बिगड़ने की खबरों के बीच बुधवार देर शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एम्स पहुंचे। पीएम मोदी ने करीब एक घंटे तक एम्स के डॉक्टरों से वाजपेयी के स्वास्थ्य पर चर्चा की। वहीं एम्स मेडिकल बुलेटिन जारी कर बताया कि पिछले 24 घंटों में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की हालत बिगड़ी है। वह अभी लाइफ सपॉर्ट सिस्टम पर हैं। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, राहुल गांधी और लाल कृष्‍ण आडवाणी गुरुवार सुबह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का हालचाल जानने एम्स अस्पताल पहुंचे। करीब 11 बजे एक्‍स अटलजी के स्‍वास्‍थ्‍य के संदर्भ में मेडिकल बुलेटिन जारी करेगा।

पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की हालत नाजुक, एम्‍स हालचाल जानने पहुंचे आडवाणी

बुधवार को पूरा देश उनके स्वास्थ्य के बारे में जानने को उत्सुक रहा। इस दौरान एम्स के बाहर मीडिया का जमावड़ा लगा रहा। बुधवार दोपहर भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत खराब होने की खबरों के बीच केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने एम्स पहुंच कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। इसके बाद वाजपेयी के स्वास्थ्य के बारे में जानने के लिए शाम को एम्स के बाहर मीडिया का जमावड़ा लग गया। शाम करीब सात बजे वाजपेयी की कुशलक्षेम पूछने पीएम मोदी बिना ट्रैफिक रूट के ही अचानक एम्स पहुंचे और करीब आठ बजे तक रुके।

प्रधानमंत्री के एम्स से जाने के बाद दक्षिणी दिल्ली के डीसीपी रोमिल बनिया ने मीडिया से बातचीत में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एम्स में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजेपयी को देखने आए थे। उनका स्वास्थ्य स्थिर है और वह डॉक्टरों की निगरानी में हैं। बाद में पूर्व प्रधानमंत्री को देखने के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, हर्षवर्धन, सुरेश प्रभु, जितेंद्र सिंह, अश्विनी कुमार चौबे और भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन भी एम्‍स पहुंचे।

एम्स के सूत्रों के मुताबिक बुधवार सुबह वाजपेयी को सांस लेने में तकलीफ हुई थी। इसके बाद उन्हें जरूरी दवाइयां दी गई थीं। दोपहर तक उनकी तबीयत स्थिर हो गई थी। गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री पिछले दो माह से एम्स में भर्ती हैं। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उनके स्वास्थ्य की निगरानी कर रही है। उन्हें सांस लेने में परेशानी, यूरीन व किडनी में संक्रमण होने के कारण 11 जून को एम्स में भर्ती किया गया था।

जब 'मौत से ठन गई' थी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की, इस कविता में दिखी थी जीत...

जब 'मौत से ठन गई' थी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की, इस कविता में दिखी थी जीत...


नई दिल्ली

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एक राजनेता के तौर पर जितने सराहे गए हैं, उतना ही प्यार उनकी कविताओं को भी मिला है। उनकी कई कविताएं उनके व्यक्तित्व की परिचायक बन गईं तो कइयों ने जीवन को देखने का उनका नजरिया दुनिया के सामने रख दिया। लंबे वक्त से बीमार चल रहे अटल को बुधवार को लाइफ सपॉर्ट पर रखा गया तो देश-दुनिया में उन्हें मानने वाले लोगों के मन में अपने चहेते राजनेता की चिंता घर कर गई लेकिन आज बोल पाने में असमर्थ अटल अगर अभिव्यक्त कर पाते तो शायद एक कविता के माध्यम से खुद ही सबको ढांढस बंधाने लगते। साल 1988 में जब वाजपेयी किडनी का इलाज कराने अमेरिका गए थे तब धर्मवीर भारती को लिखे एक खत में उन्होंने मौत की आंखों में देखकर उसे हराने के जज्बे को कविता के रूप में सजाया था। आज एक बार फिर याद आ रही यह कविता थी- 'मौत से ठन गई'...
ठन गई!
मौत से ठन गई!

जूझने का मेरा इरादा न था,
मोड़ पर मिलेंगे इसका वादा न था,

रास्ता रोक कर वह खड़ी हो गई,
यूं लगा जिंदगी से बड़ी हो गई।

मौत की उमर क्या है? दो पल भी नहीं,
जिंदगी सिलसिला, आज कल की नहीं।

मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं,
लौटकर आऊंगा, कूच से क्यों डरूं?

तू दबे पांव, चोरी-छिपे से न आ,
सामने वार कर फिर मुझे आजमा।

मौत से बेखबर, जिंदगी का सफ़र,
शाम हर सुरमई, रात बंसी का स्वर।

बात ऐसी नहीं कि कोई ग़म ही नहीं,
दर्द अपने-पराए कुछ कम भी नहीं।

प्यार इतना परायों से मुझको मिला,
न अपनों से बाक़ी हैं कोई गिला।

हर चुनौती से दो हाथ मैंने किए,
आंधियों में जलाए हैं बुझते दिए।

आज झकझोरता तेज़ तूफ़ान है,
नाव भंवरों की बांहों में मेहमान है।

पार पाने का क़ायम मगर हौसला,
देख तेवर तूफ़ां का, तेवरी तन गई।

मौत से ठन गई।

...जब राजीव गांधी ने बचाया था अटल को
धर्मवीर को लिखे खत में अटल ने बताया था कि डॉक्टरों ने उन्हें सर्जरी की सलाह दी है। उसके बाद से वह सो नहीं पा रहे थे। उनके मन में चल रही उथल-पुथल ने इस कविता को जन्म दिया था। दिलचस्प बात यह भी है कि अमेरिका में अटल को इलाज के लिए भेजने के पीछे एक बड़ा योगदान तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी का था। राजीव ने संयुक्त राष्ट्र को भेजे डेलिगेशन में अटल का नाम शामिल किया था ताकि इसी बहाने अटल अपना इलाज करा सकें। अटल हमेशा इस बात के लिए राजीव गांधी की महानता की सराहना करते रहे और कहते रहे कि राजीव की वजह से ही वह जिंदा हैं।
संबंधित इमेज

कैसी है अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत? पढ़ें

कैसी है अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत? पढ़ें

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत बेहद नाजुक है. वाजपेयी पिछले दो महीने से नई दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती हैं, लेकिन पिछले 36 घंटे में उनकी हालत और खराब हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को उनका हाल जानने एम्स पहुंचे थे, वहीं गुरुवार को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह समेत अन्य नेता वहां पहुंचे. वाजपेयी की हालत कैसी है इसपर पढ़ें अपडेट्स...

अटल बिहारी वाजपेयी के लिए इमेज परिणाम

1. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत नाजुक बनी हुई है. पिछले 36 घंटे में उनके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ है. बुधवार शाम को एम्स ने हेल्थ बुलेटिन जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि उनकी हालत बेहद नाजुक है.

2. एम्स के बुलेटिन जारी करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एम्स अस्पताल पहुंचे थे. पीएम मोदी करीब 50 मिनट तक एम्स में रहे. प्रधानमंत्री के अलावा कई और केंद्रीय मंत्रियों ने अस्पताल जाकर वाजपेयी के हेल्थ की जानकारी ली.

3. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, अश्विनी कुमार चौबे, सुरेश प्रभु, हर्षवर्धन, जितेंद्र सिंह एम्स पहुंचे थे.

4. गुरुवार सुबह उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी भी एम्स अस्पताल पहुंचे. कुछ देर में अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी का हाल जानने एम्स जाएंगे. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज शाम दिल्ली पहुंचेंगी, वह भी वाजपेयी का हाल जानने एम्स जाएंगी.

5. 93 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता वाजपेयी बीते 11 जून से अस्पताल में भर्ती हैं. इससे पहले भी पीएम मोदी ने 29 जून को एम्स पहुंचकर वाजपेयी की सेहत का जायजा लिया था.




6. वाजपेयी को गुर्दा (किडनी) नली में संक्रमण, छाती में जकड़न, मूत्रनली में संक्रमण आदि के बाद 11 जून को एम्स में भर्ती कराया गया था.

7. बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी डिमेंशिया नाम की गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं और 2009 से ही व्हीलचेयर पर हैं. कुछ समय पहले भारत सरकार ने उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया.



8. अटल बिहारी वायपेयी 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 में लखनऊ से लोकसभा सदस्य चुने गए थे. वो बतौर प्रधानमंत्री अपना कार्यकाल पूर्ण करने वाले पहले और अभी तक एकमात्र गैर-कांग्रेसी नेता हैं. 25 दिसंबर, 1924 में जन्मे वाजपेयी ने भारत छोड़ो आंदोलन के जरिए 1942 में भारतीय राजनीति में कदम रखा था.

9. अकाली नेता और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने ट्वीट करके पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सेहत में सुधार के लिए प्रार्थना की है.



10. केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने भी ट्वीट करके जानकारी दी कि वे अटल बिहारी वाजपेयी का हालचाल जानने के लिए एम्स गए. पूर्व पीएम के इलाज में लगी मेडिकल टीम के साथ चर्चा की. उनके सेहत के लिए लाखों लोग भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं. हमारी कामना है कि वे जल्द ही ठीक हों.