मंगलवार, 14 अगस्त 2018

बाड़मेर। शहादत को सलाम करने उमड़ा जन सैलाब, मुख्यमंत्री राजे ने किया मानव श्रृंखला का हवाई निरीक्षण

बाड़मेर। शहादत को सलाम करने उमड़ा जन सैलाब, मुख्यमंत्री राजे ने किया मानव श्रृंखला का हवाई निरीक्षण


बाड़मेर। शहादत को सलाम मानव श्रृंखला कार्यक्रम में जन सैलाब उमड़ा। मानव श्रृंखला में शामिल विद्यार्थियों, जवानो एवं आमजन ने देश भक्ति एवं राष्ट्रीय एकता का संदेश देते हुए शहीदो को श्रद्वाजंलि अर्पित की। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने मानव श्रृंखला का हवाई निरीक्षण किया।

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इस दौरान हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा की गई। जिला मुख्यालय पर जन प्रतिनिधियो एवं प्रशासनिक अधिकारियो ने शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्वासुमन अर्पित किए। राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाड़मेर जिला मुख्यालय से जैसलमेर जिले के सटे बरियाड़ा गांव तक मानव श्रृंखला में विभिन्न स्थानो से आए अपार जनसमूह ने शिरकत की।


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शहीद स्मारक पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल, जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते, पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल, यूआईटी चैयरमैन डा.प्रियंका चौधरी, पूर्व विधायक जालमसिंह रावलोत, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कमांडर हरदत्त शर्मा समेत विभिन्न जन प्रतिनिधियो एवं प्रशासनिक अधिकारियो ने पुष्प चक्र अर्पित किए। इस अवसर पर राजस्थान पुलिस के बैंड दल एवं स्थानीय लोक कलाकारो ने देश भक्ति आधारित गीतो की प्रस्तुतियां दी। वहीं गेर दल की बेहतरीन प्रस्तुति आकर्षण का केन्द्र रही।

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सोमवार, 13 अगस्त 2018

बाड़मेर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे काल आएगी बाड़मेर

बाड़मेर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे कल आएंगी बाड़मेर
बाड़मेर। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे एक दिवसीय दौरे पर मंगलवार को बाड़मेर आएंगी। इस दौरान शहादत को सलाम मानव शृंखला का हवाई निरीक्षण करेगी। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे मंगलवार को प्रातः 10.15 बजे विशेष विमान में जयपुर से रवाना होकर प्रातः 10.50 बजे उत्तरलाई पहुंचेगी। इसके उपरांत प्रातः 11.15 बजे उत्तरलाई से हेलीकाप्टर के जरिए रवाना होकर शहादत को सलाम मानव श्रृंखला का हवाई निरीक्षण करेगी।मुख्यमंत्री इसके उपरांत जैसलमेर में दोपहर 12.30 बजे आयोजित होने वाले शहादत को सलाम कार्यक्रम में शामिल होगी।

जयपुर। राहुल गांधी के जयपुर दौरे से संवरी नज़र आ रही है बिखरी-बिखरी सी कांग्रेस

जयपुर। राहुल गांधी के जयपुर दौरे से संवरी नज़र आ रही है बिखरी-बिखरी सी कांग्रेस


जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की राजस्थान गौरव यात्रा के बाद राजनीतिक सक्रियता और प्रचार में पिछड़ने का दबाव महसूस कर रही कांग्रेस में अब उत्साह नजर आने लगा है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को प्रदेश में पार्टी के चुनाव अभियान का शंखनाद किया।

राहुल गांधी के दौरे से प्रदेश कांग्रेस को 'बूस्टअप' मिलने की उम्मीद है। यह उम्मीद इसलिए भी बढ़ी है, क्योंकि पिछले काफी समय से प्रदेश कांग्रेस में हताशा, 'मेरा बूथ मेरा गौरव' अभियान में शक्ति प्रदर्शन और फिर सीएम पद के चेहरे को लेकर उठे मतभेदों के बाद राहुल के दौरे के बहाने राज्य के सभी दिग्गज एक साथ एक सुर में है। सीएम पद के चेहरे को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं पीसीसी अध्यक्ष सचिन पायलट के बीच सार्वजनिक हुए मतभेदों से चिंतित कार्यकर्ताओं को शनिवार को उस समय राहत मिली जब दोनों नेता आपस में गले मिले।

राहुल गांधी के कहने पर पहले तो दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया और फिर गले मिले। उल्लेखनीय है कि गत विधानसभा चुनावों में हासिए पर चली गई कांग्रेस लगातार साढ़े चार साल तक वापस उठने का प्रयास तो करती रही, लेकिन उसे जितनी सफलता की उम्मीद थी, उतनी मिल नहीं पाई। इसकी बड़ी वजह पार्टी में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ सचिन पायलट खेमों में सही तालमेल नहीं होना रहा। इस बीच पार्टी को हल्का सा बूस्टअप उपचुनावों में मिला, जब उसने अलवर व अजमेर लोकसभा और मांडलगढ़ विधानसभा सीटें अपने पाले में कर ली। यह वह समय था जब पार्टी में उत्साह का संचार हुआ, लेकिन इसमें दबे स्वर में पार्टी में यह सुगबुगाहट जोर पकड़ गई कि इस जीत में पार्टी से ज्यादा सत्ता विरोधी लहर का योगदान रहा है।

राहुल गांधी के जयपुर दौरे से संवरी नज़र आ रही है बिखरी-बिखरी सी कांग्रेस


बार-बार मायूस होता रहा कार्यकर्ता

हालांकि उप चुनाव में जीत का जोश कुछ समय ही बना रहा। उसके बाद पीसीसी की ओर से शुरू किए 'मेरा बूथ, मेरा गौरव' अभियान में पार्टी की कलह फिर खुलकर सामने आ गई। ये सम्मेलन टिकट की उम्मीद लगाए पार्टी नेताओं के लिए शक्ति प्रदर्शन के अखाड़े बन गए। इससे कार्यकर्ता एक बार फिर मायूस हुआ। यह अभियान अभी निपटा भी नहीं था कि उससे पहले ही प्रदेश कांग्रेस में सीएम फेस को लेकर विवाद गहरा गया। मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर गहलोत और पायलट खेमों से रह-रहकर विवादास्पद बयान सामने आने लगे, स्थिति यहां तक पहुंच गई कि खुद गहलोत और पायलट के शब्दों में एक दूसरे के प्रति तल्खियां जाहिर हुई ।

भाजपा की आक्रमकता से कांग्रेस कार्यकर्ता था निराश

इस बीच भाजपा प्रचार अभियान में लगातार आक्रामक होती गई। जयपुर में पीएम नरेंद्र मोदी के सफल लाभार्थी जनसंवाद कार्यक्रम और उसके बाद लगातार दो बार भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के दौरे से कांग्रेस कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी छटपटा उठे। इस दरम्यिान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान गौरव यात्रा में पूरे उदयपुर संभाग को नाप डाला। कांग्रेस में अंदरखाने इस बात की चर्चा रही कि...बस अब ज्यादा देरी ठीक नहीं,पार्टी प्रचार अभियान में भाजपा से पिछड़ गई।




ऐसे हालात में राहुल गांधी के दौरे ने पार्टी के लिए संजीवनी का काम किया। राहुल के दौरे से पहले बिखरी-बिखरी नजर आने वाली कांग्रेस सजी संवरी सी नजर आ रही है। राहुल गांधी के दौरे के बाद अब कार्यकर्ता को भी लग रहा है कि वह एक सही दिशा में मैदान में उतरकर प्रतिद्वंद्वी का मुकाबला कर पाएगा।

36 साल बाद पाक जेल से रिहा हो भारत लौटे गजानंद शर्मा

36 साल बाद पाक जेल से रिहा हो भारत लौटे गजानंद शर्मा



अमृतसर। पाकिस्तान की कुख्‍यात कोट लखपत जेल में 36 साल से बंद भारत के गजानंद शर्मा आज वतन लौट आए। पाकिस्‍तानी जेल में भीषण यातनाओं के कारण गजानंद की हालत विक्षिप्‍त सी है, लेकिन मातृभूमि पर दोबारा कदम पड़ने पर उनकी आंखें में चमक साफ नजर आई। गजानंद भारत की धरती पर कदम रखा तो परिजनों काे देख उनकी आंखें भर आईं।वह 36 वर्ष पहले लापता हो गए थे। इसी वर्ष उनके पाकिस्तान की जेल में बंद होने के बारे में पता चला था।


आज गजानंद शर्मा सहित 30 भारतीय कैदी पाकिस्तान जेल से रिहा होने के बाद वाघा सीमा से भारत पहुंचे। इनमें से 3 सिविल नागरिक, जबकि 27 भारतीय मछुआरे हैं। गजानंद की मानसिक हालत ठीक नहीं है। उधर, भारत की जेलों से पाक नागरिकों को भी रिहा किया गया है।



पाकिस्तान से रिहा होकर लौटे गजानंद शर्मा।

जयपुर से अटारी सीमा पर गजानंद शर्मा को लेने पहुंचे सहदेव शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार ने गजानंद शर्मा को भारत लाकर देश के लोगों को स्वतंत्रता दिवस का तोहफा दिया है। बता दें, कुछ दिन पहले गजानंद शर्मा की पत्नी मखनी देवी और बेटे मुकेश ने दिल्ली में विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह से मुलाकात की थी।





वीके सिंह से मुलाकात के दौरान गजानंद के परिवार के साथ जयपुर से भाजपा सांसद रामचरण बोहरा और विधायक सुरेंद्र पारीक भी थे। तब वीके सिंह ने कहा था कि गजानंद शर्मा 13 अगस्त को पाक जेल से रिहा होंगे। आज वह रिहा हो गए हैं।

ऐसे पता चला कि गजानंद है पाकिस्तान जेल में बंद

जयपुर से करीब 36 साल पहले लापता हुए एक व्यक्ति के पाकिस्तान की लाहौर जेल में बंद होने का मामला सामने आया था । जयपुर जिले के सामोद थाना इलाके में गांव महारकलां के 65 वर्षीय निवासी गजानंद शर्मा की भारतीय राष्ट्रीयता के वेरिफिकेशन के संबंध में पाक जेल से दस्तावेज यहां आए थे । जिसके बाद पुलिस अधीक्षक जयपुर ग्रामीण कार्यालय से दस्तावेज सत्यापन के लिए सामोद थाना पुलिस को भेजे गए । जब पुलिस ने गजानंद के परिजनों को तलाश कर उनसे संपर्क किया और गजानंद के पाक जेल में होने की जानकारी दी जिसके बाद पूरा परिवार सदमे में आ गया था।




पाक जेल के दस्तावेजों में गजानंद शर्मा की फोटो देखकर उनके छोटे बेटे मुकेश शर्मा ने दावा किया कि वो उनके पिता ही है। गजानंद शर्मा के परिवार में उनकी 62 वर्षीय पत्नी मखनी देवी, दो बेटे राकेश , मुकेश, बहुएं और पोते हैं। गजानंद की पत्नी मखनी देवी ने बताया कि उनके पति मजदूरी करते थे वह अक्सर घर से बाहर ही रहते थे । कभी कभार घर आते फिर कई दिनों तक बाहर ही रहते थे मखनी देवी ने बताया कि वर्ष 1982 में एक दिन उनके पति गजानंद घर से बिना बताए निकल गए। इसके बाद वह फिर लौटकर नहीं आए। उनकी तलाश में मखनी देवी अपने रिश्तेदारों के साथ कई जगहों पर भटकी। संभावित जगहों पर पति को तलाश किया, लेकिन पता नहीं चला।




रविवार, 12 अगस्त 2018

बाड़मेर। कन्या भ्रुण हत्या के विरोध में नाटिका का हुआ मंचन

बाड़मेर। कन्या भ्रुण हत्या के विरोध में नाटिका का हुआ मंचन





जैन समाज की बेटियों ने दिया कन्या भ्रूण हत्या रोकने का संदेश 






रिपोर्ट : - मुकेश बोहरा अमन / चंद्रप्रकाश बी. छाजेड़ /बाड़मेर
बाड़मेर । स्थानीय जैन न्याति नोहरे में चल रहे मंगलमय वर्षावास 2018 में रविवार को श्री खरतरगच्छ जैनश्री संघ जैन न्याति नोहरा एवं अणुव्रत समिति, बाड़मेर के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को प्रातः में जैन न्याति नोहरे के विशाल व भव्य प्रांगण में कन्या भ्रुण हत्या के विरोध में जैन समाज की बालिकाओं द्वारा मार्मिक व संदेशपरक ‘‘कन्या भ्रुण हत्या रोको’’ एक प्रेरक नाटिका का मंचन किया गया । अणुव्रत समिति के संगठन मंत्री मुकेश बोहरा अमन ने बताया कि कन्या भ्रुण हत्या के विरोध में जैन सामज की बालिकाओं द्वारा मंचित ‘‘कन्या भ्रुण हत्या रोको’’ नाटिका का गरिमामय कार्यक्रम परम पूज्य मुनिराज श्री देवेन्द्रकुमार जी म.सा. आदि ठाणा-2 एवं गुरूमैया, ममतामूर्ति परम पूज्य साध्वी श्री सुरंजनाश्री जी म.सा. आदि ठाणा-6 की पावन निश्रा में आयोजित हुआ ।



चन्द्रप्रकाश छाजेड़ ने बताया कि कन्या भ्रुण हत्या विरोध में आयोजित नाटिका मंचन कार्यक्रम में कन्या भ्रूण हत्या के विरोध में आमजन को जागृत करते हुए जैन समाज की बालिकाओं ने बेहतरीन व प्रेरणास्पद नाटक का मंचन किया । जहां सभी कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देते हुए कन्या भु्रण हत्या रोकने का आह्वान किया । नाटिका में सास बनी पूरी देवी छाजेड़ व बहु बनी हर्षा जैन ने नाटिका को जीवन्त करते हुए उपस्थित धर्मप्रेमी बन्धुओं व माताओं-बहिनों को कन्या भु्रण हत्या रोक पर सोचने के लिए विवश कर दिया । वहीं नाटिका में जैन गीतकार गौरव मालू , मनीषा छाजेड़ व रक्षिता छाजेड़ ने नारी से जुड़े मां, बेटी आदि रिश्तों पर बेहतरीन गीतों की प्रस्तुतियां दी ।



कार्यक्रम में मुनिराज श्री देवेन्द्रकुमार म.सा. ने कहा कि अहिंसा जैन धर्म का मुलमंत्र है । और यही अहिंसा भगवान महावीर के जीवन और संदेशों का सार है । मुनिराज ने कहा कि हमें छोटे-छोटे अणुव्रतों का पालन करते हुए जीओ और जीने दो के संदेश को प्राणीमात्र तक पहुंचाना है। साध्वीश्री सुरंजनाश्री ने कहा कि कन्या भ्रुण हत्या समाज के लिए सबसे बड़ा अभिशाप एवं अमानवीय कृत्य है । जो सदियों से सम्पूर्ण मानव समाज को कलंकित करता आ रहा है। ऐसे में माताओं-बहिनों को जागृत होते हुए आगे आने होगा तथा लड़का-लड़की में भेदभाव की अमानवीय प्रवृति को खत्म करना होगा । मातृ-शाक्ति की जागृति से ही कन्या भ्रूण हत्या जैसा महापाप जड़ से समाप्त हो सकता है ।



इसी कड़ी में श्री खरतरगच्छ जैनश्री संघ व अणुव्रत समिति, बाड़मेर की ओर से नाटक मंचन के कलाकारों को पारितोषिक प्रदान कर सम्मानित किया गया। और तेरापंथ धर्मसभा, बाड़मेर व अणुव्रत समिति, बाड़मेर की ओर से श्री खरतरगच्छ जैनश्री संघ को अणुव्रत नियमों की तस्वीर भेंट की गई। कार्यक्रम के अंत में अणुव्रत समिति, बाड़मेर के अध्यक्ष प्रदीप पगारिया व खरतरगच्छ जैनश्री संघ की ओर से वीरचवंद भंसाली ने आभार व्यक्त किया। इस दौरान अणुव्रत समिति, बाड़मेर के अध्यक्ष डाॅ. प्रदीप पगारिया, तेरापंथ धर्मसभा के अध्यक्ष जवेरीलाल चैपड़ा, वरिष्ठ अधिवक्ता जेठमल जैन, रिखबदास मालू, एड़वोकेट सम्पतराज बोथरा, ओमप्रकाश बोथरा, प्रकाशचन्द संखलेचा, कैलाश मेहता, एड़वोकेट मुकेश जैन, वीरचन्द भंसाली, कल्पेश मालू, पारसमल गोलेच्छा, गौतम बोथरा, अबरार मोहम्मद, अशोक भूणिया, मनोज छाजेड़, संजय छाजेड़ सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के गणमान्य नागरिक एवं माताएं-बहिनें उपस्थित रही।






भगवान नेमीनाथ का भव्य जन्म कल्याणक महोत्सव 15 अगस्त को

खरतरगच्छ संघ चातुर्मास समिति बाड़मेर के मिडिया प्रभारी चन्द्रप्रकाश बी. छाजेड़ ने बताया कि गुरूवर्या श्री की निश्रा में 15 अगस्त को प्रातः 9 बजे सुखसागर सत्संग सभा जैन न्याति नोहरा में भगवान नेमीनाथ के जन्मकल्याणक के उपलक्ष में भव्य महोत्सव का आयोजन किया गया है जिसमें राजदरबार, जन्म उत्सव आदि का पात्रों के माध्यम से मंचन किया जायेगा जिसको लेकर तैयारियां जोर-षोर से चल रही है। रविवार को गुरूवर्या श्री के दर्शनार्थ जैन श्रीसंघ रामसर एवं झिझनियाली से गुरू भक्त पधारे जिनका खरतरगच्छ संघ द्वारा बहुमान किया गया। संघपूजन का लाभ ओमप्रकाश माणकमल धारीवाल परिवार ने लिया।


   



शनिवार, 11 अगस्त 2018

बाड़मेर ब्लेक लिस्टेड और मुकदमे दर्ज करने के बावजूद एन जी ओ के मार्फ़त किया लाखो का भुगतान,प्रत्येक कार्मिक के काटे पंद्रह पन्द्रह हजार*

बाड़मेर ब्लेक लिस्टेड और मुकदमे दर्ज करने के बावजूद एन जी ओ के मार्फ़त किया लाखो का भुगतान,प्रत्येक कार्मिक के काटे पंद्रह पन्द्रह हजार*

*बाड़मेर विभिन सरकारी योजनाओं में भरष्टाचार को आयाम देने और कार्मिको को नियम विरुद्ध बड़ी सुविधा शुल्क कटौतियां करने की शिकायत पर जिला कलेक्टर के आदेश पर मुख्य चिकित्सा विभग्ग बाड़मेर द्वारा एक स्वयं सेवी संस्था को न केवल ब्लैकलिस्टेड किया बल्कि उसके खिलाफ मुकदमे भी दर्ज कराए। हाल ही में अनुबंध पे लगे करीब बीस से अधिक नर्सिंग कर्मियों के कई महीने का बकाया भुगतान मुख्य चिकित्सा एवम स्वास्थ्य अधिकारी बाड़मेर द्वारा ब्लॉक सी एम ओ को जारी किए थे।।राज्य सरकार द्वारा इन कार्मिको को संस्थाओं के बजाय सीधे भुगतान करने का आदेश था। जिला कलेक्टर द्वारा इस संस्था के खिलाफ की गई कार्यवाही के बाद संस्था ने इन सभी कार्मिको को हटा दिया था।बाद में ये कार्मिक न्यायालय के आदेश से लगे हुए थे।।चिकित्सा अधिकारी द्वारा बी सी एम ओ को इनका भुगतान जारी किया।संस्था के शातिर संचालक ने इनसे संपर्क कर सबसे पहले इन कार्मिको को हटाने के अपनी संस्था के आदेश वापस लिए। फिर सभी बी सी एम ओ से इन कार्मिको का भुगतान अपने खाते में अवैध रूप से जमा करवाया। इन कार्मिको से संस्था ने कुछ दस्तावेजो पे फर्जी तरीके से लिखवा के लिए की हमे संस्था के माध्यम से जो भुगतान मिलेगा उस पर सहमत है। एक एक कार्मिक को लगभग 1एक कख छब्बीस हज़ार का भुगतान हुआ जो सीधे कार्मिक के खाते में जाना था।मगर चिकित्सा अधिकारियों ने कमीशन के चक्कर मे भुगतान संस्था के खाते में किया।संस्था द्वारा प्रत्येक कार्मिक के खाते में पन्द्रह पन्द्रह हज़ार रुपये सुविधा शुल्क काट के भुगतान किया। कार्मिको को इस संस्था के संचालक ने सुविधा शुल्क न देने पर अनुभव प्रमाण पत्र जारी नही करने की धमकी दी थी ।मजबूरी में कार्मिको ने सुविधा शुल्क पर सहमति दी। जब राज्य सरकार ने इन्हें सीधे भुगतान करने के निर्देश दे रखे थे तो चिकित्सा अधिकारियों ने संस्था के खाते में पैसे क्यों डाले। इस ने जब इन कार्मिको को हटाने के आदेश दे दिए थे तो इन्हें भुगतान किस आधार पर किया गया। चिकित्सा विभाग में बड़ा गड़बड़ झाला सामने आया लाखो रुपयों का गबन इन संस्था को करने का मौका दिया जबकि इसी विभाग ने इस संस्था के खिलाफ मुकदमे दर्ज करवा रखा है। पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए ताकि कार्मिको के साथ हुए अन्याय का खुलासा हो सके।*

खुद की अदालत लगाने वाले पंचों को ‘असली अदालत’ ने किया तलब तो बंध गई घिग्गी; हादसे के आरोपी पर लगाया था 28 लाख रु. दंड

खुद की अदालत लगाने वाले पंचों को ‘असली अदालत’ ने किया तलब तो बंध गई घिग्गी; हादसे के आरोपी पर लगाया था 28 लाख रु. दंड
खुद की अदालत लगाने वाले पंचों को ‘असली अदालत’ ने किया तलब तो बंध गई घिग्गी; हादसे के आरोपी पर लगाया था 28 लाख रु. दंड

जोधपुर.हाईकोर्ट में सिरोही की रेवदर तहसील के जीरावाला गांव के रबारी जाति के पंचाें काे तलब कर लिया गया। ये पंच गांव में खुद की अदालत लगाकर तुगलकी फरमान सुनाते हैं। शुक्रवार को इनका ‘असली अदालत’ से सामना हुआ।




मामला एक सड़क हादसे में अपनी जाति के युवक की मृत्यु हो जाने पर पंचायत बैठाकर आरोपी पर 28 लाख रुपए का जुर्माना लगाने का था। जिसकी सुनवाई के लिए ये सभी 16 पंच हाईकोर्ट में पेश हुए। सुनवाई से 20 मिनट पहले कॉरीडोर में बैठे पंच घबराए हुए थे। सुनवाई की शुरुआत में जस्टिस विजय विश्नोई ने पूछा, आप में से कौन एक है, जो आगे आकर पूरी बात बता देगा। सबकी घिग्गी सी बंध गई, कोई आगे नहीं आया। जज ने एक पंच की ओर से इशारा करते हुए कहा- आप बताओ बा, उस दिन क्या हुआ था। जवाब मिला... मुझे नहीं पता। जज बोले, अरे पंचायती तो की थी, तो जवाब दिया, मैंने पंचायती नहीं की। जज ने पूछा, फिर किसने की, तो बोला- पंचायती तो ऊपर वाले ने की। यह सुनकर जज भी मुस्कुरा उठे और बोले कि यह ऑरिजनल पंच है, जो बात को कैसे घुमा देते है। फिर अपने निर्देश में उन्होंने कहा, इस तरह दंड लगाना गुनाह है, 18 सितंबर तक पैसा लौटाना होगा, वरना वसूली के आदेश दिए जाएंगे।पंचायत ने लिया था Rs.28 लाख का दंड, 16 पंच कोर्ट में पेश :शुक्रवार को जस्टिस विजय विश्नोई की बैंच के समक्ष 16 पंच हाजिर हुए। कोर्ट ने उन्हें सख्त हिदायत दी, कि जो पैसा दंड के नाम पर लिया है, वह 18 सितंबर तक चुका दें, अन्यथा उन्हें वसूली के लिए आदेश देना पड़ेगा। अगली सुनवाई 18 सितंबर को मुकर्रर की है। सिरोही जिले के रेवदर तहसील के जीरावाला गांव निवासी याचिकाकर्ता जीवाराम के वाहन से करीब दो साल पहले एक एक्सीडेंट हो गया था। जिसमें उसकी जाति के ही एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई। याचिकाकर्ता रबारी जाति से ताल्लुक रखता है। जब यह घटना जाति के पंचों के सामने आई तो उन्होंने जाति पंचायत बुलाई आैर जीवाराम पर 28 लाख रुपए का दंड लगाया। जब तक यह राशि वसूली नहीं गई तब तक उसे बिरादरी से बाहर भी कर दिया गया। इसके अलावा समाज के 100 लोगों को हर रोज अपने घर पर भोजन कराने के लिए कहा गया।

जस्टिस विश्नोई ने मारवाड़ी भाषा में पंचों से बात की:इस संबंध में सिरोही जिले के रेवदर थाने में दर्ज मामले में निष्पक्ष कार्यवाही के लिए याचिका दायर होने पर गत 24 जुलाई को यह तथ्य हाईकोर्ट के सामने आया। कोर्ट ने सभी पंचों को व्यक्तिगत रूप से तलब किया था। कोर्ट के समक्ष 16 पंच व्यक्तिगत रूप से पेश हुए। जस्टिस विजय विश्नोई ने पंचों की ग्रामीण पृष्ठभूमि को देखते हुए उनसे मारवाड़ी में बात की। जस्टिस विश्नोई ने कहा, कि इस तरह दंड लगाकर पैसा लेना गुनाह है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस तरह की पंचायती को अवैध मानते हुए रोक लगा रखी है, फिर कैसे पैसे ले लिए। क्या तुम लोगों को इस संबंध में कोई जानकारी है। कोर्ट ने कहा, कि पुलिस जांच में पुष्टि हुई है, कि पैसे तो लिए हैं। अगर पैसे लिए हैं तो उसे चुकाने की आखिरी मोहलत दी जाती है, अन्यथा आदेश करके वसूलने पड़ेंगे। याचिकाकर्ता की ओर से राजेश शाह तथा पुलिस की ओर से उप राजकीय अधिवक्ता विक्रमसिंह राजपुरोहित ने पैरवी की।

शहादत को सलाम मानव श्रृंखला जैसलमेर भोरवाला शक्ति नगर से फतेहगढ़ तक*

शहादत को सलाम मानव श्रृंखला जैसलमेर भोरवाला शक्ति नगर से फतेहगढ़ तक*

जिला कलेक्टर ओम कसेरा की खबरनवीसों से वार्ता*

*जैसलमेर 14 अगस्त को स्वर्णनगरी जैसलमेर में राष्ट्र भक्ति की भावना हिलोरे मारेगी जब शहादत को सलाम मानव श्रृंखला में दो लाख लोगों को शामिल कर भोरवाला शक्तिनगर से आराम किया.जाएगा।।जिला कलेक्टर ओम कसेरा शहादत को सलाम मानव श्रृंखला के आयोजन को लेकर शनिवार दोपहर खबरनवीसों से रूबरू हुए।।उन्होंने बताया कि देश के प्रति समर्पण,शहीदों के प्रति सम्मान और सरहदी जिलो की सुरक्षा दीवार मजबूत करने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा मानव श्रृंखला का आयोजन गंगानगर से बाड़मेर सरहद तक कर रही है।।जैसलमेर जिले में यह श्रृंखला भोरवाला से शुरू होगी जो चिन्नू,अवाय,नाचना, सकड़िया,घन्टयाली,मोहनगढ़,काणोद, हमीर,बासनपीर, जैसलमेर शहर,छोड़,देवीकोट और फतेहगढ़ तक होगी यह बाड़मेर जिले को टच करेगी।।उन्होंने कहा कि जैसलमेर के हर आम खास नागरिक को राष्ट्रीय भावना से ओतप्रोत इस मानव श्रृंखला का हिस्सा बनने की अपील करता हूँ।उन्होंने कहा कि नगर परिषद द्वारा जैसलमेर के हर घर पर तिरंगा फहराया जाएगा।इसके लिए फो लाख तिरंगे तैयार किये गए है।।उन्होंने बताया कि मानव श्रृंखला की तैयारियां पूर्ण हो चुकी है। आमजन इससे अधिक से अधिक जुड़े।

बाड़मेर सरहद से आई खुशियों भरी खबर* कई दशकों बाद सरहद पर अमृत धारा बही,लोगो को उम्मीदे जगी ,पेयजल समस्या से स्थायी छुटकारा मिलेगा*





 बाड़मेर सरहद से आई खुशियों भरी खबर*

कई दशकों बाद सरहद पर अमृत धारा बही,लोगो को उम्मीदे जगी ,पेयजल समस्या से स्थायी छुटकारा मिलेगा*


चन्दन सिंह भाटी
बाड़मेर भारत पाक सीमा पर चोहटन क्षेत्र के गफनो के चौदह गांवो में पेयजल समस्या का दशकों के अभिशाप खत्म हो गया।सरहद से खुशियों भरी खबर आई।।जब छोटा भोजरिया और भोजरिया में परंपरागत पेयजल स्रोत को जलदाय विभाग द्वारा गहरा कराने के साथ ही इन कुओं से बरसे अमृत ने सरहदी ग्रामीणों को नए जीवन की सौगात दी दी।।हम बात कर रहे सरहद इलाके के पेयजल समस्या से अभिशप्त गफन क्षेत्र के भोजरिया ग्राम पंचायत की।इस क्षेत्र के 14 गांवों में सदा पानी का अभाव रहा। पानी को तालों में कैद करके रखा जाता रहा।मीडिया के लिए इसी क्षेत्र से हर साल कैद में पानी की खबरे निकलती रही। मगर इस बार जलदाय विभाग ने सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत प्राचीन और परंपरागत पेयजल स्रोतों को गहरा करने की योजना ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हुई।।भोजरिया और छोटा भोजरिया में ग्राम पंचायत योजना में ओपन वेलो का निर्माण कई साल पहले किया गया था।।मगर बोरिंग के बाद भी इन कुओं में पानी नही आया तो इन्हें स्थायो रूप से बन्द कर दिया।।इस बार जिला प्रशासन द्वारा सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत सीमावर्ती क्षेत्रों के परंपरागत पेयजल स्रोतों को गहरा करने की योजना को शामिल कर बजट आवंटित किया।।बजट आवंटन के साथ अधीक्षण अभियन्ता सोनाराम बेनीवाल की देख रेख में भोजरिया और छोटा भोजरिया गांवो के लंबे अरसे से बन्द पड़े ओपन वेल को गहरा करने का कार्य आरंभ किया।।करीब दो सौ फीट तक गहरा करने पर इन कुओं से अमृत की धारा बह उठी।।इन कुओं से निकले पानी ने सरहदी इलाको के ग्रामीणों की आंखों में नई चमक पैदा की वही नई जिन्दगि दी।।ये लीग आज भी दस से पन्द्रह किलोमीटर पैदल चल कर पीने के पानी की व्यवस्था करते थे।।शुक्रवार को तकनीकी विशेषज्ञ सोनाराम बेनीवाल की मेहनत रंग लाई।।धरती से मीठे पानी के झरने भ उठे।।कुओं में पानी आया देख ग्रामीण खुशी से सरोबार झूम उठे।।शायद इन ग्रामीणों को कभी उम्मीद रही हो कि इन नकारा पड़े ओपन वेलो में भी पानी आएगा।अधीक्षण अभियंता सोनाराम बेनीवाल ने बताया कि सरहदी इलाके के इन गांवों में पानी की सदैव समस्या रही।विभागीय योजनाए भी यहां सफल नही रही। समस्या के समाधान के लिए परंपरागत पेयजल स्रोत ही एक उम्मीद की किरण थी।।प्रारंभिक तौर पे भोजरिया और छोटा भोजरिया में बंद पड़े ओपन वेल को गहरा करवाया ।करीब दो सौ फीट पर पानी आ गया।।लोगो के लिए यह नव जीवन जैसा है। इस क्षेत्र में पानी का लेवल अच्छा है इसलिए उम्मीदे बलवती है।।नियमो में आने वाले परंपरागत पेयजल स्रोतों को गहरा करवाने का कार्य जारी रखा जाएगा।।कई दशकों से पेयजल समस्या से पीड़ित इन गांवों में अब समस्या नही रहेगी विश्वास है।।*



शुक्रवार, 10 अगस्त 2018

शिक्षा विभाग में दो हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले

शिक्षा विभाग में दो हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले

जयपुर। शिक्षा विभाग में शुक्रवार को दो हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले किए गए। यह शिक्षक प्रारंभिक शिक्षा के हैं। इन शिक्षकों को लंबे समय से तबादलों का इंतजार था और शिक्षक तबादलों के लिए मंत्री कार्यालय और शिक्षा विभाग के कार्यालयों मे चक्कर काट रहे हैं। प्रारंभिक शिक्षा के तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले दो महीने पहले हुए थे।

शिक्षा विभाग में दो हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले

इसके बाद बड़ी संख्या में परिवेदनाएं जमा हुई थी और शिक्षक तबादलों के इंतजार में थे। शुक्रवार एक साथ लगभग सभी जिलों की तबादला सूचियां विभागीय वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई। तबादले की सूचियां 
http://education.rajasthan.gov.in/content/raj/education/elementary-education/hi/transferorderlist.html पर देखी जा सकती है। जयपुर जिले में सबसे अधिक 348 शिक्षकों के तबादले किए गए हैं। सूची में शामिल ऐसे शिक्षक जो बीएलओ हैं और मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण कार्य में लगे हैं। उनको 27 सितंबर के बाद ही कार्यमुक्त करने और कार्यग्रहण करने के निर्देश दिए गए हैं।

ग्राम विकास अधिकारी व रोजगार सहायिका 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार

ग्राम विकास अधिकारी व रोजगार सहायिका 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार


जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने शुक्रवार को एक ग्राम विकास अधिकारी व रोजगार सहायिका को 20 हजार रुपए की गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई एसीबी की जयपुर देहात टीम ने एडिशनल एसपी नरोत्तमलाल वर्मा के निर्देशन में की गई। एएसपी के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी वीर कृष्ण मीणा सांगानेर पंचायत समिति की ग्राम पंचायत अजयराजपुरा में कार्यरत ग्राम विकास अधिकारी है। इसी तरह आरोपी संतोष चौधरी रोजगार सहायिका है। इन दोनों को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।


ग्राम विकास अधिकारी व रोजगार सहायिका 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार

50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी, 30 में सौदा तय हुआ और 20 हजार लेते गिरफ्तार
- एएसपी नरोत्तम वर्मा के मुताबिक बताया जा रहा है कि किसी व्यक्ति ने एसीबी में शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसमें बताया कि उसके आवासीय प्लॉट का पट्‌टा देने की एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई थी। एसीबी के सत्यापन में 30 हजार रुपए की रिश्वत देना तय हुआ। इसके बाद ट्रेप की कार्रवाई रची गई।


- जिसमें परिवादी रिश्वत की पहली किश्त के रुप में 20 हजार रुपए लेकर पंचायत कार्यालय पहुंचा। जहां रिश्वत की रकम लेते के बाद ईशारा मिलते ही एसीबी टीम ने ग्राम विकास अधिकारी व रोजगार सहायिका को गिरफ्तार कर लिया। उनसे रिश्वत की रकम बरामद कर ली है। अब पूछताछ की जा रही है।

पाकिस्तान की लाहौर जेल से 13 अगस्त को रिहा होंगे जयपुर के गजानंद

पाकिस्तान की लाहौर जेल से 13 अगस्त को रिहा होंगे जयपुर के गजानंद


जयपुर। नई दिल्ली स्थित विदेश मंत्रालय से एक अच्छी खबर है। पाकिस्तान की लाहौर जेल में बंद गजानंद शर्मा की जल्द ही रिहाई होगी। 13 अगस्त को यानी स्वतंत्रता दिवस से पहले ही पाकिस्तान सरकार गजानंद को रिहाई होगी। गुरुवार को गजानंद शर्मा की पत्नी मखनी देवी, बेटा मुकेश ने केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह से मुलाकात की। उनके साथ जयपुर से भाजपा सांसद रामचरण बोहरा, हवामहल विधायक सुरेंद्र पारीक, भाजपा नेता राजेंद्र पारीक व स्नेहलता शर्मा भी मौजूद रही।

पाकिस्तान की लाहौर जेल से 13 अगस्त को रिहा होंगे जयपुर के गजानंद, भास्कर ने सबसे पहले किया था खुलासा

जयपुर में फतेहराम का टीबा, नाहरगढ़ के रहने वाले 69 वर्षीय गजानंद करीब 36 साल पहले लापता हो गए थे। अप्रैल माह में उनकी भारतीय नागरिकता संबंधी दस्तावेज सत्यापन के लिए राजस्थान के गृह विभाग में आए। पाक जेल में बंद गजानंद ने बयानों में अपने पैतृक गांव सामोद थानान्तर्गत महार कलां बताया था। इस पर सामोद पुलिस गजानंद के पैतृक घर पहुंची। वहां उनके बेटे मुकेश से पुलिस ने फोन पर संपर्क किया। इसके बाद गजानंद के परिजनों को उनके पाकिस्तान की लाहौर जेल में बंद होने का पता चला। इसका खुलासा दैनिक भास्कर डिजिटल और समाचार पत्र ने सबसे पहले किया था।

सांसद बोहरा व गजानंद के बेटे मुकेश ने की खबर की पुष्टि
- सांसद रामचरण बोहरा व गजानंद के बेटे मुकेश ने खबर की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि राज्यमंत्री वीके सिंह ने मखनी देवी से कहा है कि गजानंद के 13 अगस्त को पाक जेल से रिहाई की संभावना है। इसके बाद तीन-चार दिन दूतावास की कार्रवाई पूरी करने में लगेंगे। गजानंद के भारत लौटते ही उनके परिजनों को सूचना दे दी जाएगी।

- विधायक सुरेंद्र पारीक ने बताया कि सांसद रामचरण बोहरा के सहयोग और पहल पर गजानंद शर्मा के परिवार की गुरुवार को केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह से मुलाकात तय हुई थी। गुरुवार सुबह वे फ्लाइट से नई दिल्ली पहुंचे। इसके बाद सुबह करीब साढ़े 10 बजे केंद्रीय विदेश मंत्रालय पहुंचे। वहां वीके सिंह ने मखनी देवी व उनके बेटे मुकेश से मुलाकात कर जल्द ही गजानंद के भारत वापसी की बात कही।

गौरव यात्रा में सरकारी धन के दुरुपयोग पर सरकार, भाजपा को नोटिस

गौरव यात्रा में सरकारी धन के दुरुपयोग पर सरकार, भाजपा को नोटिस

जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की राजस्थान गौरव यात्रा में सरकारी पैसों के दुरुपयोग को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट ने नोटिस जारी किए हैं। हाईकोर्ट ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष व राज्य सरकार को नोटिस जारी कर इस संबंध में जवाब मांगा है। चीफ जस्टिस प्रदीप नंदराजोग की खंडपीठ में शुक्रवार को इस मामले की सुनवाई हुई। अब इस मामले की सुनवाई 16 अगस्त को होगी।



विभूति भूषण शर्मा की जनहित याचिका पर हुई सुनवाई में हाईकोर्ट ने बीजीपी प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी तथा राज्य सरकार को नोटिस जारी किए। याचिका में कहा गया है कि भाजपा की इस गौरव यात्रा में सरकारी धन पानी की तरह बहाया जा रहा है।

यह है मामलाअधिवक्ता डॉ. विभूतिभूषण शर्मा ने मुख्यमंत्री की राजस्थान गौरव यात्रा को हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर चुनौती दी है। याचिका में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी, मुख्य सचिव, पीडब्ल्यूडी के पीएस सहित पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर को पक्षकार बनाया है। याचिकाकर्ता ने यात्रा में सरकारी धन के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। याचिका में राज्य सरकार के एक जून 2018 के पीडब्ल्यूडी विभाग के दो आदेशों का हवाला देते हुए कहा कि यात्रा के लिए सरकारी विभाग द्वारा सभी तरह की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। यह यात्रा बीजेपी पार्टी की है और चुनावी यात्रा है। बीजेपी अध्यक्ष ने भी चार अगस्त को कहा था कि गौरव रथ के साथ ही बीजेपी की चुनावी यात्रा का भी आगाज हुआ है।


याचिका में कहा गया है कि गौरव यात्रा बीजेपी पार्टी का चुनावी प्रोपेगंडा है। ऐसे में यात्रा में सरकारी धन व मशीनरी का दुरुपयोग हो रहा है जिसे रोका जाए। वहीं मौजूदा सत्तारूढ़ पार्टी को अपने चुनावी उद्देश्य के लिए सरकारी धन के इस तरह से दुरुपयोग करते हुए गौरव यात्रा निकालने का अधिकार नहीं है। इसलिए गौरव यात्रा में सरकारी धन के दुरुपयोग को रोका जाए। साथ ही गौरव यात्रा पर जो भी सरकारी राशि खर्च हुई है उसे लौटाया जाए व यात्रा के लिए सरकार द्वारा व्यवस्था करने के लिए जारी किए सरकारी आदेशों की क्रियान्विति पर रोक लगाई जाए।

गुरुवार, 9 अगस्त 2018

बाड़मेर - जैसलमेर से छह विधायको के टिकट कटने के संकेत

बाड़मेर - जैसलमेर से छह विधायको के टिकट कटने के संकेत

बाड़मेर / जैसलमेर । आगामी नवम्बर माह में होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा ने सत्ता वापसी के लिए कमर कस ली। एंटी इंकमबेसी को खत्म करने के उद्देश्य से भाजपा संगठन ने पांच साल में कमजोर प्रदर्शन और कम अंतर से जीत को आधार रख व्यापक सर्वे करवाया। जिसके आधार पर कई विधायको के टिकट कटने की सम्भावना बलवती हो गई।


राजस्थान में 108 विधायको के टिकट कटने है । बाड़मेर जैसलमेर के छह विधायको पर गाज गिरेगी। भाजपा नए चेहरों पे मशक्त कर रही है। तो कुछ विधायको के विधानसभा क्षेत्र बदलने की कवायद चल रही है। यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नए चेहरो पे संभावनाए तलास कर रही है। बाड़मेर जैसलमेर में कई चोंकाने वाले नाम आएंगे।


जैसलमेर की सियासत में बड़ा विस्फोट होने के संकेत है। तो बाड़मेर में जातिगत समीकरणों से ऊपर उठ कर भाजपा कुछ क्षेत्रों में नए उम्मीदवार देने पर मंथन कर रही। जैसलमेर के लिए सबसे बड़ी खबर है कि राज घराने से एक बड़ा नाम सबसे आगे है दावेदारी में। वसुंधरा राजे इस बार राजपरिवारों को भाजपा के साथ जोड़ने के पूर्ण प्रयास कर रही है। जिसके तहत बाड़मेर जैसलमेर सीट पर इसका प्रभाव दिखेगा। पुराने चेहरों को कहीं और खपाने के लिए राजी किया जाएगा।



बाड़मेर । मियां का बाड़ा गांव बदला महेश नगर में

बाड़मेर । मियां का बाड़ा गांव बदला महेश नगर में


बाड़मेर। सरहदी जिले बाड़मेर के एक गांव का नाम भी सरकार ने बदल दिया है। कभी मियां का बाड़ा कहलाने वाला गांव अब महेश नगर कहलाएगा।


राजस्थान में विधानसभा चुनाव से कुछ वक्त पहले वसुंधरा राजे सरकार बाड़मेर के गांव मियों का बाड़ा के नाम को महेश नगर में बदल रही है। इसके लिए गृह मंत्रालय से मंजूरी भी मिल गई है। जानकारी के मुताबित गृह मंत्रालय को राज्य की बीजेपी सरकार ने इस साल की शुरुआत में प्रस्ताव भेजा था, जिसे गृह मंत्रालय ने अपनी मंजूरी दे दी है।


यह 250 घरों की आबादी का गांव है जिसमें दो हजार की जनसंख्या है. इस गांव में मात्र चार परिवार अल्पसंख्यक समुदाय के हैं। वहीं गांव के सरपंच का कहना है कि मियों का बाड़ा का नाम बदलने की मांग 10 साल पुरानी है।

उनका कहना है कि इस गांव के लोग भगवान शिव के उपासक होने की वजह से इसका नाम महेश नगर रखा गया है. इसके पहले इसका यही नाम था। लेकिन वक्त के साथ लोगों की बोली में बदलाव और पलायन के चलते इसे मियों का बाड़ा बुलाया जाने लगा. नाम परिवर्तन में विवाद होने को वजह यह भी हो सकती है कि एक समुदाय विशेष को स्थानीय भाषा मे मियां कहा जाता है।