शनिवार, 30 दिसंबर 2017

महज दो-दो हजार रुपये में बेची जा रहीं आदिवासी लड़कियां

महज दो-दो हजार रुपये में बेची जा रहीं आदिवासी लड़कियां

महज दो-दो हजार रुपये में बेची जा रहीं आदिवासी लड़कियां
बिलासपुर   छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले स्थित कुनकुरी थाने में एक आदिवासी लड़की ने शिकायत दर्ज करा बताया है कि उसे नौकरी दिलाने के नाम पर ओड़िशा ले जाया गया और वहां जिस्मफरोशी में धंधे में धकेल दिया गया। यह लड़की किसी तरह बच निकली। उसने बताया कि वह अकेली नहीं थी, बल्कि 60 और लड़कियां भी उसके साथ थीं, जिन्हें प्लेसमेंट एजेंसी के दलाल नौकरी दिलाने के नाम पर ओड़िशा ले गए थे। वहां इन्हें बेच दिया गया। ग्राम जोकारी निवासी इस लड़की ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि शेष 60 लड़कियां अभी भी वहां फंसी हुई हैं।

यह घटना एक ज्वलंत उदाहरण है। जो बयां कर रही है कि आदिवासी बहुल राज्यों में गरीब आदिवासी लड़कियों को दलाल अपने जाल में फांसने में कामयाब हो जा रहे हैं। शहरों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर इन्हें जिस्म की मंडी में बेच दिया जा रहा है।



जशपुर में सक्रिय कुछ एनजीओ की बात पर यकीन करें तो हालात यह हैं कि महज दो से पांच हजार रुपये में लड़कियों को बेच दिया जाता है। पहले इन्हें इनके जान- पहचान वाले या रिश्तेदार ही चंद रुपयों की लालच में एजेंटों को सौंप देते हैं। फिर एजेंट इन्हें नौकरी दिलाने के नाम पर शहर ले जाकर बेचते हैं। इसने चंगुल में फंसी लड़की को एक नहीं कई बार बेचा जाता है।

झारखंड, ओड़िशा और छत्तीसगढ़ में यह घिनौना कारोबार धड़ल्ले से जारी है। छत्तीसगढ़ में प्राइवेट प्लेसमेंट एजेंसी अधिनियम (2013) अगस्त 2014 से लागू है। लेकिन हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। जशपुर जिला अब भी मानव तस्करी का केंद्र बना हुआ है।

स्वयं सेवी संस्थाओं ने मानव तस्करी के मामले में छत्तीसगढ़ को देश का तीसरे नंबर का राज्य आंका है। जबकि झारखंड पहले और ओड़िशा को दूसरे नंबर पर बताया जा रहा है। आदिवासी बहुल जशपुर जिले में लड़कियों की खरीद-पुरोख्त एक बाजार का रूप ले चुकी है। इसका खुलासा छह साल पहले तब हुआ जब स्वयं सेवी संस्था ग्रामीण विकास केंद्र कुनकुरी ने एक सर्वे किया। इसमें सामने आया कि जिले से हर साल औसतन सात हजार लड़कियों को महानगरों में बेच दिया जा रहा था।



उक्त संस्था ने 259 गांवों के अध्ययन में पाया था कि बेची जाने वाली लड़कियों में से 1833 लड़कियां जहां नाबालिग थीं, वहीं 509 वयस्क। लड़कियों को बेचने वालों में जान पहचान के लोग ही शामिल रहते हैं। हाल के दिनों में भी ऐसे प्रकरण लगातार सामने आ रहे हैं। पुलिस के पास वे ही मामले पहुंचते हैं, जिनमें शिकायत दर्ज कराई जाती है। पिछले पांच सालों में जशपुर में केवल 99 प्रकरण ही दर्ज हुए। प्लेसमेंट एंजेसियों पर नकेल कसने वाला छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य जरूर हो गया है, लेकिन बताया जाता है कि इस एक्ट के तहत राज्य में एक भी प्लेसमेंट एजेंसी का पंजीयन नहीं हुआ है।

महिला महासंघ की समन्वयक सुश्री ममता कुजूर का कहना है कि समय के साथ पंचायत प्रतिनिधि सहित जमीनी स्तर पर जुड़े सरकारी तंत्र को प्रशिक्षण दिया जाए तो मानव तस्करी के मामलों पर नियंत्रण संभव है। लेकिन विभागीय समन्वय का अभाव इस समस्या के रोकथाम में बाधा बनता है।

राशि फल 2018: जाने कैसा होगा मिथुन राशि वालों के लिए साल

राशि फल 2018: जाने कैसा होगा मिथुन राशि वालों के लिए साल
राशि फल 2018: जाने कैसा होगा मिथुन राशि वालों के लिए साल

वृष राशि अक्षर




का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को और हा से जिन लोगों के नाम प्रारंभ होते हैं वे मिथुन राशि वाले व्‍यक्‍ति होते हैं। इन लोगों को नये वर्ष में कार्य-व्यवसाय में श्रम, संघर्ष से सफलता मिलेगी, प्रगति, राजकीय कार्यों में सम्मान, शिक्षा प्रतियोगिता, परीक्षा जगत् में विशेष सफलता के योग हैं। परिवार संबंधी सुखद समाचार प्राप्त होंगे। पुराने रूके हुए कार्य पूरा करने का अवसर हैं। मई, जून, अगस्त, नवम्बर, दिसम्बर मास में मित्रों व उच्चाधिकारियों का सहयोग व सानिध्य रहेगा। इन महीनों में लापरवाही का त्याग करके पूरी तौर पर कार्य-व्यापार में जुट जायें तो सफलता निश्चित मिलेगी। अष्टमेश शनि के प्रभाव के कारण किसी भी कार्य में शुरूआती दौर में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, परन्तु उनसे विचलित न हों। प्रतिकूल परिस्थितियों में धैर्य व परिश्रम से सफलता मिलेगी। पैतृक सम्पत्ति की सुरक्षा व्यवस्था पर अथवा उसकी देख-रेख पर ध्यान देना अति आवश्यक है। स्वजनों से वैमनस्यता बढ़ सकती है। इस वर्ष सूझ-बूझ एवं धैर्य से विपरीत परिस्थितियों का सामना करना जरूरी है।









शिक्षा और प्रतियोगिता के क्षेत्र में असर




शैक्षिक क्षेत्र में इस वर्ष बहुत सावधानीपूर्वक कार्य करना होगा। मई,जून, सितम्बर, फाल्गुन मास उत्तम हैं। इस वर्ष यदि नौकरी की तलाश में हैं तो वर्ष के उत्तरार्ध तक मिलने की संभावना है। अच्‍छा होगा भौतिक सुख-सुविधाओं की वस्तुएं बनाने वाली कंपनियों, रेडीमेड गारमेन्ट्स, इलेक्ट्रानिक, इलेक्ट्रिक, सौंदर्य प्रसाधन बनाने वाली कंपनियों, होटल मैनेजमेन्ट, प्रोफेसर या शैक्षिक क्षेत्र में नौकरी हेतु प्रयास करें इन क्षे़त्रों में जल्दी रोजगार मिल सकता है। प्रतियोगिता के क्षेत्र में वर्ष के उत्तरार्ध में ही सफलता मिलने की प्रबल संभावना है। वर्ष के पूर्वार्ध में बहुत संभव है कि नशे की ओर बढ़ने लगें, इसे रोकना जरूरी होगा।









आर्थिक क्षेत्रों पर प्रभाव




मिथुन राशि वाले इस वर्ष अपना आर्थिक संतुलन बनाये रखने में कामयाबी हासिल करेंगे परन्तु फिजूलखर्ची एवं दिखावे की प्रवृत्ति के कारण धन का संचय हो पाना मुश्किल ही दिखता है। जब पैसा बढ़ेगा तो उससे भौतिक सुख-सुविधाओं को प्राप्त करने की ललक भी बढ़ेगी और प्राप्त करेंगे भी। व्यावसायिक क्षेत्र में राजनैतिक संबंधों का लाभ अच्छा हासिल होगा। कोई नया व्यापार अथवा पुराने व्यापार में बढ़ोत्तरी की स्थिति बनती है, परन्तु नया व्यापार करने के पूर्व काफी सोच-विचार करना आवश्यक है। यदि नौकरी में हैं तो वर्ष के उत्तरार्ध में स्थान परिवर्तन एवं प्रोन्नति दोनों होने की प्रबल संभावना है। आर्थिक क्षेत्र में शेयर्स, सट्टा, आदि का कारोबार करने के लिये मई, सितम्बर, नवम्बर, दिसम्बर, जनवरी, फरवरी ये मास श्रेष्ठ हैं। अन्य महीनों में इस क्षेत्र में या तो कार्य न करें और यदि करना ही पड़े तो बहुत सूझ-बूझ से करें। बहुत संभव है कि इस वर्ष मकान या वाहन का सुख प्राप्त हो। धार्मिक वस्तुओं के कारोबार, स्टेशनरी, प्रेस, स्कूल, वित्तीय कारोबार आदि के क्षेत्र में रूचि है तो इसमें ध्यान लगायें इन व्यापारों में निश्चित सफलता मिलने की स्‍थिति बन रही है। इनमें निवेश करने से भविष्य में अच्छा लाभ मिलने की प्रबल संभावना है।










स्वास्थ्य एवं परिवार के क्षेत्र में




परिवार में धार्मिक व मांगलिक कार्य सम्पन्न होंगे, परिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वाह मिथुन राशि वाले बखूबी करेंगे, वर्ष के मध्य में भाई-भतीजों से वाद-विवाद की स्थिति बन सकती है। इस वाद-विवाद को सीमा से अधिक न बढ़ने दें, अन्यथा विघटन की प्रबल संभावना है। दाम्पत्य जीवन में उल्लास रहेगा लेकिन पारिवारिक कारणों से मन में अशान्ति की स्थिति बनी रहेगी। पत्नी और परिवार के बीच संतुलन रखना कठिन होगा। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से यह वर्ष सामान्य बीतेगा सर्दी की बीमारियां, फोड़ा-फुंसी से कष्ट होगा, इस वर्ष नदी में नहाना, तैरना, नाव में बैठना इन स्थितियों से दूर रहें क्योंकि जलीय बीमारियों एवं जल से कष्ट संभावित है।









शुभ तारीखें




जनवरी-01, 02, 03, 04, 05, 06, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 29, 30, 31। फरवरी-01, 02, 06, 07, 08, 09, 10, 11, 12, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 25, 26, 27, 28। मार्च-01, 02, 06, 07, 08, 09, 10, 11, 15, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 24, 25, 26, 27, 28, 29। अप्रैल-01, 02, 03, 04, 05, 06, 07, 08, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 21, 22, 23, 24, 25, 29, 30। मई-01, 02, 03, 04, 05, 09, 10, 11, 12, 13, 14, 18, 19, 20, 21, 22, 26, 27, 28, 29, 30, 31। जून-01, 02, 03, 04, 05, 06, 07, 08, 09, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 26, 27, 28। जुलाई-01, 02, 03, 04, 05, 06, 07, 08, 12, 13, 14, 15, 16, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 30, 31। अगस्त-01, 02, 03, 04, 08, 09, 10, 11, 12, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 22, 30, 31। सितम्बर-04, 05, 06, 07, 08, 09, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 25, 26, 27, 28। अक्टूबर-01, 02, 03, 04, 05, 06, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 29, 30, 31। नवम्बर-01, 02, 06, 07, 08, 09, 10, 11, 12, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 25, 26, 27, 28, 29, 30। दिसम्बर-04, 05, 06, 07, 08, 09, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 19, 23, 24, 25, 26, 27,31।









अनुकूल रत्न




मिथुन राशि वाले पन्ना 6 अथवा 3 रत्ती का सोने की अंगूठी में बुधवार को उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में, कनिष्ठिका उंगली में बुधवार को धारण करें। उपरत्न हरित, शिलामणि, बेरूज, अथवा जड़ी में विधारा की जड़ तांबे के ताबीज में बुधवार को धारण करें।




युद्धाभ्यास के दौरान तोप पर गिरने से यूपी निवासी सैनिक की मौत

युद्धाभ्यास के दौरान तोप पर गिरने से यूपी निवासी सैनिक की मौत

युद्धाभ्यास के दौरान तोप पर गिरने से यूपी निवासी सैनिक की मौत
जयपुर, ]। राजस्थान के बीकानेर जिले में स्थित महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में सैनिकों के युद्धाभ्यास के दौरान एक सैनिक की मौत हो गई । मृतक सैनिक रामलखन तोपाभ्यास के दौरान टैंक पर चढ़ रहे थे,उसी दौरान पैर फिसलने से उनके सिर में चोट लग गई ।




सिर में चोट लगने से घायल हुए सैनिक रामलखन को सैनिक अस्पताल अस्पताल पहुंचाया गया,जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई । घटना सेना के नॉर्थ कैम्प में हुई । सैन्य सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शव का पोस्टमार्टम करवा लिया गया और उनके परिजनों को सूचित किया गया है ।




मृतक सैनिक रामलखन उत्तरप्रदेश में फर्रूखाबाद जिले के मीराहेटी के निवासी थे । यह घटना गुरूवार सुबह हुई बताई जा रही है । उल्लेखनीय है कि इन दिनों सैनिक महाजन फील्ड फायरिंग रेंज और जैसलमेर में युद्धाभ्यास कर रहे हैं ।

लखनऊ में मदरसे में यौन शोषण, पुलिस ने 51 लड़कियों को छुड़ाया

लखनऊ में मदरसे में यौन शोषण, पुलिस ने 51 लड़कियों को छुड़ाया

लखनऊ (जेएनएन)। प्रदेश की राजधानी लखनऊ के एक मदरसा में गरीब घर की बच्चियों के यौन शोषण का मामला सामने आया है। मदरसे में रहने वाली बच्चियों का यौन शोषण किया जाता था। यहां से 51 बच्चियों को छुड़ाने के साथ पुलिस ने कल देर रात मदरसे के संचालक को गिरफ्तार किया है।

लखनऊ में मदरसे में यौन शोषण, पुलिस ने 51 लड़कियों को छुड़ाया


लखनऊ के सआदतगंज के यासीनगंज में मदरसा जामिया खदीजतुल कुबरा लिलबनात में छात्राओं के यौन शोषण का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक मदरसे के भीतर हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं के यौन शोषण की शिकायत मिली थी।




मामले की गंभीरता को देखते हुए एक टीम बनाकर कल रात वहां छापेमारी की गई। इस दौरान छात्राओं ने भी चिट्ठी में पीड़ा लिखकर पुलिस से इसकी शिकायत की, जिसके बाद आरोपित संचालक कारी तैयब जिया को गिरफ्तार कर लिया गयाछात्राओं का आरोप है कि आरोपित तैयब जिया उनके साथ मारपीट करता था। वह अपने कमरे में छात्राओं को बुलाकर पैर दबवाता था और छेड़छाड़ करता था।एसएसपी ने देर शाम एएसपी पश्चिम विकास चंद त्रिपाठी, एडीएम सिटी संतोष कुमार वैश्य, अल्पसंख्यक विभाग एवं चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की एक टीम बनाकर छापेमारी के निर्देश दिए।मदरसे में कुल 151 छात्राएं रहती थीं। छापेमारी के दौरान वहां 51 छात्राएं मौजूद मिलीं। छात्राओं ने आरोपित पर बंधक बनाकर रखने का भी आरोप लगाया है।मदरसे के संरक्षक सैयद मोहम्मद जिलानी अशरफ ने एसएसपी से मामले की शिकायत की थी। उन्हीं की तहरीर पर आरोपित के खिलाफ सआदतगंज थाने में एफआइआर दर्ज की गई है। वहीं छात्राओं ने भी पुलिस को तहरीर दी है, जिसके आधार पर छेड़छाड़ समेत अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज की गई है।




पीड़‍ित लड़क‍ियों ने बताया कि मदरसे का संचालक मो. तैय्यब जिया अमानवीय प्रवृत‍ि का व्यक्त‍ि है।जो लड़क‍ियां यहां पढ़ती हैं उसके साथ छेड़छाड़ का काम करता है।एसएसपी दीपक कुमार का कहना है कि पुलिस और प्रशासन की टीम ने छापा मारकर 51 छात्राओं को मुक्त कराया है और मदरसे के मैनेजर आरोपी तैयब जिया को भी गिरफ्तार किया है। यह भी बताया जा रहा है कि इस मदरसे का प्रयोग गर्ल्स हॉस्टल के रूप में किया जा रहा था।पीड़ित लड़क‍ियों को फ‍िलहाल नारी न‍िकेतन में रखा गया है। मदरसे की जांच की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।












शुक्रवार, 29 दिसंबर 2017

प्रेम संबंधों में रोड़ा बने जेठ को प्रेमी संग मिल किया किडनैप, फिर

प्रेम संबंधों में रोड़ा बने जेठ को प्रेमी संग मिल किया किडनैप, फिर


प्रेम संबंधों में रोड़ा बने जेठ को प्रेमी संग मिल किया किडनैप, फिर
मानसा. महिला पर प्रेमी संग मिल अपने जेठ को किडनैप कराने का आरोप लगा है। आरोप महिला के पति ने ही लगाए हैं। बताया जा रहा है कि जेठ प्रेम संबंधों का विरोध करता था। सरदूलगढ़ पुलिस ने आरोपी महिला और उसके प्रेमी पर पर्चा दर्ज कर लिया है।




गांव जटाणा कैंचियां के बलवंत सिंह की शादी छह साल पहले वीरपाल कौर से हुई थी। वीरपाल की ये दूसरी शादी है। इससे पहले उसकी बठिंडा जिले के गांव बहमण दीवाना में शादी हुई थी। पति से बनने के चलते तलाक हो गया था। सरदूलगढ़ पुलिस थाने के सहायक थानेदार हरदेव सिंह ने बताया, पुलिस ने अपहरण किए हरबंस सिंह के भाई बलवंत सिंह के बयान पर वीरपाल कौर उसके प्रेमी सुखविंदर सिंह उर्फ फौजी के खिलाफ हरबंस सिंह को अपहरण करवाने का मामला दर्ज कर कारवाई शुरू कर दी है।बताया जा रहा है, वीरपाल कौर के गांव भोखड़ा वासी सुखविंदर सिंह उर्फ फौजी से प्रेम संबंध हो गए। वीरपाल के घर भी उसका आना जाना जारी था। इसे लेकर वीरपाल कौर का जेठ हरबंस सिंह एतराज करता था। प्रेम में रोड़ा बने जेठ हरबंस सिंह को रास्ते से हटाने के लिए वीरपाल ने प्रेमी संंग मिलकर साजिश रची। वीरपाल कौर ने हरबंस सिंह को 16 दिसंबर को तलवंडी साबो बच्चों की किताबें खरीदने के लिए भेज दिया। जो आज तक घर नहीं लौटा है।

लड़की की डेडबॉडी से निकला लड़के का दिल, ऐसी है सनम हसन की मर्डर मिस्ट्री

लड़की की डेडबॉडी से निकला लड़के का दिल, ऐसी है सनम हसन की मर्डर मिस्ट्री

लड़की की डेडबॉडी से निकला लड़के का दिल, ऐसी है सनम हसन की मर्डर मिस्ट्री.एक लड़की थी। सनम हसन । 19 साल की। पुणे के इंस्टीट्यूट से फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कर रही थी। दोस्तों के साथ पार्टी करने के दौरान ऐसा कुछ हुआ कि उसकी मौत हो गई। फिर PM रिपोर्ट आई। उसमें जो लिखा हुआ था उसने सबको चौंका दिया। सनम की डेडबॉडी से किसी लड़के का दिल निकला। जी हां। कहानी सच्ची है। लेकिन यकीन करना मुश्किल। सवाल कि क्या सनम पहले लड़की थी और मरने के बाद लड़का बन गई, या कातिल ने कुछ ऐसा खेल रचा कि सब घूम गए। क्राइम सिरीज में आज वो मर्डर मिस्ट्री। जिसमें मर्डर तो हुआ लेकिन पांच साल बाद भी गुनेहगार का पता तक नहीं चला। पुणे में रहकर पढ़ाई करती थी सनम हसन




मुंबई की रहने वाली सनम हसन अपने घर से दूर पुणे में फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करने आई थी। मां-बाप की लाडली को दोस्तों का भी खूब प्यार मिलता था। सनम को कॉलेज में भी घर की कमी नहीं खलती थी। अक्टूबर महीने में उसका का बर्थडे था। सबकी तरह उसे भी इस दिन का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार था। आखिरकार 3 अक्टूबर का दिन आ ही गया। दोस्तों ने सनम के लिए सरप्राइज बर्थडे पार्टी रखी थी। उन्होंने सनम के पापा को फोन कर सनम के लिए नाइटआउट की इजाजत मांगी। बेटी की खुशी के लिए पिता ने परमीशन दे दी।

अगली सुबह सनम के घर आया एक फोन

4 तारीख की सुबह दोस्तों ने सनम के घर फोन किया। उनकी आवाज में घबराहट थी। हकलाती आवाज में उन्होंने सनम के पिता को बताया कि उनकी बेटी की तबीयत खराब है। उसे हॉस्पीटल में एडमिट कराया गया है। खबर मिलते ही मां-बाप पुणे के लिए रवाना हो गए। वो आनन-फानन में हॉस्पिटल पहुंचे तो पता चला कि उनकी बेटी मर चुकी है। दोस्त बता रहे थे कि पार्टी करते वक्त अचानक सनम की तबीयत बिगड़ गई। उसे उल्टियां हो रही थी, इसलिए रुबी हॉल क्लिनिक में लाकर एडमिट करवा दिया।

कहानी में आया नया मोड़

ससून हॉस्पिटल में पोस्टमॉर्टम हुआ और डेडबॉडी के कुछ पार्ट विसरा रिपोर्ट के लिए भेजे गए। लेकिन इसके बाद हॉस्पिटल ने जो रिपोर्ट दी, वो चौंकाने वाली थी। सनम की रिपोर्ट में लिखा हुआ था कि उसकी डेडबॉडी में किसी लड़के का दिल है। वो भी 70 फीसदी ब्लॉक। सनम की कलाई पर चार इंजेक्शन लगाए गए थे। सीने में करीब 3 सेमी. का एक गहरा घाव था।

डॉक्टर ने बताई मौत की वजह

पोस्टमॉर्टम के बाद डॉक्टर ने बताया कि ज्यादा शराब पीने की वजह से सनम का दिल ब्लॉक हो गया जिसके चलते उसकी मौत हुई। पहले तो घरवालों को शक था कि उनके बेटी की हत्या की गई है, जिसे हॉस्पिटल की रिपोर्ट ने और गहरा कर दिया। ऐसा इसलिए क्योंकि सनम फुटबॉल प्लेयर थी। तो फिर दिल का 70 फीसदी हिस्सा ब्लाक होना उन्हें पच नहीं रहा था। इसके अलावा जो सबसे ज्यादा चौकाने वाली बात थी वो ये कि आखिर उनकी बेटी की डेडबॉडी से किसी लड़के का दिल कैसे निकल सकता है।

पुलिस ने पड़ताल की शुरू




सनम की हत्या के बाद पुलिस ने अपना काम शुरू कर दिया। दोस्तों से लेकर हॉस्पिटल प्रशासन तक पूछताछ की। लेकिन हत्या की गुत्थी नहीं सुलझी। घरवालों ने आरोप लगाया कि पुलिस अपना काम सही तरीके से नहीं कर रही है। लिहाजा केस सीबीआई को सौंपा जाए। हुआ भी ऐसा ही। सीबीआई ने पड़ताल की शुरूआत उसी विसरा रिपोर्ट से की, जिसने पूरे मामले को उलझा रखा था। विसरा की डीएनए जांच करवाई गई। फिर सनम और उसके मां- बाप का डीएन का मिलान कराया गया। लेकिन इसकी जो रिपोर्ट आई उसने शक की सुई फिर से दोस्त, हॉस्पिटल और पुलिस की ओर घुमा दिया। सनम का डीएनए उसने मां-पिता के डीएन से मैच ही नहीं हुआ। डीएनए मैच न होने के बाद सीबीआई ने हॉस्पिटल से लेकर दोस्तों से काफी पूछताछ की, लेकिन कोई पुख्ता सबूत हाथ नहीं लगा। सबसे चौकाने वाली बात तो ये थी कि इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई। पड़ताल जारी है, मां बाप आज भी इंसाफ की आस लगाए हुए हैं और कातिल इन सबसे कहीं दूर इस मर्डर मिस्ट्री को बड़े इत्मीनान से एक तमाशबीन की तरह देख रहा होगा।

रात 3 बजे तलाक बोल घर से निकाला था बाहर, गोद में था 1 महीने का बच्चा

रात 3 बजे तलाक बोल घर से निकाला था बाहर, गोद में था 1 महीने का बच्चा


लखनऊ.एक बार में तीन तलाक को क्रिमिनल ऑफेंस के दायरे में लाने के लिए सरकार ने गुरुवार को लोकसभा में बिल पेश कर दिया। जिसे 'द मुस्लिम वुमन प्रोटेक्शन ऑफ राइट्स ऑन मैरिज' नाम दिया गया है। आपको कानुपर की तलाक पीड़िता सोफिया की दर्द भरी दास्तां बताने जा रहा है। सोफिया बताती हैं- ''मुझे रात तीन बजे एक महीने के बच्चे के साथ घर से बाहर फेंक दिया गया। वो दिन मैं कभी नहीं भूल सकती।''

रात 3 बजे तलाक बोल घर से निकाला था बाहर, गोद में था 1 महीने का बच्चा

''रोज नई लड़कियों से रिलेशन बनाना आदत हो गई थी उसकी''

- चेन्नई की रहने वाली सोफिया अहमद ने बताया- ''12 जून 2015 को मेरी शादी सपा विधायक गजाला लारी (बहन) के भाई शारिक अराफात से हुई। शादी के बाद हम दोनों यूपी के कानपुर में रहने लगे। शारिक लेदर का बिजनेस करता है।''

- ''शादी के 10वें दिन से पति का जुल्म शुरू हो गया। उसे शराब और लड़कियों की लत लग चुकी थी। रोजाना नई-नई लड़कियों से रिलेशन बनाना उसकी आदत बन चुकी थी। जब मैंने इसका विरोध किया, तो उसने मुझपर हाथ उठना शुरू कर दिया।''

- ''घरवालों के सामने वो मुझे मारता-पीटता था, लेकिन मेरे फेवर में कोई नहीं बोला। उसकी हर गलत आदत के बारे में घरवालों को पता था। इतना ही नहीं शादी के बाद जब वो प्रेग्नेंट हुई, तब पति और सास ने बेटी के बजाय बेटा देने का दबाव बनाया था। आरोप है कि प्रेग्नेंसी के 6 महीने के दौरान भी पति बुरी तरह से उसे पीटता था।''




शराब पीकर आया था पति और रात 3 बजे तलाक-तलाक-तलाक बोल निकाल दिया बाहर

- ''13 अगस्त 2016 को शारिक नशे की हालत में घर आया। रात के करीब 2 बजे थे। वो इतने नशे में था कि चल भी नहीं पा रहा था।''

- ''उस रात भी उसने मुझे मारा-पीटा और हर तरह से टॉर्चर किया। आखि‍र में तलाक-तलाक-तलाक बोलकर रात के 3 बजे मुझे एक महीने के बच्चे के साथ घर से बाहर निकाल दिया। उसके बाद उसने कभी भी मेरी खबर नहीं ली।''

- ''इसकी तहरीर जब स्वरूप नगर पुलिस स्टेशन में देने गई तो सपा विधायक के घर का मामला होने के कारण समझौता करने की बात कह कर पुलिसवालों ने भगा दिया।''




इस्लाम के खि‍लाफ नहीं हूं, लेकिन इसका हो रहा मिस यूज

- ''मैं इस्लाम के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन सरकार से यही उम्मीद करती हूं कि ट्रिपल तलाक पर कोई सख्त कानून बने। क्योंकि इसका बहुत मिस यूज हो रहा है।''

- ''मेरे जैसी हजारों लड़कियां इस तकलीफ को झेलती हैं। मुझे रात में 3 बजे घर से निकला गया। 1 महीने का बच्चा लेकर मैं किस तरह निकली वहां से, क्या ये सही था। इस्लाम ये नहीं है। हालांकि, बीजेपी ने इस मुद्दे को उठाया। इसलिए मैंने पार्टी ज्वाइन कर ली। अब इसी मुद्दे पर काम कर रही हूं। मैं खुशनसीब हूं कि मेरी पूरी फैमिली मेरे साथ है।''

- ''मैं पढ़ने में बहुत अच्छी थी। बीकॉम किया, लेकिन शादी होने के बाद पढ़ाई जारी नहीं रख पाई। लेकिन अब आगे की पढ़ाई के बारे में सोच रही हूं।''

किराए पर रहती थी ये महिला, घर का दरवाजा खोलते पति के उड़े होश

किराए पर रहती थी ये महिला, घर का दरवाजा खोलते पति के उड़े होश
किराए पर रहती थी ये महिला, घर का दरवाजा खोलते पति के उड़े होशनोएडा.नोएडा. फेज-3 थाना इलाके के छिजारसी गांव में एक महिला की डेडबॉडी घर में मिली। महिला की बॉडी पर चाकू के निशान है।पुलिस ने शव को कब्जे में लेने के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है, जबकि उसके पति को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वारदात के वक्त अकेली थी महिला...

- श्वेता अपने पति और चार साल के बच्चे के साथ छिजारसी गांव में किराए पर रहती थी। वो मूल रुप से अंबेडकर नगर की रहने वाली है। उसका पति पंकज सेक्टर-63 में बनी एक कंपनी में काम करता था।

- गुरुवार को पति काम पर गया था। आस-पास के दुकानदारों ने बताया 11 बजे के आस-पास श्वेता दुकान पर समान लेने के लिए आई थी। उसके बाद वो घर लौट गई। वारदात के वक्त श्वेता घर में अकेली थी। उसका बच्चा घर के बाहर खेलने के लिए गया था।

- पुलिस ने बताया, "श्वेता के पति ने ही घटना की सूचना दी। पुलिस ने उसको हिरासत में लेकर पूछताछ की। पंकज ने बताया, "जब सुबह काम पर गया था। तब उसकी पत्नी सही सलामत थी। जब वापस लौटा, तो पत्नी की डेडबॉडी घर में पड़ी मिली।"

पुलिस का पक्ष

-सीओ राजीव कुमार सिंह ने बताया, "जिस जगह पर घटना हुई है, काफी घनी आबादी वाला क्षेत्र है। ऐसे में कोई बाहरी आकर इस घटना को अंजाम दे या फिर किसी ने देखा न हो। ऐसा संभव नहीं है। पुलिस टीम को दोपहर करीब एक बजे सूचना मिली थी कि महिला की हत्या कर दी गई है।मौके पर पहुंचने के बाद उसके गर्दन पर चाकूओं के निशान मिले थे। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।"

मंगलवार, 26 दिसंबर 2017

बाड़मेर। आचार्य के वास में राठौड़ के अभिनन्दन में उमड़ा जन सैलाब

बाड़मेर। आचार्य के वास में राठौड़ के अभिनन्दन में उमड़ा जन सैलाब

रिपोर्ट :- छगनसिंह चौहान / बाड़मेर 



बाड़मेर। समय की जरुरत है कि आज ज्यादा से ज्यादा संख्या में युवा वर्ग राजनीति में आगे आए ये बात कांग्रेस पार्टी के युवा नेता आजादसिंह राठौड़ ने शहर के वॉर्ड न 6 के आचार्य के वास में आयोजित अभिनन्दन समारोह में कही। उन्होंने कहा कि युवाओं को अपने बुजुर्गो के अनुभव से सीख लेते हुए नवनिर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ करनी होगी। यह नहीं भूलना चाहिए कि आज के बुजुर्ग कभी युवा थे। युवाओं को देश का भविष्य ध्यान में रखते हुए ही राजनीतिक पार्टियों से जुड़ना चाहिए।


युवा उधमी आजादसिंह राठौड़ के राजनितिक में आने उत्साहित वॉर्ड न 6 आचार्य के वास के सर्वसमाज के लोगो ने बड़े ही गर्म जोश के साथ आज़ादसिंह राठौड़ का साफा एवं माल्यार्पण कर अभिनन्दन किया। इस अवसर पर केवलचंद ब्रजवाल , आचार्य समाज के अध्यक्ष राणमल पटवारी , पूर्व पार्षद रमेश आचार्य, रामस्वरुप आचार्य , बाबूलाल पुनड बतौर , वार्ड पार्षद अर्जुन मेघवाल अतिथि के रूप में मौजूद रहे।


समारोह को बतौर अतिथि संबोधित करते हुए केवलचंद ब्रजवाल कहा कि राजनीति से युवा बिमुख हो रहै थे ऐसे में आज़ादसिंह जैसे संस्कारवान युवा का राजनीति में आना शुभ संकेत हैं। वार्ड पार्षद अर्जुन मेघवाल ने कहा की यूथ आईकॉन आजादसिंह राठौड़ के राजनीति में आने से युवा वर्ग काफी उत्साहित है। उन्होंने कहा कि आज हम सुसभ्य , संस्कारवान और चरित्रवान युवाओ की राजनीति में जरूरत हैं। बिना किसी जातिगत भेदभाव के छतीस कौम को साथ लेकर चले।



इस अवसर पर भीखाराम जी ब्रिजवाल, कन्हैया लाल आचार्य, सम्पत लाल आचार्य, राजेंद्र आचार्य, बंशीलाल जैन, पुखराज आचार्य, दलपत आचार्य, शेर खान, कपिल आचार्य, मिश्रीमल जैन, बाबूलाल जैन, पुरषोत्तम आचार्य, हेमंत आचार्य, दिलीप आचार्य, शौक़त शैख़ सहित बड़ी संख्या मे बुज़र्गो व युवा शक्ति मौजूद रहे। ​

सोमवार, 25 दिसंबर 2017

बाड़मेर। युवाओ को आगे आने का अवसर देना समय की मांग - राठौड़

बाड़मेर। युवाओ को आगे आने का अवसर देना समय की मांग - राठौड़

युवा नेता आजादसिंह का इंदिरा नगर में हुआ भव्य अभिनंदन 


रिपोर्ट :- छगनसिंह चौहान / बाड़मेर

बाड़मेर। युवाओ को राजनीति में आने के लिए अब नए सिरे से सोचने की जरूरत हैं युवाओ को अवसर देना होगा यही समय की मांग है। यह विचार युवा उद्द्यमी आज़ादसिंह राठौड़ ने शहर के इंदिरा नगर में आयोजित युवा सम्मेलन में कही। राठौड़ ने कहा कि समय के साथ विचार धारा और सोच में बदलाव जरूरी है। हम विकसित सोच के पक्षधर है , इसी सोच को आगे बढ़ाना होगा। सम्मेलन में आज़ादसिंह राठौड़ का अभिनंदन किया। इस अवसर पर दलपतसिंह सिसोदिया , महादेवसिंह परिहार , अशोक खत्री , लक्ष्मण सिंह भाचभर बतौर अतिथि के रूप में मौजूद रहे।


समारोह को बतौर अतिथि संबोधित करते हुए महादेवसिंह परिहार ने कहा की युवाओ की विकसित विचारधारा का सम्मान करना होगा , राजनीती में युवाओ का प्रवेश सुखद हैं , एक नई उम्मीद और विश्वास जगा हैं। उन्होंने कहा की बुजुर्गो को युवाओ के लिए जगह खाली करनी होगी। आईदानसिंह इन्दा ने कहा की आधुनिकता की दौड़ हमे युवाओ भरोसा करना होगा नहीं तो फिर पिछड़ जायेंगे। लक्ष्मण सिंह भाचभर ने कहा की बाड़मेर जिले के असीम संभावनाए है सम्भावनाओ को वाली सोच। दलपतसिंह सिसोदिया ने कहा की सामाजिक सरोकार से जुड़े युवाओ में भाग्य आजमाना चाहिए। सम्मेलन को अशोक खत्री , चन्दनसिंह भाटी ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर उम्मेदसिंह कमांडो , स्वरुपसिंह विदा , आईदानसिंह , चुतरसिंह , लक्ष्मसिंह राठौड़ , सेवाराम खत्री , नरेंद्र खत्री , मदनसिंह सिसोदिया , लक्ष्मणसिंह , चन्दनसिंह विदा , नियाज खान मिरासी , डॉ बी एस ओझा , सुखदेव गौड़ सहित कई लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन चन्दनसिंह भाटी ने किया।

रविवार, 24 दिसंबर 2017

बाड़मेर युवाओ को आगे आने का अवसर देना समय की मांग ।।आज़ाद

 बाड़मेर  युवाओ को आगे आने का अवसर देना समय की मांग ।।आज़ाद



बाड़मेर युवाओ को राजनीति में आने के लिए अब नए सिरे से सोचने की जरूरत हैं युवाओ को अवसर देना होगा।यही समय की मांग है। यह विचार युवा उद्द्यमी आज़ाद सिंह राठौड़ ने इंदिरा नगर में आयोजित युवा सम्मेलन में कही।।राठौड़ ने कहा कि समय के साथ विचार धारा और सोच में बदलाव जरूरी है।हम विकसित सोच के पक्षधर है।।इसी सोच को आगे बढ़ाना होगा।।इंदिरा नगर में आयोजित युवा सम्मेलन में आज़ाद सिंह राठौड़ का बहुमान किया।इस अवसर पर दलपत सिंह सिसोदिया,महादेव सिंह परिहार,अशोक खत्री,लक्ष्मण सिंह भाचभर,अतिथि के रूप में उपस्स्थित थे ,
सम्मलेन को सम्बोधित हुए महादेव सिंह  परिहार ने कहा की युवाओ की विकसित विचारधारा का सम्मान करना होगा ,राजनीती में युवाओ का प्रवेश सुखद हैं ,एक नई उम्मीद और विश्वास जगा हैं ,उन्होंने कहा की बुजुर्गो को युवाओ के लिए जगह  खाली करनी होगी ,.आईदान सिंह िन्दा ने कहा की आधुनिकता की  दौड़  हमे युवाओ  भरोसा करना होगा नहीं तो फिर पिछड़ जायेंगे ,लक्ष्मण सिंह भाचभर ने कहा की बाड़मेर जिले के  असीम संभावनाए हे  सम्भावनाओ को  वाली सोच , दलपत सिंह सिसोदिया ने कहा की सामाजिक सरोकार से जुड़े युवाओ  में भाग्य आजमाना चाहिए ,सम्मेलन को अशोक खत्री , चन्दन सिंह भाटी ,ने भी सम्बोधित ,किया,सम्मलेन में  उम्मेद सिंह कमांडो,स्वरुप सिंह बिदा, आईदान सिंह इन्दा,चुतर सिंह,स्वरू सिंह विदा,
  लक्ष्म सिंह राठौड़,सेवाराम खत्री,नरेंद्र खत्री,मदन सिंह सिसोदिया,लक्ष्मण सिंह ,चन्दन सिंह विदा, नियाज खान मिरासी,डॉ बी एस ओझा,सुखदेव गौड़, सहित कई लोग उपस्थित थे।।

कार्यक्रम का संचालन चन्दन सिंह भाटी ने किया ,अशोक खत्री ने आभार व्यक्त किया 

रेगिस्तान का सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन माउंट आबू, घूमें इन बेहतरीन जगहों पर



रेगिस्तान का सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन माउंट आबू, घूमें इन बेहतरीन जगहों पर
कहते हैं दुनिया में कई ऐसे अजूबे हैं, जिनपर यकीन करना आसान नहीं है. ऐसी एक जगह है माउंट आबू. माउंट अबू की सबसे खास बात ये है कि ये जगह राजस्थान में है. माउंट आबू रेगिस्तान में अकेला हिल स्टेशन है. जो भारत ही नहीं बल्कि विदेश में भी मशहूर है.



अगर इस सर्दियों में आप किसी हिल स्टेशन की सैर करना चाहते है, तो माउंट आबू एक बेहतरीन जगह है.

नक्की झील

राजस्थान के माउंट आबू में 3937 फुट की ऊंचाई पर स्थित नक्की झील लगभग ढाई किलोमीटर के दायरे में है, जहां बोटिंग करने का लुत्फ अलग ही है. हरीभरी वादियां, खजूर के वृक्षों की कतारें, पहाडि़यों से घिरी झील और झील के बीच आईलैंड, कुल मिलाकर देखें तो सारा दृश्य बहुत ही मनमोहक है.

सनसेट प्वाइंट

यहां से देखिए, सूर्यास्त का खूबसूरत नजारा, ढलते सूर्य की सुनहरी रंगत कुछ पलों के लिए पर्वत श्रृंखलाओं को कैसे स्वर्ण मुकुट पहना देती है. यहां डूबता सूरज ‘बॉल’ की तरह लटकते हुए दिखता है.



हनीमून प्वाइंट

सनसेट प्वाइंट से दो किलोमीटर दूर कपल के यहां हनीमून प्वाइंट बना हुआ है. शाम के वक्त यहां लोगों का हुजूम उमड़ पड़ता है, यह ‘आंद्रा प्वाइंट’ के नाम से भी जाना जाता है.

टॉड रॉक: नक्की झील से कुछ दूरी पर ही स्थित टॉड रॉक चट्टान है, जिसकी आकृति मेंढक की तरह है, जो सैलानियों का ध्यान बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करती है.

ऐसे जाएं :

माउंट आबू के पास उदयपुर एयरपोर्ट है, जो 185 कि.मी. दूर है. इसी प्रकार अहमदाबाद एयरपोर्ट 235 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जबकि जोधपुर हवाई अड्डा 267 किलोमीटर दूर है.

माउंट आबू का निकटतम रेलवे स्टेशन आबू रोड है जो कि मात्र 28 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यह रेलवे स्टेशन दिल्ली-अहमदाबाद बड़ी लाईन (ब्रॉडगेज) पर है जहां सभी ट्रेन रुकती है.

घूमने के लिए बेस्ट टाइम : माउंट अबू का मौसम पूरे साल खुशनुमा रहता है. नवम्बर से मार्च जाने के लिए बेस्ट टाइम है.

ये है बल्लीमारान की वो गली जहां है उस्ताद गालिब का घर

ये है बल्लीमारान की वो गली जहां है उस्ताद गालिब का घर


घरबल्लीमारान गली में कदम रखते वक्त मन में तमाम ख्यालात थे। पता नहीं उनकी हवेली के बहाने उस अजीम शायर मिर्जा गालिब से मुलाकात हो पाएगी की नहीं।
ये है बल्लीमारान की वो गली जहां है उस्ताद गालिब का घर
नई दिल्ली


अपनी गली में मुझ को न कर दफ्न बाद-ए-कत्ल,


मेरे पते से खल्क को क्यूं तेरा घर मिले

बल्लीमारान गली में कदम रखते वक्त मन में तमाम ख्यालात थे। पता नहीं उनकी हवेली के बहाने उस अजीम शायर मिर्जा गालिब से मुलाकात हो पाएगी की नहीं या पता नहीं वह किनारा जिससे उनका सिरा जुड़ा था वह कैसा होगा, जैसा कि, कौन जाएं जौक दिल्ली की गलियां छोड़कर..। कुछ तो बात होगी उस गली में भी, जिसमें उनका आशिया रहा होगा। तभी तो गालिब यहीं के होकर रह गए। बल्लीमारान की सड़क के दोनों किनारे रंग-बिरंगे और चमचमाते सैंडिलों और जूतियों से चमक रहे हैं।



दुकानों की लंबी कतारें, जिसमें बुर्कानशी महिलाएं उसका नाप लेने में मशगूल हैं। आगे रंग-बिरंगे चश्मों की दुकानों की कतारें शुरू होती हैं। उसमें भी ग्राहक हैं, जो चश्में देख रहे हैं। सड़क पर रिक्शा, ठेला और सड़क पर सामान बेचते लोग भी कम नहीं है।



अर्ज-ए-नियाज-ए इश्क के काबिल न रहा, जिस दिल पे नाज था मुझे वो दिल ना रहा..। अभी थोड़ा शेर-शायरी का सुरूर ही था कि पीछे से रिक्शे से किनारे होने की आवाज आई। सच है कि पुरानी दिल्ली में संभल कर न चला जाएं तो टकराने का भय बना रहता है।




हमको मालूम है जन्नत की हकीकत। दिल को खुश रखने को गालिब ये ख्याल अच्छा है। अब पुरानी दिल्ली बहुत बदल चुकी है। यहां के बाशिंदों का अब भीड़भाड़ से यहां मन नहीं लगता है।

वो गलियां छोड़ने का दर्द तो है, लेकिन उनका इसके व्यावसायीकरण ने सांस लेना भी मुश्किल किया है। कुछ मेरी तरह गालिब की तलाश में लगते हैं। उनकी तलाश एक कतार में लगे जूती और चश्मों पर नहीं ठहर रही है। वह भी दिल्ली के दूसरे किनारे से आए हुए हैं। वैसे, पूछता कौन है, जब जिंदगी रफ्तार से भागे जा रही हो तो फिर कहां गम-ए-सुकून का दौर। चलिए अच्छा है, कुछ हैं जिनके दिलों में नज्म-ए-चराग जल रहा है। वैसे, सही है किताबी तस्वीरों से हकीकत जुदा होती है। सोचा था गली भी गालिब की गजलों से महक रही होगी। इन्हीं सब उधेड़बुन में था कि एक तरफ मुगलई व्यंजनों की खुशबू और सड़क के दूसरे किनारे पान की दुकान पर ठहाकों का दौर, तंद्रा तोड़ने का काम करती है।




पान घुले मुंह से बातें भी थोड़ी नजाकत से होती है। अब तक गालिब का होने का अहसास नहीं मिला था। उदास मन से एक गुजरते युवा से पूछा, वह अदब से बोला हां, बस चंद कदम और। दाईं गली में बाईं ओर बड़ा सा गेट गालिब की हवेली का खुलता है।




बस, जैसे जान लौट आती है। कदमों को जैसे मंजिल मिलती है। दोनों किनारे पुराने बनावट के मकान। लकड़ी के छज्जे। स्कूली बच्चे निकल रहे हैं। स्कूल की छुट्टी हो गई है। बस, जैसे घर पहुंचने की जल्दी। अचानक रोड उनकी खिलखिलाहट से भर जाती है। मेरा ठिकाना नजदीक आ रहा था। धड़कनें तेज थी।




उग रहा दर-ओ-दीवार पे सब्जा गालिब,




हम बयाबां में हैं और घर में बहार आई है।




जैसे इस गली की रफ्तार। दाएं एक पतली गली, लग रहा है आगे बंद हो जाती है। एक बड़ा सा अहाता। उसके बाहर मिर्जा गालिब की हवेली लिखा बोर्ड देखकर दिल को सुकून मिलता है, जैसे तलाश पूरी हुई।




गली कासिम जान। अंदर मूर्ति में मुस्कुराते गालिब और उनके होने का अहसास कराते अशरार। मेरे साथ और भी लोग। एक युगल, कभी नज्मों और उनके सामानों के साथ कभी खुद की तस्वीर लेने में मशगूल। विदेशी पर्यटकों का दल भी है, जिनका गाइड उन्हें गालिब के मायने समझा रहा है। हुक्का हाथ में गालिब। गालिब तो हैं उन पन्नों में, जो यथावत हैं। वह बर्तन, वह कपड़े, जिसका इस्तेमाल करते थे। हर कोने में गालिब के होने का अहसास है।

पाक गोलाबारी में मेजर सहित चार जवान शहीद

पाक गोलाबारी में मेजर सहित चार जवान शहीद
पाक सेना ने तीन दिनों में सात बार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर भारतीय क्षेत्र में गोलाबारी की

पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा पर फिर बड़ी नापाक हरकत की है। शनिवार दोपहर को पाकिस्तान ने जम्मू संभाग के राजौरी जिले के केरी सेक्टर में आतंकियों की घुसपैठ करवाने के लिए जमकर गोलाबारी की। इसमें भारतीय सेना के एक मेजर सहित चार जवान शहीद व एक गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना से सीमा पर तनाव का माहौल है। सेना के उच्चाधिकारी मौके पर मौजूद रहकर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। पाकिस्तान ने जब सीमा पर यह नापाक हरकत की तब मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती राजौरी में ही थीं और लोगों की समस्याएं सुन रहीं थीं।




शहीदों की पहचान (32) मेजर मोहारकर प्रफुल्ल अंबादास निवासी जिला भंडारा महाराष्ट्रा, लांस नायक (34) गुरमेल ¨सह निवासी अमृतसर पंजाब, लांस नायक (30) कुलदीप ¨सह निवासी तलवंडी साबो, बठिंडा पंजाब और सिपाही (30) परगट ¨सह निवासी करनाल हरियाणा के रूप में हुई है। मेजर अपने पीछे पत्नी एवोली मोहारकर, गुरमेल अपने पीछे पत्नी कुलजीत कौर व बेटी, कुलदीप ¨सह अपने पीछे पत्नी जसप्रीत व दो बच्चे और परगट ¨सह अपने पीछे पत्नी रमणप्रीत कौर व एक बेटा छोड़ गए हैं।




जानकारी के अनुसार, मेजर प्रफुल्ल अंबादास अपने जवानों के साथ केरी सेक्टर के बरातगला क्षेत्र में सीमा पर गश्त कर रहे थे। इसी दौरान पाक सेना ने घुसपैठ करवाने के लिए आतंकियों को कवर फायर देते हुए गोलाबारी शुरू की दी, जिसकी चपेट में आने से मेजर व दो जवान मौके पर ही शहीद हो गए जबकि एक लांस नायक व एक जवान को घायल होने पर तुरंत ऊधमपुर के कमान अस्पताल ले जाया गया, जहां लांस नायक ने दम तोड़ दिया। मेजर व लांस नायक का पार्थिव शरीर ऊधमपुर व अन्य दो जवानों के राजौरी में 150 जनरल अस्पताल में पहुंचाए गए। रविवार सुबह चारों का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उनके घरों की ओर रवाना कर दिया जाएगा।




इस बीच, सेना के प्रवक्ता ने पाक गोलाबारी में मेजर सहित भारतीय जवानों की शहादत की पुष्टि करते हुए कहा कि हमारे जवानों ने भी पाकिस्तान को कड़ा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जवानों का यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।

मुंबई: ओला कैब में लड़की से रेप, आरोपी ड्राइवर और साथी गिरफ्तार

मुंबई: ओला कैब में लड़की से रेप, आरोपी ड्राइवर और साथी गिरफ्तार

Ola cab driver, aide held for raping woman
मुंबई: मुंबई से सटे ठाणे में पुलिस ने एक महिला यात्री से बलात्कार करने के आरोपी कैब ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है. ठाणे के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) महेश पाटिल ने बताया कि कथित घटना 19 दिसंबर की रात की है.

उन्होंने बताया कि आरोपी ड्राइवर सुरेश पी गोसावी को कल गिरफ्तार कर लिया गया. अपराध के लिये उकसाने के आरोप में पुलिस ने उसके एक साथी को भी गिरफ्तार किया है.

दरअसल पीड़ित लड़की ने ठाणे जाने के लिए ओला कैब बुक की थी, कैब में पहले ड्राइवर का एक साथी मौजूद था. पीड़ित लड़की को लगा कि शायह यह शेयरिंग कैब है. इसलिए उसने नजर अंदाज कर दिया.

इसके बाद आरोपियों ने कैब ठाणे की ओर ना ले जाकर विरार की ओर मोड़ दी. लड़की के साथ बलात्कार कैब ड्राइवर ने किया. जबकि उसके साथी ने उसकी मदद की. दोनों आरोपियों को 26 दिसंबर तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है.